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Madhukar Kotawe

भारत का नामकरण

● भारत एक महान दे श है। यहाँ की स ता एवं सं ृ ित उतनी ही


पुरानी है िजतना िक मानव उ ि ।

● भारत की िवशालता के आधार पर इसे उपमहा ीप की सं৯ा दी गई


है।

● इसका ঋाचीन नाम आया१वत१ था।

● राजा भरत के नाम पर इसका नाम भारतवष१ पडा।

● वैिदक आयॵ का िनवास थान िसं धु घाटी म७ था।


● पिश१या (आधुिनक ईरान) के लोगों ने सबसे पहले िस ु घाटी से
भारत म७ ঋवेश िकया।

● वे लोग 'स' का उৡारण 'ह' की तरह करते थे तथा वे िस ु नदी को


िह दू नदी कहते थे।

● इसी आधार पर इस दे श को िह दु ान नाम िदया।

● ये लोग िस ु (Sindhu) का बदला ॺप िह दू (Hindu) यहाँ के


िनवािसयों के िलए भी ঋयोग करते थे।

● जैन पौरािणक कथाओं के अनुसार िह दू और बौ ঁं थों म७ भारत हेतु


ज ू ीप श का ঋयोग िकया गया है ।
● भारत के िलए ঋयुঢ इं िडया श की उ ि ঁीक भाषा के इਔोस
(Indos) से ॽआ है।

● यूनािनयों ने िस ु को इं डस तथा इस दे श को इं िडया कहा।

● जे अले ট७डर ने अपने िववरण म७ िहंदू (Hindu) का 'ह' (H)


हटाकर दे श को इं दू (Indu) नाम से स ोिधत िकया था।

● बाद म७ पाौरवित१त होकर यह इं िडया हो गया।

● भारत के संिवधान के अनुৢेद-1 म७ भारत अथा१त इं िडया रा৸ों का


संघ होगा (India, that Is Bharat shall be a Union of states)
श ों को िकया गया है।
भारत : ् थित व िव ार

● भारत की भौगोिलक ् थित पृ ी के उ री-पूव५ गोला १ म७ 8°4' से


37°6' उ री अ঴ां श तथा 68°7' से 97°25' पू व५ दे शा र के म
् थत है।

● 82 1/2° पूव५ दे शा र इसके लगभग म से होकर गुजरती है ।

● इसी दे शांतर के समय को दे श का मानक समय माना गया है ।

● यह इलाहाबाद के िनकट नैनी से होकर गु जरती है , जो िक भारत के


पाँच रा৸ों उ र ঋदे श, म ঋदे श, छ ीसगढ़, ओिडशा तथा आ
ঋदे श से जाती है।
O MUCHHA
● यहाँ का समय ঁीनिवच समय से 5 घं टा 30 िमनट आगे है ।

● 'कक१ रे खा' भारत के लगभग म भाग एवं आठ रा৸ों से


गुजरती है - गुजरात, राज थान, म ঋदे श, छ ीसगढ़,
झारखंड, पि म बंगाल, िআपु रा तथा िमजोरम।

● पूरे भारत का लगभग अिधकांश ঴ेআ मानसू नी जलवायु वाले


঴ेআ के अंतग१त आता है लेिकन कक१ रे खा इसे उ तथा
उपो किटबंधों म७ बाँटती है ।
Trick ⇒ िमআ पर गमछा झार

िम ⇒ िमजोरम

আ ⇒ िআपु रा

प ⇒ पि म बं गाल

र ⇒ राज थान

ग ⇒ गु जरात

म⇒ म ঋदे श

छा ⇒ छ ीसगढ़

झार ⇒ झारखं ड
● भारतीय भू -भाग की लंबाई पूव१ से पि म तक 2,933 िकमी. तथा
उ र से दि঴ण तक 3,214 िकमी. ह॰ ।

● इस ঋकार, भारत लगभग चतु ोणीय दे श है।

● ঋाय ीपीय भारत िআभुजाकार आकृित म७ होने के कारण िह


महासागर को 2 शाखाएँ अरब सागर तथा बंगाल की खाड़ी म७
िवभािजत करता है।

● िहंद महासागर और उसकी शाखाएँ अरब सागर व बंगाल की खाड़ी


঴ेআ म७ तटीय सीमा बनाती है।
● भारत की थलीय सीमा की ल ाई 15,200 िकमी. तथा मु ূ भूिम
की तटीय सीमा की ल ाई 6,100 िकमी. है।

● ीपों समेत दे श के कुल तटीय सीमा 7515.5 िकमी. है।

● इस ঋकार, भारत की कुल सीमा 22,716.5 (15200 + 7516.5)


िकमी. है।

● 'गुजरात' की तटीय सीमा सबसे ल ी है , ভोंिक इसम७ सवा१िधक


ॿीक ह॰ ।
● भारत का दि঴णतम िबं दु 'इं िदरा ाइं ट' है, जो ঁेट िनकोबार ीप म७
6°45 उ री अ঴ांश पर ् थत है।

● पहले इसका नाम 'िप्৒िलयन ां इट' था।

● यह भूम रे खा से 876 िकमी. दूर है।

● 2004 म७ िहंद महासागर ঴ेআ म७ भू कंप से उ ॽई सुनामी के कारण


इं िदरा ाइं ट का बड़ा भाग समु ঈ म७ डूब गया था।

● भारत के सबसे उ री िबंदु 'इं िदरा कॉल' ज ू-क ीर म७ है।


● भारत का अ঴ांशीय िव ार िवषुवत-वृ से उ री উुव की
कोणा क दूरी का 1/3 भाग है ।

● िमिनकॉय व ल঴ ीप के म 9° चैनल एवं मालदीव व िमिनकॉय के


बीच 8° चैनल गुजरती है।

● िलिटल अंडमान और कार िनकोबार के बीच 10° चैनल गुजरती है।

● 'इं िदरा ाइं ट' और इं डोनेिशया के बीच ঁेट चैनल है।


● भारत का भौगोिलक ঴ेআफल 32,87,263 वग१ िकमी. है , जो िव के
कुल ঴ेআफल का 2.43% है ।

● ঴ेআफल के ि कोण से भारत का ॺस, कनाडा, चीन, सं युঢ रा৸


अमेौरका, ঍ाजील व आ ३े िलया के बाद सातवाँ थान है ।

● जबिक जनसं ূा के ि कोण से चीन के बाद भारत का दूसरा थान


है जहाँ िव की कुल जनसं ূा का 17.5% भाग िनवास करती है ।
● भारत िहंद महासागर म७ के ीय अव् थित रखता है तथा यह
एकमाআ दे श है , िजसके नाम पर िकसी महासागर का नाम पड़ा है।

