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Hindi Prashn Bank Class 9th
Hindi Prashn Bank Class 9th
सत्र - 2022-23
कक्षा – 9 व ीं
ववषय – विन्द
vfc
खण्ड
02 2 काव्य बोध
खण्ड
04 4 िाषा बोध
05 5 कृविका िाग – 1
06 6 अपविि बोध
07 7 पत्र लेखन
08 8 वनबन्ध लेखन
1. कबीिदास की एक िचना िै -
(अ) िामभक्ति शाखा (ब) हशवभक्ति शाखा (स) कृष्णभक्ति शाखा (द) प्रेममागी शाखा
(अ) िामधािी हसंि हदनकि (ब) माखनलाल चिुवेदी (स) मिादे वी वमाथ (द) जयशंकि प्रसाद
(अ) कोसानी गााँ व में (ब) केसला गााँ व में (स) किौली गााँ व में (द) केसली गााँ व में
6. कबीिदास की भाषा िै -
(अ) अवधी (ब) िाजस्र्ानी (स) ब्रज (द) सधुक्कड़ी
7. छायावाद के प्रमुख कहव िैं -
(अ) चाि (ब) आठ (स) पां च (द) िीन
8. मेघ आए िचना िै -
(अ) मिादे वी वमाथ (ब) सवेश्वि दयाल सक्सेना (स) सुहमत्रानंदन पंि (द) िाजेश जोशी
9. वीिगार्ा काल का श्रेष्ठ मिाकाव्य िै -
(अ) पद्मावि (ब) पृथ्वीिाज िासो (स) साकेि (द) िामचरिि मानस
10. प्रेममागी शाखा के प्रहिहनहध कहव िैं -
(अ) कबीि (ब) िु लसीदास (स) जायसी (द) सूिदास
11. हिं दी साहित्य का सवाथ हधक लोकहप्रय मिाकाव्य िै -
(अ) पद्मावि (ब) िामचरिि मानस (स) पृथ्वीिाज िासो(द) िमाल िासो
12. स्वर्थ हकिर् िचना िै -
(अ) कबीि (ब) सुहमत्रानंदन पंि (स) िसखान (द) सूिदास
13. प्रेमवाहिका के िचनाकाि िैं -
(अ) िसखान (ब) मीिाबाई (स) जायसी (द) कबीिदास
14. वात्सल्य सम्राि िैं -
(अ) िुलसीदास (ब) सूिदास (स) कबीिदास (द) िै दास
15. हिं दी साहित्य का स्वर्थ युग माना गया िै -
(अ) भक्ति काल (ब) वीिगार्ा काल (स) िीहिकाल (द) विथ मान काल
3 अ ब
i. कबीिदास (क)हिमिंिहगनी
ii. सुजान िसखान (ख)वीर्ा, पल्लव
iii. गमथ िवाएाँ (ग) िसखान
iv. माखनलाल चिुवेदी (घ) साखी
v. सुहमत्रानंदन पंि (ड.) सवेश्वि दयाल सक्सेना
4. अ ब
i. छायावाद (क) नागाजुथन
ii. प्रगहिवाद (ख) 1953 से अब िक
iii. नई कहविा (ग) प्रकृहि का मानवीकिर्
iv. आधुहनक काल (घ) छायावाद के समकक्ष
v. िि्यवाद (ड.) भाििेंदु युग
5. अ ब
i. कबीि (क) सवैये
ii. वाख ख) सबद
iii. िसखान (ग) ललद्यद
iv. माखनलाल चिुवेदी (घ) हमि् िी का चेििा
v. िाजेश जोशी (ड.) कमथवीि
(4) मानुष िों िो विी िसखाहन बसौ ब्रज गोकुल गााँ व के ग्वािन।
जो पसु िौ िो किा बस मेिो चिौहनि नंद की धेनु मंझािन ॥
पािन िौ िो विी हगरि को जो हकयो िरिछि पुिंदि धािन।
जो खग िौ िो बसेिो किौ हमहल काहलदी कूल कदं ब की डािन्॥
क्र इकाई एवीं ववषय वस्तु इकाई वस्तु अींकवार प्रश्नोीं क सींख्या कुल
पर वनष्ठ प्रश्न
आवींविि प्रश्न
अींक
1 2 3 4 5
अींक अींक अींक अींक अींक
इ काव्य बोध 10 06 02 --- --- --- 02
का काव्य की परिभाषा एवं
ई भेद (संहक्षप्त परिचय)
2 िस का सामान्य परिचय
एवं प्रकाि
छं द का सामान्य परिचय
एवं प्रकाि (दोिा,
सवैया)
अलंकाि परिभाषा एवं
भेद (अनुप्रास, यमक,
उपमा, रूपक, उत्प्रेक्षा
एवं मानवीकिर् अलंकाि)
1. (अ) (ब)
सत्य/असत्य वलखखए –
1. िामचरििमानस एक मिाकाव्य िै ।
2. िसयुि वाक् िी काव्य िै । कर्न आचायथ हवश्वनार् का िै ।
3. प्रबंध काव्य में छं दों में पूवाथ पि सम्बन्ध निीं िोिा िै ।
4. माहत्रक छं द में मात्राओं की गर्ना की जािी िै ।
5. मुिक काव्य का प्रत्येक छं द अपने आप में स्विंत्र औि पूर्थ िोिा िै ।
6. मिाकाव्य में एक िी सगथ िोिा िै ।
7. खण्डकाव्य की कर्ावस्तु हवस्तृि िोिी िै ।
8. खण्डकाव्य में अनेक सगथ िोिे िै ।
9. अलंकािों का अनावश्यक प्रयोग कहविा के सौन्दयथ को कम कििा िै ।
10. हजसके कािर् मन में भाव जाग्रि िोिे िैं उसे आलंबन कििे िैं ।
11. छं द को पढ़ने का प्रवाि (लय) गहि किलािा िै ।
12. छं द में अंहिम वर्ों की आवृहत्त िुक किलािी िै ।
13. संकि सागि में रूपक अलंकाि िै ।
14. उपमा अलंकाि में उप का अर्थ समीप िै ।
