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सत्र - 2022-23
कक्षा – 9 व ीं

ववषय – विन्द

vfc

समग्र विक्षा अवियान (सेकेन्डर एजुकेिन) लोक विक्षण सींचालनालय,


म.प्र. िोपाल
कक्षा – 9 व
ववषय – विन्द
अनुक्रमवणका

सरल क्रमाीं क इकाई क्रमाीं क इकाई का नाम

01 1 वक्षविज िाग -1, काव्य

खण्ड

02 2 काव्य बोध

03 3 वक्षविज िाग -1 ,गद्य

खण्ड

04 4 िाषा बोध

05 5 कृविका िाग – 1

06 6 अपविि बोध

07 7 पत्र लेखन

08 8 वनबन्ध लेखन

समग्र विक्षा अवियान (सेकेन्डर एजुकेिन)लोक विक्षण सींचालनालय


म.प्र., िोपाल
इकाई - 1
वक्षविज िाग -1, काव्य खण्ड
क्र इकाई एवीं ववषय वस्तु इका वस्तु अींकवार प्रश्नोीं क सींख्या कुल
ई वनष्ठ प्रश्न
पर प्रश्न
आवीं
विि
अींक
1 2 3 अींक 4 5
अींक अींक अींक अींक
इकाई वक्षविज िाग -1, काव्य खींड 17 06 04 01 --- --- 05
1  पद्य साहित्य का इहििास एवं
काल हवभाजन सामान्य
परिचय, भक्ति काल,
आधुहनक काल(छायावाद,
प्रगहिवाद, नई कहविा)
 कहव परिचय
 भावार्थ : (संदभथ , प्रसंग ,
भावार्थ , काव्य सौन्दयथ )
 सौंदयथ बोध िर्ा भाव एवं
हवषय वस्तु आधारिि प्रश्न

वस्तुवनष्ठ प्रश्न - (01 अींक)

सि ववकल्प चुनकर वलखखए -

1. कबीिदास की एक िचना िै -

(अ) साकेि (ब) बीजक स) कुरूक्षेत्र (द) यामा

2. िसखान हकस भक्तिशाखा के कहव िैं -

(अ) िामभक्ति शाखा (ब) हशवभक्ति शाखा (स) कृष्णभक्ति शाखा (द) प्रेममागी शाखा

3. कैदी औि कोहकला हकसकी िचना िै -

(अ) िामधािी हसंि हदनकि (ब) माखनलाल चिुवेदी (स) मिादे वी वमाथ (द) जयशंकि प्रसाद

4. सुहमत्रानंदन पंि का जन्म हुआ-

(अ) कोसानी गााँ व में (ब) केसला गााँ व में (स) किौली गााँ व में (द) केसली गााँ व में

5. िचनाकाि िाजेश जोशी हकस िाज्य के िैं -

(अ) उत्तिप्रदे श (ब) मध्यप्रदे श (स) गुजिाि (द) मिािाष्ट्

6. कबीिदास की भाषा िै -
(अ) अवधी (ब) िाजस्र्ानी (स) ब्रज (द) सधुक्कड़ी
7. छायावाद के प्रमुख कहव िैं -
(अ) चाि (ब) आठ (स) पां च (द) िीन
8. मेघ आए िचना िै -
(अ) मिादे वी वमाथ (ब) सवेश्वि दयाल सक्सेना (स) सुहमत्रानंदन पंि (द) िाजेश जोशी
9. वीिगार्ा काल का श्रेष्ठ मिाकाव्य िै -
(अ) पद्मावि (ब) पृथ्वीिाज िासो (स) साकेि (द) िामचरिि मानस
10. प्रेममागी शाखा के प्रहिहनहध कहव िैं -
(अ) कबीि (ब) िु लसीदास (स) जायसी (द) सूिदास
11. हिं दी साहित्य का सवाथ हधक लोकहप्रय मिाकाव्य िै -
(अ) पद्मावि (ब) िामचरिि मानस (स) पृथ्वीिाज िासो(द) िमाल िासो
12. स्वर्थ हकिर् िचना िै -
(अ) कबीि (ब) सुहमत्रानंदन पंि (स) िसखान (द) सूिदास
13. प्रेमवाहिका के िचनाकाि िैं -
(अ) िसखान (ब) मीिाबाई (स) जायसी (द) कबीिदास
14. वात्सल्य सम्राि िैं -
(अ) िुलसीदास (ब) सूिदास (स) कबीिदास (द) िै दास
15. हिं दी साहित्य का स्वर्थ युग माना गया िै -
(अ) भक्ति काल (ब) वीिगार्ा काल (स) िीहिकाल (द) विथ मान काल

ररक्त स्थान में सि िब्द चुनकर वलखखए –

1. .................... काम पि जा ििे िैं ।(बच्चे /बड़े )


2. मखमली िमािि हुए------------।(लाल/पीले)
3. दे ख आया ---------------गिना।(सू यथ/चंद्र)
4.एक भाििीय आत्मा --------------- को किा जािा िै ।(माखनलाल चिुवेदी/मिादे वी वमाथ )
5. जायसी का -----------------प्रहसध्द मिाकाव्य िै ।(साकेि/पद्मावि)
6.प्रेमी ढूाँढ़ि मैं हििौ ----------------हमले न कोइ ।(प्रेमी/पहि)
7. मानुष िो िो विी िसखाहन वसौं ---------- गााँ व के ग्वािन।(ब्रज गोकुल/मार्ुिा)
8. कहव सुहमत्रानंदन पंि ने लिा का मानवीकिर् -------- के रूप में हकया िैं ।(नव
हववाहििा/कुाँवािी)
9. कैदी औि कोयल दोनों िी -------------- दे श की वासी िैं ।(स्विंत्र/गुलाम)
10.ज्ञानमागी भक्तिधािा के प्रहिहनहध कहव -------- िैं ।(जयशंकि प्रसाद/कबीिदास)
11. मखमली पेहियों सी लिकी छीहमयााँ ---------- बीज लडी ।(हछपाए/हदखाए)
12. ग्रामश्री के िचनाकाि ------------- िै ।(सुहमत्रानंदन पंि/ जयशंकि प्रसाद)
13. खुलेगी सााँ कल बंद--------- की।(घऱ/द्वाि)

सि जोड बनाकर वलखखए-


1. अ - ब
i. वाख (क) बाल पहत्रका पिाग
ii. सब हवष (ख) कोहकल
iii. क्ों गािी िो (ग) सुहमत्रानंदन पंि
iv. ग्राम श्री (घ) कश्मीिी कवहयत्री
v. सवेश्वि दयाल सक्सेना (ड) अमृि िोय
2. अ ब
i.िामचरिि मानस (क) मीिा बाई
ii.कॄष्ण भि (ख) बाह्य आडम्बिों का हविोध
iii.सूिी संि (ग) िुलसीदास
iv.कबीिदास (घ) बल्लभाचायथ
v. कॄष्ण भक्ति शाखा (ड.) जायसी

3 अ ब
i. कबीिदास (क)हिमिंिहगनी
ii. सुजान िसखान (ख)वीर्ा, पल्लव
iii. गमथ िवाएाँ (ग) िसखान
iv. माखनलाल चिुवेदी (घ) साखी
v. सुहमत्रानंदन पंि (ड.) सवेश्वि दयाल सक्सेना

4. अ ब
i. छायावाद (क) नागाजुथन
ii. प्रगहिवाद (ख) 1953 से अब िक
iii. नई कहविा (ग) प्रकृहि का मानवीकिर्
iv. आधुहनक काल (घ) छायावाद के समकक्ष
v. िि्यवाद (ड.) भाििेंदु युग

5. अ ब
i. कबीि (क) सवैये
ii. वाख ख) सबद
iii. िसखान (ग) ललद्यद
iv. माखनलाल चिुवेदी (घ) हमि् िी का चेििा
v. िाजेश जोशी (ड.) कमथवीि

एक वाक्य में उत्तर वलखखए-


1. मेघ आए कहविा की भाषा कैसी िै ?
2. कहव ने गााँ व को िििा जन मन क्ों किा िै ?
3. कहव को कोयल से ईर्ष्ाथ क्ों िो ििी िै ?
4. मनुर्ष् ईश्वि को किााँ -किााँ ढूाँढिा हिििा िै ?
5. छायावाद के चाि प्रमुख स्तम्भ कहव कौन-कौन से िै ?
6. साकेि हकसकी िचना िै ?
7. िसखान हकसके अनन्य भि िैं ?
8. ज्ञान की िुलना हकससे की गई िै ?
9. गााँ व में शििी मेिमान (दामाद) की ििि सज-धज कि कौन आया?
10. मानसिोवि से कहव का क्ा आशय िै ?
11. कवहयत्री का घि जाने की चाि से क्ा िात्पयथ िै ?
12. कहव का ब्रज के वन, बाग औि िालाब को हनिािने के पीछे क्ा कािर् िै ?

सत्य/असत्य कथन वलखखए-


1. कबीि एक समाज सु धािक र्े।
2. िसखान के गुरु का नाम गो.हवट्ठलदास र्ा।
3. माखनलाल चिुवेदी की िचना ‘साहित्य दे विा’ िै ।
4. सुहमत्रानंदन पंि प्रकृहि प्रेमी कहव र्े ।
5. ललद्यद की िचनाएाँ लोक जीवन से प्रेरिि निीं िैं ।
6. हनिाला की िचना कुकुिमुत्ता िै ।
7. मीिाबाई आहदकाल की कवहयत्री िै ।
8. जायसी सूिी काव्य पिं पिा के कहव िैं ।
9. िुलसीदास िीहिकाल के कहव िैं ।
10. "सूिदास" भक्तिकाल की िचना िै ।
11. कामायनी के िचहयिा िुलसीदास िै ।
12. ईश्वि काबा कैलाश में हमल सकिा िै ।
13. िामभक्ति शाखा के प्रमुख कहव सूिदास िैं ।
14. िामचरिि मानस की भाषा अवधी िै ।
15. ललद्यद कश्मीिी कवहयत्री िै ।

लघु उत्तर य प्रश्न - (02 अींक)


1. मानसिोवि से कहव का क्ा आशय िै ?
2. कवहयत्री का घि जाने की चाि से क्ा िात्पयथ िै ?
3. िर्कहड़यों को गिना क्ों किा गया िै ?
4. हकस शासन की िु लना िम के प्रभाव से की गई िै औि क्ों ?
5. कोयल की कूक सु नकि कहव माखनलाल चिुवेदी की क्ा प्रहिहक्रया र्ी ?
6. कहव माखनलाल चिु वेदी को कोयल से ईर्ष्ाथ क्ों िो ििी िै ?
7. कोयल की कूक सु नकि कहव माखनलाल चिुवेदी की क्ा प्रहिहक्रया र्ी ?
8. कहव पंि ने गां व को ‘िििा जन मन’ क्ों किा िै ?
9. गां व को ‘मिकि हडब्बे सा खुला’ क्ों किा गया िै ?
10. लिा ने बादल रूपी मेिमान को हकस ििि दे खा औि क्ों ?
11. अििि औि सनई के खेि कहव को कैसे हदखाई दे िे िैं ?
12. कहव िसखान के भाव सौन्दयथ की 2 हवशेषिाएाँ हलक्तखए?
13. कबीिदास के हशल्प सौंदयथ हक 2 हवशेषिाएाँ हलक्तखए?
14. छायावाद के बािे में हलक्तखए।
15. सुहमत्रानंदन पंि के भाव सौंदयथ की दो हवशेषिाएाँ हलक्तखए?
16. नई कहविा की प्रमुख दो हवशेषिाएाँ हलक्तखए?
17. भक्ति काल को स्वर्थ युग क्ों किा जािा िै ?
18. भक्ति काल की शाखाओं/धािाओं का परिचय दीहजए।
19 भक्ति काल के दो कहव एवं प्रत्येक की दो-दो िचनाओं के नाम हलक्तखए।
20. छायावाद की दो प्रमुख हवशेषिाएाँ हलक्तखए।
21. नई कहविा के दो कहवयों के नाम एवं उनकी एक एक िचना का नाम हलक्तखए।
22. पद्य साहित्य के इहििास को हकिने कालों में बां िा गया िै ? नाम एवं समय सीमा हलक्तखए।
23. कबीि के हशल्प सौंदयथ की हवशेषिाएाँ हलक्तखए।
24. कहव िसखान के भाव सौंदयथ की दो हवशे षिाएाँ हलक्तखए।
25. माखनलाल चिुवेदी के कला पक्ष की दो हवशेषिाएाँ हलक्तखए।
26. सुहमत्रानंदन पंि एवं सवेश्वि दयाल सक्सेना के भाव सौंदयथ की दो हवशेषिाएाँ हलक्तखए।
27. िाजेश जोशी की चाि िचनाएाँ हलक्तखए।

काव्याीं िोीं का सींदिभ -प्रसींग सविि िावाथभ वलखखए- ( 03 अंक )


(1) प्रेमी ढूंढि में हििौ , प्रेमी हमले न कोई।
प्रेमी को प्रेमी हमलै , सब हवष अमृि िोई॥

(2) ऊाँचे कुल का जनहमया जे , किनी ऊाँच न िोई।


सुबिन कलस सुिा भिा, साधू हनंदा सोई॥

(3) मानसिोवि सुभि जल, िं सा केहल किाहिं ।

मुकिािल मुकिा चुगै, अब उहड़ अनि न जाहिं ॥

(4) मानुष िों िो विी िसखाहन बसौ ब्रज गोकुल गााँ व के ग्वािन।
जो पसु िौ िो किा बस मेिो चिौहनि नंद की धेनु मंझािन ॥
पािन िौ िो विी हगरि को जो हकयो िरिछि पुिंदि धािन।
जो खग िौ िो बसेिो किौ हमहल काहलदी कूल कदं ब की डािन्॥

(5) क्ा गािी िो?