● िहंद महासागर भारत के िलए पया१ भू-राजनीितक, भू-सामौरक,


आिथ१क व ापाौरक मह रखता है ।
● इस ঴ेআ म७ भारत को साफ-सफाई तथा सीमा शु की वसूली के
िव ीय अिधकार है ।

● दे श का 'अन आिथ१क ঴ेআ' (Exclusive Economic Zone) आधार


रे खा से 200 समु ঈी मील तक है , िजसम७ भारत को वै৯ािनक
अनुसंधान व नए ीपों के िनमा१ण तथा ঋाकृितक संसाधनों के
िवदोहन की छूट िमली ॽई है ।

● इसके बाद 'उৡ सागर' (High Sea) का िव ार है , जहां सभी रा ३ ों


को समान अिधकार ह॰ ।
● भारत दे श म७ 28 रा৸ और 9 Trick ⇒ बचपन म७ MBA िकया

के शािसत ঋदे श ह॰ । ब ⇒ बां ৕ादे श (4,096 KM)

● हमारे िनकटतम पड़ोसी च ⇒ चीन (3,917 KM)

पािक ान, अफगािन ान, चीन, प ⇒ पािक ान (3310 KM)


नेपाल, भूटान, ांमार तथा
न ⇒ नेपाल (1752 KM)
बां৕ादे श ह॰ ।
M⇒ ां मार (1458 KM)
● नेपाल व भूटान, भारत व चीन के
B ⇒ भू टान (587 KM)
म अंत थ रा৸ (बफर े ट)
A ⇒ अफगािन ान (80 KM)
है।
● ঒ीलंका भी भारत का पड़ोसी दे श है , जो िह महासागर म७ पाक
जलसंिध ारा भारत की मुূ भू िम से पृथक है । 'आदम ि঍ज'
तिमलनाडु एवं ঒ीलंका के म ् थत है ।

● ‘पा न ीप' आदम ि঍ज का ही िह ा है ।

● प न ीप पर ही रामे रम् ् थत है , आदम ि঍ज के उ र म७ पाक की


दे श लं बाई (KM.) सीमा से सं ब भारतीय रा৸

बां ৕ादे श 4096.7 पि म बं गाल, मेघालय, िमजोरम, िআपु रा, असम

चीन 3488 ज ू -क ीर, िहमाचल ঋदे श, उ राखं ड, िस्জम

पािक ान 3323 गु जरात, राज थान, पं जाब, ज ू -क ीर

नेपाल 1751 उ र ঋदे श, िबहार, पि म बं गाल, िस्জम, उ राखं ड

ां मार 1643 अॺणाचल ঋदे श, नागाल॰ ड, िमजोरम, मिणपु र

भू टान 699 पि म बं गाल, िस्জम, अॺणाचल ঋदे श, असम

अफ़गािन ा 106 ज ू एवं क ीर (पाक-अिधकृत)


कुल 15106.7 KM.


भारत : एक सामा ि
अ नाम आया१वत१, जं बू ीप, भारतवष१, िह दु ान, इं िडया।

राजधानी नई िद ी

भौगोिलक ् थित उ री-पूव५ गोला १ म७ अव् थत

अ঴ां शीय िव ार 8°4' उ री अ঴ांश से 37°6' उ री अ঴ांश

दे शां तरीय िव ार 68°7' पूव५ दे शा र से 97°25' पूव५ दे शा र के म


लं बाई उ र से दि঴ण 3,214 िकमी.

चौड़ाई पूव१ से पि म 2,933 िकमी.

঴ेআफल 32,87,236 वग१ िकमी.

िव के कुल ঴ेআफल म७ 2.42 ঋितशत

঴ेআफल की ि से िव म७ थान सातवाँ


थलीय सीमा 15,106.7 िकमी

जलीय सीमा 7,516.6 िकमी.

ঋादे िशक जलसीमा समुঈ तट से 12 समुঈी मील तक

संल্ ঴ेআ ঋादे िशक जलसीमा से आगे 24 समु ঈी मील तक

अन आिथ१क ঴ेআ सं ल্ ঴ेআ से आगे 200 समुঈी मील तक

जलवायु मानसूनी जलवायु


कुल जनसंূा 121 करोड़ लगभग

िव की कुल जनसंূा का 17.5 ঋितशत

जनसंূा की ि से िव म७ थान दूसरा

पु ॺष जनसंূा 62,31,21,843

मिहला जनसं ূा 58,74,47,730

ঁामीण जनसं ূा 83.34 करोड़ (68.8 ঋितशत)

शहरी जनसंূा 37.71 करोड़ (31.2 ঋितशत)


दशकीय जनसंূा वृ् दर 17.7 ঋितशत (2001-2011)

िलंगानुपात 943 ঋित हजार पु ॺषों पर

जनसंূा घन 382 ्ঢ/वग१ िकमी.

कुल सा঴रता 73 ঋितशत

पु ॺष सा঴रता 80.9 ঋितशत

मिहला सा঴रता 64.6 ঋितशत


अनुसूिचत जाित जनसं ূा 20,13,78,086 (कुल जनसं ূा का 16.6
ঋितशत)

अनुसूिचत जनजाित जनसं ূा 10,42,81,034 (कुल जनसंূा का


8.6 ঋितशत)

रा৸ों की सं ূा 28

क७ঈशािसत ঋदे शों की संূा 9


৸ािमतीय आकार चतु ोणीय

पव१तीय ঴ेআ का िव ार 10.7 ঋितशत

पहाड़ी ঴ेআ का िव ार 18.6 ঋितशत

पठारी ঴ेআ का िव ार 27.7 ঋितशत

मै दारी ঴ेআ का िव ार 43.0 ঋितशत


कक१ रे खा पर ् थत 8 रा৸ गु जरात, राज थान, म ঋदे श, छ ीसगढ़,
झारखंड, पि म बंगाल, िআपुरा एवं िमजोरम