लघु उत्तर य प्रश्न - (02 अींक)
1. पंहडि जगन्नार् के अनुसाि काव्य की परिभाषा हलक्तखए।
2. काव्य हकसे कििे िैं उसके भेदों के नाम हलक्तखए।
3. प्रबंध काव्य के भेदों के नाम हलक्तखए।
4. मुिक काव्य के प्रकािों के नाम हलक्तखए।
5. िस हकसे कििे िैं ? िस के अंगों के नाम हलक्तखए।
6. िस के प्रकाि एवं उनके स्र्ाई भाव हलक्तखए।
7. छं द हकसे कििे िैं ? छं द के प्रकािों के नाम हलक्तखए।
8. दोिा की परिभाषा उदाििर् सहिि हलक्तखए।
9. सवैया की परिभाषा हलक्तखए।
10. अलंकाि की परिभाषा एवं उसके भेदों के नाम हलक्तखए।
11. अनुप्रास अलंकाि की परिभाषा उदाििर् सहिि हलक्तखए।
12. यमक अलंकाि की परिभाषा उदाििर् सहिि हलक्तखए।
13. उपमा अलंकाि की परिभाषा उदाििर् सहिि हलक्तखए।
14. रूपक अलंकाि की परिभाषा उदाििर् सहिि हलक्तखए।
15. उत्प्रेक्षा अलंकाि की परिभाषा उदाििर् सहिि हलक्तखए।
16. मानवीकिर् अलंकाि की परिभाषा उदाििर् सहिि हलक्तखए।
17. मिाकाव्य औि खण्डकाव्य में कोई दो अंिि हलक्तखए।
18. माहत्रक छं द हकसे कििे िैं ? हकसी एक माहत्रक छं द का नाम हलक्तखए।
19. वहर्थक छं द हकसे कििे िैं ? हकसी एक वहर्थक छं द का नाम हलक्तखए।
20. पाठ्यमुिक एवं गेयमुिक में अंिि हलक्तखए।
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इकाई - 3
वक्षविज िाग 1, गद्य खण्ड
क्र इकाई एवीं ववषय वस्तु इकाई वस्तु अींकवार प्रश्नोीं क सींख्या कुल
पर वनष्ठ प्रश्न
आवींविि प्रश्न
अींक
1 2 3 4 5
अींक अींक अींक अींक अींक
इ वक्षविज िाग 1, गद्य खण्ड
का गदय की हवधाओं का
17 06 04 01 --- --- 05
ई सामान्य परिचय (किानी,
3 हनबंध, एकां की,
यात्रावृत्तान्त, डायिी,
संस्मिर्, व्यंग्य हवधा)
लेखक परिचय
व्याख्या (सन्दभथ , प्रसंग,
व्याख्या, हवशेष)
हवषयवस्तु एवं हवचाि बोध
पि आधारिि प्रश्न
14) उपभोिा सां स्कृहि के कािर् िम कैसी दासिा स्वीकाि कििे िैं ?
अ) िाजनीहिक दासिा ब) सां स्कृहिक दासिा
स) बौक्तिक दासिा द) सामंहि दासिा
18) हकस पक्षी ने साहलम अली के जीवन की दशा को बदल हदया र्ा?
अ) कबूिि ब) मैना
स) गौिे या स) कोयल
19) पक्षी प्रेमी साहलम अली हकसकी ििि प्रकृहि में हवलीन िो ििे िैं ?
अ) अहि की ििि ब) वन पक्षी की ििि
स) वन्य पशु की ििि द) इनमें से कोई निीं
20) िोिो क्तखचवािे समय हकस पिं पिा की ओि संकेि हकया गया िै ?
(अ) नए कपड़े पिनने की (ब) अच्छे जू िे पिनने की
(स) चेििे पि मुस्कान लाने की (द) िोिोग्रािि की अच्छी िोिो लाने का अनुिोध हकया
अ) अवधी ब) ब्रज
स) बुंदेली द) मैहर्ली
26 ) मिादे वी वमाथ से चां दी का किौिा हकसने ले हलया र्ा?
अ) नेिरू जी ब) पिे ल जी
स) हिलक जी द) गां धी जी
(i) अ ‘ब
i. बुक्तििीन प्रार्ी (क) गया
ii. झूिी का साला (ख) गधा
iii. लेखक की नजि अिक गई (ग) प्रेमचन्द के ििे जू िे पि
iv. ल्हासा की ओि (घ) िाहुल सां कृत्यायन
(ii) ‘अ ‘ब
i. प्रेमचन्द (क) श्यामाचिर् दु बे
ii. िरिशंकि पिसाई (ख) नीिजा, नीिाि, िक्तश्म
iii. संस्कृहि िर्ा हशक्षा (ग) सेवासदन, िं गभूहम
Iv मिादे वी वमाथ (घ) िाँ सिे िैं िोिे िैं
सत्य/असत्य वलखखए –
1. झूिी बैलों को दे खकि गदगद िो गया।
2. लड़की की मााँ मि चुकी र्ी।
3. गया झूिी का मामा र्ा।
4. सद् गुर्ों का इिना अनादि किीं निीं दे खा।
5. डां डे हिब्बि की सबसे खििे की जगि िै ।
6. मंगोलों का मुि लाल िोिा िै ।
7. सुमहि घोड़े पि सवाि िोकि गए।
8. हिब्बिी जमीन छोिे बड़े जागीिदािों में बाँिी िै ।
9. हिब्बि में जाहि-पाहि, छु आ-छु ि औि पदाथ प्रर्ा र्ी।
10. श्यामाचिर् दु बे का जन्म उत्तिप्रदे श के बनािस में हुआ र्ा।
11. गााँ धी जी के अनुसाि िमें अपनी बुहनयाद पि कायम ििना चाहिए।
12. िम अनुकिर् की संस्कृहि को प्रहिष्ठा पाने के हलए अपना ििे िैं ।
13. पहक्षयों की मधुि आवाज से आम आदमी िोमां हचि निीं िोिा।
