You are on page 1of 3

भीड़ म खोया आदमी - सा ह य सागर

Question.1

" उ म मु
झसे
छोटे
ह, पर अपने
घर म ब च क फ़ौज खड़ी कर ली है
।"

(क) उ म कौन, कससे


छोटा है
? दोन के
नाम बताएँ
और आपस म दोन का या सं
बध
ंहै
?

उ र : उ म लेखक केम बाबूयामलाकांत ले


खक से
छोटे
ह। ले
खक का नाम लीलाधर शमा पवतीय है
और उनकेम
का नाम बाबूयामलाकां
त है
। दोन अ भ म ह।

(ख) कसने
घर म ब च क फ़ौज खड़ी कर ली है
? उसक च र गत वशे
षताएँ
लख।

उ र : ले
खक केम बाबूयामलाकां
त ने
अपने
घर म ब च क एक फौज खड़ी कर ली है

(ग) ब च क फ़ौज सेया ता पय है


? उ ह वह प रवार ब च क फ़ौज' य लगता है
?

उ र : 'ब च क फ़ौज' का अथ हैक ब त बड़ा और अ नयो जत प रवार। उनकेदो लड़केकाफ़ बड़े ह और दो काफ़ छोटे
,
एक बड़ी लड़क क शाद का आयोजन कया है और तीन लड़ कयाँ ब त छोट ह। ले
खक को वह प रवार ‘ब च क फ़ौज'
इस लए लगता हैय क इतना बड़ा प रवार होने
केकारण घर म हर समय कोई-न-कोई सम या खड़ी रहती है

(घ) या उसका प रवार एक सु


खी प रवार है
? कै
से?

उ र : लेखक केम का प रवार सुखी प रवार नह हैय क उसके आमदनी के साधन सी मत ह। बे


टा बे
रोज़गार है
। सभी
सद य को पोषक आहार नह मल पाता। म क प नी दन-भर काम म जु ट रहने के कारण अ सर बीमार रहती है
। बड़े
प रवार म आए दन कोई-न-कोई बीमार रहता है
, जसका इलाज ठ क से
नह हो पाता।

Question. 2

" भाई, नाम तो तु


हारा लख ले
ता ँ
, पर ज द नौकरी पाने
क कोई आशा मत करना।"

(क) यह पं कौन, कससे


कह रहा है
और य कह रहा है
?

उ र : यह पं रोजगार कायालय का अफसर, यामलाकांत बाबूकेबड़े लड़के द नानाथ सेकह रहा है


। द नानाथ रोजगार
कायालय म नौकरी पाने
केलए अपना नाम लखवाने गया था। र ज टर म नाम लखने केबाद अफसर ने साथ म यह भी कह
दया क ज द नौकरी पाने क आशा मत रखना य क उसक यो यता के हजार लोग पहले सेही कायालय म अपना नाम
दज करा चुकेह।

(ख) उसे
नौकरी खोजतेकतने
वष हो गए? उसे
नौकरी य नह मल रही?

उ र : द नानाथ को नौकरी खोजते दो वष हो गए थे


। उसे
नौकरी इस लए नह मल पा रही थी, य क उसक यो यता के
हज़ार लोग पहले सेही रोज़गार कायालय म अपना नाम दज करा चुकेह। पहले
उ ह नौकरी मलेगी, फर उसक बारी
आएगी।

(ग) इस पं म ले
खक ने
दे
श क कस सम या क ओर यान आक षत कया है
और कै
से
?

उ र : इस पं म लेखक नेते
ज़ी से बढ़ रही जनसंया के कारण बे
रोज़गारी क सम या क ओर यान आक षत कया है ।
हमारेदे
श म बे
तहाशा जनसंया वृ के कारण बे
रोज़गारी बढ़ती जा रही है
। नौकरी न मलने
के कारण आज के
बेरोज़गार
नवयुवक गलत माग अपनानेलगे ह, यही कारण हैक लोग का जीवन- तर ब त नीचे आ गया है

(घ) इस सम या के
समाधान केलए कोई दो ब लख।

उ र:(i) जनसंया को बे
तहाशा बढ़ने
सेरोकना होगा।

(ii) रोज़गार बढ़ाने


केलए उ ोग-धं
ध म बढ़ौतरी करनी होगी।

Question. 3

" या तु
हारे
पास यही दो कमरे
ह? "

(क) यह पं कसने
, कससे
कही और य कही?

उ र : यह पं ले खक ने अपनेम यामलाकांत सेकही। जब ले


खक अपनेम केववाह म स म लत होने केलए उनके
घर गए तो उ ह ने
देखा क म के छोटे
-से
दो कमर वाले
मकान म सामान भरा पड़ा है
और ब च क भीड़ है
। वहाँ
ले
खक
का दम घुटनेलगा था, इस लए ले
खक नेअपनेम से यह बात कही।

(ख) इस के
उ र म उ ह ने
कौन-सी परे
शानी बताई ?

उ र : म ने लेखक को अपनी बे
बसी केबारे
म बतातेए कहा क वेइस शहर म दो वष से
मकान क तलाश म भटक रहे
ह। पू
रेशहर का च कर काट-काटकर उनकेजूते
भी घस गए ह, परं
तु
कोई अ छा मकान नह मला। अं
त म नराश होकर
थक कर मकान के नाम पर सर छपाने
केलए गली के अं
दर यह मकान लेलया।

(ग) उन दो कमर म कतने


लोग रहते
ह ? उनका ववरण द।

उ र : ले
खक केम यामलाकां त, उनक प नी, यामलाकां त का बड़ा लड़का द नानाथ, यामलाकां
त क बड़ी बेट,
जसका ववाह होनेवाला है
, एक अ य बे
टा सु
मं
त, तीन छोट लड़ कयाँ और दो छोटेलड़के । इस कार उन दो कमर म कु

मलाकर दस लोग रहतेह।

(घ) इस पं सेकस सम या क ओर सं
के
त कया गया है
?