अंतरा१ ३ ीय सीमा वाले रा৸ 17

तेल शोधनशालाओं की संূा 22

रा ३ ीय राजमागॵ की सं ূा 266

बड़े बंदरगाहों की संূा 13


रा ३ ीय पशु बाघ

रा ३ ीय िवरासत पशु
हाथी

रा ३ ीय प঴ी मोर

रा ३ ीय वृ঴ बरगद

रा ३ ीय पु कमल
रा ३ ीय िच अशोक ंभ

रा ३ ीय गान जन-गण-मन

रा ३ ीय गीत वंदे मातरम्

रा ३ ीय भाषा िह ी

रा ३ ीय िलिप दे वनागरी
रा ३ ीय वाভ स मेव जयते

रा ३ ीय ज ितरं गा

रा ३ ीय नदी गंगा

रा ३ ीय जलीय जीव डा् न


भूगिभ१क संरचना की ि से भारत को तीन भागों म७ िवभािजत िकया जा सकता
है -

दि঴ण का ঋाय ीपीय पठार

● यह 'गोंडवानाल॰ड' का ही एक भाग है एवं भारत ही नही ं वरन िव के ঋाचीनतम


चटटानों से िनिम१त है।

● ঋी-कै् यन काल के बाद से ही यह भाग कभी भी पू ण१तः समु ঈ के नीचे नही ं


गया।

● यह आिक१यन युग के आ্े य चਂानों से िनिम१त है जो अब नीस व िश के ॺप म७


अ िधक ॺपांतौरत हो चुकी ह॰ ।
ঋाय ीपीय भारत की संरचना म७ चਂानों के िन ॿम िमलते
ह॰ -

1. आिक१यन ॿम की चਂान७

● ये अ िधक ঋाचीन ঋाथिमक चਂान७ ह॰ जो नीस व िस


के ॺप म७ ॺपांतौरत हो चुकी ह॰ ।

● बुं देलखंड नीस व बे ारी नीस इनम७ सबसे ঋाचीन ह॰ ।

● बंगाल नीस व नीलिगौर नीस भी इन चਂानों के


उदाहरण ह॰ ।
2. धारवाड़ ॿम की चਂान७

● ये आिक१यन ॿम के ঋाथिमक चਂानों के अपरदन


व िन঴ेपण से बनी परतदार चਂान७ ह॰ ।

● ये अ िधक ॺपां तौरत हो चुके ह॰ एवं इसम७


जीवा नही ं िमलते ।
● कना१टक के धारवाड़ एवं बे ारी िजला, अरावली ঒ेिणयाँ, बालाघाट, रीवा,
छोटानागपुर आिद ঴ेআों म७ ये चਂान७ िमलती ह॰ ।

● भारत के सवा१िधक खिनज भंडार इसी ॿम क चਂानों म७ िमलते ह॰ ।

● लौह-अय , तांबा और ण१ इन चਂानों म७ पाए जाने वाले मह पूण१ खिनज ह॰ ।


3. कुड़ ा ॿम की चਂान७

● इनका िनमा१ण धारवाड़ ॿम के चਂानों


के अपरदन व िन঴ेपण से ॽआ है ।

● ये अपे঴ाकृत कम ॺपांतौरत ह॰ पर ु
इनम७ भी जीवा का अभाव िमलता ह॰ ।

● कृ ा घाटी, न ामलाई पहाड़ी ঴ेআ,


पापाघानी व चेयार घाटी आिद म७ ये
चਂान७ िमलती ह॰ ।
4. िवं ॿम की चਂान७

● कुड ा ॿम की चਂानों के बाद ये चਂान७


िनिम१त ॽई ह॰ ।

● इनका िव ार राज थान के िच ौड़गढ़ से


िबहार के सासाराम ঴ेআ तक है ।

● िवं ॿम के परतदार चਂानों म७ बलु आ


प र िमलते ह॰ ।

● इन चਂानों का एक बड़ा भाग दজन ट३ ै प से


ढं का है।
5. गोंडवाना ॿम की चਂान७

● ऊपरी काबॳनीफेरस युग से लेकर जुरैिसक युग तक इन चਂानों का िनमा१ण ॽआ


है।

● ये चਂान७ कोयले के िलए िवशेष मह पूण१ है। भारत का 98% कोयला गोंडवाना
ॿम के चਂानों म७ िमलता है ।

● ये परतदार चਂान७ ह॰ एवं इनम७ मछिलयों व र७ गनेवाले जीवों के अवशेष िमलते ह॰ ।

● दामोदर, महानदी और गोदावरी व उसकी सहायक निदयों म७ इन चਂानों का


सवॳ म ॺप िमलता है।
6. दজन ट३ ै प

● इसका िनमा१ण मेसोजोइक महाक के िॿटे िशयस क म७ ॽआ था।

● इस समय 'िवदभ१ ঴ेআ' म७ ৹ालामुखी के दरारी उ े दन से लावा का वृहद उ ार ॽआ


एवं लगभग 5 लाख वग१ िकमी. का ঴ेআ इससे आৢािदत हो गया।

● इस ঴ेআ म७ 600 से 1500 मी. एवं कही ं-कही ं तो 3000 मी. की मोटाई तक बैसा् क
लावा का जमाव िमलता है ।

● यह ঋदे श 'दজन ट३ ै प' कहलाता है।

● राजमहल ट३ ै प का िनमा१ण इससे भी पहले जुरैिसक क म७ हो गया था।


ঋाय ीपीय पठार का मह

● भौगोिलक तौर पर दজन का पठार लंबवत् संचलन के उदाहरण रहे


ह॰ एवं यहाँ अनेक जल ঋपात िमलते ह॰, िजनसे यहाँ जल िवद् युत
उ ादन संभव है।

● पठारी भागों पर अने क ঋाकृितक खਊों के िमलने के कारण यहाँ


तालाबों की अिधकता है , िजनसे िसंचाई व था संभव हो पाती है ।
● दজन के लावा पठार के अपरदन एवं अप঴यन से उपजाऊ काली
िमਂी िनिम१त ॽई है जो कपास की खे ती के िलए सवा१िधक उपयु ঢ
है।

● पि मी घाट के अिधक वषा१ वाले समतल उৡ भागों पर लैटेराइट


िमਂी का िनमा१ण ॽआ है , िजन पर मसालों, चाय, कॉफी आिद की
खेती की जाती है।

● ঋाय ीपीय पठार के शेष भागों की लाल-िमिਂयों म७ मोटे अनाज,


चावल, तंबाकू एवं स् यों की खे ती हो पाती है ।
● पि मी घाट के अ िधक वषा१ वाले ঋदे शों म७ सदाहौरत वन िमलते ह॰ एवं यहाँ
सागवान, दे वदार, आबनू स, महोगनी, चंदन, बां स आिद आिथ१क ि कोण से
उपयोगी वनों की लकिड़याँ िमलती है।

