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जिया की कामुक गाथा

जिया की कामुक गाथा १

फ्रेंड्स

जिया, जिसकी उम्र २३ साल है साथ ही लंबाई ५ फीट ५ इंच तो गोरा रं ग साथ ही कमर पतली तो जुल्फें
लंबी, चिकने जांघो के बीच चूत जिसे मैं साफ सफाई से रखती हूं और बूब्स तो ३२ डी साईज ब्रा ही
संभाल सकती है , मेरे गोल गद्देदार चूतड और उसकी लचक दे ख बूढ़े का भी लन्ड टाईट हो जाए और मैं
पिछले दो साल में दर्जनों लौंडे के साथ हमबिस्तर हुई लेकिन किसी से कोई भावनात्मक लगाव नहीं,
जिसको भी जिस्म दी एक उचित मूल्य पर और मेरे चाचा हों या भाई के अलावा सबसे मैं कॉल गर्ल की
तरह पेश आती हूं, एक तो मस्ती उस पर से महं गे महं गे गिफ्ट और पैसे भी लेकिन मैं ऐसे ही लोगों के
साथ हमबिस्तर होती हूं जिसका ताल्लुक ना तो मेरे घर से हो और ना हीं मेरे मुहल्ले से हो। मेरे दो
मौसी हैं और बड़ी वाली मौसी का लड़का इलाहाबाद में ही नौकरी करता है तो कभी कभार विनय घर पर
आता है और हम सबों से मल
ु ाकात कर चला जाता है , एक शनिवार वो शाम को आया तो संयोग से घर
में मैं अकेली थी, मां किसी रिश्तेदार के यहां घूमने गई थी तो पापा गांव गए हुए थे वो भी भाई के साथ
तो घर में मां बेटी अकेले थे और मैं बालकनी में बैठकर चाय पी रही थी जब विनय भैया पहुंचे, २५ साल
के होंगे तो लंबाई ६ फीट के आसपास साथ ही दे खने में स्मार्ट और वो बाईक लगाकर ज्योंहि बालकनी
में आए, मैं उठकर खड़ी हुई फिर चाय का प्याला टे बल पर रख उनके चरण स्पर्श के लिए झुकी तो भैया
मेरे बाल सहलाए ” खुश रहो जिया

( वो कुर्सी पर बैठे तो मैं उनके सामने खड़ी थी और उनकी नजर मेरे नग्न पैर से लेकर बूब्स तक जाती
) क्या चाय बनाऊं या कॉफी

( वो बोले ) कुछ भी नहीं, मौसी अंदर हैं क्या


( मैं उनको बोली ) हां अंदर हैं ” और वो वहीं पर जत
ू े खोल अंदर घस
ु े तो मैं आराम से कुर्सी पर बैठी,
टांग पर टांग चढ़ाए बैठी ताकि मेरे मोटे चिकने जांघ का नग्न रूप भी वो दे ख सकें, कुछ दे र में बाहर
आए और बोले ” तुम तो एक नंबर की शैतान हो, मौसी तो नहीं हैं

( मैं कुछ बोलती उसके पहले ही भैया मेरे कान पकड़ ऐंठ दिए ) आउच दख
ु ता है ” और तभी प्रतिरोध में
मेरा हाथ उनके लन्ड के उभार पर चला गया, उनके जिंस पर से ही लन्ड के उभार को पकड़ दबा दी तो
भैया अचंभित हो गए लेकिन झट से अपना हाथ हटाकर मैं अंदर भागी, शायद शर्म से मैं पानी पानी हो
रही थी या फिर डर से की आखिर मैनें ऐसा क्यों किया और मैं सीधे अपने रूम जाकर बेड पर लेट गई
और तभी भैया रूम के अंदर आए और मझ
ु े दे ख मेरे नग्न जांघो सहित चचि
ु यों के उभार को दे खने लगे
तो मेरी जैसी बेशर्म लड़की उनकी निगाहों को भांपते हुए आराम से स्कर्ट को कमर तक कर दी और ब्लू
रं ग की पें टी को सहलाते हुए पूछी ” क्यों विनय भैया और कुछ दे खेंगे

( वो तो बेझिझक अपने जिंस के जिप को खोल लन्ड को बाहर किया ) यही पकड़ना था ना लो दे खो तुम
तो कुछ दिखाई ही नहीं ” और उनका लंबा मोटा लन्ड दे ख मंह
ु में पानी आ गया और मैं बोली ” उतनी
भी बेशर्म नही की खुद से सब दिखा दं ू समझे ” और विनय तो मौका का फायदा उठाते हुए झट से
अपना कपड़ा खोल दिया, साले की चौड़ी छाती और मोटी बाहें सब दे ख बुर खुजलाने लगी और मैं उनको
नंगा दे ख ओंठ पर जीभ फेरने लगी ” कहीं आपकी मौसी आ गई ना तब

( वो बेड पर आ गए ) साली अब समझा की तेरी बदन क्यों इतनी भरी पूरी लगती है ” और वो मुझे
दबोचते इससे पहले ही मैं बेड पर से उठकर रूम के बाहर चली गई।

मैं तो कामुक हो चुकी थी लेकिन नखड़े किए बिना सब कुछ दे दे ना भी ठीक नहीं, दे खी की भैया दरवाजा
बंद कर चक
ु े हैं और मैं डाइनिंग हॉल में ही थी की भैया नंगे ही मेरी ओर आने लगे, मैं तो सोफा पर बैठ
गई और नजरें झुकाए बोली ” दस मिनट में आपकी मौसी आने वाली है
( वो मेरे सामने खड़े थे तो उनका लन्ड मेरे मुंह के सामने था ) तो क्या हुआ जिया कम से कम चूस तो
दो ” तो मैं उनके लन्ड को पकड़ सहलाने लगी फिर उठकर खड़ी हुई और विनय तो मेरे बब्ू स को पकड़
दबाने लगा साथ ही मेरे स्कर्ट को कमर से नीचे कर मुझे नंगा करने लगा, मैं अब विनय के सामने टॉप्स
उतार नंगी हो गई तो भैया मेरे पें टी के हुक खोल बरु को सहलाना चाहे लेकिन मैं जांघें सटाए खड़ी थी
और अब दो जवान भाई बहन एक दस
ू रे से लिपटे चुम्बन क्रिया करने लगे। मैं उनके चेहरे को चूमते हुए
उनकी छाती से चघि
ु यों को रगड़ने लगी तो मेरे नाभी से उनका लन्ड टकरा रहा था और फिर विनय मेरे
गर्दन में हाथ डाले ओंठ चूमने लगा तो मैं मुंह फेरना चाही लेकिन दब
ु ारा वो ओंठ चूमने लगे तो मैं उनके
ओंठ पर ओंठ रख खड़ी रही, मेरे चूतड को सहलाते हुए भैया मेरी जांघो के बीच हाथ लगाए सही में मर्द
जात को तो सिर्फ बरु ही सझ
ु ती है और मैं कामक
ु ता वश उनके मंह
ु में ओंठ डालकर चस्
ु वाने लगी तो
विनय मेरी बुर को उं गली से रगड़ते हुए ओंठ का रसपान करने लगा, मुफ्त में साला मुझे चोदे गा इससे
अच्छा है कि भैया से भी डील कर ही लूं और ज्योंहि वो ओंठ छोड़े, मैं उनके कंधे पर सर रख बोली ”
विनय भले ही मजाक मजाक में ये घिनौना खेल शरू
ु हुआ लेकिन

( वो मेरे पीठ सहलाने लगा ) लेकिन क्या बेबी

( मैं उनसे नज़रें मिलाने लगी ) यही की रिश्ता गया चूल्हा में और मेरा रे ट ५ हजार का है

( विनय अचंभित होकर मुझे दे खने लगा ) ओह तो मस्ती के साथ कमाई, कोई नही खुश कर दे गी तो दस
दं ग
ू ा

( मैं विनय के लन्ड को पकड़ सहलाने लगी ) रात यहीं रुक जाओ फिर मां अपने रूम में और तू मेरे साथ
” इतना कहकर मैं उसके सामने घुटने के बल हो गई फिर लन्ड को पकड़ चूमना शुरु की तो विनय मेरे
बाल सहलाने लगा, उसके भूरे रं ग के सुपाड़ा को ओंठो के बीच लेकर चूसते हुए मस्त थी की विनय मेरे
बाल कसकर पकड़े मंह
ु में लन्ड घस
ु ाने लगा और मैं भी परू ा मंह
ु खोल उसका लन्ड अंदर ली फिर किसी
रण्डी की तरह उसके कमर में हाथ डाले मुंह का झटका दे ते हुए मुखमैथुन करने लगी तो विनय आहें भर
रहा था ” आह ओह मजा आ गया आज रात तुझे चोद चोदकर ठं डा कर दं ग
ू ा ” मैं कुछ दे र बाद लन्ड
मुंह से निकाल दी और बोली ” मेरी बुर कोई मच्छी बाजार नहीं समझे सिर्फ दो बार और गांड़ तो
बिलकुल नहीं दं ग
ू ी

( विनय बोला ) अबे साली रण्डी चाट तो सही दस


ू री रण्डी के पास जाकर खर्च करने से बेहतर है की तझ
ु े
ही मजा दं ू ” ये भी साला रं डीबाजी करता है , थोड़ी दे र तो विनय के लन्ड को जीभ से चाट ली फिर सीधे
होकर उसके छाती सहलाने लगी।

विनय मेरे गोल गद्देदार गांड़ सहलाता हुआ ओंठ चूमने लगा फिर मुझे सोफा पर बैठने को बोला और मेरे
बगल मे बैठकर मेरे चूची पर मुंह लगाया, अब चूची चूसता हुआ मेरे जांघ सहलाने लगा तो मैं खुद ही
जांघो को फैलाई और उसके हाथ पकड़ बुर पर लगा दी, बुर पर छोटे छोटे रोएं उग आए थे तो विनय मेरी
छाती से लगे चूची चूसने में मस्त था और मैं उसके खड़े लन्ड को पकड़ सहलाने लगी ” उह ओह अब
छोड़ो ना दस
ू री वाली चस
ू ो

( वो बरु में उं गली घुसाया और चूची मुंह से निकाल बोला ) डार्लिंग तुम पैसे पर इतने खूबसरू त जिस्म को
बेचती हो

( मैं उसके गाल सहलाई ) तू मेरे पर्सनल लाइफ में दखलंदाजी मत कर, आराम से मजे ले ” फिर विनय
मझ
ु े गोद में उठाए बेड पर ले आया तो मैं लेटी रही और वो मेरे छाती के ऊपर चेहरा किए दस
ू रे बब्ू स
को मुंह में भर चूसने लगा तो मेरी चूत अब खुजली से परे शान थी, कुछ दे र तक चूची चूसा फिर मेरे
सपाट पेट से लेकर कमर तक को ही चूमने लगा तो मैं कामाग्नि में सुलगती रही और पल भर बाद मेरी
बरु से रस चन
ु े लगा तो मेरे मोटे चिकने जांघ को चम
ू ता हुआ विनय मझ
ु े तप्ृ त कर रहा था। वो मेरी बरु
पर ओंठ रख चुम्बन दे ने लगा तो उससे रस निकल रहे थे ” ओह तेरी बरु तो बहुत जल्द ही रसीली हो
गई

( मैं बोली ) तो फिर दे र मत कर उसे चाट ले ” और उसकी जीभ मेरे दरार में घूमने लगी तो मैं खुद
उं गलियों की मदद से बरु को फैलाई, विनय का जीभ बरु को चाटे जा रहा था तो उसके हाथ मेरे कोमल
स्तन को दबाने में लगीं हुई थी और मैं सिसकने लगी ” उह उफ आह विनय अब बुर को छोड़ो ना प्लीज
उसमें पेलकर ठं डा कर दो ” वो जीभ निकाल वाशरूम चला गया, में बेड पर लेटी हुई थी और तभी मझ
ु े
मोबाइल की घंटी सुनाई दी तो मैं नंगे ही डाइनिंग हाल गई फिर कॉल रिशिभ की ” हां मम्मी जी

( मां बोली ) आने में थोड़ी दे र होगी

( मैं बोली ) विनय भैया अभी आए हैं इसलिए तुम्हें मेरी चिंता करने की जरूरत नही ” और फिर मां
विनय से भी बात की, उन्हें क्या पता की भाई और बहन काम क्रिया में लिप्त हैं।

विनय अब मेरी गांड़ के नीचे तकिया लगाए फिर बुर को उं गली से फैलाकर जीभ से चाटने लगे तो मैं
बोली ” लगता है तझ
ु े अपने बहन की चत
ू पसंद है , चाटो चोदे गा कोई और

( भैया मेरे बरु से जीभ निकाले ) लेकिन बिना प्रोटे क्शन के चुदाई

( मैं बोली ) साल भर से कॉल गर्ल का धंधा करती हूं, अभी एक दवाई अंदर घुसाकर आपको चोदने दे ती हूं
” और मैं उठकर अपने वार्डरोब से टुडे पिल्स निकाली फिर उसे थमाई तो भैया दवाई को दे खने लगे और
मेरी बरु को फैलाए उसमें दवाई घस
ु ाने लगे, दवाई जब बरु में चला गया तो मैं बोली ” २-३ मिनट इंतजार
कीजिए, दवाई का असर होते ही आप शुरू हो जाइयेगा ” विनय मेरे चेहरे को चूमता हुआ चूची दबाने
लगा, चूची दबा दबाकर लहर पैदा कर चुका था फिर भी मर्द जात अगर लड़की के चूत, चूची और चूतड के
साथ ना खेले तो क्या करे गा, और वो छाती को चम
ू ता हुआ मेरे चिकने बदन पर चम्
ु मा दे ते हुए नीचे
फिसल रहा था और मेरी बुर की गर्मी से दवाई पिघलकर उसे चिपचिपा बना चुका था, अब तो विनय के
मुसल लन्ड से चुदवाना था और मेरी मां भी दे र से ही आती इसलिए निश्चिंत होकर चुदाई का आनंद
लेना था और फिर विनय मेरे जिस्म को चूमना छोड़ दिया और मेरी जांघो को पूरी तरह से फैलाकर लन्ड
पकड़े बैठा तो मेरी चूतड तकिया के कारण थोड़ी ऊपर थी और विनय अपने लन्ड का सुपाड़ा बुर में
घुसाकर लन्ड को अंदर चांपने लगा, स्वर्ग सी अनुभूति मिलती थी चुदवाने में और मैं तो शादी के पहले
ही दर्जनों से चुदवाने के बाद सुहागसेज पर लेटती, इसलिए अपने गांड़ का सील नहीं तुड़वाई थी और
उसका आधा लन्ड तो आराम से निगल ली लेकिन उसके आगे का तंग रास्ता, विनय सब्र खोकर मेरी बरु
में जोर का धक्का मारा और मैं चिल्ला पड़ी ” उई मां फाड़ दिया, आने कुत्ते निकाल अपना लन्ड इतना
मोटा

( विनय मेरे ऊपर सवार हुआ और धकाधक चद


ु ाई करने लगा ) बेबी तम
ु तो रण्डी हो फिर क्यों दर्द ” मैं
चुप रही और उससे चुदवाने में लीन थी, उसके ओंठ को चूमते हुए अब चूतड उछालना शुरू की, मेरे बुर
का तंग रास्ता खुल चुका था तो विनय का लन्ड गपागप अंदर बाहर हो रहा था और उसे बदन पर
लिटाए मैं चत
ू ड उछाल उछाल कर चद
ु ाने में मस्त थी तो भाई बहन का रिश्ता शर्मशार हो चक
ु ा था।
विनय अब बरु चोदते हुए मेरे ऊपर सवार था तो उसके कसरती बदन के नीचे लेटकर मेरा बुरा हाल था,
बुर तो साली लन्ड का रगड़ा खा खाकर गर्म हो चुकी थी लेकिन मैं अब चूतड उछालना बंद कर स्थिर से
चद
ु ाने में लीन थी और विनय मेरी बरु में लन्ड को पेलते हुए गाल और ओंठ चम
ू रहा था तो मैं उसके
पीठ पर नाखून गड़ाते हुए सिसक रही थी ” उफ क्या मस्त लौड़ा है बिलकुल ही गधे सा मोटा चोद साले
तेरी मैं रखैल बनकर जिऊंगी ” और फिर विनय मेरे जिस्म पर से उतरकर वाशरूम चला गया… to be
continued.

जिया की कामुक गाथा : भाग २

फ्रेंड्स

जिया अपने मौसेरे भाई विनय के साथ हमबिस्तर हो चुकी थी तो मझ


ु े उनके मोटे लम्बे लन्ड से चुदाने
में बेहद मजा आ रहा था, बिस्तर पर लेटे हुए इस सोच में थी की कैसे सेक्स को और मजेदार बनाया
जाए, एक तरफ मेरी बरु ५-६ मिनटों से लन्ड का धक्का सह सहकर अग्नि कंु ड बन चुकी थी तो विनय
का लन्ड अब बरु में खंजर की तरह चुभने लगा, मैं नंगे उठकर डाइनिंग हॉल गई फिर बटर की टिकिया
लेते हुए रूम आई तो विनय बेड पर बैठा हुआ था, मझ
ु े दे ख मस्
ु कुराया ” वाह लगता है बेबी का मड
ू बदल
गया

( मैं बोली ) उहुं बस लहर रही है इसलिए थोड़ा इसका यूज कर डालो ” और विनय बटर की टिकिया हाथ
में लिया तो मैं टांगे चिहारे बिस्तर पर लेट गई, विनय मुझसे तकिया मांगा फिर चूतड के नीचे लगाकर
बुर को सहलाने लगा और बटर की टिकिया लेकर बुर के ऊपरी हिस्से में लगाया फिर झुककर मेरी बुर
को जीभ से चाटने लगा तो मैं खुद ही उं गलियों की मदद से बुर फैला दी और विनय उसमें पूरा टिकिया
घुसाया फिर बुर के अंदर ही उसे रगड़ने लगा, बुर की गर्मी को राहत मिल रही थी लेकिन बटर से अंदर
चिकनाहट और चिपचिप भी लग रहा था, अब वो झुककर मेरी योनि मार्ग में जीभ घुमाने लगा तो जिया
आहें भरने लगी ” उह उफ अब जीभ से नहीं लन्ड से चोदो ना ” लेकिन विनय तो बुर का स्वाद वो भी
बटर लगाकर ले रहा था और मेरे कमर से पेट तक को सहला रहा था उसका हाथ पकड़े अपने बब्ू स पर
लगाई फिर वो मसलने लगा, परू े बदन में सिहरन सी हो रही थी तो शारीरिक संबंध बनाते वक्त की
मस्ती का एहसास मुझे पहले से था साथ ही मर्दों को कैसे बिस्तर पर तप्ृ त किया जाए इसका अनुभव
भी था तो मेरी चत
ू में जीभ घस
ु ाए विनय चाटता रहा और मैं आहें भरते हुए ” आह हुआ बस करो मेरी
बुर रसीली हों गई ” बुर से रस झाड़ दी तो भाई बुर से जीभ निकाला फिर मुझे डॉगी स्टाइल में होने को
बोला और मैं अपने घुटनों और कोहनी के बल होकर पीछे दे खी तो विनय अपने घुटनों के बल हुए लन्ड
पकड़े बरु में घस
ु ाया, परू ा लन्ड बरु में घस
ु ाए चोदने लगा तो रसीली चत
ू में लन्ड गपागप अंदर बाहर होने
लगा और फिर मैं अपने गांड़ को हिलाना शुरू की तो विनय मेरे छाती से लगे स्तन को पकड़ दबाए जा
रहा था ” बेबी तुम गजब की सेक्सी और हॉट हो

( मैं चूतड को हिलाते हुए बोली ) तारीफ करने से कोई फायदा नहीं डियर पैसे तो लूंगी

( वो चोदता हुआ हं स दिया ) जरूर रानी बोलोगी तो और भी दोस्त मेरे हैं जोकि कॉल गर्ल के पास जाकर
खुशी पाते हैं

