Professional Documents
Culture Documents
नयी गज
ं -------.
वर्ष 2023
अंक 1
WEBSITE- nayigoonj.com
Email address goonjnayi@gmail.com
WHATSAPP NO. 91-9785837924
i
NAYI GOONJ – SHODH , SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY) MAGAZINE
संपादक मंडल
प्रमुख संरक्षक
प्रो. दे व माथरु
vishvavishvaaynamah.webs1008@gmail.com
मुख्य संपादक
shuddhi108.webs@gmail.com
संपादक
सशवा ‘स्वयं’
sarvavidhyamagazines@gmail.com
शाखा प्रमुख
ब्रजेश कुमार
aryabrijeshsahu24@gmail.com
परामशषदािा
कमल जयंथ
jayanth1kamalnaath@gmail.com
WEBSITE- nayigoonj.com
Email address goonjnayi@gmail.com
WHATSAPP NO. 91-9785837924
ii
NAYI GOONJ – SHODH , SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY) MAGAZINE
सम्पादकीय
सशवा स्वयं
िँ सो, खखलखखलाओ, जैसे फल िोिे िैँ | मश्ु श्कलों से क्या घबरािे िो?
ककसके जीवन में मश्ु श्कलें निीं.... िर ककसी के जीवन में िैँ | लेककन उनिीं से
जीि जाना िी िो जीवन िै |
WEBSITE- nayigoonj.com
Email address goonjnayi@gmail.com
WHATSAPP NO. 91-9785837924
iii
NAYI GOONJ – SHODH , SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY) MAGAZINE
िम
ु ज़ब उदास िोिे िो, अपने अंदर नकारात्मक भाव ले आिे िो, ये वैसे िी िै
जैसे मरु झाया िुआ फल... क्या आपको पसंद िै मरु झाया िुआ फल... निीं ना |
और कोई निीं पछिा कक क्यों मरु झाया ?
िँ सने वाले के साथ परा जिाँ िोिा िै , रोने वाले क़ो कुछ दे र की सिानभ
ु ति भी
मश्ु श्कल िी समल पािी िै | क्या िम इिने िार गए िैँ कक सिानभ
ु ति से जीवन
श्जयें |
ये पल सशकवों – सशकायिों में भी बीि सकिे िैँ लेककन आप अगर मश्ु श्कलों
में भी खद
ु क़ो अंदर से अपने सकारात्मक ववचारों की शश्क्ि दे िे रिें िो पिझड़
में भी फलों क़ो ला सकिे िैँ आप |
फलों क़ो दे खा िै , अपने सन
ु दर रं गों से, ऐसे मस्
ु कुरा कर खखलने से वो ककिनी
ख़ुशी त्रबखेरिे िैँ िम सब के सलए और िम इंसान.... इिना सब कुछ िोिा िै
िमारे पास लेककन ज्यादा पाने की इच्छा िमें खुश िोने दे िी िी निीं... मस्
ु कुराने
दे िी िी निीं...
ये फल.. पत्ते.. पेड़ इनके पास जो ख़ुशी िै पिा िै वो क्यों िै ? क्योंकक ये कभी
अपने बारे में निीं सोचिे.. ये केवल सबके बारे में सोचिे िैँ.. लेिे कुछ निीं
केवल दे िे िैँ.. त्रबना पाने की इच्छा के |
WEBSITE- nayigoonj.com
Email address goonjnayi@gmail.com
WHATSAPP NO. 91-9785837924
iv
NAYI GOONJ – SHODH , SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY) MAGAZINE
WEBSITE- nayigoonj.com
Email address goonjnayi@gmail.com
WHATSAPP NO. 91-9785837924
v
NAYI GOONJ – SHODH , SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY) MAGAZINE
शभ
ु ेच्छा
नयी गज
ूं ------. पररवार
परामशषदािा-
प्रश्न िै कक संस्कृति क्या िै । यं संस्कृति शब्द सम+् कृति से बना िै, श्जसका अथष िै अच्छी कृति। अथाषि ्
संस्कृति वस्िुिुः राष्ट्रीय अश्स्मिा के पररचायक उदात्त ित्वों का नाम िै ।
भारिीय सनदभष में संस्कृति व्यश्क्ितनष्ट्ठ न िोकर समश्ष्ट्ितनष्ट्ठ िोिी िै । संस्कृति की संरचना एक हदन
में न िोकर शिाश्ब्दयों की साधना का सुपररर्ाम िोिा िै । अिुः संस्कृति सामाससक-सामाश्जक तनगध
िोिी िै । संस्कृति वैचाररक, मानससक व भावनात्मक उपलश्ब्धयों का समुच्चय िोिी िै । इसमें धमष,
दशषन, कला, संगीि आहद का समावेश िोिा िै । इसी की अपररिायषिा की ओर संकेि करिे िुए भिि
ृष रर ने
सलखा िै कक इसके त्रबना मनुष्ट्य घास न खाने वाला पशु िी िोिा िै -
‘‘साहित्यसंगीिकला-वविीनुः
मख्
ु य संपादक
उपतनर्द् के शब्दों में किें िो संस्कृति में जीवन के दो आयाम श्रेय व प्रेय का सामंजस्य िोिा िै । इनिीं
आधार पर आध्याश्त्मक, वैचाररक व मानससक ववकास िोिा िै और इनिीं के आधार पर जीवन-मल्यों व
संस्कारों का तनधाषरर् िोिा िै और यिी जीवन के समग्र उत्थान के सचक िोिे िैं। सशक्षा-िंि में इनिीं
सांस्कृतिक मल्यों का सशक्षर्-प्रसशक्षर् िोिा िै । विषमान में सशक्षा-व्यवस्था संस्कृति की अपेक्षा
सम्यिा-तनष्ट्ठ अगधक िै । िात्पयष िै कक विषमान सशक्षा ववचार-प्रधान, गचनिन-प्रधान व मल्यप्रधान की
अपेक्षा ज्ञानाजषन-प्रधान िै । वस्िुिुः इसी का पररर्ाम िै कक सम्प्रति सशक्षा के द्वारा बौद्गधक स्िर में
िो असभवद्
ृ गध िुई िै ककनिु संवेदनात्मक या भावनात्मक स्िर घिा िै ।
संपादक –
WEBSITE- nayigoonj.com
Email address goonjnayi@gmail.com
WHATSAPP NO. 91-9785837924
vi
NAYI GOONJ – SHODH , SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY) MAGAZINE
िमारी सशक्षा में सांस्कृतिक मल्यों के स्थान पर पश्श्चमी सभ्यिा-मलक ित्वों को उपादान के रूप में
ग्रिर् कर सलया गया िै । िभी िो सशक्षा व समृद्गध के पाश्चात्य मानदण्डों को आधार मान सलया िै जो
संस्कृति-ववरोधी िैं, श्जनमें नैतिक व मानवीय मल्यों का ववशेर् स्थान निीं िै । इसी का पररर्ाम िै कक
बुद्गधमान व गरीब नैतिक व्यश्क्ि सामाश्जक दृश्ष्ट्ि से भी िांससये पर िी रििा िै और नैतिकिा-वविीन,
संवेदनिीन, भ्रष्ट्िाचारी व अपराधी भी सम्पनन, सभ्य, सम्मानय व प्रतिश्ष्ट्ठि िोिा िै । इसी संस्कृति-