● इस पठार के आं तौरक भागों म७ कम वषा१ वाले ঴ेআों म७ घास-भूिमयाँ िमलती है,


िजसके आधार पर पशुपालन सं भव हो पाता है ।
● ঋाय ीपीय पठार भारत के खिनज संसाधनों के अिधकांश भाग की
पूित१ करता है।

● यहाँ की भूगिभ१क सं रचना सोना, तांबा, लोहा, यूरेिनयम, बाসाइट,


कोयला, म॰गनीज आिद खिनजों म७ स है।
● छोटानागपुर के पठार को 'भारत का ॺर
ঋदे श' भी कहते ह॰ , ভोंिक यहाँ खिनज
सं साधनों का िवपुल भंडार है।

● इ ी ं खिनज सं साधनों के आधार पर यहाँ


िविभ खिनज आधाौरत उ ोग-धंधों की
थापना संभव हो सकी है ।

● पठारी भाग के तटीय भागों पर अनेक


खािड़याँ और लैगून िमलते ह॰ जहाँ बं दरगाहों
व पोता঒य का िनमा१ण संभव हो सका है ।
उ र की िवशाल पव१तमाला
● िहमालय का िनमा१ण एक ल े भू-गिभ१क ऐितहािसक काल से
गुजरकर स ॽआ है ।

● इसके िनमा१ण के संबंध म७ कोबर का 'भू-स ित िस ा ' (Geo-


syncline theory) एवं है री हे स का ' ेट िववत१िनकी िस ांत'
सवा१िधक मा है।

● कोबर ने भू -स ितयों को ‘पव१तों का पालना' (Cradle of mountain)


कहा है। ये लंबे, संकरे व िछछले जलीय भाग है ।
● कोबर के अनुसार आज से 7 करोड़ वष१ पूव१ िहमालय के थान पर टे िथस (Tethys)
भू-स ित थी जो उ र की अंगाराल॰ड को दि঴ण के गोंडवानाल॰ड से पृथक करती
थी।

● इन दोनों के अवसाद टे िथस भू-स ित म७ जमा होते रहे एवं इन अवसादों का ॿमशः
अवतलन होता रहा।

● इसके पौरणाम ॺप दोनों सं ल্ अঁभू िमयों म७ दबाव जिनत भू -संचलन उ


ॽआ िजनसे ভुनलुन एवं िहमालय-काराकोरम ঒े िणयों का िनमा१ण ॽआ।
● वलन से अঋभािवत या अ ঋभािवत म वत५ ঴े আ 'ित त का पठार' के नाम से
जाना गया।

● वत१मान समय म७ ঋितपािदत ेट िववत१िनकी िस ांत िहमालय की उ ि की


सव१঒े ाূा करता है।

● इसके अनुसार लगभग 7 करोड़ वष१ पू व१ उ र म७ ् थत यूरेिशयन ेट की ओर


भारतीय ेट उ र-पू व५ िदशा म७ गितशील ॽआ।

● दो से तीन करोड़ वष१ पूव१ ये भू -भाग अ िधक िनकट आ गए, िजनसे टे िथस के
अवसादों म७ वलन पड़ने लगा एवं िहमालय का उ ान ঋार हो गया।
● लगभग एक करोड़ वष१ पू व१ िहमालय की सभी ঒ृंखलाएँ आकार ले
चुकी थी। सेनोजोइक महाक चुकी थी।

● सेनोजोइक महाक के इयोसीन व ओलीगोसीन क म७ वृहद


िहमालय का िनमा१ण ॽआ, मायोसीन क म७ पोटवार ঴ेআ के
अवसादों के वलन से लघु िहमालय बना।

● िशवािलक का िनमा१ण इन दोनों ঒े िणयों के ारा लाए गए अवसादों


के वलन से ायोसीन क म७ ॽआ।
● রाट१ रनरी अथा१त् िनयोजोइक महाक के ी ोसीन व होलोसीन क म७
भी इसका िनमा१ण होता रहा है।

● िहमालय वा व म७ अभी भी एक युवा पव१त है , िजसका िनमा१ण काय१ अभी


समा नही ं ॽआ है।

● िहमालय के ঴ेআ म७ आने वाले भू क , िहमालयी निदयों के िनर र होते माग१


पौरवत१न एवं पीरपंजाल ঒ेणी म७ 1500 से 1850 मीटर की ऊँचाई पर िमलने
वाले झील िन঴ेप 'करे वा' िहमालय के उ ान के अभी भी जारी रहने की ओर
संकेत करते ह॰ ।
िहमालय का मह

● िहमालय भारतीय उपमहा ीप की ঋाकृितक एवं राजनीितक सीमा बनाता है।

● इसकी भौगोिलक पौर् थित के कारण ही भारतीय उपमहा ीप का शेष एिशया से


अलग ्ঢ बन सका है ।

● भारत की जलवायु को िनधा१ ौरत करने म७ इसकी मह पूण१ भू िमका है।

● यह जाड़ों म७ आने वाली উुवीय हवाओं को भारतीय भू -भाग पर आने से रोकता है ,


िजसके फल ॺप भारत इन উुवीय हवाओं के ঋकोप से बच जाता है।
● इसी ঋकार वषा१ काल म७ िहमालय, मानसू नी हवाओं को रोककर भारतीय भू-भाग म७
पया१ वषा१ कराता है , िजस पर हमारी कृिष िनभ१र है ।

● िहमालय, निदयों को वष१ वािहनी भी बनाये रखता है , ভोंिक िहमालय के िहम के


िपघलने से निदयों म७ जल की आपूित१ वष१भर होती रहती है ।

● इन निदयों के वष१वािहनी होने के कारण यहाँ िविभ िसंचाई पौरयोजनाएँ संप हो


पाती है।

● उदाहरण के िलए सतलज, यमु ना, गंगा आिद निदयों से िनकाले गए नहरों को दे खा
जा सकता है।
● िहमालय की निदयाँ अपने साथ बड़ी माআा म७ अवसाद भी लाती ह॰ , िजनसे
उपजाऊ जलोढ़ मैदानों का िनमा१ण होता है।

● िहमालय िविवध सं साधनों के िवकास का सं भािवत ঋदे श भी ह॰ ।

● यहाँ कोबा , िनकेल, ज ा, तांबा, एं टीमनी, िव थ जैसे धा् क खिनज


संसाधन ह॰ , इसकी जिटल भू -गिभ१क संरचना के कारण धा् क खिनजों का
खनन अभी संभव नही ं हो पा रहा है ।
● यहाँ कोयला, पेट३ोिलयम जैसे अधा् क संसाधन भी ह॰ ।