14. जाहबि हुसैन का जन्म हबिाि में हुआ र्ा।
15. लािें स को कबूिि से प्रे म र्ा।
16. वृंदावन की नदी का सां वला पानी नंद जी की याद हदलािा िै ।
17. साहलम अली की उम्र को शिी िक पहुाँ चने में र्ोड़े िी हदन बचे र्े l
18. ‘हुजूम ’ का अर्थ –जन समूि िै ।
1 जानविों में गधा सबसे ज्यादा बुक्तििीन समझा जािा िै ।जब िम हकसी आदमी को पिले
दजे का बेवकूि किना चाििे िैं ,िो उसे गधा कििे िैं ।गधा सचमुच बेवकूि िै , या
उसके सीधेपन, उसकी हनिापद सहिष्णुिा ने उसे यि पदवी दे दी िै , इसका हनश्चय निीं
हकया जा सकिा।
3 िम सां स्कृहिक अक्तस्मिा की बाि हकिनी िी किें ; पिं पिाओं का अवमूल्यन हुआ िै ,
आस्र्ाओं का क्षिर् हुआ िै ।कड़वा सच िो यि िै हक िम बौक्तिक दासिा स्वीकाि कि
ििे िैं , पहश्चम के सां स्कृहिक उपहनवेश बन ििे िैं ।िमािी नई संस्कृहि अनुकिर् की
संस्कृहि िै ।िम आधुहनकिा के झूठे प्रहिमान अपनािे जा ििे िैं ।
4 गां धी जी ने किा र्ा हक िम स्वस्र् सां स्कृहिक प्रभावों के हलए अपने दिवाजे क्तखड़की
खुले िखें पि अपनी बुहनयाद पि कायम ििें । उपभोिा संस्कृहि िमािी सामाहजक हनयम
को िी क्तखला ििी िै ।यि एक बड़ा खििा िै । भहवर्ष् के हलए यि एक बड़ी चुनौिी िै ।
5 जहिल प्राहर्यों के हलए साहलम अली िमेशा एक पिे ली बने ििें गे।बचपन के हदनों में
उनकी एयि गन से घायल िोकि हगिने वाली नीलकंठ की वि गौिै या सािी हजंदगी उन्हें
खोज के नए नए िास्तों की ििि ले जािी ििी।हजंदगी की ऊंचाइयों में उनका हवश्वास
एक क्षर् के हलए भी हडगा निीं।वि लॉिें स की ििि नैसहगथक हजंदगी का प्रहिरूप बन
गए र्े।
6 चक्कि लगाने से जूिा िििा निीं िै हघस जािा िै । कुंभनदास का जूिा भी ििेिपुि
सीकिी जाने -आने में हघस गया र्ा। उसे बड़ा पछिावा हुआ।
8 जो अवध की लड़हकयां र्ी, वे आपस में अवधी बोलिी र्ीं; बुंदेलखंड की आिी र्ीं ,
वे बुंदेली में बोलिी र्ीं। कोई अंिि निीं आिा र्ा औि िम पढ़िे हिं दी र्े ---------
-------------------एक प्रार्थना में खड़े िोिे र्े ; कोई हववाद निीं िोिा र्ा ।
9 जानविों में गधा सबसे ज्यादा बुक्तििीन समझा जािा िै । िम जब हकसी आदमी को
पिले दिजे का बेवकूि किना चाििे िैं , िो उसे गधा कििे िैं । गधा सचमुच बेवकूि
िै , या उसके सीधेपन, उसकी हनिापद सहिष्णुिा ने यि पदवी दे दी िै , इसका हनश्चय
निीं हकया जा सकिा।
10 दोनों बैलों का ऐसा अपमान कभी न हुआ र्ा। झूिी उन्हें िूल की छड़ी से भी न छूिा
र्ा । उसकी हििकाि पि दोनों उड़ने लगिे र्े। यिााँ माि पड़ी। आिि-सम्मान की व्यर्ा
िो र्ी िी, उस पि हमला सूखा भूसा। नााँ द की ििि आाँ खें न उठाई ।
11 बहुि हदनों सार् िििे -िििे दोनों में भाईचािा िो गया र्ा। दोनों आमने -सामने या
आस-पास बैठे हुए एक-दू सिे से मूक भाषा में हवचाि-हवहनमय कििे र्े। एक-दू सिे के
मन की बाि कैसे समझ जािा, िम निीं कि सकिे । अवश्य िी उनमें कोई ऐसी गुप्त
शक्ति र्ी, हजससे जीवों में श्रेष्ठिा का दावा किने वाला मनुर्ष् वंहचि िै ।
12 मुझे लगिा िै िु म हकसी सख्त चीज को ठोकि माििे ििे िो। कोई चीज जो पिि-पि-
पिि सहदयों से जम गई िै , उसे शायद िुमने ठोकि माि-मािकि अपना जूिा िाड़
हलया। कोई िीला जो िास्ते पि खड़ा िो गया र्ा, उस पि िुमने अपना जूिा आजमाया।
13 िोपी आठ आने में हमल जािी िै औि जूिे उस जमाने में भी पााँ च रुपये से कम में
क्ा हमलिे िोंगे। जूिा िमेशा िोपी से कीमिी ििा िै । अब िो जूिे की कीमि औि भी
बढ़ गई िै औि पि पच्चीसों िोहपयााँ न्योछावि िोिी िैं । िुम भी जूिे औि िोपी के
आनुपाहिक मूल्य के मािे हुए र्े। यि हवडं बना मुझे इिनी िीव्रिा से पिले कभी निीं
चुभी, हजिनी आज चुभ ििी िै , जब मैं िुम्हािा ििा जूिा दे ख ििा हाँ । िुम मिान
कर्ाकाि उपन्यास सम्राि, युग प्रविथक जाने क्ा-क्ा किलािे र्े, मगि िोिो में भी
