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DR.R. B.

PATIL MAHESH PU COLLEGE


PRIYADARSHINI
COLONY,HUBLI-30

Department Of Hindi
HINDI PASSING PACKAGE
30\12\2023 Class :PUC I

MARKS -34 (ONLY FOR GRAMMAR PART )


I निम्िनिनित वाक्यों को शुद्ध कीनिएः (3x1=3)
१) गोविन्द के बविन का नाम सुशीला िै ।
गोविन्द की बिन का नाम सश ु ीला िै ।
२) आप उसके घर को गए ।
आप उसके घर गए।
३) मेज में पुरतक पडी िै।
मेज पर पुस्तक पडी िै।
४) िि आपका घर कल आ सकेगा।
िि आपके घर कल आ सकेगा।
५) मैं स्कूल जाना चाविए।
मुझे स्कूल जाना चाविए।
६) िम िमारे देश को प्यार करते िैं।
िम अपने देश से प्यार करते िैं।

1
७) मंवदर की चारों ओर दुकानें िैं।
मंवदर के चारों ओर दुकानें िैं।
८) तालाब के अन्दर छोटी-सी मवन्दर िै।
तालाब के अन्दर छोटा-सा मंवदर िै।
९) उसने अपने वमत्र को एक-सौ रुपया पूछा।
उसने अपने वमत्र से एक-सौ रुपये पूछे।
१०) सभी उसको तारीफ करते िैं।
सभी उसकी तारीफ करते िैं।
११) िि घर को जा रिा िै।
िि घर जा रिा िै।
१२) िि प्रातःकाल के समय आया। .
िि प्रातःकाल आया।
१३) रोिन ने रोटी खाया।
रोिन ने रोटी खायी।
१४) श्रीकृष्ण के अनेकों नाम िैं।
श्रीकृष्ण के अनेक नाम िैं।
१५) मुझे मैसूर जानी पडे गी।
मुझे मैसूर जाना पडे गा।
१६) गण
ु शीला चलती-चलती थक गए।
गुणशीला चलते-चलते थक गई।

2
१७) गोपाल गाना गाया।
गोपाल ने गाना गाया।
१८) श्याम काम वकया।
श्याम ने काम वकया।
१९) मेरे को उसने बुलाया िै।
मुझे उसने बुलाया िै।
२०) सरला ने किानी पढा।
सरला ने किानी पढी।
२१) मोिन की वपताजी अस्िस्थ िैं।
मोिन के वपताजी अस्िस्थ िैं।
२२) ििा तेज बिने लगा।
ििा तेज बिने लगी।
२३) उसका िाथ में मामलू ी चाकू था।
उसके िाथ में मामूली चाकू था।
२४) ग्यारििीं शताब्दी का बात िै।
ग्यारििीं शताब्दी की बात िै।
२५) िि दरिाजा खोला।
उसने दरिाजा खोला।

3
II. कारक ररक्त स्थाि की पूनति
ररक्त स्थाि भररएः 5X1=5
१) कोष्टक में वदए गए कारक वचन्िों से ररक्त स्थान भररए:
(ने, को, से, का, की, के, में, पर, के वलए, के द्वारा)
1)छात्र कलम ………. वलखता िै ।
[से]
२) पेड ……. पत्ता वगरा।
[से]
३) श्याम ………. पुस्तक पढी।
[ने]
४) अध्यापक विद्यावथि यों ……… पढाते िैं।

4
[को]
५) उसकी बिन ……. नाम मालती िै।
[का]
६) श्यामा चाकू ……… फल काट रिी िै।
[से]
७) लडका छत …….. वगर पडा।
[से]
८) गीता ……… पुस्तक मेरे पास िै।
[की]
९) अलमारी …….. कपडे रखे िैं।
[में]
१०) मेज …….. पंखा रखा िै।
[पर]
११) युिक ………. कपडे फट गए।
[के]
१२) िि घर ……… निीं िै।
[में]
१३) उसने वभखारी ………. भीख दी।
[को]
१४) वबल्ली……….. चूिे को मारा।
[ने]