● अधा् क संसाधनों के अंतग१त िहमालय की टिश१यरी संरचना म७


कोयला के िविभ ঋकार िमलते ह॰ ।

● इनम७ सबसे अৢी गुणव ा वाला एं थासाइट कोयला भी उपल है


जो िक कारिगल ঴ेআ के ौरयासी म७ िमलता है ।
● वन संसाधनों के अंतग१त, सागवान, शीशम, ओक, लॉरे ल, दे वदार, मै गनेिलया, बांस,
आिद के वन आिथ१क ि कोण से अ िधक उपयोगी है।

● इन वन ঴ेআों म७ दुल१भ जड़ी बू िटयाँ भी िमलती है , िजस पर हमारा आयुव८िदक उ ोग


आधाौरत है।

● िहमालय ঴ेআ म७ शीतो घास-भू िमयों पर यहाँ के पशु (भेड़-बकरी) िनभ१र करते ह॰ ।

● िहमालय िविभ ঋकार के जंगली जीव-जं तुओ ं का िवशाल आ঒य थल भी है।

● वा व म७ िहमालय-঴ेআ को जै व-िविवधता का िवशाल भंडार भी कहा जा सकता है।


● िहमालय पय१टकों के आकष१ण का के भी है ।

● इसका एक ापक सां ृ ितक मह भी रहा है ।

● िहमालय, अपने दि঴णी भाग के लोगों म७ समेिकत सं ृ ित के िवकास का


आधार रहा है।

● िविवधताओं के बावजूद राजनीितक व सां ृ ितक एक का बोध कराने म७


उसकी महती भूिमका रही है ।
उ र भारत का िवशाल मै दानी
भाग
उ र भारत का िवशाल मै दानी भाग

● इनका िनमा१ण রाट१ नरी या िनयोजोइक महाक के ी ोसीन एवं होलोसीन क


म७ ॽआ है।

● यह भारत की नवीनतम भू गिभ१क संरचना है।

● टे िथस भू-स ित के िनर र सं करा व िछछला होने एवं िहमालयी व दि঴णी भारतीय
निदयों ारा लाए गए अवसादों के जमाव से यह मै दानी भाग िनिम१त ॽआ है।
● इसके पुराने जलोढ़ 'बां गर' एवं नए जलोढ़ 'खादर' कहलाते ह॰ ।

● इस मैदानी भाग म७ ঋाचीन वन ঋदे शों के दब जाने से कोयला और पे ट३ोिलयम के


঴ेআ िमलते ह॰ ।
मैदानी भागों का मह

● मैदानी भाग हमारी वृहद जनसंূा के जीवन का आधार है , ভोंिक


इसकी उपजाऊ जलोढ़ मृदा म७ िविभ तरह के फसल उपजाए जा सकते
ह॰ ।

● इससे हमारे जनसंূा व पशु ओ ं को आहार ঋा होता है।

● साथ ही अनेक कृिष आधाौरत उ ोगों को कৡा माल भी ঋा हो पाता


है।
● निदयों का ঴ेআ होने के कारण इस ঋदे श म७ नहर७ िनकालकर िसंचाई व नहरी
पौरवहन काय१ िकए जा सकते ह॰ ।

● इन मैदानी भागों म७ भू िमगत जल का िवशाल भंडार ह॰ िजनसे लोगों की


आव कताओं की पू ित१ होती है।

● इन मैदानी भागों म७ निदयों की अिधकता के कारण इन ঴ेআों म७ म पालन का


िवकास िकया जा सकता है।
● अवसादी भूगिभ१क संरचना के कारण ये पेट३ोिलयम पदाथॵ के संभािवत सं िचत
भंडार ह॰ ।

● भूिम के ঋायः समतल होने के कारण इन ঴ेআों म७ सड़क व रे ल पौरवहन का


िवकास अपे঴ाकृत आसानी से िकया जा सकता है।
भूगिभ१क संरचना की ि से भारत को तीन भागों म७ िवभािजत िकया जा सकता
है -

दि঴ण का ঋाय ीपीय पठार

● यह 'गोंडवानाल॰ड' का ही एक भाग है एवं भारत ही नही ं वरन िव के ঋाचीनतम


चटटानों से िनिम१त है।

● ঋी-कै् यन काल के बाद से ही यह भाग कभी भी पूण१तः समुঈ के नीचे नही ं


गया।

● यह आिक१यन युग के आ্ेय चਂानों से िनिम१त है जो अब नीस व िश के ॺप म७


अ िधक ॺपांतौरत हो चुकी ह॰ ।
ঋाय ीपीय भारत की संरचना म७ चਂानों के िन ॿम िमलते
ह॰ -

1. आिक१यन ॿम की चਂान७

● ये अ िधक ঋाचीन ঋाथिमक चਂान७ ह॰ जो नीस व िस


के ॺप म७ ॺपांतौरत हो चुकी ह॰ ।

● बुं देलखंड नीस व बे ारी नीस इनम७ सबसे ঋाचीन ह॰ ।

● बं गाल नीस व नीलिगौर नीस भी इन चਂानों के


उदाहरण ह॰ ।
2. धारवाड़ ॿम की चਂान७

● ये आिक१यन ॿम के ঋाथिमक चਂानों के अपरदन


व िन঴ेपण से बनी परतदार चਂान७ ह॰ ।

● ये अ िधक ॺपां तौरत हो चुके ह॰ एवं इसम७


जीवा नही ं िमलते।
● कना१टक के धारवाड़ एवं बे ारी िजला, अरावली ঒ेिणयाँ, बालाघाट, रीवा,
छोटानागपुर आिद ঴ेআों म७ ये चਂान७ िमलती ह॰ ।

● भारत के सवा१िधक खिनज भंडार इसी ॿम क चਂानों म७ िमलते ह॰ ।

● लौह-अय , तांबा और ण१ इन चਂानों म७ पाए जाने वाले मह पूण१ खिनज ह॰ ।


3. कुड़ ा ॿम की चਂान७

● इनका िनमा१ण धारवाड़ ॿम के चਂानों


के अपरदन व िन঴ेपण से ॽआ है।

● ये अपे঴ाकृत कम ॺपां तौरत ह॰ पर ु


इनम७ भी जीवा का अभाव िमलता ह॰ ।

● कृ ा घाटी, न ामलाई पहाड़ी ঴ेআ,


पापाघानी व चेयार घाटी आिद म७ ये
चਂान७ िमलती ह॰ ।
4. िवं ॿम की चਂान७

● कुड ा ॿम की चਂानों के बाद ये चਂान७


िनिम१त ॽई ह॰ ।

● इनका िव ार राज थान के िच ौड़गढ़ से


िबहार के सासाराम ঴ेআ तक है।

● िवं ॿम के परतदार चਂानों म७ बलुआ


प र िमलते ह॰ ।

● इन चਂानों का एक बड़ा भाग दজन ट३ ै प से


ढं का है ।
5. गोंडवाना ॿम की चਂान७

● ऊपरी काबॳनीफेरस यु ग से लेकर जु रैिसक युग तक इन चਂानों का िनमा१ण ॽआ


है।

● ये चਂान७ कोयले के िलए िवशे ष मह पूण१ है। भारत का 98% कोयला गोंडवाना
ॿम के चਂानों म७ िमलता है ।