( मैं चुदाते हुए बोली ) ठीक है लेकिन रिश्ते के बारे में मत बताना, सिर्फ मेरा मोबाइल नंबर दे दे ना ताकि
मैं खुद से बातें कर सकंू ” और उसका लन्ड मेरी बुर में रगड़ा दे ते हुए मुझे मस्त कर रहा था, मुझे भी
महीने में तीन चार बार चद
ु ाने की इच्छा होती थी इसलिए मैंने ये रास्ता अपनाया था ताकि मस्ती के
साथ पैसे भी बना सकंू , विनय चोदता हुआ हांफने लगा तो मैं दब
ु ारा चूतड को स्प्रिंग की तरह हिलाने
लगी और मेरी गांड़ के खरबूजे से फांक की लचक दे ख कोई भी मेरा दीवाना बन सकता था और फिर
विनय लन्ड को बरु से निकल लिया तो मैं वाशरूम जाकर छर छर मत
ू ने लगी और फ्रेश होकर बाहर
आई तो विनय बेड पर लेटा हुआ था, उसके टाईट लन्ड दे ख मैं क्या मेरी मां भी चुदवा लेती और मैं
उसके लन्ड के पास बैठकर बोली ” लन्ड पर बैठकर चुदवा लूं
( वो बोला ) साली तझ
ु े जैसे चद
ु वाना हो चद
ु वा ले ” और फिर मैं उसके लन्ड को पकड़ पहले तो उसपर
थूकी फिर सहलाने लगी तो विनय हं सते हुए बोला ” तू अभी से पैसे कमाकर करती क्या है

( मैं उसके लन्ड के ठीक ऊपर चूतड किए बैठी तो जांघों को फैला रखी थी ) क्या करूंगी, अपने बदन को
में टेन रखने और ब्यूटी पार्लर में सजने संवरने में खर्च करती हूं ” तो भाई मेरे कमर को कसकर पकड़ा
और मैं खद
ु लन्ड को पकड़ बरु में घस
ु ाने लगी, बरु तो दो बार रसीला हो चक
ु ा था इसलिए आराम से २/३
लन्ड अंदर ले ली फिर विनय मेरे कमर को कसकर पकड़े नीचे से धक्का दे कर चोदने लगा तो मैं चूतड
ऊपर नीचे करते हुए चुदाने लगी और विनय चोदता हुआ मेरे बूब्स को भी दबाने लगा, साले का गर्म लन्ड
उस पर से मोटा तो यकीनन बरु का हाल खराब हो चक
ु ा था फिर भी चत
ू ड ऊपर नीचे करते हुए कुछ दे र
तक लन्ड का धक्का खाती रही, विनय अब मेरी बाहों को सहलाने लगा तो मैं थोड़ा स्थिर होकर उसके
बदन पर औंध गई और अपने चूतड को आगे पीछे करते हुए चुदाई का आनंद लेने लगी, मेरे स्तन उसके
छाती के ऊपर थे तो विनय मेरे चत
ू ड पर हाथ फेरता हुआ धकाधक चोदने लगा, मैं तो बिलकुल रण्डी की
तरह उसके ऊपर सवार हुए चूत चुदाई करवा रही थी और वो ” उह आह साली इलाहाबाद की सारी रण्डी
तेरे सामने फेल है

( मैं उसके ओंठ चूम ली ) वो समझी लेकिन क्या तेरा लन्ड सुस्त भी पड़ेगा या ” वो चुप रहा लेकिन
उसके लन्ड की गर्मी कहानी बयां कर रही थी, में अपने जिस्म को आगे पीछे करते हुए लन्ड का मजा ले
रही थी लेकिन अब दस मिनट हो चुका था सो वीर्य की चाहत थी और विनय धक्का दे ता हुआ हांफने
लगा ” अब साली तेरी चूत में रस झाड़ूग
ं ा ” तो मैं अपने चूतड को स्थिर कर ली और विनय के धक्के
को सहने लगी, ज्योंहि मझ
ु े बरु में वीर्य स्खलित होने का एहसास हुआ मैं अपने जिस्म को सीधा कर
उसके लन्ड पर बैठी और फिर उठकर उसके लन्ड मुंह में लेकर वीर्य का स्वाद चखने लगी, विनय और
मेरी ये पहली चुदाई थी, अभी साला एक बार ज़रूर चोदे गा फिर रात बीतेगी।

जिया की कामुक गाथा : भाग ३

दोस्तों
पिछले भाग में आपने पढ़ा की कैसे मैं ( जिया ) अपने मौसेरे भाई के साथ हमबिस्तर होकर मजा की और
शाम ७:०० बजे मां घर आई तो विनय तभी पास के मार्के ट गया था, दे र रात साथ में बियर पीना था और
फिर सेक्स का मजा लेना था, वैसे एक बार चुदाई कराकर मेरा हाल खराब हो चुका था तो भी विनय इसी
शर्त पर यहां रात को रुकने को तैयार हुआ था लेकिन घर में मां के रहते ये घिनौना काम करना रिस्की
था फिर भी रात तो सोने के लिए ही बनी है और मेरी जैसी उमड़ती जवानी के लिए जागना जरूरी था,
मां घर आने के बाद रूम गई तो बिस्तर का हाल दे ख मुझसे पूछी ” बिस्तर का हाल तो दे खो तुम कर
क्या रही थी

( मैं बोली ) कॉलेज से आकर आराम कर रही थी तो गस्


ु से में क्यों हो

( मां शक भरी निगाहों से मुझे दे ख बोली ) ठीक है तुम जाओ मैं कपड़ा बदलूंगी ” और मैं रूम से निकल
गई फिर सोचने लगी की मां को पहले से ही शक हो चुका है और ऐसे में रात को दब
ु ारा विनय के साथ
सेक्स करना, मुझे तो डर लग रहा था और मैं झट से विनय को कॉल की ” हां बोल जिया

( मैं बोली ) प्लीज तम


ु नींद कि दवाई लेते आना

( वो ) ओह तम
ु कैसी बातें कर रही हो, वो आराम से सोएगी फिर

( मैं बोली ) ओह जिद्दी मत बनो, लेते आना ” ये कहकर कॉल डिस्कनेक्ट कर दी और फिर किचन आकर
चाय बनाने लगी, फिर मां भी डाइनिंग हाल आई तो मैं दो प्याला चाय लेकर किचन से निकली, उनको
चाय दी फिर बगल के कुर्सी पर बैठकर चाय पीने लगी तो मां मेरी ओर दे ख बोली ” ये विनय कितने दे र
पहले आया था

( मैं बोली ) यही कोई १५ मिनट पहले लेकिन तुम नही थी सो कुछ काम से निकल गया ” मैं आपको
अपनी मां के बारे में बता दं ,ू उनकी उम्र ३८-३९ साल होगी साथ ही बदन थोड़ा फैला हुआ साथ ही हमेशा
ही सज संवर कर रहती है , उनका अफेयर मेरे पापा के दोस्त के साथ भी था तो उनकी बड़ी बड़ी चूचियां
साथ ही गोल गुंबदाकार चूतड दे ख कोई भी उनकी ओर आकर्षित हो सकता था और फिर मेरी मां रे णु ने
चाय का प्याला रख दी, पूछी ” जिया तेरे शादी के लिए पापा लड़के दे ख रहे हैं, उम्र तो तेरी शादी की हो
ही चुकी है फिर भी कोई ऐसा काम मत करना जिसकी वजह से हम लोगों की बदनामी हो ” मैं दिखावटी
गुस्सा करते हुए वहां से उठी फिर अपने रूम जाकर लेट गई, वैसे भी विनय मेरे साथ घंटे भर तक सेक्स
कर मझ
ु े थका दिया था लेकिन मेरी मां तो मेरे पीछे ही पड़ गई थी, रूम आई फिर बत्ती जोकि बंद थी
को ऑन कर बेड पर बैठ गई ” मेरी बातों का बरु ा लगा

( मैं बोली ) सॉरी मॉम मुझे सब समझ है ” और फिर मां के साथ मैं खाना बनाने में लग गई तो मझ
ु े
आत्मग्लानि तो हो रही थी लेकिन उस मस्ती के आगे सब कुछ फीका ही था, थोड़ी दे र बाद विनय भैया
आए फिर मौसी का चरण स्पर्श कर कुर्सी पर बैठे, मां भैया से बात करने लगी ” एक ही शहर में रहकर
महीनों बाद आते हो

( विनय की बातों को मैं सुन रही थी ) ठीक है मौसी गलती हो गई, अब हर रविवार आकर यहीं रुकंू गा
फिर तो आप खश
ु ” मैं किचन से निकली और विनय भैया को दे खते हुए बोली ” आप कपड़े बदल लो
लगता है साथ में कोई कपड़ा नहीं लाए हो

( वो हं स दिया ) है अभी लाता हूं ” फिर विनय बाहर निकला और वापस एक बैग लेकर आया, सीधे गेस्ट
रूम चला गया तो मां बोली ” आज रात तुम मेरे बेडरूम में ही सो जाना

( मैं ) ओह मॉम सो क्या प्रॉब्लम है , मैं अपने रूम में ही रहूंगी ” ।

रात १०:०० बजे मां खाना खाई तो मझ


ु े खाने की इच्छा नहीं थी इसलिए विनय साथ में खाना खा लिए
फिर मां मुझसे बोली ” तुम भी खाना जल्दी ही खा लेना
( मैं ) ठीक है आप निश्चिंत होकर सोइए ” और मैं अपने बेडरूम आई फिर अपने नाईट गाऊन पहनकर
लेट गई, मुझे तो बियर पीने कि इच्छा हो रही थी और तभी मेरे मोबाइल पर व्हाट्सएप मेसेज आया ”
जिया बियर रे फ्रिजरे टर में रखा है पी लेना ” , मैं घ्बड़ा गई की कहीं मां फ्रिज को खोली तो मेरा आज ही
जनाजा निकल जायेगा, रूम से निकल डाइनिंग हॉल गई फिर फ्रिज से बियर की बोतल निकाल सीधे छत
पर चली गई और वहीं बियर की बोतल खोल पीना शुरू की, छत के एक कोने में बने स्टोर रूम में मैं
सिगरे ट की पैकेट छुपा के रखती थी और सिगरे ट पीते हुए बियर पीने लगी। कुछ दे र बाद बियर पीकर
नीचे अपने रूम आई फिर बेड पर लेट विनय को व्हाट्सएप मेसेज की ” तुम रूम में कब आ रहे हो

( वो मेसेज किया ) थोड़ा इंतजार करो, मौसी को गहरी निंद्रा में सोने दो ” और मैं बेड पर ही लेटी रही,
तकरीबन ११:१५ बजे मेरे रूम की दरवाजा खल
ु ी तो विनय अंदर आया फिर दरवाजा बंद कर मेरे पास बेड
पर आकर बैठ गया ” क्यों खाना नहीं खायेगी

( मैं लेटे हुए उसके पें ट पर से ही लन्ड के उभार को पकड़ ली ) इसको ही खाऊंगी क्यों इससे पेट नही
भरे गा ” तो विनय चुप रहा और मेरे नाईट गाऊन की डोरी को खोल मेरे जिस्म से निकाला लेकिन अभी
तो एक ड्रेस और भी था जिससे मेरी बब्ू स ढकी हुई थी साथ ही मेरे कमर से थोड़ा नीचे तक ये था फिर
भी विनय मेरे बब्ू स को पकड़ दबाना शुरू किया साथ ही उस ड्रेस को ऊपर की ओर करते हुए मेरी पें टी
खोल बुर सहलाने लगा और मैं उसके सामने जांघें फैलाई लेटी थी, फिर खुद ही उस ड्रेस को गले से बाहर
कर नंगी हो गई। विनय झट से मेरे ऊपर सवार होकर मेरे चेहरे को चम
ू ने लगा तो मैं उसके गाल चम

रही थी साथ ही उसके बनियान को गर्दन तक कर दी तो वो बनियान उतार दिया फिर मेरे रसीले ओंठ
पर ओंठ रख चुम्बन दे ने लगा तो मैं अपनी जीभ निकाल उसके ओंठ को चाटने लगी, विनय मुंह खोल
जीभ अंदर लिया फिर चस
ू ने लगा तो उसके कसरती बदन के नीचे लेटकर मैं मस्त थी और विनय जीभ
चूसने मे लीन था, मेरी बंद आंखें और आपस में सांसों का टकराना दोनो के कामुकता को बढ़ा रहा था
और कुछ दे र बाद मैं उसके चेहरे को पीछे कर जीभ निकाल दी।

विनय बिना दे र किए मेरे बूब्स को पकड़ा फिर मुंह में लेकर चूसने लगा तो मेरी बुर खुजलाने लगी और
मैं उसे छाती से लगाए चच
ू ी चस
ु वाते हुए जांघो को आपस में रगड़ने लगी और विनय मेरे चच
ू ी को चस

चूसकर लाल कर दिया फिर वो दस
ू रे बूब्स को पकड़ उसके निप्पल को जीभ से चाटने लगा तो मैं आहें
भर रही थी ” उह ओह आह विनय अब प्लीज अपना वाला डाल दो ना
( वो मझ
ु े दे ख बोला ) इतनी जल्दी क्या है बेबी, अभी जरा चाटने तो दो ” और वो कमर तक चम
ू ा फिर
जांघो के बीच चेहरा किए अपने नाक को बुर के दरार में रगड़ने लगा, बरु की खुशबू तो होगी ही साथ ही
उसको साफ कर एक क्रीम लगाई थी फिर बुर के ऊपरी हिस्से को चूमता हुआ विनय मेरे कमर को
कसकर पकड़ लिया, मैं कामुक हो चुकी थी और विनय मेरे बुर को फैलाकर उसमें जीभ घुसाए चाटने
लगा लेकिन साला अपना लौड़ा पैंट में हीं छुपाकर रखा था, मेरी बुर की गहराई तक जीभ घुसाए लपलप
चाटने लगा तो उसका एक हाथ पकड़ मैं अपने बूब्स पर लगाई फिर तो बरु में मानो अनगिनत कीड़े
रें गने लगे ” ओह आह अब प्लीज छोड़ दो बरु से रस निकलने पर है ” और वो जीभ निकाल बरु के
फांकों को ओंठो के बीच लिए चस
ू ने लगा, मैं तो चद
ु ाने को तड़प रही थी और बरु से रस निकलते ही मैं
ढीली पड़ गई तो विनय वाशरूम चला गया।

विनय वापस आया तो उसके हाफ पैंट पर से ही लन्ड का उभार साफ दिख रहा था और मैं नंगे ही बेड
पर उठकर बैठी और वो ज्योंहि बेड पर चढ़ता मैं उसके पें ट को कमर से नीचे कर नंगा कर दी, साला
उसका लन्ड पूरी तरह से टाईट था जिसे मैं बेड के किनारे पर बैठे हुए ही पकड़ ली फिर उसे चूमने लगी
तो विनय बेड के पास खड़ा था, उसके सुपाड़ा को अपने जीभ पर रगड़ने लगी फिर उससे नजरें मिलाते
हुए लन्ड मुंह में भरकर चूसने लगी, साला मेरी बरु का कचूमर निकाल दिया था उसको भी लन्ड चूस कर
बता दं ू कि मैं कितनी बड़ी रण्डी हूं और मुंह को स्थिर रखे उसके २/३ लन्ड चूसने लगी तो विनय एक
पैर बेड के किनारे पर रखा फिर हाथ बूब्स पर लगाए दबाने लगा। विनय का लन्ड मुंह का प्यार पाकर
कड़ा हो चुका था और वो मेरे बाल को सहलाते हुए आहें भरने लगा ” उई उफ आह अब तो साली चेहरा
हिलाकर लन्ड चस
ू ” और मैं उसके लन्ड मंह
ु से निकाल जीभ से चाटने लगी तो विनय मेरे बब्ू स दबाते
हुए पूछा ” दवाई डालो फिर घुसाता हूं

( मैं लन्ड को पकड़ सुपाड़ा को गाल पर रगड़ने लगी ) थोड़ा धैर्य रखो ” और मैं उसे बेड पर लेटने को
बोली तो उसके कमर के पास बैठकर लन्ड पकड़ सीधे मुंह में ले ली और सर का झटका दे ते हुए
मुखमैथुन करने लगी, विनय लेटे हुए मेरे बूब्स दबा रहा था तो मैं लन्ड चूसने में मस्त थी और पूरा
बदन कामुकता के गिरफ्त में आ चुका था और तभी दरवाजे को कोई नॉक करने लगा, मैं तो समझ गई
कि मां के अलावा कौन होगा सो झट से कपड़ा पहनी और विनय वाशरूम में डर से छुप गया, मैं
जानबझ
ू कर आंखें मिंजते हुए जाकर दरवाजा खोली तो मां खड़ी थी ” क्या हुआ मॉम
( वो गस्
ु से में दिख रही थी, सीधे रूम में घस
ु ी ) विनय तो रूम में नही है , आखिर तम
ु दोनों ऐसे घिनौने
काम करने से पहले सोचे तक नहीं ” और मैं क्या बोलती, तभी मॉम वाशरूम का दरवाजा धकेली जोकि
अंदर से बंद था ” विनय बाहर आओ, सुन रहे हो ” और वो बाहर आया तो मॉम उसके पें ट के उभार को
गिद्ध दृष्टि से दे खने लगी और मैं तो खड़ी थी, मॉम बिना कुछ बोले विनय के हाथ पकड़ अपने चूची पर
लगा दी ” लो दबाओ, मौसी के साथ क्या दिक्कत जब अपनी बहन के साथ ऐसा कर सकते हो

( विनय मॉम के चूची पर से हाथ हटाया ) सॉरी जिया ही मुझे छे ड़ी थी ” और मेरी मॉम रे णु झट से
उसके पें ट को कमर से नीचे कर लन्ड पकड़ ली ” अब तू दे ख साली तेरी मां कितनी बड़ी राण्ड है

( मैं बेड पर जाकर लेट गई ) ठीक है तो फिर मुझे सोने दो आप लोग दस


ू रे रूम में जाओ ” रे णु ब्लू रं ग
की नाइटी पहनी हुई थी तो वो लन्ड सहलाते हुए बोली ” पहले तू इससे चुदेगी ठीक है और मैं दे खग
ूं ी
आखिर भतीजा जवान हो चुका है ” और पल भर में तीनों बिस्तर पर नंगे थे तो मैं टांगे चिहारे लेटी
फिर विनय को दवाई थमाई तो विनय मेरी बुर में दवाई घुसाने लगा और मॉम मेरे बूब्स को पकड़ मुंह
में लिए चस
ू ने लगी तो मैं मॉम के सीने से लटकते चच
ू ी को पकड़ मसलने लगी। विनय मेरी बरु में
गर्भनिरोधक दवाई घुसाया फिर मेरी जांघों को सहलाते हुए अपनी मौसी के चूतड पर थप्पड़ मारने लगा
तो मैं बोली ” वाह विनय क्या तकदीर है तेरी मां बेटी दोनों एक साथ तेरे सामने नंगे हैं

( मां मेरी चूची मुंह से निकाल सीधे बैठी ) क्या विनय मेरी गांड़ तुझे पसंद है ना, पहले इसको मजे लेने दे
फिर मेरी गांड़ चोदना ” और विनय मेरे जांघों को सहलाते हुए चूत चुदाई का इंतजार करने लगा तो मॉम
नंगे कोई सेक्स बॉम्ब लग रही थी, आगे क्या हुआ, अगले भाग में ।

जिया की कामुक गाथा : भाग ४

पिछले भाग में आपने पढ़ा की कैसे दे र रात मैं और मौसेरे भैया शारीरिक संबंध बनाने में मस्त थे की
मां हम दोनों को पकड़ी फिर खुद भी दोनों के साथ शामिल हो गई, उनके बड़े बड़े बूब्स साथ ही मोटे
चिकने जांघ और उसके बीच में चूत, साली की चूत पूरी तरह से ढीली पड़ चुकी थी और अब मैं बुर में
दवाई के असर का एहसास की तो विनय अपना लन्ड पकड़े मेरी जांघो के बीच बैठा फिर बुर में घुसाने
लगा तो मां मेरे बदन को सहला रही थी ” कितने दिनों से ये सब चल रहा है जिया

( विनय बरु में लन्ड घस


ु ाया फिर जोर का धक्का दे मारा ) उई उई फट गई कितना मोटा तेरा सामान है
” लन्ड से दर्द कम हो रहा था तो मस्ती अधिक लेकिन मॉम को बताना जरूरी था की मैं चुदाई में नई
हूं सो उसके धक्के से चिल्लाने लगी ” ओह इफ उफ विनय निकाल लो ना तेरा गधा सा मोटा लन्ड मेरी
बरु फाड़ दे गा

( मां हं स दी ) निकाल इसकी बुर से मेरी गांड़ में डाल, साली मेरे सामने नखड़ा कर रही है ” तो मैं विनय
से चुदवाने लगी और मां मेरे बदन को सहला रही थी तो मेरे हाथ में उनकी चूची थी जिसे दबाते हुए मैं
मस्त थी और फिर विनय मेरे जिस्म पर लेटकर धकाधक चुदाई करने लगा तो मेरी नंगी मां मूकदर्शक
बने सब कुछ दे ख रही थी।

