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भीष्म शर-शय्या पर

प्राण हारी- प्राणों को हरने वाले।


सोता- स्रोत।
बिछोह- वियोग, अलग होने की अनभ
ु ति
ू ।
1-भीष्म शर-शय्या पर कैसे पहुंचे?
Ans-अर्जुन ने शिखंडी को आगे करके उसकी आड़ लेकर भीष्म को तीरों से छलनी किया
शिखंडी भी महारथी था उसने भी अपने बाणों से पितामह को बेधा पिता मैंने शिखंडी के तीरों
का उत्तर नहीं दिया
2-शर-शय्या पर पड़े भीष्म ने कर्ण से क्या कहा?

Ans-"बेटा, तम
ु राधा के पत्र
ु नहीं, कंु ती के पत्र
ु हो। तम
ु वीर हो इसीलिए तम्
ु हारा कर्तव्य
है कि तम
ु पांडवों से मित्रता कर लो.
3- कर्ण ने भीष्म को क्या उत्तर दिया?
Ans- कर्ण ने कहा मैं जानता हूं कि मैं कंु ती का पत्र
ु हूं लेकिन मैं दर्यो
ु धन के पक्ष में ही
यद्
ु ध करूंगा क्योंकि उसने तब मेरी सहायता की थी जब सभी ने मेरा साथ छोड़ दिया था
पितामह मझ
ु े क्षमा कीजिए.
4- दर्यो
ु धन यधि
ु ष्ठिर को जीवित क्यों पकड़ना चाहता था?
Ans-दर्यो
ु धन यधि
ु ष्ठिर को जीवित इसीलिए पकड़ना चाहता था ताकि यद्
ु ध जल्दी समाप्त हो
जाए वह सोच रहा था यधि
ु ष्ठिर को थोड़ा सा राज्य दे कर संधिकर ली जाए और फिर जआ

खेलकर राज्य का भाग वापस अपने कब्जे में कर लिया जाए.

6- भीष्म शर-शय्यापर कैसे पहुँचे?


उत्तर- अर्जुन ने शिखंडी को आगे करके उसकी आड़ लेकर भीष्म पर बाण बरसाए।
शिखंडी भी महारथी था। उसने भी बाणों से पितामह का वक्ष-स्थल बींध दिया था।
पितामह ने शिखंडी के बाणों का प्रत्यत्त
ु र नहीं दिया। मत्ृ यु को निकट आई समझ
भीष्म ढाल-तलवार लेकर रथ से उतरना चाहते थे कि वे गिर पड़े। उनके शरीर में
इतने अधिक बाण थे कि उनका शरीर भमि
ू से नहीं लगा। इस स्थिति को ही
शर-शैय्या कहते हैं।
7- शर-शय्या पर पड़े भीष्म ने कर्ण से क्या कहा?
उत्तर-"बेटा, तम
ु राधा के पत्र
ु नहीं, कंु ती के पत्र
ु हो। सर्य
ू पत्र
ु । शरू ता में तम
ु कृष्ण और
अर्जुन की बराबरी कर सकते हो। तम
ु पांडवों में ज्येष्ठ हो। इस कारण तम्
ु हारा कर्तव्य
है कि तम
ु उनसे मित्रता कर लो। मेरी यही इच्छा है कि यद्
ु ध में मेरे सेना पतित्व के
साथ ही पांडवों के प्रति तम्
ु हारे वैर भाव का भी आज ही अंत हो जाए।"
8- ग्यारहवें दिन के यद्
ु ध में दर्यो
ु धन ने द्रोणाचार्य से क्या अनरु ोध किया?
उत्तर - ग्यारहवें दिन के यद्
ु ध में दर्यो
ु धन आचार्य के पास जाकर बोला-"आचार्य! किसी
भी उपाय से आप यधि
ु ष्ठिर को जीवित ही पकड़कर हमारे हवा लेकर सके तो बड़ा ही
उत्तम हो!"
9- क्या यधि
ु ष्ठिर जीवित पकड़े गए?
उत्तर- नहीं। कौरवों द्वारा यधि
ु ष्ठिर को जीवित नहीं पकड़ा जा सका। अर्जुन ने
यद्
ु धभमि
ू में बाणों की ऐसी वर्षा की कि कौरव उस दिन बरु ी तरह हारे ।

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