You are on page 1of 17

JOHNSON GRAMMAR SCHOOL, ICSE & ISC

Mallapur, Hyderabad-76.
Class-7 2nd Language Hindi
QN/HS

पाठ-14 सच्चा तीर्थयात्री

अवतरण : चलते –चलते ------ओर चलें।


प्रश्न 1)गााँ व की दशा कैसी थी ?
उत्तर-गााँ व की दशा बहुत बुरी थी।गााँ व में अकाल पड़ गया
था।गााँ व के लोग भूखे मर रहे थे।एक स्त्री भूमम पर मरणासन्न
अवस्था में पड़ी थी।
प्रश्न 2) एमलशा ने भूखोों की सहायता कैसे की?
उत्तर-एमलशा ने अपना थैला खोला और उसमें से रोटी का एक
टु कड़ा लड़के को मदया।स्त्री और पुरुष को दो-दो रोमटयााँ दी
तथा उन्हे कुएाँ से पानी लाकर मपलाया।सवेरा होते ही उसने घर
की सफ़ाई की ,चूल्हा जलाकर भोजन पकाया दू ध के मलए एक
गाय तथा खेत जोतने के मलए एक घोड़ा खरीदा अगली फसल
तक के मलए उनके मलए
अनाज खरीदकर रख मदया।
प्रश्न 3)एफीम झोपड़ी के बाहर क्ोों बैठा था?
उत्तर- झोपड़ी में से दु गंध आ रही थी और एक स्त्री मरणासन्न
अवस्था में थी इसमलए एफीम झोपड़ी के बाहर
बैठा था।
प्रश्न4)एमलशा एफीम के साथ यरुशलम क्ोों नहीों गया?
उत्तर- एमलशा एफीम के साथ यरुशलम इसमलए नहीों गया
क्ोोंमक गााँ व के लोग अकाल पड़ने के कारण बुरी दशा में थे
और एमलशा गााँव के लोगोों को बुरी दशा में
छोड़कर नहीों जाना चाहता था ।
मलखखत प्रश्नोत्तर
प्रश्न1)एमलशा और एफीम कहााँ की तीथथ यात्रा पर जाना चाहते थे
और क्ोों?
उत्तर-एमलशा और एफीम बहुत पहले साथ –साथ यरुशलम
की तीथथ यात्रा पर जाना चाहते थे क्ोोंमक उन्होने साथ ममलकर
तीथथ यात्रा पर जाने की प्रमतज्ञा की थी।दोनोों बहुत घमनष्ठ ममत्र थे।
प्रश्न 2) एमलशा अपने पररवार का पेट कैसे पालता था?
उत्तर- एमलशा मधुमखियााँ पालकर अपने पररवार का पेट
पालता था ।
प्रश्न 3)यात्रा से पहले दोनोों ने क्ा तैयाररयााँ की थी और क्ोों?
उत्तर –यात्रा से पहले एफीम ने अपने साथ बहुत –सा धन मलया
और बेटे को अपने काम के बारे में भी समझाया ।एमलशा ने
उतना ही धन मलया था मजतना आवश्यक था । दोनोों ने तैयाररयााँ
इसमलए की थी क्ोोंमक तीथथस्थल बहुत दू र था और वहााँ काफी
समय लग सकता था ।
प्रश्न 4)एफीम ने यरुशलम के मगरजाघर में क्ा दे खा और क्ोों
?
उत्तर- एफीम ने यरुशलम के मगरजाघर में छत्तीस दीपकोों की
दीपमाला के पीछे एमलशा को खड़े दे खा एमलशा
के अच्छे कमों के कारण उसकी आत्मा भगवान तक पहुाँ च
गई थी ।
प्रश्न 4)”सच्चा तीथथयात्री” कहानी का उद्दे श्य क्ा है ?
उत्तर -प्रस्तुत कहानी का नाम सच्चा तीथथयात्री है इस कहानी का
प्रमुख उद्दे श्य यह बताना है मक अगर मनुष्य
का मन अच्छा है और उसमें दया का भाव है तो मबना
तीथथ यात्रा पर गए भी उसे भगवान के दशथन हो सकते है ।