क्ों िि-िि जािी िो?
कोहकल बोलों िो।
क्ा लािी िो?
संदेशा हकसका िै ?
कोहकल बोलो िो।

(6) िैली खेिों में दू ि िलक,


मखमल की कोमल िरियाली।
हलपिी हजससे िहव की हकिर्ें ,
चां दी की सी उजली जाली।।

(7) बाल के सााँ पों से अंहकि,


गंगा की संििं गी िे िी।
सुंदि लगिी सिपि छाई ,
िि पि ििबूजो की खेिी॥

(8) िाँ स मुख िरियाली से हिम आिप


सुख से अलसाए-से सोए।
भी ंगी आाँ हधयाली-में हनहश की
िािक स्वप्ों में -से खोए।

(9) हक्षहिज अिािी गििाई दाहमनी दमकी,


क्षमा किो गााँ व खुल गई अब भिम की,
बां ध िू िा झि-झि हमलन कें अश्रु ढिके
मेघ आए बड़े बन-ठन के साँवि के।

(10) िस्ती चहढं ए ज्ञान कौ, सिज दु लीचा डारि।


स्वान रूप संसाि िै , भूाँकन दे झख मारि॥
इकाई - 2
काव्य बोध

क्र इकाई एवीं ववषय वस्तु इकाई वस्तु अींकवार प्रश्नोीं क सींख्या कुल
पर वनष्ठ प्रश्न
आवींविि प्रश्न
अींक
1 2 3 4 5
अींक अींक अींक अींक अींक
इ काव्य बोध 10 06 02 --- --- --- 02
का  काव्य की परिभाषा एवं
ई भेद (संहक्षप्त परिचय)
2  िस का सामान्य परिचय
एवं प्रकाि
 छं द का सामान्य परिचय
एवं प्रकाि (दोिा,
सवैया)
 अलंकाि परिभाषा एवं
भेद (अनुप्रास, यमक,
उपमा, रूपक, उत्प्रेक्षा
एवं मानवीकिर् अलंकाि)

वस्तुवनष्ठ प्रश्न - (01 अींक)

सि ववकल्प चुनकर वलखखए -


1. काव्य के भेद माने गए िैं -
(अ) दो (ब) िीन (स) चाि (द) पां च
2. शैली की दृहष्ट से काव्य के भेद िैं -
(अ) छ: (ब) चाि (स) दो (द) िीन
3. काव्य के भेद िैं -
(अ) दृश्य काव्य (ब) श्रव्य काव्य (स) दृश्य औि श्रव्य काव्य (द) नाट्य औि कथ्य काव्य
4. प्रबंध काव्य के प्रकाि िोिे िैं -
(अ) दो (ब) चाि (स) िीन (द) आठ
5. कामायनी िै -
(अ) खण्डकाव्य (ब) मुिक काव्य (स) मिाकाव्य (द) इनमें से कोई निीं
6. िस के हबना काव्य माना जािा िै -
(अ) सजीव (ब) नीिस (स) व्यर्थ (द) सार्थक
7. िस के अंग िोिे िैं -
(अ) चाि (ब) पां च (स) छ: (द) आठ
8. शंगाि िस का स्र्ाई भाव िै -
(अ) भय (ब) स्नेि (स) क्रोध (द) िहि
9. वाक्ं िसात्मकं काव्यम हकसका कर्न िै -
(अ) आचायथ भामि (ब) आचायथ हवश्वनार् (स) पंहडि जगन्नार् (द) आचायथ दं डी
10. हवभावानुभाव संचािी संयोगाद्रस हनष्पहि यि सू त्र हकसका िै -
(अ) दं डी (ब) भिि मुहन (स) आचायथ कौहशक (द) आचायथ भामि
11. काव्य की शोभा बढ़ाने वाले ित्व किलािे िैं -
(अ) िस (ब) छं द (स) अलंकाि (द) काव्य गुर्
12. छं द के मुख्यिः हकिने भेद िोिे िैं -
(अ) दो (ब) चाि (स) पां च (द) साि
13. कौन सा छं द का प्रकाि निीं िै -
(अ) दृष्टां ि (ब) दोिा (स) चौपाई (द) सवैया
14. छं द को पढ़िे समय आने वाला हविाम किलािा िै -
(अ) गहि (ब) यहि (स) िुक (द) गर्
15. अर्ाथ लंकािों में चमत्काि हकसके कािर् िोिा िै ?
(अ) पद (ब) शब्द (स) वाक् (द) अर्थ
16. जिााँ हकसी शब्द की आवृहत्त एक से अहधक बाि िो पिं िु िि बाि उसका अर्थ हभन्न - हभन्न
िो विां अलंकाि िोगा -
(अ) रूपक (ब) यमक (स) श्लेष (द) उपमा
17. उपमा का अर्थ िै -
(अ) सादृश्य (ब) समानिा (स) अ औि ब दोनों (द) इनमें से कोई निीं
18. उपमा अलंकाि के अंग िै -
(अ) एक (ब) चाि (स) छ: (द) साि
19. हजस व्यक्ति या वस्तु से समानिा बिाई जाए उसे कििे िैं -
(अ) उपमेय (ब) उपमान (स) वाचक शब्द (द) साधािर् धमथ
20. मेघ आये बड़े बन ठन के संवि के पंक्ति में अलंकाि िै -
(अ) अनुप्रास (ब) उपमा (स) मानवीकिर् (द) उत्प्रेक्षा

ररक्त स्थान में सि िब्द चुनकर वलखखए –

1. अनुभूहि के पक्ष का संबंध कहविा के ............... स्वरूप से िै । (बाह्य/आं िरिक)


2. खण्डकाव्य में जीवन के ................ हचत्रर् िोिा िै । (एक अंश का/संपूर्थ)
3. मिाकाव्य में जीवन का.................. हचत्रर् िोिा िै । (संपूर्थ/एक पक्ष का)
4. िस को काव्य की ..............बिाया गया िै । (आत्मा/शिीि)
5. िस के प्रकाि .............िैं । (दस /साि)
6. वीि िस का स्र्ाई भाव ......................िै । (शोक/उत्साि)
7. िौद्र िस का स्र्ाई भाव .................िै । (क्रोध/वत्सल)
8. करुर् का स्र्ाई भाव ..............िै । (करुर्ा/शोक)
9. माहत्रक छं द का उदाििर् ...............िै । (दोिा/सवैया)
10. वहर्थक छं द में ................ की गर्ना की जािी िै । (वर्ों/मात्राओं)
11. अलंकाि का सामान्य अर्थ .............िै । (गिना/िस)
12. उपमेय में उपमान का आिोप ..............अलंकाि िोिा िै । (उत्प्रेक्षा/रूपक)
13. िं गमंच पि अहभनय दे खकि आनंदानुभूहि ..............काव्य की िोिी िै । (दृश्य/श्रव्य)
14. ‘काली लिि कल्पना काली’ पंक्ति में ..............अलंकाि हनहिि िै । (अनुप्रास/यमक)
15. ‘सोई संि सुजान’ इन पंक्ति में ............. अलंकाि हनहिि िै । (अनुप्रास/रूपक)
16. वर्थ , मात्रा, यहि, िु क आहद को ध्यान में िखकि की गई शब्द िचना
..............किलािी िै । (छं द/अलंकाि)
17. हक्षहिज अिािी गििाई में ....................अलंकाि िै । (उपमा/रूपक)
18. पत्थिों द्वािा पानी पीना में ............अलंकाि िै । (रूपक/मानवीकिर्)
19. िसखान ने ..................में िचनाएाँ हलखी िै । (सवैया/सोिठा)
20. संचािी भावों की संख्या ................िै । (िैंिीस/पैंिीस)

सि जोड बनाकर वलखखए -

1. (अ) (ब)

i िीन वर्ों का समूि (क) खण्ड काव्य


ii वाक्ं िसात्मकं काव्यं (ख) चाि
iii सवैया (ग) वहर्थक छं द
iv िस के अंग (घ) आचायथ हवश्वनार्
v पंचविी (ड.) गर्
2. (अ) (ब)
i कामायनी (क) अलंकाि
ii काव्य की शोभा बढ़ाने वाले ित्व (ख) कबीि के दोिे
iii वीभत्स िस का स्र्ाई भाव (ग) गहि
iv मुिक काव्य (घ) जुगुप्सा (घ्रर्ा)
v छं द के पढ़ने की लय (ड.) मिाकाव्य
3. (अ) (ब)
i छं द में बंधी िचना (क) रूपक अलंकाि
ii प्रबंध काव्य के भेद (ख) िस
iii काव्य की आत्मा (ग) िुक
iv छं द में अंहिम वर्ों की आवृहत्त (घ) िीन
v उपमेय में उपमान का आिोप ,(ड.) काव्य

एक वाक्य में उत्तर वलखखए -


1. हवस्तृि कलेवि वाले काव्य को क्ा कििे िैं ?
2. प्रबंध काव्य के भेदों के नाम हलक्तखए।
3. िसात्मकं वाक्ं अर्ाथ ि िस युि वाक् क्ा किलािा िै ?
4. एक िी छं द में िहचि एक घिना का हचत्रर् पूर्थ रुप से किने वाली िचना को क्ा कििे िैं ?
5. काव्य के हकिने भेद िोिे िैं ? नाम हलक्तखए।
6. स्र्ायी भावों को जाग्रि या उद्दीप्त किने वाले कािक क्ा किलािे िैं ?
7. हजस काव्य का आनंद पढ़कि या सुनकि हलया जािा िै उसे क्ा कििे िैं ?
8. कहविा के शाक्तब्दक अनु शासन का नाम क्ा िै ?
9. दोिा के प्रर्म चिर् में हकिनी मात्राएं िोिी िैं ?
10. जिााँ काव्य का आधाि शब्द िोिे िैं , विााँ कौन सा अलंकाि िोिा िै ?
11. ‘बालू के सां पों’ में कौन सा अलंकाि िै ?
12. ‘मेघ आए बन-ठन के ’, पंक्ति में कौन-सा अलंकाि िै ?
13. ‘िं समुख िरियाली िै हिम आिम’ पंक्ति में कौन-सा अलंकाि िै ?
14. ‘वेदना बोझ वाली सी’ पंक्ति में कौन-सा अलंकाि िै ?
15. शब्दालंकाि एवं अर्ाथ लंकाि के दो-दो भेदों के नाम हलक्तखए।
16. घृर्ा को उत्पन्न किने वाले दृश्यों का वर्थन िोने पि कौन-सा िस िोिा िै ?

सत्य/असत्य वलखखए –

1. िामचरििमानस एक मिाकाव्य िै ।
2. िसयुि वाक् िी काव्य िै । कर्न आचायथ हवश्वनार् का िै ।
3. प्रबंध काव्य में छं दों में पूवाथ पि सम्बन्ध निीं िोिा िै ।
4. माहत्रक छं द में मात्राओं की गर्ना की जािी िै ।
5. मुिक काव्य का प्रत्येक छं द अपने आप में स्विंत्र औि पूर्थ िोिा िै ।
6. मिाकाव्य में एक िी सगथ िोिा िै ।
7. खण्डकाव्य की कर्ावस्तु हवस्तृि िोिी िै ।
8. खण्डकाव्य में अनेक सगथ िोिे िै ।
9. अलंकािों का अनावश्यक प्रयोग कहविा के सौन्दयथ को कम कििा िै ।
10. हजसके कािर् मन में भाव जाग्रि िोिे िैं उसे आलंबन कििे िैं ।
11. छं द को पढ़ने का प्रवाि (लय) गहि किलािा िै ।
12. छं द में अंहिम वर्ों की आवृहत्त िुक किलािी िै ।
13. संकि सागि में रूपक अलंकाि िै ।
14. उपमा अलंकाि में उप का अर्थ समीप िै ।
लघु उत्तर य प्रश्न - (02 अींक)
1. पंहडि जगन्नार् के अनुसाि काव्य की परिभाषा हलक्तखए।
2. काव्य हकसे कििे िैं उसके भेदों के नाम हलक्तखए।
3. प्रबंध काव्य के भेदों के नाम हलक्तखए।
4. मुिक काव्य के प्रकािों के नाम हलक्तखए।
5. िस हकसे कििे िैं ? िस के अंगों के नाम हलक्तखए।
6. िस के प्रकाि एवं उनके स्र्ाई भाव हलक्तखए।
7. छं द हकसे कििे िैं ? छं द के प्रकािों के नाम हलक्तखए।
8. दोिा की परिभाषा उदाििर् सहिि हलक्तखए।
9. सवैया की परिभाषा हलक्तखए।
10. अलंकाि की परिभाषा एवं उसके भेदों के नाम हलक्तखए।
11. अनुप्रास अलंकाि की परिभाषा उदाििर् सहिि हलक्तखए।
12. यमक अलंकाि की परिभाषा उदाििर् सहिि हलक्तखए।
13. उपमा अलंकाि की परिभाषा उदाििर् सहिि हलक्तखए।
14. रूपक अलंकाि की परिभाषा उदाििर् सहिि हलक्तखए।
15. उत्प्रेक्षा अलंकाि की परिभाषा उदाििर् सहिि हलक्तखए।
16. मानवीकिर् अलंकाि की परिभाषा उदाििर् सहिि हलक्तखए।
17. मिाकाव्य औि खण्डकाव्य में कोई दो अंिि हलक्तखए।
18. माहत्रक छं द हकसे कििे िैं ? हकसी एक माहत्रक छं द का नाम हलक्तखए।
19. वहर्थक छं द हकसे कििे िैं ? हकसी एक वहर्थक छं द का नाम हलक्तखए।
20. पाठ्यमुिक एवं गेयमुिक में अंिि हलक्तखए।
---------xxxx--------
इकाई - 3
वक्षविज िाग 1, गद्य खण्ड

