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निश्व के 7 महाद्वीप

( 7 Continents of the World )


से संबधं धत महत्वपूणण जानकारी

By - नननतन गुप्ता

Hello Friend , I am नननतन गुप्ता From – Nitin-Gupta.com

आज की इस PDF में हम आपको निश्व के 7 महाद्वीप ( 7 Continents of the


World ) से संबंधधत महत्वपूणण जानकारी बताने जा रहे हैं जो कक सभी तरह के
Competitive Exams में पुंछी जा सकती है !

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7 Continents of the World
एशिया महाद्वीप ( Asia Continents )
 एशिया संसार के क्षेत्रफल और जनसंख्या दोनों दृधियों से सबसे बडा महादेि है। यहां सम्पूणण
निश्ि का 1/3 स्थल और कुल जनसंख्या का 2/5 भाग पाया जाता है।
 एशिया महादेि का अक्षांिीय निस्तार 10 दशक्षणी अक्षांि से 80 उत्तरी अक्षांि तथा
देिान्तरीय निस्तार 25 पूिी देिान्तर से 180 पूिी देिान्तर तक है।
 एशिया महादेि का अधधकांि भाग पूिी गोलार्द्ण में स्थित है। कुछ ही भाग पश्चिमी गोलार्द्ण में
पाया जाता है।
 एशिया महादेि का सबसे बडा द्वीप बोननि यो है शजसका क्षेत्रफल 7,51,100 िगण ककमी. पाया
जाता है।
 एशिया का सबसे घना बसा द्वीप इण्डोनेशियाई द्वीप समूह का जािा द्वीप है।
 एशिया में निश्ि का सबसे ऊंचा पिणत शिखर हहमालय पिणतमाला में स्थित माउण्ट एिरेस्ट
(नेपाल) है शजसकी ऊंचाई 8850 मी. है। इसे सागरमाथा तथा नतब्बती भाषा में चोमोंलुंगमा
कहा जाता है।
 एशिया में निश्ि का सिाणधधक ऊंचा पठार निश्ि पठार पामीर (4875 मी.) पाया जाता है
शजसे निश्ि की छत (Roof Of World) कहते हैं।
 एशिया में स्थित नतब्बत का पठार निश्ि का सिाणधधक ऊंचा निस्तृत पठार है।
 एशिया में चीन (9,561,000 िगण ककमी.) क्षेत्रफल की दृधि से सबसे बडा तथा मालदीि
(298 िगण ककमी.) सबसे छोटा देि है।
 एशिया महादेि में चीन निश्ि का सिाणधधक जनसंख्या िाला देि है।
 एशिया महादेि में शसिं गापुर सिाणधधक जन घनत्ि िाला देि है।
 एशिया और यूरोप महादेि को यूराल पिणत, यूराल नदी तथा कैस्पीयन सागर धमल कर
निभाशजत करते हैं।
 एशिया महादेि में निश्ि की सबसे बडी झील कैस्पीयन सागर पायी जाती है। इसका क्षेत्रफल
371800 ककमी. है।

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 एशिया महादेि में सेसार की गहरी झील बैकाल पायी जाती है शजसकी गहराई समुद्रतल से
1485 मीटर है।
 एशिया और यूरोप को सम्मिशलत रूप में यूरेशिया महादेि कहा जाता है।
 एशिया महादेि की सबसे लम्बी नदी यांग्जी (चीन) की लम्बाई 6800 ककमी. है।
 एशिया महादेि में निश्ि के उष्णतम स्थानों में एक जैकोबाबाद (52) पाककस्तान, िीतल
स्थान बरख्योयांस्क (68) रूस में स्थित है।
 एशिया महादेि में कफलीपींस द्वीप के पास संसार का सबसे गहरा गतण मेररयाना प्रिांत
महासागर में स्थित है। इसकी गहराई 11,776 मीटर है।
 एशिया महादेि में निश्ि का आद्रणतम् स्थान भारत के मेघालय राज्य मे माशसन राम है जहां
11,405 धममी. िषाण ररकाडण की गयी है।
 एशिया में निश्ि का सबसे लम्बा रेलमागण ट्ांस साइबेररयन है शजसकी लम्बाई 9438 ककमी.
है। यह लेनननग्राड से ब्लाडीबोस्तक तक जाता है।
 एशिया महादेि में स्थित जापान तथा चीन निश्ि के सिाणधधक मत्स्य आहरण करने िाले देि
हैं।
 एशिया महादेि में निश्ि का सिाणधधक चािल (93%) तथा चाय (91%) उत्पाहदत ककया
जाता है।
 एशिया में चीन सिाणधधक चािल तथा भारत सिाणधधक चाय उत्पादक देि है।
 एशिया को सभी धमो की आघभूधम कहा जाता है क्योंकक सभी धमों की उत्पनि स्थल यही
महादेि है।
 एशिया में सिाणधधक रबड उत्पादक एिं ननयाणतक देि थाईलैंड है।
 एशिया में सिाणधधक रटन उत्पादक देि मलेशिया है।
 एशिया में जापान सिाणधधक जलनिद्युत उत्पाहदत करने िाला देि है।
 एशिया में जनसंख्या की दृधि से क्रमि: चार बडे नगर हैं – (1) टोक्यो (जापान) (2) मुम्बई
(भारत) (3) िंघाई (चीन) तथा (4) कोलकाता (भारत)।

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पाककस्तान
 एशियाई देि पाककस्तान में बलुधचस्तान में बलुधचस्तान का पठार, ककरथर, सुलेमान तथा
हहन्दुकुि की पिणत श्रेणणयों पायी जाती हैं।
 पाककस्तान के हहन्दुकुि में खैबर तथा गोमल दराण तथा ककरथर श्रेणी में खैबर तथा गोमल दराण
तथा ककरथर श्रेणी में बोलन दराणपाया जाता है।
 भारत-पाककस्तान में प्रिाहहत शसन्धु नदी का उद्गम नतब्बत के कैलाि-मानसरोिर से हुआ है।
इसकी सबसे बडी सहायक चेनाब नदी है। इसके अनतररक्त झेलम, रािी, व्यास तथा सतलज
सहायक नहदयां हैं।
 पाककस्तान का काराची शसिं धु नदी के ककनारे स्थित सबसे बडा बंदरगाह नगर है।
 लाहौर पाककस्तान का दूसरा सबसे बडा नगर है।
 कराची तथा चश्मा में पाककस्तान का नाधभकीय निद्युत संयंत्र स्थानपत ककया गया है।
 पाककस्तान में शसन्धु नदी पर तारबेला बॉध झेलम पर मंगला बांध बनाया गया है।
 गेहं पाककस्तान की प्रमुख खाघान्न फसल है। इसके पश्चात कपास यहां की दूसरी प्रमुख
फसल है।
 पाककस्तान की कृनष का मेरूदण्ड क्षेत्र पंजाब एिं शसन्ध है जो िृक्षाकार रूप में निकशसत हुआ
है।
 शसन्धु पाककस्तान की पनित्र एिं जीिनदाधयनी नदी मानी जाती है शजस पर सक्खर (डयाक)
बांध शसिं चाई के शलए बनाया गया है।
 पाककस्तान के बलूधचस्तान प्रांत के उत्तर पश्चिमी भाग में हामुन-ई-मिुकेल मरूस्थलीय प्रदेि
का निस्तार है।
 बलुधचस्तान में सूखे मेिा तथा फलों के उत्पादन के कारण इसे ”पाककस्तान का
कैलीफोननि या” कहा जाता है।
 पाककस्तान की सिण नदी घाटी में अंगूर, सेब, अखरोट, नपश्ता, बादाम, नािपाती, अंजीर तथा
जैतून की कृनष की जाती है।
 पाककस्तान में कराची, लाहौर तथा रािलनपणडी अंतराणष्ट्ीय स्तर के सुनिधा िाले िायु अड्डे हैं।
 कराची से हैदराबाद तक शसन्धु नदी में अन्तदशिीय जल यातायात की सुनिधा पाककस्तान में
उपलब्ध है।

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 पाककस्तान की राजधानी इस्लामाबाद है जो रािलनपण्डी के ननकट स्थित है।

श्रीलंका
 श्रीलंका का प्राचीन नाम शसिं घल दीप है। शसिं घल िब्द को संस्कृत में लंका कहा जाता है ।
तधमल भाषा में इसे ‘इलम’ कहा रहा है।
 शसिं घल दीप से ही इस देि का नाम सीलोन (Ceylon) पडा है।
 श्रीलंका और भारत को पाक जल सन्धि अलग करता है। इसमें कई छोटे-छोटे प्रिाल दिीप
पाये जाते है। इन दीिीपों को ‘आदम का पुल’ (Adam’s Bridge) कहा जाता है।
 श्रीलंका के मध्यिती उच्च पिणतीय भाग की सिोच्च चोटी नपदरू तेलगाला (2,524 मी.) हैं।
 श्रीलंका के पूिी प्रदेि की पहाडऺडयों में ही िेस्ट धमननस्टर अबे (West Minister Abbey)
स्थित है।
 श्रीलंका की नहदयां अरीय प्रिाह प्रणाली (Radial Drain-age System) का निकास
करती है।
 श्रीलंका में प्रिाहहत महाबेली गंगा सबसे लम्बी नदी है। इसकी लम्बाई 332 ककमी है। अन्य
नहदयों में आरू निचारू, कालूगंगा और केलानी गंगा महत्िपूणण है।
 श्रीलंका के पूिी उच्च भूधम के उिा (Uva) प्रदेि में निस्तृत घास मैदान पतनास कहलाते हैं।
 श्रीलंका की प्रमुख उपज चािल है। इसका उत्पादन देि की 30% भूधमपर ककया जाता है।
 श्रीलंका में माहा (निम्बर से माचण, चाला (जून से शसतम्बर) तथा चेना (अक्टू बर-निम्बर)
तीन ककस्म का चािल उत्पाहदत ककया जाता है।
 श्रीलंका में चािल के पश्चात् सिाणधधक कृनष भूधम नाररयल के उत्पादन में संलग्न है।
 चाय श्रीलंका के 20 प्रनतित से अधधक भूधम पर पैदा की जाती है। इसके उत्पादन के शलए
केण्डी पिणतीय क्षेत्र प्रशसर्द् है।
 श्रीलंका बौध धमाणिलम्बी देि है। इसे पूिण का मोती (Pearl of the East) कहा जाता है।
 श्रीलंका में मन्नार की खाडी मोती प्राप्त करने के शलए प्रशसर्द् है।
 श्रीलंका का राजधानी नगर कोलम्बों सडक, रेल तथा िायु पररिहन का महत्िपूणण केन्द्र रहा
है।

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 कोलम्बो तथा कत्रकोमाली श्रीलंका के प्रशसर्द् बन्दरगाह नगर हैं। कत्रिंकोमाली श्रीलंका का
सुन्दर प्राकृनतक बंदरगाह है। उत्तर में जाफना तथा पूिी तट पर िट्टीकालोआ अन्य महत्िपूणण
बन्दरगाह हैं।
 श्रीलंका में जनसंख्या की दृधि से शसिं घलीसिाणधधक (70%) पाये जाते हैं। इसके पश्चात्
क्रमि: शसिं घली तधमल (20%) तथा भारतीय तधमल (10%) की संख्या है।
 जनसंख्या की दृधि से श्रीलंका के चार क्रमि: बडे नगर हैं – 1. कोलम्बो 2. डेलीिेला-
माउण्ट लेिेननया 3. मोरातुबा 4. जाफना।
 अनुराधापुर श्रीलंका का ऐनतहाशसक नगर, कैण्डी बौर्द्धमण का तीथणस्थल तथा कोलम्बो
राजनीनतक व्यापाररक नगर है।

नेपाल
 नेपाल हहमालय की गोद में बसा स्थलरूर्द् देि (Land Locked Country) है, जो
एकमात्र हहन्दू राष्ट् है।
 नेपाल एशिया का पिणतीय देि है शजसका 9 प्रनतित भाग पिणतीय है।
 निश्ि की सिोच्च चोटी एिरेस्ट (8850 मी) नेपाल में ही स्थित है शजसे नतब्बती भाषा
में चोमोलंगमा अथाणत् पिणतों की रानी कहा जाता है।
 माउं ट एिरेस्ट की खोज सिशचक राधारमण शसकन्दर ने की थी पर नामकरण भारत के
महासिशक्षक एिरेस्ट के नाम पर ककया गया।
 नेपाल में मध्य हहमालय की महाभारत श्रेणी पायी जाती है।
 नेपाल की काठमाण्डू घाटी महानहहमालय तथा नघु हहमालय के मध्य स्थित है। यह 20 ककमी
लम्बी तथा 12 ककमी चौडी िृत्ताकार घाटी है।
 नेपाल की अथणव्यिस्था में कृनष एिं पिुपालन का नििेष महत्ि है। पर देि के कुल क्षेत्रफल
का मात्र 14 प्रनतित ही समतल मैदानी भू-भाग है।
 नेपाल के तराई प्रदेि में चािल, मक्का, गन्ना, जूट, चाय, तम्बाकू, गेह,ं जौ, कपास इत्याहद
की कृनष की जाती है।
 नेपाल के पोखरा एिं काठमाण्डू घाटी क्षेत्र में चािल एिं गेह, मक्का, अंगूर, सेब, सस्थियों
इत्याहद की कृनष की जाती है।