िुम्हािा जूिा ििा हुआ िै ।
15 हिब्बि में याहत्रयों के हलए बहुि सी िकलीिें भी िैं औि कुछ आिाम की बािें भी।
विााँ जाहि-पााँ हि, छु आछूि का सवाल िी निीं िै औि न औििें पिदा िी कििी िैं । बहुि
हनम्न श्रेर्ी के हभखमंगों को लोग चोिी के डि से घि के भीिि निीं आने दे िे; निीं िो
आप हबल्कुल घि के भीिि चले जा सकिे िैं ।
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इकाई - 4
िाषा बोध
क्र इकाई एवीं ववषय वस्तु इकाई पर वस्तु अींकवार प्रश्नोीं क सींख्या कुल
आवींविि वनष्ठ प्रश्न
अींक प्रश्न
1 2 3 4 5
अींक अींक अींक अींक अींक
इ िाषा बोध
का संहध एवं समास सामान्य
08 06 01 ___ ___ ___ 01
ई परिचय एवं भेद, हनपाि
4 शब्द, ित्सम, िदभव,
दे शज, हवदे शी एवं
आं चहलक शब्द, उपसगथ
एवं प्रत्यय , पयाथ यवाची,
हवलोम शब्द
वाक् परिचय एवं भेद :
िचना के आधाि पि
मुिाविे एवं लोकोक्तियााँ
4 हकसी भी बाि पि अहिरिि बल दे ने के हलए हजन शब्दों का प्रयोग हकया जािा िैं वे शब्द
किलािे िैं -
2. (अ) (ब)
i. हत्रिला (क) अनैहिक
ii. मनोिर् (ख) सुिपहि
iii. इन्द्र का पयाथ यवाची (ग) हनपाि शब्द
iv. भी, िी, भि (घ) हवसगथ संहध
v. नैहिक का हवलोम (ड.) िीन िलों का समूि
3. (अ) (ब)
i. ग्राम का िद्भव (क) धिा
ii. िचना के आधाि पि वाक् (ख) दे शज शब्द
iii. सोिा, लोिा, हडहबया (ग) हवदे शी शब्द
iv. अिसि, डराइवि, हिहिन (घ) िीन
v. भूहम (ड.) गााँ व
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इकाई - 5
कृविका िाग – 1
क्र इकाई एवीं ववषय वस्तु इकाई वस्तु अींकवार प्रश्नोीं क सींख्या कुल
पर वनष्ठ प्रश्न
आवींविि प्रश्न
अींक
1 2 3 4 5
अींक अींक अींक अींक अींक
इ कृहिका भाग - 1
का पूिक पाठ्य पु स्तक से हवहवध
08 06 01 --- --- --- 01
ई पाठों पि आधारिि प्रश्न
5
(अ) अशोकनगि में (ब) िाजेंद्रनगि में (स) पुष्पा नगि में (द) अमि नगि में
4-नानी के पहि शादी के िुिंि बाद उन्हें छोड़कि बैरिष्टिी पढ़ने चले गए र्े -
(अ) कमथभूहम (ब) मािी वाली (स) िीढ़ की िड्डी (द) जय गंगा
1-िे र्ु का पूिा नाम ________िै । (बागेश्वि नार् िे र्ु /िर्ीश्वि नार् िे र्ु )
2-1967 की बाढ़ को_________ स्वयं भोगा र्ा। (लेखक ने /लेक्तखका ने )
3-रिक्शा मोड़कि िम________हसनेमा िॉल से गां धी नगि चले गए। (मधुशाला/ अप्सिा)
11-पिमात्मा जब अक्ल बााँ ि ििा र्ा िो िू _________पहुं चा। (दे ि से/जल्दी से)
3-‘ इस जल प्रलय में’ पाठ में बाढ़ के पानी को क्ा किा गया िै ?
6-मेिे संग की औििें पाठ में लेक्तखका कुल हकिने भाई बिन र्े ?
7-लेक्तखका मृदुला गगथ की पिदादी ने मंहदि में जाकि क्ा मन्नि मां गी र्ी?
8-कर्ावस्तु के आधाि पि िीढ़ की िड्डी’ एकां की का मुख्य पात्र आप हकसे मानिे िैं ?
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इकाई – 6
अपविि बोध
क्र इकाई एवीं ववषय वस्तु इकाई वस्तु अींकवार प्रश्नोीं क सींख्या कुल
पर वनष्ठ प्रश्न
आवींविि प्रश्न
अींक
1 2 3 4 5
अींक अींक अींक अींक अींक
इका अपहठि बोध -
ई 6 04 ___ __ __ 01 __ 01
अपहठि काव्यां श / गद्यां श
अपविि गद्याींि -
वनम्नवलखखि गद्याींिोीं को पढ़कर न चे वलखे प्रश्नोीं के उत्तर वलखखए -
1- अंग्रेजी में एक किावि िै हक सत्य के बाद स्वच्छिा का स्र्ान िै । अर्ाथ ि स्वच्छिा जीवन
की मूल आवश्यकिाओं में शाहमल िै । मनुर्ष् मात्र में स्वच्छिा का हवचाि उत्पन्न किने के हलए
हशक्षा का प्रचाि किना अहनवायथ िै , इसहलए हशहक्षि व्यक्ति स्वयं िी स्वच्छिा की ओि प्रवृत्त िो
जािा िै । बाह्य स्वच्छिा का प्रभाव िमािी आं िरिक स्वच्छिा पि भी पडिा िै । विी आं िरिक
स्वच्छिा, सदाचाि, नैहिक मूल्य, सहद्वचाि एवं अच्छी संगहि से प्राप्त िोिी िै
प्रश्न -
i उपयुथि गद्यां श का शीषथ क क्ा िो सकिा िै ?
ii िमािी आं िरिक सुिक्षा का आधाि क्ा िै ?