वविीन व्यवस्था के कारर् शोर्र्-प्रधान पंजीवादी व्यवस्था िी ग्राह्य िो गई िै, श्जसने रिन-सिन के
स्िर को िो उठाया िै , पर इस भोगवादी बाजारवादी व्यवस्था के कारर् अथषशास्ि व िकनीककववज्ञान के
सामने नैतिकिा व मानवीयिा गौर् िो गई िै । जबकक राधाकृष्ट्र्न व कोठारी आयोग की मानयिा थी
कक सशक्षा ऐसी िोनी चाहिये जो सामाश्जक, आगथषक व सांस्कृतिक पररविषन का प्रभावी माध्यम बन
सके। इस दृश्ष्ट्ि से भारिीय प्रकृति और संस्कृति के अनुरूप सशक्षा से िी मल्यपरक उदात्त-गुर्ों का
संप्रेर्र् और समग्र व्यश्क्ित्व का तनमाषर् सम्भव िै । इसमें पुराने व नये का त्रबना ववचार ककये जो दे श
की अश्स्मिा व समाज के हििकर िै , उसी को प्रमुखिा दे नी चाहिए।
वस्िुिुः अपने कमों से िम अपने भाग्य को बनािे और त्रबगाड़िे िैं। यहद गंभीरिा से गचंिन-मनन ककया
जाय िो िमारा कायष-व्यापार िमारे व्यश्क्ित्व के अनुसार िी आकार ग्रिर् करिा िै और िमें अपने कमष
के आधार पर िी उसका फल प्राप्ि िोिा िै । कमष ससफष शरीर की कियाओं से िी संपनन निीं िोिा अवपिु
मनुष्ट्य के ववचारों से एवं भावनाओं से भी कमष संपनन िोिा िै । वस्िुिुः जीवन-भरर् के सलए िी ककया
गया कमष िी कमष निीं िै िम जो आचार-व्यविार अपने मािा-वपिा बंधु समि और ररश्िेदार के साथ
करिे िैं वि भी कमष की श्रेर्ी में आिा िै । मसलन िम अपने वािावरर् सामाश्जक व्यवस्था, पाररवाररक
समीकरर्ों आहद के प्रति श्जिना िी संवेदनशील िोंगे िमारा व्यश्क्ित्व उिनी िी उच्चकोहि की श्रेर्ी में
आयेगा।
WEBSITE- nayigoonj.com
Email address goonjnayi@gmail.com
WHATSAPP NO. 91-9785837924
vii
NAYI GOONJ – SHODH , SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY) MAGAZINE
आज के जहिल और अति संचारी जीवन-ववृ त्त के सफल संचालन िे िु सभी का व्यश्क्ित्त्व उच्च आदशों
पर आधाररि िो ऐसी मेरी असभलार्ा िै ।
यि ज़रूरी निीं िै कक िर कोई िर ककसी कायष मे पररपर्ष िो, परनिु अपना दातयत्व अपनी परी कोसशश से
तनभाना भी दे श की सेवा करने के समान िी िै । संपर्ष किषव्यतनष्ट्ठा से ककया िुआ कायष आपको अवश्य
िी कायष-समाश्प्ि की संिुश्ष्ट्ि दे गा। कोई भी ककया गया कायष िमारी छाप उस पर अवश्य छोड़ दे िा िै
अिएव सदै व अपनी श्रेष्ट्ठिम प्रतिभा से कायष संपनन करें । िर छोिी चयाष को और छोिे -से-छोिे से कायष
के िर अंग का आनंद लेकर बढ़िे रिना िी एक अच्छे व्यश्क्ित्व का उदािरर् िै ।
यि सवषववहदि िथ्य िै कक नयी गंज एक उच्च स्िरीय पत्रिका िै श्जसमें ववसभनन ववधाओं में
उच्चस्िरीय लेखों का अनठा संग्रि िै
आप सभी पत्रिका का आननद लें एवं अपनी प्रतिकियायें ऑनलाइन या ऑफलाइन भेजें।
नयी गंज के माध्यम से िमारा आपका संवाद गतिशील रिे गा। आप सभी अपनी सुनदर व श्रेष्ट्ठ रचनाओं
से नयी गंज को तनरनिर समृद्ध करिे रिें गे इसी ववश्वास के साथ।
अंि में मैं सभी सम्पादक मण्डल के सदस्यों एवं रचनाकारों को नयी गंज पत्रिका के सफल सम्पादन
एवं प्रकाशन के सलए साधुवाद ज्ञावपि करिा िं करिा िँ ।
अथाषि ् पुरानी िी सभी चीजें श्रेष्ट्ठ निीं िोिी और न नया सब तननदनीय िोिा िै । इससलए बुद्गधमान
व्यश्क्ि परीक्षा करके जो हििकर िोिा िै उसी को ग्रिर् करिे िैं जबकक मखष दसरों का िी अनधानुकरर्
करिे िैं।
अस्िु, तनववषवाद रूप से यि सभी स्वीकार करिे िैं कक राष्ट्र की रक्षा, का सकारात्मक पक्ष िोिा िै ।
ई-मेलुःgoonjnayi@gmail.com
WEBSITE- nayigoonj.com
Email address goonjnayi@gmail.com
WHATSAPP NO. 91-9785837924
viii
NAYI GOONJ – SHODH , SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY) MAGAZINE
शुल्क दर 40/-
वावर्षक: 400/-
िैवावर्षक: उपयक्
ुष ि शुल्क-दर का अगग्रम भुगिान 1200/-
तनयम तनदे श
1 रचनाएं यथासंभव िाइप की िुई िों, रचनाकार का परा नाम, पद एवं संपकष वववरर् का उल्लेख
अपेक्षक्षि िै ।
2 लेखों में शासमल छाया-गचि िथा आँकड़ों से संबंगधि आरे ख स्पष्ट्ि िोने चाहिए। प्रयुक्ि भार्ा
सरल, स्पष्ट्ि एवं सुवाच्य हिंदी भार्ा िो।
3 अनुहदि लेखों की प्रामाखर्किा अवश्य सुतनश्श्चि करें । अनुवाद में सिायिा िे िु संस्थान संपादक
मंडल प्रकोष्ट्ठ से संपकष कर सकिे िैं।
4 प्रकासशि रचनाओं में तनहिि ववचारों के सलए संपादक मंडल प्रकोष्ट्ठ उत्तरदायी निीं िोगा और
इसके सलए परी की परी श्जम्मेदारी स्वयं लेखक की िी िोगी।
नई गँज तनयमावली
रचनाएूं goonjnayi@gmail. Com ई-मेल पते पर भेजी जा सकती हैं। रचनाएूं भेजने के ललए
नई गूँज के साथ लॉग-इन करें , यह वाूंछित है ।आप हमारे whatsapp no. 9785837924
पर भी अपनी रचनाएूँ भेज सकते हैँ
वप्रय सागथयों,
नई गँज िे िु आपके सियोग के सलए आपका िाहदषक धनयवाद। आशा िै कक ये
संबंध आगे भी प्रगति के पथ पर अग्रसर रिें गे। आगामी अंक िे िु आप सबके
सकिय सियोग की पन
ु ुः आकांक्षा िै। आप सभी से एक मित्वपर्ष अनरु ोध िै
कक आप अपने शोध प्रपि तनम्न प्रारूप के ििि िी प्रस्िि
ु करें श्जससे कक िमें
िकनीकी जहिलिाओं का सामना न करना पड़े -
WEBSITE- nayigoonj.com
Email address goonjnayi@gmail.com
WHATSAPP NO. 91-9785837924
ix
NAYI GOONJ – SHODH , SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY) MAGAZINE
संपादक मंडल
Note:- प्रत्येक रचना लेखक की स्वयं मौसलक िथा सलखखि िै ! इसमें लेखक के स्वयं
के ववचार िैं िथा कोई िहु ि िोने पर लेखक स्वयं श्जम्मेदार िोगा!