जिया की बरु तो दवाई से चिपचिपा हो चुका था लेकिन विनय का मोटा लन्ड मेरी बरु का हाल खराब
कर चुका था और मैं उसके कमर पकड़ चूतड को ऊपर नीचे करने लगी तो मॉम बोली ” वाह साली तू
तो अनुभवी चुदक्कड लग रही है ” में चुप रही और विनय मेरे चेहरे को चूमते हुए दे दनादन लन्ड को
बुर में पेल रहा था, मैं चुदाई के आनंद में खो चुकी थी ” उह ओह आह विनय थोड़ा ब्रेक चाहिए ” तो वो
मेरे ऊपर से उतर गया और मैं उठकर एक टॉवेल छाती से बांध ली फिर वाशरूम चली गई, मूतने के बाद
फ्रेश होकर वापस आई तो मेरी नंगी मां मस्ती में अपने भतीजे को लिटाकर उसका लन्ड चूस रही थी, मैं
विनय के चेहरे के पास बैठी और रे णु मुखमैथुन करते हुए उसके बदन सहला रही थी तो विनय मेरे बूब्स
पर हाथ लगाकर दबाने लगा और मैं उसके चेहरे को सहलाने लगी ” मुंह पर बैठूं चाटोगे ” वो मुस्कुराकर
हामी भर दिया तो मैं विनय के चेहरे के ऊपर जांघें फैलाई बैठ गई, मेरी बुर उसके मुंह के सामने था तो
दोनों पैर के सहारे मैं बैठी हुई उसे चत
ू चाटने का मौका दी और वो मेरे बरु को फैलाया फिर चेहरा को
थोड़ा ऊपर कर जीभ बरु में घुसा दिया और चाटने लगा, पीछे मुड़कर दे खी तो मां उसके लन्ड को मुंह से
निकाल जीभ से चाटने में मस्त थी और मैं उनको दे ख बोली ” उस पर बैठकर चुदाऊंगी तो तुम दे खना

( रे णु बोली ) तुम अपना कौमार्य भंग करवा चुकी हो मुझे पता ही नही था
( विनय बरु में जीभ घम
ु ाने लगा ) आह उह उई मेरा झड़ जाएगा ” और मेरी बरु से रस निकल उसके
चेहरे पर भी गिरने लगा तो मैं उसके चेहरे के ऊपर से उठकर बेड पर बैठ गई तो मां बोली ” अब मुझे
चोद विनय बुर खुजलाने लगी

( विनय उठकर बैठ गया ) दोनों को बारी बारी से चोदं ग


ू ा ” तो मैं और मेरी मां दोनों टांगे चिहारे बिस्तर
पर लेट गई और विनय अब मेरी मां की बरु को सहलाने लगा तो मैं समझ गई की उसकी चद
ु ाई होने
वाली है लेकिन विनय तो रे णु की बुर चाटना चाहता था तो मैं बोली ” डियर मुझे डॉगी स्टाइल में करो
ना और मां की मैं चाट दं ग
ू ी ” फिर मां टांगे चिहारे लेटी थी तो मैं उनके जांघो के बीच चेहरा किए घुटनों
के बल हुई और मां की लालिमा लिए बरु को चम
ू ने लगी, तभी मेरी चत
ू में लन्ड घस
ु ने का एहसास हुआ
और मैं मां की दोनों फांकों को चूम चूम कर बरु फैलाई, उसमें जीभ घुसाए चाटने लगी और इतने में
विनय धक्का दे कर चोदना शुरू किया ” उह आराम से साले तेरी मौसी की बरु नही है ” और रे णु की
ढीली चत
ू में जीभ घस
ु ाए चाटने लगी तो बरु में उसका मस
ु ल लन्ड अन्दर बाहर हो रहा था। मैं मां की
बुर में अब उं गली डालकर रगड़ने लगी तो मेरे ओंठ उनके मोटे चिकने जांघो को चूम रहे थे साथ ही
उनकी बड़ी बड़ी बूब्स को पकड़े मैं दबाए जा रही थी तो विनय चुदाई में मस्त था, अब अपने चूतड को
हिलाते हुए चुदाई का आनंद लेने लगी तो मां सिसक रही थी ” उह ओह अबे साली रण्डी मेरी बुर को
उं गली नहीं लन्ड चाहिए

( मैं बोली ) तो आपको क्या दिक्कत, दर्जनों आशिक हैं तेरे

( विनय चोदता हुआ बोला ) हां मौसी आप भी इधर उधर मुंह मारती हैं क्या ” मां तो बरु में उं गली के
रगड़ से तड़प रही थी तो मैं अपने चूत की गर्मी से परे शान थी और अब आहें भरने लगी ” विनय अब
मुझे थोड़ा रे स्ट चाहिए ” तो विनय बिना दे र किए मेरी बुर से लन्ड निकाल वाशरूम चला गया।

मैं मॉम की बरु छोड़ उनके बगल में लेट गई और उनके चूची को दबाते हुए पूछी ” मॉम मैं कभी कभार
मजे लेती हूं लेकिन आपने मेरी चोरी पकड़ ली
( मां मुस्कुराई ) जवानी का आलम है बेटी जब मैं इस उम्र में चुदाने को तड़पती हूं तो फिर तुम्हारा हाल
क्या होगा सब समझ सकती हूं ” विनय रूम में आया फिर मॉम के जांघो को फैलाकर बरु सहलाने लगा
और उसका लन्ड दे ख मुझे फिर से चुदाने का मन किया लेकिन यहां तो मेरी बुर उसके लन्ड के धक्के
से लहर रही थी, एक बार चोदा तो बरु को ठं डक मिली लेकिन दस
ू री बार में मां ही आ गई, विनय अपना
लन्ड पकड़े मौसी की बुर में घुसाने लगा फिर जोर से धक्का दे ता हुआ धकाधक चुदाई करने लगा तो रे णु
मस्त थी ” उह आह कितने दिनों के बाद किसी गबरू जवान का लन्ड मिला है अब तझ
ु े हर सप्ताह मझ
ु े
चोदना होगा

( विनय अपनी मौसी के जिस्म पर सवार होकर ओंठ चूम लिया ) चिंता मत करो मौसी मैं क्या मेरे
कितने दोस्त तेरी उम्र की औरत को चोदना पसंद करते हैं

( मैं बोली ) अच्छा यानी की मेरी जैसी लौंडिया का कोई मोल नहीं

( मां चूतड उछाल उछाल कर चुदाने लगी ) है लेकिन अनुभवी औरतें अधिक मजा दे ती हैं ” तो मॉम और
विनय के रति क्रीड़ा को दे खते हुए मैं अपने बब्ू स खुद से दबाने लगी और मॉम चूतड उछालती हुई बोली
” ओह मेरी बुर बहुत जल्दी गीली हो गई ” तो भी विनय उनकी चुदाई करता रहा लेकिन मॉम उसको
बदन पर से उठने बोली फिर वाशरूम चली गई तो मैं विनय को दे ख आंख मारी और वो मेरी जांघो के
बीच लन्ड पकड़े बैठ गया, मेरी बुर के दरार में सुपाड़ा रगड़ता हुआ लन्ड को अंदर घुसाया फिर अंदर
चांपने लगा तो बुर मानो ककड़ी की तरह चरक रही थी फिर भी आराम से दर्द सहते हुए चुदाने लगी, मां
रूम में आई और बोली ” वाह साली मेरा निवाला तू ही छीन ली चुदवा फिर पेट से होगी तब समझना

( मैं मुस्कुराई ) गर्भनिरोधक दवाई का प्रयोग कर चुदवाती हूं ” और विनय मेरे ऊपर सवार हुए चुदाई कर
रहा था तो मैं उसके चेहरे को चूमने लगी, मेरी हाथ उसके पीठ से लेकर कमर तक को सहला रही थी
और अब बरु गर्म होकर झड़ने पर था, मैं परू े तन में हो रही सिहरन से मस्त थी ” आह विनय और तेज
मेरा झड़ गया ” फिर तो बुर रसीली हो गई लेकिन अब सच पूछो तो चुदाई करवाने की इच्छा नहीं थी,
विनय मेरे बदन पर से उठा और अपनी मौसी के जांघ सहलाते हुए बोला ” मौसी अब तू घुटनों के बल
हो जा फिर चोदं ग
ू ा
( मैं वाशरूम जाने लगी ) गर्भनिरोधक दवाई डाल दे ना पता चला कि इस उम्र में पेट से हो गई ” और मैं
फ्रेश होकर वापस आई फिर नाईट गाऊन पहन किचन चली गई, डाइनिंग हॉल में बैठ खाना खाने की
सोची फिर लगा की मां की चुदाई दे खते हुए खाना खाऊं, रूम में आई तो रे णु कमर हिलाते हुए चुदाने में
लीन थी और विनय उनकी गांड़ के पास बैठ चुदाई करने में मस्त था तो मां अब चूतड को स्प्रिंग की
तरह हिलाते हुए मस्त थी ” , ओह आह और तेज चोद चोदकर बरु फाड़ दे विनय ” फिर विनय अनायास
ही लन्ड को बरु से निकाल दिया तो मॉम नंगे ही वाशरूम चली गई, मैं खाना खाकर हाथ मुंह धोई फिर
बेड पर आकर लेट गई तो रे णु अब चित लेटकर बोली ” विनय अब शुरू हो जाओ

( विनय का लन्ड तो टाईट था और वो मॉम के बरु के अंदर लन्ड पेल दिया ) ज्यादे दे र तक नहीं टिकंु गा
मौसी

( मॉम हं स दी ) तू पहले ही जिया को एक बार चोद चुका था, है ना ” विनय कुछ बोला नहीं लेकिन
चोदता हुआ उनके ऊपर सवार हो गया फिर मॉम के रसीले ओंठ चूमने लगा तो रे णु अपने ढलती जवानी
का जलवा दिखाने लगी, उसके कमर पर हाथ रख चत
ू ड उछालना शरू
ु की तो विनय चोदता हुआ हांफने
लगा, मैं तो मां की कामुकता से हैरान थी और वो चूतड उछाल उछाल कर चुदाने में मस्त थी ” तेज चोद
साले तेरे सारे दोस्तों का लन्ड हजम कर जाऊंगी बस एक बार उन लोगों से मिलवा दे

( मैं मां को बोली ) लगता है आजकल पापा के दोस्त आपको घांस नहीं डालते

( रे णु चद
ु ाते हुए बोली ) उहुँ, एक ही स्वाद ले लेकर बोरियत महसस
ू करने लगी हूं ” और फिर विनय का
लन्ड वीर्य स्खलित कर दिया तो वो रे णु पर लेटा रहा फिर मैं करवट फेरकर सो गई, दोनों फ्रेश होने गए
फिर मॉम और विनय दोनों ही मेरे रूम से निकल गए और मैं थकान के मारे नींद में सो गई, आगे क्या
हुआ अगले भाग में …

जिया की कामुक गाथा : भाग ५


फ्रेंड्स

पिछले भाग में आप सबों ने पढ़ा की कैसे दे र रात मैं और मेरा मौसेरा भाई विनय सेक्स करते वक्त
पकड़े gayeb, मेरी मॉम रे णु कोई दध
ू की धुली नही थी और वो भी हम दोनों के साथ सेक्स का आनंद
ली फिर अगली सुबह मैं उठकर फ्रेश हुई और डाइनिंग हॉल आई तो मॉम को विनय के साथ लिपटे दे ख
शर्मशार हो गई, विनय उनके गल
ु ाबी ओंठ को चस
ू रहा था तो उनकी नजर तक मझ
ु पर नही पड़ीं और
मैं किचन जाकर चाय बनाने लगी फिर चाय का प्याला लेते हुए बाहर आई तो मॉम विनय के गोद ने
बैठे अपनी जीभ उसके मुंह में डाल चुसवाने में लीन थी, साली को इस उम्र में दस जगह मुंह मारने की
आदत सी लग गई थी तो मैं जानबझ
ू कर सामने के सोफा पर बैठी और विनय की नजर मझ
ु से टकराई
तो वो अपनी मौसी की जीभ मुंह से निकाल उसे गोद से नीचे किया, मॉम तो नाईट गाऊन में थी और
उसकी डोरी खुली हुई थी जाहिर है कि उनके बड़े बड़े स्तन नग्न दिख रहे थे और वो शर्मिंदिगी के मारे
झट से नाईट गाऊन की डोरी बांधने लगी ” क्या मॉम सब
ु ह सब
ु ह ही शरू
ु हो गई, रात को भी सोई थी
या भैया के साथ मजे ले रही थी

( मॉम ) तेरे भैया तो मेरे पिछवाड़े को रौंद दिए, अभी तक अंदर लहर हो रही है

( मैं खिलखिलाकर हं स दी ) वाह खेत जुतवाने को तड़पती है और जुताई के बाद दिखावटी नाटक ” वो
उठकर चली गई, वैसे भी सुबह के ०९:३० बजे थे और घर की कामवाली भी फिलहाल छुट्टी पर थी तो
सारा काम खुद से करना था फिर मैं चाय का प्याला किचन में रख दी और वहीं बर्तन मांजने लगी, मैं
तो ब्लू रं ग के नाईट गाऊन में थी और बर्तन मांजने में लगी हुई थी की अनायास मुझे पीछे से किसी ने
यानी विनय ने दबोच लिया फिर गाल चूमते हुए बूब्स दबाने लगा ” ओह छोड़ो भी अभी कितना काम
बाकी है विनय

( वो मेरे बब्ू स को दबाते हुए गर्दन चूमने में लगा हुआ था तो उसका कड़ा लौड़ा मेरी चूतड में चुभ रहा
था ) ओह बेबी कोई काम नही सिर्फ मस्ती ” तो मैं हाथ धो ली फिर उससे अलग होकर डाइनिंग रूम
आई तो मॉम सिर्फ ब्रा और पैंटी पहने सोफा पर बैठी हुई थी और मैं उन्हें दे ख पूछी ” क्यों अभी किधर
से लेना है

( वो हं स दी ) जिधर से विनय डालेगा ” और मैं उनके बगल में बैठी तो विनय सामने आकर खड़ा हो
गया, उसके पैंट पर से ही लन्ड का उभार दिख रहा था और मैं उसके पैंट को कमर से नीचे कर लन्ड को
नंगा कर दी तो एक लन्ड के दो दीवाने थे और मैं उसके लन्ड को पकड़ जीभ निकाल सुपाड़ा को उस पर
रगड़ने लगी तो मां भी उसके जांघ सहलाने लगी, तभी मैं विनय के लन्ड को मंह
ु में लिए चस
ू ने लगी तो
मां उसके जांघ को चूमने के लिए सोफा के किनारे पर बैठी लेकिन विनय तो मेरा दीवाना था, मेरे जुल्फों
को पकड़े मुंह में ही लन्ड का धक्का दे ने लगा और आज सुबह के ब्रेकफास्ट में लन्ड ही मुझे मिल रहा
था। एक ओर रे णु उसके लन्ड चस
ू ने को बेकरार थी तो दस
ू री ओर मैं बरु चटवाने को आतरु और मैं
जल्द ही लन्ड मुंह से निकाल दी ” चलो बेड पर ही मजे लेते हैं ”

मैं तो नाईट गाउन में थी लेकिन मेरी मां रे णु सिर्फ ब्रा और पें टी में , विनय भैया पूर्णतः नग्न थे और
तीनों बेडरूम आए फिर विनय भैया को लेटने को बोली तो मैं मां की ओर दे खी ” क्यों भैया का का
लॉलीपॉप चस
ू ोगी

( रे णु बोली ) हां तू पहले मुंह का प्यास बझ


ु ा ले फिर ” और रे णु झट से अपने ब्रा और पें टी को उतार दी,
उनकी बड़ी बड़ी चूचियों को विनय पकड़ कर दबाने लगा तो मैं नाईट गाऊन उतार नंगी हुई फिर विनय
के लन्ड को पकड़ मुंह में ली और चूसने लगी, दे खी की मॉम विनय के चेहरे के ऊपर जांघो को फैलाए
बैठ गई ” ये ले इसे आराम से चाट तेरे जैसा जवान बेटा किस दिन काम आएगा

( विनय मॉम के चूतड को सहलाने लगा तो वो साली चूतड को उसके मुंह के थोड़ा ऊपर रखी थी ) मौसी
तेरी बरु इतनी ढीली हो गई है की घोड़े का लन्ड ही इसे तप्ृ त कर सकता है ” लेकिन रे णु कुछ नही बोली
और मैं लन्ड चस
ू ते हुए दे ख रही थी की विनय की जीभ रे णु के बरु को चाट रहा है तो मैं मॉम के चत
ू ड
को सहलाई और विनय का लन्ड मुंह से निकाल जीभ से चाटने लगी, उधर विनय कुत्ते की तरह लपालप
मौसी की बुर चाटने में लीन था तो मैं उसके जांघो को चूमने लगी फिर उसके कमर से पेट तक को चूम
ली। मेरी आंखों के सामने मॉम का गोल गुंबदाकार गांड़ था तो मैं अब मॉम के चूतड सहित पीठ को
सहलाने लगी और मॉम ” उह आह ओह विनय अब फांकों को मुंह में लेकर चूसो ना बहुत मजा आ रहा
है ” मैं अब मॉम के सामने आकर बैठी फिर उनके चूची को पकड़ दबाने लगी तो वो मेरे गाल सहलाते
हुए बोली ” बेटी जो करना हो करना लेकिन छुपकर नहीं तो समाज में मुंह दिखाने लायक नहीं रहूंगी

( मैं उनके चूची को पुचकारते हुए बोली ) समाज गई तेरी चूत में अपने दस जगह मुंह मारती है और
मुझे…. ” फिर मैं मॉम के स्तन को मुंह में लेकर चूसना शुरु की तो विनय उनकी बरु में उं गली घुसाए
रगड़ने लगा साथ ही उनके जांघ चम
ू रहा था तो रे णु आहे भरने लगी ” आह ओह बस निकल जाएगा ”
और मैं मॉम के चूची चूसते हुए दे खी की रे णु की बुर से रस भैया के चेहरे पर टपक रहा है लेकिन विनय
जीभ से बरु चाट चाटकर उसका स्वाद लिया फिर मैं रे णु के चूची को मुंह से निकाल दी तो मां उसके
चेहरे पर से उठी, विनय वाशरूम चला गया तो मां बेड पर लेट गई और मैं मॉम के दस
ू रे स्तन मंह
ु में
लिए चूसने लगी और रे णु मेरे गांड़ के दरार में उं गली करते हुए बुर में घुसाई फिर मेरी ओर दे ख बोली ”
जरूर तू साल दो साल से चुदवा रही है ” लेकिन मैं तो रे णु की चूची चूसने में मस्त थी, इतने में विनय
आया और मैं तो मॉम के बदन पर डॉगी स्टाइल में हुए उनकी चूची चूस रही थी तो भैया मेरे चूतड को
चूमने लगे और अब इस आसन में मेरी चुदाई तय थी लेकिन बुर में कोई प्रोटे क्शन के बैगेर चुदवाना
मुस्किल था। मैं मॉम की चूची मुंह से निकाली फिर पीछे मुड़कर दे खी तो विनय बोला ” चल आ जा बेबी
बेड पर डॉगी स्टाइल में करूंगा ” और मैं विनय की बात मानते हुए बेड पर से उतरी फिर पर्स से
गर्भनिरोधक दवाई निकाल उसे थमाई और बेड पर जांघें फैलाई लेट गई तो मॉम उठकर चली गई और
विनय मेरी बुर में दवाई घुसाया फिर उं गली से अंदर तक करके मेरे ऊपर सवार हुआ और चेहरे को चूमने
लगा तो मैं उसके पीठ सहला रही थी फिर विनय मेरे बब्ू स मुंह में लिए चूसने लगा और मेरी बरु में तो
दवाई गर्मी की वजह से पिघलने लगी, मॉम वापस आई और बोली ” तम
ु दोनों मस्ती करो मैं नाश्ता
बनाने जा रही हूं ” मैं लेटी रही और मॉम रूम से बाहर निकल गई तो विनय मेरे बूब्स छोड़कर मेरे
सपाट पेट को चूमने लगा फिर कमर तक चूमने के बाद मेरी जांघों को फैलाया और बुर को सहलाते हुए
बोला ” क्या बेबी अब तो चत
ू तैयार है

( मैं सर हिलाकर हामी भर दी ) ओके डियर ” तो विनय अपना लन्ड पकड़े बरु के दरार में रगड़ने लगा
फिर सुपाड़ा को चूत में घुसाया और धीरे धीरे २/३ लन्ड अंदर करके कमर थामा, उसका लन्ड बुर को दिन
में ही तारे दिखा रहें थे फिर वो जोर का धक्का मारा और मैं चिल्ला उठी ” उई आह बरु फट गई
( विनय मेरे बब्ू स दबाने लगा ) अबे रण्डी चुप कर और मजा ले ” फिर वो मेरे ऊपर सवार होकर चोदने
लगा और मैं उसे बाहों में जकड़कर गाल चूमने लगी, आहिस्ते आहिस्ते अपने चूतड को ऊपर नीचे करने
लगी तो बरु में लन्ड खरं जा की तरह चुभने लगा फिर भी लन्ड और बुर का मिलन तो मजा ही दे ता हैं
और मैं चूतड उछाल उछाल कर चुदाने लगी तो विनय मेरे ओंठ चूमते हुए बोला ” अब तो मौसी और तू
मेरी दीवानी हो गई