iii उपयुथि गद्यां श का सािां श हलक्तखए।
2- हगरििाज हिमालय का हवस्ताि अिगाहनस्तान की सीमा से लेकि म्ां माि िक िैला िै । रूस िर्ा
चीन िक इसकी शाखाएाँ पहुाँ चिी िै । इसी पवथि पि मानसिोवि झील िर्ा हशव का हनवास कैलाश
पवथि िै । हसंधु, गंगा, यमुना, ब्रह्मपु त्र िर्ा कोसी जैसी हवशाल नहदयों का उद्गम हिमालय िी िै ।
बद्रीनार् िीर्थ औि स्वगथ से सुंदि कश्मीि हिमालय की गोद में िी बसा िै । संसाि की सबसे ऊाँची
चोिी एविे स्ट हिमालय का मुकुि िै । हिमालय भािि की सुिक्षा िर्ा गौिव का प्रिीक िै ।
प्रश्न -
i. उपयुथि गद्यां श का शीषथ क हलक्तखए।
ii. गंगा , यमुना िर्ा ब्रह्मपु त्र नहदयों का जनक कौन िै ?
iii. उपयुथि गद्यां श का सािां श हलक्तखए।
3- हवद्या अमूल्य, अनश्वि िर्ा सवोच्च धन िै । अन्य सभी प्रकाि के धन कभी न कभी नष्ट िो
जािे िैं । पिं िु हवद्या धन कभी नष्ट निीं िोिा। िावर् स्वर्थमयी लंका को नष्ट िोने से न बचा सका।
उसका बल िर्ा धन भी नष्ट िो गया। युि् में पिाहजि हुआ।पिं िु श्रीिाम भी उसका हवद्या ज्ञान निीं
छीन पाए । युि में मिर्ासन्न पड़े िावर् से लक्ष्मर् ने हवद्या.धन प्राप्त हकया र्ा। अि: हवद्या.धन
िी वि एक मात्र पूाँजी िै जो िमेशा िमािे सार् िििी िै ।
प्रश्न
-
i.िावर् के पास सबसे अमूल्य धन कौन सा र्ा?
ii.उपयुथि अनुच्छेद का सािां श हलक्तखए।
iii.उपयुथि अनुच्छेद का शीषथक हलक्तखए।
4- भािि में ध्वहन प्रदू षर् को दै हनक जीवन का एक हिस्सा माना जािा िै औि एक बड़ी सीमा
िक िमने इसके सार् किने के अभ्यस्त भी िो चुके िैं इसहलए भािि में ध्वहन प्रदू षर् के हवरूि
सामाहजक चेिना का अभाव िै । 45 डे सीबेल से अहधक की ध्वहन शोि मानी जािी िै । जबहक हदल्ली,
कोलकािा िर्ा मुंबई जैसे मिानगिों में ध्वहन का स्ति 90 डे सीबेल से भी अहधक िै । उल्लेखनीय िै
हक मुंबई हवश्व का िीसिा सबसे अहधक शोिगुल वाला शिि िै । अि: भािि में ध्वहन प्रदू षर् के
हवरूि व्यापक एवं प्रभावी कानूनों की मििी आवश्यकिा िै ।
प्रश्न -
i उपयुथि गद्यां श का शीषथ क हलक्तखए।
ii ध्वहन प्रदू षर् क्ा िै ।
iii उपयुथि गद्यां श का सािां श हलक्तखए।
5- िेजी से बढिी हुई जनसंख्या, हसकुड़िे जंगल, अवैध हशकाि, पयाथ विर् प्रदू षर् िर्ा
ध्वस्त िोिा पारिक्तस्र्हिक िंत्र, जैव हवहवधिा के प्रमुख खििे िैं । जैव हवहवधिा का सवाथ हधक ह्रास
वन्य प्राहर्यों में हुआ िै । मािीशस का डोडो, स्कािलैंड का ग्रेि ऑक िर्ा न्यूजीलैंड का मोआ
पक्षी ऐसे प्रार्ी िैं हजन्हें िम अब कभी दे ख निीं सकिे िैं । भािि में एहशयाई हसंि, हचत्तीदाि
िेंदुआ, कस्तूिी मृग, काला हििर् िापीि, सुनििा लंगूि िर्ा हसंिपूछ बंदि हवलुप्त िोने की कगाि
पि िैं यहद इनके संिक्षर् के प्रभावी उपाय न हकये गये िो इन नायाब जीवों को िम िमेशा.िमेशा
के हलए खो दें गे।
प्रश्न -
i उपयुथि अनुच्छेद का सं भाहवि शीषथक हलक्तखए।
ii संसाि के कौन से वन्य प्रार्ी हवलुप्त िो चुके िैं ?
iii उपयुथि अनुच्छेद का साि हलक्तखए।
6- हनंदा का उद्गम िीनिा औि कमजोिी से िोिा िै । हनंदा किके उनके अिम को िुहष्ट हमलिी
िै । ज्यों कमथ क्षीर् िो जािा िै , त्यों हनंदा की प्रवृहत्त में हदनों.हदन इजािा िोिा चला जािा िै ।
हनंदा कुछ लोगों की पूाँजी िोिी िै बड़ा लंबा.चौड़ा व्यापाि िैलािे िैं वे इस पूाँजी का कई लोगों की
प्रहिष्ठा िी दू सिों की कलंक.कर्ाओं के पािायर् पि आधारिि िोिी िै ।
प्रश्न -
i उपयुथि गद्यां श का शीषथ क हलक्तखए।
ii लोग दू सिों की हनंदा क्ों कििे िैं
iii उपयुथि गद्यां श का सािां श हलक्तखए।
7- िमािी जीवन शैली में कम्प्यूिि औि इं ििनेि का दखल इस कदि बढ़िा जा ििा िै हक संभव िै
हक आने वाले समय में इं सान, कम्प्यूिि औि कम्प्यूिि, इं सान बन जाएगा। कम्प्यूिि हवशेषज्ञ औि
लेखक कहव "िे कुजथवील" ने भहवर्ष्वार्ी की िै हक सन 2029 िक कम्प्यूिि औि इं सान में िमीज
कि पाना मुक्तिल िो जाएगा औि सदी के अंि िक िो वे सवथर्ा एक रूप िो जाएाँ गे।
प्रश्न -
i. उपयुथि गद्यां श का शीषथ क हलक्तखए।
ii. इं सान के कम्प्यूिि बन जाने से समाज को क्ा खििे िैं ?
