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मिलकर त्योहार मनाने का आनन्द

हमारे अपार्टमैंट में सभी धर्मों के लोग हैं और लगभग दे श के हर प्राँत से हैं। सभी के मुख्य त्योहार हम
मिलकर मनाते हैं। इस कारण हम बहुत से त्योहारों का आनन्द उठा सकते हैं।

क्रिस्मस पर तो मज़ा दोगन


ु ा हो जाता है , एक तो क्रिस्मस और ऊपर से नया साल का उत्सव। यह तय किया
गया कि क्रिस्मस और नया साल को एक ही दिन मनाया जाएगा; पहले बच्चे कुछ कर्यक्रम करें गें और फिर
भोजन होगा। हम सब तो लग गये अपने -अपने कार्यक्रम की तैयारी करने में । हमारे पास केवल 4 दिन थे और
हमें बहुत सी तैयारी करनी थी। हम लोग सुबह तीन घंटे और शाम को फिर 4 घंटे अभ्यास करने लगे। हम
आठ दोस्त एक नाटक कर रहे थे। पहले तो कोई अपनी पंक्तियाँ भूल जाता, तो कभी किसी को भूख लग
जाती, कभी कोई अपना सामान भूल जाता तो कभी हमारा स्थान कोई और ले लेता। फिर हम किसी के घर
जाकर अभ्यास करते।

आखिरकार वो दिन आया और हमारी बारी आई। सभी बहुत घबरा रहे थे, लेकिन जब नाटक शुरु हुआ तो मानो
सबका डर छु-मंतर हो गया। हमारे नाटक की बहुत सराहना की गई।

फिर बारी आई खाने की। सभी अपने -अपने घरों से कुछ व्यंजन बना कर लाए थे। सारा भोजन एक जगह सजा
दिया गया और सब ने सभी व्यंजनों का मज़ा उठाया। सोचो तो, एक थाली में थोड़ा पंजाबी, थोड़ा मद्रासी, थोड़ा
गुजराती तो थोड़ा बंगाली! जैसे सारा भारत एक छोटी सी थाली में समा गया हो!

भोजन के बाद हमारे लिए खेलों का भी प्रबंध किया गया था। खेलों में कब रात के 12 बज गए पता ही नहीं
चला! हम लोग घर जा कर सो गए और अगले दिन दे र से उठे !

1. क्रिस्मस पर मज़ा दोगन


ु ा क्यों हो गया?
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2. लेखक ने ऐसा क्यों कहा : "जैसे सारा भारत एक छोटी सी थाली में समा गया हो"?
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3. क्या आपने कभी किसी नाटक या नत्ृ य की तैयारी की है ? तब आपको किन कठिनाइयों का सामना करना पड़ा,
3 वाक्यों में लिखो।
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4. इन क्रियाओं कि धातु लिखो:

क) मनाया  

ख) उठाया  

ग) करने  

घ) जाता  

5. गद्यांश के एक वाक्य में यह मुहावरा सही जगह पर लगाकर लिखो:


"होश उड़ना" ।
इस पत्र को ध्यान से पढ़ो और नीचे दिये गये प्रश्नों के उत्तर दो:

मधुबनचौंक,
करोलबाग,
दिल्ली-११००७६
दिनांक:-२/११/१०

आदरणीय दादाजी,

    नमस्ते,

    हम सब यहाँ स्वस्थ हैं। आप कैसे हैं? आपकी कुशलता के लिए भगवान से प्रार्थना करता हूँ।

    दादाजी, हमारे विद्यालय का वार्षिकोत्सव आने वाला है । इस बार हम एक नाटक प्रस्तुत करने जा रहे हैं,
जिसमें मेरी भूमिका प्रमुख है । नाटक का विषय पर्यावरण की सरु क्षा है । पर्यावरण की सुरक्षा करना आज हर
व्यक्ति का कर्तव्य है । नाटक में पर्यावरण सम्बंधी समस्याओं को दर्शाया जाएगा और उन्हें दरू करने के उपाय
बताए जाएँगे।

    मैं आशा करता हूँ उस समय आप भी यहाँ मेरा वार्षिकोत्सव दे खने आओगे और मेरा हौंसला बढ़ाओगे।

  आपकापोता,
  राहुल

1. यह पत्र किसने किसको लिखा है ?

2. पत्र में राहुल का पता क्या दिया गया है और यह कब लिखा गया था?

3. पत्र लिखने वाला कौन से शहर का है ?

क) दिल्ली ख) करोल बाग

ग) मधुबन चौंक घ) अनुमान नही लगाया जा सकता


4. नीचे बाईं ओर दिये गये शब्दों के समानार्थक शब्द इस पत्र में मिल सकते हैं जिन्हे दाईं ओर लिखा
गया है । उन शब्दो का मिलान कीजिए:

पाठशाला प्रार्थना

विनती दर्शाया

मुख्य हौंसला

उत्तरदायिव्त विद्यालय

उत्साह प्रमुख

दिखाया कर्तव्य

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