उ र : इस पं म तेजी सेबढ़ रही जनसंया क ओर सं केत है


, जसके कारण सब कार क ज़ रत -रोट , कपड़ा, मकान
आ द क माँ ग म वृ हो रही है
। नौकरी क तलाश म लोग गाँ
व सेशहर म आकर बसने लगे ह। वे
मकान क तलाश म
भटकते रहतेह। मकान क बढ़ती माँ ग केकारण शहर सेर- र कॉलो नयाँबनाई जा रही ह। जनसंया केबढ़ने
केकारण
मकान और खा ा कम हो रहे ह।

Question. 4

" कब से
अ व थ ह? डॉ टर को दखाकर इलाज नह करा रही ह या? "

(क) यह पं कसने
, कससे
कही और य कही?

उ र : यह पं ले
खक ने अपनेम क प नी से कही। जब उनकेम क प नी उनकेलए जलपान ले कर आ को उनका
शरीर ब त कमज़ोर लग रहा था और चे
हरा पीला पड़ चु
का था। वह बीमार लग रही थ , इस लए ले
खक ने
उनकेवा य के
बारे
म पूछा।

(ख) इस के
उ र म उ ह नेकस परे
शानी का उ ले
ख कया?

उ र : म क प नी ने
धीमी-सी मु
कान के
साथ बताया क उनका प रवार इतना बड़ा हैक रोज़ कोई-नकोई बीमार रहता ही
है
। अ पताल म डॉ टर को दखाने
गई थी, परं
तुवहाँ
भी इतनी भीड़ रहती हैक डॉ टर मरीज क सही ढं
ग से
जाँ
च नह कर
पातेऔर उनका इलाज ठ क नह हो पाता। ऐसा लगता हैक सारा शहर ही अ पताल म उमड़ आया है

(ग) बीमार कन कारण से


होता है
? कोई दो कारण बताएँ
। इसकेलए कौन ज़ मे
दार है
?

उ र: कु
पोषण सेतथा गं
दे
और सं
क ण मकान के षत वातावरण के
कारण बीमार होता है
। इसकेलए हमारे
दे

क बढ़ती जनसंया मुय प सेज मेवार है

(घ) बीमा रय से
बचने
केकोई दो उपाय बताएँ

उ र : य द सी मत प रवार हो, व छ जलवायु


हो और खाने
केलए भरपू
र भोजन साम ी हो, तो बीमा रय से
बचा जा
सकता है।

Question. 5

" मु
झे
अपनेम यामलाकां
त को अब इस भीड़ का रह य बताने
क आव यकता नह है
।"

झे
(क) 'मु' श द कसकेलए यु आ है
? उ ह अपनेम को कस भीड़ का रह य बताने
क आव यकता नह है
और य ?

उ र : 'मु
झे
' श द ले
खक केलए यु आ है । इसम 'भीड़' सेता पय जनसंया व फोट से है
, जो क हमारे
दे
श क एक
मुख सम या है। ले
खक को अपनेम को इस ते जी सेबढ़ रही जनसंया के बारे
म बतानेक इस लए ज रत नह है
य क उ ह नेवयं अपनेघर म ब च क बड़ी फौज कर ली है। बड़ेप रवार केकारण उ ह क का सामना करना पड़ता है।
इसी लए लेखक को अपनेम को इस 'भीड़' का रह य बताने क ज़ रत नह है । य क वह वयं इस वपदा को झे
ल रहे
ह।

(ख) यामलाकां
त को अपने
घर म भीड़ के
कारण कन सम या का सामना करना पड़ रहा है
?

उ र : यामलाकांत को अपने घर म भीड़ के


कारण अनेक सम या का सामना करना पड़ रहा है
। उनकेसंसाधन कम होने
केकारण ब च के पालन-पोषण, रहन-सहन, श ा-द ा और वा य क पू री सुव था नह हो पाती। प रणाम व प घर
म कोई-न-कोई बीमार रहता है
, जनका ठ क सेइलाज नह हो पाता।

(ग) 'भीड़' श द से
दे
श क कस सम या क ओर सं
के
त कया गया है
? इस सम या के
कारण कन मुकल का सामना करना
पड़ता है?

उ र : 'भीड़' श द से दे
श क बढ़ती जनसंया क ओर सं केत है
। गरीबी, अ श ा, बे
रोज़गारी कानू
न और व था का
उ लं
घन, ाचार, कु
पोषण, षत वातावरण आ द अनेक मुकल का सामना करना पड़ रहा है । य द समय रहते
इनसे
छु
टकारा न पाया गया, तो मनुय इन सम या म पू
री तरह खो जाएगा।

(घ) 'भीड़' से
पै
दा होने
वाली सम या सेकस कार छु
टकारा मल सकता है
?

उ र : जनसंया को कम करने केलए प रवार को सी मत रखना सबसेमह वपूण कदम है। नर रता को समा त कया
जाए। म हला क थ त म सु धार होना चा हए। प रवार क आ थक थ त म सु
धार कर जीवन तर को ऊपर उठाया जाए।
य द सी मत प रवार हो, व छ जलवायु और वातावरण हो, आ थक थ त अ छ हो, खाने केलए भरपूर भोजन हो, तो
बढ़ती जनसंया को रोकने म मदद मल सकती है ।

You might also like