WEBSITE- nayigoonj.com
Email address goonjnayi@gmail.com
WHATSAPP NO. 91-9785837924
x
अनुक्रमाणिका
लेख –
1 बदले पररिेश में गांधी और गांधीिाद डॉ घनश्याम 1–3
बादल
कहानी
दोहे
8 हमीद के दोहे हमीदकानपुरी 22
लघु किा
9 स्नेहा की जीि णप्रया देिांगन 23 - 24
नारी िुम अबला नहीं सबला हो
डॉ घनश्याम बादल
मोहनदास
करमचंद ग ंधी, ब पू, र ष्ट्रपपत और आम आदमी के लिए
लिर्फ ग ंधी ज ने व िे 21 वी िदी के चमत्क र पुरुष म ने
गए ग ंधीआज भी बहुत म यने रखते हैं । म यने तो वह
दे श के लिए भी रखते हैं मगर बदिे हुए पररवेश में अब ग ंधी श यद वह ज्योततपंज
ु य नहीं रहे
जजनिे भ रत न म क यह दे श म गफदशफन एवं रोशनी प कर चित थ ।
70 ि ि तक इि दे श को चि ने व िे ग ंधीव दी दि की जैिी दग
ु तफ त हो रही है उिक अिर
ग ंधी की छपव पर भी हुआ है । ह ि ंकक ग ंधी ने आज दी के तुरंत ब द ही कह ददय थ कक
अब क ंग्रेि क स्वतंत्र भ रत में कोई ख ि रोि नहीं होन च दहए और उन्होंने क ंग्रेि के
पविजफन की इच्छ व्यक्त की थी । िेककन त त्क लिक पररजस्थततयों में िंभवतः है न तो यह
व्यवह ररक थ और नहीं उि िमय के क ंग्रेिी नेत ऐि होने दे ने में अपन कोई ि भ दे ख रहे
थे इिलिए क ंग्रेि बनी रही । क ंग्रेिबनी ही नहीं रही अपपतु दृढ़त के ि थ स्व धीनत आंदोिन
में ककए गए बलिद नों क श्रेय िेते हुए िंबे िमय तक ित्त रूढ़ रही । जब तक नेहरू दे श के
प्रध नमंत्री रहे तब तक क ंग्रेि क कोई पवकल्प दे श को न ददख , न िूझ । श स्त्री जी के
छोटे िे क यफक ि में भी कॉन्ग्रेि दे श के लिए अपररह यफ रही ।
इिके ब द पररवतफन क दौर शुरू हुआ और नेहरु की पुत्री इंददर ग ंधी ने कम न िंभ िी ।
ह ि ंकक तब वह क ंग्रेि की वररष्ट्ठतम नेत नहीं थीं और उनिे ऊपर के प यद न पर क मत और
मोर रजी दे ि ई जैिे कई नेत थे िेककन नेहरू ग ंधी पररव र के प्रतत तनष्ट्ठ के चिते हुए इंददर
ग ंधी प्रध नमंत्री बनीं । बि, यही िे ग ंधीव दी दशफन भी मनम ने ढं ग िे अपन य एवं प्रस्तत
ु
ककय ज ने िग ।
इंददर ग ंधी गजब की वक्त थी, उनके व्यजक्तत्व में भी जबरदस्त आकषफण थ , उनकी भ षण
शैिी और आम आदमी में उनके प्रतत आकषफण के चिते हुए 1971 में उन्होंने ग ंधीव दी
WEBSITE- nayigoonj.com
नयी गूँज
Email address - goonjnayi@gmail.com
WHATSAPP NO. 91-9785837924 1
NAYI GOONJ – SHODH, SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY)
MAGAZINE
अदहंिक िोच िे हटते हुए अपने र जनीततक र् यदे के लिए प ककस्त न क पवभ जन करव य
और उिके िह रे 1972 में चन
ु व जीतकर पन
ु ः ित्त रूढ़ हुई । 1975 में आप तक ि िग य
और 1977 में ित्त िे ब हर होकर 1980 में कर्र व पि आईं िेककन जजि तरह इंददर ने
अदहंि एवं िोकतंत्र क मज क उड य थ श यद उिी के चिते 1984 में उन्हें अपनी ज न भी
गंव नी पडी । तब िे िेकर आज तक गंग -जमुन में जजतन प नी बह है श यद उििे भी
ज्य द पररवतफन ग ंधी दशफन, ग ंधीव दी पवच र ग ंधी की र ष्ट्र की अवध रण ग ंधीव दी र जनीतत,
ित्त िे पवतष्ट्ृ ण के भ व, ि द जीवन उच्च पवच र की आदशफव दी परं पर भी क ि के ि थ
ज ती ददख ई दी य नी ि र्गोई के ि थ कहें तो अब ग ंधी केवि मुखौट म त्र रह गए थे ।
ह ि ंकक औद्योगगक क् ंतत, हररतक् ंतत एवं श्वेतक् ंतत दे श की जरूरत थी मगर कुटीर उद्योगों
के नीचे की ज़मीन बहुत ही तरीके के ि थ पजश्चमी दे शों के इश रे पर खींच िी गई । क मग र
मज़दरू , छोटे कमफच री िब अब बडे-बडे क रख नों और उद्योगपततयों के गुि म बनकर रह गए ।
ग ंधी क कुटीर उद्योग क िपन िगभग परू ी तरह धर श ई हो गय । रही िही कमी लशक्ष
में हुए अन प-शन प पररवतफनों ने पूरी कर दी।
WEBSITE- nayigoonj.com
नयी गूँज
Email address - goonjnayi@gmail.com
WHATSAPP NO. 91-9785837924 2
NAYI GOONJ – SHODH, SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY)
MAGAZINE
आज इि दे श के दोनों प्रमख
ु िमद
ु यों के िोग िग त र कठोर एवं कट्टर होते ददख इ पड रहे हैं
य नी दहंदस्
ु त न की आत्म अब बदि रही है । अब ग ंधी के म यने क्य हैं इिे िमझन और
भी मुजश्कि हो गय है और िगत है कक आने व िे िमय में पररवतफन आंधी में ग ंधी को और
भी भुि ददय ज ए तो अचरज न करें ।
अस्तु कॉन्ग्रेि रहे , न रहे यह अिग ब त है मगर बदिते हुए पररवेश में ग ंधी और भी ज्य द
िमीचीन और जरुरी हो ज एंगे इिमें दो र य नहीं है । ह ,ं उनकी नीततयों एवं दशफनों की
व्य ख्य नए तरीके िे की ज िकती है जो श यद िमय की जरूरत भी है । ग ंधी व ददयों को भी
यह गचंतन करन होग कक ग ंधी के ककन पवच रों को क ि की किौटी पर कि कर आगे
बढ़ न है और ककन नीततयों को छोडकर आगे बढ़न है ।
WEBSITE- nayigoonj.com
नयी गूँज
Email address - goonjnayi@gmail.com
WHATSAPP NO. 91-9785837924 3
NAYI GOONJ – SHODH, SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY)
MAGAZINE
बज
ृ ेश कुमार
अवपिु इस संसार में प्रत्येक जीव क्जसने जन्म शलया है , के जीवन में सुख दुःु ख का आना
ननक्श्िि है | ज़ब यह बाि है कक जीवन में सुख औऱ दुःु ख दोनों का ह भोग करना है िो
दुःु ख से अधिक दुःु खी तयों हुआ जाये|
WEBSITE- nayigoonj.com
नयी गूँज
Email address - goonjnayi@gmail.com
WHATSAPP NO. 91-9785837924 4
NAYI GOONJ – SHODH, SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY)
MAGAZINE
हे प्रभु ! ि मुझे दख
ु ों से छुड़ा, ये प्राथथना लेकर मैं, िेरे दर पर नह ं आया, ि मुझे दख
ु ों को
सहन करने की शक्ति दे दे , किर िाहे ककिने भी दुःु ख मझ