● ये परतदार चਂान७ ह॰ एवं इनम७ मछिलयों व र७ गनेवाले जीवों के अवशेष िमलते ह॰ ।

● दामोदर, महानदी और गोदावरी व उसकी सहायक निदयों म७ इन चਂानों का


सवॳ म ॺप िमलता है ।
6. दজन ट३ ै प

● इसका िनमा१ण मेसोजोइक महाक के िॿटे िशयस क म७ ॽआ था।

● इस समय 'िवदभ१ ঴ेআ' म७ ৹ालामुखी के दरारी उ े दन से लावा का वृ हद उ ार ॽआ


एवं लगभग 5 लाख वग१ िकमी. का ঴ेআ इससे आৢािदत हो गया।

● इस ঴ेআ म७ 600 से 1500 मी. एवं कही ं-कही ं तो 3000 मी. की मोटाई तक बैसा् क
लावा का जमाव िमलता है ।

● यह ঋदे श 'दজन ट३ ै प' कहलाता है ।

● राजमहल ट३ ै प का िनमा१ण इससे भी पहले जु रैिसक क म७ हो गया था।


ঋाय ीपीय पठार का मह

● भौगोिलक तौर पर दজन का पठार लं बवत् संचलन के उदाहरण रहे


ह॰ एवं यहाँ अने क जल ঋपात िमलते ह॰ , िजनसे यहाँ जल िवद् युत
उ ादन संभव है।

● पठारी भागों पर अनेक ঋाकृितक खਊों के िमलने के कारण यहाँ


तालाबों की अिधकता है, िजनसे िसंचाई व था सं भव हो पाती है।
● दজन के लावा पठार के अपरदन एवं अप঴यन से उपजाऊ काली
िमਂी िनिम१त ॽई है जो कपास की खेती के िलए सवा१िधक उपयुঢ
है।

● पि मी घाट के अिधक वषा१ वाले समतल उৡ भागों पर लैटेराइट


िमਂी का िनमा१ण ॽआ है , िजन पर मसालों, चाय, कॉफी आिद की
खेती की जाती है।

● ঋाय ीपीय पठार के शेष भागों की लाल-िमिਂयों म७ मोटे अनाज,


चावल, तंबाकू एवं स् यों की खेती हो पाती है।
● पि मी घाट के अ िधक वषा१ वाले ঋदे शों म७ सदाहौरत वन िमलते ह॰ एवं यहाँ
सागवान, दे वदार, आबनूस, महोगनी, चंदन, बां स आिद आिथ१क ि कोण से
उपयोगी वनों की लकिड़याँ िमलती है ।

● इस पठार के आं तौरक भागों म७ कम वषा१ वाले ঴ेআों म७ घास-भूिमयाँ िमलती है ,


िजसके आधार पर पशुपालन संभव हो पाता है।
● ঋाय ीपीय पठार भारत के खिनज संसाधनों के अिधकां श भाग की
पूित१ करता है।

● यहाँ की भूगिभ१क संरचना सोना, तांबा, लोहा, यूरेिनयम, बाসाइट,


कोयला, म॰गनीज आिद खिनजों म७ स है ।
● छोटानागपुर के पठार को 'भारत का ॺर
ঋदे श' भी कहते ह॰, ভोंिक यहाँ खिनज
संसाधनों का िवपुल भंडार है ।

● इ ी ं खिनज संसाधनों के आधार पर यहाँ


िविभ खिनज आधाौरत उ ोग-धंधों की
थापना संभव हो सकी है ।

● पठारी भाग के तटीय भागों पर अनेक


खािड़याँ और लैगून िमलते ह॰ जहाँ बं दरगाहों
व पोता঒य का िनमा१ण संभव हो सका है ।
उ र की िवशाल पव१तमाला
● िहमालय का िनमा१ण एक ल े भू-गिभ१क ऐितहािसक काल से
गुजरकर स ॽआ है ।

● इसके िनमा१ण के संबंध म७ कोबर का 'भू-स ित िस ा ' (Geo-


syncline theory) एवं है री हे स का ' ेट िववत१िनकी िस ांत'
सवा१िधक मा है।

● कोबर ने भू-स ितयों को ‘पव१तों का पालना' (Cradle of mountain)


कहा है । ये लंबे, संकरे व िछछले जलीय भाग है ।
● कोबर के अनुसार आज से 7 करोड़ वष१ पूव१ िहमालय के थान पर टे िथस (Tethys)
भू-स ित थी जो उ र की अंगाराल॰ड को दि঴ण के गोंडवानाल॰ड से पृथक करती
थी।

● इन दोनों के अवसाद टे िथस भू-स ित म७ जमा होते रहे एवं इन अवसादों का ॿमशः
अवतलन होता रहा।

● इसके पौरणाम ॺप दोनों सं ल্ अঁभू िमयों म७ दबाव जिनत भू-संचलन उ


ॽआ िजनसे ভुनलुन एवं िहमालय-काराकोरम ঒ेिणयों का िनमा१ण ॽआ।
● वलन से अঋभािवत या अ ঋभािवत म वत५ ঴ेআ 'ित त का पठार' के नाम से
जाना गया।

● वत१मान समय म७ ঋितपािदत े ट िववत१िनकी िस ां त िहमालय की उ ि की


सव१঒े ाূा करता है ।

● इसके अनुसार लगभग 7 करोड़ वष१ पूव१ उ र म७ ् थत यूरेिशयन ेट की ओर


भारतीय ेट उ र-पू व५ िदशा म७ गितशील ॽआ।

● दो से तीन करोड़ वष१ पूव१ ये भू-भाग अ िधक िनकट आ गए, िजनसे टे िथस के
अवसादों म७ वलन पड़ने लगा एवं िहमालय का उ ान ঋार हो गया।
● लगभग एक करोड़ वष१ पूव१ िहमालय की सभी ঒ृंखलाएँ आकार ले
चुकी थी। सेनोजोइक महाक चुकी थी।