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 भारत की सहायता से नेपाल में काठमाण्डू से रक्सौल तक1956ई. में कत्रभुिन राजमागण का
ननमाणण ककया गया।
 चीन की सहायता से नेपाल में काठमाण्डू से बोदरी (ल्हासा) तक महेन्द्र राजमागण का ननमाणण
हुआ।
 नेपाल में काठमाण्डू के अनतररक्त पोखरा, रक्सौल, जयनगर, निराट नगर, जनकपुर, िीरगंज,
गौरीपाटन, भैरिा महत्िपूणण औद्योनगक एिं व्यापाररक नगर हैं।

भूटान
 एशियाई देि भूटान को ”सपणराज का देि” (Country of Dragon King) कहा जाता है।
 भूटान का राष्ट्ीय धचन्ह अजगर है। इस देि में नाग एिं अजगर का बाहुल्य है शजसे लोग
पनित्र मानते हैं।
 भूटान का राष्ट्ीय धमणबौर्द् है। यहां बौर्द् धमण स्थल (जोंग-Ozong) बनाया गया है।
 भूटान की राजधानी नगर धथम्पू संकोि नदी की पश्चिमी सहायक नदी के ककनारे स्थित है।
 भूटान का सिोच्च शिखर कुल कंगरी (8200 मी) महान हहमालय में स्थित है।
 भूटान में स्थित कालापिणत (Black Mts.) श्रेणी संकोि और मानसनहदयों के बीच जल
निभाजक है।
 भूटान में पारो, पुनाखा, धथम्पू तथा हॉं घारटयां पायी जाती हैं। भूटान-शसक्किम सीमा पर
दोख्या श्रेणी पायी जाती है।
 भूटान में संकोि, मानस, िांग्चू, पुनाखा इत्याहद नहदयां प्रिाहहत होती हैं।
 भूटान का 50 प्रनतित भाग िनों से आिृि है। यहां निधभन्न ऊंचाईयों पर धभन्न-धभन्न िृक्ष
पाये जाते हैं।
 भूटान की अथणव्यिस्था का आधार कृनष एिं पिुपालन है।
 धथम्पू के पश्चात् पश्चिमी भूटान में भारत की सीमा पर स्थित फुटसोशलिं ग दूसरा महत्िपूणण नगर
है। इसका व्यिसाधयक एिं सामररक महत्ि अधधक है।
 धथम्पू के पश्चिम में स्थित पारो महत्िपूणण धाधमि क नगर है जबकक पूिण में स्थित पुनरिा प्राचीन
राजधानी नगर रहा है। यह आकषणक महलों एिं केन्द्रीय मठों के शलए प्रशसर्द् है।

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म्यांमार
 भारत का पडोसी देि म्यांमार इसके उत्तर पूिण में स्थित है।
 म्यांमार में अराकानयोमा पिणत का उत्तर से दशक्षण हदिा में निस्तार पाया जाता है। इसकी
सिोच्च चोटी सारामती (3828 मी) है।
 म्यांमार की प्राचीन राजधानी यंगून तथा नई राजधानी नपयन्माना है।
 म्यांमार के दशक्षण में तेनाशसरमयोमा पिणतीय क्षेत्र स्थित है।
 म्यांमार के पूिी भाग में िान का पठार स्थित है शजसे चीन के यून्नान पठार का भाग माना
जाता है।
 िान पठार पर कई ज्िालामुखी पाये जाते हैं। इसी पठार पर साक्किन नदी प्रिाहहत होती है।
 म्यांमार में प्रिाहहत होने िाली नहदयों में इरािदी, धचन्दनिन तथा शसतांग महत्िपूणण नहदयां हैं।
 म्यांमार के िान पठार में बहुमूल्य खननज की प्रानप्त होती है। यहां िीिा, जस्ता, तांबा, चााँदी,
हीरा, लालमणण, माणणक, पन्ना, नीलम आहद प्राप्त ककये जाते हैं।
 म्यांमार के दशक्षण में स्थित मतणबान की खाडी मोती प्राप्त करने के शलए प्रशसर्द् है।
 म्यांमार निश्ि में सागिान की प्रानप्त के शलए प्रशसर्द्है यहां सागिान की सिोत्तम लकडी प्राप्त
होती है।
 म्यांमार के लोगों का मुख्य आहार चािल तथा मछली है।
 म्यांमार की अधधकांि जनसंख्या कृनष कायों में संलग्न पायी जाती है।
 म्यांमार में अराकान योमा पिणत के पश्चिमी ढालों पर चाय की कृनष की जाती है।
 म्यांमार में मााँडले तथा यंगून में तेल िोधन िाला का निकास हुआ है।
 म्यांमार में प्राप्त ककया जाने िाला मेगोक हीरा अपनी चमक एिं निशिष्टता के शलए प्रशसर्द्है।
 यंगून तथा मााँडले म्यांमार के महत्िपूणण हिाई अड्डे हैं।
 बौर्द् धमण म्यांमार का राष्ट्ीय धमण है। यहां की 85 प्रनतित जनसंख्या बौर्द् मतािलम्बी है।
 मााँडले म्यांमार का प्राचीनराजधानी नगर एिं सांस्कृनतक हृदय स्थल रहा है। यह धचन्दनिन एिं
इरािदी के संगम से पूिण की ओर स्थित है।

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अफ्रीका महाद्वीप ( Africa Continent )
 अफ्रीका की स्थिनत ग्लोब में केन्द्रीय है।
 अफ्रीका निश्ि का दूसरा बडा महादेि है।
 इसका क्षेत्रफल- 30,313,000 िगण ककमी. है।
 इसका निस्तार 370 उत्तरी अक्षांि से 350 दशक्षणी अक्षांि तथा 180 पश्चिमी देिान्तर से
510 पूिी देिान्तर तक है।
 भूमध्य रेखा अफ्रीका के लगभग मध्य से गुजरती है तथा ककण एिं मकर रेखाएं भी क्रमि:
उत्तर तथा दशक्षण से गुजराती हैं।
 अफ्रीका की अधधकतम लम्बाई उत्तर से दशक्षण लगभग 8500 ककमी. तथा अधधकतम
चौडाई पूिण से पश्चिम 7400ककमी. हैं।
 अफ्रीका की अधधकतर भाग उष्ण करटबन्ध में है। यह निश्ि का सिाणधधक उष्ण महादिीप है।
 अफ्रीका का 2/3 भाग उत्तरी गोलार्द्ण में तथा 1/3 भाग ही दशक्षणी गोलार्द्ण में स्थित है।
अफ्रीका की आकृनत षटभुजाकार है।
 अफ्रीका को निश्ि का काला महादेि (Dark Continent) भी कहा जाता है।
 अफ्रीका को पठारों का महाद्वीप भी कहा जाता है।
 नीग्रीटो अफ्रीका के मूल ननिासी थे।
 अफ्रीका में यूरोप से आने िाली काकेशियन प्रजानत को हमेटी या बारबर तथा अरबिाशसयों
को समेटी नाम हदया गया।
 सहारा के दशक्षण में नीग्रो नामक मूल प्रजानत ननिास करती थी।
 काकेशियन (हमेटी) एिं नीग्रो के सम्पकण के कारण ‘फुलानी’ एिं हौसा नामक िणण संकर
प्रजानतयों का जन्म हुआ।
 जंजीबार एिं पेम्बा नीग्रो दासों के प्रमुख केन्द्र थे।
 अफ्रीका में कुल 54 देि हैं।
 क्षेत्रफल की दृधि से अफ्रीका का सबसे बडा देि सूडान है।
 जनसंख्या की दृधि से अफ्रीका का सबसे बडा देि नाइजीररया है।
 अफ्रीका के श्रृंग से बसने िाले देि हैं – इथोनपया, सोमाशलया एिं जीबूती।
 अफ्रीका यूरोप से शजब्राल्टर जल संधध द्वारा अलग है।

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 अफ्रीका एशिया से बाब-एल-मंदेब जलसंधध तथा स्िेज नहर द्वारा अलग है।
 लगभग सम्पूणण अफ्रीका पठार है।
 अफ्रीका का पूिी भाग पर ही सिोच्च शिखर ककशलमंजारो पिणत (5895 मी.) स्थित है। यह
िषण भर हहम से ढ़का रहता है। अफ्रीका के उत्तर पश्चिमी भाग में एटलस (निीन मोडदार
पिणत) स्थित है जो िास्ति में आल्पस पिणतों की श्रृंखला का भाग है।
 एटलस पितण की कई श्रृंखलाए हैं – रीफ एटलस, ग्रेट एटलस, ऐन्टी एटलस एिं सहारा
एटलस।
 अफ्रीका के दशक्षणी पूिी तट के सहारे ड्रेकेन्सिगण पिणत स्थित है।
 अफ्रीका में मालिी झील के दशक्षण से उत्तर में लाल सागर, स्िेज की खाडी और अकाबा की
खाडी से होते हुए मृत सागर तक भू-भंि घारटयों की लम्बी श्रृंखला है शजसे महान भू-भ्रंि
घाटी कहते हैं।
 न्यासा एिं टं गाननका झीलें दरार में स्थित हैं। अफ्रीका की सबसे बडी झील निक्टोररया झील
है।
 निक्टोररया झील बेशसन से धघरी झील है।
 संसार की सबसे लम्बी नदी नील(6690 ककमी.) है जो बुरूंडी के उच्च पठार से ननकलकर
निक्टोररया झील होते हुए सहारा रेनगस्तान पार कर भूमध्यसागर में नगर जाती है।
 अफ्रीका की दूसरी मुख्य नदी जायरे है जो मध्य अफ्रीका में बहती है।
 जायरे नदी ही अपने अंनतम भाग में कांगो नदी के रूप में जानी जाती है।
 जायरे नदी अफ्रीका की नहदयों में सबसे अधधक जल बहाकर लाती है और अटलांरटक
महासागर में एश्चुयरी बनाकर नगरती है।
 पश्चिमी भाग में नाइजर तथा दशक्षणी भाग में जेंबेंजी और आरेंज अन्य प्रमुख नहदया हैं।
 केिल नील और जायरे नहदयां ही नाि या स्टीमर चलाने योग्य हैं।
 जेम्बेजी नदी पर स्थित निक्टोररया प्रपात उत्तरी अमेररका के न्याग्रा प्रपात से भी ऊंचा और
चौडा है।
 अफ्रीका का 1/3 भाग मरूस्थल है।
 संसार का सबसे बडा मरूस्थल सहारा (84,00,000 िगण ककमी.) है जो उत्तरी अफ्रीका में
स्थित है।

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 दशक्षणी अफ्रीका में कालाहारी दूसरा प्रमुख मरूस्थल है।
 अफ्रीका में निश्ि सबसे गमण स्थल अल-अजीजीया है जो लीनबया में स्थित है। यहां का
उच्चतम तापमान 580 से दजणककया गया है।
 अफ्रीका के उष्ण करटबन्धीय लम्बी और मोटी घास के क्षेत्र को सिाना कहा जाता है।
 अफ्रीका के िीतोष्ण घास मैदान को िेल्ड कहते हैं।
 अफ्रीका के उत्तरी और दशक्षणी तटीय प्रदेिों में भूमध्यसागरीय जलिायु पायी जाती है जहां
जाडे में िषाण होती है।
 अफ्रीका की केिल 10 प्रनतित भूधम की कृनष योग्य है।
 अफ्रीका में जेम्बेजी नदी पर बने करीबा बांध से सबसे अधधक जल निद्युत पैदा की जाती है।
 नील नदी पर स्थित अस्िान बांध (धमल) अफ्रीका का दूसरा प्रमुख बांध है।
 अफ्रीका का सम्भाव्य जल निद्युत संसार में सबसे अधधक है।
 संसार में सोना, हीरा और प्लेरटनम के उत्पादन में अफ्रीका का पहला स्थान है।
 संसार में सोना, हीरा और प्लेरटनम के उत्पादन में अफ्रीका का पहला स्थान है।
 संसार में हीरों के मुल उत्पादनका 95 प्रनतित से अधधक भाग अफ्रीका से प्राप्त ककया जाता
है। निश्ि के 10 िृहतम हीरा उत्पादक देिों में 9 अफ्रीका में ही स्थित है – जैरे, जान्धिया,
दशक्षण अफ्रीका, नामीनबया, तंजाननया आहद।
 हीरे की प्रमुख खाने हैं – ककम्बरले, प्रीटोररया, बक्िांगा।
 जायरे निश्ि में सिाणधधक हीरा उत्पादक देि है।
 प्रीटोररया स्थित प्रीधमयर खान हीरे की सिाणधधक महत्िपूणण खान है। यहीं से 1905 में निश्ि
प्रशसर्द् कुलीनान हीरा (3025.75 कैरेट) प्राप्त ककया गया था।
 दशक्षण अफ्रीका स्थित ककम्बरले खान निश्ि की सबसे बडी हीरे की खान है।
 हीरा तरािने का कायणजोहांसबगण, केपटाउन और डरबन में होता है।
 दशक्षण अफ्रीका निश्ि का िृहत्तम स्िणणउत्पादक देि है।
 दशक्षण अफ्रीका की अथणव्यिस्था का आधार सोना ही है।
 ट्ांसिाल क्षेत्र (निटसिाटणस रेंड) निश्ि का प्रमुख स्िणण उत्पादक देि है।
 जोहान्सबगण निश्ि का प्रमुख स्िणण उत्पादक नगर है।