ु े दें दे |
लोगन द जे सुख|
यदद हम अपने जीवन में छोटा सा काम करना िाहिे हैं िो अनेकों आपनियों का सामना करना
पड़िा है | यदद हम आपनियों का सामना करने में सक्षम हैं िो जीि ननक्श्िि है |
आपने दे खा होगा कक बहुि मनुष्य अपने जीवन में कोई काम करने के शलए िैयार ह नह ं होिे
|वह सोििे हैँ कक इस से दख
ु ों से बि जायेंगे|
WEBSITE- nayigoonj.com
नयी गूँज
Email address - goonjnayi@gmail.com
WHATSAPP NO. 91-9785837924 5
NAYI GOONJ – SHODH, SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY)
MAGAZINE
अगर हम इनिहास को उठा कर दे खिे हैं कक महापुरुषों ने ककिनी- ककिनी ववपर ि पररक्स्थनियों
में अपने िैयथ को नह ं त्यागा औऱ प्रसंिा पवथक उनको स्वीकार ककया औऱ अपने जीवन का
दहस्सा मानकर प्रारब्ि ककया |
2. महाभारि में पांडवो ने वनवास को स्वीकार ककया जबकक वे िाहिे िो कौरवों के दास बनकर
अपना जीवन व्यिीि कर सकिे थे | ककन्िु उन्होंने ऐसा ना करके वनवास स्वीकार ककया, यह
उनकी दृढ़ इच्छा शक्ति का ह पररणाम था |
3. राजा हररश्िन्र राज्य लोभ से अपने विनों से नह ं किरे | बक्कक डोम के घर जाकर पानी
भरने का काम करने लगे | औऱ अपनी पक्त्न को भी बच्िे का दाह संस्कार करने से रोक ददया
|
4. राजा शशवव ने यदद शर र के कटने के दुःु ख से दुःु खी होकर कबिर को बाज़ के शलए दे ददया
होिा िो उनका नाम आज कौन जानिा |
5. वन में सीिा का हरण होने पर, राम ननराश नह ं हुए बक्कक वानर जानि के लोगों को इकठ्ठा
कर रावण के राज्य में ईंट से ईंट बजा द |
6. गुरु गोववन्द शसंह ने अपने िारों बेटों का बशलदान दे ददया लेककन अपने पथ से िननक भी
वविशलि नह ं हुए|
ऐसे अनेकों उदहारण से इनिहास भरे पड़े हैं, ये भी असंख्य मनुष्यों की भांनि काल के गाल में
समा जािे लेककन आज भी इनका नाम ज्यों का त्यों जीववि है | इसका एक मात्र कारण है
उनकी दृढ़ इच्छा शक्ति|
WEBSITE- nayigoonj.com
नयी गूँज
Email address - goonjnayi@gmail.com
WHATSAPP NO. 91-9785837924 6
NAYI GOONJ – SHODH, SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY)
MAGAZINE
आज हम दे खिे हैँ कक मनुष्य छोट छोट मुक्श्कलें सामने आने पर अपना मानशसक संिुलन खो
बैठिा है, आज क्स्थनि यह है कक व्यक्ति मस
ु ीबि का सामना िथा मस
ु ीबि से बाहर ननकलने के
रास्िे खोजने की अपेक्षा अपना अमकय समय िथा शक्ति को घबराने में खिथ करिा है | अब
तया होगा ? तया करुूँ ?कहाूँ जाऊं ? ऐसा सोि कर रोने के शसवाय अपनी मानशसक क्स्थनि
को ख़राब कर लेिा है | औऱ छोट छोट मुसीबि का पहाड़ बना दे िा है||
उनमें से कुछ िो मुसीबिों से घबरा कर हार मान लेिे हैँ | औऱ कुछ लोग उन मुसीबिों से
जीवन में नयी उजाथ का संिार करिे हैं औऱ उनकी िरतकी का रास्िा मुसीबिों से ननकलिा है |
वववेकी औऱ अवववेकी की दोनों को ज़रा, मत्ृ यु औऱ व्यधियां होिीं हैँ परन्िु ज्ञानवान व्यक्ति
अपने कमथ का भोग समझकर दृढ़िा के साथ सहन करिा है, औऱ मखथ वविल होकर ववपनियों
को औऱ बढ़ा लेिा है |
WEBSITE- nayigoonj.com
नयी गूँज
Email address - goonjnayi@gmail.com
WHATSAPP NO. 91-9785837924 7
NAYI GOONJ – SHODH, SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY)
MAGAZINE
जो कभी संभव नह ं
डॉ शशवा िमेजा
तया है वो ? परु
ु षाथथ से, मेहनि से, इच्छाशक्ति से, दृढ़ ननश्िय से ऐसा तया है जो संभव
नह ं.....ऐसा तया है जो पाया नह ं जा सकिा ?
तया उत्तर है आपका ? सब संभव है !अगर शशद्दि से मेहनि की जाये िो आप अपनी िकद र
बदल सकिे हैँ लेककन ऐसा एक कायथ है क्जस पर कभी कोई ववजय ना पा सका|
वो कायथ है बीिे समय क़ो वावपस लें आना...समय बीिा मिलब बीि गया | एक बार क्जस
समय क़ो घड़ी बीिा िक
ु ी ठीक उसी समय, ददन, वार क़ो कभी कोई वावपस न ला सका | िो
तया कोई संशय है आपको कक इस िरिी पर जन्म लेने के बाद जो सबसे अमकय शमला है ..
मािा – वपिा के बाद वो समय के शसवाय कुछ नह ं|
क्जन्होंने इन अमकय का मकय समझ शलया ये पर दनु नया किर उनका मकय समझ लेिी हैँ |
समय क़ो अमकय मानने वाले खद
ु अनमोल बन जािे हैँ तयोंकक ऐसा व्यक्ति क्जसे इस सत्य का
WEBSITE- nayigoonj.com
नयी गूँज
Email address - goonjnayi@gmail.com
WHATSAPP NO. 91-9785837924 8
NAYI GOONJ – SHODH, SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY)
MAGAZINE
बोि है वह समय की एक -एक बूँद क़ो खिथ करिे समय बहुि सोि वविार करे गा और समय
क़ो व्यथथ कभी जाने नह ं दे गा|
समय के रूप में क्जसे आप खिथ कर रहें होिे हैँ उसे जीवन कहिे हैँ.... बीि जाने वाला समय
जीवन क़ो घटािा जा रहा है .... और हम िरह -िरह से खद
ु क़ो िक्ृ ति दे ने के उद्दे श्य से
खेलना, बािें करना, मवीज दे खना ,ननंदा करना.... आदद आदद करिे रहिे हैँ|
काम के काम पर हमार प्रनिकिया ऐसी होिी है – करिे हैँ अभी थोड़ी दे र में ,
टाइम केवल िल रहा है , सरज की िरह | उसने पीछे मुड़कर दे खना नह ं सीखा | समय का
महत्व हम बिपन से इसे पढ़िे आ रहें हैँ – छोटे होिे हैँ िो एक बार िो इस ववषय पर ननबंि
जरूर शलखा होगा हम सबने ,लेककन बिपन का वो पाठ बड़े होिे -होिे हम भल जािे हैँ|
ऐसा तयों ?
स्कल में हम समय क़ो इिना नह ं गवांिे ,क्जिना बड़े होकर गवािे हैँ| लेककन िब िक हमार
बद्
ु धि इिनी पररपतव नह ं होिी, क्जिनी हम जैस-े जैसे बड़े होिे हैँ िो होिी िल जािी है |
िो किर ऐसा तयों कक बड़े होने पर हम समय का मोल उिना नह ं समझ पािे....