क्र इकाई एवीं ववषय वस्तु इकाई वस्तु अींकवार प्रश्नोीं क सींख्या कुल
पर वनष्ठ प्रश्न
आवींविि प्रश्न
अींक
1 2 3 4 5
अींक अींक अींक अींक अींक
इ वक्षविज िाग 1, गद्य खण्ड
का  गदय की हवधाओं का
17 06 04 01 --- --- 05
ई सामान्य परिचय (किानी,
3 हनबंध, एकां की,
यात्रावृत्तान्त, डायिी,
संस्मिर्, व्यंग्य हवधा)
 लेखक परिचय
 व्याख्या (सन्दभथ , प्रसंग,
व्याख्या, हवशेष)
 हवषयवस्तु एवं हवचाि बोध
पि आधारिि प्रश्न

वस्तुवनष्ठ प्रश्न - (01 अींक)


सि ववकल्प चुनकर वलखखए -
1) झूिी के साले का क्ा नाम र्ा?
अ) मोिी ब) सुिेश
स) गया द) िीिा
2) झूिी ने दोनों बैलों को किााँ भेज हदया?
अ) मौसी के घि ब) दादी के घि
स) ससुिाल द) नानी के घि
3) ईश्वि ने बैलों को क्ा निीं हदया?
अ) पैसा ब) मकान
स) वार्ी द) इनमें से कोई निीं

4) दोनों बैलों को किााँ बंद कि हदया र्ा?

अ) जैल में ब) कां जी िौस में


स) गौशाला में द) घि में
5) कां जी िौस का चौकीदाि लालिे न लेकि आिा र्ा?
अ) िाहजिी लेने ब) खाना दे ने
स) मािने द) इनमें से कोई निीं
6) लेखक हकिने साल बाद इसी िास्ते से लौिे र्े ?
अ) दो साल ब) एक साल
स) चाि साल द) पााँ च साल
7) हिब्बि में सबसे खििे की जगि िै -
अ) डां डे ब) र्ोड़ला
स) भीिं े द) हिडरी

8) हकस िास्ते से हिब्बि में हिन्दु स्तान का व्यापाि िोिा र्ा?


अ) नेपाल ब) आगिा
स) कोकड द) चीनी
9) मंगोलों का मुि कैसा िोिा र्ा?
अ) काला ब) सिेद
स) लाल द) ििा
10) लेखक के चािों ििि क्ा र्ा?
अ) पुस्तकें ब) जानवि
स) चौि द) कुत्ते
11) श्यामाचिर् दु बे का जन्म कब हुआ र्ा?
अ) 1922 में ब) 1932में
स) 1942में द) 1952 में
12) आजकल कैसी जीवनशैली िावी िो ििी िै ?
अ) पुिािन ब) पूवी
स) नूिन द) इनमें से कोई निीं
13) िम हकसके उपहनवेश बन गए िैं ?
अ) अमेरिका ब) यूिोप
स) पाश्चात्य संस्कृहि के द) हवज्ञापन कंपनी के

14) उपभोिा सां स्कृहि के कािर् िम कैसी दासिा स्वीकाि कििे िैं ?
अ) िाजनीहिक दासिा ब) सां स्कृहिक दासिा
स) बौक्तिक दासिा द) सामंहि दासिा

15) जाहबि हुसैन का जन्म कब हुआ र्ा?

अ) 1913 में ब) 1995 में


स) 1989 में द) 1945 में

16) साहलम अली की पत्नी का क्ा नाम र्ा?


अ) िीदा लािें स ब) नशलीना
स) िस्मीना द) नाहजश बेगम

17) ‘आवशाि’ शब्द का क्ा अर्थ िै ?


अ) झिना ब) नमक
स) शीशा द) गौिे या

18) हकस पक्षी ने साहलम अली के जीवन की दशा को बदल हदया र्ा?
अ) कबूिि ब) मैना
स) गौिे या स) कोयल

19) पक्षी प्रेमी साहलम अली हकसकी ििि प्रकृहि में हवलीन िो ििे िैं ?
अ) अहि की ििि ब) वन पक्षी की ििि
स) वन्य पशु की ििि द) इनमें से कोई निीं
20) िोिो क्तखचवािे समय हकस पिं पिा की ओि संकेि हकया गया िै ?
(अ) नए कपड़े पिनने की (ब) अच्छे जू िे पिनने की
(स) चेििे पि मुस्कान लाने की (द) िोिोग्रािि की अच्छी िोिो लाने का अनुिोध हकया

21)’ प्रेमचंद के ििे जू िे’ पाठ हलखा िै –


(अ) िरिशंकि पिसाई (ब) मिादे वी वमाथ
(स) प्रेमचंद (द) िजािी प्रसाद हद्ववेदी
22 ) ‘मेिे बचपन के हदन’ पाठ की िचना की र्ी-
(अ) प्रेमचंद ने (ब) मिादे वी वमाथ ने
(स) िरिशंकि पिसाई ने (द) जाहबि हुसैन ने

23) बचपन की स्मृहियों में एक हवहचत्र सा क्ा िोिा िै ?


अ) आकषथर् ब) हवकषथर्
स) अपकषथर् द) िे य दशथन
24) मिादे वी वमाथ को छात्रावास में कौनसी लड़की हमली र्ी?
(अ) मनमोहिनी (ब) िाई
(स) सुभद्रा कुमािी चौिान (द) जेबुहनस्सा

25 ) मिादे वी वमाथ पिले हकस भाषा में कहविा हलखिी र्ी?

अ) अवधी ब) ब्रज
स) बुंदेली द) मैहर्ली
26 ) मिादे वी वमाथ से चां दी का किौिा हकसने ले हलया र्ा?
अ) नेिरू जी ब) पिे ल जी
स) हिलक जी द) गां धी जी

ररक्त स्थान में सि िब्द चुनकर वलखखए -

1. प्रेमचन्द का जन्म .... में हुआ। (बनािस/लािौि)


2. गधे का एक छोिा भाई भी िै उसका नाम िै ..... (बैल/कुत्ता)
3. जानविों में गधा सबसे ज्यादा ...................समझा जािा िै l (बुक्तिमान /बुक्तििीन )
4. लेखक के सामने .............. का िोिो िै । (प्रेमचन्द/पिसाई)
5. लेखक की दृहष्ट .......... पि अिक गई िै । (िोिो/पिसाई)
6. प्रेमचन्द ......... साहित्यकाि र्े। (आदशथवादी/यर्ाथ र्वादी)
7. गद्य में व्याकिर् का प्रयोग भी ................ से ग्रिर् हकया जा सकिा
िै ।(आसानी/कहठनाई)
8. एकां की में ................... िोिा िै ।(एक अंक/अनेक अंक)
9. सां स्कृहिक अक्तस्मिा से आशय िै , िमािी ............... पिचान। (सां स्कृहिक/ऐहििाहसक)
10. उपभोिावादी संस्कृहि से समाज में वगो के मध्य ............. बढ़ ििी िै । (दू िी/नजदीकी)
11. जूिा सदै व िी िोपी से ........... िििा िै । (कीमिी /सस्ता)
12. िोिो में प्रेमचन्द के सार् उनकी .............. भी िै । (बेिा/पत्नी)
13. लेक्तखका मिादे वी वमाथ के बाबा िािसी औि ............... भाषा के जानकाि र्े।
(उदू थ /हिन्दी)
14. मिादे वी वमाथ के बाबा उन्हें .................. बनाना चाििे र्े। (गाहयका/हवदु षी)
सि जोड बनाकर वलखखए-

(i) अ ‘ब
i. बुक्तििीन प्रार्ी (क) गया
ii. झूिी का साला (ख) गधा
iii. लेखक की नजि अिक गई (ग) प्रेमचन्द के ििे जू िे पि
iv. ल्हासा की ओि (घ) िाहुल सां कृत्यायन

(ii) ‘अ ‘ब
i. प्रेमचन्द (क) श्यामाचिर् दु बे
ii. िरिशंकि पिसाई (ख) नीिजा, नीिाि, िक्तश्म
iii. संस्कृहि िर्ा हशक्षा (ग) सेवासदन, िं गभूहम
Iv मिादे वी वमाथ (घ) िाँ सिे िैं िोिे िैं

एक वाक्य में उत्तर वलखखए -

1. पिाकाष्ठा शब्द का क्ा अर्थ िै ?


2. श्यामाचिर् दु बे ने हकस हवश्वहवद्यालय से पी.एच.डी की उपाहध प्राप्त की ?
3. यि समूिों को मजबूि बनािा िै वाक् में कौन-सा हवशेषर् िै ?
4. लेखक हकसके चेििे की ओि दे खिा िै ?
5. साहिक्तत्यक पुिखे हकसे किा गया िै ?
6. मिादे वी वमाथ हकस गाहयका के रूप में प्रहसि िै ?
7. मिादे वी वमाथ हकस प्रदे श की हवधान परिषद् की सदया र्ी ?
8. हिन्दी का उपन्यास सम्राि हकसे किा जािा िै ?
9. अमृििाय हलक्तखि प्रेमचन्द की जीवनी का नाम क्ा िै ?
10. संस्मिर् हकसे कििे िैं ?
11. आलोचना में हकसके गुर्-दोषों की पिख की जािी िै ?
12. हकसी हवशेष स्र्ल की यात्रा का सजीव वर्थन हकस हवधा में हकया जािा िै ?
13. हिन्दी गद्य साहित्य का इहििास कब से प्रािं भ हुआ िै ?
14. प्राचीन काल में हकस कला का अभाव र्ा ?
15. आधुहनक काल में हकस साहित्य का हवकास हुआ ?
16. गद्य साहित्य के अनेक रूप क्ा किलाए ?

सत्य/असत्य वलखखए –
1. झूिी बैलों को दे खकि गदगद िो गया।
2. लड़की की मााँ मि चुकी र्ी।
3. गया झूिी का मामा र्ा।
4. सद् गुर्ों का इिना अनादि किीं निीं दे खा।
5. डां डे हिब्बि की सबसे खििे की जगि िै ।
6. मंगोलों का मुि लाल िोिा िै ।
7. सुमहि घोड़े पि सवाि िोकि गए।
8. हिब्बिी जमीन छोिे बड़े जागीिदािों में बाँिी िै ।
9. हिब्बि में जाहि-पाहि, छु आ-छु ि औि पदाथ प्रर्ा र्ी।
10. श्यामाचिर् दु बे का जन्म उत्तिप्रदे श के बनािस में हुआ र्ा।
11. गााँ धी जी के अनुसाि िमें अपनी बुहनयाद पि कायम ििना चाहिए।
12. िम अनुकिर् की संस्कृहि को प्रहिष्ठा पाने के हलए अपना ििे िैं ।
13. पहक्षयों की मधुि आवाज से आम आदमी िोमां हचि निीं िोिा।
14. जाहबि हुसैन का जन्म हबिाि में हुआ र्ा।
15. लािें स को कबूिि से प्रे म र्ा।
16. वृंदावन की नदी का सां वला पानी नंद जी की याद हदलािा िै ।
17. साहलम अली की उम्र को शिी िक पहुाँ चने में र्ोड़े िी हदन बचे र्े l
18. ‘हुजूम ’ का अर्थ –जन समूि िै ।

लघु उत्तर य प्रश्न - (02 अींक)