वाक् प्रयोग(छात्र स्वयों मलखेंगे) -1)तीथथ यात्रा 2)गााँ व


3)धन 4)मन

पाठ का व्याकरण

• निम्ननिखित शब्दों के नििदम शब् निखिए


1. धनवान - मनधथन
2. अमतवृमि - अनावृमि
3. उदास - प्रसन्न
4. शाों मत - अशाों मत
5. दयालु - मनदथ यी
6. भीतरी - बाहरी
• नीचे मलखे वाक्ोों में सवथनाम रे खाों मकत कर
भेद मलखखए।

1) वे बड़े घमनष्ठ ममत्र थे।- सों बोंधवाचक सवथनाम


2) क्ोों ममत्र हम अपनी प्रमतज्ञा कब पू री करें गे ? -
प्रश्नवाचक सवथनाम
3) मैं स्वयों ही यह काम कर लूाँगा।
-मनजवाचक सवथनाम /पु रुषवाचक सवथनाम
4) उस झोपड़ी में कोई है । - अमनश्चयवाचक सवथनाम
5) वहााँ कोई था। - अमनश्चयवाचक सवथनाम
6) मजसके पास शखि होती है वही सफल होता है । -
मनश्चयवाचक सवथनाम
• मनम्नमलखखत शब्ोों में मदए उपसगों में से उमचत
उपसगथ जोड़कर नए शब् बनाइए

• अ / स / दु र / प्रमत
प्रसन्न-- अप्रसन्न

गोंध- दु गंध

एक- प्रत्येक

मनमश्चत- अमनमश्चत

कुशल- सकुशल
चेिा - सचेिा

Extra Grammar
• प्रस्ताव
• मचत्र वणथन
प्रस्तुत मचत्र में गााँ व का दृश्य मदखाई दे रहा है । इस मचत्र में एक
स्त्री अपने हाथ में गाय को खखलाने के मलए गाय का चारा अपने
हाथ में पकड़े हुई है । यहााँ एक कुत्ता खड़ा है । एक छोटा बच्चा
गाय के साथ खेल रहा है । एक छोटी बच्ची अपनी मााँ की मदद
कर रही है ।यहााँ कुछ ही दू री पर मकसान अपने कायथ में व्यस्त है
।यहााँ एक पेड़ भी मदखाई दे रहा है जो हरा –भरा है ।
गााँ व के लोग बहुत पररश्रमी होते है ।गााँ व के लोग सूयोदय होने
से पहले ही उठ जाते हैं । मकसान अपने खेतोों में खेती करने चले
जाते हैं ।गााँ व के लोग ज़्यादा पढ़े मलखे नहीों होते हैं ।
गााँ वोों में शाों मत होती है ।गााँ वोों में प्रदू षण कम होता है ।
यहााँ का वातावरण शुद्ध होता है । हमें गााँ वोों को नि होने से
बचाना चामहए । सरकार भी गााँ वोों को आमथथक रूप से सहायता
करती है ।हमें भी इनकी सहायता करनी चामहए ।गााँ वोों में मुफ़त
मशक्षा दे नी चामहए और गााँ वोों के मवकास के मवषय में सोचना
चामहए ।

• िाक्य पररितथि

(1लड़का खेल रहा है ।(मलोंग बदमलए)


उत्तरलड़की खे ल रही है । -

(2बच्चा पढ़ रहा है । (वचन बदमलए)

उत्तरबच्चे पढ़ रहे हैं ।-

(3बाररश पड़ रही है ।(तकाल में बदमलएूभ)


उत्तर बाररश पड़ रही थी । -

(4बस आ रही थी ।)वत्तथमान काल में बदमलए )

उत्तरबस आ रही है ।-

(5मैंने वहााँ नहीों जाना ।)वाक् शु द्ध कीमजए )

उत्तरमुझे वहााँ नहीों जाना ।-

अपमठत गद्ाों श) Pg-36)