तयोंकक बिपन में हमें स्कल का काम समय पर ना करने पर डांट पड़िी थी, ट िर की मज़ी
सज़ा भी दे सकिी थीं|
बड़े हो गए िो हम खद
ु के माशलक खद
ु बन गए | हम अपनी मज़ी से सब कुछ करने क़ो हमार
आज़ाद कहने लगे | हमें हमार गलनियों पर ना ट िर कुछ बोल सकिी है , ना मािा वपिा|
अब िकं क हमें ककसी की डांट नह ं शमलनी िो हम ककसी भी कायथ क़ो कभी िक भी टालने लगे
और समय का महत्व भलने लगे|
WEBSITE- nayigoonj.com
नयी गूँज
Email address - goonjnayi@gmail.com
WHATSAPP NO. 91-9785837924 9
NAYI GOONJ – SHODH, SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY)
MAGAZINE
कई- कई महापरु
ु षों ने हमें िेिाया है , समय के महत्व क़ो सन्
ु दर शब्दों में िो कभी कड़े शब्दों
में समझाया है |
WEBSITE- nayigoonj.com
नयी गूँज
Email address - goonjnayi@gmail.com
WHATSAPP NO. 91-9785837924 10
NAYI GOONJ – SHODH, SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY)
MAGAZINE
वप्रया दे वांगन
दब
ु के मानव घर के अंदर, काम काज से माने हार।।
WEBSITE- nayigoonj.com
नयी गूँज
Email address - goonjnayi@gmail.com
WHATSAPP NO. 91-9785837924 11
NAYI GOONJ – SHODH, SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY)
MAGAZINE
हे
पाखण्ड खक्ण्डनी कवविे ! िावपक राग जगा दे ि।
सारा कलष
ु सोख ले सरज, ऐसी आग लगा दे ि।।
कवविा सन
ु ने आने वाले, हर श्रोिा का वन्दन है ।
न िो निमख
ु ी अशभवादन की, भाषा आज अिर पर है ।
आज िह
ु लबाक्ज़याूँ नह ं, दन्ु दभ
ु ी बजाऊूँगा सन
ु लो।।
WEBSITE- nayigoonj.com
नयी गूँज
Email address - goonjnayi@gmail.com
WHATSAPP NO. 91-9785837924 12
NAYI GOONJ – SHODH, SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY)
MAGAZINE
गस्
ु िाखों की भख शमटाने को, रबड़ी रख दे िे ये।।
दे शरोदहयों के मख
ु में मग
ु ी िगड़ी रख दे िे ये।
WEBSITE- nayigoonj.com
नयी गूँज
Email address - goonjnayi@gmail.com
WHATSAPP NO. 91-9785837924 13
NAYI GOONJ – SHODH, SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY)
MAGAZINE
उनकी धिन्िा नह ं मझ
ु े वे, सन
ु ें या कक अनसन
ु ा करें ।
ज्वालाएूँ बरसेंगी मख
ु से, ििक उठे गी यह दनु नया।।
WEBSITE- nayigoonj.com
नयी गूँज
Email address - goonjnayi@gmail.com
WHATSAPP NO. 91-9785837924 14
NAYI GOONJ – SHODH, SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY)
MAGAZINE
दहम्मि हो िो ह िम
ु सन
ु ना, वरना जाना भाग कह ं।
कवविा सन
ु ने के ितकर में , लगा न लेना आग कह ं।।
छोटे मंँ
ु ह
ूँ से बड़ी बाि बेशक िम
ु को िट
ु कुला लगे।
WEBSITE- nayigoonj.com
नयी गूँज
Email address - goonjnayi@gmail.com
WHATSAPP NO. 91-9785837924 15
NAYI GOONJ – SHODH, SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY)
MAGAZINE
हे बशलवीरो! उठो सन
ु ो िुम जो िाहो कर सकिे हो।
क्जस के बल पर मािभ
ृ शम को िम
ु पर अटल भरोसा है।।
WEBSITE- nayigoonj.com
नयी गूँज
Email address - goonjnayi@gmail.com
WHATSAPP NO. 91-9785837924 16
NAYI GOONJ – SHODH, SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY)
MAGAZINE
सन
ु लो राष्् प्रेम के धिन्िन, का मन्िव्य समझिे जो।
मािभ
ृ शम की सेवा को, पहला किथव्य समझिे जो।।
हमें यद्
ु ि दोगलों और, दश्ु मन दोनों से लड़ना है।।
WEBSITE- nayigoonj.com
नयी गूँज
Email address - goonjnayi@gmail.com
WHATSAPP NO. 91-9785837924 17
NAYI GOONJ – SHODH, SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY)
MAGAZINE
अब भी वति है …
WEBSITE- nayigoonj.com
नयी गूँज
Email address - goonjnayi@gmail.com
WHATSAPP NO. 91-9785837924 18
NAYI GOONJ – SHODH, SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY)
MAGAZINE
वसि
ु ा अश्रु िारा को ननजथल है मखथ करिा रहा
हे मानष
ु गन
ु ाह िो कुछ हुए जरूर है िझ
ु से
अददनि भारद्वाज
WEBSITE- nayigoonj.com
नयी गूँज
Email address - goonjnayi@gmail.com
WHATSAPP NO. 91-9785837924 19
NAYI GOONJ – SHODH, SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY)
MAGAZINE
अब आप उनका काम जानेंगे. नाम उनका शेर शसंह है . अिुः शेर जैसी बड़ी - बड़ी मुछे है उनकी
जब ककसी वाहन वाले पर वे गस्
ु सा करिे, िब मंह
ु के साथ उनकी मछे भी बोलिी थी. जब
जनिा को मालम है . आज शेरशसंह की ड्यट िलाने िौराहे पर लगी है . िब वे इस िौराहे पर
आिे ह नह ं तयोंकक कई वाहन का उन्होंने यािायाि का पालन करिे हुए भी िालान काट ददये.
हॉ कोई िधिथि नेिा अथवा गुंडा उिर से गुजरिा है , उनके सम्मान में साविान की मुरा में खड़ा
होकर सम्मान दे िे है . जब पशु लस अधिकार उिर से गज
ु रिे है . िब उनको सलाम ठोंकिा है िब
वह अधिकार गाड़ी रोककर कहिा है . शेरशसंह ड्यट बराबर दे रहे हो ?
“हॉ साहब, आपका आशीवाद है . आपका आशीवाद बना रहे . ड्यट के मामले में मैं कंजसी नह ं
करिा ह साहब, ईमानदार से नौकर करिा ह.”
“साहब, इस बार मेरा प्रमोशन हो जायेगा.” आखखर अपने लालि की बाि शेर शसंह ने जब कह
द . िब गुस्से से पुशलस अधिकार बोला - िुम्हार बहुि शशकायिे आ रह है . आम जनिा को
बहुि परे शान करिे हो. बेवजह िालान काट दे िे हो ?
WEBSITE- nayigoonj.com
नयी गूँज
Email address - goonjnayi@gmail.com
WHATSAPP NO. 91-9785837924 20
NAYI GOONJ – SHODH, SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY)
MAGAZINE
“मगर साहब, मैं िो सह साइड से िल रहा था.” उस युवक ने कहॉ - किर भी आपने मुझे डंडा
तयो मारा ?
“िप
ु बे साले, जुबान लड़ािा है, वो भी वदी से. एक िो गलि साइड से िेज रफ्िार से गाड़ी
िला रहा था. अंिा कह ं का.”
“सीिे माजने से िलिा है की नह ं ?” अभी हे ड साहब यह बाि कह रहे थे कक युवक गाड़ी स्टाटथ
कर िक
ु ा, िलिी गाड़ी से कहॉ - िले मेर जिी.
और क्षणभर में ह वो युवक हवा हो गया. शेरशसंह अपना िोि ददखािे रहे .