1. गद्य साहित्य से क्ा आशय िै ? हलक्तखए


2. गद्य की प्रमुख हवधाओं के नाम हलक्तखए।
3. गद्य की गौर् हवधाओं के बािे में हलक्तखए।
4. किानी हवधा के बािे में संहक्षप्त परिचय दीहजए।
5. हनबंध लेखन की कोई दो हवशेषिाएं हलक्तखए।
6. गद्य की हवधाओं का सामान्य परिचय हलक्तखए।
7. यात्रावृत्तां ि के बािे में हलक्तखए।
8. व्यंग्य हवधा का परिचय हलक्तखए।
9. एकां की की कोई दो हवशेषिाएं हलक्तखए।
10. डायिी हवधा का सामान्य परिचय हलक्तखए।
11. प्रेमचंद के साहित्य की कोई दो हवशेषिाएाँ हलक्तखए।
12. प्रेमचंद की भाषा-शैली की हवशेषिाएाँ हलक्तखए।
13. प्रेमचंद की कोई दो िचनाएाँ हलखिे हुए हिं दी साहित्य में उनका स्र्ान हनधाथ रिि कीहजए।
14. िाहुल सां कृत्यायन की दो िचनाएाँ हलखिे हुए भाषा-शैली की हवशेषिाएाँ हलक्तखए।
15. िरिशंकि पिसाई की दो िचनाएाँ हलखिे हुए उनकी भाषा-शैली की हवशे षिाएाँ हलक्तखए।
16. िरिशंकि पिसाई का आधुहनक हिन्दी साहित्य में स्र्ान हनधाथ रिि कीहजए।
17. मिादे वी वमाथ की दो िचनाएाँ एवं उनका हिन्दी साहित्य में स्र्ान हलक्तखए।
18. मिादे वी वमाथ की भाषा-शैली की हवशेषिाएाँ हलक्तखए।
19. कां जी िौज में कैद पशु ओं की िाजिी क्ों ली जािी र्ी?
20. छोिी बच्ची को बैलों के प्रहि प्रेम क्ों उमड़ आया?
21. हकन घिनाओं से पिा चलिा िै हक िीिा औि मोिी में गििी दोस्ती र्ी?
22. प्रेमचंद की कोई दो किानी के नाम हलक्तखए|
23. किानी में बैलों के माध्यम से कौन-कौन से नीहि हवषयक मूल्य उभिकि आए?हलक्तखए।
24. हिब्बि के लोग क्ा लेकि घुमिे िैं ?
25. लेखक ने हिब्बि की यात्रा हकस वेश में की ?हलक्तखए।
26. हिब्बि यात्रा के दौिान लेखक िाहुल सां कृत्यायन को हकन कहठनाइयों का सामना किना पड़ा ?
27. लेखक िाहुल सां कृत्यायन ने डाकुओं से बचने के हलये कौन-सा साधन अपनाया?
28. हिब्बि में कानून व्यवस्र्ा कैसी िै ?अपने शब्दों में हलक्तखए।
29. आज की उपभोिावादी संस्कृहि िमािे दै हनक जीवन को हकस प्रकाि प्रभाहवि कि ििी िै ?
30. लेखक श्यामाचिर् दु बे ने उपभोिावादी संस्कृहि को िमािी समाज के हलए चुनौिी क्ों किा िै
?
31. हकस घिना ने साहलम अली के जीवन की हदशा को बदल हदया ?
32. सलीम अली पक्षी प्रे मी कैसे बने ? हलक्तखए।
33. साहलम अली ने पूवथ प्रधानमंत्री के सामने पयाथ विर् से संबंहधि हकन संभाहवि खििों का हचत्र
खींचा िोगा हक हजससे उनकी आं खें नम िो गई र्ी?
34. ‘प्रेमचंद के ििे जूिे’ पाठ के आधाि पि प्रेमचंद के व्यक्तित्व की दो हवशेषिाएाँ हलक्तखए।
35. लेक्तखका मिादे वी वमाथ ने मेिे बचपन के हदन पाठ में अपनी मां की हकन हवशेषिाओं के बािे में
बिाया िै ?
36. मिादे वी वमाथ उदू थ -िािसी क्ों निीं सीख पाईं ?
गद्याींि क सन्दिभ प्रसींग िथा वविेष सविि व्याख्या वलखखए- ( 03 अींक )

1 जानविों में गधा सबसे ज्यादा बुक्तििीन समझा जािा िै ।जब िम हकसी आदमी को पिले
दजे का बेवकूि किना चाििे िैं ,िो उसे गधा कििे िैं ।गधा सचमुच बेवकूि िै , या
उसके सीधेपन, उसकी हनिापद सहिष्णुिा ने उसे यि पदवी दे दी िै , इसका हनश्चय निीं
हकया जा सकिा।

2 हवलाहसिा की सामहग्रयों से बाजाि भिा पड़ा िै , जो आप को लुभाने की जी िोड़


कोहशश में हनिं िि लगी िििी िैं ।दै हनक जीवन में काम आने वाली वस्तु ओं को िी
लीहजए। िू र्पेस्ट चाहिए ? यि दां िों को मोिी जैसा चमकीला बनािा िै , यि मुंि की
दु गंध ििािा िै । यि मसूड़ों को मजबूि कििा िै औि यि पूर्थ सुिक्षा दे िा िै ।

3 िम सां स्कृहिक अक्तस्मिा की बाि हकिनी िी किें ; पिं पिाओं का अवमूल्यन हुआ िै ,
आस्र्ाओं का क्षिर् हुआ िै ।कड़वा सच िो यि िै हक िम बौक्तिक दासिा स्वीकाि कि
ििे िैं , पहश्चम के सां स्कृहिक उपहनवेश बन ििे िैं ।िमािी नई संस्कृहि अनुकिर् की
संस्कृहि िै ।िम आधुहनकिा के झूठे प्रहिमान अपनािे जा ििे िैं ।

4 गां धी जी ने किा र्ा हक िम स्वस्र् सां स्कृहिक प्रभावों के हलए अपने दिवाजे क्तखड़की
खुले िखें पि अपनी बुहनयाद पि कायम ििें । उपभोिा संस्कृहि िमािी सामाहजक हनयम
को िी क्तखला ििी िै ।यि एक बड़ा खििा िै । भहवर्ष् के हलए यि एक बड़ी चुनौिी िै ।

5 जहिल प्राहर्यों के हलए साहलम अली िमेशा एक पिे ली बने ििें गे।बचपन के हदनों में
उनकी एयि गन से घायल िोकि हगिने वाली नीलकंठ की वि गौिै या सािी हजंदगी उन्हें
खोज के नए नए िास्तों की ििि ले जािी ििी।हजंदगी की ऊंचाइयों में उनका हवश्वास
एक क्षर् के हलए भी हडगा निीं।वि लॉिें स की ििि नैसहगथक हजंदगी का प्रहिरूप बन
गए र्े।

6 चक्कि लगाने से जूिा िििा निीं िै हघस जािा िै । कुंभनदास का जूिा भी ििेिपुि
सीकिी जाने -आने में हघस गया र्ा। उसे बड़ा पछिावा हुआ।

7 मेिी दृहष्ट इस जूिे पि अिक गई िै । सोचिा हं -िोिो क्तखंचवाने की अगि यि पोशाक


िै , िो पिनने की कैसी िोगी? निीं, इस आदमी की अलग-अलग पोशाकें निीं िोंगी-
इसमें पोशाक बदलने का गुर् निीं िै ।यि जैसा िै वैसा िी िोिो में क्तखंच जािा िै ।

8 जो अवध की लड़हकयां र्ी, वे आपस में अवधी बोलिी र्ीं; बुंदेलखंड की आिी र्ीं ,
वे बुंदेली में बोलिी र्ीं। कोई अंिि निीं आिा र्ा औि िम पढ़िे हिं दी र्े ---------
-------------------एक प्रार्थना में खड़े िोिे र्े ; कोई हववाद निीं िोिा र्ा ।
9 जानविों में गधा सबसे ज्यादा बुक्तििीन समझा जािा िै । िम जब हकसी आदमी को
पिले दिजे का बेवकूि किना चाििे िैं , िो उसे गधा कििे िैं । गधा सचमुच बेवकूि
िै , या उसके सीधेपन, उसकी हनिापद सहिष्णुिा ने यि पदवी दे दी िै , इसका हनश्चय
निीं हकया जा सकिा।

10 दोनों बैलों का ऐसा अपमान कभी न हुआ र्ा। झूिी उन्हें िूल की छड़ी से भी न छूिा
र्ा । उसकी हििकाि पि दोनों उड़ने लगिे र्े। यिााँ माि पड़ी। आिि-सम्मान की व्यर्ा
िो र्ी िी, उस पि हमला सूखा भूसा। नााँ द की ििि आाँ खें न उठाई ।

11 बहुि हदनों सार् िििे -िििे दोनों में भाईचािा िो गया र्ा। दोनों आमने -सामने या
आस-पास बैठे हुए एक-दू सिे से मूक भाषा में हवचाि-हवहनमय कििे र्े। एक-दू सिे के
मन की बाि कैसे समझ जािा, िम निीं कि सकिे । अवश्य िी उनमें कोई ऐसी गुप्त
शक्ति र्ी, हजससे जीवों में श्रेष्ठिा का दावा किने वाला मनुर्ष् वंहचि िै ।

12 मुझे लगिा िै िु म हकसी सख्त चीज को ठोकि माििे ििे िो। कोई चीज जो पिि-पि-
पिि सहदयों से जम गई िै , उसे शायद िुमने ठोकि माि-मािकि अपना जूिा िाड़
हलया। कोई िीला जो िास्ते पि खड़ा िो गया र्ा, उस पि िुमने अपना जूिा आजमाया।

13 िोपी आठ आने में हमल जािी िै औि जूिे उस जमाने में भी पााँ च रुपये से कम में
क्ा हमलिे िोंगे। जूिा िमेशा िोपी से कीमिी ििा िै । अब िो जूिे की कीमि औि भी
बढ़ गई िै औि पि पच्चीसों िोहपयााँ न्योछावि िोिी िैं । िुम भी जूिे औि िोपी के
आनुपाहिक मूल्य के मािे हुए र्े। यि हवडं बना मुझे इिनी िीव्रिा से पिले कभी निीं
चुभी, हजिनी आज चुभ ििी िै , जब मैं िुम्हािा ििा जूिा दे ख ििा हाँ । िुम मिान
कर्ाकाि उपन्यास सम्राि, युग प्रविथक जाने क्ा-क्ा किलािे र्े, मगि िोिो में भी
िुम्हािा जूिा ििा हुआ िै ।

14 िुम मुझ पि या िम सभी पि िाँ स ििे िो, उन पि जो अाँगुली हछपाए औि िलुआ


हघसाए चल ििे िैं , उन पि जो िीले को बिकाकि बाजू से हनकल ििे िैं । िुम कि ििे
िो मैंने िो ठोकि माि-मािकि जूिा िाड़ हलया, अाँगुली बािि हनकल आई, पि पााँ व
बच ििा औि मैं चलिा ििा, मगि िुम अाँ गुली को ढााँ कने की हचन्ता में िलुवे का नाश
कि ििे िो। िुम चलोगे कैसे ?

15 हिब्बि में याहत्रयों के हलए बहुि सी िकलीिें भी िैं औि कुछ आिाम की बािें भी।
विााँ जाहि-पााँ हि, छु आछूि का सवाल िी निीं िै औि न औििें पिदा िी कििी िैं । बहुि
हनम्न श्रेर्ी के हभखमंगों को लोग चोिी के डि से घि के भीिि निीं आने दे िे; निीं िो
आप हबल्कुल घि के भीिि चले जा सकिे िैं ।

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इकाई - 4
िाषा बोध

क्र इकाई एवीं ववषय वस्तु इकाई पर वस्तु अींकवार प्रश्नोीं क सींख्या कुल
आवींविि वनष्ठ प्रश्न
अींक प्रश्न

1 2 3 4 5
अींक अींक अींक अींक अींक
इ िाषा बोध
का  संहध एवं समास सामान्य
08 06 01 ___ ___ ___ 01
ई परिचय एवं भेद, हनपाि
4 शब्द, ित्सम, िदभव,
दे शज, हवदे शी एवं
आं चहलक शब्द, उपसगथ
एवं प्रत्यय , पयाथ यवाची,
हवलोम शब्द
 वाक् परिचय एवं भेद :
िचना के आधाि पि
 मुिाविे एवं लोकोक्तियााँ

वस्तुवनष्ठ प्रश्न - (01 अींक)

सि ववकल्प चुनकर वलखखए -


1 “दो वर्ों के मेल से िोने वाले परिविथन को कििे िैं -
(अ) सक्तन्ध (ब) समास (स) शब्द (द) वाक्
2 सक्तन्ध के प्रकाि िैं -
(अ) दो (ब) िीन (स) चाि (द) छः
3 समास के प्रकाि िैं -
(अ) िीन (ब) चाि (स) पााँ च (द) छः

4 हकसी भी बाि पि अहिरिि बल दे ने के हलए हजन शब्दों का प्रयोग हकया जािा िैं वे शब्द
किलािे िैं -

(अ) वाक् (ब) शब्द (स) हनपाि (द) पद

5 हकस समास में दोनों पद प्रधान िोिे िैं -


(अ) हद्वगु (ब) ित्पुरुष (स) द्वं द (द) कमथधािय

6 ‘श्याम भी जाएगा’ में ‘भी’ क्ा िैं -


(अ) हक्रया (ब) हनपाि (स) हवशेषर् (द) संज्ञा

7 द्वं द्व समास का सिी उदाििर् िैं -


(अ) हसि में ददथ (ब) दे श की शान (स) भाई -बिन (द) पल-पल
8 प्रबल शब्द में से उपसगथ औि मूल शब्द अलग कीहजए -
(अ) पि + बल (ब) प + बथल (स) प्र + बल (द) प + िबल

9 िं गीला शब्द में कौन-सा प्रत्यय िैं ?