प्रश्नोत्तर
1 नावे कहााँ पर खस्थत है (?
उत्तर– नावे यूरोप के उत्तरी छोर पर खस्थत है ।नावे एक छोटा -सा दे श
है ।जो बफथ से हमे शा ढका रहता है ।यहााँ कड़ाके की ठों ड पड़ती है ।
2)लेखक ने पानी के जहाज से यात्रा करने के दौरान क्ा दे खा?
उत्तर – लेखक ने यह दे खा मक जहाज बहुत बड़ा था । सैकड़ोों लोग
एक साथ यात्रा कर रहे थे ।
(3जहाज की यात्रा करने कहााँ –कहााँ से लोग आए हुए थे ?
उत्तर जहाज की यात्रा करने कुछ लोग जमथन से तो कुछ लोग फ्ाों स-
और अमेररका से आए हुए थे । सभी यामत्रयोों में मसफथ लेखक भारतीय

(4ध्रुवीय प्रदे श का वातावरण कैसा होता है ?


उत्तर –ध्रुव प्रदे श बहुत ठों डी जगह होती है ।पहाड़ोों पर बफ़थ ही बफ़थ
रहती है और कड़ाके की सरदी पड़ती है ।मजससे हाथ-पााँ व जमने लगते
हैं ।
(5ध्रुव प्रदे श की मवमचत्र और चौोंकने वाली बात क्ा है ?
उत्तर –ध्रुव प्रदे श की मवमचत्र बात यह है मक यहााँ छह महीने का मदन
और छह महीने की रात होती है । चौोंकने वाली बात यह है मक लोग
ऐसे वातावरण में भी अपने कायथ समय पर करते हैं ।
पाठ- 20 चिें गााँि की ओर
I. अितरण
चलें गााँ व........तुल्य बना है ।
प्र1) गााँ व में झोपड़े मकस ओर झुके हुए होते हैं तथा वे मकस बात का सोंकेत दे ते
हैं ?
उ1) गााँ व में झोपड़े धरती की ओर झुके होते हैं .इन्हे दे खकर धरती प्रणाम कर
रहें हो।

प्र2) गााँ व के लोग रुखा-सूखा खाकर भी सोंतुि क्ोों रहते हैं ?


उ२) गााँ व के लोग मानमसक मचोंता से दू र रहते हैं । उन्हें मकसी चीज़ का लालच
नहीों होता। वे अपने पररश्रम पर मवश्वास करते हैं और उनके घर का खाना प्रेम से
भरा होता है । इसमलए वे लोग रुखा-सूखा खाकर भी सोंतुि रहते हैं ।

प्र3)रुखा-सूखा भोजन मकसानोों के मलए अमृत के सामान क्ोों है ?


उ) थका हुआ मकसान जब शाम को अपने घर लौटता है , तब वह अपन पररवार
के साथ ममलकर जो भोजन करता है । वह भोजन स्नेह से भरा होता है । उसे
खाकर मकसान की सारी थकावट दू र हो जाती है । इसमलए इस भोजन को अमृत
के सामान माना जाता है ।

प्र3) गााँ व के खेतोों में रक्षक कौन है तथा उनके नीचे कौन क्ा कर रहे है ?
उ3) गााँ व के खेतोों में रक्षक पेड़ोों को कहा गया है । उनके नीचे गााँ व के छोटे -छोटे
बच्चे अपनी मस्ती में खेल रहे हैं । उन बच्चोों को मकसी भी प्रकार की कोई मचोंता
नहीों है । वे बच्चे प्रकृमत का आनोंद ले रहे हैं ।
II. निखित- प्रश्नदत्तर

प्र1) कमव गााँ व की ओर चलने के मलए क्ोों कह रहे हैं ?


उ1) वास्तमवक जीवन और शाों मत गााँ वोों में ही होती है । जहााँ प्रकृमत सौोंदयथ से भरी
होती है । जहााँ वातावरण प्रदू षण रमहत होता है । यहााँ के लोग मानमसक तनाव से
दू र और सोंतोषी होते हैं । इसमलए कमव सबका ध्यान गााँ व की ओर आकमषथत करते
हुए गााँ व की ओर आकमषथत करते हुए गााँ व की ओर चलने के मलए कह रहे हैं ।

प्र2) पेड़ोों को प्रहरी जैसा क्ोों कहा गया है ?


