Professional Documents
Culture Documents
Manushyata
Manushyata
उत्तर१. कवि के अनुसार इस नश्िर संसार में जिस व्यजतत ने िन्म लिया है उसे एक न एक दिन तो मरना ही
है। कवि की दृजष्ि में सुमत्ृ यु िह है, जिसके मरने के बाि भी िोग उसे उसके सत कमों के कारण याि करें ।
उसके मरने के बाि भी अगर िोगों रोए तो उसकी यािों को कभी ना भूिे। िो व्यजतत परोपकार के कारण
समाि में सम्माननीय होता है और उसका िीिन िस
ू रों के लिए प्रेरणा का स्रोत होता है ,ऐसे यशस्िी व्यजतत
की मत्ृ यु को कवि ने सुमत्ृ यु कहा है।