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 दशक्षण अफ्रीका के ट्ांसिाल क्षेत्र का रूस्तनिगण जनपद निश्ि में प्लेरटनम उत्पादन में प्रमुख
है।
 निश्ि में सबसे अधधक क्रोधमयम दशक्षण अफ्रीका में ननकाला जाता है।
 अफ्रीका में लौह और कोयले का अभाि है।
 अफ्रीका में कोबाल्ट, मैगनीज, रटन, बाक्साइड यूरेननयम और ताम्बे के नििाल भण्डार है।
 जायरे के कटं गा के िीबा प्रान्त में ताम्बा और हीरे की पेटी स्थित है।
 अफ्रीका में सिाणधधकबाक्साइड नगनी में उतपन्न ककया जाता है, इसका निश्ि उत्पादन में
दूसरा स्थान है।
 अफ्रीका में सिाणधधक बाक्साइड चाय उत्पन्न करने िाला देि कीननया है।
 अफ्रीका में सिाणधधक खननज तेल उत्पादक देि, नाइजीररया, लीनबया और अंगोला है।
 अफ्रीका में सिाणधधक मैगनीज उत्पादक देि गेबोन है।
 अफ्रीका में रॉक उत्पादक देि है – मोरक्को।
 अफ्रीका में नाररयल सिाणधधक जंजीबार, पेम्बा तथा तंजाननया के तटीय भाग में धमलते है।
 नाइजीररया ताड तेल के उत्पादन में अफ्रीका देि नाइजीररया तथा घाना का प्रमुख स्थान है।
 कोको, कैको िृक्ष से प्राप्त ककया जाता है जो कहिे के समान लोकनप्रय पेय है।
 कहिा का जन्म स्थान –इथोनपयाका काफा प्रान्त माना जाता है।
 कोको से चाकलेट भी बनायी जाती है।
 निश्ि में सिाणधधक कोको आइिरी कोस्ट में उत्पाहदत की जाती है।
 कोला िृक्षके फल से कई प्रकार के कोला पेय तथा चुइंगम भी बनाया जाता है।
 उष्ण करटबंधीय अफ्रीका में केला, अनन्नास, पपीता, कटहल ओर आम के िृक्ष खूब हैं।
 भूमध्यसागरीय प्रदेि में जैतून, सेब, नारं गी, नािपाती और अंगूर पैदा ककये जाते है।
 अफ्रीका के पूिी भाग में काजू पैदा ककया जाता हैं।
 जंजीबार और पेम्बाद्वीप संसार में सबसे अधधक लौंग उत्पादन करते है।
 अफ्रीका की अधधकतर खाद्य फसलें कंदमूल है शजनमें रतालु और कसािा प्रमुख हैं।
 कसािा का सिाणधधक उत्पादक देि जायरे है।
 मक्का और ज्िार अफ्रीका के प्रमुख अनाज हैं जो दशक्षण अफ्रीका और नाइजीररया में उगाये
जाते है।

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 अफ्रीका में कपास धमस्त्र के नील नदी में उगाई जाती है।
 तंजाननया शससल के उत्पादन में सिण प्रमुख है।
 शससल एक प्रकार का िानस्पनतक रेिा है शजससे बोररयां और रस्सियां बनाई जाती हैं।
 अफ्रीका संसार में शससल का सबसे बडा ननयाणतक है।
 मूंगफली के उत्पादन में नाइजीररया का अफ्रीका में प्रथम स्थान है।
 नाइजर नाइजीररया की प्रमुख नदी है जो नगनी की खाडी में नगरती है।
 नाइजर नदी पर ही कैंजी बांध बनाया गया है।
 नाइजीररया के जोस पठार में रटन, कोलंबाइट, लोहा, सीसा, जस्ता, मैगनीज और चूना पत्थर
के नििाल भंडार है
 पश्चिमी अफ्रीका में नाइजीररया में नाइजीररया एक मात्र कोयला उत्पादक देि है।
 खमशस सहारा की ओर से धमस्त्र में गमी में चलने िाली िुष्क और धूलभरी हिायें हैं।
 हरमट्टन – नगनी की खाडी में उत्तर-पूिण से चलने िाली गमण और धूल भरी हिायें, इसे ‘डाक्टर
निन्ड’ कहते है। धमस्त्र के ककसान को फैल्लाह कहते हैं।
 धमस्त्र की मुख्य नकदी फसल कपास है।
 धमस्त्र का शसनाई प्रायद्वीप तथा लाल सागर तटिती भाग खननज तेल के उत्पादन का क्षेत्र हैं।
 धमस्त्र की राजधानी कैरो (अलकाहहरा) अफ्रीका महाद्वीप का सबसे बडा नगर है।
 निश्ि प्रसधर्द् नपराधमड तथा स्फिंक्स काहहरा के ननकट ही पाये जाते है।
 नपराधमड धमस्त्र के राजाओं के मकबरे थे।
 स्फिंक्स – पौराणणक कथाओं में िणणि त एक जानिर है शजसका िरीर शसिं ह का और शसर
मनुष्य का है।
 स्िेज नहर शसनाई प्रायदिीप को काटकर बनाई गई है जो लाल सागर और भूमध्यसागर को
जोडती है।
 सिेज नहर के भूमध्यसागरीय तट पर पोटण सईद बन्दरगाह है तथा लाल सागरीय तट पर स्िेज
बन्दरगाह है।
 स्िेज नहर का ननमाणण 1869 में हुआ है। इसके ननमाणण से बम्बई और लंदन के बीच 7000
ककमी. दूरी की बचत हुई है।
 स्िेज नहर की लम्बाई 162 ककमी. है शजसे पार करने में 10-12 घंटे का समय लगता है।

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 काहहरा धमस्त्र का प्रमुख अंतराष्टीय हिाई अड्डा है।
 दशक्षण अफ्रीका को सोने और हीरों का देि कहा जाता है।
 डशकेन्सिगणपिणत दशक्षण अफ्रीका के पूिी भाग में स्थित है।
 ऑरेन्ज और िाल नहदयां ड्रेकेन्सिगण पिणत से ननकलती हैं जो अटलांरटक महासागर में नगरती
हैं।
 मक्का दशक्षण अफ्रीका की मुख्य फसल है।
 दशक्षण अफ्रीका की मैरीनो भेड, अच्छे ककस्म के ऊन के शलए निख्यात है।
 ऊन के ननयाणत में आस्ट्े शलया के बाद दशक्षण अफ्रीका हदितीय स्थान पर है।
 जोहान्सबगण दशक्षणअफ्रीका का सबसे बडा नगर है।
 नप्रटोररया (त्श्िाने) दशक्षण अफ्रीका की प्रिासननक राजधानी है।
 केपटाउन नगर में निधानमंडल स्थित है।
 केपटाउन दशक्षण अफ्रीका का सबसे बडा बन्दरगाह भी है।
 अफ्रीका के कालाहारी मरूस्थल में िुतुरमुणग नामक धचडऺडया धमलती है।
 अफ्रीका के ट्ान्सिाल क्षेत्र में निश्ि निख्यात जेबरा और शजराफ नामक जानिर धमलते हैं।
 अफ्रीका के 70 प्रनतित लोग अश्िेत हैं।
 अफ्रीका में सबसे पहली यूरोपीन बस्ती 1652 में दशक्षण अफ्रीका में बसाई गई।
 अफ्रीका में स्िाहहली भाषा बोलने िाले लोग सिाणधधक हैं।
 अफ्रीका की कुल जनसंख्या लगभग 65 करोड है।

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उत्तरी अमेररका महाद्वीप ( North America Continent )
 एशिया और अफ्रीका के बाद यह तीसरा बडा महाद्वीप है।
 यह उत्तर पश्चिम में अलास्का, उत्तर पूिण में लैब्राडोर तथा दशक्षण में पनामा के मध्य फैला है।
 इसका 3/4 भाग कनाडा एिं संयुक्त राज्य अमेररका के अन्तगणत है तथा 1/4 भाग में
ग्रीनलैण्ड, मैक्सिको तथा तथा अन्य देि है।
 यहां कनाडा के लगभग आधे भाग में िील्ड फैली है। इसके बडे भाग में अनेक दलदल एिं
झीले हैं, जैसे – ग्रेट नियर, निननपेग, ग्रेट लेक्स, (सुपीररयर, धमशिगन, हयूरन, आस्ट्े शलया,
इरी ) आहद हैं।
 निश्ि प्रशसर्द् न्याग्रा जलप्रपातइरी और ओणटाररयो झीलो के बीच स्थित है।
 सेंट लारेन्स इस प्रदेि की मुख्य नदी है, जो अटलांरटका महासागर में नगरती है। यह नदी
उत्तरी अमेररका की सबसे अधधक व्यस्त अन्त: स्थलीय जलमागण है।
 हडसन नदी आप्लेशियन पिणत से होकर बहती है इसे इरी नहर के द्वारा ग्रेटलेक्स से जोड हदया
गया है।
 मध्यिती मैदान आप्लेशियन पिणतों से लेकर रॉकी पितों तक 2000 ककमी. की दूरी में फैला
है।
 उत्तर में मैकन्जी नदी के डेल्टा से दशक्षण में टेक्सास के तटीय मैदानों तक इसका निस्तार
6000 ककमी. है। इसके मध्यिती तक एिं दशक्षण भाग में धमसीशसपी धमसौरी नहदयों की
नििाल ननम्न तथा समतल द्रोणी फैली है। इस द्रोणी में कृनष हेतु उपजाऊ भूधम है।
 पश्चिमी काहडि लेरा का सबसे ऊंचा पिणत शिखर माउण्ट मैककनले है जो अलास्का में स्थित है।
 उ. अमेररका की अधधकांि नहदयां प. काहडि लेरा से ननकलती हैं।
 पं. काहडि लेरा में कुछ समान्तर पिणत श्रेणणयों, रॉकी तटीय श्रेणी एिं सेरा नेिाद है।
 ग्रेट बेशसन इस महाद्वीप का सबसे बडा अंतरपिणतीय पठार है। इस पठार की नहदयां समुद्र तक
नही पहुंच पाती है।
 अलास्का एिं मैक्सिको के पश्चिमी काहडि लेरा में अनेक सकक्रय ज्िालामुखी पाए जाते है।
 येलोस्टोन नेिनल पाकण में स्थित ओल्ड फेथफुल गेसर यहीं है।
 अप्लेशियन से ननकलने िाली नहदयां तेज गनत से बहती है। इनका उपभोग जलनिद्युत बनाने
में ककया जाता है।

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 सेंट लारेन्स नदी तथा ग्रेट लेक्स संसार का सबसे बडा अन्त:स्थलीय जलमागण है। जो संयुक्त
राज्य अमेररका तथा कनाडा के प्रशसर्द् नगरों से होकर गुजरता है।
 मैकेन्जी नदी उत्तर की ओर बहकर उत्तर ध्रुि सागर में नगरती है।
 संयुक्त राज्य अमेंररका के टु ण्ड्रा प्रदेिोंके दशक्षणी में िंकुधारी िनों की चोडी पेटी है। इन िनों
को टैगा कहते है। कनाडा में टैगा अटलांरटका महासागर से प्रिांत महासागर तक फैले है।
 उत्तरी अमेकका के आन्तररक भागों मे घास भूधम पायी जाती है शजसे प्रेयरी कहते हैं।
 उत्तर अमेंररका का क्षेत्रफल संसार के कुल क्षेत्रफलका 16% है।
 इसके कुल क्षेत्रफल के 1/10 भाग पर ही खेती की जाती है।
 मक्का, गेहं और उत्तरी अमेररका की प्रमुख खाद्य फसले हैं।
 कपास, तम्बाकू, सोयाबीन और अलसी अन्य प्रमुख फसलें है।
 संसार की आंधी मक्का अकेले उ. अमेररका पैदा करता है।
 मक्का का मूल स्थान मैक्सिको है।
 गेंह उत्पादन संयुक्त राज्य अमेररका तथा कनाडा के प्रेयरी क्षेत्रों में होता है।
 कपास उत्पादन संयक्
ू त राजय अमेररका तथा कनाडा के प्रेयरी क्षेत्रों में होता है।
 कपास उत्पादन संयक्
ु त राज्य अमेररका तथा मैक्सिको में होता है।
 मैक्सिको की खाडी के तट के पास चािल एिं गन्ने की खेती की जाती है।
 गन्ने की खेती के शलए प. द्वीप समूह /िेस्टइं डीज प्रशसर्द् है ।
 िनों में, िंकुधारी िन, धमश्चश्रत िन, उष्ण करटबंधीय िषाण िन पाए जाते है।
 मैनपल िृ्क्ष का रस मीठा होता है इससे चीनी बनायी जाती है।
 उष्ण करटबंधीय िषाण िन दशक्षणी मैक्सिको तथा मध्य अमेंररका के देिो में पाए जाते हैं।
 कनाहडयन िील्ड संसार में खननजों का सबसे बडा भंडार है।
 सुपीररयर झील क्षेत्र उत्तरी अमेररका में उत्तम कोरट के लौह अयस्क उत्पादन हेतु प्रशसर्द् है।
 सोना मुख्यत: ओंटाररया से ननकाला जाता है यहां सोने की संसार में प्रशसर्द् बडी खाने है।
 अप्लेशियन उच्च भूधम एन्रासाइट तथा उत्तम कोरट के नबटधमनस कोयले के शलए प्रशसर्द् है।
 न्यूयाकण का कैनेडी िायुपत्तन संसार का सबसे व्यस्त िायु पत्तन है।
 संयुक्त राज्य अमेररका में तेल का पहला कुआं पेनशसलिाननया में 1859 में खोदा गया।