( मैं चत
ू ड उछालते हुए बोली ) मैं किसी की दीवानी नहीं हूं मझ
ु े बस अलग अलग स्वाद चाहिए ” और
उसके लन्ड के धक्के से बुर का तार तार ढीला हो गया साथ ही अंदर गर्मी भी थी तो मैं चूतड स्थिर कर
बुर के रसीला होने का इंतजार करने लगी, विनय चोदते हुए मस्त था और अनायास मेरी बुर से रस फेंक
दिया तो मैं सस्
ु त पड़ गई। विनय मेरे ऊपर से हटा फिर वाशरूम चला गया और मैं लेटी हुई थी की
मॉम रूम में आई ” नाश्ता में ब्रेड और आमलेट है पहले नाश्ता कर लो फिर मजा करना

( मैं शर्मिंदिगी के मारे पास पड़े चादर से जिस्म को ढक ली ) ठीक है बस दस मिनट बाद ”

विनय वापस रूम में आया तो मैं लेटी रही और वो मेरे तन पर से चादर हटाकर बोला ” चल डॉगी
स्टाइल में हो जा

( मैं हं स दी ) पहले रात का चार्ज दो फिर आगे

( वो मेरे बब्ू स पकड़ दबाने लगा ) अबे रण्डी तेरी मां को बता दं ग
ू ा की तू कॉल गर्ल का धंधा करती है तो

( मैं बोली ) होगा क्या, साली मुझसे मेरी कमाई मांगेगी ” फिर मैं कोहनी और घुटनों के बल हो गई तो
विनय मेरे गांड़ के सामने बैठा फिर जांघो को पूरी तरह से फैलाकर बरु में सुपाड़ा घुसाने लगा, बरु रसीली
थी सो आराम से उसका लौड़ा बरु में जा रहा था और २/३ लन्ड बरु में घस
ु ते ही मैं अपने चत
ू ड को पीछे
की ओर धकेली और पूरा लन्ड हजम कर चुदवाने लगी, विनय पूरे गति से चुदाई कर रहा था तो मैं चूतड
हिलाते हुए बुर चुदवा रही थी और वो मेरे सीने से लटकते चूची को पकड़ दबाने लगा तो मैं सेक्स में
चरम सुख की प्राप्ति कर रही थी, उसके कमर से मेरी गोल गदे दार गांड़ टकरा रही थी तो लन्ड बुर में
तेजी से रगड़ा दे रहा था और दोनों संभोग क्रिया में लीन थे कि विनय चोदता हुआ बोला ” रानी तेरी मां
की गांड़ चोदं ग
ू ा तो क्या वीडियो बनाएगी

( मैं चूतड हिलाते हुए मस्त थी ) पहले मेरी बुर की खुजली तो मिटाओ फिर उस साली की गांड़ चोदना ”
और अब मेरी बरु में लन्ड के धक्के से गर्मी होने लगी तो उसका लन्ड भी लोहे के सलाख की तरह बुर
में चभ
ु ने लगा ” उह आह ओह और तेज चोदो फाड़ दो मेरी बरु उफ कितना मजा आ रहा है

( भैया चोदता हुआ हांफने लगा ) हां बेबी बस कुछ दे र में ही बरु को गीला कर दं ग
ू ा ” और वो चोदता
हुआ मेरे पीठ सहलाने लगा तो मैं चूतड को स्प्रिंग की तरह हिलाते हुए चुदवा रही थी, विनय मेरे बुर का
कचूमर बना चुका था और कल शाम से अभी तक में तीसरी चुदाई हो रही थी ” ओह आह आह मेरा
निकला ” ये बोलते हुए विनय ने बरु में वीर्य झाड़ दिया और मैं कुछ दे र वैसे ही रही फिर दोनों अलग
हुए तो मैं उसके लन्ड को मुंह में लिए चूसने लगी और वीर्य का स्वाद चखकर वाशरूम चली गई, सुबह
के वक्त बुर चुदवा कर मस्त हो गई थी तो स्नान करके बाहर निकली फिर टॉप्स और स्कर्ट पहन
डाइनिंग हॉल गई और नाश्ता करके आराम करने लगी, आगे क्या हुआ, इंतजार कीजिए अगले भाग का।

जिया की कामुक गाथा : भाग ६

फ्रेंड्स

पिछले भाग में आपने पढ़ा की कैसे मैं अपने मौसेरे भाई के साथ सेक्स की लेकिन मेरी मां भी साथ थी
तो सुबह सुबह मेरी बरु को चोदकर विनय मुझे तप्ृ त कर दिया लेकिन मां तो प्यासी औरत की तरह घर
में ही चुदाना चाहती थी और मैं तो चुदाई का आनंद लेकर कुछ दे र आराम की फिर डाइनिंग हॉल आई
तो विनय मेरी मां के साथ परू ी तरह नग्न था और रे णु सोफा पर जांघो को फैलाई बैठी हुई थी तो विनय
उनके सामने बैठा हुआ था और उसका चेहरा उसकी जांघों के बीच था, मैं मॉम के चेहरे पर नजर डाली
लेकिन उनकी दोनों आंखे बंद थी तो विनय मॉम के बरु को फैलाए उसमें जीभ घस
ु ाए चाटे जा रहा था ”
उह आह विनय तुम तो बस जिया के पीछे लगें रहते हो सो क्या मैं जवान नहीं
( मैं रे णु के बगल में बैठी और उनके गाल को चम
ू ने लगी ) तम
ु तो अब भी कितनी लौंडिया को बेड पर
फेल कर दोगी ” और मैं रे णु के चेहरे को चूमते हुए उनके बूब्स पकड़ दबाने लगी तो रे णु मेरी ओर चेहरा
किए मेरे गाल चूमने लगी और विनय तो उनकी बरु से जीभ निकाल दो उं गलियां अंदर घुसाया फिर बुर
को कुरे दने लगा, मैं मॉम के रसीले ओंठ मुंह में लिए चूसने लगी तो विनय भोंपू बजा रहा था और फिर
मॉम मेरे चेहरे को पीछे कर ओंठ निकाल ली ” आज दिन भर मॉम को मजा दीजिए समझे विनय भैया

( विनय मुझे दे ख पूछा ) बोलो तो एक दोस्त को भी बुला लूं

( मैं और मॉम एक दस
ू रे को दे खने लगे तो मॉम बोली ) नहीं इससे हम लोगों की बदनामी होगी ” और
मेरी नजर विनय भैया के लन्ड पर गई तो दिमाग उड़ गया की इस साले का लन्ड हमेशा टाईट ही कैसे
रहता है तो मॉम नंगे ही सोफा पर से उठ खड़ी हुई फिर वाशरूम चली गई, मैं तो स्कर्ट और टॉप्स पहन
रखी थी फिर विनय की ओर खिसकी तो मेरा हाथ उसके लन्ड पर गया जिसे सहलाने लगी तो भैया मेरे
गाल चूमने लगे फिर उन्होंने मेरी कमर में हाथ डाला और अपने जांघ पर मेरी चूतड किए बिठा लिया तो
मैं उनके कंधे में हाथ डाले उनके ओंठ चम
ू ली ” लगता है मौसी से मन भर गया क्यों

( विनय मेरे पीठ सहलाने लगा ) हां बेबी, तेरी मदमस्त जवानी और कहां मौसी की ढलती जवानी लेकिन
उनकी इच्छा का ख्याल तो रखना ही होगा ” फिर विनय मेरे ओंठ को चूमने लगा और मैं मुंह खोले
जीभ निकाल उसके मुंह में भर दी जिसे भैया चूसने लगा तो मेरी बाईं चूची उसके छाती से दब रही थी
और मेरा स्कर्ट आधे जांघो को ही ढक पा रहा था, भैया से जीभ चुसवाते हुए आंखें बंद हो चुकी थी तो
दोनों की सांसें आपस में टकरा रही थी और फिर मॉम की आवाज सन
ु ाई दी ” इस साली का तो खुजली
ही नहीं मिटता, दब
ु ारा मुंह मारने आ गई ” तो मैं भैया के लन्ड को हिलाते हुए मस्त थी लेकिन तभी रे णु
फर्श पर बैठी और मेरा हाथ लन्ड पर से हटाकर उसे पकड़ी फिर चूमने लगी, विनय मेरा जीभ मुंह से
बाहर कर चूची को पकड़े दबाने लगा तो रे णु उसके लन्ड को चूमने लगी और मैं विनय के चेहरे को
चूमते हुए बोली ” थोड़ा दध
ू पी लो ताकत आ जायेगी ” फिर मेरे बदन पर से उसने कपड़े हटा दिए तो
मैं नंगी हो गई और रे णु तो उसके लन्ड मंह
ु में लेकर चस
ू ने लगी, मैं उसके मंह
ु में अपनी दाहिनी चच
ू ी
घुसाई तो वो मेरे स्तनपान करता हुआ मां से लन्ड चूसवाने लगा और मैं मस्त थी, तभी विनय चूची मुंह
से निकाला और मैं दे खी की रे णु मुंह में लन्ड लिए चेहरा का झटका दे ते हुए मुखमैथुन कर रही है तो मैं
नंगे ही वाशरूम चली गई फिर मूतने के बाद आई तो रे णु विनय के लन्ड को जीभ से चाट रही थी और
मैं रे णु के बगल में बैठी ” अब मुझे चाटने दे ना

( रे णु लन्ड छोड़कर उठी फिर सोफा पर टांगे चिहारे बैठी ) ले मेरी बरु चाट साली ” मैं फर्श पर बैठी तो
विनय का लन्ड पकड़े हिलाने लगी और मुंह रे णु की बुर पर लगाई तो रे णु बरु को उं गलियों की मदद से
फैला दी और मैं पूरा जीभ उसमे घुसाए लपालप चाटना शुरू की, विनय मेरे चूची को मसल रहा था तो
रे णु आहें भरने लगी ” उह आह ओह विनय आराम से चस
ू ना ” वो अपनी मौसी के चच
ू ी को मंह
ु में
लिए चूसने लगा तो मैं अब बुर से जीभ निकाली फिर विनय के खड़े लन्ड को मुंह में लिए चूसने लगी
लेकिन मेरा हाथ मॉम के मोटे चिकने जांघो को सहला रहा था तो मॉम मस्त थी, अपने छाती से लगाए
विनय को दध
ू पिला रही थी और फिर विनय चच
ू ी मंह
ु से निकाला और बोला ” जिया चल तेरी मां को
चोदता हूं ” तीनों बेडरूम आए तो रे णु बिस्तर पर टांगे फैलाई लेट गई और मैं मॉम के भोंपू को बजाने
लगी, बड़ी बड़ी चूचियां तो मोटे चिकने जांघ साथ ही बरु चुदवा चुदवाके ढीली पड़ चुकी थी और विनय
अब मॉम के जांघो के बीच हाथ लगाया फिर बुर को सहलाने लगा तो मैं मॉम के छाती पर मुंह लगाए
स्तनपान करने लगी और विनय को दे खी की वो अपना लन्ड मॉम के बरु में घुसा रहा है तो रे णु मस्त
थी ” ओह कितना कड़ा लन्ड है तेरा जोर से धक्का दे कर मुझे चोद

( विनय धकाधक चुदाई करने लगा और मैं स्तन मुंह से निकाल दी ) हां मौसी अब तो मौसा का लन्ड
आपको मजा नही दे ता होगा ” मैं हं स दी फिर दस
ू रे स्तन मंह
ु में लिए चस
ू ने लगी और विनय चोदता
हुआ मस्त था तो मां कोई मेरी तरह २२ साल की लौंडिया तो थी नहीं, इसलिए वो चूतड को उपर करने
लगी और फिर विनय उसके ऊपर सवार हुआ लेकिन मुझे तो उनकी चूची मुंह से निकालनी पड़ी, मैं अब
मॉम की चद
ु ाई दे ख रही थी तो वो अपने गोल गंब
ु दाकार गांड़ को उछालते हुए चद
ु वाने में लीन थी और
मैं उनके बगल में लेटकर खुद से बुर में उं गली किए कुरे दने लगी ” उह आह आउच और तेज विनय तेरा
लन्ड तो बुर को रसीला कर दे गा

( मैं गर्म हो चुकी थी बोली ) मॉम मेरी चूत भी रसीली होने वाली है प्लीज मझ
ु े भी चुदाने दे ना ” तो मॉम
मस्
ु कुराई और विनय उनको चोदता हुआ ओंठ चम
ू ने लगा, मॉम जिस तरह से विनय को बदन पर लिटाए
चूतड उछालते हुए चुदवा रही थी यकीनन उनके लंबे अनुभव का ही कमाल था, मैं बरु में उं गली रगड़ते
हुए अब रस निकलने के उम्मीद में थी और फिर मॉम चिंहुक उठी ” आह मेरी बुर रसीली हो गई विनय,
अब तो तेरे जैसे लौंडे से ही मजे लुंगी

( मेरी बरु से रस निकला तो मैं बेड पर नंगे लेटी रही ) क्यों नहीं मॉम तू तो वैसे भी कितनों के संग
चुदाई का मजा ले चुकी हो ” विनय अपनी मौसी के जिस्म पर से उतरा और वाशरूम चला गया तो रे णु
मुझे दे ख पूछी ” क्यों दिन में खाना नहीं बनेगा

( मैं बोली ) बाहर से ही मंगवा लेना मुझे तो विनय के साथ मस्ती करनी है ” विनय के आते ही मॉम
वाशरूम चली गई और भैया मेरे बूब्स को पकड़ दबाने लगे तो मैं जांघें फैलाई लेटी रही ” मौसी भी हद
करती हैं रात को एक दफे गांड़ चोदा फिर सुबह मझ
ु े जगाई और

( मैं बोली ) तो तुम्हें भी तो उस साली को चोदना पसंद है

( विनय मेरे दोनों बब्ू स पकड़े दबाने लगा ) उहूँ लेकिन अधेड़ उम्र की औरत के साथ सेक्स का आनंद ही
अलग होता है रानी ” और विनय मेरे छाती पर मुंह लगाया फिर बब्ू स को मुंह में भर चूसने लगा तो
उसके लन्ड पर हाथ लगाए मैं उसे हिलाने लगी तो मेरे बदन में सिहरन सी हो रही थी और मैं उसके
पीठ पर नाखून गड़ाने लगी तो विनय चूची मुंह से निकाल मेरे छाती को चूमने लगा, उसका एक हाथ
बब्ू स को दबाए जा रहा था तो मैं आहें भरने लगी ” उह आह ओह मेरी बरु की गद
ु गद
ु ी चोद मेरे यार

( मॉम रूम में आई ) तू साली मेरे निवाला को छीन

( मैं हं स दी ) ओह मॉम तुम्हें मैं ढे र सारा निवाला दं ग


ू ी ” और फिर मेरी मोटी चिकनी जांघों को चूमता
हुआ विनय मेरी बरु के दरार में उं गली रगड़ने लगा और मैं तो उसे अपना जिस्म दे चुकी थी और बहुत
जल्द अपनी मॉम को दोस्तों से चद
ु वाने वाली थी, विनय मेरी बरु पर ओंठ रख चम्
ु बन दे ने लगा तो मेरी
जान निकलने लगी और मैं सिसकने लगी ” उह ओह आह मजा आ रहा है विनय जरा चाट तो सही ”
और फिर विनय मेरे गुलाबी पंखुड़ियों को अलग किया जोकि मोटे फांक के रूप में थे फिर जीभ घुसाए
चाटने लगा और उस कोमल जन्नांग को जीभ का प्यार मिल रहा था तो मैं मस्त थी। विनय मेरी बुर से
जीभ निकाल दोनों फांकों को ओंठो के बीच लेकर चूसने लगा और मैं तड़प उठी ” उफ आह ऐसे मत
करो प्लीज मेरी बुर मूत दे गी ” लेकिन विनय बुर को चूसता हुआ मेरे कमर को पकड़े रखा और फिर मैं
उसके चेहरे को पीछे धकेलकर बरु को मुंह से निकाली।

जिया की कामुक गाथा : भाग ७

पिछले भाग के आगे… मेरा मौसेरा भाई विनय मेरे बुर को चूसकर वाशरूम गया तो मैं नंगे लेटी थी और
इस बीच उठकर अपने पर्स से गर्भनिरोधक दवाई निकाली जिसे बरु में डालकर सेक्स करना सुरक्षित
माना जाता था और विनय आते ही मेरी बरु को उं गली से फैलाया फिर उसमें दवाई घुसाने लगा, बुर की
गर्मी चरम पर थी तो मैं उसे दे ख मुस्कुराई और विनय मेरे चेहरे के ऊपर चेहरा किए ओंठ चूमने लगा
तो मैं मंह
ु खोले अपना जीभ निकाली तो विनय मंह
ु में जीभ लिए चस
ू ने लगा साथ ही मेरे गोल मल
ु ायम
चूची को भी दबाने लगा, बुर तो दवाई के पिघलने से चिपचिपा हो चुका था लेकिन दोनों फ्रेंच किस्स का
आनंद ले रहे थे और फिर जीभ निकाला तो मैं उसके गाल चूम ली ” अब तेरी रानी तैयार है डियर ” वो
उठा और मेरी जांघों के बीच लन्ड पकड़े बैठा, मेरी सांसें थम सी गई थी तो उसके लन्ड का सप
ु ाड़ा बरु के
दरार में था और फिर उसने अपना लन्ड छे द में चांपा तो खसखसता हुआ लन्ड बुर में जाने लगा, शाम
से अभी तक की तीसरी चुदाई थी तो बुर का तार तार ढीला हो चुका था और फिर विनय ने जोर का
धक्का दे मारा तो मैं ” आह फट गई आराम से चोद साले तेरी मौसी की बरु नही है

( इतने में मॉम रूम में आई ) जिया तू मुझे याद कर रही थी क्यों विनय का लन्ड दर्द दे रहा है

( वो साड़ी और ब्लाउज में थी ) ओह मॉम तू चिंता मत कर शाम को एक क्लासमेट को बुलाती हूं फिर
तुझे वो तेरी जवानी याद दिला दे गा

( मॉम मुस्कुराई ) ओह अब समझी की मेरी बेटी कितनी अनुभवी है ” और विनय मेरे ऊपर सवार होकर
चोदता हुआ चेहरा चम
ू ने लगा तो मैं उसके कमर पर हाथ लगाए चत
ू ड उछालना शरू
ु कर दी, मॉम रूम से
निकल गई तो विनय मेरे ओंठ चूमने लगा ” मतलब की शाम को मेरी छुट्टी
( मैं बोली ) तेरी मर्जी, दो चत
ू है तो लन्ड भी तो दो चाहिए ” और उसका लन्ड किसी खंजर की तरह बरु
में चुभ रहा था, मैं चूतड स्थिर किए चुदाने लगी तो विनय थोड़ी धीमी गति से मुझे चोदने लगा और मेरे
बदन की गर्मी चरम पर थी और विनय के छाती से मेरी बूब्स रगड़ खा रही थी और फिर बरु में गर्मी
सहते हुए उसके गाल चूम ली ” और तेज चोदो ना विनय रस निकलने पर है

( वो चोदता हुआ बोला ) वो तो निकलेगा ही डार्लिंग आराम से मजे लो ” और फिर मैं चत


ू ड स्थिर किए
चुदाने लगी, कुछ दे र में ही चूत रसीली हो गई तो विनय मेरे ऊपर से उठा और मैं अपने बदन को सीधा
करने लगी, विनय के बदन के नीचे होकर कल शाम से ही चुदवा रही थी तो परू े बदन में दर्द हो रहा था
लेकिन उस सख
ु के सामने दर्द क्या।

विनय वापस आया तो मैं खुद ही कोहनी और घुटनों के बल होकर अपना गांड़ उसे चमकाने लगी और
वो मेरे चूतड के सामने बैठकर मेरे चूतड पर थप्पड़ मारने लगा, मेरी जांघों को फैलाया फिर गांड़ के दरार
में जीभ फेरते हुए चाटने लगा और मेरे सीने से लगे बूब्स पकड़ दबाने लगा तो मैं पीछे मुड़कर दे खी ”
विनय प्लीज अंदर डालो ना