iii. उपयुथि गद्यां श का सािां श हलक्तखए।
8- आधुहनक बाजािवादी संस़्हि उपभोग एवं एन्जॉय पि आधारिि िै । िि हवज्ञापन िमसे कििा िै हक
जीवन का सािा िस, सािा ममत्व, सािा सुख औि सािा आनंद चीजों का उपभोग किने में िै औि इन
हवज्ञापनों के सिािे िी िमािा भी हदया चलिा िै । इिने भोग.उपभोग के हलए पैसा कमाना पड़िा िै औि
पैसा कमाने से इं सान को इिनी िुसथि िी निीं हमल पािी हक वि एन्जॉय कि सके। अि: इस बाि की
पूिी संभावना िै हक 21 वी ं सदी में एन्जॉय किने का आग्रि औि एन्जॉयमेन्ट के हलए समय की कमी
दोनों बढ़ें गे।
प्रश्न -
i. उपयुथि गद्यां श का संभाहवि शीषथक चुहनए।
ii. 21वी ं सदीं का इं सान एन्जॉय क्ों निीं कि पाये गा?
iii. उपयुथि गद्यां श का सािां श हलक्तखए।
9 - भािि में िी.वी. औि इं ििनेि के प्रभाव से सां स्कृहिक उपहनवेशवाद िेजी से अपने पााँ व पसाि
ििा िै । सहदयों िक शासन किने के बाबजूद अंग्रेज िमािे शििी लोगों िक को पिलून पिनने का कायल
कि सके औि न "िाउ डू यू डू" किने का। लेहकन मैक्वर्ल्थ ने चंद िी सालों में अमेरिकी जीन्स िमािे
लड़के.लड़हकयों की खास पोशाक बना दी औि अभी जगि बच्चों को अंकल औि आन्टी से िाय औि
बाय बोलना हसखा हदया। भािि की मध्यवगीय जनिा ने िै प्पी बर्थडे, िै प्पी न्यू ईयि, िै प्पी वैहडं ग
एहनवसथिी, िादसथ.डे , मदसथ .डे , वेलेन्टाइन्स डे , जैसे िै प्पीनेस के नये अवसि जुिा हलए िैं जो पूिी ििि
काडथ उपिाि औि बाजाि से जुड़े हुए िैं । नई सदी में सां स्कृहिक गुलामी की प्रवृहत्त िेजी से बढ़ी िै ।
प्रश्न -
10 - लोक साहित्य में लोकगीिों का हवशेष स्र्ान िै । ये गीि व्यक्ति हवशेष के न िोकि समूि के िोिे
िैं । इनका िचहयिा अज्ञाि िोिा िै औि ये प्राय: मौक्तखक रूप में एक पीढ़ी से दू सिी पीढ़ी या एक स्र्ान
से दू सिे स्र्ान में स्र्ानां िरिि िोिे िििे िैं । लोकगीि, लोकजीवन का दपथर् िोिे िैं । हजनमें लोक संस्कृहि
के समस्त पक्षों का वर्थन िोिा िैं । लोकगीि धमथ, सामाहजक िीहि.रिवाज,दशथन,ज्योहिष, वैद्यक, सदाचाि,
उपदे श, लोक व्यविाि मनोिं जन िर्ा जीवन के समस्त पक्षों का संहचि कोष िोिे िैं ।
प्रश्न -
i उपयुथि गद्यां श का शीषथ क हलक्तखए।
ii लोकगीिों की कोई दो हवशेषिाओं का उल्लेख कीहजए।
iii उपयुथि गद्यां श का सािां श हलक्तखए।
अपविि काव्याींि -
वनम्नवलखखि काव्याींिोीं को पढ़कर न चे वलखे प्रश्नोीं के उत्तर वलखखए –
3- िम अहनकेिन िम अहनकेिन,
प्रश्न -
i कई हदनों से चक्की उदास क्ों र्ी।
ii उि पंक्तियााँ कौन सी प्राकृहिक आपदा की ओि इशािा कििी िैं ?
iii उि पंक्तियों का भावार्थ स्पष्ट कीहजए।
प्रश्न -
i उपयुथि काव्यां श का शीषथक हलक्तखए l
ii कहव भािि मााँ को क्ा अहपथि किना चाििा िै ?
iii दे श की धििी का िम पि क्ा ऋर् िैं ?
