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Home  Stotra  दु गास शती | लघु गु स शती | Gupt saptshati | SOCIAL WIDGET

दुगास शती | लघु गु स शती | Gupt saptshati |  

 karmkandbyanandpathak  2 months ago  Stotra 150k 1200


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लघु गु स शती
ABOUT ME

karmkandbyanandpathak
नम े मेरा नाम आनंद कुमार हषद
भाई पाठक है । मने सं ृ त
पाठशाला म अ ास कर (B.A-M.A)
शा ी - आचाय की पदवी ा की
ईं है । ।। मेरा प रचय ।। आनंद पाठक (आचाय) (
सािह ाचाय ) र अवाड िवजेता (2015) B.a-
M.a ( शा ी - आचाय ) कमकांड भूषण - कमकांड
िवशारद ोितष भूषण - ोितष िवशारद
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गु नवरा ी म करे गु स शती का पाठ
दु गा स शती के पाठ से जो फल ा होता है BLOG ARCHIVE
वो फल इस गु स शती के पाठ से ा होता है
▼ 2020 (39)
नौ िदनों तक मातारानी के आगे या ीयं के आगे गाय के घी का दीपक िलत करके
► March (22)
मानिसक संक करके ( अपनी कामना अनुसार संक करे )
► February (8)
और मातारानी को खीर का भोग लगाकर इस लघु गु स शती के नौ पाठ करने से माँ दु गा की पूण कृपा
ा करे | ▼ January (9)
ैलो िवजय िव ा | Trailokya Vijay Vidhya
इस ो को पढ़ने से पहले हो सके तो तं ो दु गाकवच |
िस कंु िजका ो का पाठ करे और बाद म इस लघु गु स शती का पाठ करे | सङ् ाम िवजय िव ा | Sanghram Vijay
इसका कोई िविनयोग ास आिद नही ं है नाही यह शािपत या कीिलत है | Vidhya |
दु गास शती | लघु गु स शती | Gupt
ॐ ी ं ी ं ी ं वेणुह े ुत सुर बटु कैहा गणेश माता | saptshati ...
ान े न पे अनहतिनरते मु दे मु माग || ी िस ल ी ो | Shree Sidhha Lakshmi
...
हं सः सोऽहं िवशाले वलयगित हसे िस दे वी सम ा
िविच वीर हनुमान माला मं | Vichitra Veer
ही ं ही ं ही ं िस लोके कच िच िवपुले वीरभ े नम े || १ || Hanu...
हनुमानजी के बारह नाम | Hanuman 12
ॐ ी ंकारो ारय ी मम हरित भयं च मु ौ च ड़ े Names |

खां खां खां खड् ग पाणे क क िकते उ पे पे | मा ती कवच | हनुमान कवच | Hanuman
Kavach |
ं ं ँ कार नादे गगन भुिव तले ािपनी ोम पे
ी हनुमान ादश नाम ो | Hanuman
हं हं हँ कार नादे सुरगण निमते च पे नम े || २ || Dwadash N...
सफेद आक के गणपित | ेताक गणपित साधना
ऐंलोके कीतय मम हरतु भयं रा सान ह माने | Shwetar...
ां ां ां घोर पे घघ घिटते घघरे घोर रावे |
► 2019 (152)
िनमासे काकज े घिसत नख नखा धू ने े ि ने े
ह ा े शूलमु े कुल कुल कुकुले िस ह े नम े || ३ ||
RECENT

ॐ ी ं ी ं ीऐंं कुमारी कुह कुह म खले कोिकलेमानुरागे ी महामृ ु य कवच |


Mahamrityunjaya Kavach |
मु ासं ं ि रे खा कु कु सततं सततं ीमहामा र गु े |
 karmkandbyanandpathak  M
तेजोंगे िस नाथे मनुपवन चले नैव आ ा िनधाने ar 25, 2020
ऐंकारे राि म े िपत पशुजने तं का े नम े || ४ ||
ा कब धारण करना चािहए ?
ॐ ां ी ं ूं किव े दहनपुर गते पेण च े Rudraksh Kab Dharan karna
chahiye ?
ि ःश ा यु वणािदक करनिमते दािदवं पूव वण |
 karmkandbyanandpathak  M
ी ं थाने कामराजे ल ल िलते कोिशिन कोशप े ar 24, 2020
े क नाशे सुरवर वपुषे गु मुंडे नम े || ५
ी हनुमत् ो म् | Hanuman
ॐ ां ी ं ूं घोरतु े घघ घघ घघघे घघरा ांि घोषे Stotram |
ी ं ी ं ूं ोंच च े रर रर रिमते सव ाने धाने |  karmkandbyanandpathak  M
ar 23, 2020
ीतीथषु
ं च े े जुग जुग जुजुगे ीपदे
ं कालमु े
सवा े र धोरा मथन करवरे व द े नम े || ६ || ी राम तारक मं | भगवान् राम
का मूल मं | Ram Mantra |
 karmkandbyanandpathak  M
ar 19, 2020

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ी महामृ ु य कवच |
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Stotram |
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ॐ ां ीं ं ू वामिनमते गगन गड़गड़े गु योिन पे
व ांगे व ह े सुरिपत वरदे म मात ढे |
ेजे शु देहे लललल िललते छे िदते पाशजाले

ु ं ड ाकार पे वृष वृषभ जे ऐ मातनम े || ७ ||

ॐ ं ं ंकारनादे िवषमवशकरे य वैताल नाथे


सुिस थ सुिस ःे ठठ ठठ ठठठः सवभ े च े |
जूं सः सौं शा कमऽमृत मृतहरे िनःसमेसं समु े
देिव ं साधकानां भव भव वरदे भ काली नम े || ८ ||

ाणी वै वी ं िमस ब चरा ं वराह पा


ं ऐ ी ं कुबेरी िमस च जननी ं कुमारी महे ी |
ऐं ी ं ी ंकार् भूते िवतळतळ तले भूतले गमाग
पाताले शैल े ह रहर भुवने िस च ी नम े || ९ ||

हं लं ं शौ पे शिमत भव भये सविव ा िव े


गां गी ं गूं ग षड े गगन गितगते िस दे िस सा े |
वं ं मु ा िहमांशोर ॅहसितवदने रे ह्स िननादे
हां ँ गां गी ं गणेशी गजमुखजननी ां महे शी ं नमािम
|| इित ी माक े य कृत लघुगु स शती स ूण ||

हर बार पाठ करने से पहले दु गात ो कवच या


िस कंुिजका ो का पाठ नही ं करना है िसफ एक ही बार जब पाठ की शु आत करे तब यह पाठ करना है
िफर दू सरे िदन भी वैसे ही जब पाठ की शु आत करे उससे पहले एक बार दु गा तं ो कवच या कंुिजका
ो का पाठ करे और प ात गु स शती का आर करे
संक भी एक ही बार लेना है थम िदन ( पहले नवरा ) म |
नवरा ी म नौिदनो तक नौ नौ पाठ करके गु स शती की साधना करनी चािहए
इस साधना से दु गा स शती के पाठ का फल िमलता है
इस पाठ से माँ दु गा की पूण कृपा ा होती है
दु गा माँ सभी काय िस करते है
ल ी ा के ार खुल जाते है
पार म वृ होती है
दु नो पर िवजय ा होती है
सरकारी कामो म सफलता ा होती है
और सभी कार के लाभ िमलते है

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