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पाठ – मुझे सोने दो

शब्दार्थ
1. शरारती – शैतान
2. सुस्त - आलसी
3. खराथ टे – सोते समय मुुँह से ननकलने वाली आवाज़
4. बड़बड़ाना – अपने आप से बाते करना

नवलोम शब्द
1. रात x निन
2. मोटा x पतला
3. जल्दी x धीरे
4. ज़मीन x आसमान
5. खुश x उिास

पयाथ यवाची शब्द


1.बच्चा – बालक, बाल

2. रात - रानि, ननशा

3. घर - भवन, आलय
4. माुँ – माता , जननी

नलिंग बिलो
1. िािा - िािी
2. नाना - नानी
3. ताऊ – ताई
4. चाचा - चाची
5. मामा - मामी
6. मौसा - मौसी

का, की और के नलखकर वाक्य पूरे कीनजए-


क) सात साल का सौरभ बहुत शरारती र्ा |
ख) रात की मीठी नीिंि हमारे नलए बहुत ज़रूरी है |
ग) आगे की बात नाना जी ने कान में बताई|
घ) नबल्ली सौरभ के कमरे में चली गई|

लघु प्रश्न –उत्तर


प्रश्न 1. सौरभ के माता- नपता सौरभ को क्या समझाते र्े?
उत्तर. समय पर सोने के नलए |
प्रश्न2.सौरभ पूरी रात क्योिं नही सो पाया?
उत्तर. नबल्ली के कारण |

प्रश्न .3 माता- नपता की बात मानना क्योिं जरूरी है ?


उत्तर . अच्छा व्यक्ति बनने के नलए|

प्रश्न उत्तर
प्रश्न .1 सौरभ कमरे में गया, तो उसने वहाुँ क्या िे खा?
उत्तर. सौरभ कमरे में गया तो उसने वहाुँ िे खा ,नक नबल्ली
उसके पलिंग पर सोई हुई है |

प्रश्न .2 माुँ के कहते ही सौरभ कमरे में क्योिं िौड़ता हुआ


गया?
उत्तर. माुँ के कहते ही सौरभ कमरे में इसनलए िौड़ता हुआ
गया, क्योनक वह अपने पलिंग पर सोना चाहता र्ा |

नकसने कहा
1. “तुम इसे ले जाओ”|
क) नपता जी ने
ख) नाना जी ने √
ग) नानी जी ने
2. “ नबल्ली मुझे परे शान मत करो|”
क) माता जी ने
ख) सौरभ ने

ग) नपता जी ने

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