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 मैक्सिको की खाडी तथा अटलांरटका महासागर के तटीय मैदानों में संसार का अधधकतम
पेट्ोशलयम एिं प्राकृनतक गैस ननकाला जाता है।
 संयुक्त राज्य अमेररका संसार में प्राकृनतक गैस का सबसे बडा उत्पादक है।
 यहां गंधक फास्फेट एिं पोटाि भी पाए जाते हैं।
 पश्चिमी काहडि लेरा में तांबे के नििाल भण्डार हैं यहां पेट्ोशलयम प्राकृनतक गैस, कोयले, एिं
फास्फेट के ननक्षेप भी हैं।
 संसार के िीिे और जस्ते का सबसे बडा ननक्षेप नब्ररटि कोलंनबया में है।
 न्याग्रा जलप्रपात निद्युत का बडा स्त्रोंत है।
 न्यू फाउरडलैण्ड के तट के ननकट ग्रैण्ड बैंक नाम से मछली पकडने के क्षेत्र निश्ि प्रशसर्द् हैं।
 प्रंिात महासागर के तट के पर टू ना एिं सालमन नामक मछशलयां पकडी जाती हैं।
 कनाडा की जनसंख्या का घनत्ि 3 व्यनि / िगण ककमी. से भी कम है।
 मैक्सिको संसार का सबसे बडा नगर है।
 कनाडा के दशक्षणी भाग तथा संयुक्त राज्य अमेररका की अधधकांि चौडी सडकों को फ्री-िे या
सुपर-िे कहते हैं।
 धमसीशसपी एिं सेंटलारेंस नौसंचालन के योग्य नहदयां हैं। सेन्ट लारेन्स नदी एिं ग्रेट लेक्स का
जल संसार का सबसे अधधक व्यस्त अन्त:स्थलीय जल मागण है।
 पनामा नहर प्रिांत एिं अटलांरटक महासागरों को धमलती है।
 संयुक्त राज्य अमेररका, रूस, कनाडा एिं चीन के बाद सबसे बडा देि है।
 संयुक्त राज्य अमेररका के अलास्का एिं हिाई द्वीप सहहत (50) राज्य हैं।
 पश्चिमी काहडि लेरा में कई ऊंची पिणत श्रेणणयां हैं यह उत्तर से दशक्षण हदिा में फैली हैं। रॉकी
पिणत श्रेणी सबसे ऊंची है।
 रॉकी के पश्चिम में उत्तर की ओर की ओर कैस्केड श्रेणी और दशक्षण में सेरा नेिादा श्रेणी है।
 पश्चिमी काहडि लेरा का सबसे ऊंचा पिणत शिखर मांउट नब्रटेन है। इसकी समुद्रतल से ऊंचाई
4418 मी. है।
 पश्चिमी काहडि लेरा में ही यलोस्टोन नेिनल पाकण है।

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 संयुक्त राज्य अमेररका का मध्य भाग मैदानी है इसे मध्यिती ननम्न भूधम के नाम से पुकारा
जाता है। इसके पश्चिम में रॉकी तथा पूिण में अप्लेशियन पिणत है। इसी क्षेत्र में धमसीशसपी एिं
उसकी सहायक नहदयां बहती हैं।
 संयुक्त राज्य अमेररका के पश्चिमी भागों की जलिायु में अपेक्षाकृत अधधक धभन्नता पायी
जाती है।
 संयुक्त राज्य अमेररका के ग्रेट बेशसन तथा कोलोरैडो पठार मरूस्थल हैं। पिणतों के ऊंचे शिखर
पूरे िीत ऋतु में बफण से ढके रहते हैं।
 संयुक्त राज्य अमेररका में िंकुधारी िन ग्रेट लेक्स प्रदेि एिं पश्चिमी काहडि लेरा में पाए जाते हैं।
 संयुक्त राज्य अमेररका के धमश्चश्रत िनों में िंकु एिं पणणपाती दोनों िन पाए जाते हैं।
 मक्का, गेह,ं जौ संयुक्त राज्य अमेररका की प्रमुख खाद्यान्न फसलें हैं।
 संयुक्त राज्य अमेररका संसार में गेहं का दूसरा सबसे बडा उत्पादक देि है।
 निश्ि की 1/3 कपास संयुक्त राज्य अमेररका पैदा करता है। यह तम्बाकू में भी अग्रणी है।
 संयुक्त राज्य अमेररका का 1/4 से भी अधधक भाग िनाच्छाहदत है।
 संयि
ु राज्य अमेररका में बाक्साइड, यूरेननयम, फॉस्फेट, पोटाि और गंधक के नििाल ननक्षेप
हैं।
 संयुक्त राज्य अमेररका के आप्लेशियन क्षेत्र में प्रमुख रूप से कोयला पाया जाता है।
 संयुक्त राज्य अमेररका पेट्ोशलयम उत्पादन में भी अग्रणी है।
 संयुक्त राज्य अमेररका में पाकृनतक गैस के प्रमुख क्षेत्र टैक्सास, लुशसयाना, ओक्लाहामा एिं
न्यू मैक्सिको में है।
 संयुक्त राज्य अमेररका का डेट्ाइट नगर मोटर गाडऺडयां बनाने का प्रमुख केन्द्र है।
 संयुक्त राज्य अमेररका के अधधकतर उद्योग पूिी भाग में है- बोस्टन, न्यूयाकण, कफलाडेलकफया,
डेट्ाइट तथा शिकागो झील क्षेत्र के प्रमुख औद्योनगक नगर हैं।
 संयुक्त राज्य अमेररका के पश्चिमी तट पर लॉस एंशजल्स प्रमुख औद्योनगक केन्द्र तथा संयुकत
राज्य अमेररका का दूसरा बडा नगर है।
 रेलमागण का मुख्य केन्द्र तथा संयुक्त राज्य अमेररका का दूसरा बडा नगर है।
 रेलमागण का मुख्य केन्द्र शिकागो है। यह संसार का सबसे बडा रेल जंक्िन है।
 कनाहडयन िील्ड धाम्मत्वक खननजों जैसे सोना, चांदी एिं ननककल में बहुत सम्पन्न हैं।

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 सेंट लारेन्स कनाडा की सबसे प्रमुख नदी है यह ग्रेट लेक्स से ननकलकर अटलांरटक महासागर
में नगरती है।
 कनाहडयन िील्ड के पूिण में लैब्राडोर प्रायद्वीप के पठार है।
 कनाडा के दशक्षण पश्चिम में आंतररक मैदान हैं इन्हें प्रेयरी के नाम से जाना जाता है।
 कनाडा के उत्तरी भाग िषण ाा रर रेभर हहम और बफण से ढका रहता है।
 कनाडा का उत्तरी क्षेत्र टु ण्ड्रा कहलाता है।
 प्रेयरी की घास भूधम सुपीररयर झील से लेकर रॉकी पिणत की नगररपद पहाडऺडयों तक फैली है।
 कनाडा संसार में गेहं का एक अग्रणी ननयाणतक देि है।
 लकडी काटना कनाडा के लोगों का एक प्रमुख व्यिसाय है।
 कनाडा के िनों में लकडी काटने िाले लोगों को लम्बरजैक कहते हैं।
 कनाडा में लौह अयस्क के सबसे बडे ननक्षेप लैब्राडोर क्यूबेक सीमा पर पाए जाते है । यह
प्रमुख लौह अयस्क ननयाणतकों में से है। यह अपने उत्पादन का 80% ननयाणतकों में से है।
 कनाडा का अधधकतर पेट्ोशलयम तथा प्राकृनतक गैस अलबटाण से ननकाली जाती है।
 न्याग्रा जल प्रपात संयुक्त राज्य अमेररका तथा कनाडा दोनों के शलए जल निद्युत का प्रमुख
केन्द्र है।
 कनाडा में टोरं टो एिं मांरट्यल प्रमुख औद्योनगक एिं व्यापाररक केन्द्र हैं।
 संसार में अखबारी कागज के उत्पादन में कनाडा प्रथम है।
 टोरं टो कनाडा का सबसे बडा नगर है। ग्रेट लेक्स पर स्थित सबसे अधधक व्यस्त पतनों में से
यह एक है।
 कनाहडयन पैशसकफक रेलिे न्यू ब्रंसनिक के सेंटजोन्स नामक नगर से प्रंिात महासागर के तट
पर स्थित बैंकूिर तक जाता है।
 कनाहडयन राष्ट्ीय रेलमागण नोिास्कोरटया के हैलीफैक्स से नब्ररटि कोलंनबया के नप्रन्स रूपट
नगर को जोडता है।

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दशक्षणी अमेररका महाद्वीप ( South America Continent )
 दशक्षणी अमेररका की खेज 1492 ई. में कोलंबस द्वारा की गई।
 दशक्षणी अमेररका संसारका चौथा बडा महादेि है।
 दशक्षणी अमेररका का कुल क्षेत्रफल 1,77,33,000 िगण ककमी है।
 दशक्षणी अमेररका का अक्षांिीय निस्तार 130 उत्तरी अक्षांि से 560 दशक्षणी अक्षांि तथा
देिान्तरीय निस्तार 350 से 820 पश्चिमी देिान्तर तक है।
 दशक्षणी अमेररका की उत्तर से दशक्षणतक अधधकतम लम्बाई 7950 ककमी तथा पूिण से पश्चिम
तक अधधकतम चौडाई 5150 ककमी है। दशक्षणी अमेररका में 14 देि स्थित हैं, शजनमें ‘ब्राजील’
क्षेत्रफल की दृधि से सबसे बडा तथा ‘मालिीना’ सबसे छोटा देि है।
 दशक्षणी अमेररका में स्थित स्थलरूर्द् देि हैं – ‘बोलनिया’ तथा ‘पराग्िे’।
 दशक्षणी अमेररका में यूरोपीय लोगों के आगमन से पूिण ‘रेड इन्धियन’ नामक मूल ननिासी रहते
थे।
 दशक्षणी अमेररका में रेड इन्धियन और यूरोपीय प्रजानत के सम्पकण से ‘मेम्मिजो’ नामक संकर
जानत की उत्पनि हुई।
 दशक्षणी अमेररका में सिणप्रथम स्पेनिासी आकर बसे तत्पश्चात् पुतणमाशलयों का आना प्रारं भ
हुआ।
 दशक्षणी अमेररका में 500 पश्चिमी देिान्तर के पूिण मेंपु तणगाशलयों का अधधकार था जबकक
उससे पश्चिम में स्पेनिाशसयों के अधधकार क्षेत्र थे।
 दशक्षणी अमेररका में अश्िेत तथा यूरोपीय प्रजानतयों के धमश्रण से ‘मुलाटो’ तथा अश्िेत और
इन्धियन के धमश्रण से ‘जैम्बो’ प्रजानतयों की उत्पनि हुई।
 दशक्षणी अमेररका के ब्राजील में पुतणगाली उपननिेि थे।
 दशक्षणी अमेररका के िेनेजुएला, कोलंनबया, इक्िेडोर, पेरू, बोलीनिया, धचली तथा अजशन्टीना
में स्पेनिाशसयों का आधधपत्य था।
 बोलीनिया की राजधानी ‘लापाज’ निश्ि की सबसे ऊंचाई (6200मी) पर स्थित राजधानी
है।
 दशक्षणी अमेररका में स्पेनी तथा पुतणगाली भाषा बोलने िाले की बहुलता के कारण इसे ‘लैरटन
अमेररका’ भी कहा जाता है।

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 लैरटन प्राचीन रोमिाशसयों की भाषा थी। इससे ही स्पेनी पुतणगाली, फ्रांसीसी तथा इतालिी
भाषा का जन्म हुआ है।
 भू-आकृनत की दृधि से दशक्षणी अमेररका को 4 प्रमुख प्राकृनतक प्रदेिों में निभाशजत ककया जा
सकता है – एण्डीज पिणतमाला, पठारी प्रदेि, नदी बेशसन तथा तटिती मैदान।

एण्डीज पिणतमाला
 एण्डीज पिणमाला का निस्तार उत्तर में रट्नीडाड दृिीप से आरं भ होकर दशक्षण में स्टांटन द्वीप
तक है।
 एण्डीज संसार की सबसे लम्बी पिणतमाला है । इसकी कुल लिाई 7,200 ककमी. है।
 एण्डीज हहमालय के पश्चात संसार की दूसरी सबसे ऊंची पिणतमाला है।
 एण्डीज संसार के निीन िशलत पिणत हैं।
 एण्डीज पिणत का निस्तार मुख्यत: धचली, पेरू, इक्िेडोर, कोलन्धिया और िेनेजुएला में है।
 एण्डीज पिणत का सिोच्च शिखर ‘एंकाकागुआ’ है, शजसकी समुद्रतल से ऊंचाई 7021 मी. है।
 एण्डीज पिणतमाला में अनेक ज्िालामुखीय शिखर पाए जाते हैं – ‘ओजो-डेल-सलादो’,
‘धचम्बराजो’, ‘कोटोपैक्सी’, ‘एलधमस्टी’, ‘टु पुंगाटो’, ‘बालेनिन’।
 ‘कोटोपैक्सी’ (इक्िेडोर) संसार का सबसे ऊंचा सकक्रय ज्िालामुखी पिणत है।