(अ) िं ग (ब) ईला (स) ला (द) िं

10 हजस हक्रया का प्रभाव कमथ पि पड़िा िै उसे कििे िैं -


(अ) अकमथक हक्रया (ब)संयुि हक्रया (स) सकमथक हक्रया (द) इनमें से कोई निीं
11 “नेत्र“ का पयाथ यवाची शब्द िै -
(अ) कान (ब) नाक (स) आाँ ख (द) गला

12 शब्दों के सार्थक योग को कििे िैं -


(अ) वर्थ (ब) शब्द (स) वाक् (द) हक्रया

13 पंचिंत्र में कौन-सा समास िै ?


(अ) हद्वगु समास (ब) बहुब्रीहि समास (स)कमथधािय समास (द) ित्पुरुष समास

14 “बहछया के िाऊ“ मुिाविे का अर्थ िै -


(अ) बैल का भाई (ब) सां ड (स) मूखथ व्यक्ति (द) कोल्हह का बैल

15 “सद् गुर्“ शब्द में उपसगथ िोगा -


(अ) सद् (ब) (स) सच् (द) सत्य

16 हनजथन शब्द में उपसगथ बिाइए -


(अ) हन (ब) नीि (स) हनः /हनि (द) हनस्

17 “सेनापहि“ पद में समास बिाइए -


(अ) ित्पुरुष समास (ब) कमथधािय समास (स) बहुब्रीहि समास (द) द्वन्द समास

18 “नेम“ शब्द का ित्सम शब्द क्ा िै -


(अ) नाम (ब) नया (स) हनयम (द) हनयामि
19 शब्द के अंि में जुड़कि उसका अर्थ परिवहिथि किने वाले शब्दां श किलािे िैं -
(अ) दे शज (ब) उपसगथ (स) प्रत्यय (द) यौहगक
20 ‘मुाँि की खाना’ का अर्थ िैं -
(अ) िाि मानना (ब) घूमना (स) घि जाना (द) भागना।
ररक्त स्थान में सि ववकल्प चुनकर वलखखए -
1. वे शब्दां श जो शब्द बनािे समय आिं भ में लगिे िै ..................... किलािे िैं ।
(उपसगथ/प्रत्यय)
2. बौक्तिक शब्द का मूल शब्द ......................... िै । (बुि/बुक्ति)
3. उपिास शब्द में ................... उपसगथ िै । (उप/िास)
4. आचाि के पूवथ “अहि“ उपसगथ जोड़कि बनेगा...................। ( अत्याचाि /सदाचाि )
5. सदाचाि का हवलोम................. िै । ( दु िाचाि/ प्रचाि)
6. अन्य भाषाओं के सम्पकथ के कािर् हिन्दी में आने वाले शब्द ................ किलािे िैं ।
(हवदे शी शब्द /दे शी शब्द)
7. कमल का पयाथ यवाची शब्द ....................िै । (पवन/पंकज)
8. कलई खुलना का अर्थ .....................िै । (पोल खुलना/आाँ खे खुलना)
9. कमाई में प्रत्यय िै ................... ( आई /लाई)
10. अनंि का हवलोम.......... िै | ( संहक्षप्त / अंि )
सि जोड बनाकर वलखखए –
1. (अ) (ब)
i. िािोंिाि (क) जिि
ii. हनिोग (ख) हमत्र
iii. शत्रु का हवलोम (ग) िाहत्र
iv. हवष का पयाथ यवाची (घ) हवसगथ संहध
v. िाि का ित्सम (ड.) िाि िी िाि में

2. (अ) (ब)
i. हत्रिला (क) अनैहिक
ii. मनोिर् (ख) सुिपहि
iii. इन्द्र का पयाथ यवाची (ग) हनपाि शब्द
iv. भी, िी, भि (घ) हवसगथ संहध
v. नैहिक का हवलोम (ड.) िीन िलों का समूि

3. (अ) (ब)
i. ग्राम का िद्भव (क) धिा
ii. िचना के आधाि पि वाक् (ख) दे शज शब्द
iii. सोिा, लोिा, हडहबया (ग) हवदे शी शब्द
iv. अिसि, डराइवि, हिहिन (घ) िीन
v. भूहम (ड.) गााँ व

एक वाक्य में उत्तर वलखखए -


1. िचना के आधाि पि वाक् के हकिने भेद िोिे िैं ?
2. संहध हकिने प्रकाि की िोिी िै ? नाम हलक्तखए।
3. समास हकिने प्रकाि के िोिे िैं ?
4. हवदे शी भाषाओं से आए शब्द क्ा किलािे िैं ?
5. हकसी कायथ को किने या िोने का बोध किाने वाले शब्द क्ा किलािे िैं ?
6. अंधकाि का िद्भव रूप हलक्तखए।
7. आं खों का िािा का अर्थ हलक्तखए।
8. प्रर्म पद प्रधान िो िो कौन सा समास िोगा?
9. लोक में प्रचहलि उक्ति क्ा किलािी िै ?
10. बल शब्द में वान प्रत्यय लगाने से कौन सा शब्द बनेगा?
11. प्रचहलि शब्द से उपसगथ व प्रत्यय अलग कीहजए।
12. ‘ठोकि मािना’ मुिाविे का अर्थ हलक्तखए।
13. ‘िीला खड़ा िोना’ मुिाविे का अर्थ हलक्तखए।
14. हवलोम शब्द का अर्थ क्ा िै ?
15. प्रत्यय शब्द में किााँ जु ड़िे िैं ?
सत्य / असत्य वलखखए -
1. हवचाि हवहनमय के माध्यम को भाषा कििे िैं ।
2. ‘िाम पढिा िै ।‘ संयुि वाक् िै ।
3. ‘मुाँि की खाना’ का अर्थ मुाँि से खाना िै ।
4. ‘खाना’ हक्रया शब्द िै ।
5. शब्द के आगे जुड़ने वाले शब्दां श उपसगथ किलािे िैं ।
6. ‘िवा से बािें किना’ का अर्थ िै िेज गहि से भागना।
7. ‘श्याम भी जाएगा’ में भी हक्रया शब्द िै ।
8. ‘मोिाई’ शब्द में ई उपसगथ जुड़ा िै ।
9. उत्थान का हवलोम उन्नहि िै ।
10. ‘हकिर्’ शब्द का पयाथ यवाची िक्तश्म िै ।
11. ‘भूपहि’ में हि उपसगथ िै ।
12. ‘दं ड’ का हवलोम सजा िै ।
13. ‘अश्रु’ का िद्भव रूप आं सू िै ।
14. ‘आग’ का ित्सम रूप अहि िै ।
15. वे शब्द जो संस्कृि से अपरिवहिथि रूप में हिं दी में ग्रिर् हकए गए िैं िद्भव किलािे िैं ।
लघु उत्तर य प्रश्न - (02 अींक)
1. हनपाि शब्द क्ा िैं ? हलक्तखए।

2. संहध की परिभाषा एवं प्रकाि हलक्तखए।

3. मुिाविे एवं लोकोक्तियों में अंिि हलक्तखए।

4. समास की परिभाषा एवम् प्रकाि हलक्तखए।

5. ित्सम शब्द क्ा िोिे िैं ? उदाििर् सहिि हलक्तखए।

6. संहध एवं समास में अं िि हलक्तखए।

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इकाई - 5
कृविका िाग – 1

क्र इकाई एवीं ववषय वस्तु इकाई वस्तु अींकवार प्रश्नोीं क सींख्या कुल
पर वनष्ठ प्रश्न
आवींविि प्रश्न
अींक
1 2 3 4 5
अींक अींक अींक अींक अींक
इ कृहिका भाग - 1
का पूिक पाठ्य पु स्तक से हवहवध
08 06 01 --- --- --- 01
ई पाठों पि आधारिि प्रश्न
5

वस्तुवनष्ठ प्रश्न - (01 अींक)

सि ववकल्प चुनकर वलखखए-

1-‘इस जल प्रलय में’ पाठ की हवधा िै -

(अ) किानी (ब) रिपोिाथ ज (स) उपन्यास (द) नािक

2- िे र्ु के प्रहसि आं चहलक उपन्यास का नाम िै -

(अ) मैला आं चल (ब) गोदान (स) पद्मावि (द) कामायनी

3-1967 में जब पुनपुन का पानी घुस गया र्ा-

(अ) अशोकनगि में (ब) िाजेंद्रनगि में (स) पुष्पा नगि में (द) अमि नगि में

4-नानी के पहि शादी के िुिंि बाद उन्हें छोड़कि बैरिष्टिी पढ़ने चले गए र्े -

(अ) जबलपुि (ब) जापान (स) रूस (द) हवलायि

5- सज -धज कि ििजगा मना ििीं र्ी-

(अ) मदथ (ब) बच्चे (स) औििें (द) नि-नािी

6-चोि कमिे में घुस गया-

(अ) नानी के (ब) मामा के (स) नाना के (द) दादी के

7-कृहिका में आए पाठों में एकां की का नाम िै -

(अ) कमथभूहम (ब) मािी वाली (स) िीढ़ की िड्डी (द) जय गंगा

8-एकां की में उमा की मां का नाम िै -

(अ) आभा (ब) शोभा (स) दया (द) प्रेमा


9-शंकि शािीरिक रूप से हवकृि िोने के कािर्-

(अ) ठीक से चल निीं सकिा (ब) ठीक से िो निीं सकिा

(स) ठीक से सो निीं सकिा (द) ठीक से गा निीं सकिा

10-िामस्वरूप ने ििन से मंगवाया र्ा-

(अ) चीनी (ब) मक्खन (स) दू ध (द) सब्जी

11-ििन कौन र्ा-

(अ)िामस्वरूप का लड़का(ब) िामस्वरूप का माहलक

(स) िामस्वरूप का नौकि(द) िामस्वरूप का पड़ोसी

ररक्त स्थान में सि िब्द चुनकर वलखखए-

1-िे र्ु का पूिा नाम ________िै । (बागेश्वि नार् िे र्ु /िर्ीश्वि नार् िे र्ु )
2-1967 की बाढ़ को_________ स्वयं भोगा र्ा। (लेखक ने /लेक्तखका ने )

3-रिक्शा मोड़कि िम________हसनेमा िॉल से गां धी नगि चले गए। (मधुशाला/ अप्सिा)

4-मेिे नाना पक्के_________ माने जािे। (सािब /अंग्रेज)

5-वे__________ से कम जादु ई निीं मालूम पड़िी र्ी। (स्त्रीजाि/ पारिजाि)

6-नानी के मन में__________ की आजादी के प्रहि जुनून र्ा। (दे श/स्वयं )

7-लेक्तखका की मां की शादी िोने से पिले िी__________मृत्यु िो गई र्ी।(नानी की/ मौसी


की)

8-िमािी बह िो ऐसी िै हक धोई, पौछी औि__________िां ग दी। (खूंिी पि /छींके पि)

9-िीसिे नंबि पि_________र्ी। (हचत्रा/ िे र्ु )

10-उदू थ में िालीम शब्द का अर्थ________िोिा िै । (हशक्षा /अहशक्षा)

11-पिमात्मा जब अक्ल बााँ ि ििा र्ा िो िू _________पहुं चा। (दे ि से/जल्दी से)

12-ग्रामोिोन एक ििि_______ का िोिा िै । (गुर्/बाजा)

13-िीड की िड्डी________हवधा में हलखी गई िचना िै । (एकां की /किानी)

14-िीड की िड्डी एकां की में कुल________पात्र िैं । (चाि/छः )

सि जोड बनाकर वलखखए -


(1) अ ब
i. इस जल प्रलय में क- मृदुला गगथ
ii. मेिे संग की औििें ख-जगदीश चंद्र मार्ुि
iii. िीड की िड्डी ग-िर्ीश्वि नार् िे र्ु
iv. पंच पिमेश्वि घ-मुंशी प्रे मचंद
(2) अ ब
i. लेक्तखका क- मृदुला गगथ
ii. घि का नौकि ग- बागलकोि
iii. कनाथ िक का छोिा कस्बा घ- श्री जगदीश चंद्र मार्ुि
iv. िीढ़ की िड्डी ड.- ििन

एक वाक्य में उत्तर वलखखए -


1- साक्ष्य पहत्रका के हवशे षां क का नाम क्ा िै ?
2-पानी दे ख कि लौि ििे लोगों की आं खों औि जुबान पि एकमात्र हजज्ञासा क्ा र्ी?

3-‘ इस जल प्रलय में’ पाठ में बाढ़ के पानी को क्ा किा गया िै ?

4 पान वाले की हबक्री अचानक क्ों बढ़ गई र्ी?

5-‘िीढ़ की िड्डी’ एकां की हकस समया पि आधारिि िै ?

6-मेिे संग की औििें पाठ में लेक्तखका कुल हकिने भाई बिन र्े ?

7-लेक्तखका मृदुला गगथ की पिदादी ने मंहदि में जाकि क्ा मन्नि मां गी र्ी?

8-कर्ावस्तु के आधाि पि िीढ़ की िड्डी’ एकां की का मुख्य पात्र आप हकसे मानिे िैं ?

9-‘िीढ़ की िड्डी’ एकां की के िचनाकाि का नाम हलक्तखए?

10-लेक्तखका मृदुला गगथ के नाना पढ़ाई किने किााँ गए र्े?

