Professional Documents
Culture Documents
Rahulnath OSGY - महाकालसंहिता (तंत्र) गुह्यकालीखंड - (भाग-५)
Rahulnath OSGY - महाकालसंहिता (तंत्र) गुह्यकालीखंड - (भाग-५)
Rahulnath OSGY
ब्लॉग साइड पे दिए गए गुरुतुल्य साधु-संतो,साधको, भक्तों,प्राचीन ग्रंथो,प्राचीन साहित्यों द्वारा संकलित किये गए है जो हमारे सनातन
धर्म की धरोहर है इन सभी मंत्र एवं पुजन विधि में हमारा कोई योगदान नहीं है हमारा कार्य मात्र इनका संकलन कर ,इन प्राचीन
साहित्य एवं विद्या को भविष्य के लिए सुरक्षित कारना और इनका प्रचार करना है इस अवस्था में यदि किसी सज्जन के ©कॉपी राइट
अधिकार का गलती से उलंघन होने से कृ पया वे संपर्क करे जिससे उनका या उनकी किताब का नाम साभार पोस्ट में जोड़ा जा
सके ।
► 2021 (4)
महाकालसंहिता(तंत्र)गुह्यकालीखंड:(भाग-५) मेरा पूरा प्रोफ़ाइल देखें
► 2020 (11)
#महाकालसंहिता(तंत्र)गुह्यकालीखंड:(भाग-५)
▼ 2018 (12) #शक्ति-
▼ दिसंबर (9) त्रिपुरीपनिषद में-
दशमहाविद्या_तारा तिस्त्रः पुर स्त्रिपथा विष्वचर्ष्णि,अचाकथा अक्षरा: सान्निविष्टा:।
#महाकालसंहिता
(तंत्र)गुह्यकालीखं अधिष्ठायैना अजरा पुराणी,महत्तरा महिमा देवतानाम।।
ड:...
महाकालसंहिता(तंत्र मंत्र की द्वारा उसे अजरा पुराणी एवं समस्त देवताओं की महिमा कहा गया है
)गुह्यकालीखंड: त्रिपुरातापीनी में शक्ति को ह्रींकार ह्ले लेखा त्रिपुरात्मिका आदि कहा गया है-ह्रींकारे ण
(भाग-५) ह्ले खाख्या भगवती त्रिकू टावसाने निलये विलये धामनी धामनि महासा घोरे ण प्राप्नोति।
स्नान का साबर एवं सेवायं भगवती त्रिपुरे ति व्यापद् घते।(१/१)
वैदिक मंत्र
सितापनिषद में भगवती सीता को मूलप्रकृ ति कहा गया है।
महाकालसंहिता(तंत्र
)गुह्यकालीखंड: सीता भगवती ज्ञेया मूलप्रकृ तिसंज्ञीता।
(भाग-४) सरस्वतिरहस्योपनिषद में शक्ति ब्रह्मशक्ति कही गई है-
नवार्ण मंत्र और मेरी अद्वैत ब्रह्मणः शक्तिः सा मां पातु सरस्वति।
अनुभूति
यह रहा उपनिषदों में शक्ति का वर्णन ।
महाकालसंहिता(तंत्र
शक्ति की चर्चा अष्टादश पुराणों-उपपुराणों में भी प्रचुर मात्रा में पाई गई है
)गुह्यकालीखंड:
(भाग-३) मार्कं डेयपुराण इसका ज्वलंत उदाहरण है संपूर्ण पूर्व एवं मध्य भारत में श्रद्धा और प्रेम
के साथ नवरात्र के अनुष्ठान में पाठ के रूप में पढ़ी जाने वाली दुर्गा सप्तशती के ७००
अघोर_गायत्री_मंत्र
पद्य मार्कं डेय पुराण के हैं इसमें महाकाली महालक्ष्मी महासरस्वती दुर्गा चामुंडा
महाकालसंहिता(तंत्र कालरात्रि आदि के नाम से चर्चित शक्ति की महिमा राक्षसों के वध के संदर्भ में वर्णित है
)गुह्यकालीखंड:
(भाग-२) कू र्मपुराण में अर्धनारीश्वर के पुरुष अंश से रूद्र तथा स्त्री अंश से अनेक शक्तियों के
अवतार को दर्शाया गया है विष्णुपुराण में भगवती लक्ष्मी के रूप में शक्ति की चर्चा है
महाकालसंहिता(तंत्र
)गुह्यकालीखंड:
इसमें लक्ष्मी को वेदगर्भा, यशगर्भा, सूर्यगर्भा,देवगर्भा, दैत्यगर्भा आदि कहा गया है।
(भाग:-१) भागवतपुराण शक्तितत्व एवं शक्ति के रहस्य का विशद विवेचन करता है। वामनपुराण
में शिव एवं शक्ति के समवेद रूप का वर्णन है ब्रह्मांडपुराण भगवती त्रिपुरसुंदरी के
► नवंबर (1)
महात्म्य की चर्चा तथा भगवती ललिता के सहस्त्रनाम का वर्णन करता है पद्मपुराण
► अक्तूबर (2) वैष्णवी एवं चामुंडा शक्तियों द्वारा दैत्यों के वध के साथ कामाख्या का एवं कृ ष्ण की
शक्ति राधा का विस्तृत वर्णन प्रस्तुतकर्ता है।
► 2017 (89)
देवी भागवत पुराण जैसा कि नाम से स्पष्ट है। देवी अर्थात शक्ति का ही पुराण है यह
► 2016 (176) शक्ति साहित्य की अद्वितीय निधि है।वेद माता गायत्री की विशेष चर्चा के साथ इसमें षष्ठी
आदि अनेक देवियों की कथाएं एवं महात्म्य उल्लेखित है जहां तक उप पुराणों का प्रश्न है
नारदीयपुराण महालक्ष्मी राधा ललिता दुर्गा यक्षिणी आदि शक्तियों का वर्णन करते हुए
दीक्षा यंत्र मंत्र पूजा पद्धति का भी उल्लेख करता है शिवपुराण सती पार्वती के आख्यान
से भरा पड़ा है इसमें उमा के लोकातीत कृ त्यों की चर्चा की गई है सूतसंहिता शक्ति
स्त्रोत युक्त है। हरिवंशपुराण भी शक्ति के वर्णन से अछू ता नहीं है यहां शक्ति के दो
रूप सर्वव्यापीनी मातृशक्ति के समन्वित रूप से आख्यात है। कालिका पुराण काली की
ही गाथा है नब्बे अध्यायो में उपनिबद्ध पुराण में काली सती पार्वती महामायाकल्प
नि भो प्रि नि
https://rahulnathosgy.blogspot.com/2018/12/blog-post_18.html से री रि णी ती 3/4
4/9/24, 11:53 AM Rahulnath OSGY: महाकालसंहिता(तंत्र)गुह्यकालीखंड:(भाग-५)
६.अनित्यभोगप्रिया ७.निलपताका ८.परं हसेश्वरी ९.तत्वधारिणी १०.धूमावती ११.कामाख्या
१२.विश्वरूपा १३.शक्तिसौपर्णी १४.बगलामुखी १५.धनरूपा और १६मोक्षलक्ष्मी
एक टिप्पणी भेजें
टिप्पणी करने के लिए, नीचे दिए गए बटन पर क्लिक करके Google खाते से
साइन इन करें .
https://rahulnathosgy.blogspot.com/2018/12/blog-post_18.html 4/4