पठारी प्रदेि
 दशक्षणी अमेररका के पठारी प्रदेि में मूलत: गुयाना तथा पूिी तट के साथ फैले ब्राजील के
पठार आते हैं।
 बोलीनिया का पठार एण्डीज पिणतों की दो श्रेणणयों के मध्य अन्त: पिणतीय पठार है।
 पेरू-बोलीनिया की सीमा पर स्थित रटटीकाका झील संसार की सिोच्च (7014 मी.) नौगम्य
झील है।
 नगयाना पठार ओरननको तथा अमेजन नहदयों के मध्य कटा-छटा पठार है।
 दशक्षणी अमेररका के मध्य पूिी भाग में ब्राजील पठार स्थित है, जो खननज पदाथों के धनी है।

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नदी बेशसन
 दशक्षणी अमेररका में तीन प्रमुख बेशसन हैं – ओरननको बेशसन, अमेजन बेशसन तथा पराना-
पराग्िे बेशसन।
 अमेजन नदी एण्डीज पिणत से ननकलकर अटलांरटक महासागर में नगरती है।
 अमेजन नदी अपिाह की दृधि से संसार की सबसे बडी नदी है। यह संसार की सभी नहदयों में
सबसे अधधक जल बहाकर ले जाती है।
 अमेजन नदी की लम्बाई 6280 ककमी है तथा अपिाह क्षेत्र करीब 10,66,660 िगण ककमी है।
 अमेजन की प्रमुख सहायक नहदयां हैं – जापुरा, पुरूष, मदीरा, नेग्रो, तापाजोस आहद।
 ओरननको नदी एण्डीज पिणत से ननकलकर िेनेजुएला में प्रिाहहत होते हुए अटलाम्मिक
महासागर में नगरती है।
 पराना, पराग्िे, उरूग्िे तथा उनकी सहायक नहदयों के तन्त्र को ‘प्लाटा’ कहते हैं।
 पराना, पराग्िे, उरूग्िे नहदयां ब्राजील पठार से ननकलकर दशक्षणी अटलांरटक महासागर से
ररयो-हड-प्लाटा के पास नगरती हैं।
 िेनेजुएला में स्थित एंशजलप्रपात संसार का सबसे ऊंचा प्रपात है।

तटिती प्रदेि
 दशक्षणी अमेररका का प्रिान्त तटिती प्रदेि अत्यन्त संकरा है जबकक पूिी तट अपेक्षाकृत चौडा
है।
 दशक्षणी अमेररका में दो परूस्थलीय प्रदेि पाये जाते हैं – अटाकामा मरूस्थल तथा
पैटागोननया मरूस्थल।
 अटाकामा मरूस्थल का निस्तार दशक्षणी पेरू तथा उत्तरी धचली में है। यह गमण मरूस्थल है।
इस मरूस्थल में नागफनी तथा अन्य कंटीली झाडऺडयां पाई जाती हैं।
 अटाकामा मरूस्थल के दशक्षण-मध्य धचली में भूमध्य सागरीय जलिायु पाई जाती है , जहां
जाडे में िषाण होती है।
 मध्य धचली के भूमध्यसागरीय जलिायु क्षेत्र में ओक, अखरोट, चेस्टनट तथा अंजीर के पेड
पाये जाते हैं।

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 दशक्षणी धचली में महासागरीय जलिायु पायी जाती है जहां िषण भर िषाण होती है। इस क्षेत्र में
चीड और बीच के िृक्ष की बहुलता है।
 अजशन्टीना के मध्य भाग में पाये जाने िाले िीतोष्ण घास भूधम को पंपास कहा जाता है।
 ‘पंपास’ स्पेनी भाषा का िब्द है शजसका अथण है – ‘निस्तृत मैदान’।
 पंपास संसार की उपजाऊ घास भूधमयों में एक है जो गहरी बारीक धमट्टी से बना है।
 दशक्षणी अजशन्टीना में एण्डीज पिणतमाला के पूिण िृधिछाया प्रदेि में पेटागोननया नामक दूसरा
प्रमुख मरूस्थल है।
 अमेजन नदी बेशसन में निषुितीय िषाण िन को ‘सेल्िास’ कहा जाता है।
 सेल्िास के उत्तर ओरननकों नदी बेशसन में पाये जाने िाले उष्णकरटबंधीय घास के मैदान को
िानोस कहा जाता है।
 सेल्िास के दशक्षण ब्राजील के मध्यिती भाग में स्थित उष्णकरटबंधीय घास के मैदान
को लानोस कहा जाता है।
 सेलिास के दशक्षण ब्राजीय के मध्यिती भाग में स्थित उष्ण करटबंधीय घास मैदान को
‘कैंपोस‘ कहा जाता है।
 उत्तरी अजशन्टाइना तथा पश्चिमी पराग्िे के ननम्न भूधम क्षेत्रमें घने िन प्रदेि को ‘ग्रानचाको’ कहा
जाता है।
 ग्रानचाको कोष्ण िीतोष्ण िनों का प्रदेि है शजसके बीच-बीच में सिाना घास भूधम पायी
जाती है।
 ग्रानिाको िन का मुख्य िृक्ष ‘क्िेब्रको’ है , शजसकी लकडी अत्यन्त कठोर होती है। क्िेब्रको का
अथण होता है – ‘कुल्हाडी तोडने िाला’।
 क्िेब्रको िृक्ष की लकडी से टेननन प्राप्त ककया जाता है शजसका उपयोग चमडा बनाने में ककया
जाता है।
 अमेजन बेशसन में उष्ण करटबंधीय िषाण िन प्रदेि में कठोर लकडी िाले महोगनी के िृक्ष पाये
जाते है।
 ‘िाल्सा’ संसार की सबसे हल्की लकडी है। इससे नाि बनायी जाती है।
 ब्राजील में ताड जानत का कानोबा िृक्ष पाया जाता है , इससे मोम का प्रानप्त होती है, शजसका
उपयोग जूता पाशलस, फनीचर तथा मोमबत्ती में ककया जाता है।

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 शसनकोना तथा धचककल, अमेजन िन में पाये जाने िाले अन्य प्रमुख िृक्ष हैं।
 शसनकोना की छाल से मलेररया रोधक कुनैन दिा बनायी जाती है जबकक धचककल से चुइंगम
बनाया जाता है।
 अमेजन नदी बेशसन रबड के पौधे का मूल स्थान है।
 एण्डीज पिणत के पूिी ढलानों के िनों को मोंटाना कहा जाता है। यहां कीमती मुलायम
लकडऺडयां प्राप्त होती हैं।
 दशक्षणी अमेररका के कुल क्षेत्रफल का मात्र 10 प्रनतित भाग की कृनष योग्य है।
 दशक्षणी अमेररका में अधधकतर कृनष भूधम ब्राजील,अजशन्टीना तथा उरूग्िे में पाई जाती है।
 गेहं और मक्का दशक्षणी अमेररका की मुख्या खाद्य फसल है।
 मक्का मूल रूप से दशक्षणी अमेररका की ही फसल है।
 दशक्षणी अमेररका में ब्राजील सिाणधधक मक्का उत्पादक देि है तत्पाश्चात् अजशन्टीना का स्थान
आता है।
 दशक्षणी अमेररका में अजशन्टीना सिणप्रमुख गेहं उत्पादक राष्ट् है।
 ब्राजील, कोलान्धिया तथा इक्िेडोर संसार में कहिा के क्रमि: प्रथम, कद्वतीय और तृतीय
उत्पादक देि है।
 ब्राजील में कहिे की कृनष की िुरूआत का श्रेय पुतणगाशलयों को है।
 ब्राजील में कहिे की कृनष टेरारोसा धमट्टी पर की जाती है।
 ब्राजील में कहिे के बागानों को ‘फजेण्डा’ कहा जाताहै।एक एजेण्डा में 3000-400 मजदूर
काम करते हैं।
 ब्राजील का साओपोलो राज्य कहिा उत्पादन में अग्रणी है।
 ब्राजील का सैटास बन्दरगाह निश्ि का कहिा पत्तन (COFFEE-PORT) के रूप में
निख्यात है।
 कोलन्धिया के कहिा बागान को ‘कफिंका’ कहा जाता है।
 ब्राजील की दूसरी मुख्य फसल कपास है।
 ब्राजील के उत्तर-पूिी भागों में गन्नें की कृनष की जाती है।
 ब्राजील का गन्ने से चीनी तैयार करने में भारत के बाद दूसरा प्रमुख स्थान है।
 कोको के उत्पादन में ब्राजील का स्थान अफ्रीका के घाना और नाइजीररया के बाद तीसरा है।

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 ब्राजील के पूिी उच्च भूधम में पाये जाने िाले यबाणमाटे झाडऺडयों की पनियों का उपयोग चाय के
रूप में ककया जाता है।
 ब्राजील, अजशन्टीना तथा उरूग्िे के अर्द्ण नम भागों में अल्फाफा नामक पोषक घास पायी जाती
है, शजससे टॉननक बनायी जाती है।
 ‘रीया’ दशक्षणी अमेररका का दौडने िाला पक्षी है। यह दशक्षणी अफ्रीका के िुतुरमुगण तथा
ऑस्ट्शलया के ऐमू पक्षी के सदृि होता है।
 ‘केंडोर’ – दशक्षणी अमेररका में पाया जाने िाला संसार का सबसे बडा शिकारी पक्षी है।
 ‘एनाकोंडा’ – दशक्षणी अमेररका में पाया जाने िाला नििाल अजगर है। इसकी लम्बाई 10
मीटर होती है।
 ‘प्यूमा’ दशक्षणी अमेररका में पाया जाने िाला शसिं ह पररिार का खतरनाक जानिर है।
 ‘जैगआ
ु र’ – दशक्षणी अमेररका में पाया जाने िाला पेडों पर रहने िाला निशिष्ट शिकारी
जानिर है।
 ‘ऐंट-ईटर’ तथा ‘आमशहडलो’ दशक्षणी अमेररका के निधचत्र स्तनधारी जीि है।
 दशक्षणी अमेररका में पाया जाने िाला ‘मकडाबन्दर’ कलाबाशजयों के शलये प्रशसर्द् है।
 दशक्षणी अमेररका में पाया जाने िाला ‘नगलहरी बन्दर’ निनम्रता के शलए संसार में प्रशसर्द् है।
 ‘अल्पाका’ तथा ‘लामा’ एण्डीज पिणत पर पाये जाने िाले लम्बी गदणन के ऊंट प्रजानत के पिु
हैं।
 ‘ग्िानको’ एक प्रकार का जंगली लामा है जो कई हदनों तक नबना पानी के रह सकता है।
 दशक्षणी अमेररका में पेरू सबसे बडा मछली उत्पादक देि है शजसका निश्ि उत्पादन में चीन,
जापान के बाद तीसरा स्थान है।
 पेरू के तट पर ही एलनीनों नामक गमण जलधारा की उत्पनि होती है।
 अजशन्टीना और धचली में भेडों की संख्या सिाणधधक पायी जाती है।
 अजशन्टीना का ब्यूनस आयसण नगर मांग के उत्पादन तथा ननयाणत के शलये प्रशसर्द् है।
 ब्राजील का ‘धमनास गेरास’ पठार खननज पदाथों की दृधि से धनी पठार है। यहां लौह अयस्क
का नििाल भण्डार है।
 ब्राजील का ‘इटानबरा’ पिणत लौह अयस्क उत्पादन के शलये प्रशसर्द् है।
 ब्राजील निश्ि का दूसरा प्रमुख लौह उत्पादक राष्ट् है।

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 धचली संसार में ताम्बा का प्रथम उत्पादक राष्ट् है। धचली का ‘चुक्की कमाटा’ ताम्बा खदान
क्षैत्र संसार प्रशसर्द् है।
 धचली का ‘एंटीफगास्टा’ बंदरगाह ‘संसार का ताम्बा पत्तन’ (Copper Port) के निख्यात
है।
 दशक्षणी अमेररका में बोलीनिया संसार का एक प्रमुख रटन उत्पादक देि रहा है।
 िेनेजुएला, रट्ननडाड तथा टोबैगो में खननज तेल के नििाल भण्डार पाये जाते हैं।
 िेनेजुएला की माराकाइबो झील खननज तेल उत्पादन के शलये प्रशसर्द् है।
 अटकामा मरूस्थल में नाइट्ेट के नििाल भण्डार पाये जाते हैं।
 दशक्षणी अमेररका में धचली नाइट्ेट का सबसे बडा उत्पादक देि है।
 पेरू तट के पास गुयानो द्वीप में संसार के सबसे अच्छे प्राकृनतक खाद के भण्डार हैं, जो
गुयानोगं पशक्षयों के मलमूत्र के ननक्षेप हैं।
 दशक्षणी अमेररका में सूरीनाम तथा गुयाना बाक्साइट के प्रमुख उत्पादक देि हैं।
 ब्राजील में सिोत्तम कोरट के अभ्रक भण्डार पाये जाते हैं।
 अभ्रक के उत्पादन में ब्राजील का भारत के बाद निश्ि में दूसरा स्थान है।
 दशक्षणी अमेररका में सबसे अधधक जनसंख्या िाला देि ब्राजील है तथा सबसे कम जनसंख्या
िाला देि मालिीना है।
 दशक्षणी अमेररका में रेलमागों की सबसे अधधक लम्बाई अजशन्टीना में है।
 दशक्षणी अमेररका के प्रमुख बंदरगाह नगर हैं – ररयो-हड-जेनेररयो, सैंटोस, माण्टे िीहडयो,
सल्िाडोर, रेशसफे, पारामररबो, जाजणटाउन, काटाणजोना, एन्टीफगास्टा, माराकाइबो।