सत्य/ असत्य वलखखए-

1-‘इस जल प्रलय में’ पाठ के लेखक िैिना जानिे र्े ।


2-िर्ीश्वि नार् िे र्ु ने रिपोिाथ ज के अलावा उपन्यास भी हलखे िैं ।
3-‘पििी’ का अर्थ वि जमीन िै जो बोई -जोिी निीं जािी िो।
4-‘हवभीहषका’ से िात्पयथ भयंकििा से िै ।
5-लेक्तखका मृदुला गगथ ने अपनी नानी को दे खा र्ा।
6-नानी को मेिी मााँ की शादी की कोई हिक्र निीं र्ी।
7-नानी के मन में दे श के आजादी के प्रहि जुनून र्ा।
8-िामस्वरूप दहकयानूसी ख्यालािों के र्े।
9-िामस्वरूप की पत्ती का नाम प्रेमा र्ा।
10 उमा सािसी लड़की र्ी।
11-उमा से शंकि का हववाि िो गया र्ा।
12 शंकि बाबू वीकेंड पि घि आए र्े।

लघु उत्तर य प्रश्न – (02 अींक)

1. पाठ में आए अनविि,अनगथल अनगढ़ औि स्वागिोक्ति शब्दों के अर्थ हलक्तखए?


2. गोलंबि के पास जनसंपकथ की गाड़ी क्ा ऐलान कि ििी र्ी?
3. बाढ़ पीहड़िों की मदद िे िु िि नाव पि क्ा-क्ा िोना आवश्यक िोिा िै ?
4. िे नू जी की हमत्रों के नाम हलक्तखए?
5. बाढ़ पीहड़ि क्षेत्र में कौन-कौन सी बीमािी िैलने का खििा िोिा िै ?
6. ‘हशक्षा बच्चों का जन्म हसि अहधकाि िै 'इस हदशा में लेक्तखका (मृदुला गगथ) के हवचािों
को हलक्तखए।
7. मृदुला गगथ अपनी नानी से क्ों प्रभाहवि र्ी?
8. 'िीड की िड्डी' एकां की का उद्दे श्य हलक्तखए।
9. ‘िीड की िड्डी' एकां की में हकिने प्रकाि के खे लों की चचाथ की गई िै ?
10. ‘िीड की िड्डी' शीषथक की सार्थकिा स्पष्ट कीहजए।

---------xxxx--------
इकाई – 6
अपविि बोध

क्र इकाई एवीं ववषय वस्तु इकाई वस्तु अींकवार प्रश्नोीं क सींख्या कुल
पर वनष्ठ प्रश्न
आवींविि प्रश्न
अींक
1 2 3 4 5
अींक अींक अींक अींक अींक
इका अपहठि बोध -
ई 6 04 ___ __ __ 01 __ 01
अपहठि काव्यां श / गद्यां श

अपविि गद्याींि -
वनम्नवलखखि गद्याींिोीं को पढ़कर न चे वलखे प्रश्नोीं के उत्तर वलखखए -
1- अंग्रेजी में एक किावि िै हक सत्य के बाद स्वच्छिा का स्र्ान िै । अर्ाथ ि स्वच्छिा जीवन
की मूल आवश्यकिाओं में शाहमल िै । मनुर्ष् मात्र में स्वच्छिा का हवचाि उत्पन्न किने के हलए
हशक्षा का प्रचाि किना अहनवायथ िै , इसहलए हशहक्षि व्यक्ति स्वयं िी स्वच्छिा की ओि प्रवृत्त िो
जािा िै । बाह्य स्वच्छिा का प्रभाव िमािी आं िरिक स्वच्छिा पि भी पडिा िै । विी आं िरिक
स्वच्छिा, सदाचाि, नैहिक मूल्य, सहद्वचाि एवं अच्छी संगहि से प्राप्त िोिी िै

प्रश्न -
i उपयुथि गद्यां श का शीषथ क क्ा िो सकिा िै ?
ii िमािी आं िरिक सुिक्षा का आधाि क्ा िै ?
iii उपयुथि गद्यां श का सािां श हलक्तखए।

2- हगरििाज हिमालय का हवस्ताि अिगाहनस्तान की सीमा से लेकि म्ां माि िक िैला िै । रूस िर्ा
चीन िक इसकी शाखाएाँ पहुाँ चिी िै । इसी पवथि पि मानसिोवि झील िर्ा हशव का हनवास कैलाश
पवथि िै । हसंधु, गंगा, यमुना, ब्रह्मपु त्र िर्ा कोसी जैसी हवशाल नहदयों का उद्गम हिमालय िी िै ।
बद्रीनार् िीर्थ औि स्वगथ से सुंदि कश्मीि हिमालय की गोद में िी बसा िै । संसाि की सबसे ऊाँची
चोिी एविे स्ट हिमालय का मुकुि िै । हिमालय भािि की सुिक्षा िर्ा गौिव का प्रिीक िै ।
प्रश्न -
i. उपयुथि गद्यां श का शीषथ क हलक्तखए।
ii. गंगा , यमुना िर्ा ब्रह्मपु त्र नहदयों का जनक कौन िै ?
iii. उपयुथि गद्यां श का सािां श हलक्तखए।

3- हवद्या अमूल्य, अनश्वि िर्ा सवोच्च धन िै । अन्य सभी प्रकाि के धन कभी न कभी नष्ट िो
जािे िैं । पिं िु हवद्या धन कभी नष्ट निीं िोिा। िावर् स्वर्थमयी लंका को नष्ट िोने से न बचा सका।
उसका बल िर्ा धन भी नष्ट िो गया। युि् में पिाहजि हुआ।पिं िु श्रीिाम भी उसका हवद्या ज्ञान निीं
छीन पाए । युि में मिर्ासन्न पड़े िावर् से लक्ष्मर् ने हवद्या.धन प्राप्त हकया र्ा। अि: हवद्या.धन
िी वि एक मात्र पूाँजी िै जो िमेशा िमािे सार् िििी िै ।
प्रश्न
-
i.िावर् के पास सबसे अमूल्य धन कौन सा र्ा?
ii.उपयुथि अनुच्छेद का सािां श हलक्तखए।
iii.उपयुथि अनुच्छेद का शीषथक हलक्तखए।

4- भािि में ध्वहन प्रदू षर् को दै हनक जीवन का एक हिस्सा माना जािा िै औि एक बड़ी सीमा
िक िमने इसके सार् किने के अभ्यस्त भी िो चुके िैं इसहलए भािि में ध्वहन प्रदू षर् के हवरूि
सामाहजक चेिना का अभाव िै । 45 डे सीबेल से अहधक की ध्वहन शोि मानी जािी िै । जबहक हदल्ली,
कोलकािा िर्ा मुंबई जैसे मिानगिों में ध्वहन का स्ति 90 डे सीबेल से भी अहधक िै । उल्लेखनीय िै
हक मुंबई हवश्व का िीसिा सबसे अहधक शोिगुल वाला शिि िै । अि: भािि में ध्वहन प्रदू षर् के
हवरूि व्यापक एवं प्रभावी कानूनों की मििी आवश्यकिा िै ।
प्रश्न -
i उपयुथि गद्यां श का शीषथ क हलक्तखए।
ii ध्वहन प्रदू षर् क्ा िै ।
iii उपयुथि गद्यां श का सािां श हलक्तखए।
5- िेजी से बढिी हुई जनसंख्या, हसकुड़िे जंगल, अवैध हशकाि, पयाथ विर् प्रदू षर् िर्ा
ध्वस्त िोिा पारिक्तस्र्हिक िंत्र, जैव हवहवधिा के प्रमुख खििे िैं । जैव हवहवधिा का सवाथ हधक ह्रास
वन्य प्राहर्यों में हुआ िै । मािीशस का डोडो, स्कािलैंड का ग्रेि ऑक िर्ा न्यूजीलैंड का मोआ
पक्षी ऐसे प्रार्ी िैं हजन्हें िम अब कभी दे ख निीं सकिे िैं । भािि में एहशयाई हसंि, हचत्तीदाि
िेंदुआ, कस्तूिी मृग, काला हििर् िापीि, सुनििा लंगूि िर्ा हसंिपूछ बंदि हवलुप्त िोने की कगाि
पि िैं यहद इनके संिक्षर् के प्रभावी उपाय न हकये गये िो इन नायाब जीवों को िम िमेशा.िमेशा
के हलए खो दें गे।

प्रश्न -
i उपयुथि अनुच्छेद का सं भाहवि शीषथक हलक्तखए।
ii संसाि के कौन से वन्य प्रार्ी हवलुप्त िो चुके िैं ?
iii उपयुथि अनुच्छेद का साि हलक्तखए।
6- हनंदा का उद्गम िीनिा औि कमजोिी से िोिा िै । हनंदा किके उनके अिम को िुहष्ट हमलिी
िै । ज्यों कमथ क्षीर् िो जािा िै , त्यों हनंदा की प्रवृहत्त में हदनों.हदन इजािा िोिा चला जािा िै ।
हनंदा कुछ लोगों की पूाँजी िोिी िै बड़ा लंबा.चौड़ा व्यापाि िैलािे िैं वे इस पूाँजी का कई लोगों की
प्रहिष्ठा िी दू सिों की कलंक.कर्ाओं के पािायर् पि आधारिि िोिी िै ।

प्रश्न -
i उपयुथि गद्यां श का शीषथ क हलक्तखए।
ii लोग दू सिों की हनंदा क्ों कििे िैं
iii उपयुथि गद्यां श का सािां श हलक्तखए।

7- िमािी जीवन शैली में कम्प्यूिि औि इं ििनेि का दखल इस कदि बढ़िा जा ििा िै हक संभव िै
हक आने वाले समय में इं सान, कम्प्यूिि औि कम्प्यूिि, इं सान बन जाएगा। कम्प्यूिि हवशेषज्ञ औि
लेखक कहव "िे कुजथवील" ने भहवर्ष्वार्ी की िै हक सन 2029 िक कम्प्यूिि औि इं सान में िमीज
कि पाना मुक्तिल िो जाएगा औि सदी के अंि िक िो वे सवथर्ा एक रूप िो जाएाँ गे।
प्रश्न -
i. उपयुथि गद्यां श का शीषथ क हलक्तखए।
ii. इं सान के कम्प्यूिि बन जाने से समाज को क्ा खििे िैं ?
iii. उपयुथि गद्यां श का सािां श हलक्तखए।

8- आधुहनक बाजािवादी संस़्हि उपभोग एवं एन्जॉय पि आधारिि िै । िि हवज्ञापन िमसे कििा िै हक
जीवन का सािा िस, सािा ममत्व, सािा सुख औि सािा आनंद चीजों का उपभोग किने में िै औि इन
हवज्ञापनों के सिािे िी िमािा भी हदया चलिा िै । इिने भोग.उपभोग के हलए पैसा कमाना पड़िा िै औि
पैसा कमाने से इं सान को इिनी िुसथि िी निीं हमल पािी हक वि एन्जॉय कि सके। अि: इस बाि की
पूिी संभावना िै हक 21 वी ं सदी में एन्जॉय किने का आग्रि औि एन्जॉयमेन्ट के हलए समय की कमी
दोनों बढ़ें गे।
प्रश्न -
i. उपयुथि गद्यां श का संभाहवि शीषथक चुहनए।
ii. 21वी ं सदीं का इं सान एन्जॉय क्ों निीं कि पाये गा?
iii. उपयुथि गद्यां श का सािां श हलक्तखए।

9 - भािि में िी.वी. औि इं ििनेि के प्रभाव से सां स्कृहिक उपहनवेशवाद िेजी से अपने पााँ व पसाि
ििा िै । सहदयों िक शासन किने के बाबजूद अंग्रेज िमािे शििी लोगों िक को पिलून पिनने का कायल
कि सके औि न "िाउ डू यू डू" किने का। लेहकन मैक्वर्ल्थ ने चंद िी सालों में अमेरिकी जीन्स िमािे
लड़के.लड़हकयों की खास पोशाक बना दी औि अभी जगि बच्चों को अंकल औि आन्टी से िाय औि
बाय बोलना हसखा हदया। भािि की मध्यवगीय जनिा ने िै प्पी बर्थडे, िै प्पी न्यू ईयि, िै प्पी वैहडं ग
एहनवसथिी, िादसथ.डे , मदसथ .डे , वेलेन्टाइन्स डे , जैसे िै प्पीनेस के नये अवसि जुिा हलए िैं जो पूिी ििि
काडथ उपिाि औि बाजाि से जुड़े हुए िैं । नई सदी में सां स्कृहिक गुलामी की प्रवृहत्त िेजी से बढ़ी िै ।
प्रश्न -

i उपयुथि गद्यां श का शीषथ क चुहनए।


ii सां स्कृहिक उपहनवेशवाद या सां स्कृहिक गुलामी से क्ा आश्रय िै ?
iii उपयुथि गद्यां श का साि हलक्तखए।

10 - लोक साहित्य में लोकगीिों का हवशेष स्र्ान िै । ये गीि व्यक्ति हवशेष के न िोकि समूि के िोिे
िैं । इनका िचहयिा अज्ञाि िोिा िै औि ये प्राय: मौक्तखक रूप में एक पीढ़ी से दू सिी पीढ़ी या एक स्र्ान
से दू सिे स्र्ान में स्र्ानां िरिि िोिे िििे िैं । लोकगीि, लोकजीवन का दपथर् िोिे िैं । हजनमें लोक संस्कृहि
के समस्त पक्षों का वर्थन िोिा िैं । लोकगीि धमथ, सामाहजक िीहि.रिवाज,दशथन,ज्योहिष, वैद्यक, सदाचाि,
उपदे श, लोक व्यविाि मनोिं जन िर्ा जीवन के समस्त पक्षों का संहचि कोष िोिे िैं ।
प्रश्न -
i उपयुथि गद्यां श का शीषथ क हलक्तखए।
ii लोकगीिों की कोई दो हवशेषिाओं का उल्लेख कीहजए।
iii उपयुथि गद्यां श का सािां श हलक्तखए।
अपविि काव्याींि -
वनम्नवलखखि काव्याींिोीं को पढ़कर न चे वलखे प्रश्नोीं के उत्तर वलखखए –