5
III. मुिािरे
IIIनिम्िनिनित मुहावरों को अथि के साथ िोऩिए: (5x1=5)
अ) १) गदि न उठाना – क) बिु त पररश्रम करना
२) खन ू -पसीना एक करना – ख) क्रोध से भर जाना
३) कमर कसना – ग) विरोध करना
४) आग बबूला िोना – घ) तैयार िोना
उत्तरः
१–ग २–क ३–घ ४–ख
आ) १) आसमान वसर पर उठाना – क) असिनीय दुःख िोना
२) कलेजा फटना – ख) बिु त प्यारा
३) गले का िार – ग) बात वबगड जाना
४) गुड गोबर करना – घ) बिु त शोर करना
उत्तरः१ – घ २ – क ३ – ख ४ – ग ।
इ) १) खाक में वमलाना क) वपछली बातों को व्यथि में याद करना
२) गडे मद ु े उखाडना – ख) धोखा देना
३) टााँग अडाना – ग) नष्ट-भ्रष्ट कर देना
४) चकमा देना – घ) व्यथि में दखल देना
6
उत्तरः
१–ग २–क ३–घ ४–ख
ई) १) जी चुराना – क) वनदोष पर दोष लगाना
२) चााँद पर थूकना – ख) इज्जत बढानेिाला
३) घर का उजाला – ग) िारकर भागना
४) पीठ वदखाना – घ) मेिनत से बचना
उत्तरः
१–घ २–क ३–ख ४–ग ।
उ) १) पलकें वबछाना – क) जोर की भूख लगना
२) पेट में चूिे कूदना – ख) डर कर भाग जाना
३) दाल न गलना – ग) प्रतीक्षा करना
४) दुम दबाकर भागना – घ) सफल न िोना
उत्तरः१ – ग २ – क ३ – घ ४ – ख
ऊ) १) नाम कमाना – क) भेद खुलना
२) मुाँि फेरना – ख) सम्मान प्राप्त करना
३) नौ-दो-ग्यारि िोना – ग) उपेक्षा करना
४) पोल खुलना – घ) भाग जाना
उत्तरः१ – ख २ – ग ३ – घ ४ – क ।

7
IV काि पररवतिि
सूचिािुसार काि बदनिए: 2X1=2
१) िि अपना काम करता िै। (भत
ू काल में बदवलए)
िि अपना काम करता था।
२) उसने फल खाया। (िति मानकाल में बदवलए)
िि फल खाता िै।
३) सुधा िाँसती िै। (भविष्यतकाल में बदवलए)
सुधा िाँसेगी।
४) सरू दास ने अनेक पद वलखे। (िति मानकाल में बदवलए)
सूरदास अनेक पद वलखते िैं।
५) बालक खा रिा था। (भविष्यतकाल में बदवलए)
बालक खाएगा।
६) कल मेिमान आयेंगे। (भूतकाल में बदवलए)
कल मेिमान आये थे।

8
७) माताजी मवन्दर जाएाँ गी। (िति मानकाल में बदवलए)।
माताजी मवन्दर जाती िैं।
८) वशकारी वशकार करे गा। (भूतकाल में बदवलए)
वशकारी वशकार करता था ।
९) गोपाल दूध का व्यापार करता था। (िति मानकाल में बदवलए)
गोपाल दूध का व्यापार करता िै।
१०) वपताजी मैसरू जा रिे िैं। (भत
ू काल में बदवलए)
वपताजी मैसूर जा रिे थे ।
११) उसने दरिाजा खोला। (भविष्यतकाल में बदवलए)
िि दरिाजा खोलेगा ।
१२) उसे सम्मावनत वकया जाएगा। (भूतकाल में बदवलए)
उसे सम्मावनत वकया गया।
१३) माला गाना गाती िै। (भविष्यतकाल में बदवलए)
माला गाना गाएगी।
१४) नेताजी भाषण देंगे। (िति मानकाल में बदवलए)
नेताजी भाषण देते िैं।
१५) कई अनाथालय भी खुलेंगे। (भूतकाल में बदवलए)
कई अनाथालय भी खुले थे।

9
V नििंग 2X1=2
निम्िनिनित शब्दों के स्त्रीनििंग रूप निनिएः
१) देिता – देिी ९) नाना – नानी
२) दास – दासी १०) वपता – माता
३) पुत्र – पुत्री ११) श्रीमान – श्रीमती
४) राक्षस – राक्षसी १२) िर – िधू
५) बेटा – बेटी १३) नर – नारी
६) मामा – मामी १४) लेखक – लेवखका
७) चाचा – चाची १५) पाठक – पावठका
८) दादा – दादी
निम्िनिनित स्त्रीनििंग शब्दों के पुन्ििंग रूप निनिए:
1] स्त्री – पुरुष
२) भैंस – भैंसा
३) गाय – बैि
४) नवदष ु ी – नवद्वाि
५) नवधवा – नवधुर
६) गुणवती – गुणवाि
10
७) पत ु िी – पतु िा
८) गानयका – गायक
९) रािी – रािा
१०) बानिका – बािक
११) बेगम – बादशाह
१२) सम्राज्ञी – सम्राट
१३) बुनद्धमती – बुनद्धमाि
१४) दनशिका – दशिक
१५) निबििा – निबिि