WEBSITE- nayigoonj.com
नयी गूँज
Email address - goonjnayi@gmail.com
WHATSAPP NO. 91-9785837924 21
NAYI GOONJ – SHODH, SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY)
MAGAZINE
हमीद कानपरु
WEBSITE- nayigoonj.com
नयी गूँज
Email address - goonjnayi@gmail.com
WHATSAPP NO. 91-9785837924 22
NAYI GOONJ – SHODH, SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY)
MAGAZINE
वप्रया दे वांगन
“वैिे भी आपके बेटे क व्यवह र मेरे प्रतत ठीक नहीं है ; अब आप भी....!” कहते हुए स्नेह अपने
कमरे में चिी गयी।
WEBSITE- nayigoonj.com
नयी गूँज
Email address - goonjnayi@gmail.com
WHATSAPP NO. 91-9785837924 23
NAYI GOONJ – SHODH, SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY)
MAGAZINE
WEBSITE- nayigoonj.com
नयी गूँज
Email address - goonjnayi@gmail.com
WHATSAPP NO. 91-9785837924 24
NAYI GOONJ – SHODH, SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY)
MAGAZINE
र
जस्थान की बशलदानी भशम को अगखणि वीर- वीरांगनाओ ने इस शमट्ट को अपने
खन से सींिा है , इसमें कोई दो राय नह ं है | अगर इनिहास की बाि करें िो अपने
बच्िे को मािभ
ृ शम की रक्षा के शलए बशलदान करने वाल मां पन्ना िाय का नाम
सवथप्रथम शलया जािा है | लेककन इसी ह मरुभशम में एक और िाय माूँ ‘गोरा टांक’ भी हुई है |
क्जसने मां पन्ना की िरह अपने पुत्र को राजगद्द के शलए न्योछावर कर ददया |
WEBSITE- nayigoonj.com
नयी गूँज
Email address - goonjnayi@gmail.com
WHATSAPP NO. 91-9785837924 25
NAYI GOONJ – SHODH, SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY)
MAGAZINE
लेककन एक दख
ु द घटना ऐसी घट कक 28 नवंबर 1678 ई. को महाराजा जसवंि शसंह का
दे हांि हो गया | इस घटना के बाद मारवाड़ी वीर िथा उनके साथी और गभथविी राननयां सदहि
लाहौर आ गये |
कुछ समय पश्िाि महाराज जसवंि शसंह की राननयां जादम जी िथा रानी नरूकी ने 19 िरवर
1679 को पुत्रों को जन्म ददया | रानी जादम जी के पुत्र का नाम अजीि शसंह िथा रानी नरुकी
के पत्र
ु का नाम थूँबन था | इनकी दे खभाल करने के शलए ‘ गोरा टांक’ को ननयत
ु ि ककया गया |
इसके बाद औरं गजेब के द्वारा इन्हें लाहौर से मारवाड़ी वीरो सदहि राननयों को ददकल बुला शलया
गया | कुछ सतिाह पश्िाि दल थंबन की मत्ृ यु हो गई | और मारवाड़ी वीरों ने महाराजा अजीि
शसंह को मारवाड़ का उत्तराधिकार घोवषि करने के शलए औरं गजेब से आग्रह ककया | लेककन
औरं गजेब की ननयि में खोट होने के कारण उन्होंने अपने सैननकों को आदे श दे कर पर हवेल
को घेर शलया, जहां पर मारवाड़ी वीर िथा अजीि शसंह थे |
मारवाड़ी वीर दग
ु ाथ दास िथा उसके सहयोगी की सझबझ से महाराजा अजीि शसंह को ददकल
से मारवाड़ ले जाने की योजना बनाई गई | क्जसके शलए गोरा टांक को महाराजा अजीि शसंह
को सकुशल ददकल की हवेल से बाहर ननकालने का कायथ ददया गया| गोरा टाक ने सिाई वाल
का भेष बनाकर, शसर पर टोकरे में महाराजा अजीि शसंह को शलटाकर हवेल से बहार ले आई |
बाहर सपेरे के भेष में खड़े मुकंु ददास खींिी को महाराजा अजीि शसंह को दे ददया | और
मुकंु ददास महाराजा अजीि शसंह को ददकल से मारवाड़ ले आया | इिर गोरा टांक ने अपने पुत्र
को महाराजा अजीि शसंह के कपड़े पहना कर लेटा ददया |
महाराजा अजीि शसंह का लालन-पालन गोरा टांक के द्वारा ककया गया | उिर औरं गजेब के
सामने गोरा टांक के बेटे को ददखाया गया जोकक 1688 ईस्वी में तलेग महामार की िपेट में
आकर मत्ृ यु को प्राति हो गया |
WEBSITE- nayigoonj.com
नयी गूँज
Email address - goonjnayi@gmail.com
WHATSAPP NO. 91-9785837924 26
NAYI GOONJ – SHODH, SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY)
MAGAZINE
ये ऐसे ननयम है क्जसे सभी िाशमथक समुदायों पर लाग ककया जाना िादहए |
भारिीय संवविान का अनुच्छे द शलए एक राज्य भारि के परे क्षेत्र में नागररकों के - कहिा है 44
समान नागररक संदहिा सुरहक्षि करने का प्रयास करे गा यानी संवविान द्वारा सरकार को यह
ननदे श ददया गया है कक वह सभी समुदायों को उन मामलों पर एक साथ लाने का ननदे श दे रहा
है , उनके संबंधिि व्यक्तिगि काननों द्वारा शाशसि है |
हालांकक संवविान का अनुच्छे द यह स्पष्ट करिा है कक राज्य के नीनि ननदे शक 77ित्व ककसी
भी अदालि के द्वारा लाग करने योनय नह ं होंगे |
WEBSITE- nayigoonj.com
नयी गूँज
Email address - goonjnayi@gmail.com
WHATSAPP NO. 91-9785837924 27
NAYI GOONJ – SHODH, SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY)
MAGAZINE
समान नागररक संदहिा भारि को एकीकृि कर सकिी है भारि में कई िमथ र नि ररवाज और |
िमथ अलग अलग होने के बावजद ,हर भारिीय को उसकी जानि | प्रथाओं क़ो माना जािा है
| एक राष्र य नागररक नागररक संदहिा के अंिगथि लाने में मदद कर सकिी है
यदद हम आिनु नक प्रगनिशील राष्र की बाि करें िो हमारा दे श आधथथक ववकास की दृक्ष्ट से
आगे बढ़ा है लेककन सामाक्जक ववकास की दृक्ष्ट से वपछड़ गया है नागररक संदहिा समाज को |
और भारि वास्िव में ववकशसि राष्र बनने की अपने लरय की | आगे बढ़ाने में मदद शमलेगी
आगे ब िरिढ़ जाएगा |
डॉअंबेडकर ने संवविान को बनािे समय कहा था कक यननिॉमथ शसववल कोड वांछनीय है .आर.बी .
| लेककन किलहाल यह स्वैक्च्छक ह रहना िादहए
दरअसल समान शसववल कोड की आवश्यकिा इसीशलए लगिी है तयोंकक भारि में जानि और
िमथ के आिार पर अलग एतट अलग कानन और मैररज-हैं इसके कारण ह सामाक्जक ढांिा |
| बबगड़ा हुआ है
आज भी लोग शाद िलाक आदद मुद्दों से ननपटने के शलए पसथनल लॉ ह अपना सकिे हैं |
समान शसववल कोड के आने के बाद उन काननों का रूप सरल हो जाएगा जो आज िाशमथक
मान्यिाओं के अनुसरण में अलग|शर यि कानन आदद ,अलग है जैसे दहंद कोड बबल-
विथमान में गोवा भारि का एकमात्र ऐसा राज्य है जहां पर समान शसववल संदहिा लाग है |
विथमान में दे श के हर िमथ के लोग वववाह और िलाक़ आदद मामलों का ननपटारा अपने पसथनल
लॉ के अिीन करिे हैं |
सन नागररक संदहिा का समथथन ककया लेककन उन में जवाहरलाल नेहरू ने समान 1970ँ्हें कई
वररष्ठ नेिाओं द्वारा ववरोि का सामना करना पड़ा |
WEBSITE- nayigoonj.com
नयी गूँज
Email address - goonjnayi@gmail.com
WHATSAPP NO. 91-9785837924 28
NAYI GOONJ – SHODH, SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY)
MAGAZINE
1. व्यक्तिगि स्िर
2. संपवत्त के अधिग्रहण
7. संपवत्त का संिालन
4. वववाह
5. िलाक
“मैं व्यक्तिगि रुप से नह ं समझ पा रहा हं कक ककसी िमथ को यह ववशाल व्यापक )मजहब(
?क्षेत्र अधिकार तयों ददया जाना िादहए
ऐसे में िो िमथ जीवन के प्रत्येक पक्ष पर हस्िक्षेप करे गा और वविानयका को क्षेत्र पर अनििमण
से रोकेगा |यह स्विंत्रिा हमें तया करने के शलए शमल है ?
