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ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ

ॐ ॐ

ॐ ॐ

ॐ ॐ

ॐ ॐ

ॐ ॐ

ॐ ॐ

ॐ ॐ

ॐ ॐ

ॐ ॐ

ॐ ॐ

ॐ ॐ

ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ
ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ
ॐ ॐ


लक्ष्मी पूजन विध ॐ

ॐ माता लक्ष्मीजी के पूजन की सामग्री अपने सामर्थ्य के अनुसार होना ॐ

चाहहए। इसमें लक्ष्मीजी को कु छ वस्तुएँ हवशेष हिय हैं। उनका उपयोग


ॐ ॐ
करने से वे शीघ्र िसन्न होती हैं। इनका उपयोग अवश्य करना चाहहए।

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ॐ दीवाली लक्ष्मी पूजा हवधि इस िकार हैं। ॐ

❖ वस्त्र में इनका हिय वस्त्र लाल-गुलाबी या पीले रंग का रेशमी वस्त्र
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ॐ है। ॐ
ap

❖ माताजी को पुष्प में कमल व गुलाब हिय है।


ॐ ॐ
st

❖ फल में श्रीफल, सीताफल, बेर, अनार व धसंघाड़े हिय हैं।


In

ॐ ❖ सुगंि में के वड़ा, गुलाब, चं दन के इत्र का ियोग इनकी पूजा में ॐ

अवश्य करें।
ॐ ॐ
❖ अनाज में चावल तथा हमठाई में घर में बनी शुद्धता पूर्य के सर की
हमठाई या हलवा, धशरा का नैवेद्य उपयुक्त है।
ॐ ॐ
❖ िकाश के धलए गाय का घी, मूं गफली या हतल्ली का तेल इनको
ॐ शीघ्र िसन्न करता है। ॐ

ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ
ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ
ॐ ॐ
❖ अन्य सामग्री में गन्ना, कमल गट्टा, खड़ी हल्दी, हबल्वपत्र, पं चामृत,
गं गाजल, ऊन का आसन, रत्न आभूषर्, गाय का गोबर, धसंदरू , ॐ

भोजपत्र का पूजन में उपयोग करना चाहहए।
ॐ ❖ चौकी पर लक्ष्मी व गर्ेश की मूहतययां इस िकार रखें हक उनका ॐ

मुख पूवय या पधिम में रहे।


ॐ ॐ
❖ लक्ष्मीजी, गर्ेशजी की दाहहनी ओर रहें। पूजनकताय मूहतययों के

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सामने की तरफ बैठें। ॐ

❖ कलश को लक्ष्मीजी के पास चावलों पर रखें। नाररयल को लाल


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ॐ वस्त्र में इस िकार लपेटें हक नाररयल का अग्रभाग हदखाई देता रहे ॐ
ap

व इसे कलश पर रखें। यह कलश वरुर् का ितीक है।


ॐ ॐ
st

❖ दो बड़े दीपक रखें। एक में घी भरें व दूसरे में तेल। एक दीपक


In


चौकी के दाईं ओर रखें व दूसरा मूहतययों के चरर्ों में। इसके ॐ
अहतररक्त एक दीपक गर्ेशजी के पास रखें।
ॐ ॐ
❖ मूहतययों वाली चौकी के सामने छोटी चौकी रखकर उस पर लाल
वस्त्र हबछाएं । कलश की ओर एक मुट्ठी चावल से लाल वस्त्र पर
ॐ ॐ
नवग्रह की ितीक नौ ढे ररयां बनाएं ।
ॐ ❖ गर्ेशजी की ओर चावल की सोलह ढे ररयां बनाएं । ये सोलह ॐ

मातृका की ितीक हैं।


ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ
ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ
ॐ ॐ
❖ नवग्रह व षोडश मातृका के बीच स्वस्तस्तक का धचह्न बनाएं ।
❖ इसके बीच में सुपारी रखें व चारों कोनों पर चावल की ढे री। ॐ

❖ सबसे ऊपर बीचोंबीच ॐ धलखें। छोटी चौकी के सामने तीन थाली
ॐ व जल भरकर कलश रखें। ॐ

❖ थाधलयों की हनम्नानुसार व्यवस्था करें- 1. ग्यारह दीपक, 2. खील,


ॐ ॐ
बताशे, हमठाई, वस्त्र, आभूषर्, चन्दन का लेप, धसन्दूर, कुं कु म,

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सुपारी, पान, 3. फूल, दुवाय, चावल, लौंग, इलायची, के सर-कपूर, ॐ

हल्दी-चूने का लेप, सुगंधित पदाथय, िूप, अगरबत्ती, एक दीपक।


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ॐ ❖ इन थाधलयों के सामने यजमान बैठे। आपके पररवार के सदस्य ॐ
ap

आपकी बाईं ओर बैठें। कोई आगं तुक हो तो वह आपके या आपके


ॐ ॐ
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पररवार के सदस्यों के पीछे बैठे।


In


❖ सबसे पहेले गर्ेश जी की आरती पढे हफर माँ लक्ष्मी जी की ॐ
आरती गये।
ॐ ॐ
❖ महालक्ष्मी की पूजा के बाद घर घर जाकर माँ का िसाद हवतररत
करे।
ॐ ॐ

ॐ ॐ

ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ
ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ

ॐ ॐ

ॐ ॐ

ॐ ॐ

ॐ ॐ

.in
ॐ ॐ
df
ॐ ॐ
ap

ॐ ॐ
st
In

ॐ ॐ

ॐ ॐ

ॐ ॐ

ॐ ॐ

ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ

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