11
VI वचि (2X1=2)
अन्य वचि रूप निनिए ।
१]आिश्यकता-आिश्यकताएाँ
२]लता – लताएाँ
३]माता –माताएाँ
४] ऋतु-ऋतुएाँ
५] रावश –रावशयााँ
६] बेटा-बेटे
७]सवमवत –सवमवतयााँ
८] तलिार –तलिारें
९] लडका –लडकें
१०] आाँख आाँखें

12
११] बात –बातें
१२]गाय –गायें
१३]भैस –भैसें
१४] पस्ु तक पस्ु तकें
१५]सडक –सडकें
१६]बविन-बविनें
१७] रात-रातें
१८]तोप –तोपें
१९]नीवत-नीवतयााँ
२०]सखी-सवखयााँ
२१] नदी-नवदयााँ
२२] कली-कवलयााँ

13
VII.पयाियवाची/समािाथी शब्द (2X1=2)
१] अाँधकार-अाँधेरा, तम
२] अमत
ृ –सुधा पीयूष
३] अश्व- घोडा,िावज
४] आंख- नयन, नैन
५] आकाश –आसमान,अम्बर
६] आग –अवग्न अनल
७] ईश्वर –प्रभु,परमेश्वर
८] कमल-जलज,पंकज
९] घर- भिन,आलय
१०] चााँद –चंद्र, शवश
११] जल –पानी नीर
१२] तालाब –ताला,सरोिर
14
१३] नारी-स्त्री,मविला
१४] पत्थर –पािन,पाषाण
१५] पिन – ििा ,सवमर
१६] बालक- लडका, बाल
१७] मनष्ु य-मानि,इन्सान
१८] माता- मां,जननी
१९] राजा-नरे श,भूप
२०] िक्ष
ृ –पेड, पादप
२१] समुद्र –सागर,जलवध
२२] सूरज –सूयि, वदनकर
२३] सााँप-सपि , भुजंग
२४] िाथ-िस्त, कर
२५] िाथी – गज,गजेन्द्र

15
पत्र-िेिि 5marks
१) चार नदि का अवकाश मााँगते हुए अपिे प्रधािाचायि को एक
प्राथििा-पत्र निनिए।
प्रेषक :(FROM)
राम िमाि
क्र. 11/बी,
मिेश पी यू कॉलेज,
िु ब्ब्ल्ली -३०
२0 अगस्त 20२१
सेिा में,(TO)
प्रधानाचायि जी,
मिेश पी यू कॉलेज,
वप्रयदवशि नी कॉलनी
िु ब्बल्ली ३० |
विषय : चार वदन के अिकाश िेतू ।
महोदय,
सविनय वनिेदन िै वक मैं राम िमाि आपके कॉलेज में कक्षा प्रथम
पी.य.ू सी. ‘कक्षा का छात्र िाँ । वपछले दो वदनों से मेरा स्िास््य ठीक निीं
िै । बार-बार बुखार आ रिा िै। डॉक्टर ने आराम करने की सलाि दी िै ।
अतः आपसे प्राथि ना िै वक वदनांक 21 अगस्त 2०२१ से 24 अगस्त २०२१
तक मझ ु े अिकाश प्रदान करने की कृपा करें ।
कृपया मुझे चार वदन का अिकाश प्रदान करें ।

धन्यवाद ।
आपका आज्ञाकारी छात्र
राम िमाि
कक्षा प्रथम पी.य.ू सी. ‘बी (िस्ताक्षर )
16
२) आनथिक सहायता मााँगते हुए अपिे प्राचायि को एक
आवेदि-पत्र निनिए।

प्रेषक :(FROM)
राम वमाि
ििं. 225, स्टेशि रोड,

धारवा़ि

नदिािंकः 25 िूि 2019

सेिा में,
प्राचायि जी,
सरस्िती पी.य.ू कॉलेज,
धारिाड।

मिोदय,
विषय : आवथि क सिायता मांगते िु ए विनती पत्र ।
सविनय वनिेदन िैं वक मैं प्रथम पी.य.ू सी. कक्षा ‘बी’ का वनधि न छात्र
िाँ। मेरे वपताजी की मावसक आमदनी ठीक निीं िै । मेरे अलािा घर मे दो
भाई बिन भी िैं , वजन्िकी पढाई का भार भी वपताजी पर िी िै ,अत:
आपसे प्राथि ना िै वक मेरे वप्रिार की वस्थवत को ध्यान मे रखकर मझ ु े
आवथि क सिायता प्र करने की कृपा करें । मैं आपका सदा आभारी रिंगा