यह स्विंत्रिा हमें इसशलए शमल है कक हम इन सामाक्जक व्यवस्था में जहां हमार मौशलक
अधिकारों के साथ ववरोि है वहां वहां सि
ु ार कर सकें “ |
क्जसके अंिगथि सभी नागररकों को एक समान ववधि का संरक्षण प्राति होना िादहए लेककन
स्विंत्रिा की इिने वषों के बाद भी जनसंख्या का एक बड़ा वगथ अपनी मलभि अधिकारों के
शलए ह संघषथ कर रहा है |
WEBSITE- nayigoonj.com
नयी गूँज
Email address - goonjnayi@gmail.com
WHATSAPP NO. 91-9785837924 29
NAYI GOONJ – SHODH, SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY)
MAGAZINE
अलग | अलग काननों के कारण न्यायपाशलका पर बहुि बोझ पड़िा है -अलग िमों की अलग-
न्यायपाशलका में वषों से लंबबि मामलों के ववषय में राहि अवश्य शमलेगी |
सभी के शलए एक समान कानन होने से दे श में एकिा की भाव में प्रिार होगा क्जस दे श में
नागररकों में एकिा होिी है कोई वैमनस्य नह ं होिा वह दे श िेजी से ववकास के पथ पर आगे
बढ़िा ह है |
समान नागररक संदहिा के लाग होने से भारि दे श की मदहलाओं की क्स्थनि में सुिार अवश्य
आएगा |विथमान में कुछ िमों के पसथनल लॉ में मदहलाओं के अधिकारों को सीशमि कर ददया
गया है |समान शसववल संदहिा के लाग होने के बाद मदहलाओं को अपने वपिा की संपवत्त पर
अधिकार और कोटथ लेने जैसे मामलों में भी एक समान ननयम से दे खा जाएगा |
यदद ककसी भी िमथ के अंिगथि समाज के ककसी वगथ के अधिकारों का हनन होिा है िो उसे
रोका जाना िादहए |िभी ववधि के समक्ष समिा की अविारणा के िहि सभी के समान सभी के
साथ समानिा का व्यवहार, वास्िववकिा में शसद्ि ककया जा सकेगा |
माननीय सवोच्ि न्यायालय के द्वारा संपवत्त पर समान अधिकार और मंददर प्रवेश के समान
अधिकार जैसे न्यानयक ननणथयों के माध्यम से समाज में क्षमिा के शलए उकलेखनीय प्रयास ककए
गए हैं |
WEBSITE- nayigoonj.com
नयी गूँज
Email address - goonjnayi@gmail.com
WHATSAPP NO. 91-9785837924 30
NAYI GOONJ – SHODH, SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY)
MAGAZINE
1. भारि में गोवा राज्य में में ह समान नागररक संदहिा लाग 1961
| गाल शासन के समय लाग थीकर द गई थी जो पि
ु थ
2. विथमान में उत्तराखंड की सरकार ने एक कमेट गठन की है जो
समाज समान नागररक संदहिा लाग करने के शलए ड्राफ्ट िैयार करे गी
;|
1. ववधि आयोग ने अपना पक्ष रखिे हुए कहा है कक जरूर नह ं है कक एक एकीकृि राष्र
को समानिा की आवश्यकिा हो बक्कक हमें मानवाधिकारों पर ननववथवाद िकों के साथ
अपने मिभेदों को भुलाने का प्रयास करना िादहए
2. आयोग का सझ
ु ाव है कक समान नागररक संदहिा को लाग करने की वजह सभी ननजी
काननी प्रकियाओं को संदहिाबद्ि कर दे ना िादहए |
WEBSITE- nayigoonj.com
नयी गूँज
Email address - goonjnayi@gmail.com
WHATSAPP NO. 91-9785837924 31
NAYI GOONJ – SHODH, SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY)
MAGAZINE
ग गरोन दग
ु फ क तनम फण डोड इन्हीं के न म पर यह | र जपत
ू ों द्व र करव य गय )परम र(
| डोडगढ़ य धि
ू रगढ़ कहि त है
आहू और क िीलिंध नददयों क िंगम स्थि जो स्थ नीय भ ष में ि मेि कहि त है -
के तनकट मुकंदर की पह डी पर जस्थत है |
चौह न कुि कल्पद्रम
ु के अनुि र खींची र जवंश के िंस्थ पक दे वनलिंह ने अपने
बहनोई बीजिदे व डोड श िक को म रकर इि दग
ु फ पर अपन अगधक र कर लिय और
इिक न म ग गरोन रख |
िन 1303 ई.में ददल्िी के िुल्त न अि उद्दीन खखिजी ने ग गरोन पर आक्मण कर
ददय उि िमय र ज जैतलिंह क श िन क ि थ |
र ज जैतलिंह ने अि उद्दीन खखिजी क िर्ित पूवक
फ प्रततरोध ककय तथ र ज जैत
लिंह की पवजय हुई|
र ज जैतलिंह के श िनक ि में खरु ि न िे प्रलिद्ध िूर्ी िंत हमीदद्
ु दीन गचश्ती
ग गरोन आये |उनकी दरग ह मीठे ि हब के न म िे प्रलिद्ध है |
WEBSITE- nayigoonj.com
नयी गूँज
Email address - goonjnayi@gmail.com
WHATSAPP NO. 91-9785837924 32
NAYI GOONJ – SHODH, SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY)
MAGAZINE
र ज जैत लिंह की तीिरी पीढ़ी में भजक्त पर यण नरे श पीप र म क हुये पीप जी |
ने अपन र ज्यवैभव त्य ग कर, िंत र म नंद के लशष्ट्य बन गए |
इनकी छतरी आहू व क िीलिंध नददयों के िंगम के िमीप जस्थत है , जजिे िंत पीप
की छतरी कहते हैं |
दि
ू र ि क :- | ईस्वी में महमूद खखिजी ने ग गरोन पर आक्मण कर ददय 3222
उि िमय ग गरोन के श िक प िहणिी थे प िहणिी ने मेव ड के तत्क िीन मह र ण
एवं अपने म म र ण कंु भ िे िैतनक िह यत की म ंग की, जजि पर उनके म म र ण
कंु भ ने धीर िेन पतत के नेतत्ृ व में एक िैन्य दि उिकी िह यत के लिए भेज ददय |
इि भीषण यद्
ु ध में ि तवें ददन िेन पतत धीर अपने योद्ध ओं के िदहत िडते हुए
जजििे प िहणिी की दहम्मत टूट गई और वह र त के | वीरगतत को प्र प्त हो गय
अंधेरे में अपने पवश्वस्त िैतनकोोों के ि थ दग
ु फ िे पि यन कर गय जंगि में |
भटकते हुए, उनक प ि बबफर भीिों के गगरोह िे पड गय इन बबफर भीिो ने |
इधर ग गरोन के दग
ु फ | प ल्हणिी िदहत िमस्त योद्ध ओं को मौत के घ ट उत र ददय
WEBSITE- nayigoonj.com
नयी गूँज
Email address - goonjnayi@gmail.com
WHATSAPP NO. 91-9785837924 33
NAYI GOONJ – SHODH, SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY)
MAGAZINE
में बचे हुए योद्ध ओं ने अपन केिररय ब न पहन कर लिंह की भ ंतत युदोध में टूट
पडे यह घटन इततह ि में ग गरोन के | तथ वीर ंगन ओं ने दग
