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माक े य कृत लघु दु गा स शती पाठ karmkandbyanandpathak


नम े मेरा नाम आनंद कुमार हषद
भाई पाठक है । मने सं ृ त
नवरा ी म करे यह पाठ
पाठशाला म अ ास कर (B.A-M.A)
माँ दु गा सभी दु खो को हर लेगी शा ी - आचाय की पदवी ा की
यह पाठ करने से स ूण दु गा स शती पाठ करने का फल ा होता है | ईं है । ।। मेरा प रचय ।। आनंद पाठक (आचाय) (
इसका पाठ कसी भी नवरा ी म माँ दु गा के सामने गाय के घी का दीपक िलत करके और धूपब ी करके सािह ाचाय ) र अवाड िवजेता (2015) B.a-
ितिदन नौ पाठ करने चािहए | M.a ( शा ी - आचाय ) कमकांड भूषण - कमकांड
इस पाठ से दु गा स शती का फल िमलता है | िवशारद ोितष भूषण - ोितष िवशारद

इसके पाठ से सभी कामनाये िस हो जाती है | View my complete pro le


इसके पाठ से श ु बाधा शांत होती है |
इसके पाठ से नव ह बा े शांत हो जाती है | LABELS

यह पाठ बीजमं ों से भरपूर है |


108 Naam (10) Aarti (6)
इसके पाठ से माँ दु गा की स ूण कृपा ा होती है |
Jyotish (4) Karmkand (32)

Mantra (27) Navgrah (10)

ॐ वी ं वी ं वी ं वेणुह े ुितिवधवटु के हां तथा तानमाता ान े न पे अिवहतिन ते भ दे मु दे म् | Stotra (71) Vaastushastra (4)
हं सः सोऽहं िवशाले वलयगितहसे िस दे वाममाग ी ं ी ं ी ं िस लोके कष कष िवपुले वीरभ े नम े || १ ||
VratKatha (23)

ॐ ी ंकारं चो र ी ममहरतु भयं चममु े च े खां खां खां खड् गपाणे क क िकते उ पे पे |
ं ं ं कारनादे गगनभुिव तथा ािपनी ोम पे हं हं हं कारनादे सुरगणनिमते रा सानां िनहं ी || २ || BLOG ARCHIVE

▼ 2020 (39)
ऐं लोके कीतय मम हरतु भयं च पे नम े ां ां ां घोर पे घघघघघिटते घघरे घोररावे | ▼ March (22)
िनमासे काकज े घिसतनखनखाधू ने े ि ने े ह ा े शुलमु े कलकुलकुकुले ीमहे शी नम े || ३ || ी महामृ ु य कवच | Mahamrityunjaya
Kavach |

ी ं ी ं ी ं ऐं कुमारी कुहकुहम खले कोिकले मानुरागे मु ासं ि रे खां कु कु सततं ीमहामारी गु े | ा कब धारण करना चािहए ? Rudraksh
Kab Dharan...
तेजोंगे िस नाथे मनुपवनचले नैव आ ा िनधाने ऐंकारे राि म े शियतपशुजने तं कांते नम े || ४ ||
ी हनुमत् ो म् | Hanuman Stotram |
ी राम तारक मं | भगवान् राम का मूल मं |
ॐ ां ी ं ं ु ूं किव े दहनपुरगते पेण च े ि ः श ा यु वणािदककरनिमते दािदवंपूणवण | Ra...
ी ं थाने कामराजे ल ल िलते कोिशतै ा ुप े दं क नाशे सुरवरवपुषे गु मुंडे नम े || ५ ||
बुधप िवंशितनामावली ो म् | Budh Panch
vinsh...
ॐ ां ी ं ूं घोरतु े घघघघघघघे घघरा ांि घोषे ी ं ी ं ौं च च र र र र रिमते सवबोध धाने |
ी बृह ित नामाविल ो म् | Brahaspati
ी ं तीथ ी ं त े जुगजुगजजुगे े दे कालमु े सवा े र घोरामथनकरवरे व द े नम े || ६ || Namava...
ी च ा ािवंशित नाम ो | Chandra
ॐ ां ी ं ूं वामिभ े गगनगडगड़े गु यो ािहमु े व ा े व ह े सुरपितवरदे म मात ढे | Vinsh...
सुतेजे शु दे हे लललललिलते छे िदते पाशजाले कु ाकार पे वृषवृषभहरे ऐ मातनम े || ७ || शरभे र माला मं | शरभे र म |
Sharabhesh...
ॐ ं ं ं कारनादे कषकषविसनी माँिस वैतालह े सुंिस षः सुिस ढढढढढढढ़ः सवभ ी च ी | शांित पाठ ो | Shantipath |
जूं सः सौं शांितकम मृतमृतिनगडे िनःसमे सीसमु े दे िव ं साधकानां भवभयहरणे भ काली नम े || ८ || नव ह ो | Navgrah Stotram |
ी महाकाली ान | ी महाल ी ान | ी ...
ॐ दे िव ं तुयह े करधृतप रघे ं वराह पे ं च ी ं कुबेरी मिस च जननी ं पुराणी महे ी | बगलामुखी ा माला मं | Baglamukhi
ऐं ी ं ी ं कारभूते अतलतलतले भूतले गमाग पाताले शैलभृ े ह रहरभुवने िस चंडी नम े || ९ || Brah...
मा ाथना िहं दी अनुवाद सिहत | Kshama
Prartha...
हँ िस ं शौंडदु ःखं शिमतभवभये सविव ा काय गांगी ंगूंगषडं गे गगनगिटतटे िस दे िस सा े |
लघु दु गा स शती | माक े य कृत 
लघु दु गा
ूं ूं मु ागजांशो गसपवनगते रे वै कराले ॐ ही ं ं गां गणेशी गजमुखजननी ं गणेशी नम े || १० || सप्...
ी मयूरेश ो | गणपित मयूरेश ो |
|| ी माक े यकृत लघुस शती दु गा ो ंस ूण || Ganpa...
ी ी ि ं ो

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