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मेडडकेप्स इंटरनेशनऱ स्कूऱ ,इंदौर

कऺा : 9 विषय : हहंदी


ऩाठ : नए इऱाके में खश
ु बू रचते हैं हाथ
ननम्नलऱखखत प्रश्नों के ऱघत्ु तरीयप्रश्नों के उत्तर लऱखखए |

1. ‘खश
ु फू यचते हैं हाथ’ भें कौन-सी सभस्मा सभाज के लरए घातक है ?
2. ‘खश
ु फू यचते हैं हाथ’ शीर्षक कविता का भूर बाि लरखखए।
3. ‘कूडे-कयकट’ के ढे यों के फाद शब्दों से खश
ु फू यचने िारों के ऩरयिेश के फाये भें क्मा ऩता
चरता है ?
4. खश
ु फू यचने िारों को गॊदे भुहल्रे के गॊदे रोग क्मों कहा गमा है ?
5. अऩनी भॊजजर तक ऩहुॉचने के लरए कवि ने कौन-कौन से ननशान माद यखे थे ? नए इराके
भें कविता के आधाय ऩय उत्तय लरखखए।
6. खश
ु फू यचते हैं हाथ कविता भें कवि ककस सभस्मा की ओय ध्मान आकवर्षत कयना चाहता
है औय क्मों?
7. व्माख्मा कीजजए-
1. महाॉ स्भनृ त का बयोसा नह ॊ
एक ह ददन भें ऩुयानी ऩड जाती है दनु नमा
2. सभम फहुत कभ है तम्
ु हाये ऩास
आ चरा ऩानी ढहा आ यहा अकास
शामद ऩुकाय रे कोई ऩहचाना ऊऩय से दे खकय
8. नए इराके भें कविता भें कवि ने शहयों की ककस विडम्फना की ओय सॊकेत ककमा है ?
9. कविता के आधाय ऩय फताइए कक नि-ननभाषण से क्मा हो यहा है ?
10. विलबन्न हाथ जजनसे अगयफजत्तमों का ननभाषण होता है उनकी क्मा खालसमत है ?
11. कवि ने हाथों का िणषन कयने के लरए विलबन्न विशेर्णों का प्रमोग ककमा है क्मों ?
12. ‘गॊदगी भें यहकय बी खश
ु फू का ननभाषण’कथन के द्िाया कवि दे ख की ककस विर्भता की
औय इशाया कय यहा है ?
13. अगयफजत्तमाॉ कहाॉ औय कौन फनाता है ?
14. जो हाथ खश
ु फू यचते हैं उन्हें गॊदगी भें क्मों यहना ऩडता है ?
15. ऩर-ऩर ऩरयितषनशीर शहय भें अऩना भकान न खोज ऩाने ऩय कवि की भानलसक दशा का
िणषन कीजजए |
ननम्नलऱखखत ननबंधात्मक प्रश्नों के उत्तर लऱखखए |
I. इस कविता का भर
ू बाि अऩने शब्दों भें लरखखए |
II. खश
ु फू की यचना भें कौन-कौन से हाथ शालभर हैं ?
III. ‘खश
ु फ.ू .....’ कविता भें कवि ने ककस साभाजजक विर्भता को उजागय ककमा है ?
IV. घय ढूॉढने भें ऩये शानी होने का िास्तविक कायण क्मा है ? इसका क्मा सभाधान हो सकता
है ?
V. ‘ढहा हुआ घय’ क्मों धोखा दे जाता है
VI. ‘खश
ु फू यचते हैं हाथ कविता ककस बमॊकय सच को उजागय कयती है ?
VII. ‘भैं हय फाय एक घय ऩीछे चर दे ता’ ऩॊजक्त का क्मा आशम है ?
VIII. ‘ऩरयितषन सॊसाय का ननमभ है ’ कविता के आधाय ऩय इस ऩॊजक्त का अथष लरखें |
IX. अगयफत्ती फनाने िारे रोगों के फच्चों का क्मा बविष्म हो सकता है ?सभझाइए |
X. इन दोनों कविता को ऩढ़कय आऩके भन भें आने िारे सकायात्भक मा नकायात्भक विचाय
लरखखए |

रचनात्मक ऱेखन

हदए गए विषयों ऩर ऩत्र लऱखखए |

I. अऩनी छोट फहन को ऩत्र लरखे जजसभें दहॊद का भहत्ि तथा राब फताइए |

II. आधनु नक पैशन की अॊधप्रिजृ त्त को सभझते हुए अऩनी छोट फहन को ऩत्र लरखखए |

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