( वो मेरे बरु को उं गलियों से सहलाया फिर लन्ड पेलने लगा ) आह आह ओह ये तो मानो असीम सुख की
प्राप्ति है , तेरा मोटा और कड़ा लन्ड मुझे पसंद है डियर ” और वो मेरे रसीले बुर में धक्का दे कर चोदने
लगा तो मैं अभी बुर में थोड़ा दर्द महसूस कर रही थी, दर्द क्या मोटा लन्ड बुर को रगड़ा दे ता हुआ मस्त
कर रहा था और विनय तेज गति से चोदने लगा तो मैं उसका साथ निभाने के लिए चूतड हिलाना शुरू
की और दोनों संभोग क्रिया में लीन हो गए, सुबह उठी तो नाश्ता करके सेक्स का सुख तो मेरी मॉम रात
को भैया से गांड़ भी चुदाई और विनय दे दनादन चोदता हुआ मस्त था तो मैं चूतड को हिलाते हुए ”
और तेज चोद चोद चोदकर फाड़ दे मेरी चूत

( विनय चोदता हुआ बोला ) लगता है दर्जनों लन्ड से चुदवा रही है तब तो साली मेरे लन्ड को आराम से
निगल गई
( मैं हं स दी ) ओह डियर बरु तो इलास्टिक सा होता है , हां चुदवा तो रही हूं दो साल से लेकिन जवानी में
मजा नही लुंगी तो कब मस्ती करूंगी ” और विनय मेरी बरु ८-९ मिनटों से चोदे जा रहा था तो दोनों
संभोग में पसीना पसीना हो चुके थे तो मेरी बुर अब लन्ड के रस के लिए तड़प रही थी, मैं चूतड स्थिर
किए चुदाई का मजा ले रही थी तो विनय चोदता हुआ हांफने लगा और फिर बोला ” चूतड हिला साली
रण्डी मेरे लन्ड से रस निकलने वाला है ” और उसके लन्ड से वीर्य का फव्वारा निकल मेरी बुर को गीला
कर दिया तो मैं लन्ड बरु में लिए रही फिर विनय लन्ड निकाल लिया तो मैं उसे मंह
ु में लेकर चस
ू ने
लगी और वीर्य का स्वाद लेकर मस्त हो गई, विनय वाशरूम चला गया तो मैं बेड पर नंगे ही लेट गई,
आगे बहुत कुछ हुआ।

जिया की कामक
ु गाथा : भाग ८

पिछले भाग में आपने पढ़ा की कैसे मेरे दिन की शरु


ु वात हुई, भैया विनय के साथ मां सेक्स में लिप्त थी
तो मैं भी मजे करने लगीं और फिर विनय भैया मेरी चुदाई करके मुझे मस्त कर दिए और अब तो रे णु
को चुदाने की इच्छा थी। मेरी मां रे णु ३९-४० वर्ष की थी लेकिन उनकी शारीरिक जरूरत कभी पूरी ही
नही होती थी, पहले तो पापा के दोस्त के साथ रं गरे लियां मनाते पकड़ी गई थी फिर भी अपने हरकत से
बाज नहीं आई, मैं और विनय भैया शारीरिक संबंध बनाते हुए उनके द्वारा रं गों हाथ पकड़े गए फिर क्या
था, जो हो रहा था वो आपलोग पढ़ ही रहे हो। मैं तो नाश्ता करके आराम करने लगी फिर दे खी की
विनय भैया कहीं जा रहे हैं तो मैं भी उन्हें आइस क्रीम लाने को बोली फिर भैया बाहर चले गए तो रे णु
मेरे पास आई ” मैं स्नान करने जा रही हूं दरवाजा खोल दे ना जब विनय आए ” मैं हामी भर दी और
फिर उठकर डाइनिंग हॉल चली गई, टी वी ऑन करके एक शो दे खने लगी और तभी मेरी सहे ली बेबी का
कॉल आया ” हां बेबी कैसी हो

( वो ) ठीक हूं तू आज कॉलेज नहीं आई

( मैं बोली ) हां यार कल रात से पीरियड आ गया है अब अगले वीक से आऊंगी
( बेबी हं स दी ) ओके फिर मिलते हैं ” मैं कॉल डिस्कनेक्ट की तभी एक अनजान नंबर से कॉल आया और
मैं कॉल रिशीभ की ” हे लो कौन

( एक लड़के कि आवाज थी ) जी आप जिया बोल रही हैं

( मैं असमंजस में थी ) बोल रही हूं तुम कौन

( वो बोला ) जी आपका नंबर रितेश से मिला कब आप मुझे टाइम दे रही हैं

( मैं समझ गई ) तुम पहले व्हाट्सएप पर अपना लेटेस्ट फोटो भेजो और मैं तुम्हें रे ट लिस्ट भेज दं ग
ू ी ”
उधर से मॉम स्नान करके निकली तो छाती से पेटीकोट बांधे ही वहां आई और मैं उन्हें दे ख पूछी ” कम
से कम पूरे कपड़े तो पहन लो

( वो मुझे दे खते हुए पूछी ) किसका कॉल था

( मैं बोली ) तुमको क्या, जब मेरी चोरी पकड़ ही ली हो तो मस्ती करने दो ” और वो रूम चली गई तो मैं
कुछ दे र बाद व्हाट्सएप पर एक फोटो और डिटे ल्स दे खी, लगभग ३२ साल का मर्द था जिसका नाम हर्ष
गोयल था और मझ
ु े समझ में आ गया की ये मालदार पार्टी है तो मैं उसके व्हाट्सएप पर रे ट लिस्ट भेज
दी और कुछ दे र बाद विनय भैया आए तो उनके हाथ में एक पोलिबेग था, वो मुझे दे खते हुए कुछ
सामान डाइनिंग टे बल पर रखे तो मैं व्हिस्की की बोतल दे ख दं ग रह गई की आखिर मेरी मॉम रे णु भी
व्हिस्की पीने लगी हैं, प्रायः दे खा गया है की गैर मर्दों के साथ जिस्मानी ताल्लक
ु ात रखने वाली औरतें
नशे का सेवन करती हैं ताकि मस्ती करते वक्त उनको डबल मजा आए। मैं तो टॉप्स और स्कर्ट पहने
बैठी थी और तभी मॉम रूम से निकली तो उनके जिस्म पर सेक्सी नाईट गाउन था जिसकी लंबाई इतनी
ही थी की जांघ तक को ढक नही सके साथ ही उनके दोनों बब्ू स का ऊपरी हिस्सा दिख रहा था और
किसी कॉल गर्ल की तरह वो अपने आपको तैयार रखी थी, विनय अब कपड़ा बदल लिया फिर तीनों
डाइनिंग हॉल में बैठे थे और मैं विनय भैया को दे ख बोली ” मेरे लिए एक स्ट्रॉन्ग पैक लेकिन आपकी
मौसी कब से इतनी मेकअप में रहने लगी

( रे णु हं स दी ) तो तझ
ु े क्यों ईर्ष्या हो रही है , सेक्सी और हॉट दिखंू इसलिए ऐसे ड्रेस पहन ली हूं

( मैं खिलखिलाकर हं स दी ) हां तो फिर अपना रे ट भी बता दे ना ताकि विनय तुझे पैसे पर ही ” और मॉम
का चेहरा गुस्से से लाल हो गया लेकिन वो चुप बैठी रही तो विनय ग्लास में ड्रिंक्स बनाने लगा और मैं
ग्लास लेकर पीने लगी।

रे णु विनय के पास बैठी थी और उनका ड्रेस बिकनी लाईन तक उठ चक


ु ा था तो मैं सामने के सोफा पर
बैठ मॉम की ब्लू रं ग की बिकनी को दे ख पा रही थी और तभी विनय मॉम की चूची को पकड़ दबाने
लगा तो मॉम उसके गाल चूम ली ” मेरी जैसी औरत का कितना दे गा

( विनय उनके कंधे पर हाथ रख बूब्स दबाते हुए बोला ) दिन भर का ५० रू मिलेगा

( मैं बोली ) क्या विनय इतनी भी ढीली माल नही है ” और फिर दोनों ग्लास टे बल पर रख दिए फिर
विनय मॉम के ओंठ पर ओंठ रख चुम्बन दे ने लगा तो मैं दोनों को दे ख रही थी फिर ज्योंहि रे णु अपनी
जीभ विनय के मुंह में डाली मैं उठकर मॉम के सामने फर्श पर बैठ गई और मॉम के दोनों पैर उठाकर
सोफा पर रख दी और फैली हुई जांघो के बीच पें टी पर से ही बरु कुरे दने लगी तो मॉम विनय से जीभ
चुसाने में मस्त थी और मैं उनकी पें टी की हुक खोल बरु को नंगा कर दी, उनकी बुर मुर्र बे की तरह फूली
हुई थी जिसको ओंठ से चूमने लगी तो विनय मॉम के बब्ू स दबाते हुए कुछ दे र तक जीभ चूसा फिर
जीभ निकाल कर उनके गाल चूमने लगा तो मैं उनके बुर के फांकों में जीभ फेरने लगी और मॉम तो
कामुकता वश आहें भर रही थी ” उह आह ओह बरु में लन्ड डालो ना विनय

( मैं उनकी बुर में जीभ घुसाए चाटे जा रही थी ) अभी तुझे गर्म तो कर दं ू साली फिर चुदाना ” मैं अब
जीभ निकाल उसमें उं गली घुसाई फिर बरु को कुरे दने लगी तो भैया उनके ड्रेस की स्ट्रै प को कंधे से नीचे
कर बूब्स को नंगा किए फिर चूची पर मुंह लगाए चूसने लगे और रे णु उनके शॉर्ट्स को उतार लन्ड पकड़
सहलाने लगी। मैं अब मॉम के पैर के पास से हटी फिर विनय के सामने बैठकर उसके लन्ड पकड़
सहलाने लगी ” चूस कर टाईट कर दे ती हूं मॉम फिर तू चुदवा लेना

( मॉम हं स दी ) ठीक है जिया ” और मैं उसके लन्ड का सुपाड़ा अपने जीभ पर रगड़ते हुए झांट में उं गली
नचाने लगी, उसका गोल मुलायम सुपाड़ा ओंठो के बीच लेकर चूसने लगी तो विनय मॉम के स्तन चूसता
हुआ मस्त था और मैं परू ा मंह
ु खोलकर लन्ड अंदर ली फिर चस
ू ने लगी तो मॉम विनय भैया के सर को
पीछे किए चूची मुंह से निकाल दी और मैं सर का झटका दे ते हुए मुखमैथुन करने लगी तो विनय बोला
” मौसी तेरी गांड़ चोदं ू तो

( मॉम बोली ) तो क्या मुझे मजा आएगा ” और फिर मैं लन्ड को मुंह से निकाल दी फिर ड्रिंक्स का एक
दौर चला, मॉम अब फर्श पर चटाई बिछाकर लेटी लेकिन चत
ू ड ऊपर की ओर तो चचि
ू यां नीचे की ओर
और फिर मैं मॉम के गोल गुंबदाकार गांड़ को चूमने लगी तो विनय उधर से बटर की टिकिया लेकर
आया फिर मॉम के गांड़ के दरार में रगड़ने लगा जिसे मैं जीभ से चाटना शुरू की, मैं तो टॉप्स और स्कर्ट
में थी लेकिन मेरी बरु खज
ु लाने लगी और विनय भैया मेरे ड्रेस उतार कर मझ
ु े नंगा कर दिए और मेरे
बूब्स को पकड़े दबाने लगे, मैं डॉगी स्टाइल में हुई तो मॉम के चूतड पर मेरा चेहरा था और मैं गांड़ पर
बटर लगाते हुए जीभ से चाटने लगी जबकि भैया मेरी चूतड के सामने बैठे और मेरी चूत में उं गली
घस
ु ाए कुरे दने लगे तो मैं रे णु की गांड़ की दरार से लेकर गांड़ के छे द तक को चाटने लगी और भैया मेरी
बुर में उं गली करते हुए रसीला कर दिए। रे णु तो बेड से चिपके हुए थी तो उनके गांड़ की दरार से लेकर
छे द तक बटर लगाए मैं चाटने लगी और मॉम पीछे मुड़कर दे खी फिर घुटनो के बल होकर चूतड को
थोड़ा ऊपर उठा दी और मझ
ु े दे ख बोली ” वाह तू तो साली मेरी गांड़ चाटने के एवज में चद
ु ाने जा रही है

( भैया बोले ) तू टें शन मत ले मौसी जरा लन्ड को इसकी बरु का रस पिलाने दे फिर तेरी गांड़ चोदं ग
ू ा ”
तो बेड पर मॉम डॉगी स्टाइल में थी तो उनके गांड़ के छे द को फैलाकर मैं जीभ से चाट रही थी तो मैं
खुद डॉगी स्टाइल में थी तो विनय मेरी चूत में लन्ड घुसाए धीरे धीरे अंदर करने लगा फिर कमर पकड़
जोर का धक्का दिया और मैं चिंख उठी ” आह फाड़ दिए साले कुत्ते
( मॉम बोली ) तो कौन बोला उसका लन्ड अंदर लेने को मेरी गांड़ तो उसके लन्ड के लिए तरस रही है ”
और मैं चूतड हिलाते हुए चुदाने लगी तो रे णु की गांड़ को चाट चाट कर चिकना बना दी थी और वो
हटकर शायद वाशरूम चली गई तो मैं पीछे मुड़कर बोली ” विनय मेरी बरु गर्म हो जाए तो मॉम की ही
गांड़ चोद लेना बेचारी तेरे लन्ड के लिए मरी जा रही है ” और विनय का लन्ड गपागप चूत को चोदे जा
रहा था तभी मॉम आई और मेरे सामने चित होकर लेट गई तो उनकी फैली जांघो के बीच मेरा चेहरा था
और मैं रे णु की बरु को फैलाई फिर उसमें जीभ घस
ु ाए चाटना शरू
ु की तो विनय का लन्ड मेरी बरु को
गर्म कर रहा था और मैं चूतड हिलाते हुए मस्त थी, अब मॉम की बरु को लपलप जीभ से चाटने लगी तो
बुर का कचूमर निकल चुका था और मैं बोली ” बस करो यार मुझे अब मॉम की गांड़ चुदाई दे खनी है ”
तो विनय लन्ड निकाल लिया और मैं चित लेटी तो विनय मॉम को घट
ु नो के बल होने को बोला फिर
मॉम के गांड़ में लन्ड घुसाना शुरु किया, मैं लेटे हुए सब दे ख पा रही थी चूंकि मेरे कहने पर ही भैया
मॉम की गांड़ को मेरे चेहरे की ओर रखे थे, लन्ड घुसाते हुए विनय उनके कमर को पकड़ लिया फिर तेज
धक्का दे ता हुआ चोदने लगा तो मॉम मझ
ु े दे ख बोली ” मैं तो दस साल से गाँडू औरत की श्रेणी में आती
हूं इसलिए विनय के लन्ड से कोई दिक्कत नही हुई

( में हाथ बढ़ाकर मॉम के सीने से लगे चूची को पकड़ दबाने लगी ) गांड़ तो फर्स्ट नाईट के लिए ही रखी
हूं ताकि पति उसकी सील तोड़ सके ” और रे णु कमर हिलाते हुए गांड़ चुदाई का आनंद ले रही थी, तभी
विनय आहें भरने लगा ” डार्लिंग तेरी गांड़ में तो ऐसी गर्मी हैं की मैं तरु ं त ही झड़ जाउं गा ” मॉम उसे बरु
में लन्ड घुसाने को बोली और विनय बुर में लन्ड डाले चोदने लगा तो भी मॉम चूतड हिला रही थी ”
चोद साले और तेज बुर रसीली जो जाए फिर गांड़ चोदना

( विनय चोदता हुआ मस्त था ) लेकिन तेरी जैसी रण्डी की बरु कितने दे र में रसीली होगी ” मॉम कुछ
नही बोली और चूतड हिलाती रही फिर कुछ दे र में ही मॉम की बुर से रस निकल पड़ा तो विनय वाशरूम
चला गया और मॉम चित लेट गई ” जो कहो विनय का लौड़ा कड़ा है

( मैं हं स दी ) आपको तो कितनों का मिलेगा मेरे निवाला को हजम मत कर लीजिए


( मॉम मेरे गाल चूम ली ) सब समझ है , तेरे गांड़ के पीछे कितने लड़के चक्कर लगाते हैं सब मालूम है ”
और ज्योंहि विनय रूम में आया मॉम घुटनों के बल हो गई लेकिन वो बटर की टिकिया लेकर गांड़ के
छे द में घुसाने लगा, छोटा सा टुकड़ा अंदर कर उं गली से कुरे दने लगा तो मॉम बोली ” हां अब गांड़ चुदाने
में असली आनंद आएगा ” और विनय लन्ड को गांड़ में पेलने लगा तो मैं मॉम के चेहरे पर थोड़ी सिकन
दे ख पा रही थी फिर विनय उनके कमर पकड़े तेज धक्का दे दिया और मॉम ” आह गांड़ में लगता है
लोहे का रॉड घस
ु ा दिया है आराम से ” लेकिन विनय दे दनादन मॉम की गांड़ चोदता हुआ उनके बब्ू स
दबाने लगा और मॉम कुछ दे र में ही चूतड को स्प्रिंग की तरह हिलाते हुए गांड़ चुदवाने लगी, मैं तो मॉम
के जोश की दात दे ती हूं की साली चालीस साल की उम्र में भी जवान लौंडिया की तरह सेक्स का आनंद
ले रही है और विनय पछ
ू ा ” मजा आ रहा है डार्लिंग

( मॉम बोली ) पांच मिनट और टिकेगा तब ” फिर विनय कुछ नही बोला और चोदते हुए हांफने लगा तो
मैं समझ गई की विनय जल्द ही वीर्य स्खलित करे गा और विनय कुछ पल में ही धक्का दे ना छोड़ दिया
तो मॉम बोली ” फिर भी थोड़ी दे र टिके ” और ज्योंहि विनय लन्ड को गांड़ से निकाला मॉम उसे मुंह में
लेकर चूसने लगी, उनके गांड़ से वीर्य निकल रहा था तो रे णु भैया के वीर्य का स्वाद चख कर लेट गई
और मैं उठकर चली गई। आगे क्या हुआ अगले भाग में ।

जिया की कामुक गाथा : भाग ९

दोस्तों

मेरी मॉम रे णु मझ
ु े अपने ही मौसेरे भाई के साथ सेक्स करते पकड़ ली फिर वो अपने भतीजे विनय के
साथ जिस्मानी ताल्लुकात बनाई वो भी मेरे सामने, उनकी उम्र ४० वर्ष के करीब थी तो बदन थोड़ा
गदराया हुआ और बड़े बड़े बूब्स के साथ गोल गुंबदाकार गांड़ जिसको दे ख किसी भी लौंडे का मन मचल
उठे तो उनकी मोटी चिकनी जांघों के बीच जननांग जिसे मैं चाट चक
ु ी थी, मोटे फांकों के बीच स्पष्ट
दरार साथ ही बरु ढीली हो चुकी थी तो आपने पढ़ा की कैसे मॉम मेरे साथ विनय भैया के संग मस्ती की
फिर वो चले गए तो शाम का वक्त था और मॉम मुझे डाइनिंग हॉल बुलाई फिर मझ
ु े बोली ” बोतल में
थोड़ी व्हिस्की है ले आओ ” मैं उठी फिर उनके रूम में पड़े व्हिस्की की बोतल लेकर आई साथ ही दो
ग्लास और एक कोल्ड ड्रिंक्स की बोतल और दोनों ग्लास में व्हिस्की डालते हुए ड्रिंक्स बनाने लगी तो
मॉम ग्लास उठाई फिर ड्रिंक्स लेते हुए बोली ” तू अब शादी के लायक हो गई है क्या कहीं रिश्ता तय
कर दं ू

( मैं हं स दी ) उहुं अभी साल दो साल नहीं

( मॉम पूछी ) ओह अभी और मस्ती करने की इच्छा है

( मैं ड्रिंक्स लेते हुए बोली ) ये मस्ती तो शादी के बाद भी करूंगी क्यों आप गैर मर्दों के साथ एंजॉय नही
करती हैं

( वो मुंह ऐंठ बोली ) हां जब तक औरतों के अंग शेप में होते हैं साथ ही सामने वाले को मजा मिलता है
तब तक तो वो गांड़ के पीछे चक्कर लगाते हैं और फिर मुंह फेर लेते हैं

