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भारत है सबसे न्यारा

नवीन चतुर्वेदी
भारत है सबसे न्यारा , हमको प्राणों से प्यारा

सिर पर मुकु ट हिमालय का , चरणों में सागर खारा

कठिन शब्द
१. न्यारा – अलग (अनोखा ) (UNIQUE)
पावन गंगा नदी यहाँ , ऐसी धरती और कहाँ,

है कश्मीर स्वर्ग पृथ्वी का , तीरथराज प्रयाग यहाँ ।

बलिदानों की यह वसुंधरा , त्याग हमारी थाती है ,

बहती हुई समीर शहीदो की गाथाएँ गाती है ।

पावन – पवित्र (SACRED)


वसुंधरा – धरती (EARTH)
थाती – अमानत (LEDGACY)
गाथा – कहानी (STORY)
हरा- भरा पंजाब , सुनहरा राजस्थान रंगीला ,

है गुजरती शान निराली , महाराष्ट्र अलबेला |

कर्नाटक संगीत सुहाना ,गीत यहाँ के सम्मोहक ,

के रल का सुंदर सागर –तट , कथक्कली मनमोहक |

तट – किनारा (SHORE)
कृ ष्णा और कावेरी की , कल –कल करती जलधारा ,

कन्नड़ , मलय , तेलगू भारत के गलहार |

पूर्वोत्तर , है स्वर्ग सरीखा , हर –भरा सुरभित वातायन ,

बाउल और बिहू से लहक उठा यह आँगन |

१ वातायन – झरोखा
भिन्न बोलियाँ, अनेक रूप , किं तु राष्ट्रध्वज एक है ,

मज़हब , पंथ अलग हों, लेकिन सबका मकसद एक है ,

राष्ट्रधर्म है सबसे ऊपर , भारत नया बनाना है ,

कश्मीर से कन्याकु मारी तक इसका रूप सजाना है |

ध्वज – झंडा (FLAG)


मज़हब – धर्म (SECT)
मकसद – उद्देश्य (PURPOSE)
धन् य वा द
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Than

दीपक भारद्वाज

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