1- जो जल बाढ़ै नाव में, घि में बाढ़ै दाम,


दोनों िार् उलीहचये , यिीं सयानों काम।
प्रश्न -
i नाव में पानी बढ़ने पि क्ा किना चाहिए?
ii घि में संपहत्त बढ़ने पि क्ा किना बुक्तिमानी िै ?
iii उपयुथि पंक्तियों का भावार्थ स्पष्ट कीहजए।

2- कल जो िमािी सभ्यिा पि िाँ से र्े अज्ञान से,


आज लक्तिि िो ििे िैं अहधक अनुसंधान से।
जो आज प्रेमी िै िमािे भि कल िोंगे विीं,
जो आज व्यर्थ हविि िै अनुिि कल िोंगे विीं।
प्रश्न -
i िमािी सभ्यिा पि लोग क्ों िाँ स ििे र्े?
ii अनुिि का हवलोम हलक्तखए।
iii आज कौन लक्तिि िो ििे िै ?
iv उपयुथि काव्यां श का शीषथक हलक्तखए l

3- िम अहनकेिन िम अहनकेिन,

िमिे िमिे िाम िमािा, क्ा घि, क्ा दि कैसा वेिन,


अब िक इिनी यों िी कािी, अब क्ा सीखे नव परिपािी,
कौन बनाए आज घिौंदा, िार्ों चुन.चुन कंकड़ मािी,
ठाि िकीिाना िै अपनाए वाघां वि सोिे अपने िन।
प्रश्न -
i उि काव्यां श का शीषथ क हलक्तखए।
ii कहव अपने आपको अहनकेिन क्ों कििा िै ?
iii उि पंक्तियों का भावार्थ स्पष्ट कीहजए।

4- कई हदनों िक चूल्हा िोया, चक्की ििी उदास,


कई हदनों िक कानी कुहिया सोई उसके पास।
कई हदनों िक लगी भीि पि हछपकहलयों की गस्त,
कई हदनों िक चूिों की भी िालि ििी हसकस्त।

प्रश्न -
i कई हदनों से चक्की उदास क्ों र्ी।
ii उि पंक्तियााँ कौन सी प्राकृहिक आपदा की ओि इशािा कििी िैं ?
iii उि पंक्तियों का भावार्थ स्पष्ट कीहजए।

5 - मााँ िुम्हािा ऋर् बहुि िै मैं अहकंचन,


हकन्तु इिना कि ििा हिि भी हनवेदन,
र्ाल में लाऊाँ सजाकि भाल जब भी,
कि दया स्वीकाि लेना वि समपथर्,
ज्ञान अहपथि प्रार् अहपथि,
िि का कर्.कर् समहपथि,
चाििा हाँ दे श की धििी िुझे कुछ औि भी दू ाँ ।।

प्रश्न -
i उपयुथि काव्यां श का शीषथक हलक्तखए l
ii कहव भािि मााँ को क्ा अहपथि किना चाििा िै ?
iii दे श की धििी का िम पि क्ा ऋर् िैं ?

6- गगन-गगन िेिा यश िििाए

पवन.पवन िेिा बल गििाए


हक्षहि.जल.नभ पि डाल हिं डोले
चिर्.चिर् संचिर् सुनििा
ओ ऋहषयों के वेश
यािे भािि दे श।
प्रश्न -
i उपयुथि काव्यां श का शीषथक हलक्तखए।
ii आप अपने दे श को याि क्ों कििे िै ?
iii उि काव्यां श का भावार्थ हलक्तखए।

7- जी पिले कुछ हदन शमथ लगी मुझको,


पि पीछे .पीछे अक्ल जगी मुझको,
जी लोगों ने िो बेंच हदये ईमान,
जी आप न िो सुनकि ज्यादा िै िान,
मैं सोच.समझकि आक्तखि,
अपने गीि बेंचिा हाँ ,
जी िााँ हुजूि में गीि बेंचिा हाँ
प्रश्न -
i उपयुथि काव्यां श का शीषथक हलक्तखए।
ii कहव को गीि बेचने में शमथ क्ों निीं आिी?
iii उपयुथि काव्यां श का भावार्थ हलक्तखए।

---------xxxx--------
इकाई – 7
पत्र – लेखन

क्र इकाई एवम् ववषय वस्तु इकाई वस्तु अींकवार प्रश्नोीं क सींख्या कुल
पर वनष्ठ प्रश्न
आवींवि प्रश्न
ि
अींक
1 2 3 4 5
अींक अींक अींक अींक अींक
इकाई पत्र लेखन -
7 04 __ __ __ 01 __ 01
औपचारिक पत्र / अनौपचारिक पत्र

1. आप कक्षा नवमीं वगथ "ब" के छात्र िैं अपना वगथ बदलने के हलए प्राचायथ मिोदय को
एक आवेदन पत्र हलक्तखए।

2. अपने कक्षा हशक्षक को अध्दथ हदवस के अवकाश िे िु आवेदन पत्र हलक्तखए।

3. अपने हवद्यालय के प्राचायथ को खेल का कालखण्ड हनयहमि रूप से लगाने िे िु एक


आवेदन पत्र हलक्तखए।

4. आपके हपिाजी का स्वास्थ्य ठीक निीं िै , इस कािर् वे हवद्यालय में आयोहजि


पालक.हशक्षक सं घ की बैठक में उपक्तस्र्ि िोने में असमर्थ िैं इसकी सू चना दे िे हुए अपने
प्राचायथ को एक आवेदन पत्र हलक्तखए।

5. शाला त्याग प्रमार् पत्र प्राप्त किने िे िु अपने हवद्यालय के प्राचायथ के नाम से आवेदन पत्र
हलक्तखए।

6. पॉलीहर्न बैग के उपयोग पि पूर्थि प्रहिबंध लगाने का आग्रि कििे हुए नगि हनगम अध्यक्ष
को पत्र हलक्तखए।

7. नया हवद् युि कनेक्शन प्राप्त किने के हलए मुख्य अहभयंिा,हवद् युि हवििर् हनगम ििली को
एक आवेदन पत्र हलक्तखए।

8. बैंक खािा खोलने के हलए बैंक प्रबंधक स्टे ि बैंक सागि को आवेदन पत्र हलक्तखए।

9. अपने छोिे भाई को कोहवड.19 के प्रोिोकाल से संबंहधि हनयमों का पालन किने िे िु पत्र
हलक्तखए।

10. मुख्य कायथपालन अहधकािी, नगि हनगम सागि को अपने हवद्यालय भवन के सामने
साि.सिाई िे िु पत्र हलक्तखए।
11. संपादक, दै हनक भास्कि, भोपाल को अपने नगि की सड़कों पि घूमिे आवािा पशुओं की
समया से संबंहधि समाचाि प्रकाहशि किने िे िु पत्र हलक्तखए।

12. आपने जे .के. इलेक्ट्राहनक्स भोपाल से हपछले माि एक स्मािथ िी.वी. खिीदा र्ा जो अब
ठीक से काम निीं कि ििा िै इस संबंध में दु कान के प्रबंधक को एक हशकायिी पत्र
हलक्तखए।

13. प्रहियोगी पिीक्षाओं की िै यािी िे िु गहर्ि िकथशक्ति एवं सामान्य ज्ञान का अध्ययन किने के
संबंध में अपने छोिे भाई को एक पिामशथ पत्र हलक्तखए।

14. अपने क्षेत्र के हवधायक मिोदय को अपने नगि में व्यायाम शाला हजम आहद स्र्ाहपि किने
िे िु पत्र हलक्तखए।

15. अपने पिीक्षा परिर्ाम की जानकािी दे िे हुए अपने हमत्र को एक पत्र हलक्तखए।

16. अपने हवद्यालय के प्राचायथ को शाला शुल्क से मुक्ति िे िु आवेदन पत्र हलक्तखए l
इकाई – 8
वनबन्ध लेखन

क्र इकाई एवीं ववषय वस्तु इकाई वस्तु अींकवार प्रश्नोीं क सींख्या कुल
पर वनष्ठ प्रश्न
आवींवि प्रश्न
ि
अींक
1 2 3 4 5
अींक अींक अींक अींक अींक
इका  अनुच्छेद लेखन /संवाद
ई 8 07 --- ---- 01 01 --- 02
लेखन /हवज्ञापन लेखन
-
 हनबंध लेखन (रूपिे खा
सहिि)

अनुच्छेद लेखन -

1. यािायाि के हनयमों पि एक अनुच्छेद हलक्तखए।


2. आपके हवद्यालय में मनाए गए सां स्कृहिक समािोि पि लगभग 100 शब्दों में एक अनुच्छेद हलक्तखए।
3. मिात्मा गां धी की वेशभूषा पि एक अनुच्छेद हलक्तखए।
4. "जल िै िो कल िै " हवषय पि एक अनुच्छेद हलक्तखए।
5. व्यायाम से िोने वाले लाभों पि 100 शब्दों का एक अनुच्छेद हलक्तखए।
6. "िे लवे स्टे शन का एक दृश्य" हवषय पि एक अनुच्छेद हलक्तखए।
7. "यहद में प्रधानमंत्री िोिा" हवषय पि एक अनुच्छेद हलक्तखए।
8. आपके परिवाि में िोने वाले हकसी शादी समािोि के िीहि-रिवाजों पि एक अनुच्छेद हलक्तखए।
9. "काश। मैं उड़ पािा" हवषय पि 100 शब्दों में एक अनुच्छेद हलक्तखए।
10. "यहद वषाथ न िोिी िो" हवषय पि एक अनुच्छेद प्रस्तुि कीहजए।
11. "छोिा परिवाि सुखी परिवाि" हवषय पि एक अनुच्छेद हलक्तखए।
12. जीवन में पुस्तकों की उपयोहगिा हवषय पि एक अनुच्छेद हलक्तखए।
13. अपने गााँ व या शिि पि एक अनुच्छेद हलक्तखए।
14. अपने हवद्यालय के प्राचायथ के कायथ एवं भूहमका पि लगभग 100 शब्दों में एक अनुच्छेद हलक्तखए।

वनबन्ध लेखन
वनम्नवलखखि ववषयोीं पर रूपरे खा सविि वनबींध वलखखए -
1. हवद्यार्ी जीवन - जीवन का स्वर्थयुग
2. स्वास्थ्य िी धन िै
3. खेलों का िाजा-हक्रकेि
4. यहद हबजली न िोिी िो
5. अपना दे श िै सबसे यािा
6. दै हनक जीवन में इं ििनेि का मित्व
7. आदशथ हवद्यार्ी के गुर्
8. मेिी हप्रय ऋिु
9. मेिा मध्यप्रदे श
10. यहद मैं प्राचायथ िोिा
11. वृक्ष - िमािे प्रर्म हमत्र
12. मेिी हप्रय पुस्तक
13. कम्प्यूिि - आधुहनक यु ग का विदान
14. आदशथ हशक्षक के गुर्
15. कक्षा नवमीं में मेिा हप्रय हवषय
16. जल संिक्षर् के उपाय
17. मेिी हप्रय पुस्तक
18. मध्यप्रदे श के प्रमुख पयथ िन स्र्ल
19. नीले गृि की महिमा
20. मेिा हप्रय खेल

सींवाद लेखन
1. अपनी मााँ से जन्महदन की िैयािी के हलए हकया गया संवाद हलक्तखए।
2. माहसक िे स्ट को लेकि अपने कक्षा अध्यापक से की गई बािचीि को हलक्तखए।
3. वाहषथक पिीक्षा की िैयािी पि हपिाजी से हकए गए संवाद को हलक्तखए।
4. कक्षा में अपने हप्रय हमत्र से पढ़ाई से संबंहधि सं वाद हलक्तखए।

ववज्ञापन लेखन
1. हनबंध प्रहियोहगिा के हलए हवज्ञापन िैयाि कीहजए।
2. हिं दी हवषय में अनुवादक के हलए हवज्ञापन हलक्तखए।

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कक्षा 9 व

उत्तरमाला
इकाई - 1
वक्षविज िाग -1, काव्य खण्ड

सि ववकल्प
1. बीजक 6. सधुक्कड़ी 11. िामचरिि मानस
2. कृष्ण भक्ति शाखा 7. चाि 12. सुहमत्रानंदन पंि
3. माखनलाल चिुवेदी 8. सवेश्वि दयाल सक्सेना 13. िसखान
4. कोसानी गां व में 9. पृथ्वीिाज िासो 14. सूिदास
5. मध्य प्रदे श 10. जायसी 15. भक्ति काल
ररक्त स्थान –
1. बच्चे 6. प्रेमी 11. हछपाए .
2. लाल 7. ब्रज गोकुल 12. सुहमत्रानंदन पंि
3. चंद्र 8. नवहववाहििा 13. द्वाि
4. माखनलाल चिुवेदी 9. गुलाम
5. पद्मावि 10. कबीिदास
सि जोड –
1. i (घ) ii (ड) iii (ख) iv (ग) v (क)
2. i (ग) ii (घ) iii (ड.) iv (ख) v (क)
3. i (घ) ii (ग) iii (ड..) iv (क) v (ख)
4. i (ग) ii (क) iii (ख) iv (ड.) v (घ)
5. i (ख) ii (ग) iii (क) iv (ड.) v (घ)

