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CBSE क ा 12 अथशा

पाठ - 6 ित पधारिहत बाज़ार


पुनरावृ नो स

मरणीय िब द-ु

एक आम आदमी के लए बाज़ार का ता पय ऐसे थान िवशेष से होता है, जहाँ व तुओं का य और िव य होता है
अथात् वह थान जहाँ लोग एकि त होकर व तुओं को खरीदते बेचते ह।
अथशा म बाज़ार से अिभ ाय उस सम त े से होता ह, जहाँ िकसी व तु के े ता एवं िव े ता वत प से संपक
म आते ह और जहाँ व तु क क मत, सुगमता व शी ता से समान होने क वृित रखती हो।
बाज़ार के मु य त व इस कार है-
व तु जसे बेचा और खरीदा जायेगा
े ताओं और िव े ताओं म वत संपक

क मत एक होने क वृ

बाज़ार संरचना के िनधारक वृ

े ताओं व िव े ताओं क सं या-यह बहत अ धक है, अ धक है, कम है या केवल एक है।


व तु क कृित-व तु सम प है या िवभेदीकृत है।
व तुओं और साधन क गितशीलता-व तुएं और साधन गितशील ह या थर।
वेश तथा बिहगमन क वत ता-बाज़ार म िनबाध वेश तथा बिहगमन या वेश तथा बिहगमन पर रोक टोक है।

एका धकार का अथ एवं िवशेषताएँ

यह ऐसा बाज़ार है जसम िकसी व तु का एक ही िव े ता होता है और कह ऐसा उ पाद बनाता है, जसका कोई िनकटतम
ित थापन नह होता।
भारत म रेलवे पर सरकार का एका धकार ह।
इस थित म 'फम और उ ोग' के बीच का अ तर समा हो जाता ह यि गत पूित और बाज़ार पूित बराबर हो जाती ह।
इसक िवशेषताएँ इस कार ह-
एक िव े ता और बहसं यक े ता
फम ं के वेश पर भारी ितबंध
िनकटतम थानाप क अनुप थित
क मत पर पूण िनयं ण
क मत िवभेदीकरण क संभावना
दीघकाल म भी असामा य लाभ संभव

एका धकारी बाज़ार का ज म

सरकार ारा लाइसस या िनयं ण


यापार गुट बनाकर
पेटट ारा
ाकृितक संसाधन क उपल धता ारा

एका धका रक ितयोिगता का अथ एवं िवशेषताएँ

इस बाज़ार म िकसी व तु के बहत से िव े ता होते ह पर तु येक िव े ता का उ पाद अ य िव े ताओं के उ पाद से िकसी


न िकसी प म िभ होता ह।
व तु को िवभेदीकृत िकया जाता है जससे उ पादक को अपने उ पाद क क मत पर आिशक िनयं ण ा हो जाता है।
उदाहरण के लए साबुन उ ोग मसाले उ ोग, टू थपे ट उ ोग आिद।
इसक िवशेषताएँ इस कार ह-
े ताओं और िव े ताओं क अ धक सं या
व तु िवभेदीकरण
गैर क मत ितयोिगता
वेश तथा बिहगमन क वत ता
पूण ान का अभाव
िब लागत क उप थित

अ पा धकार का अथ एवं िवशेषताएँ

यह बाज़ार का वह प है जसम व तु के कुछ ही बड़े िव े ता और बड़ी सं या म े ता होते ह, जो एक दस


ू रे के उ पाद के
िनकटतम ित थापन का उ पादन करते ह। जसके प रणाम व प येक िव े ता के पास बाज़ार माँग का एक बड़ा
िह सा होता ह।
येक िव े ता का िनणय अ य िव े ताओं को भािवत करता है। अतः िव े ताओं के बीच अ तिनभरता बहत होती है।
इस बाज़ार म गहन या कठोर ितयोिगता पाई जाती ह। अ प तर पर िब लागत भी खच क जाती ह।
भारत म कार उ ोग, क यूटर उ ोग, सा टिडंक म अ पा धकार के ल ण िदखाई देते ह।
अ पा धकार क िवशेषताएँ इस कार ह-
िव े ताओं क छोटी सं या जो बड़े तर पर कायरत
अ तिनभरता का उ च तर
फम के मांग व के िनधारण म किठनाई
यापार गुट का िनमाण
वेश म बाधाएँ
गैर-क मत ितयोिगता
अ पा धकार बाज़ार के कार
गठबंधन के आधार पर
गठबंधन या सहयोगी अ पा धकार
गैर-गठबंधन या गैर सहयोगी अ पा धकार
उ पाद के आधार पर
पूण अ पा धकार
अपूण अ पा धकार

अ पा धकार को िन न भाग म वग कृत िकया जा सकता है

1. सहयोगी अ पा धकार: अ पा धकार का वह प जसम सभी फम आपसी सहयोग क आधार पर उ पादन क मा ा तथा
क मत िनधा रत करती है।
2. असहयोगी अ पा धकार: अ पा धकार का वह प जसम क मत तथा उ पाद को मा ा िनधा रत करते समय फमो को बीच
सहयोगी यवहार क अपे ा ितयोगी यवहार होता है तथा येक फम अपनी ितयोगी फम क िति या को यान म
रखती है।
3. पूण अ पा धकार म सभी फम सजातीय व तुओं का उ पादन करती है तथा अपूण अ पा धकार म िवजातीय व तुओं का।

बाज़ार के िविभ प म तुलना मक अ ययन

एका धका रक
आधार पूण ितयोिगता अ पा धकार एका धकार
ितयोिगता

1. िव े ताओं
बहत अ धक अ धक कम एक
क सं या

2. व तु क सबसे अलग जसका कोई


सम प िवभेदीकृत सम प या िवभेदीकृत
कृित िनकटम ित थापन नह

3. फम ं का
पूण वतं ता िनरपे वतं ता वेश किठन वेश असंभव
वेश

4. बाज़ार का
पूण ान अपूण ान अपूण ान अपूण ान
ान

एक समान ( येक फम क मत पर आं िशक क मत िनधारक तथा क मत


5. क मत क मत वीकारक) अंतिनभरता
िनयं ण िवभेद के कारण िविभ क मत
6. साधन क
पूण अपूण अपूण अपूण
गितशीलता

7. फम का पूणतया लोचदार लोचदार (नीचे क बेलोचदार (नीचे क ओर ढाल


ात नह
माँग व ( िै तज सरल रेखा) ओर झुका हआ) वाला)

8. िब उ च तर पर उप थत
अनुप थत उप थत केवल सूचना मक
लागत गला-काट ितयोिगता

9. माँग व EDP = EDP = 1 EDP > 1 EDP < 1

10. AR तथा
AR = MR AR > MR AR > MR AR = MR
MR

11. दीघकाल AR = AC केवल AR = AC केवल


- AR > AC असामा य लाभ
म लाभ तर सामा य लाभ सामा य लाभ

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