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यूरोप महाद्वीप ( Europe Continent )
 यह महाद्वीप 360 उत्तरी अक्षांि से 710 उत्तरी अक्षांि तथा 100 पश्चिमी देिान्तर से 650 पूिी
देिान्तरों के मध्य फैला है।
 इसके उत्तर में आकणरटक महासागर, पश्चिम में अटलांरटिं क महासागर तथा दशक्षण में भूमध्य
सागर फैला हुआ है।
 पूिण में यूराल पिणत, यूराल नदी तथा कैस्ियन सागर एशिया एिं यूरोप महाद्वीपों की
प्राकृनतक सीमा का ननधाणररण करते हैं।
 यूरोप के उत्तर पश्चिम में पहाडी क्षेत्र में स्कैण्डीनेनियन, पीरेनीज, यूराल एिं ग्रेट नब्रटेन के पिणत
िाधमल हैं।
 स्कैन्धिनेनियायी क्षेत्र के अन्तगणत आइसलैण्ड, नािश, स्िीडन और डेनमाकण आहद देि िाधमल
हैं।
 स्कैन्धिनेनिया में सबसे ऊंचा शिखर ‘क्किटर रटण्ड’ (2470 मी) ऊंचा है।
 यूरोप में रूस के एस्तोननया, शलथुआननया तथा लातनिया को बान्धिक देि के नाम से जाना
जाता है।
 बेल्जियम, नीदरलैण्ड एिं जग्जमबगण (बेनेलक्स) को ननम्न भूधम देि कहते हैं।
 सनबि या, मोण्टेनेग्रो, कोसोिो, स्लोिेननया, क्रोशिया, बोणिया, हजशगोबना, मैसीडोननया,
बुल्गाररया, ग्रीस, रूमाननया और अल्बाननया को बाल्कन राज्य कहते हैं।
 यूरोप के मध्यिती मैदानका निस्तार फ्रांस, हालैण्ड, बेल्जियम, डेनमाकण, उत्तरी जमणनी, हं गरी,
पोलैण्ड तथा पश्चिमी रूस ि उक्रेन तक फैला है।
 यूरोप के मध्यिती मैदान में ही राइन, डेन्यूब, नीपर तथा िोल्गा आहद प्रिाहहत हैं।
 यूरोप के पठारों में स्पेन का मेसीता, फ्रांस का िासजेज, जमणनी का ब्लैक फारेस्ट, बेहेधमया
एिं बिेररया आहद मुख्य हैं।
 मध्यिती मैदानों के दशक्षण में प्राचीन अल्पाइन पिणतों में नपरेनीज, आल्पस, कारपेधथयन एिं
काकेिस प्रमुख हैं।
 इटली के दशक्षण द्वीप के शससली पर निसुनियस, स्ट्ाम्बोली एिं एटना जाग्रत ज्िालामुखी
पाये जाते हैं।
 इटली के उत्तरी भाग में समतल एिं उपजाऊ लम्बाडी का मैदान है।

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 ‘िेरटकन शसटी’ यूरोप में (रोम में) सबसे छोटा स्ितंत्र राज्य है। यहीं पर रोमन कैथोशलक चचण
का मुख्यालय एिं पोप का ननिास स्थान है।
 नब्ररटि द्वीप में आयरलैण्ड, ग्रेट नब्रटेन एिं अन्य छोटे उत्तरी द्वीप सम्मिशलनत हैं।
 आयरलैण्ड में उत्तरी एिं आयररि गणराज्य िाधमल हैं।
 ग्रेट नब्रटेन में स्कॉटलैण्ड, िेल्स एिं इं ग्लैण्ड सम्मिशलत हैं। उत्तरी आयरलैण्ड को सम्मिशलत
करने पर इसका नाम ”यूनाइटे ड ककिंगडम” हो जाता है।
 यूरोप के सुदर उत्तर में उच्च भूधमयों का एक प्रदेि है, यह कफनलैण्ड से लेकर स्िीडन, नािश
एिं नब्ररटि द्वीप समूह से हो आइसलैण्ड तक फैला हुआ है। शजसे फेनोस्कैहडयन िील्ड कहते
है।
 यूरोप के उत्तरी मैदान में राइन एिं सीन दो महत्िपूणण नहदयां हैं जो क्रमि: उत्तरी सागर एिं
इं िि चैनल में नगरती हैं। राइन नदी अपनी दरार घाटी के शलये प्रशसर्द् है।
 राइन उत्तर की ओर तथा सीन नदी दशक्षण की ओर बहती है। इन दोनों नहदयों को एक नहर
द्वारा जोडा गया है। इन नहदयों से होकर महाद्वीपों के आर-पार की यात्रा की जा सकती है।
 अल्पाइन क्षेत्र में सबसे महत्िपूणण पिणतमाला आल्पस है। माउण्ट ब्लॉक (4807) आल्पस
की सबसे उं ची चोटी है।
 यूरोप का सबसे ऊंचा पिणत शिखर एलब्रुस (5633 मी.) है। यह काकेिस श्रेणी में है।
 यूरोप में उत्त्र अटलांरटक प्रिाह का गमण जल पश्चिम यूरोप के जल को जमने नहीं देता है, इसी
धारा को ‘यूरोप का कम्बल’ भी कहा जाता है। तापमान िषणभर बराबर रहता है।
 भूमध्यसागरीय क्षेत्रों में िषाण केिल िीत ऋतु में होती है।
 यूरोप के उत्तर में आकणरटक महासागरीय जलप्रिाह प्रिाह प्रणाली है। इस प्रणाली की प्रमुख
नहदयां नपयोर एिं डबीना हैा जो उत्तर की ओर बहती हुई आकणरटक महासागर में नगर जाती हैं।
 अटलांरटक महासागरीय जल प्रिाह प्रणाली की प्रमुख नहदयां राइन एिं सीन, थेम्स मसी
आहद है।
 ‘निश्चुला’ तथा ‘ओडर’ नहदयां बान्धिक सागर में नगरती हैं।
 भूमध्य सागरीय प्रिाह प्रणाली की प्रमुख नहदयां- रोन, सीन, एब्रो, पो, टाइबर, डेन्यूब, नीस्टर,
नीपर तथा डोन हैं। इनमें डेन्यूब एिं डोन सबसे महत्िपूणण हैं।

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 आकणरटक िृत के उत्तरी भागों में टुं ड्रा िनस्पनत पायी जाती है। यहां केिल लाइकेन, काई एिं
बौने पेड ही उग पाते हैं।
 टु ण्ड्रा के दशक्षण में नािश, स्िीडन, कफनलैण्ड तथा उत्तरी रूस तक की पट्टी में कोणधारी िन
पाये जाते है।
 यूरोप के दशक्षण पूिी भाग में निस्तृत घास भूधमयां हैं , इन्हें स्टे पीज कहते हैं। यह घास भूधम
रोमाननया में डेन्यूब नदी की घाटी से लेकर पूिण के यूक्रेन तक फैली है।
 यूरोप के पश्चिम तथा मध्िती भागों में चौडी पत्ती िाले पतझड िन उगते हैं, इनमें ओक, बीच,
पापलर, एि, बचण तथा हेमलॉक आहद िृक्ष पाये जाते हैं। इनका निस्तार नब्रटेन, जमणनी, फ्रांस,
आयरलैण्ड, हालैण्ड, पोलैण्ड, बेल्जियम डआद में है।
 यूरोप में केिल 30% क्षेत्र पर ही खेती की जाती है। यहां निश्ि का 30% गेहं उगाया जाता
है। प्रमुख देि जमणन, इटली, फ्रांस, नब्रटेन, स्पेन, हं गरी, बुल्गाररया, यूगोस्लानिया, रूस तथा
यूक्रेन हैं।
 यूरोप में निश्ि का 45% जौ पैदा ककया जाता है। उत्पादक देि फ्रांस, नब्रटेन, स्पेन, डेनमाकण,
रूस आहद हैं।
 यूरोप में निश्ि का 90% राई (गरीबों का भोजन) करता है।
 यूरोप निश्ि का लगभग 50% चुकन्दर पैदा करता है। रूस, जमणनी, फ्रांस, पोलैण्ड, नब्रटेन,
इटली, डेनमाकण, हालैण्ड, स्िीडेन आहद चुकन्दर उत्पादक देि हैं।
 नीदरलैण्ड ने समुद्रों के ककनारे की भूधम को सुखाकर कृनष योग्य भूधम बना शलया है शजसे
‘पोल्डर’ भूधम कहा जाता है।
 यूरोप फलों से जैम एिं जैली बनाने के शलये प्रशसर्द् है।
 रूस में यूक्रेन एिं यूराल क्षेत्र, कचण प्रायद्वीप एिं मध्यिती साइबेररया में उत्तम ककस्म का लोहा
ननकाला जाता है।
 यूरोप में रूस मैंगनीज का प्रधान उत्पादक देि है। यहां काकेिस तथा यूक्रेन क्षेत्रों में मैंगनीज
उत्पन्न ककया जाता है।
 यूरोप निश्ि का लगभग 40% कोयला उत्पादन करता है। यहां रूस, नब्रटेन, पोलैण्ड,
चेकोस्लोिाककया एिम फ्रांस प्रमुख कोयला उत्पादक देि हैं।

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 यूरोप में निश्ि का 17% खननज तेल ननकाला जाता है। रूस के काकेिस क्षेत्र में सबसे ज्यादा
तेल ननकाला जाता है। इसके अलािा, नब्रटेन, रूमाननया, आस्ट्े शलया, पोलैण्ड, हं गरी तथा
फ्रांस में भी खननज तेल ननकाला जाता है।
 यूरोप में उपलब्ध जल िनि में 75% तक निकास ककया जा चुका है।
 इटली ने जल निद्युत में सबसे जयादा प्रगनत की है। नेपल्स नगर इटली का सबसे बडा जल
निद्युत उत्पादन केन्द्र है।
 अनिभाशजत सोनियत रूस निश्ि का 25% इस्पात उत्पन्न करता था। रूस ि यूक्रेन में
मास्को, टू ना, लेनननग्राद, बोल्गाग्राद, कुजनेट्स्क, कक्रबायराग आहद स्थानों पर इस्पात बनाया
जाता है।
 नब्रटेन का लोहा इस्पात उघोग में यूरोप में तीसरा स्थान है। यहां िेकफल्ड, बधमिं घम, कोिेण्ट्ी,
लीड्स डडले, स्कॉटलैण्ड में ग्लास्गो, मदरिैल, कोटनब्रज और लेनाकण मुख्य केन्द्र हैं।
 एकीकृत जमणनी का रूर प्रदेि (ननचली राइन घाटी) सबसे बडा लोहा इस्पात उत्पादन क्षेत्र है।
यहां के प्रमुख केन्द्र ककरचेन ड्रयूसबर्, आकेन, ऐसेन एिं बोिेम हैं।
 साइलेशिया प्रदेि में ड्रेसडन एिं शलपशजिं ग भी मुख्य लोहा इस्पात नगर है।
 रूस के यूक्रेन में रोस्टोब, कक्रिायराग, कीि, नीपोिेिेट्ािस्क, खारकोि एिं डोनेस्क
(Donetsk) मुख्य लोहा इस्पात केन्द्र हैं। यूराल क्षेत्र के ‘धचशलयानबस्क’ ननझ नीटनगल और
मागनीटोगोरस्क मुख्य लोहा इस्पात केन्द्र हैं।
 ग्रेट नब्रटेन यूरोप का सबसे बडा सूती िस्त्र उत्पादक देि है। इं ग्लैण्ड नब्रटेन का प्रधान सूती िस्त्र
उत्पादक क्षेत्र है।
 लंकािायर इ्ंग्लैण्ड का सूती िस्त्र उत्पादन के क्षेत्र में सबसे बडा क्षेत्र है।
 मानचेस्ट, ओल्ढम उद्योग के दूसरे मुख्य केन्द्र हैं।
 यूरोप में नब्रटेन का लीड्स एिं ब्रेडफोडण तथा रूस का लेनननग्राद तथा मास्को निश्ि प्रशसर्द्
ऊनी िस्त्र उत्पादक केन्द्र है। ितणमान समय में यूरोप निश्ि में सबसे अधधक िनििाली
जलयान ननमाणण कर रहा है। नब्रटेन, रूस एिं फ्रांस यूरोप के प्रमुख जलयान ननमाणणकताण देि
हैं।
 डेनमाकण डेरी उद्योग में अग्रणी देि है।
 उत्तरी सागर में निश्ि प्रशसर्द् मछली पकडने का केन्द्र डोगर बैंक स्थित है।