( मैं बोली ) ओह तो क्या अपने बेटे की उम्र के लड़के के साथ मस्ती करने का मन है

( मॉम कुछ सोच में पड़ गई फिर बोली ) जरूर लेकिन तेरे दोस्त क्या सोचें गे ” मैं उठकर अपने रूम चली
गई और दो दिनों से लगातार सेक्स करते हुए थकान महसूस कर रही थी इसलिए आराम करते हुए
सोचने लगी की आखिर अधेड़ उम्र की मॉम को किसके साथ रूबरू कराया जाए ताकि वो अपने तन बदन
में लगी आग को बझ
ु ा सके और फिर मैं मोबाइल में दे खी की मेरे क्लाशमेट का एक व्हारसैप मेसेज है
जिसे पढ़कर मैं समझ गई की वो पैसे पर मझ
ु े चोदना चाहता है तो मैं उसे कॉल की ” हां बोल अमन
केसे याद किया

( वो बोला ) कॉलेज तू आ नही रही तुमसे मिलना है


( मैं बोली ) आ जा मेरे साथ मेरी मॉम फ्री लेकिन कितना दे गा

( वो बोला ) वही पांच हजार फॉर फूल नाईट

( मैं बोली ) क्या अमन एक की जगह दो दो माल फिर रे ट इतना कम

( अमन बोला ) ठीक है थोड़ा ज्यादा ले लेना लेकिन मॉम तेरे साथ मझ
ु े मजा दे गी

( मैं बोली ) हां उसकी चूत में खुजली नहीं होती क्या ” और कॉल पर बातें कर रही थी की दे खी की मॉम
दरवाजे के पास खड़ी होकर मेरी बातें सुन रही है और मैं बात करके मोबाइल रखी तो मॉम रूम में आई
फिर मुझे दे ख बोली ” क्या जिया इतने बुरे ख्यालात मेरे बारे में सो क्या

( मैं बोली ) ओह मॉम दोस्त से बात कर रही थी तो तम्


ु हारे बारे में मन में कुछ बातें आ गई, क्या तन्
ु हें
एंजॉय करने की इच्छा नहीं

( मॉम मेरे बगल में बैठी ) लेकिन पैसे पर ये काम तुम करती हो जिया मतलब पता है

( मैं मुंह फेरते हुए बोली ) तो क्या हुआ, मजे दे ती हूं तो बदले में गिफ्ट दे ता है , मुफ्त में तो नहीं बांटती
रहूंगी

( मॉम खिलखिलाकर हं स दी ) अरे बद्ध


ु ु तुम तो मॉडर्न सोच वाली लड़की हो और इस उम्र में मजे नहीं
करोगी तो क्या मेरी उम्र में ” तो मॉम मेरे प्लान को सही करार दे ते हुए रात की तैयारी में जुट गई और
मैं अमन को कॉल की कि वो शाम ०७:३० बजे तक घर आ जाए। मैं तो कुछ दिन पहले ही हे यर रिमूवल
क्रीम लगाकर अपनी कांखों के बाल साथ ही बुर पर के बाल को साफ की थी लेकिन मॉम तो वाशरूम
चली गई और मैं व्हिस्की की बोतल में पड़े व्हिस्की को ग्लास में ली फिर ड्रिंक्स बनाकर पी ली, अभी
एक घंटे का वक्त था और अमन मेरे साथ दो बार एक होटल में सेक्स किया था तो मुझे उसका गठीला
बदन साथ ही काम क्रिया करने के स्टाइल पसंद थे, मैं थोड़ी दे र बाद दे खी की मॉम वाशरूम से निकलकर
बेडरूम घुस चुकी है और मैं पर्दे के पीछे से अंदर झांककर दे खी तो मॉम ड्रेसिग
ं टे बल से लगे बड़े से
आईने के सामने नग्न होकर खड़ी है साथ ही अपने खूबसूरत अंगों को दे ख रही है तो मैं भी उनके बिन
बाल वाले चूत को आईने में ही दे खी, फिर मॉम बेड पर रखे पेटीकोट को ली और पहनने लगी, ब्रा को
चचि
ु यों पर लगाई और बोली ” छुपकर क्या दे ख रही हो बेटी इधर आओ ” मैं रूम घस
ु ी तो मॉम ब्लाउज
पहन ली फिर साड़ी पहनने लगी ” क्या है की तुम मझ
ु े अपने दोस्त से मिलवाओगी वो भी सेक्स के
लिए ठीक नहीं है

( मैं बोली ) तो फिर

( मॉम बोली ) मैं अभी थोड़ा मार्के ट की ओर निकलती हूं और वो जब आएगा तो फिर दोनों अपने काम में
लग जाना फिर तुम्हारी चोरी पकड़ी जाएगी क्यों ” और मुझे भी ये आइडिया ठीक लगा तो मॉम घर से
घूमने निकल गई, मैं अब अपने टॉप्स और स्कर्ट उतार दी फिर फ्रेश होकर एक सेक्सी बेबी डॉल ड्रेस
निकाली और उसे पहन ली ताकि अमन मझ
ु े इस ड्रेस में दे ख मझ
ु पर टूट पड़े, मॉम को तो थोड़ा रुककर
आना था ताकि सेक्स के दरम्यान ही दोनों को रं गे हाथ वो पकड़ सके। मैं अब तैयार थी तो वक्त ०७:१०
का हो रहा था और मैं डाइनिंग हॉल में बैठकर टी वी दे ख रही थी लेकिन ध्यान तो डोर बेल पर ही था
और कुछ दे र बाद डोर बेल बजा तो मैं उठी फिर दरवाजा खोली तो सामने अमन खड़ा था और मैं उसे
दे ख मुस्कुराई ” अंदर आओ मुझे लगा कि तुम नहीं आओगे ” और फिर बरामदे पर के गेट को सिर्फ
सटाया फिर दरवाजा बंद की तो वो हाथ में एक बैग लिए खड़ा था ” बैठो अमन कोई नही है सिवाय हम
दोनों के

( वो बेग को टे बल पर रखा फिर सोफा पर बैठ गया ) तो तम


ु अपने मॉम की बात कर रही थी

( मैं उसके सामने आकर खड़ी हो गई ) बेवकूफ मजाक की थी आखिर मॉम कैसे मेरे साथ ये सब करतीं
( वो मेरे कमर में हाथ डाल मुझे अपने गोद में बिठा लिया ) डार्लिंग तुम तो बहुत हॉट लग रही हो
लेकिन मॉम कहां गई

( मैं उसके मोटे जांघ पर चत


ू ड रख उसके कंधे में बाहें डाल बोली ) वो एक पार्टी में गई है और दस
ग्यारह बजे तक वापस आ जाएगी ” तो अमन मेरे गाल चूमने लगा और फिर मेरे पीठ को सहलाने लगा
तो मेरी ड्रेस कमर पर आ चुकी थी और वो मेरे रसीले ओंठ को मुंह में लिए चूसने लगा तो मैं उसके
पीठ पर हाथ फेरने लगी और कुछ दे र बाद ओंठ उसके मंह
ु से निकाली ” कुछ पीने का लाए हो

( अमन बोला ) हां तेरे लिए ठं डी बीयर ” और फिर दोनों बियर पीने लगे लेकिन मैं उसके कपड़े को
उतारने लगी तो मेरे जिस्म पर ड्रेस का कोई अर्थ ही नही था, अमन मेरे एक बूब्स पकड़े दबाने लगा और
ड्रिंक्स लेता हुआ पूछा ” लेकिन यार मैं तो कल दिन का प्लान सोचा था तुम तो ऐसा मजाक की कि
अब रात दस बजे के बाद कहां जाऊंगा पता नही

( मैं उसके कपड़े उतार उसे नंगा कर दी और उसके सामने खड़ी हुई खुद का ड्रेस उतार नंगी हुई ) अरे
बेवकूफ किसी होटल में रुक जाना फिलहाल तो मजे करो ” तो अमन मेरे नग्न बदन को दे खता हुआ उठ
खड़ा हुआ फिर मझ
ु े बाहों में लेकर चूमना शुरू किया तो मैं उसके बदन से चिपके उसके जांघिया को नीचे
खड़का दी फिर मेरे रसीले ओंठ उसके ओंठ पर था तो वो मुंह खोले मेरा जीभ अंदर लिया और चूसने
लगा, उसका हाथ मेरे नग्न चूतड पर था तो मैं उसके छाती से बूब्स रगड़ते हुए मस्त थी और मॉम तो
मेरे कॉल करने के कुछ दे र बाद ही आती तो पहले सोची की कामुक होकर मजे ले लूं फिर तो उस साली
को भी इसका लन्ड चखाना है , मैं जीभ निकाल उसके लन्ड को पकड़ ली तो अमन मेरे बूब्स दबाते हुए
बोला ” तू मुझे फंसवाएगी साली

( मैं उसके लन्ड को पकड़ हिलाना शुरु की ) तू तो फट्टू है मेरी तरह बहादरु बन अरे वो जब तक आयेगी
तब तक तो तेरा लन्ड दहाड़ मारकर झड़ चक
ु ा होगा ” और अमन मझ
ु े सोफा पर बिठाया फिर मेरी जांघों
को सहलाते हुए बरु पर नाक सटाया, बुर की खुश्बू लेने लगा तो मैं जांघें फैलाई बैठी रही फिर मेरी चूत
पर चुम्बन दे ता हुआ चूची को दबाने लगा तो मैं सिसक रही थी ” उह ओह आह इस बरु चाट साले ” तो
वो बरु के दरार को फैलाकर उसमें जीभ घुसाया फिर चाटने लगा तो मैं मस्त हो रही थी, उसके लन्ड के
फुंफकार को दे ख मुंह में पानी आ रहा था लेकिन उधर मॉम को भी मेरे कॉल का इंतजार होगा, मैं बुर
चटवाते हुए उसके बाल को पकड़े चेहरे को जांघो की ओर किए हुए थी तो वो लपलप जीभ से बरु चाटने
में लीन था ” आह ओह अब बस करो बहुत तेज मुतवास लगी है ” तो वो बुर को छोड़ा फिर मैं उठकर
रूम गई और मोबाइल लेकर वाशरूम घुसी और मूतने के बाद मॉम को कॉल की ” इतनी दे र से कॉल का
इंतजार कर रही हूं

( मैं ) सॉरी मॉम

( वो ) अब बरामदे पर आ चुकी हूं ” तो मैं मोबाइल बेड पर छोड़ उसके पास आई और उसके सामने
बैठकर लन्ड पकड़ चूमने लगी तभी डोर बेल बजने लगा तो मैं लन्ड छोड़कर बोली ” अमन लगता है
मॉम आ गई ” वो डरा हुआ था ” तुम मेरे रूम के वाशरूम ने छुप जाओ फिर बाद में घर से निकल
लेना ” और मैं झट से टॉप्स और स्कर्ट पहन ली तो वो मेरे रूम चला गया, दरवाजा खोली तो मॉम
दरवाजा बंद कर जानबूझकर तेज आवाज में बोलने लगी ” इतनी दे र लगती है दरवाजा खोलने में

( वो मेरे साथ मेरे रूम आई ) वाह डाइनिंग हॉल मे सेक्सी बेबी डॉल ड्रेस कौन इधर आया था

( मैं बोली ) मॉम आप गलत समझ रही हैं उसको मैं वाशिंग मशीन में डालने के लिए ही रखी थी

( मॉम वाशरूम की ओर बढ़ी ) ठीक है दे खती हूं आखिर कौन मेरी गैरहाजिरी में इधर आता है ” और वो
दरवाजा को धक्का दी तो वो अंदर से बंद था, मॉम को सब पता था और वो मुझे बोली ” किसको अंदर
छुपा रखी हो बोलो मर्द का बच्चा है तो बाहर निकले ” और फिर अमन दरवाजा खोल बाहर निकला तो
वो अपने कमर से टॉवल लपेट रखा था, मॉम उसे दे ख बोली ” ये तुम्हारा फ्रेंड है रुको अभी मैं

( अमन डरा हुआ था ) दे खिए आंटी जवानी मे ऐसी गलती हो जाती है प्लीज मझ
ु े जाने दीजिए
( मॉम बोली ) ठीक है लेकिन अभी नही सुबह जाना ” ये कहते हुए मॉम उसके टॉवेल को पकड़ खींच दी
तो वो नंगा हो गया और मॉम बेटी के प्लान को वो क्या समझे, वो तो घ्बड़ा गया जब मॉम उसके लन्ड
पकड़ बोली ” चल साले दे खती हूं इसमें कितना दम है ” और तीनों डाइनिंग हॉल आए तो अमन नंगा था
और मॉम तो साड़ी, बेकलेश ब्लाउज और पेटीकोट में थी, सोफा पर बैठी और फिर अपने पल्लू को सीने से
हटाकर बोली ” दे ख तेरी मां की चूचियां पसंद है

( मैं अब उसके डर को खतम करने के लिए मॉम के सामने ही टॉप्स और स्कर्ट उतार दी ) क्यों बच्चू
फट गई हम दोनों का प्लान था ये ” और अमन मॉम के बगल में बैठकर सर पर हाथ रख लिया तो
मॉम उसके हाथ पकड़ अपने बूब्स पर लगाई ” चिंता मत कर मां हो या बेटी सबमें उतना ही मजा है ”
तो अमन अब मॉम के गाल चम
ू ने लगा और मैं उसके लन्ड को दे ख उसकी ओर गई फिर उसके सामने
बैठकर लन्ड पकड़े चूमने लगी तो अमन मेरी मॉम की ओंठ को मुंह में लिए चूसने लगा साथ ही उनके
बड़े बड़े बब्ू स को पकड़ दबाने लगा। मैं अब अमन के लन्ड मुंह में लिए चूसने लगी तो वो मेरी मॉम के
जीभ चूसता हुआ ब्लाउज खोलने लगा, रे णु खुद जल्दी में थी इसलिए अपने ब्लाउज सहित साड़ी को
उतार दी और अमन उनके जीभ मुंह से निकाला लेकिन मैं तो अमन के लन्ड मुंह में लिए चूस रही थी,
अब सर का झटका दे ते हुए मुखमैथुन करने लगी तो अमन मॉम के चेहरे को चूमता हुआ चूची दबाए जा
रहा था और फिर उनके गर्दन चूमने लगा तो मैं उसके टाईट लन्ड मुंह से निकाल उसे जीभ से चाटने
लगी और दे खी की रे णु अमन के बाल सहलाते हुए चच
ू ी पकड़े उसके मंह
ु में घस
ु ाई और अमन उनकी
चूची के आधे हिस्से मुंह में लिए चूसने लगा साथ ही दस
ू रे बब्ू स को दबा भी रहा था। मेरे सामने अब
मॉम की चिकनी चूत भी थी तो अमन का लौड़ा भी तो मैं उसके लन्ड मुंह में लिए चूसने लगी साथ ही
मॉम के जांघो के बीच उं गली लगाए बरु में घस
ु ाई और कुरे दने लगी तो मॉम उसको छाती से लगाए
स्तनपान करा रही थी ” उह ओह अमन अब दस
ू री चूची चूसो यार मेरी बुर जल्द ही झड़ने वाली है ” तो
मैं मुंह से लन्ड निकाल दी फिर मॉम की बुर से उं गली निकाल उसमें जीभ घुसाए चाटना शुरु की तो
अमन मॉम के दाहिने चच
ू ी को चस
ू ने में लीन था और मैं मॉम की बरु की गहराई में जीभ घस
ु ाए चाटे
जा रही थी, आगे क्या हुआ अगले भाग में ।

जिया की कामुक गाथा : भाग १०


पिछले भाग के आगे… मैं फर्श पर नंगे बैठी हुई थी तो अमन और मॉम सोफा पर बैठे हुए थे और मेरा
दोस्त मॉम के चूची को चूसते हुए लाल कर दिया था तो उनकी निप्पल भी टाईट हो चुकी थी, मैं मॉम
की बुर चाटते हुए उसे रसीला बनाना चाह रही थी ताकि चूसे हुए लन्ड से बरु की चुदाई हो सके और
फिर मैं मॉम के गद्देदार फांकों को ओंठो के बीच लेकर चूसने लगी तो मॉम आहें भर रही थी ” ओह आह
अब छोड़ दें मेरी बुर रस छोड़ने वाली है ” मैं कुछ दे र बुर को चूसते रही फिर मुझे रे णु की बुर का रस
चखने को मिला और अब जीभ से चाट ली फिर उठकर वाशरूम चली गई तो अमन मॉम को चोदने को
उत्सुक था। अमन दे खने में स्मार्ट और लंबाई छह फीट के आसपास तो लन्ड ७ इंच लम्बा और ढाई इंच
मोटा होगा जिसे दे ख किसी भी लौंडिया के मुंह में पानी आ जाए और मैं वाशरूम से आई तो दे खी की
मॉम और अमन ड्रिंक्स तैयार कर रहे हैं और मैं भी वहां बैठकर एक सिगरे ट जलाई तो मॉम अब अमन
के लन्ड को थामें सहला रही थी और उसके गाल चूमने लगीं ” तेरी मां की उम्र की हूं लेकिन ये तो
मानो जिस्म की भूख है जिसे मर्द ही मिटाते हैं और बेटे के उम्र का ही लौंडा मां की चूत को संतुष्ट कर
सकता है

( अमन मॉम को ग्लास थमाया ) लेट्स है व ड्रिंक दे न सेक्स ” और तीनों व्हिस्की पीते हुए मस्त हो रहे
थे, मैं अमन के करीब बैठी थी इसलिए बब्ू स को उसकी बाहों से रगड़ रही थी तो अमन बोला ” पहले तो
मैं इनकी बुर चोदं ग
ू ा जोकि मॉम की उम्र की है

( मैं हं स दी ) ठीक है लेकिन मैं क्या सिर्फ दे खग


ंू ी, सो तीन तीन मिनट की बारी ” और फिर तीनों बेड रूम
आए तो मॉम जांघो को फैलाई लेट गई, मैं उनके बूब्स को सहलाने लगी और अमन उनकी जांघो के बीच
लन्ड पकड़े बैठ गया, मैं अमन के करीब गई तो उसका सुपाड़ा सहित आधा लन्ड बरु में घुस चुका था
और मैं उसके चेहरे को चम
ू ने लगी तो अमन मॉम की बरु में तिरछा धक्का दे मारा जिससे की मॉम
चिंहुक उठी ” उई साला बेटा की उम्र का होकर मॉम की बरु में दर्द पैदा कर दिया ” और अमन मॉम को
धकाधक चोदते हुए उनके चिकने जिस्म पर सवार होकर चोदने लगा, मैं मोबाइल में टाईम सेट कर चुकी
थी और रे णु तो अमन के कमर पर हाथ लगाए चूतड उछालना शुरू की और अमन किसी भूखे भेड़िए की
तरह मॉम को चोदने में मस्त था तो मैं उनकी चुदाई दे खते हुए टाइम पर नजर रखी हुई थी ” डेढ़
मिनट तो चुदवा चुकी है मॉम अब मेरी बुर चुदाई होगी
( मॉम चूतड उछाल उछाल कर चुदाने में मस्त थी ) ओह बेबी टाईम पर ध्यान मत दो मैं तुम्हें भी चुदने
का मौका दं ग
ू ी ” और अमन चोदते हुए रे णु के रसीले ओंठ चूमने लगा तो उनके गदराए जिस्म पर लेट
चोदने में मस्त था, मॉम अब चूतड स्थिर कर बोली ” अमन थोड़े दे र का ब्रेक ” तो वो उठकर वाशरूम
चला गया फिर क्या था, मैं बेसब्री से चुदाने को आतुर थी।

अमन आया तो मैं जांघो को फैलाकर लेटी थी और वो एक तकिया लेकर मेरी चूतड के नीचे लगाया फिर
बरु को चम
ू ना शरु
ु किया और मेरी बरु इतने दे र में रसीली नही हुई थी और अमन बरु के दरार में जीभ
फेरने लगा तो मैं बुर की गुदगुदी से मरी जा रही थी ” उह ओह आह बरु को चूसो ना डियर तुझे तो
मॉम की चुदाई ही दिखती है

( अमन बुर से जीभ निकाल उसके फांक को मुंह में लिए चूसने लगा ) क्या हुआ जिया बेटी तुम मुझे
अपने दोस्त से मिलवाई तो जल्द ही तझ
ु े भी गप्ु ता अंकल से मिलवाऊंगी ” और फिर मेरी बरु रसाद्र हो
गई तो अमन झट से लन्ड बरु में घुसाया फिर धीरे धीरे उसे अंदर करता हुआ चोदने लगा, मेरे बूब्स को
दबाते हुए जोर का धक्का दे मारा और फिर मेरी टाईट चूत चोदता हुआ मस्त था। मेरे जिस्म पर हाथ
फेरता हुआ लन्ड को बरु में डाले जा रहा था और मैं बरु की गर्मी से अब थोड़ी मस्त होने लगी तो मॉम
वापस आई फिर बोली ” क्या खाने का ऑर्डर रे स्तरां में कर दं ू