● सेनोजोइक महाक के इयोसीन व ओलीगोसीन क म७ वृहद


िहमालय का िनमा१ण ॽआ, मायोसीन क म७ पोटवार ঴ेআ के
अवसादों के वलन से लघु िहमालय बना।

● िशवािलक का िनमा१ण इन दोनों ঒ेिणयों के ारा लाए गए अवसादों


के वलन से ायोसीन क म७ ॽआ।
● রाट१ रनरी अथा१त् िनयोजोइक महाक के ी ोसीन व होलोसीन क म७
भी इसका िनमा१ण होता रहा है ।

● िहमालय वा व म७ अभी भी एक युवा पव१त है , िजसका िनमा१ण काय१ अभी


समा नही ं ॽआ है ।

● िहमालय के ঴ेআ म७ आने वाले भूक , िहमालयी निदयों के िनर र होते माग१
पौरवत१न एवं पीरपंजाल ঒ेणी म७ 1500 से 1850 मीटर की ऊँचाई पर िमलने
वाले झील िन঴ेप 'करे वा' िहमालय के उ ान के अभी भी जारी रहने की ओर
संकेत करते ह॰ ।
िहमालय का मह

● िहमालय भारतीय उपमहा ीप की ঋाकृितक एवं राजनीितक सीमा बनाता है।

● इसकी भौगोिलक पौर् थित के कारण ही भारतीय उपमहा ीप का शेष एिशया से


अलग ्ঢ बन सका है ।

● भारत की जलवायु को िनधा१ौरत करने म७ इसकी मह पूण१ भूिमका है।

● यह जाड़ों म७ आने वाली উुवीय हवाओं को भारतीय भू-भाग पर आने से रोकता है ,


िजसके फल ॺप भारत इन উुवीय हवाओं के ঋकोप से बच जाता है।
● इसी ঋकार वषा१ काल म७ िहमालय, मानसू नी हवाओं को रोककर भारतीय भू-भाग म७
पया१ वषा१ कराता है , िजस पर हमारी कृिष िनभ१र है ।

● िहमालय, निदयों को वष१वािहनी भी बनाये रखता है, ভोंिक िहमालय के िहम के


िपघलने से निदयों म७ जल की आपू ित१ वष१भर होती रहती है।

● इन निदयों के वष१वािहनी होने के कारण यहाँ िविभ िसंचाई पौरयोजनाएँ संप हो


पाती है ।

● उदाहरण के िलए सतलज, यमुना, गं गा आिद निदयों से िनकाले गए नहरों को दे खा


जा सकता है ।
● िहमालय की निदयाँ अपने साथ बड़ी माআा म७ अवसाद भी लाती ह॰, िजनसे
उपजाऊ जलोढ़ मैदानों का िनमा१ण होता है।

● िहमालय िविवध संसाधनों के िवकास का संभािवत ঋदे श भी ह॰ ।

● यहाँ कोबा , िनकेल, ज ा, तांबा, एं टीमनी, िव थ जैसे धा् क खिनज


संसाधन ह॰ , इसकी जिटल भू-गिभ१क संरचना के कारण धा् क खिनजों का
खनन अभी संभव नही ं हो पा रहा है।
● यहाँ कोयला, पेट३ोिलयम जैसे अधा् क सं साधन भी ह॰ ।

● अधा् क संसाधनों के अंतग१त िहमालय की टिश१यरी संरचना म७


कोयला के िविभ ঋकार िमलते ह॰ ।

● इनम७ सबसे अৢी गुणव ा वाला एं थासाइट कोयला भी उपल है


जो िक कारिगल ঴ेআ के ौरयासी म७ िमलता है ।
● वन संसाधनों के अंतग१त, सागवान, शीशम, ओक, लॉरे ल, दे वदार, मैगनेिलया, बां स,
आिद के वन आिथ१क ि कोण से अ िधक उपयोगी है ।

● इन वन ঴ेআों म७ दुल१भ जड़ी बूिटयाँ भी िमलती है , िजस पर हमारा आयुव८िदक उ ोग


आधाौरत है।

● िहमालय ঴ेআ म७ शीतो घास-भूिमयों पर यहाँ के पशु (भेड़-बकरी) िनभ१र करते ह॰ ।

● िहमालय िविभ ঋकार के जं गली जीव-जं तुओ ं का िवशाल आ঒य थल भी है।

● वा व म७ िहमालय-঴ेআ को जैव-िविवधता का िवशाल भंडार भी कहा जा सकता है ।


● िहमालय पय१टकों के आकष१ण का के भी है ।

● इसका एक ापक सां ृ ितक मह भी रहा है ।

● िहमालय, अपने दि঴णी भाग के लोगों म७ समेिकत सं ृ ित के िवकास का


आधार रहा है ।

● िविवधताओं के बावजूद राजनीितक व सां ृ ितक एक का बोध कराने म७


उसकी महती भूिमका रही है।
उ र भारत का िवशाल मैदानी
भाग
उ र भारत का िवशाल मैदानी भाग

● इनका िनमा१ण রाट१ नरी या िनयोजोइक महाक के ी ोसीन एवं होलोसीन क


म७ ॽआ है ।

● यह भारत की नवीनतम भूगिभ१क सं रचना है।

● टे िथस भू-स ित के िनर र संकरा व िछछला होने एवं िहमालयी व दि঴णी भारतीय
निदयों ारा लाए गए अवसादों के जमाव से यह मै दानी भाग िनिम१त ॽआ है ।
● इसके पुराने जलोढ़ 'बांगर' एवं नए जलोढ़ 'खादर' कहलाते ह॰ ।

● इस मैदानी भाग म७ ঋाचीन वन ঋदे शों के दब जाने से कोयला और पे ट३ोिलयम के


঴ेআ िमलते ह॰ ।
मैदानी भागों का मह

● मैदानी भाग हमारी वृ हद जनसंূा के जीवन का आधार है , ভोंिक


इसकी उपजाऊ जलोढ़ मृ दा म७ िविभ तरह के फसल उपजाए जा सकते
ह॰ ।

● इससे हमारे जनसंূा व पशुओ ं को आहार ঋा होता है।

● साथ ही अनेक कृिष आधाौरत उ ोगों को कৡा माल भी ঋा हो पाता


है।
● निदयों का ঴ेআ होने के कारण इस ঋदे श म७ नहर७ िनकालकर िसंचाई व नहरी
पौरवहन काय१ िकए जा सकते ह॰ ।