17
आगे की पढाई के वलए आपसे छात्र िवृ त्त मंजरू िो जाएं गी तो बडी कृपा
िोगी ।
सधन्यिाद ।
आपकी विनम्र वशष्या
राम िमाि
(प्रथम पी.य.ू सी. ‘बी’)
3] परीक्षा में सफल िोने पर बधाई देते िु ए अपने छोटे भाई को एक पत्र
वलवखए।

क्र. 475, मेनरोड


गदग

वदनांकः 11
वदसंबर 2018
वप्रय ओंकार,
शुभाशीिाि द ।
अभी-अभी वपताजी का पत्र वमला । बिु त वदनों से तुम्िारा पत्र निीम
वमला । आशा िै, तुम सकुशल िोंगें ।
पढकर प्रसन्नता िु ई वक तुम विन्दी की ‘भाषा-भूषण’ परीक्षा में प्रथम
श्रेणी में उत्तीणि िो गये िो और तुम्िें स्िणि -पदक भी वमलने िाला िै। अतः
मैं तुम्िें इस सफलता के वलए ढे र-सारी बधाइयााँ देता िाँ। आशा िै, भविष्य
में भी तुम इसी प्रकार कामयाब रिोगे । मंगल कामनाएं िमेशा तुम्िारे
साथ िै ।

18
माता-वपता को मेरा प्रनाम किा । वपंकी को मेरा प्यार देना ।
तुम्िारा अग्रज,
रामगोपाल
3]िशीिे पदाथों से बचे रहिे का निदेश देते हुए अपिे नमत्र को पत्र
निनिए ।
प्रेषक :(FROM)
वनिार राजे
‘वशि-सदन’, मेन रोड,
गुलबगाि ।
वदनांकः 15 अप्रैल 2019
वप्रय वमत्र रुद्रेश,
नमस्ते ।
तुम्िारा पत्र वमला ।पढकर बडी खुशी िु ई । आशा िै वक भगिान
की कृपा से तुम कुशल मंगल िोंगे ।
यि जानकर बडी खुशी िु ई वक तुम्िें परीक्षा में 88% अंक प्राप्त िु ए िैं।
िास्ति में यि तुम्िारी लगन और मेिनत का फल िै । वमत्र रुद्रेश, मैं
तुम्िें एक सलाि देना चािता िाँ वक आजकल कॉलेजों में विद्यावथि यों को
नशा करने की बिु त आदतें पडी िैं । गााँजा, शराब, वबयर-ब्ााँडी के
अलािा कुछ विद्याथी चरस जैसे नशीले पदाथों का सेिन कर रिे िैं।
अतः तुम इन सभी नशीले पदाथों से दूर रिना । नशा करने िाले
विद्यावथि यों से दोस्ती भी निीं करना ।
आशा िै, तुम मेरी सलाि को गलत निीं समझोगे । शेष सिि कुशल ।
तम्ु िारा वमत्र,
वनिार राजे

19
(िस्ताक्षर)
सेिा में,
रूद्रेश पल्ली
घर नं १२२,मयूरी गाडि न ,
डालरस कालनी
बेंगलरु

20
11. अपनित गद्ािंश 5x1=5

निम्िनिनित अिुच्छेद पढ़कर उस पर आधाररत प्रश्नों के उत्तर


निनिएः

21
12] अिुवाद 5x1=5
नहिंदी मे अिुवाद कीनिए ।
1. Taj Mahal is a very famous monument.
vÁeïªÀĺÀ¯ï MAzÀÄ ¸ÀÄ¥Àæ¹zÀÞ PÀlÖqÀªÁVzÉ.
ताजमिल एक सुप्रवसद्ध स्मारक िै ।
2 Kautilya was a wise minister.
PËn®å£ÀÄ M§â ¤¥ÀÄt ªÀÄAwæAiÀiÁVzÀÝ£ÀÄ.
कौवटल्य एक बवु द्धमान मंत्री िै ।
3 Where there is a will, there is a way.
ªÀÄ£À¹ìzÀÝ°è ªÀiÁUÀð«zÉ.
जिााँ चाि िै ििााँ राि िै ।
4 Unity is our strength.
KPÀvÉAiÉÄà £ÀªÀÄä ±ÀQÛ.
एकता िी िमारी शवक्त िै ।
5 Bijapur was ruled by King Adilshah.
©eÁ¥ÀÄgÀªÀ£ÀÄß D¢¯ï±Á» gÁdgÀÄ D¼ÀÄwÛzÀÝgÀÄ.
वबजापूर पर आवदलशाि का शासन था ।
6 I am unable to do this work.
£À¤ßAzÀ F PÉ®¸À ªÀiÁqÀ¯ÁUÀĪÀÅ¢®è.
मैं एस कायि को करने में असमथि िाँ ।
7. No person is happy without friends.
«ÄvÀæj®èzÉà AiÀiÁgÀÆ ¸ÀÄTAiÀiÁVgÀ¯ÁgÀgÀÄ.
वमत्रों के वबना कोई भी व्यवक्त प्रसन्न निीं िै ।
8 A leader should be a servant of the people.