( मैं चूतड को थोड़ा ऊपर करने लगी थी ) ओह मॉम जो मन है करो ना मुझे मजा करने दो ” और अमन
बुर से लन्ड निकाल वाशरूम चला गया तो मॉम अपने छाती से पेटोकॉट बांध रखी थी, मैं बोली ” ठीक है
खाने का ऑर्डर कर दो लेकिन अमन नॉनवेज नही खाता है ” मॉम रूम से बाहर गई तो अमन बेड पर
आया और मैं कोहनी और घुटनों के बल हुई तो वो मेरे चूतड पर हाथ फेरने लगा ” बेबी कोई प्रोटे क्शन
यूज नहीं करोगी

( मैं पीछे मड़


ु कर बोली ) ओह जल्दी ही झड़ोगे क्या ” वो कुछ नहीं बोला फिर मैं अपने पर्स से
गर्भनिरोधक दवाई निकाली और वो मेरी बरु में घुसाया, मेरी चुचियों को पकड़ जीभ से निप्पल चाटने
लगा तो मैं बुर के अंदर दवाई के पिघलने का असर महसूस कर रही थी और फिर अमन बोला ” डॉगी
स्टाइल में हो जा ” मैं दब
ु ारा उसी स्टाइल में हुई तो मेरी जांघों को फैलाकर अमन बुर में लन्ड घुसाने
लगा, बुर तो रसीली और चिपचिप हो चुकी थी तो उसका लन्ड मेरी चूत में घुसता हुआ मझ
ु े तसल्ली दे
रहा था लेकिन तभी अमन जोर से धक्का मारकर पूरा लन्ड अंदर घुसा दिया, चोदता हुआ मेरे पीठ सहला
रहा था तो मैं कामुकता वश अपने चूतड को हिलाना शुरू की और तभी मॉम रूम में आई ” वाह क्या
मस्त चुदाई हो रही है लगता है इसकी चूत को ही रस पिलाएगा

( अमन बोला ) चिंता मत कीजिए आंटी अभी तो इंटरवल हुआ है , आपकी बरु में ही झाड़ कर शांत करूंगा
” और मैं बरु में लन्ड का धक्का सहते हुए मस्त थी लेकिन ब्रेक चाहती थी तो मॉम मझ
ु े दे ख मस्
ु कुराई
और मैं अपने चूतड को आगे की ओर करके बुर से लन्ड निकाल दी, सीधे वाशरूम गई और मूतने के बाद
फ्रेश हुई और फिर नंगे वापस रूम में आई तो मेरे निवाला पर मॉम हक जमा चुकी थी, वो भी डॉगी
स्टाइल में हुए अमन के लन्ड से चद
ु ाते हुए मस्त थी तो वो मॉम के सीने से लगे स्तन को पकड़ दबाए
जा रहा था। मैं डाइनिंग हॉल गई फिर एक पैक बनाकर ड्रिंक्स लेने लगी, वापस रूम आई तो मॉम अपने
गोल गुंबदाकार गांड़ को हिलाते हुए चुदाई का आनंद ले रही थी ” ओह उह उई और तेज चोदो चोद चोद
कर मेरी बुर का कचूमर निकाल दे

( मैं बोली ) तो क्या २२ साल से बरु की आरती हो रही थी ” और अमन अब चोदते हुए हांफने लगा,
निश्चित रूप से वो मां बेटी को पिछले १४-१५ मिनट से चोद रहा था और मैं इस उम्मीद में थी की मॉम
की बुर वीर्य से लबालब हो जाएगी इसलिए खड़े खड़े उनकी चुदाई दे ख रही थी, और अमन बोल पड़ा ”
आह उह अब निकल गया ” तो मॉम लन्ड को बरु में लिए कुछ दे र रही फिर वो अमन का लन्ड मंह
ु में
लेकर चूसने लगी और दोनों साथ ही वाशरूम चले गए, आगे बहुत कुछ हुआ।

जिया की कामुक गाथा : भाग ११

फ्रेंड्स

पिछले भाग के आगे… मॉम तो अमन से चुदाई का मजा लेकर मस्त हो गई तो मैं नशे में झूम रही थी
और मेरा दोस्त अमन थकान महसस
ू करता हुआ आराम कर रहा था, कुछ दे र बाद रे स्तरां से खाना भी
आ गया और मैं नंगे ही बेड पर लेटी थी तो मॉम और अमन दोनों दस
ू रे रूम में थे और रात ग्यारह बजे
के आसपास तीनों खाना खाकर थोड़ा रे स्ट किए फिर सेक्स की दनि
ु या में चले गए। मैं एक फ्रॉक पहन
रखी थी जिसके अंदर पें टी तक नही पहनी थी तो मॉम नाईट गाऊन पहने अपने जिस्म को ढक रखी थी,
मेरे रूम अमन आया और मुझे लेटे दे ख बोला ” क्यों बेबी तुम्हें एंजॉय करने का मुड नही है क्या

( मैं उठकर बैठी ) हां क्यों नही लेकिन पहले जरा अपनी पर्स ढीली कर

( वो मेरे गाल सहला दिया ) ओह बेबी तुझे पैसे दे दं ग


ू ा वैसे भी मुफ्त की चुदाई अच्छी नहीं होती ” और
मैं डाइनिंग हॉल उसके साथ आ गई तो मॉम सोफा पर बैठी थी, मैं उनके बगल में बैठी तो अमन मेरे
सामने खड़ा हो गया और उसके शॉर्ट्स पर से ही लन्ड का उभार स्पष्ट था तो मैं उसके शॉर्ट्स को नीचे
कर लन्ड को थाम ली तो मॉम मेरी फ्रॉक पर से ही चूची दबाने लगी तो अमन का लन्ड मैं चूमने लगी,
वो अपना एक पैर सोफा पर रखा तो मैं उसके लन्ड मुंह में भर चूसने लगी और मेरी मॉम रे णु उसके
जांघ को चम
ू ते हुए नाईट गाउन उतार डाली, मॉम अब उसके जांघ को चम
ू ते हुए उठ खड़ी हुई फिर उसके
गाल को चूमते हुए उसके हाथ पकड़ अपनी बूब्स पर लगाई तो अमन मॉम की चूची दबाते हुए उनके
ओंठ पर ओंठ रख चुम्बन दे ने लगा जबकि मैं उसके लन्ड को मुंह में लिए मुखमैथुन करने लगी तो दे खी
की रे णु अमन के मंह
ु में जीभ घस
ु ाए चस
ु वा रही है और अमन उनके चत
ू ड को सहलाता हुआ मस्त है ।
अमन को डबल मस्ती मिल रही थी, बेटी लन्ड चूस रही थी तो वो मॉम की जीभ चूसता हुआ उसके गांड़
की दरार में उं गली फेर रहा था और फिर मैं उसके लन्ड मुंह से निकाली और जिह्ह से चाटने लगी।
अमन तो मॉम के जीभ निकाल कर उसके बब्ू स को पकड़ जीभ से चाटने लगा और मैं लन्ड छोड़ बोली ”
चल अब बेड पर ही इस साले को औकात बताती हूं ” तो गेस्ट रूम में तीनों बेड पर आए और अमन को
लेटने को बोली तो रे णु लन्ड को पकड़ चूमना शुरू की और मैं उसके चेहरे को चूमते हुए उसके हाथ का
स्पर्श पीठ पर पा रही थी, मैं उसके बगल में पट हुए लेट गई थी फिर खद
ु ही उसके ओंठ पर ओंठ रख
चुम्बन दे ने लगी और अमन मेरे पीठ को सहलाते हुए मेरे जीभ मुंह में लिए चूसने लगा तो मैं दे खी की
मॉम अमन के लन्ड मुंह में लिए चूस रही है । मेरी बुर तो उसके लन्ड चूसने के क्रम में ही खुजलाने
लगी थी तो उससे जीभ चुस्वाते हुए मैं मस्त थी फिर उसके मुंह से जीभ निकाल बोली ” क्यों मुंह पर
बैठूं बुर चाटोगे

( वो बोला ) हां बेबी क्यों नही ” तो मॉम मुखमैथुन करने में लीन थी तो मैं उसके मुंह के ऊपर ही चूतड
रखे बैठी और मेरी फैली जांघो के बीच उसका चेहरा था तो अमन मेरी बुर को नाक लगाए सूंघने लगा
और मैं तो मस्त हो रही थी, उसके ओंठ मेरी कोमल चूत पर किस्स करने लगे तो मैं खुद उं गलियों से
बुर फैलाई और अमन बुर में जीभ घुसाए चाटने लगा तो मैं आहें भर रही थी ” उह आह ओह बरु में
गुदगुदी हो रही है

( मॉम बोली ) हां होगी ही आखिर लन्ड जो अंदर लेना है ” और मुड़कर दे खी तो मॉम लन्ड चाटकर हट
गई, अमन मेरी बुर चाटने में लीन था साथ ही मेरे बूब्स को दबाने लगा फिर तो मैं रस निकलने के
उम्मीद में मरी जा रही थी तो कुछ पल बाद बरु से रस टपकने लगा, उसके मंह
ु पर भी गिरा तो मैं
हटकर लेट गई।

मॉम वाशरूम से निकली तो अमन मेरी बुर में लन्ड घुसाने लगा और मॉम हं सते हुए बोली ” लगता है
तुन्हें जिया में ही सिर्फ रुचि है

( अमन का २/३ लन्ड बरु में था और वो धक्का दे कर चोदने लगा ) उई मां मर गई साला गधे का लौड़ा
बुर में डाल दिया

( अमन चोदता हुआ बोला ) कोई बात नही डार्लिंग आज तेरी मां की गांड़ चोदं ग
ू ा तब उनकी चींख सुननी
” रे णु मेरे पास आकर बैठी फिर मेरे बूब्स पकड़ दबाने लगी और अमन मेरी जांघों के बीच बैठे हुए
धकाधक चद
ु ाई कर रहा था, अब मैं उसे बदन पर लेटने को बोली और अमन मेरे ऊपर सवार हुआ तो मैं
चूतड उछाल उछाल कर चुदाने लगी और मेरी रसीली चूत तो अब गर्म हो चुकी थी, मैं फिर भी चूतड
स्थिर किए चुदाने लगी लेकिन अमन तीन चार मिनट चोदा फिर मेरे जिस्म पर से उठकर वाशरूम चला
गया तो मॉम बोली ” जाकर बटर की टिकिया ले आ

( मैं पूछी ) सो क्या काम है

( वो बोली ) गांड़ चुउदाऊंगी तो बटर लगाकर ” मैं उठी फिर रे फ्रिजरे टर से बटर लेकर आई तो मॉम
बिस्तर पर पट लेट गई और अमन उनके गोल गब
ुं दाकार गांड़ को चूमता हुआ गांड़ के दरार में बटर
रगड़ने लगा, यकीनन गांड़ का छे द ही बरु से ऊपर होता है जिसको फैलाया फिर उसमें बटर की टिकिया
घुसाने लगा तो मैं मॉम के पीठ को चूमने लगी और अमन उनकी गांड़ में बटर घुसाए उं गली से रगड़ने
लगा तो रे णु ” आह ओह अब गांड़ तो चिकनी हो गई लन्ड घूसाओ जानू ” तो अमन रे णु को घुटनो के
बल होने बोला फिर वो रे णु के गांड़ में सुपाड़ा घुसाने लगा, मैं अमन के करीब बैठकर दे ख रही थी की
कैसे मॉम की गांड़ में लन्ड घुस रहा है लेकिन ३/४ लन्ड आराम से घुस गया तो अमन उनके कमर को
पकड़ धक्का दे दिया फिर गांड़ चोदने लगा तो मैं मॉम के सीने से झल
ू ते स्तन को पकड़ दबाने लगी
और मॉम इतनी बड़ी गाँडू औरत होगी ये समझ में आने लगा, साली मुसल लन्ड से गांड़ चुदाते हुए चूतड
को हिलाने लगी तो अमन चोदता हुआ मस्त था ” काफी रसीली गांड़ है इस साली का

( मॉम पीछे मड़


ु कर बोली ) क्यों जिया की भी गांड़ चोदा है

( वो ) नहीं सिर्फ बरु चोदता हूं आंटी ” और अमन परू े गति से गांड़ चोदता हुआ मस्त था तो मैं लेटकर
अब दोनो को दे खने लगी तो मॉम आहें भर रही थी ” आह उह अब थोड़ी दे र बुर चोद दो

( मैं बोली ) नो मॉम वो अब मुझे चोदे गा ” तो अमन गांड़ से लन्ड निकाला जोकि पूरी तरह से टाईट हो
चुका था और अब वो अपने लन्ड पर एक स्प्रे मारा तो मैं टांगे चिहारे चुदाने को आतुर थी ” ओह तुम
लॉन्ग लास्टिं ग स्प्रे किए ताकि दे र तक ” वो कुछ नही बोला और मेरी बरु को सहलाने लगा, सुपाड़ा को
दरार में रगड़ते हुए लन्ड अन्दर घुसाया तो लग रहा था मानो खर्ं जा बुर को चुभ रही हो फिर वो धक्का
दे कर आधे से अधिक लन्ड अंदर घुसाया फिर थोड़ा लन्ड निकाल जोर का धक्का दे कर चोदने लगा और
मैं ” आह उह फाड़ दिया साले आराम से चोद ना ” तो मैं उसके लन्ड का धक्का बर्दास्त करते हुए दे खी
की मॉम मेरे चूची को पकड़ मुंह में भर चूसने लगी और अमन तो मेरी बरु का हाल खराब करने में लगा
हुआ था, मैं उसके लन्ड से मस्त थी लेकिन बुर गर्म थी इसलिए थोड़ा दर्द हो रहा था और मां तो मेरी
चच
ू ी चस
ू ते हुए मझ
ु े मजे दे रही थी, अब बरु की गर्मी चरम पर थी तो लन्ड के हरे क धक्का से मझ
ु े
मजा आ रहा था लेकिन अब बरु रसीली हो जाए इस उम्मीद में थी लेकिन ऐसा नहीं हुआ और मैं बेसुध
अवस्था में बिस्तर पर लेटे हुए चुदाई करा रही थी, अमन बुर से लन्ड निकाला फिर उसमें थूक दिया और
लन्ड घस
ु ाए चोदने लगा तो मॉम मेरे चच
ू ी को छोड़ दी तभी वो मेरे बदन पर लेटा और चोदता हुआ गाल
चूमने लगा तो मैं उसके पीठ सहलाते हुए चूतड उछालना शुरू की, संयोगवश बुर रसीली हो गई तो मैं
थोड़ी ढीली फिर मॉम वापस आई तो अमन रसीली बुर को चोदने में मस्त था ” मेरा नंबर क्या नही
आयेगा अमन

( अमन बोला ) जरूर जरा जिया की बरु को ठं डा कर दं ू ” और फिर वो मझ


ु े कुछ दे र चोदा की मैं ही उसे
हटने को बोली फिर सीधे वाशरूम चली गई, मूतने के बाद डाइनिंग हॉल ड्रिंक्स लेने गई तो दे खी की मॉम
डॉगी स्टाइल में हुए गांड़ चुदाई का मजा ले रही है , मेरी बरु भले ही रसीली हो गई थी लेकिन लहर रही
थी और मैं ड्रिंक्स लेते हुए दे ख रही थी की रे णु अपने चत
ू ड को हिलाते हुए किस कदर गांड़ मरवा रही है
तो अमन उनको चोदे जा रहा है ” आह बस कर तेरा लन्ड मेरी गान्ड की गर्मी शांत कर दिया

( अमन चोदता हुआ बोला ) तेरी गांड़ में बहुत मस्ती है एक नशा जल्द ही झडूग
ं ा ” तो मैं लेटी हुई रे णु
की गांड़ चुदाई दे ख रही थी और अब मॉम चूतड को तेजी से हिलाने लगी तो अमन भी चोदता हुआ बोल
पड़ा ” आह उह अब झड़ गया बेबी ” तो मॉम की गांड़ को वीर्य से लबालब कर वो लन्ड बाहर निकाला
तो मैं उसे मुंह में लिए चूसने लगी फिर वीर्य का स्वाद चख कर बोली ” अबकी बार मेरी बुर चोदोगे और
उसमें ही रस गिराओगे ” फिर थकान वश तीनों नंगे ही बेड पर लेट गए, आगे के लिए इंतजार कीजिए।

जिया की कामुक गाथा : भाग १२

फ्रेंड्स

मैं जिया, उम्र २३ साल तो लंबाई ५’५ इंच साथ ही फिगर ३४-२६-३६ इंच की तो चूचियां सुडौल और मेरी
गोल गद्देदार नितंब के साथ जांघो के बीच चूत जोकि गैरों को स्वर्ग की सेर कराती आई है , दस
ू री ओर
मेरी मॉम रे णु जोकि ४० वर्ष की अवस्था में भी सेक्स को आतुर रहती है के मांसल जिस्म साथ ही बड़ी
बड़ी चूचियां तो गोल गुंबदाकार नितंब और बरु तो पूरी तरह से फैल चुकी है , उन्होंने मुझे मौसेरे भाई के
साथ सेक्स करते रं गों हाथ पकड़ लिया फिर क्या था वो खुद विनय के सामने नग्न होकर मजे लेने लगी
लेकिन उनके जिस्म की आग मेरे दोस्त अमन ने ही बझ
ु ाई और मेरी हॉट मॉम रे णु ने मुझे बदले में
अपने एक यार से चद
ु ाने का वायदा किया, अमन सब
ु ह ही घर से निकल गया तो पापा फिलहाल गांव गए
हुए थे और भैया ऑफिस के काम से बाहर थे तो सुबह मैं उठकर फ्रेश हुई फिर मॉम के साथ बैठकर
चाय पीने लगी तो मॉम बोली ” शाम को तैयार रहना जिया

( मैं मस्
ु कुराई ) सो क्या कोई लड़के वाले आ रहे हैं मझ
ु े दे खने

( मॉम ठहाका लगा दी ) शादी करने को राजी है तो लड़के वाले को बुलाती हूं

( मैं बोली ) एक साल और उसके बाद शादी करा दे ना

( मॉम बोली ) आज शाम मेरा एक यार आनेवाला हैं, आकाश सिंह

( मैं बोली ) ओह यानी रात को तेरे यार के साथ सेक्स करूंगी, उम्र क्या है

( मॉम बोली ) मेरे उम्र का है लेकिन तू उसको दे ख उसपर फिदा हो जाएगी

( मैं बोली ) अच्छा कम से कम उसकी एक फोटो तो दिखा ” फिर मॉम अपना मोबाइल मझ
ु े बढ़ाई और
मैं आकाश की तस्वीर दे खने लगी, सही में गोरा रं ग तो बदन फिट और हें डसम पर्सनेलिटी ” वाह तेरी
क्या पसंद है मॉम, मैं आज रात इसे जवानी का रस पिलाती हूं

( मॉम बोली ) उसको खुश कर दे गी तो महं गे महं गे गिफ्ट भी दे गा ” और फिर दिन में तो खाना खाकर
आराम की फिर शाम को मॉम मार्के ट निकली तो मैंने उन्हें गर्भनिरोधक दवाई लाने को बोला और मैं
तैयार होने वाशरूम जाने लगी, बुर और कांख में हल्के बाल उग आए थे इसलिए उसकी सफाई जरूरी थी
लेकिन गैरों के संग मस्ती करने से पहले मैं ड्रिंक्स लिया करती थी तो अमन के द्वारा लाया गया
व्हिस्की की बोतल अभी खाली नही हुई थी। मैं एक ड्रिंक्स बनाई फिर उसे पीने लगी और वक्त शाम के
०७:०० बजे होंगे तो दस
ू रे ड्रिंक्स की सोच रही थी की डोर बेल बजने लगा और मैं जाकर दरवाजा खोली,
मॉम अंदर आई ” तुम अभी तक तैयार नहीं हुई हो, ओह अभी ही व्हिस्की पी ली

( मैं बोली ) जा रही हूं फ्रेश होने ” और मैं वाशरूम घस


ु ी तो साथ में ब्राउन रं ग की सेक्सी बेबी डॉल ड्रेस
ले ली, वाशरूम में घुसते ही कपड़ा उतार डाली फिर झरने के नीचे खड़े खड़े स्नान करने लगी, अब अपने
बुर और कांख पर हे यर रिमूवल क्रीम लगाई और उसे रगड़ने लगी फिर स्नान करके बेडरूम आई और
बेबी डॉल ड्रेस पहन ली। मैं रूम में आईने के सामने खड़ी होकर अपने आपको दे ख रही थी, इस ड्रेस के
दोनों स्ट्रे प्स कंधे पर थे तो बूब्स और उसके क्लीवेज दिख रहे थे और इसकी लंबाई इतनी थी की खड़े
रहने पर मेरे जांघो के १/४ हिस्से को ही ढक पा रही थी, कहिए तो ऐसे कपड़े अपने पति या बॉयफ्रेंड के
सामने ही पहने जाते हैं और मैं रूम से बाहर निकली तो मॉम टी वी दे ख रही थी साथ ही उनके हाथ में
ग्लास था, मुझे दे ख बोली ” वाह कितनी हॉट और सेक्सी लग रही हो जिया आज तो आकाश तझ
ु े दे ख
मुझे भूल ही जायेगा