---------xxxx--------
इकाई – 7
पत्र – लेखन
क्र इकाई एवम् ववषय वस्तु इकाई वस्तु अींकवार प्रश्नोीं क सींख्या कुल
पर वनष्ठ प्रश्न
आवींवि प्रश्न
ि
अींक
1 2 3 4 5
अींक अींक अींक अींक अींक
इकाई पत्र लेखन -
7 04 __ __ __ 01 __ 01
औपचारिक पत्र / अनौपचारिक पत्र
1. आप कक्षा नवमीं वगथ "ब" के छात्र िैं अपना वगथ बदलने के हलए प्राचायथ मिोदय को
एक आवेदन पत्र हलक्तखए।
5. शाला त्याग प्रमार् पत्र प्राप्त किने िे िु अपने हवद्यालय के प्राचायथ के नाम से आवेदन पत्र
हलक्तखए।
6. पॉलीहर्न बैग के उपयोग पि पूर्थि प्रहिबंध लगाने का आग्रि कििे हुए नगि हनगम अध्यक्ष
को पत्र हलक्तखए।
7. नया हवद् युि कनेक्शन प्राप्त किने के हलए मुख्य अहभयंिा,हवद् युि हवििर् हनगम ििली को
एक आवेदन पत्र हलक्तखए।
8. बैंक खािा खोलने के हलए बैंक प्रबंधक स्टे ि बैंक सागि को आवेदन पत्र हलक्तखए।
9. अपने छोिे भाई को कोहवड.19 के प्रोिोकाल से संबंहधि हनयमों का पालन किने िे िु पत्र
हलक्तखए।
10. मुख्य कायथपालन अहधकािी, नगि हनगम सागि को अपने हवद्यालय भवन के सामने
साि.सिाई िे िु पत्र हलक्तखए।
11. संपादक, दै हनक भास्कि, भोपाल को अपने नगि की सड़कों पि घूमिे आवािा पशुओं की
समया से संबंहधि समाचाि प्रकाहशि किने िे िु पत्र हलक्तखए।
12. आपने जे .के. इलेक्ट्राहनक्स भोपाल से हपछले माि एक स्मािथ िी.वी. खिीदा र्ा जो अब
ठीक से काम निीं कि ििा िै इस संबंध में दु कान के प्रबंधक को एक हशकायिी पत्र
हलक्तखए।
13. प्रहियोगी पिीक्षाओं की िै यािी िे िु गहर्ि िकथशक्ति एवं सामान्य ज्ञान का अध्ययन किने के
संबंध में अपने छोिे भाई को एक पिामशथ पत्र हलक्तखए।
14. अपने क्षेत्र के हवधायक मिोदय को अपने नगि में व्यायाम शाला हजम आहद स्र्ाहपि किने
िे िु पत्र हलक्तखए।
15. अपने पिीक्षा परिर्ाम की जानकािी दे िे हुए अपने हमत्र को एक पत्र हलक्तखए।
16. अपने हवद्यालय के प्राचायथ को शाला शुल्क से मुक्ति िे िु आवेदन पत्र हलक्तखए l
इकाई – 8
वनबन्ध लेखन
क्र इकाई एवीं ववषय वस्तु इकाई वस्तु अींकवार प्रश्नोीं क सींख्या कुल
पर वनष्ठ प्रश्न
आवींवि प्रश्न
ि
अींक
1 2 3 4 5
अींक अींक अींक अींक अींक
इका अनुच्छेद लेखन /संवाद
ई 8 07 --- ---- 01 01 --- 02
लेखन /हवज्ञापन लेखन
-
हनबंध लेखन (रूपिे खा
सहिि)
अनुच्छेद लेखन -
वनबन्ध लेखन
वनम्नवलखखि ववषयोीं पर रूपरे खा सविि वनबींध वलखखए -
1. हवद्यार्ी जीवन - जीवन का स्वर्थयुग
2. स्वास्थ्य िी धन िै
3. खेलों का िाजा-हक्रकेि
4. यहद हबजली न िोिी िो
5. अपना दे श िै सबसे यािा
6. दै हनक जीवन में इं ििनेि का मित्व
7. आदशथ हवद्यार्ी के गुर्
8. मेिी हप्रय ऋिु
9. मेिा मध्यप्रदे श
10. यहद मैं प्राचायथ िोिा
11. वृक्ष - िमािे प्रर्म हमत्र
12. मेिी हप्रय पुस्तक
13. कम्प्यूिि - आधुहनक यु ग का विदान
14. आदशथ हशक्षक के गुर्
15. कक्षा नवमीं में मेिा हप्रय हवषय
16. जल संिक्षर् के उपाय
17. मेिी हप्रय पुस्तक
18. मध्यप्रदे श के प्रमुख पयथ िन स्र्ल
19. नीले गृि की महिमा
20. मेिा हप्रय खेल
सींवाद लेखन
1. अपनी मााँ से जन्महदन की िैयािी के हलए हकया गया संवाद हलक्तखए।
2. माहसक िे स्ट को लेकि अपने कक्षा अध्यापक से की गई बािचीि को हलक्तखए।
3. वाहषथक पिीक्षा की िैयािी पि हपिाजी से हकए गए संवाद को हलक्तखए।
4. कक्षा में अपने हप्रय हमत्र से पढ़ाई से संबंहधि सं वाद हलक्तखए।
ववज्ञापन लेखन
1. हनबंध प्रहियोहगिा के हलए हवज्ञापन िैयाि कीहजए।
2. हिं दी हवषय में अनुवादक के हलए हवज्ञापन हलक्तखए।
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कक्षा 9 व
उत्तरमाला
इकाई - 1
वक्षविज िाग -1, काव्य खण्ड
सि ववकल्प
1. बीजक 6. सधुक्कड़ी 11. िामचरिि मानस
2. कृष्ण भक्ति शाखा 7. चाि 12. सुहमत्रानंदन पंि
3. माखनलाल चिुवेदी 8. सवेश्वि दयाल सक्सेना 13. िसखान
4. कोसानी गां व में 9. पृथ्वीिाज िासो 14. सूिदास
5. मध्य प्रदे श 10. जायसी 15. भक्ति काल
ररक्त स्थान –
1. बच्चे 6. प्रेमी 11. हछपाए .