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 भूतपूिण सोनियत संघ का मछली उत्पादन में यूरोप एिं निश्ि में प्रथम स्थान था।
 यूरोप में रूस, कफनलैण्ड तथा नािश में जनसंख्या घनत्ि 10-25 व्यनि/ककमी.है।
 इं ग्लैण्ड, हालैण्ड, बेल्जियम तथा एकीकृत जमणनी यूरोप में सबसे घनी जनसंख्या के देि हैं।
 ग्रेट नब्रटेन का लगभग 30% व्यापार लन्दन बन्दरगाह से होता है।
 पेररस सीन तथा मोगी नहदयों के संगम पर स्थित है।
 हैम्बगण जमणनी का महत्िपूणण नगर तथा बन्दरगाह है। यह एल्ब नदी के मुहाने पर स्थित है।
 ‘लीिरपुल’ मसी नदी के मुहाने पर स्थित ग्रेट नब्रटेन का 17% व्यापार होता है।
 बशलि न ‘स्प्री’ नदी के ककनारे बसा बन्दरगाह है, यह निश्ि का प्रशसर्द् अंतराणष्ट्ीय हिाई अड्डा है।
 मास्को बन्दरगाह ‘मास्कोिा’ नदी के उत्तर तट पर बसा है। यह ट्ांस साइबेररयन रेलिे का
जंक्िन तथा अंतराणष्ट्ीय िायुमागो का केन्द्र है। इसे पश्चिमी तट पर स्थित लेनननग्राद के
बन्दरगाह से द्रुतगामी सेिा द्वारा जोड हदया गया है।
 फ्रांस ककसानों का देि है। यह मूलत: खाद्यानों पर आत्मननभणर है।
 यूनाइटेड ककिंगडम तथा जमणनी मूल रूप में औद्योनगक राष्ट् हैं। नब्ररटि द्वीप समूहों के दो मुख्य
द्वीप हैं ‘ग्रेट नब्रटेन’ एिं ‘आयरलैण्ड’।
 नब्ररटि द्वीप का सबसे बडा भाग यूनाइटेड ककिंगडम के अन्तगणत आता है। इं क्किि चैनल इसे
यूरोप की मुख्य भूधम से अलग करता है।
 उत्तरी सागर में पेट्ोशलयम तथा प्राकृनतक गैस के नििाल ननक्षेप धमले हैं।
 फ्रांस यूरोप का दूसरा सबसे बडा देि है। इसकी स्थल सीमाएं यूरोप के सबसे अधधक घने
बसे एिं समृर्द् देिों की सीमाओं को छूती हैं। ये देि है- बेल्जियम, जमणनी, इटली एिं
स्िट्जरलैण्ड।
 नपरेनीज पिणत दशक्षण सीमा के साथ फैले हैं और फ्रांस को स्पेन से अलग करता है।
 माण्उट ब्लॉक फ्रांस का सबसे ऊंचा पिणत शिखर है।
 फ्रांस में लौह अयस्क 90% से अधधक लौरेन क्षेत्र से ननकला जाता है।
 फ्रांस की नहदयां आल्पस नपरेनीज या मध्यिती पठारों से ननकली हैं। यह हहम के नपघलने या
िषाण के जल के कारण सदानीरा हैं।
 फ्रांस ने कुछ उघोगों में निशिष्टता प्राप्त कर ली है जैसे – मिीनें, मोटरगाडऺडयां, जलयान एिं
िायुयान आहद।

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 अंगूर की खेती मुख्यत: दशक्षणी फ्रांस में की जाती है। फ्रांस के िैम्पेन िहर में िैम्पेन नामक
िराब बनायी जाती है।
 1990 में पूिी जमणनी एिं पश्चिमी जमणनी क्षेत्रों का निलय हो गया तथा एक राष्ट् बन गये।
 जमणनी के पश्चिम में राइन नदी की घाटी है। इसके अलािा यहां बेसर, एल्ब, ओडर, डैन्यूब
आहद प्रमुख नहदयां हैं।
 जमणनी का रूर क्षेत्र यूरोप में कोयले के उत्पादन का सबसे बडा एिं सम्पन्न देि है। यहां सार
एिं सैक्सोनी अन्य कोयला क्षेत्र हैं।
 रूर को यूरोप का औद्योनगक हृदय कहा जाता है।
 जमणनी संसार में राई, आलू और चुकन्दर के बडे उत्पादक देिों में से एक है।
 कील नहर बान्धिक सागर को उत्तरी सागर से जोडती है। यह 99 ककमी. नहर है।
 इसके बन जाने से डेनमाकण के ककनारे 700 ककमी. घूम कर नहीं जाना पडता है।
 स्कैन्धिनेनियाई देिों से व्यापार में इसका बहुत महत्ि है।
 बशलि न जमणनी का सबसे बडा नगर एिं नदी पतन है।
 लीपशजिं ग एिम् ड्रेसडन एल्ब नदी के ककनारे पर स्थित महत्िपूणण नगर हैं।
 शलपशजिं ग सडकों का केन्द्र एिं बडा जंक्िन है।
 ड्रेसडेन अपने चीनी धमट्टी के बरतनों के शलए निख्यात् है।
 यूराल पिणत, यूराल नदी ओर कैस्ियन सागर रूस को यूरोपीय एिं एशियायी भागों में बांटते
हैं।
 देिान्तरीय निस्तार अधधक होने के कारण रूस में 11 समय क्षेत्र हैं।
 इरटि ि, ओब और येनीसी नहदयां पश्चिमी साइबेंररया के मैदान से होकर बहती हैं।
 साइबेररया पिणतमालाओं के पास का क्षेत्र कमचटका प्रायद्वीप कहा जाता है। यह भूकम्प एिं
ज्िालामुखी का क्षेत्र है।
 एलब्रुि शिखर रूस का सबसे ऊंचा शिखर है। यह काकेिस पिणत शिखर में स्थित है।
 साइबेररया क्षेत्रों में मुख्यत: 9 महीने हहमपात होता है।
 रूस के कुल क्षेत्र के 1/5 भाग पर चारागाह हैं।
 रूस का लगभग 40% भाग िनों से ढका है।

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 रूस में िनि का महत्िपूणण साधन कोयला है। यह कुटनेटस्क बेशसन, पूिी साइबेररया, यूराल
क्षेत्र तथा मास्को उपबेशसन में पाया जाता है।
 िनि के अन्य साधन पेट्ोशलयम एिं प्राकृनतक गैस, यूराल एिं िोल्गा के मध्य एजोिा, काला
सागर, बािककररमा तथा पश्चिमी साइबेररया में है।
 रूस नििाल दूररयों का देि है।
 मास्को 5 सागरों का पतन है। यह नगर नहदयों एिं प्रदेि नहरों द्वारा कैस्ियन सागर, काला
सागर, बान्धिक सागर, लागोडा झील तथा श्िेत सागर के उत्तरी सागर से जुडा है।
 मुरामांस्क उ. ध्रुि महासागर का ऐसा पतन है जो िषण भर हहम से मुक्त रहता है, जो
ब्लाहदबोस्तक को जाने िाले मागण पर स्थित है।
 मास्को एिं सेंट पीटसणबगणइसे देि के राष्ट्ीय एिं अन्तराणष्ट्ीय स्तर के प्रमुख हिाई अड्डे हैं।
 मास्को देि का सबसे बडा नगर है।

आस्ट्े शलया महाद्वीप ( Australia Continent )


 आस्ट्े शलया की खोज अंग्रेज नानिक कैप्टन कुक ने 1770 में ककया था।
 आस्ट्े शलया निश्ि का सबसे छोटा महाद्वीप है। इसका क्षेत्रफल 79,56,000 िगण ककमी. है।
 आस्ट्े शलया पूणत
ण :दशक्षणी एिं पूिी गोलार्द्ण में स्थित है।
 आस्ट्े शलया का अंक्षािीय निस्तार 10o दशक्षण से 440 दशक्षण तक देिान्तरीय निस्तार
1130 पूिण से 1540पूिण तक है।
 मकर रेखा इसके बीच से गुजरती है, शजससे आधा उत्तरी भाग उष्णकरटबंध तथा आधा
दशक्षणी भाग िीताष्ण करटबंध में पडता है।
 इस महाद्वीप की पूिण से पश्चिम तक अधधकतम चौडाई 4000 ककमी. तथा लम्बाई उत्तर से
दशक्षण तक 3000 ककमी. है।
 निश्ि में आस्टर्ेशलया ही एकमात्र देि है, जो पूरे आस्ट्े शलया महादिीप पर निस्तृत है और
इसीशलए इसे दिीपीय महाद्वीप भी कहा जाता है।
 आस्ट्े शलया, न्यूजीलैण्ड तथा आसपास के द्वीपों को धमलाकर आस्ट्े शलया कहा जाता है।
 आस्ट्े शलया छह स्ििासी राज्यों तथा दो केन्द्र प्रिाशसत क्षेत्रों में बांटा है।

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 आस्ट्े शलया को प्यासी भूधम का देि कहा जाता हैं क्योंकक इसके एक नििाल भाग पर
नाममात्र की िषाण होती है।
 अमेररका क्रांनत के समय (1777-78) नब्रटेन द्वारा आस्ट्े शलया का उपयोग कालापानी
ननिास (Penel Colony) के रूप में ककया गया।
 1851 के बाद स्िणण खदानों का पता चलने के कारण आस्ट्े शलया में ‘स्िणण दौड’ (Gold
Rush) की िुरूआत हुई।
 सोने की खानों ने गोरों को आस्ट्े शलया में बसने के शलए प्रेररत ककया यही कारण है कक यहां
प्रिाशसयों की संख्या सिाणधधक है।
 न्यूजीलैण्ड को (अनुकूल जलिायु तथा उपजाऊ भूधम में नब्रटेन से समता के कारण) दशक्षण
का नब्रटेन / पूरब का नब्रटेन भी कहा जाता है।
 न्यूजीलैण्ड की राजधानी िेशलगंटन है। न्यूजीलैण्ड के मूल ननिासी माओरी कहलाते है।
 आस्ट्े शलया की राजधानी ‘कैनबरा’ है, जो न्यूसाऊथिेल्स राज्य में डस्थत है।
 कैनबरा की अधभकल्पना शिकागो के स्थापत्यनि् राज्य में स्थित है।
 कैनबरा की अधभकल्पना शिकागो के स्थापत्यनि् िाल्टर बलश नग्रकफन(19111) ने की थी।
 ‘शसडनी’ – आस्ट्े शलया का सबसे बडा नगर है।
 ‘शसडनी’ – आस्ट्े शलया का सबसे बडा बन्दरगाह है।
 आस्ट्े शलया के पश्चिम में आधे से अधधक भाग में पुराने पश्चिम का निस्तार है। आस्ट्े शलया
का पश्चिमी पठारी भाग मरूस्थल है। पश्चिमी पठारी भाग खननज पदाथों के शलए निख्यात
है।
 पश्चिमी पठार के दशक्षण पश्चिम में सोने का नििाल भण्डार है।
 पश्चिमी पठार की सिोच्च ऊंचाई ‘माउण्ट ब्रुस’ (2000 मी.) है।
 आस्ट्े शलया के उत्तर में कारपशटररया की खाडी से लेकर दशक्षण में इनकाउं टर की खाडी तक
मध्यिती मैदान का निस्तार है।
 मध्यिती मैदान के तीन उपनिभाग हैं – कारपशटेररया बेशसन, मध्यिती आयर झील बेशसन
तथा मरशडाशलिं ग बेशसन।
 कारपेंटेररया बेशसन में कई छोटी-छोटी नहदयां पाई जाती है शजनमें माइकेल तथा कफलण्डसण
प्रमुख हैं।

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 आस्ट्े शलया की सबसे बडी झील – ‘आयर झील’ है।
 आयर झील बेशसन समुद्रतल से भी नीचे है। आयरझील बेशसन की नहदयां अन्त: प्रिाही हैं।
 आयर झील बेशसन में पातालतोड कुएं अधधक धमलते हैं। इसी कारण इस भूभाग को ग्रेट
आटणशियन बेशसन भी कहते है।
 आयर बेशसन के दशक्षण में मरशडाशलिं ग बेशसन है। मरश यहां की प्रमुख नदी है शजसकी सहायक
नहदयॉ है – डाशलिं ग, मरणमनबजी तथा लचलन।
 मरश डाशलिं ग नहदयों के बीच की भूधम को ‘ररिेररना’ कहते है।
 मरश नदी बेशसन के पश्चिम में ररफ्ट घाटी है। इसी घाटी क्षेत्र में सेन्ट निन्सशट तथा स्पेसर की
खाडऺडयां है।
 आस्ट्े शलया की पूिी भाग में याकण प्रायद्वीप से लेकर दशक्षण में तस्माननया तक पूिी उच्च
भूधम का निस्तार है।
 पूिीउच्च भूधम ऊंचे-ऊचे पठारों एिं पहाडऺडयों की लम्बी पट्टी है शजसे ग्रेट हडिाइहडिं ग रेंज
कहते हैं। ग्रेट हडिाइहडिं ग रेंज का सबसे ऊंचा भाग दशक्षण- पूिण में आस्ट्े शलया आल्पस है।
 आस्ट्े शलयन आल्पस पुराना मोडदार पिणत है, शजसकी सबसे ऊंची चोटी ”को-शसस्को”
(2234 मी.) है। यह आस्ट्े शलया की भी सबसे ऊंची चोटी है।
 आस्ट्े शलयन आल्पस को न्यूसाउथिेल्स में ब्लूमाउन्टे न के नाम से जाना जाता है। मरश नदी
इसी पहाड से ननकलती है।
 आस्ट्े शलयन आल्पस को न्यूसाउथिेल्स में ब्लूमाउन्टे न के नाम से जाना जाता है। मरश नदी
इसी पहाड से ननकलती है।
 आस्ट्े शलया के उत्तर-पूिी तट के साथ-साथ समुद्र में एक प्रिाल धभनि (मूंगा चट्टानों की
दीिार) पायी जाती है। ग्रेट बैररयर रीफ कहते हैं।
 संसार प्रशसर्द् ‘ग्रेट बैररयर रीफ’ की लम्बाई 1900 ककमी से अधधक है। तट से इसकी
अधधकतम दूरी 240 ककमी तथा न्यूनतम दूरी 38 ककमी है।
 असस्ट्े शलया का अधधकतम भाग िुष्क जलिायु के तहत है।
 ‘क्लोनकंट्ी’ आस्ट्े शलया का सबसे गमण स्थान है।
 आस्ट्े शलया के दशक्षणी तट की जलिायु भूमध्यसागरीय है।
 तस्माननया द्वीप में पछु आ हिाओं से साल भर िषाण होती है।