( मैं उनकी ओर दे खी फिर सोफा पर टांग पर टांग चढ़ाए बैठी ) मॉम तुम तैयार नही होगी

( मॉम मेरी कमर की ओर दे खी ) तेरी गुलाबी रं ग की चढ्ढी तक दिख रही है

( मैं हं सी और वहीं पड़े सिगरे ट के पैकेट से सिगरे ट निकाल जलाई ) हां तो मेरे सेक्सी जिस्म की अच्छी
कीमत दिला दे ना ” और मॉम मेरे सामने से उठकर चली गई।

मैं दब
ु ारा ड्रिंक्स बनाई फिर ड्रिंक्स लेते हुए नशे में मस्त थी और अब मुझे आकाश का इंतजार था, भले
ही उम्र में मुझसे लगभग दग
ु ुना है फिर भी उम्रदार मर्दों के संग सेक्स का मजा ही अलग होता है , थोड़ी
दे र बाद मॉम रूम से निकली तो उनको दे ख मैं दे खते रह गई, आसमानी रं ग की साड़ी तो बिन बाहों वाली
ब्लाउज वो भी गोल गला और डीप नेक तो बेकलेश भी ” वाह मॉम तुम तो मुझसे अधिक हॉट लग रही
हो ” और मॉम मेरे सामने बैठकर बोली ” पांच दस मिनट में आता होगा, थोड़ा नखडा करना तो समझो
( मैं बोली ) हां ज़रूर करूंगी ऐसे थोड़े ना टांग फैला दं ग
ू ी ” और कुछ दे र में डोर बेल बजा तो मॉम उठकर
दरवाजा खोलने गई और जिया बेडरूम जाकर बेड पर लेटी मोबाइल दे खने लगी, डाइनिंग हॉल में दोनों
बातें कर रहे थे तो मॉम उनको बोली ” रूम में जाकर कपड़ा बदल लीजिए फिर साथ में ड्रिंक्स हो जाए

( वो बोला ) लेकिन जिया नही दिख रही है

( मॉम बोली ) ओह मुझे छोड़िए ना वो आपको दिख जाएगी ” मैं मोबाइल दे ख रही थी की रूम में आकाश
घुसा और मैं उन्हें दे ख उठकर बैठी और पास पड़े चादर लेकर अपने बदन को ढक ली तो वो मुझे दे खता
हुआ अपना शर्ट उतारा फिर पें ट खोल दिया, मैं तिरछी नजरों से उसके चढ्ढी की ओर दे खी, साले का लन्ड
हो या अंडकोष जरूर बड़ा होगा तो वो चढ्ढी और बनियान पहने वाशरूम घुसा तो मैं चादर हटाकर बेड
पर लेट गई, साले के सामने नखड़ा करूंगी ना की कुछ छुपाऊंगी और आकाश रूम आया फिर मेरे सामने
बेड पर बैठ मझ
ु े दे खने लगा और पछ
ू ा ” क्या तम
ु अब भी वर्जिन हो

( मैं दिखावटी गुस्सा करते हुए बोली ) उससे आपको क्या मतलब, आप तो मॉम के आशिक हैं ” तो वो
बीना कुछ बोले बेड पर आया और मुझे दबोचने की कोशिश करने लगा, मेरे हाथ पकड़ गाल पर ओंठ
लगाए चुम्बन दिया की मैं उससे छूटकर भाग गई और आकाश भी मेरे पिछे भागा तो डाइनिंग हॉल आते
ही मॉम बोली ” अरे तुम दोनों ऐसे क्यों कर रहे हो ” फिर भी मैं मॉम के रूम में घुसी और दरवाजा बंद
करना चाही लेकिन आकाश रूम मे घुसा फिर मुझे बेड पर दबोच लिया, अब मेरे गाल चूमते हुए बूब्स
पकड़ दबा दिया ” आउच इतने जोर से प्लीज मत दबाओ ” लेकिन वो मुझे बाहों के घेरे में लेकर अपने
काबू में कर मुझे चूमने लगा जबकि मैं उसे धकेल रही थी ” मॉम तुम कहां हो बचाओ इस भूखे भेड़िए
से

( मॉम आई और बोली ) आकाश तुम इसके साथ जबरदस्ती नहीं कर सकते

( आकाश बोला ) तो फिर मुंह मांगा इनाम दं ग


ू ा कितना चाहिए
( मैं उससे छुटकारा पाई ) आइए ड्रिंक्स लेते हुए बात करते है ”

मैं तो सोफा पर बैठी और मेरे बगल में आकाश बैठ गया जिसका हाथ मेरे नग्न जांघ को सहला रहा था,
मैं उसके हाथ पकड़ जांघ पर से हटा दी ” ड्रिंक्स बना रही हूं फिर बातें होगी लेकिन अभी सिर्फ दे ख कर
कान चलाइए

( आकाश हं स दिया ) रे णु तेरी बेटी तो हाई प्रोफाइल कॉल गर्ल के अंदाज में बात कर रही है

( रे णु बोली ) पहले ड्रिंक्स तो लीजिए फिर ये कहां भागी जा रही है , वैसे भी अभी जवानी के दहलीज पर
कदम रखी है नखरे तो करे गी ” और फिर मैं उसे ग्लास थमाई तो आकाश मेरे करीब बैठा हुआ था फिर
मैं उठकर मॉम को ग्लास पकड़ाने के लिए थोड़ी आगे की ओर झुकी की आकाश मेरे ड्रेस में हाथ घुसाए
चूतड को सहला दिया और मैं पीछे मुड़कर उसके जांघ पर ही चूतड रख बैठ गई तो मेरे हाथ में भी
ग्लास था और एक हाथ उसके कंधे में डाल कान के पास बोली ” इस कॉल गर्ल का क्या दोगे डियर

( वो मेरे पीठ सहलाने लगा ) तू मांग कर दे ख ले, बस मेरे हिसाब से बिस्तर पर मजे दे ना ” और मैं तो
ड्रिंक्स लेकर उसके जांघ पर से उतर उसके बगल में बैठी ” आपके हिसाब से बेड पर क्या क्या करना
होगा

( आकाश झट से सिगरे ट जलाया ) ये तो तम्


ु हें मालम
ू होना चाहिए ” और फिर मैं आकाश के चढ्ढी पर
से ही लन्ड पकड़ ली साथ ही उसके हाथ मेरे बब्ू स पर थे और अब तो नशे में मस्त जिया उसके चढ्ढी
उतार फैं की तो उसका लम्बा मोटा लन्ड दिखा, ऐसे लन्ड दे ख अच्छी अच्छी चुदक्कड की बुर सहम जाए
और मैं अब उसके सामने बैठकर उसके लन्ड पकड़ चूमना शुरू की तो आकाश मेरे कंधे पर हाथ लगाकर
स्ट्रै प्स की हुक खोल उसे नीचे खिसकाया और मैं खुद खड़ी हुई तो मेरे बदन से ड्रेस नीचे आया और मुझे
नंगा कर आकाश मुझे दे खने लगा ” रात की कीमत २५ हजार लेकिन यदि मुझे सब कुछ मिला तब
( मैं उसके सामने पीछे मुड़कर चूतड दिखाई ) बस आपको पिछला वाला नही मिलेगा ” और फिर आकाश
मुझे गोद में बिठाए चूमने लगा तो मैं नग्न लौंडिया उसके गाल चूम रही थी, आगे अगले भाग में ।

जिया की कामक
ु गाथा : भाग १३

पिछले भाग के आगे…. जिया तो आकाश अंकल के गोद में नग्न बैठी थी और मेरी मॉम रे णु मुझे दे खते
हुए ड्रिंक्स का आनंद ले रही थी, उनके जांघ पर चूतड रख उनके ओंठ चूमने लगी तो मेरी बाई चूची
उसके छाती से चिपकी हुई थी और मैं आकाश के ओंठ चूमकर पूछी ” आपको मेरी गांड़ तो नही मिलेगी,
तब क्या दें गे

( वो मेरे चेहरे को चूमते हुए पीठ सहलाने लगे ) तब भी उतना ही, बेबी तू तो कच्ची कली है अपनी मॉम
से पूछ इस उम्र में भी कितना गिफ्ट दे ता हूं

( रे णु खाली ग्लास रख उठकर खड़ी हुई ) आकाश तू मुझे क्या खाक दिया है , हां तेरा दोस्त फिरोज जरूर
मुझे काफी गिफ्ट दिया है ” लेकिन यहां तो मैं अपनी जीभ आकाश के मुंह में घुसाए चुसवा रही थी तो
वो क्या खाक जबाव दे ते, मुझे बाहों में लिए जीभ चूसते रहे तो उनका लन्ड मैं सहलाते हुए मस्त थी, पता
नही इतना लंबा लन्ड बुर कैसे झेल पाएगी ये तो वक्त ही बताएगा और मैं कुछ दे र बाद जीभ निकाल
उसके कंधे पर सर रख दी तो आकाश मेरे पीठ सहलाता हुआ बोला ” रे णु तू अकेली इस तरह से क्यों
बैठी हो, इधर आओ ” रे णु आकाश के बगल में बैठ कर उसके चेहरे को चूमने लगी तो मैं उसकी गोद से
उतर कर सोफा पर बैठ गई, आकाश के नग्न छाती को चूमना शुरू की तो वो मेरे बूब्स पकड़ दबाने लगे
जबकि मॉम के ओंठ को वो मंह
ु में लिए चस
ू ने लगे तो रे णु की साड़ी सीने से नीचे खिसक गई, मैं मॉम
के साड़ी को नीचे कर दी तो आकाश उनके बूब्स को पकड़ ब्लाउज पर से दबाने लगा और मैं तो आकाश
के चौड़ी छाती को चूमते हुए उसके बदन सहलाने लगी। आकाश मेरे एक चूची को पकड़ दबाने लगा तो
वो रे णु की ब्लाउज की डोरी को खोलने लगा और रे णु खद
ु ही ब्लाउज निकाल दी उनका बड़ा बड़ा बब्ू स
ब्रा में कैद था तो आकाश अब मॉम की तरफ चेहरा किए उनके ओंठ चूमने लगा और मैं अब नंगे ही
उसके पैर के पास बैठ गई तो आकाश का लन्ड सुस्त पड़ा हुआ था जिसे हाथ मे लिए हिलाना शुरू की
साथ ही उसके जांघ पर हाथ फेर रही थी तो रे णु अब उसके मुंह से ओंठ निकाल ली, मैं लन्ड हिलाते हुए
मस्त थी की आकाश मॉम के पीठ पर हाथ लगाकर ब्रा खोल उसके चुचियों को नग्न कर दिया और मॉम
उसके हाथ पकड़ अपनी बब्ू स पर लगाई फिर मैं आकाश के लन्ड पकड़ चूमना शुरू की तो अंकल मॉम
के बूब्स दबाते हुए उसके पेटीकोट के नाडा को खोल दिए तो रे णु खुद अपने चूतड ऊपर उठा पेटीकोट को
निकाल दी। मैं तो आकाश के लन्ड को चूमते हुए सुपाड़ा को ओंठ पर रगड़ने लगी और आकाश मॉम के
गाल चूमने लगा ” तेरी बेटी तो सही में काफी हॉट और सेक्सी है

( रे णु हं स दी ) क्यों मैं क्या कम हूं ” और फिर मैं आकाश के लन्ड मंह


ु में लिए चस
ू ने लगी, दस
ु री ओर
मेरी मॉम रे णु उनके मुंह में जीभ घुसाए चुसवा रही थी तो आकाश का ८ इंच लम्बा लन्ड मुंह में लिए
सर का झटका दे ना शुरू की और उधर रे णु उसके जीभ निकाल उसके गाल चूमने लगी तो आकाश रे णु
के बड़े बड़े बब्ू स दबाए जा रहा था।

मेरी बरु में खज


ु ली होने लगी तो अंकल अब चत
ू ड उठा उठाकर मेरे मंह
ु में लन्ड का धक्का दे ने लगे,
उनका सुपाड़ा गले तक अटक रहा था तो मॉम के बूब्स पर हाथ लगाए आकाश पूछा ” थोड़े दे र तक इसे
चूस ही लूं

( रे णु उसके गाल चूम ली ) जितनी दे र तक चूसने का मन है चूस वैसे भी रं डियों की क्या इच्छा

( मैं मंह
ु से लन्ड निकाल जीभ से चाटने लगी ) क्या मॉम रण्डी लगती हो मैं, भले खश
ु ी खश
ु ी अपने
जिस्म दे रही हूं लेकिन

( आकाश मॉम की चूची मुंह में लिए चूसने लगा ) हां जिया तुझे तो दर्जनों ढूंढते हैं मुझे कौन पूछता ” मैं
चुप रही और आकाश मॉम की चूची चूसने में लगा था तो मैं लन्ड चाटने के बाद वाशरूम चली गई, फ्रेश
होकर आई तो दे खी की सोफा पर ही आकाश को लिटाए मॉम उनके लन्ड को मुंह में लिए चूस रही है तो
मैं उनके चेहरे के ऊपर टांगे चिहारे बैठी, आकाश मेरे बुर को चूमने लगा और मैं बुर की फांकों को फैलाए
उससे बुर चटवाने लगी ” चाट साले कुत्ते तुझे बेटी की चूत मिले या मां की क्या फर्क पड़ता, आह उह
अंदर तक घस
ु ा ” और उधर रे णु मंह
ु में लन्ड लिए मख
ु मैथन
ु करने में लीन थी तो मैं चत
ू ड आकाश के
मुंह पर किए बैठी थी और उनका लंबा सा जीभ मेरी बुर को चाटने में लगा था तो एक हाथ मेरे बूब्स
को दबाए जा रहे थे ” आह उह उई आह उफ अब बरु से रस निकलेगी ” और आकाश के चेहरे पर बुर
का रस टपकने लगा तो वो बरु का रस चाटा फिर मैं उठकर सोफा पर बैठ गई, रे णु तो उसके लन्ड को
जीभ से चाटने में लीन थी तो आकाश बोला ” हट अब दोनों मिलकर मेरे लन्ड को गर्म कर दी

( मैं सोफा पर टांगे फैलाई और बरु में गर्भनिरोधक दवाई घुसाई ) ठं डा भी होगा डियर तेरा लन्ड गर्म है
तो यहां एक नही दो दो चूत चुदाई को आतुर है ” फिर मैं दे खी की आकाश फ्रेश होने चला गया तो मैं
मॉम के साथ बेडरूम चली गई और दोनों बेड पर नंगे लेट गए।

आकाश वाशरूम से निकला और बेड पर आकर बैठ गया ” पहले तो इस लौंडिया को चोदता हूं फिर तेरी
बारी आएगी रे णु

( मैं जांघें फैला दी थी ) जरूर आकाश तेरा लन्ड मोटा है आराम से खेत की जुताई करना फिर दे खना मेरी
बरु का नशा ” और वो अपना सप
ु ाड़ा मेरी बरु में घस
ु ाया साथ ही थोड़ा लन्ड अंदर घस
ु ाया तो लगा की
बुर चरक जायेगी फिर भी लेटी रही और आकाश जोर से धक्का मारा ” आह उई फाड़ दिया मेरी बरु
आराम से चोद ना, इतने में फिर से धक्का दे कर चोदने लगा और मुझे तो दिन में ही तारे नजर आने
लगे। मैं जांघो को फैलाए चूत चुदाई का दर्द सह रही थी और मेरे मुंह से ” आह उह इस इतना मोटा फट
गया ” आवाजें निकल रही थी तो मॉम मेरे बूब्स को पकड़े मुंह में लिए चूसने लगी ताकि मुझे अधिक
मजा आ सके, आकाश का लन्ड तो मानो बरु की गहराई तक जाकर टकरा रहा था और मेरी बरु की
फलक को ढीली कर रही थी फिर भी मैं इस चुदाई से अभ्यस्त थी और अब दो तीन मिनट के धक्के से
बुर आराम से उसके लन्ड हजम करने लगी तो मैं बोली ” डियर प्लीज थोड़े दे र तक रुको ” और आकाश
मेरी बरु से लन्ड निकाल दिया तो मैं वाशरूम चली गई लेकिन मेरी मॉम रे णु तो टांगे चिहारे चुदाने को
तैयार हो गई, फ्रेश होकर वापस आई तो रे णु की बुर चुदाई शुरू हो चुकी थी और रे णु की बरु में लन्ड
घस
ु ाए आकाश चोदे जा रहा था ” वाह मैं फ्रेश होने गई तो ये लन्ड खोर मेरा निवाला छीन ली

( मॉम बोली ) ओह बेबी बस दो मिनट जैसे ही मेरी बरु रस छोड़ेगी तू चुदवाना ” और आकाश मॉम के
मांसल जिस्म पर लेटकर चोदने लगा तो रे णु चूतड उछाल उछाल कर चुदाने लगी, मैं बेड पर लेट गई
मेरी बरु तो मुसल लन्ड के धक्के से लहर रही थी और मैं मॉम की चुदाई दे खते हुए मस्त थी ” आह उह
और तेज तेज चोद मेरी बुर रसीली होने वाली है ” फिर रे णु चूतड उछालना बंद कर दी और अंकल उसके
जिस्म पर से उतर गए तो आकाश फ्रेश होने चला गया, रे णु बेड पर लेटे बोली ” खाने का ऑर्डर कर दे ती
हूं क्यों

( मैं बोली ) लेकिन मैं सिर्फ मसाला डोसा खाऊंगी ” और रे णु नंगे डाइनिंग हॉल चली गई, मैं दे खी की
आकाश वापस आया और मैं खुद कोहनी और घुटनों के बल होकर बोली ” आइए जनाब इस लौंडिया की
चत
ू चोदिए

( मेरे नितम्ब पर हाथ फेरता हुआ जांघो को फैलाया और सुपाड़ा बुर में घुसा दिया ) आह आराम से अंकल
आपका लन्ड इतना कड़ा होगा जानती तो कभी नही चुदाने को तैयार होती ” और इतने में आकाश जोर
से धक्का दे कर चोदने लगा और मैं फिलहाल उसके लन्ड को झेल रही थी, वो धकाधक चुदाई कर रहा था
और ज्योंहि मेरी चत
ू सहज महसस
ू करने लगी मैं चत
ू ड को हिलाना शरू
ु की और आकाश मझ
ु े चोदते हुए
मस्त थे ” तुझे गोल्ड की चैन मिलेगा ऐसी माल को मैं महं गे गिफ्ट दे ता हूं ” और मैं चूतड को स्प्रिंग
की तरह हिलाते हुए चुदाने लगी, बुर की गर्मी से लग रहा था मानो रस झड़ेगा और मैं भी यही चाहती
थी लेकिन उसका मोटा लंबा लन्ड आसानी से नहीं झड़ने वाला था ” आह उह आकाश और तेज चोद चोद
साले मेरी बुर से रस निकल गया ” फिर बुर रस से गीली हो गई और मैं चूतड आगे कर लन्ड बाहर कर
लेट गई। रे णु उधर से नंगे आई फिर आकाश के लन्ड के ऊपर चूतड किए बैठ गई तो आकाश मॉम के
कमर को पकड़ उनके शरीर को संतलि
ु त किया और रे णु खद
ु से लन्ड बरु में घस
ु ेड़ ली फिर अपने गोल
गुंबदाकर गांड़ को ही नीचे करते हुए लन्ड अंदर लेने लगी तो अंकल नीचे से धक्का दे कर चोदने लगे
और रे णु चूतड उछाल उछाल कर चुदाने लगी, मेरी बुर तो उसके लन्ड से ७-८ मिनट चुदवा चुकी थी तो
अंकल दोनो बरु को १२-१४ मिनट से चोद रहे थे साथ ही उनके लन्ड हमने मंह
ु में भर चस
ू े भी थे फिर
भी उनका लन्ड बरु में टीका हुआ था और मॉम लन्ड पर बैठकर चुदाने में मस्त थी ” आह ओह चोद
चोद साले तेरे लन्ड का रस पीकर ही दम लुंगी ” और अंकल तो नीचे से धक्का दे दे कर हांफने लगे फिर
बोले ” आह ओह मेरा लन्ड रस छोड़ दिया ” तो मॉम बरु में लन्ड लिए बैठी रही फिर उठकर लन्ड चूस
ली और आकाश फ्रेश होने चला गया, अब जिया की दब
ु ारा चुदाई होगी, इंतजार कीजिए।

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