एक वाक्य में उत्तर –

ि प – यिााँ उत्तर सींवक्षप्त में वदए जा रिे िैं वकन्तु ववद्याथी को पू रा एक वाक्य बनाकर ि उत्तर वलखना िोगा,िब ि सि
उत्तर माना जाएगा और पूणभ अीं क प्राप्त िो सकेंगे l

1. सिज औि सिल 8. ज्ञान की िुलना िार्ी से की गई िै


2. हनजशोभा के कािर् 9. मेघ
3. कोयल की स्विं त्रिा िर्ा कहव की पिाधीनिा 10. मन रूपी पहवत्र सिोवि
के कािर् 11. भवसागि से मुक्ति पाकि प्रभु की शिर् में
4. मंहदि\मक्तिद में जाना
5. प्रसाद, पंि, हनिाला, मिादे वी
6. मैहर्ली शिर् गुप्त 12 . कृष्ण की यादों से जुड़ाव
7. श्री कृष्ण के

सत्य\असत्य –
1. सत्य 6. सत्य 11. असत्य
2. सत्य 7. असत्य 12. असत्य
3. सत्य 8. सत्य 13. असत्य
4. सत्य 9. असत्य 14. सत्य
5. असत्य 10. असत्य 15. सत्य
इकाई - 2
काव्य बोध
सि ववकल्प -
1. दो 8. िहि 16. यमक
2. िीन 9. आचायथ हवश्वनार् 17. अ औि ब दोनों
3. दृश्य औि श्रव्य 10. भििमुहन 18. चाि
काव्य 11. अलंकाि 19. उपमान
4. िीन 12. दो 20. मानवीकिर्
5. मिाकाव्य 13. दृष्टां ि
6. नीिस 14. यहि
7. चाि 15. अर्थ
ररक्त स्थान -

1. आं िरिक 8. शोक 15. अनुप्रास


एक अंश का
2. 9. दोिा 16. छं द
संपूर्थ
3. 10. वर्ों 17. रूपक
आत्मा
4. 11. गिना 18. मानवीकिर्
दस
5. 12. रूपक 19. सवैया
उत्साि
6. 13. दृश्य 20. िैंिीस
क्रोध
7. 14. अनुप्रास
सि जोड -

1. i (ड.) ii (घ) iii (ग ) iv (ख) v (क)


2. i (ड.) ii (क) iii (घ) iv (ख) v (ग)
3. i (ड.) ii (घ) iii (ख) iv (ग) v (क)
एक वाक्य में उत्तर -
1. हवस्तृि कलेवि वाले काव्य को मिाकाव्य कििे िैं ।
2. प्रबंध काव्य के िीन भे द िैं - 1. मिाकाव्य 2. खण्डकाव्य 3. आख्यानक गीहि
3. िस युि वाक् काव्य किलािा िै ।
4. एक िी छं द में िहचि एक घिना का हचत्रर् पूर्थ रुप से किने वाली िचना खण्डकाव्य किलािी
िै ।
5. काव्य के दो भेद िैं 1. द्रश्य काव्य 2. श्रव्य काव्य
6. स्र्ाई भावों को जागृि या उद्दीप्त किने वाले कािक हवभाव किलािे िैं ।
7. हजस काव्य का आनंद पढ़कि या सुनकि हलया जािा िै उसे िस कििे िैं ।
8. कहविा के शाक्तब्दक अनु शासन का नाम छं द िै ।
9. दोिा के प्रर्म चिर् में 13 मात्राएं िोिी िैं ।
10. जिााँ काव्य का आधाि शब्द िोिे िैं विााँ शब्दालंकाि िोिा िै ।
11. बालू के सां पों में रूपक अलंकाि िै ।
12. ‘मेघ आए बन-ठन के ’पंक्ति में मानवीकिर् अलंकाि िै ।
13. िं समुख िरियाली िै हिम आिम पंक्ति में अनुप्रास अलंकाि िै ।
14. वेदना बोझ बाली सी पंक्ति में उपमा अलंकाि िै ।
15. शब्दालंकाि के भेद - अनुप्रास, यमक
अर्ाथ लंकाि के भेद - उपमा, रूपक
16. घृर्ा को उत्पन्न किने वाले दृश्यों का वर्थन िोने पि वीभत्स िस िोिा िै ।

सत्य / असत्य
1 सत्य 2 सत्य 3 असत्य 4 सत्य 5 सत्य6असत्य 7 असत्य 8 असत्य 9 सत्य 10 असत्य
11 सत्य 12 सत्य 13 सत्य 14 सत्य

इकाई - 3
वक्षविज िाग 1, गद्य खण्ड

सि ववकल्प -

1. (स) गया 12. (ब) पूवी 20. (स) चेििे पि मुस्कान


2. (स) ससुिाल 13. (स) पाश्चात्य सं स्कृहि लाने की
3. (स) वार्ी के 21. (अ) िरिशंकि पिसाई
4. (ब) कां जी िौस में 14. (स ) बौक्तिक दासिा 22. (ब) मिादे वी वमाथ ने
5. (अ) िाहजिी लेने 15. (द) 1945 में 23. (अ) आकषथर्
6. (द) पााँ च साल 16. (स) िस्मीना 24. (स) सुभद्रा कुमािी
7. (अ) डां डे 17. (अ) झिना चौिान
8. (अ) नेपाल 18. (स) गौिे या 25. (ब) ब्रज
9. (स) लाल 19. (ब) वन पक्षी की 26. (द) गां धी जी
10. (अ) पुस्तकें ििि
11. (अ) 1922 में

ररक्त स्थान -
1. बनािस 6. यर्ार्थवादी 11. कीमिी
2. बैल 7. आसानी 12. पत्नी
3. बुक्तििीन 8. एक अंक 13. उदू थ
4. प्रेमचन्द 9. सां स्कृहिक 14. हवदु षी
5. िोिो 10. दू िी

सि जोड -
(i)
i. गधा
ii. गया
iii. प्रेमचन्द के ििे जूिे पि
iv. िाहुल सां कृत्यायन

(ii)
i. सेवासदन, िं गभूहम
ii. िाँ सिे िैं , िोिे िैं
iii. श्यामाचिर् दु बे
iv. नीिजा नीिाि, िक्तश्म

एक वाक्य में उत्तर -


ि प – यिााँ उत्तर सींवक्षप्त में वदए जा रिे िैं वकन्तु ववद्याथी को पू रा एक वाक्य बनाकर ि उत्तर वलखना िोगा,िब ि सि
उत्तर माना जाएगा और पूणभ अीं क प्राप्त िो सकेंगे l
1. अंहिम सीमा
2. नागपुि हवश्वहवद्यालय 10. स्मिर् के आधाि पि की गई िचना
3. गुर्वाचक हवशेषर् 11. लेखक की िचना के
4. प्रेमचन्द 12. यात्रा वृत्तां ि
5. प्रेमचन्द 13. भाििेन्दु युग 1850 से
6. वेदना औि पीड़ा की 14. मुद्रर् कला
7. उत्ति प्रदे श की 15. गद्य साहित्य
8. मुंशी प्रेमचन्द िै 16. हवधाएाँ
9. कलम का हसपािी

सत्य\असत्य –
1. सत्य 10. असत्य
2. सत्य 11. सत्य
3. असत्य 12. सत्य
4. सत्य 13. असत्य
5. सत्य 14. सत्य
6. सत्य 15. असत्य
7. सत्य 16. सत्य
8. सत्य 17. सत्य
9. असत्य 18. सत्य

इकाई -4
िाषा बोध
सि ववकल्प -
1 सक्तन्ध 8 प्र + बल 15 सि्
2 िीन 9 ईला 16 हनः /हनि
3 छः 10 सकमथक हक्रया 17 ित्पुरुष
4 हनपाि 11 आाँ ख 18 हनयम
5 द्वं द 12 वाक् 19 प्रत्यय
6 हनपाि 13 हद्वगु समास 20 िाि मानना।
7 भाई - बिन 14 मूखथ व्यक्ति

ररक्त स्थान
1. उपसगथ 5. दु िाचाि 9. आई
2. बुक्ति 6. हवदे शी शब्द 10.अंि
3. उप 7. पंकज
4. अत्याचाि 8. पोल खुलना

सि जोड -
1. i (ड.) ii (घ) iii (ख) iv (क) v (ग)
2. i (ड.) ii (घ) iii (ख) iv (ग) v (क)
3. i (ड.) ii (घ) iii (ख) iv (ग) v (क)
एक वाक्य में उत्तर -
1. िचना के आधाि पि वाक् के िीन भेद िोिे िैं ।
2. संहध िीन प्रकाि की िोिी िै - स्वि संहध, व्यंजन संहध, हवसगथ संहध।
3. समास छ: प्रकाि के िोिे िैं ।
4. हवदे शी भाषाओं से आए शब्द आगि शब्द किलािे िैं ।
5. हकसी कायथ को किने या िोने का बोध किाने वाले शब्द हक्रया किलािे िैं ।
6. अंधकाि का िद्भव अंधेिा िै ।
7. आं खों का िािा का अर्थ बहुि यािा।
8. प्रर्म पद प्रधान िो िो अव्ययीभाव समास िोगा।
9. लोक में प्रचहलि उक्ति लोकोक्ति किलािी िै ।
10. बल शब्द में वान प्रत्यय लगाने से बलवान शब्द बनेगा।
11. प्र + चल + इि
12. ठोकि मािना मुिाविे का अर्थ ठु किा दे ना।
13. िीला खड़ा िोना मुिाविे का अर्थ बाधाएं आना।
14. हवलोम का अर्थ िै हवपिीि या उल्टा।
15. प्रत्यय शब्द के अंि में जुड़िे िैं ।

सत्य /असत्य -
1. सत्य 6. सत्य 11. असत्य
2. असत्य 7. असत्य 12. असत्य
3. असत्य 8. असत्य 13. सत्य
4. सत्य 9. असत्य 14. सत्य
5. सत्य 10. सत्य 15. असत्य

इकाई - 5
कृविका िाग - 1

सि ववकल्प -
1-रिपोिाथ ज 5-औििें 9-ठीक से चल निीं सकिा
2-मैला आं चल 6-नानी के 10-मक्खन
3-िाजेंद्र नगि 7-िीड की िड्डी 11- िामस्वरूप का नौकि
4-हवलायि 8-प्रेमा
ररक्त स्थान –
1-िर्ीश्वि नार् िे र्ु 7-नानी की 12-बाजा
2-लेखक ने
8- छींके पि 13-एकां की
3-अप्सिा
4-सािब 9-हचत्रा 14-छ:

5-पारिजाि 10-हशक्षा

6-दे श 11- दे ि से
सि जोड ---
1. i (ग ) ii (क ) iii (ख) iv (घ )
2. i (क ) ii (ड.) iii (ग ) iv (घ )
एक वाक्य में उत्तर –

1- साक्ष्य पहत्रका के हवशेषां क का नाम ‘नहदयों की आग’ िै ।

2-पानी दे ख कि लौि ििे लोगों की आं खों औि जुबान पि एकमात्र हजज्ञासा र्ी’पानी किााँ िक आ गया
िै ’।

3-पाठ में बाढ़ के पानी को 'मृत्यु का ििल दू ि' किा गया िै ।

4-पान वाले की हबक्री अचानक इसहलए बढ़ गई र्ी क्ोंहक लोग बाढ़ दे खने जमा िो ििे र्े।

5- ‘िीढ़ की िड्डी’ एकां की सामाहजक समया पि आधारिि िै ।

6-मेिे संग की औििें पाठ में लेक्तखका कुल पां च भाई बिन र्े।

7-लेखक की पिदादी ने मंहदि में जाकि मन्नि मां गी की पिोह का पिला बच्चा लड़की िी िोनी चाहिए।

8-कर्ावस्तु के आधाि पि किानी का मुख्य पात्र उमा िै ।

9-"िीढ़ की िड्डी" एकां की के िचनाकाि का नाम जगदीश चंद्र मार्ुि िै ।

10-लेक्तखका के नाना पढ़ाई किने हवलायि गए र्े।

सत्य /असत्य -

1-असत्य 5-असत्य 9-सत्य

2-सत्य 6-असत्य 10-सत्य

3-सत्य 7- सत्य 11- असत्य

4-सत्य 8-असत्य 12-सत्य

वविेष ि प –

 विक्षक स्वयीं ि उत्तरमाला क जााँच करिे हुए ववद्यावथभयोीं को अभ्यास


कराएाँ |
 ववषय विक्षक द्वारा काव्यबोध एवीं िाषा बोध इकाइयोीं में प्रश्नबैंक में वदए प्रश्नोीं एवीं
उदािरणोीं के अविररक्त अन्य प्रश्नोीं एवीं उदािरणोीं का ि अभ्यास कराया जाए

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