2. लाल 7. ब्रज गोकुल 12. सुहमत्रानंदन पंि
3. चंद्र 8. नवहववाहििा 13. द्वाि
4. माखनलाल चिुवेदी 9. गुलाम
5. पद्मावि 10. कबीिदास
सि जोड –
1. i (घ) ii (ड) iii (ख) iv (ग) v (क)
2. i (ग) ii (घ) iii (ड.) iv (ख) v (क)
3. i (घ) ii (ग) iii (ड..) iv (क) v (ख)
4. i (ग) ii (क) iii (ख) iv (ड.) v (घ)
5. i (ख) ii (ग) iii (क) iv (ड.) v (घ)
ि प – यिााँ उत्तर सींवक्षप्त में वदए जा रिे िैं वकन्तु ववद्याथी को पू रा एक वाक्य बनाकर ि उत्तर वलखना िोगा,िब ि सि
उत्तर माना जाएगा और पूणभ अीं क प्राप्त िो सकेंगे l
सत्य\असत्य –
1. सत्य 6. सत्य 11. असत्य
2. सत्य 7. असत्य 12. असत्य
3. सत्य 8. सत्य 13. असत्य
4. सत्य 9. असत्य 14. सत्य
5. असत्य 10. असत्य 15. सत्य
इकाई - 2
काव्य बोध
सि ववकल्प -
1. दो 8. िहि 16. यमक
2. िीन 9. आचायथ हवश्वनार् 17. अ औि ब दोनों
3. दृश्य औि श्रव्य 10. भििमुहन 18. चाि
काव्य 11. अलंकाि 19. उपमान
4. िीन 12. दो 20. मानवीकिर्
5. मिाकाव्य 13. दृष्टां ि
6. नीिस 14. यहि
7. चाि 15. अर्थ
ररक्त स्थान -
सत्य / असत्य
1 सत्य 2 सत्य 3 असत्य 4 सत्य 5 सत्य6असत्य 7 असत्य 8 असत्य 9 सत्य 10 असत्य
11 सत्य 12 सत्य 13 सत्य 14 सत्य
इकाई - 3
वक्षविज िाग 1, गद्य खण्ड
सि ववकल्प -
ररक्त स्थान -
1. बनािस 6. यर्ार्थवादी 11. कीमिी
2. बैल 7. आसानी 12. पत्नी
3. बुक्तििीन 8. एक अंक 13. उदू थ
4. प्रेमचन्द 9. सां स्कृहिक 14. हवदु षी
5. िोिो 10. दू िी
सि जोड -
(i)
i. गधा
ii. गया
iii. प्रेमचन्द के ििे जूिे पि
iv. िाहुल सां कृत्यायन
(ii)
i. सेवासदन, िं गभूहम
ii. िाँ सिे िैं , िोिे िैं
iii. श्यामाचिर् दु बे
iv. नीिजा नीिाि, िक्तश्म
सत्य\असत्य –
1. सत्य 10. असत्य
2. सत्य 11. सत्य
3. असत्य 12. सत्य
4. सत्य 13. असत्य
5. सत्य 14. सत्य
6. सत्य 15. असत्य
7. सत्य 16. सत्य
8. सत्य 17. सत्य
9. असत्य 18. सत्य
इकाई -4
िाषा बोध
सि ववकल्प -
1 सक्तन्ध 8 प्र + बल 15 सि्
2 िीन 9 ईला 16 हनः /हनि
3 छः 10 सकमथक हक्रया 17 ित्पुरुष
4 हनपाि 11 आाँ ख 18 हनयम
5 द्वं द 12 वाक् 19 प्रत्यय
6 हनपाि 13 हद्वगु समास 20 िाि मानना।
7 भाई - बिन 14 मूखथ व्यक्ति
ररक्त स्थान
1. उपसगथ 5. दु िाचाि 9. आई
2. बुक्ति 6. हवदे शी शब्द 10.अंि
3. उप 7. पंकज
4. अत्याचाि 8. पोल खुलना
सि जोड -
1. i (ड.) ii (घ) iii (ख) iv (क) v (ग)
2. i (ड.) ii (घ) iii (ख) iv (ग) v (क)
3. i (ड.) ii (घ) iii (ख) iv (ग) v (क)
एक वाक्य में उत्तर -
1. िचना के आधाि पि वाक् के िीन भेद िोिे िैं ।
2. संहध िीन प्रकाि की िोिी िै - स्वि संहध, व्यंजन संहध, हवसगथ संहध।
3. समास छ: प्रकाि के िोिे िैं ।
4. हवदे शी भाषाओं से आए शब्द आगि शब्द किलािे िैं ।
5. हकसी कायथ को किने या िोने का बोध किाने वाले शब्द हक्रया किलािे िैं ।
6. अंधकाि का िद्भव अंधेिा िै ।
7. आं खों का िािा का अर्थ बहुि यािा।
8. प्रर्म पद प्रधान िो िो अव्ययीभाव समास िोगा।
9. लोक में प्रचहलि उक्ति लोकोक्ति किलािी िै ।
10. बल शब्द में वान प्रत्यय लगाने से बलवान शब्द बनेगा।
11. प्र + चल + इि
12. ठोकि मािना मुिाविे का अर्थ ठु किा दे ना।
13. िीला खड़ा िोना मुिाविे का अर्थ बाधाएं आना।
14. हवलोम का अर्थ िै हवपिीि या उल्टा।
15. प्रत्यय शब्द के अंि में जुड़िे िैं ।
सत्य /असत्य -
1. सत्य 6. सत्य 11. असत्य
2. असत्य 7. असत्य 12. असत्य
3. असत्य 8. असत्य 13. सत्य
4. सत्य 9. असत्य 14. सत्य
5. सत्य 10. सत्य 15. असत्य
इकाई - 5
कृविका िाग - 1
सि ववकल्प -
1-रिपोिाथ ज 5-औििें 9-ठीक से चल निीं सकिा
2-मैला आं चल 6-नानी के 10-मक्खन
3-िाजेंद्र नगि 7-िीड की िड्डी 11- िामस्वरूप का नौकि
4-हवलायि 8-प्रेमा
ररक्त स्थान –
1-िर्ीश्वि नार् िे र्ु 7-नानी की 12-बाजा
2-लेखक ने
8- छींके पि 13-एकां की
3-अप्सिा
4-सािब 9-हचत्रा 14-छ:
5-पारिजाि 10-हशक्षा
6-दे श 11- दे ि से
सि जोड ---
1. i (ग ) ii (क ) iii (ख) iv (घ )
2. i (क ) ii (ड.) iii (ग ) iv (घ )
एक वाक्य में उत्तर –
2-पानी दे ख कि लौि ििे लोगों की आं खों औि जुबान पि एकमात्र हजज्ञासा र्ी’पानी किााँ िक आ गया
िै ’।
4-पान वाले की हबक्री अचानक इसहलए बढ़ गई र्ी क्ोंहक लोग बाढ़ दे खने जमा िो ििे र्े।
6-मेिे संग की औििें पाठ में लेक्तखका कुल पां च भाई बिन र्े।
7-लेखक की पिदादी ने मंहदि में जाकि मन्नि मां गी की पिोह का पिला बच्चा लड़की िी िोनी चाहिए।
सत्य /असत्य -
वविेष ि प –
-----xxxxxx-------