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दिनांक- नवम्बर २८, 2021

अभिषेक राज एवं सह लेखिका नेहा निधि की पुस्तक वाइ आइ एएम लिब्रल

( Why I Am Liberal ) A manifesto for Indians who believe in individual freedom.

Page: 350

Price : 199

- वर्तमान परिदृश्य में व्यक्तिगत स्वतंत्रता अत्यंत महत्वपूर्ण है


- भारत में उदारवाद का एक लंबा इतिहास रहा है । उपनिषद में भी प्रश्न करने की विधि का वर्णन
किया गया है ।
ग्रेटर नोएडा (उत्तरप्रदे श), नवम्बर २८,२०२१ : अभोषेक राज एवं सह लेखिका नेहा निधि की नई
पुस्तक Why I am Liberal.
Why I am Liberal का AMANGOMAN प्रकाशक फ़र्म द्वारा आज विमोचन किया गया । Why
I am Liberal वर्तमान परिदृश्य में स्वतंत्रता अत्यंत महत्वपूर्ण है । लेखक कहते हैं, "मोहनदास
करमचंद गांधी, कई मायनों में , अब तक के सबसे सफल उदारवादी राजनेता थे।" भारत में उदारवाद
का एक लंबा इतिहास रहा है । उपनिषद में भी प्रश्न करने की विधि का वर्णन किया गया है । स्वतंत्र
भारत की नींव उदारवादी सोच पर आधारित है । हमारे पूर्वज और पर्व
ू ज उदारवादी थे। उदारवादी
सीमित सरकार में विश्वास करते हैं। उदारवादियों के सामने सबसे बड़ी चन
ु ौती बड़े राज्य की है ।
लेखक लिखते है “राज्य की सबसे स्पष्ट अभिव्यक्ति उस समय की सरकार है । जब कोई सरकार
राज्य के सभी पहलुओं पर अधिकार कर लेती है तो वह वही बन जाती है जिसे हम बड़ा राज्य कहते
हैं। भारत में आज, हर जगह आप दे खते हैं: सरकार, सरकार, सरकार। हर जगह आप मुड़ें: सरकारी
जंजीरें , सरकारी जंजीरें , सरकारी जंजीरें ”

उदारवादी सोच व्यक्तिगत स्वतंत्रता और स्वतंत्रता को महत्व दे ती है । उदारवादी सभी धर्मों का


सम्मान करते हैं। वे चुनावी राजनीति के लिए धर्म के राजनीतिकरण और धर्म के दरु
ु पयोग के
खिलाफ हैं। उदारवादियों को धार्मिक और अन्य सभी प्रकार के अतिवाद के खिलाफ बोलना चाहिए।
अगर ऐसी ताकतों की उनके हिंसक कृत्यों के लिए निंदा नहीं की जाती है तो हिंसक प्रवत्ति
ृ यां बढ़
जाती हैं। उदारवादियों को संविधान के मूल्यों को आगे बढ़ाना होगा। यह उनकी ऐतिहासिक
जिम्मेदारी है । उदारवादी तर्क संगत और उद्देश्यपर्ण
ू स्थिति ले सकते हैं। लेखक सही कहता है , "शायद
एक दिन आएगा जब हम सभी - ग्रामीण और शहरी, अमीर या गरीब, अंग्रेजी बोलने वाले या
मुफस्सिल निवासी - कह सकते हैं: 'गर्व से कहो हम उदार हैं।'

सभी धर्मों के उदारवादियों के लिए कठिन समय चल रहा है । लेखक कहते हैं, "सच्चा हिंद ू एक
सच्चा उदारवादी है और उदार हिंद ू सच्चा हिंद ू है । सत्तावादी शक्ति की अस्वीकृति के कारण हिंद ू
धर्म उदारवाद के साथ आसानी से बैठता है ।" किताब आंखें खोलने वाली है ।

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नेहा निधि (NEHA NIDHI)

ईमेल- NIHDI@gmail.com
Contact- 9754648564

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