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April-2023 – Japa Talk @ 6 am

हरे कृ ा |
काफी लोगों का रहता है , िक हरे कृ महामं का अथ ा है ? हम लोग हमेशा
हरे कृ ा हरे कृ ा, कृ ा कृ ा हरे हरे | हरे राम हरे राम, राम राम हरे हरे |
इस महा मं का उ ारण करने के िलए बार-बार लोगों को े रत करते ह, लेिकन इस मं म
कोई ओम श का उ ारण नहीं है , कोई नमः श का उ ारण नहीं है . तो ा यह मं पूरा
आ ? जी हां , यह मं पूरा आ |

ोंिक कुछ मं ों के अपने एक िनयम होते ह | लेिकन यह जो मं है , यह महामं है | मं ों का


राजा | यानी, इसी मं से सारे मं ों की उ ि होती है | हम सुनते ह, इसके िलए खुद यं
भगवान ा जी सभी दे वी दे वताओं ने और सभी ने इस बात को माना है यह हरे कृ महामं
ही सभी मं ों का राजा है | कोई भी, यिद हम िकताब या ंथ ले कर के, अगर उसको खोलकर
पढ़ते ह, तो अगर िशवजी का मं िलखा है , वहां िलखा रहे गा, िशव मं या िलखा रहे गा, मं |
यिद कोई और कार के मं होगे, तो उसम मं का नाम होगा, और उसके साथ म जुड़ा होगा
मं | लेिकन जो हरे कृ महामं िलखा होगा - हरे कृ हरे कृ कृ कृ हरे हरे | हरे
राम हरे राम राम राम हरे हरे हरे || कृ मं नहीं बोलते, इसको महामं ही बोलते ह |
महामं म इतनी श है , िक इतनी श यं भगवान म, वही श नाम म | भगवान ने
अपनी सारी सारी श यों को इस मं म डाल िदया है । और, जो कोई भी इस हरे कृ
महामं उ ारण करते ह, वही श ा होती है ।
तो होता है , तो, आज तक हम भगवान िदखे ों नहीं ? और अगर हमने इतनी श आ
गई, तो हम ऐसा कुछ फील ों नहीं होता ? तो उसके िलए, हरे कृ महामं की ही यह
खािसयत है , यह एक िवशेषता है , िक जैसे ही हम ह र नाम जप करते ह, ोंिक हम कई वष
से ह रनाम को जप| नहीं है , इसके िलए जब आज हम हरी नाम लेते ह, तो उसम दय के
कलमश दू र होते ह, और दय के कलमश दू र होने के बाद म, हमारा दय िफर से शु हो
जाता है | तो इसी मं से हम िस ा होती है , तो इस मं का अथ ऐसा है - हरे कृ ा, य|नी
हरे अथात राधा रानी, और कृ अथात सव आकषक ी कृ | इसी कार हरे राम, अथात
कुछ लोग इसे अपनी मा ताओं अनुसार बलराम के नाम से पुकारते ह, तो कुछ लोग इसे हरे
राम – अथात, सीता राम के नाम से जुड़ते ह| यूं तो दोनों ही सही ह, िकंतु अपने अपने गु के
िनदश, एवं सं दाय की मा ताओं के अनुसार ही, उस भाव को दय म धारण करना चािहए |

हमारा ल , ी भगवान की भ को ा करना है | हरे कृ महामं के जाप से, जीवन


म सु ख, शांित, समृ ा होती है | हम सभी को, इसी को, और इसी भावना को, अपने
जीवन म उतार कर, अपने जीवन को शु बनाना है | हरे कृ |

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