22
£ÉÃvÁgÀ£ÀÄ d£ÀgÀ ¸ÉêÀPÀ£ÁVgÀ¨ÉÃPÀÄ.
एक नेता को जनता का सेिक िोना चाविए ।
9 It was raining when we came out.
£ÁªÀÅ ºÉÆgÀUÀqÉ §AzÁUÀ ªÀļÉAiÀÄÄ §gÀÄwÛvÀÄÛ.
जब मैं बािर आया तो िषाि िो रिी थी ।
10 There are thousands of villages in India.
¨sÁgÀvÀzÀ°è ¸Á«gÁgÀÄ ºÀ½îUÀ½ªÉ.
भारत मे िजारों गााँि िै ।
11 Most of the Indians depends upon agriculture.
¨sÁgÀvÀzÀ°è §ºÀ¼ÀµÀÄÖ d£ÀgÀÄ PÀȶAiÀÄ ªÉÄïÉ
CªÀ®A©vÀgÁVzÁÝgÉ.
अवधकांश भारतीय कृवष पर वनभि र रिते िै ।
12 India is a rich cultured country.
¨sÁgÀvÀªÀÅ ²æêÀÄAvÀ ¸ÀA¸ÀÌøwAiÀÄ zÉñÀªÁVzÉ.
भारत की संस्कवत समद्ध ृ िै ।
13 Students must behave in a disciplined way.
«zÁåyðUÀ¼ÀÄ ²¹Û¤AzÀ ªÀwð¸À¨ÉÃPÀÄ.
विद्यावथि यों को अनश ु ासन में रिना चाविए ।
14 Srirangapattana is very near to Mysore.
²æÃgÀAUÀ¥ÀlÖt ªÉÄʸÀÆjUÉ vÀÄA¨Á ºÀwÛgÀzÀ°èzÉ.
श्रीरं गपट्टनम मैसरू के नजदीक िै ।
15 Fresh air is very essential for our health.
±ÀÄzÀÞ UÁ½AiÀÄÄ £ÀªÀÄä DgÉÆÃUÀåPÉÌ vÀÄA¨Á CªÀ±ÀåPÀ.
ताजा ििा िमारे स्िास्थ के वलए बिु त आिशक िै ।
16 Food, clothing and shelter are our basic needs.

23
DºÁgÀ, §mÉÖ ªÀÄvÀÄÛ ªÀ¸Àw £ÀªÀÄä ªÀÄÆ®¨sÀÆvÀ
CªÀ±ÀåPÀvÉUÀ¼ÁVªÉ.
रोटी ,कपडा,और मकान िमारी मूलभूत आिश्यकताएाँ िै ।
17 We are living in an age of science.
£ÁªÀÅ «eÁÕ£À AiÀÄÄUÀzÀ°è ªÁ¹¸ÀÄwÛzÉÝêÉ.
िम विग्यान के युग मे रिते िै ।
18 . Sumitranandan Pant was a lover of nature.
¸ÀÄ«ÄvÁæ£ÀAzÀ£ï ¥ÀAvïgÀªÀgÀÄ ¥ÀæPÀÈw ¥ÉæëÄUÀ¼ÁVzÀÝgÀÄ.
सुवमत्रानंदन पंत प्रकृवत प्रेमी िै ।
19 India will never tolerate terrorism.
¨sÁgÀvÀªÀÅ ¨sÀAiÉÆÃvÁàzÀ£ÉAiÀÄ£ÀÄß ¸À»¸ÀzÀÄ.
भारत आतंकिाद को कभी निीं सिेगा ।
20 Rabindranath Tigore established Shantinikethan.
gÀ«ÃAzÀæ£ÁxÀ oÁPÀÆgÀgÀÄ ±ÁAw¤PÉÃvÀ£ÀªÀ£ÀÄß
¸Áܦ¹zÀgÀÄ.
रिींन्द्रनाथ टैगोर शांवतवनकेतन में बस गए थे ।

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