You are on page 1of 4

प्रमुख ह द

िं ी कवियों के उपनाम (Hindi kaviyon ke upnaam)

मूल नाम उपनाम\ लोकवप्रय नाम\छद्र्म नाम

जमशंकय प्रसाद आधनु नक कविता के सभ


ु ेरु\ झायखंडी \कराधय

भैथथरीशयण गप्ु त प्रथभ याष्ट्रकवि

फारभक
ु ंु द गप्ु त शशि शंबू

प्रकृनत का सक
ु ु भाय कवि\ सध
ु ाकय वप्रम\ नंदन जी\ नमन\ रक्ष्भण\ भक
ु ु र\
सशु भत्रानंदन ऩंत
एक ननहत्था\ गुसाई दत्ता\ नंददनी\ साईंदा

भाखनरार चतुिेदी एक बायतीम आत्भा

भहादे िी िभाा आधनु नक मुग की भीया

याभधायी शसंह ददनकय

शशि भंगर शसंह सभ


ु न

सच्चचदानंद हीयानंद अऻेम \कुदिि चातना

फारकृष्ट्ण शभाा निीन

फाच्मभकी आदद कवि

भशरक भोहम्भद जामसी

तुरसीदास कवि शशयोभणण\ रोकनामक\ दहंदी का जातीम कवि\ भानस का हं स

अब्दर
ु यहीभ” खानेखाना” यहीभ

भनतयाभ ऩुयाने ऩंथ के ऩथथक

िात्समम यस सम्राि\ अष्ट्िछाऩ का जहाज\ बािाथधऩनत \ऩुच्ष्ट्िभागा का


सूयदास
जहाज

स्िमंबू अऩभ्रंश का फामभीकक

असाइत प्रथभ सूपी कवि


सयहऩा दहंदी का प्रथभ कवि

सैमद इब्रादहभ यसखान

भोहनरारभहतो विमोगी

िैद्मनाथ शभश्र नागाजुन


ा \ मात्री\ जनकवि

सत्मनायामण कवि यत्न

गोऩार शयण शसंह नेऩारी

हरयिंश याम फचचन हारािादी कवि

शभशेय फहादयु शसंह कविमों का कवि

कुभाय विभर धम्र


ू धभी कविताओं का कवि

सुदाभा ऩांडे धशू भर

प्रेभचंद\ उऩन्मास सम्राि \कहानी सम्राि\करभ का शसऩाही\ करभ का


धनऩत याम
भजदयू \ बायत का भैच्ससभ गोफ्री

उऩें द्र नाथ अश्क

घनानंद प्रेभ की ऩीय का कवि\ साऺात यस भूनता

जगन्नाथ दास यत्नाकय

याजा शशि प्रसाद शसताये दहंद\ बायतें द ु के विद्मा गुरु

बायतें द ु हरयश्चंद्र दहंदी निजागयण का अग्रदत


अमोध्मा शसंह उऩाध्माम हरयऔध\ कवि सम्राि

फद्रीनायामण चौधयी प्रेभघन

बज
ु ंग बष ु वि ककंकय\ननमभ नायामण शभाा\ कमरू
ू ण बट्टाचामा\ सक
भहािीय प्रसाद द्वििेदी
अमहइत
गमा प्रसाद शस
ु रा स्नेही\ त्रत्रशर

िंद
ृ ािन रार िभाा फंद
ु े रखंड का चंदियदाई

चंद्रधय शभाा गर
ु े यी

हरय कृष्ट्ण प्रेभी

विशंबय नाथ शभाा कौशशक

पणीश्िय नाथ ये णु

शयतचंद्र आिाया भसीहा

डॉ नागें द्र यसिादी आरोचक

याभचंद्र शुसर भुनन भागा के दहभामती

याभविरास शभाा अथगमा फेतार\ ननयं जन

नेशभचंद्र जैन आरोचकों का आरोचक

ककशोयी दास फाजऩेमी दहंदी के ऩाणणनन

नंददर
ु ाये िाजऩेमी स्िचछं दतािादी आरोचक

दष्ट्ु मंत कुभाय दहंदी गजरों के याजकुभाय

विमोगी हरय गद्म काव्म का रेखक

विद्माननिास शभश्र भ्रभयानंद\ ऩयं ऩया जीफी

गणेश त्रफहायी शभश्र


श्माभ त्रफहायी शभश्रा ि
शभश्र फंधु ( इन तीनों को शभश्र फंधु कहा जाता है )

शुक्र दे ि त्रफहायी शभश्र

चंडी प्रसाद ह्रदमेश


याजेंद्र फारा घोष फंग भदहरा

जनादा न प्रसाद झा द्विज

त्र्मंफक िीय याघिाचामा यांगेम याघि

सैमद गुराभ नफी यसरीन

भहे श दास फीयफर\ फह्मभ

नंददास जड़िमा कवि

You might also like