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 आस्ट्े शलया के उत्तरी भाग में ग्रीष्म ऋतु में मानसूनी पिनों से िषाण होती है।
 आस्ट्े शलया के िीतोष्ण घास भूधम को ‘डाउन्स’ कहते हैं।
 आस्ट्े शलया में यूकेशलप्टस, कारी तथा जराण के िृक्ष पाये जाते हैं।
 आस्ट्े शलया में साल्टबुि, माली तथा स्िनफेक्स नामक झाडऺडयां भी पाई जाती है।
 ‘बैठल’ भी आस्ट्े शलया का सामान्य िृक्ष है।
 ‘कंगारू’ आस्ट्े शलया का राष्ट्ीय पिु है। कंगारू के साथ ही ‘देल्लाबी’ तथा ‘कोआला’ भी
धानी िगण के प्रमुख जानिर हैं।
 ‘कोआला’ भालू सदृश्य चपटी, चौडी और काली नाक िाला जानकिर है। पेडों पर ही रहता
है। यूकबेशलप्टस की पनियां खाता है। हदन में सोता एिं रात को जागता है।
 प्लेरटस – संसार का निधचत्र जन्तु पिु-पशक्षयों के धमश्चश्रत लक्षण िाला जीि है। भूधम एिं
पानी के अन्दन दोनों में ननिास करता है। चार पैरों िाला जीि है जो अण्डे देता है। जमीन में
सुरंग खोद सकता है।
 ऐमू, कुकाबराण तथा लायरबडण आस्ट्े शलया के निधचत्र पक्षी हैं। ऐमू नबना पंख के लम्बी टोंगो
िाली धचडऺडया है जो दौड सकती है पर उड नहीं सकती।
 कुकाबराण को लाकफिंग जैकास भी कहते हैं क्योंकक इसकी बोली निधचत्र हं सी सी लगती है।
 लायरबडण – संसार के सुंदरतम पशक्षयों में से एक है। यह सफल नकलची है जो कुत्तों की
आिाज, गाडऺडयों के हानण की आिाज या अन्य दूसरे पिु-पशक्षयों की आिाजों की नकल
कर सकता है।
 पश्चिमी आस्ट्े शलया में काले रं ग का हं स बहुत पाया जाता है।
 संसार में सबसे अधधक चूहे आस्ट्े शलया में ही पाये जाते हैं।
 आस्ट्े शलया के केिल 4-5 प्रनतित भाग पर ही कृनष होती है। अधधकतर खेती दशक्षण-
पश्चिमी, दशक्षण पूिी तथा पूिी भागों में होती है।
 गेहं आस्ट्े शलया की सबसे महत्िपूणण खाद्य फसल है। गेहं उत्पादन में न्यू साउथिेल्स तथा
पश्चिमी आस्ट्े शलया प्रमुख राज्य हैं।
 जौ, जई तथा मक्का अन्य खाद्य फसलें हैं। चािल शसिं धचत क्षेत्रों में उगाया जाता है।
 गन्ना, तम्बाकू और कपास मुख्यत: क्िींसलैण्ड में पैदा ककये जाते हैं।

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 आस्ट्े शलया के ऊष्ण करटबंधीय भाग में अनानास, केला तथा पपीता एिं िीतोष्ण
करटबंधीय भाग में सेब, संतरे तथा अंगूर पैदा ककये जाते हैं।
 आस्ट्े शलया में भेडों की संख्या सिाणधधक है। यहां मेररनो भेड पाली जाती है।
 मरशडाशलिं ग नहदयों के बीच का क्षेत्र भेड पालन के शलए सिाणधधक उपयुक्त है।
 आस्ट्े शलया के न्यूसाउथिेल्स राज्य में भेडों की संख्या सिाणधधक है।
 शसडनी आस्ट्े शलया का सबसे बडा ऊन ननयाणतक बन्दरगाि है। इसे इसीशलए ‘बुलपोटण’ भी
कहते हैं।
 भेड पालन केन्द्रों पर काम करने िाले मजदूरों को ‘जेकारू’ कहते हैं।
 पिुओं की कुल संख्या की दृधि से क्िींसलैंड राज्य का स्थान प्रथम है।
 आस्ट्े शलया का क्िींसलैण्ड राज्य मांसाहारी पिुओं के पालन के शलए प्रशसर्द् है।
 हडिं गों – आस्ट्े शलया में पाए जाने िाले जंगली कुत्ते हैं।
 न्यू साउथ िेल्स का हण्टरघाटी आस्ट्े शलया का रूर (Ruhr) कहलाता है।
 कोयला उत्पादन में न्यूसाथिेल्स अग्रणी राज्य है।
 हण्टरघाटी में न्यूकैसल, शलथगो तथा केम्बा प्रशसर्द् कोयला उत्पादन क्षेत्र है।
 निक्टोररया राज्य में शलग्नाइट का नििाल भण्डार है।
 खननज तेल – निक्टोररया के शजप्सलैण्ड क्षेत्र में पाया जाता है।
 आस्ट्शलया निश्ि में सिाणधधक सीसी एिं बाक्साइड उत्पादक देि है।
 केपयाकण प्रायद्वीय के िाइपा क्षेत्र में निश्ि के िृहतमद्य बाक्साइड भण्डार हैं।
 आस्ट्े शलया का नपलिारा क्षेत्र तथा आयरन नाब क्षेत्र लोहा उत्पादन के शलए प्रशसर्द् है।
 आस्ट्े शलया के कालगुली तथा कूलगाडी प्रमुख स्िणण उत्पादक क्षेत्र हैं।
 ब्रोकेन हहल – आस्ट्े शलया में चांदी, सीसा, जस्ता आहद के उत्पादन के शलए प्रशसर्द् है।
 उत्तर-पूिी आस्ट्े शलया के माउं ट ईसा क्षेत्र में सीसा, जस्ता तथा तांबां प्राप्त ककया जाता है।
 आस्ट्े शलया में यातायात का मुख्य साधन रेल है।
 आस्ट्े शलया में शसडनी एिं पथण नगर को जोडने िाली प्रमुख अन्तमणहाद्वीपीय रेलमागण ट्ांन्स
आस्ट्े शलयन है, शजसकी लम्बाई करीब 4000 ककमी है।
 ‘डॉग्स’ सडक रेल के हडब्बे हैं।
 आस्ट्े शलया के प्रमुख सडकों को ‘कामनिेल्थ महामागण’ कहते हैं।

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 आस्ट्े शलया की कुल आबादी का 80-85 प्रनतित भाग नगरीय है।
 आस्ट्े शलया की 3/4 आबादी मात्र 1/10 भाग पर ननिास करती है।
 आस्ट्े शलया की कुल जनसंख्या करीब 1 करोड 70 लाख है।
 आस्ट्े शलया का घनत्ि मात्र 2 व्यनि प्रनत िगण ककमी है।
 मध्यिती आस्ट्े शलया प्राय: जन िून्य है।
 आस्ट्े शलया का निक्टोररया, न्यू साउथिेल्स तथा क्िींस लैण्ड में जनसंख्या का जमाि पाया
जाता है।

अण्टाकणरटका महाद्वीप ( Antarctica Continent )


 अण्टाकणरटका संसार का पांचिा बडा महाद्वीप है।
 संसार में यही अकेला ऐसा महाद्वीप है, जहां कोई व्यनि स्थायी रूप से नहीं रहता।
 इसे ‘श्िेत महाद्वीप’ कहते हैं क्योंकक इसके ऊपर बफण की मोटी परत सदैि जमी रहती है। यहां
अत्यन्त ठं ड पडती है और तेज हिा चलती रहती है।
 अण्टाकणरटका पूरी तरह से दशक्षणी गोलार्द्ण में है। दशक्षण ध्रुि इसके लगभग केन्द्र में है। यह
सबसे ठण्डा एिं िीरान महाद्वीप है। पररणामस्रूप मनुष्य यहां स्थायी रूप से नहीं रह सकता
है।
 इस महाद्वीप की मुख्य भूधम की खोज सन् 1820 में हुई थी। अण्टाकणरटका का लगभग 98
प्रनतित भाग सदा बफण से ढका रहता है।इस बफण की अनुमानत: मोटाई 2 से 5 ककमी तक है।
 अण्टाकणरटका का अधधकतर भाग ऊबड-खबड तथा पिणतीय है। यहां का समुद्र तट खडे ढाल
िाला है।
 यहां तटीय मैदान नाममात्र को भी नहीं है।
 ‘क्िीन मॉड’ पिणत श्रेणी इस महाद्वीप को लगभग दो बराबर भागों में निभाशजत करती है।
 इस बफीले महाद्वीप को चारों ओर से घेरने िाले महासागर का नाम है – दशक्षणी महासागर।
 यह एक ठण्डा महासागर है। महासागर के ऊपर जल का तापमान 40 सेल्जियस से ऊपर नहीं
जाता है। यहां की जलिायु बहुत की कठोर है।
 संसार में सबसे कम तापमान – 950C इस महाद्वीप में स्थित दशक्षण ध्रुि पर िीत ऋतु में
अंककत ककया गया था।

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 अण्टाकणरटका के गभण में मूल्यिान खननजों के भण्डार धछपे पडे हैं।
 कोयले, लौह अयस्क तथा तांबे के थोड बहुत भण्डारों का पता चला है, लेककन अनेक
करठनाईयों के कारण व्यापाररक स्तर पर इन खननजों का उपयोग अभी िुरू नहीं हो सका है।
 संसार के मीठे पानी के 70 प्रनतित भंडार इस महाद्वीप के बफण छत्रकों तथा बफण की चादरों में
संधचत है।
 यहां पायी जाने िाली ‘कक्रल’ एक बहुत छोटी मछली है। इसकी लम्बाई 6 सेमीं तथा िजन 1
ग्राम से लेकर 105 ग्राम तक होता है।
 कक्रल से कई उत्पाद बनाये जाते हैं जैसे – मांस, कक्रल-पेस्ट (इसे पािरोटी के ऊपर लगाया
जा सकता है) तथा कक्रल-प्रोटीन।
 िैज्ञाननकों ने अण्टाकणरटका के ननरीक्षण के शलए यहां नििेष प्रकार के स्थायी आिास गृह
बनाये हैं। ये आिास गृह यहां कठोर जलिायु तथा भयंकर झेझािातों का मुकाबला करके रटके
रह सकते हैं।
 अण्टाकणरटका की सबसे ऊंची चोटी ‘माउं ट मैशसफ’ है।
 भारत का पहला अण्टाकणरटका अधभयान दल डॉ. एस.जेड.काशसम के नेतृत्ि में जनिरी 1982
को अण्टाकणरटका पहुंचा था।
 अण्टाकणरटका जाने िाले प्रथम भारतीय डॉ. जी.एस.शसरोही थे।
 अण्टाकणरटका का भौगोशलक आकार ऋतु पररितणन के साथ बदलते रहने के कारण से
गनतिील महाद्वीप भी कहा जाता है।
 अण्टाकणरटका एक एकमात्र बफण से मुक्त क्षेत्र ‘पाल्मर’ तथा एकमात्र सकक्रय ज्िालामुखी का
शिखर ‘एबुणस’ है।
 लाकेन तथा मॉस यहां की मुख्य िनस्पनत है तथा यहां पेंम्मिन, समुद्री पक्षी, सील एिं व्हे ल
जैसे जीि बहुतायत में धमलते हैं।
 अण्टाकणरटका महाद्वीप द्वारा पृथ्िी के सम्बन्ध में िैज्ञाननकों को अधधक जानकारी उपलब्ध
कराने के कारण इसे ‘निज्ञान के शलए महाद्वीप’ भी कहा जाता है।
 यहां करीब छह महीने हदन और छह महीने रात रहती है।
 यह ‘सफेद रेनगस्तान’ के नाम से भी संबोधधत होता है।

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