उ2) मजस प्रकार एक पहरे दार दे श की रक्षा करता है उसी प्रकार पेड़ धूप, वषाथ
और शीट से मनरों तर हमारी रक्षा करते हैं । इसमलए पेड़ोों को प्रहरी जैसा कहा गया
है ।

प्र3) कमव के अनुसार भारत माता का मनवास गााँ वोों में ही है , क्ोोंमक वहााँ भारतीय
सोंस्कृमत और परों परा का वास्तमवक रूप मदखाई दे ता है । जहााँ प्रकृमत की सुन्दर
छटा, जहााँ शाों मत और सुख का वातावरण है वहााँ के लोगोों में मानवता का वास है ।

प्र4) कमवता के आधार पर गााँ व के प्राकृमतक सौोंदयथ का वणथन कीमजये।


उ4) गााँ व में हर जगह खेत लहराते हैं । जहााँ मेंड़ोों पर गेहों ,चना, मटर का भार
लेकर वे मबरहा गाते है । खेतोों के बीचे-बीचे में बड़े -बड़े प्रहरी जैसे वृक्ष खड़े हैं ।
गााँ व में झोपड़े धरती से झुके रहे हैं । सारे बच्चे अपने मस्ती में पेड़ के नीचे खेलते
हैं । जहााँ कमर पर बोररयााँ मटकी लेकर लचक के साथ चलती है और जब वह
मकसी गुरुजन को दे खती है तब वह शमाथ कर रुक जाती है ।

III. िाक्य प्रयदग ( छात्र स्वयों नििेंगे )


1) कमट
2) गगररया
3) गुरुजन
4 ) मानवता
5) भारतीय
6) सोंस्कृमत
पाठ का व्याकरण
----********----
JOHNSON GRAMMAR SCHOOL, ICSE & ISC
Mallapur, Hyderabad-76
Class-7 Hindi-2nd Language
Worksheet -पाठ –14.सच्चा िीर्थयात्री

I. नीचे दिए गए शब्दों के अर्थ दिखिए ।

1.प्रदिज्ञा - ____ 2.प्रदिदिन - _____

3.िीपमािा - _____ 4.अनावृदि -_____

II. नीचे दिए शब्दों में उदचि उपसगथ जदड़कर नए शब् बनाइए ।

1. प्रसन्न - ____________
2. कुशि - ____________
3. एक - ______________
4. गोंध - ______________

III. दनम्नदिखिि शब्दों के दविदम शब् दिखिए ।

1. उिास x _________ 2. शाोंदि x _________


3. अनावृदि x _________ 4.भीिरी x _________
IV. िािी जगह भररए ।
1. मानव - सेवा ही सच्ची _________ है ।
2. उसके ________ समाप्त हद चुके र्े ।
3. उस गााँव में ___________ से त्रादह-त्रादह मची हुई र्ी ।
4. प्रार्थना करने के समय भी वह ___________ िे ि िेिा ।
JOHNSON GRAMMAR SCHOOL, ICSE & ISC
Mallapur, Hyderabad-76
Class-7 Hindi-2nd Language
Worksheet -पाठ –20. चिें गााँव की ओर

I. नीचे दिए गए शब्दों के अर्थ दिखिए ।

1.कृषक - ____ 2.िरु - _____ 3. गगररया - _____

4. िुल्य - _____ 5. िदष - _______ 6. दनश्छि - _______

II. दनम्नदिखिि शब्दों के िद-िद पयाथयवाची शब् दिखिए ।

1. गाय - 1. ________________ 2. _______________


2. वृक्ष - 1. ________________ 2. _______________
3. कृषक -1. ________________ 2. _______________
4. स्नेह - 1. ________________ 2. _______________

III. दनम्नदिखिि शब्दों के ित्भव शब् दिखिए ।

1. वधू - _________ 2. क्षेत्र - _________ 3. सोंध्या - _________


4. कदि - _________ 5. शुष्क - _________ 6. धूम - _________
IV. िािी जगह भररए ।
1. पेड़ के नीचे बच्चे ___________ रहे हैं ।
2. कदव के अनुसार गााँव ________ सोंस्कृदि का प्रदिदनदधत्व करिे हैं ।
3. कृषक कद __________ भदजन दमििा है ।
4. ‘चिें गााँव की ओर’ कदविा के कदव का नाम _____________ है ।

You might also like