ु फ के अंदर जोहर ककय |
| दि
ू रे ि के के रूप में प्रलिद्ध हुई
दशथनीय स्थल :-
ग गरोन दग
ु फ की पवशेषत यह है कक इि दग
ु फ क तनम फण िीधे चट्ट न पर ककय गय
है बजल्क इिमें नींव नहीं है इ |ि ककिे के तीन परकोटे हैं ककिे के अंदर दो प्रवेश |
| द्व र हैं जजनमें एक पह डी की तरर् खि
ु त है तथ दि
ू र द्व र नदी की तरर्
ग गरोन दग
ु फ िे कुछ दरू ी पर झ िर प टन न मक जगह है जजिमें ि त िहे लियों क
मंददर जस्थत है इि मंददर को कनफि टॉड ने च रभज
ु मंददर भी कह |ो है |
भव नी न ट्यश ि - मह र ज भव नी लिंह द्व र तनलमफत यह न ट्यश ि प रिी ओपेर
शैिी की है |
नविख ककि – इि ककिे क तनम फण झ ि र ज पथ्
ृ वी लिंह ने करव य |
झ िर प टन में शीतिेश्वर मह दे व क मंददर भी दशफनीय है झ िर प टन को घंदटयों |
| ज त है क्योंकक यह ं पर मंददरों में हज रों घंदटय ं िटकी हुई है क शहर भी कह
WEBSITE- nayigoonj.com
नयी गूँज
Email address - goonjnayi@gmail.com
WHATSAPP NO. 91-9785837924 34
NAYI GOONJ – SHODH, SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY)
MAGAZINE
साक्षात्कार
आरजेएस पर क्षा 2022 में ियननि ववद्याथी
दाशमनी जी अपना जीवन पररिय शशक्षा एवं पररवार के बारे में बिाएं|
मेरा नाम दाशमनी प्रेम िेयरवाल है | मैं अलवर क्जले के राजगढ़ कस्बे के मध्यमवगीय पररवार
से हूँ | मैंने अपनी प्राथशमक शशक्षा अपने कस्बे से ह की है िथा अपनी ll. B. Govt. College
alwar से ककया है िथा ll. M NLSIU, Bangaluru से ककया है |
WEBSITE- nayigoonj.com
नयी गूँज
Email address - goonjnayi@gmail.com
WHATSAPP NO. 91-9785837924 35
NAYI GOONJ – SHODH, SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY)
MAGAZINE
मेरे िािा जी जो कक वकील हैँ, मेरे प्रेरणा स्त्रोि हैँ, उन्ह ं से इस प्रोिेशन में आने की प्रेरणा
शमल |
एक सािारण परन्िु मल मन्त्र है – मेहनि | इसके साथ ह कॉम्पीदटशन में बने रहने के शलए
स्माटथ हाडथ वकथ की आवश्यकिा है |
Pre exam के शलए क्जिना हो सकें concise notes िैयार करें , िाकक revision के समय
आसानी रहें | Main points या शब्द highlight करें या notebook में शलख लें | क्जससे कक
exam time में आपको revision में कुछ problem ना हो |
Mains एनजाम में क्जिना हो सके answer शलखने की प्रैक्तटस करें , खब मेहनि करें , ववश्वास
रखें कक ये मेहनि एक ददन िल लाएगी|
ननबंि में अच्छा कंटें ट शलखने के शलए एक दहंद एवं एक english अख़बार का editorial daily
basis पर पढ़ने की आदि बनाएं | Editorial आप mobile पर भी पढ़ सकिे हैँ |
RJS बनने के बाद तया कुछ ऐसे बदलाव आप समाज में लाने के प्रयास आप करना िाहें गे,
यदद हाूँ िो वो तया हैँ ?
इस पद पर रहिे हुए मझ
ु े क्जिनी opportunity शमलेगी उसमें मैं मदहलाओं के अधिकारों एवं
दहि में कायथ करने का प्रयास करुूँ गी| समाज के साथ मेरे कायाथलय में ईमानदार से कायथ हो,
ककसी के प्रनि अन्याय ना हो, कोई बेवजह प्रिाड़ड़ि नह ं हो, इस ददशा में अवश्य कायथ करुूँ गी |
WEBSITE- nayigoonj.com
नयी गूँज
Email address - goonjnayi@gmail.com
WHATSAPP NO. 91-9785837924 36
NAYI GOONJ – SHODH, SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY)
MAGAZINE
CPC – Takwani
Bare Acts
Being a woman तया आज भी आप मानिी हैँ कक जीवन में संघषथ ज्यादा होिे हैँ या इस
बाि में सामाक्जक क्स्थनि में अपेहक्षि बदलाव आ िक
ु े हैँ ?
बबककुल भारि दे श जो कक एक वपि ृ सत्तात्मक पष्ृ ठभशम रखिा है , मैं मानिी हूँ कक मदहलाओं के
जीवन में ज्यादा संघषथ होिा है | समाज में अपेहक्षि बदलाव िो अभी नह ं आये हैँ परन्िु
िल
ु नात्मक बदलाव बबककुल आये हैँ | मदहलाओं की शशक्षा व आधथथक उन्ननि क़ो, दसरों पर
ननभथरिा क़ो कम करे गी, व उनकी ननणथय लेने की क्षमिा क़ो बढ़ायेगी|
आपका मुख्य सन्दे श सभी ववद्याधथथयों के शलए जो िैयार में लगे हैँ|
पढ़े , खब पढ़े | कुछ समय के शलए सगे, सम्बन्िी, त्यौहार आदद क़ो भलकर मेहनि करें |
अपनी हॉबी क़ो समय दें िाकक frustration से बिें रहें | Discussion के शलए एक – दो
friends का group बनाएं | Quality समय इस group क़ो दें |
WEBSITE- nayigoonj.com
नयी गूँज
Email address - goonjnayi@gmail.com
WHATSAPP NO. 91-9785837924 37
NAYI GOONJ – SHODH, SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY)
MAGAZINE
ज़ब मेरा selection NLSIU, bangluru में हुआ | NLSIU में बबिाया हुआ समय सबसे
यादगार रहा है |
मैं एक छोटे से कस्बे से हूँ , वहां न्यायिीश बनने का सपना दे खना िथा उसको साकार करना
एक िन
ु ौिीपणथ कायथ रहा है |
िन्यवाद
शशवा स्वयं
सम्पादक
नई गूँज
WEBSITE- nayigoonj.com
नयी गूँज
Email address - goonjnayi@gmail.com
WHATSAPP NO. 91-9785837924 38
जनवरी अंक 2023 के लेखक पररचय
डॉ घनश्याम बादल
215, पष्ु परचना, िोपविंद निर
रुड़की
9412903681
Ghansyambadal54@gmail.com
बज
ृ ेश कुमार
Aryabrijeshsahu24@gmail.com
9785837924
पता – जुरेहरा भरतपरु राज. (321023)
डा अददतत भारद्वाज
Flat no-3, plot 15
त्यम तनयर H-block,स द्धार्थनिर
जयपरु राज.
8233567797
Email:- Bharadwaj.aditi5@gmail.com
Drshivadhameja01@gmail.Com
रमेश मनोहरा
शीतला माता िली,
जावरा जजला रतलाम
मध्य प्रदे श 457226
मो न.- 9479662215
Manoharramesh192@gmail