● इन मैदानी भागों म७ भू िमगत जल का िवशाल भंडार ह॰ िजनसे लोगों की


आव कताओं की पू ित१ होती है।

● इन मैदानी भागों म७ निदयों की अिधकता के कारण इन ঴ेআों म७ म पालन का


िवकास िकया जा सकता है।
● अवसादी भूगिभ१क संरचना के कारण ये पेट३ोिलयम पदाथॵ के सं भािवत संिचत
भंडार ह॰ ।

● भूिम के ঋायः समतल होने के कारण इन ঴ेআों म७ सड़क व रे ल पौरवहन का


िवकास अपे঴ाकृत आसानी से िकया जा सकता है ।
उৡावच एवं संरचना के आधार पर भारत को पाँ च भू-आकृितक िवभागों म७ बांटा
जा सकता है :

1. उ र का पव१तीय ঴ेআ

2. ঋाय ीपीय पठार

3. उ र भारत का िवशाल मैदान

4. तटवत५ मैदान

5. ीपीय भाग
(A) उ र का पव१तीय ঴ेআ

● भारत की उ री सीमा पर िव की सबसे ऊँची एवं पू व१-पि म म७ िव ृत सबसे


बड़ी पव१तमाला है ।

● यह िव की नवीनतम मोड़दार पव१त-঒ेणी ह॰ ।

● इस पव१त ঒ेणी के पि मी भाग म७ नंगा पव१त के िनकट एवं पूव५ भाग म७ िमशमी
पहाड़ी या नामचा बरबा के िनकट दो तीखे अ঴संघीय मोड़ (Syntaxial bend)
'हेयरिपन टन१' की भां ित िमलते ह॰ ।
● ये ঋाय ीपीय पठारी भाग के उ र-पू व५ दबाव के कारण िनिम१त ॽई
ह॰ ।

● िहमालय की पव१त ঒ेिणयाँ ঋाय ीपीय पठार की ओर उ ल एवं


ित त की ओर अवतल हो गई है।

● पि म से पूव१ की ओर पव१तीय भाग की चौड़ाई घटती है िक ु ऊँचाई


बढ़ती जाती है एवं ढाल भी ती঑ होता जाता है।
उ र के पव१तीय ঴ेআ को चार ঋमुख समानांतर पव१त ঒े णी ঴ेআों म७ बांटा जा सकता
है :

(1) ट३ ांस िहमालय ঴ेআ :

● इसके अ ग१त काराकोरम, ल ाख, जॉ र आिद पव१त ঒ेिणयाँ आती ह॰


िजनका िनमा१ण िहमालय से भी पहले हो चुका था।

● ये मुূतः पि मी िहमालयी ঴ेআ म७ िमलते ह॰ ।


● K2 या गॉडिवन ऑ् न (8611
मी.) काराकोरम ঒ेणी की सवॳৡ
चोटी है जो िक भारत की सबसे
ऊँची चोटी भी है ।

● ट३ ांस िहमालय वृ हत् िहमालय से


'इं डो-सांगपो शचर जोन'
(shuture zone) के ारा अलग
होती है।
(II) िहमािঈ अथा१त् सवॳৡ या वृहद िहमालय

यह िहमालय की सबसे ऊँची ঒े णी है।

इसकी औसत ऊँचाई 6000 मी. है जबिक चौड़ाई 120 से 190 िकमी. तक
है।

िव के ঋायः सभी मह पूण१ िशखर इसी म७ ् थत ह॰ ।

इनम७ एवरे (8848 मी.), कंचनजंघा (8558 मी.), नंगा पव१त, नंदा दे वी,
कामेट व नामचाबरवा आिद इसके कुछ मह पू ण१ िशखर ह॰ ।
● िव की सबसे ऊँची
चोटी एवरे (नेपाल)
इसी पव१त ঒ेणी म७ ् थत
है ।

● वृहद िहमालय लघु


िहमालय से 'मेन स७ट३ल
ই ' (Main Central
Thrust) के ारा अलग
होती है।
(III) िहमाचल ঒ेणी अथा१त लघु या म िहमालय

● इसकी औसत चौड़ाई 80 से 100 िकमी. एवं सामा ऊँचाई 3700 से


4500 मी. है।

● पीरपंजाल, धौलाधार, मसू री, नागटीबा एवं महाभारत ঒ेिणयाँ इसी


पव१त ঒ेणी का भाग है।

● वृहद व लघु िहमालय के म क ीर घाटी, लाॽल- ीित, कु ुव


कांगड़ा घािटयां िमलती है।
● यहां अ ाइन चारागाह भी है िज ७ क ीर घाटी म७ 'मग१' (गु लमग१,
सोनमग१) तथा उ राखंड म७ 'वु৓ाल या पयार' कहा जाता है।

● लघु िहमालय अपने ा व १ क पय१टक थलों के िलए िवূात है ।

● उदाहरण के िलए, िशमला, कु ू, मनाली, मसूरी, दािज१िलंग आिद


को िलया जा सकता है ।

● लघु िहमालय िशवािलक से 'मेन बाउं ड३ी फॉ ' (Main boundary


fault) के ारा अलग होती है।
(V) िशवािलक अथा१त िन या वा िहमालय
● यह 10 से 50 िकमी. चौड़ा और 900-1200 मी. ऊँचा है ।

● अ दो ঒ेिणयों के िवपरीत यह खंिडत ॺप म७ िमलता है ।

● ये िहमालय के नवीनतम भाग ह॰ ।

● िशवािलक और लघ िहमालय के बीच कई घािटयाँ ह॰ जै से-काठमांडू


घाटी।

● पि म म७ इ ७ 'दून' या ' ार' कहते ह॰ जैसे-दे हरादून और हौर ार।

● खेती की अৢी संभावना होने के कारण इन घािटयों म७ लोगों का


अৢा बसाव है ।
भारत को भौितक ि कोण से िन िल्खत 5 भागों म७ िवभঢ िकया जा सकता
है :

1. उ री पव१तीय ঋदे श

2. म वत५ मैदान ঋदे श

3. ঋाय ीपीय पठारी ঋदे श

4. तटवत५ मैदानी ঋदे श

5. ीपीय ঋदे श
िहमालय की उ ि व उ ान

● िहमालय पव१तीय ঋदे श भारत के उ री भाग म७ ् थत िव का


नवीनतम विलत पव१त है।

● इसकी उ ि अंितम िॿटे िशयस काल से टिश१यरी काल तक


दीघ१कािलक िववत१िनकी िॿयाओं के पौरणाम ॺप ॽई है ।

● इसे टिश१यरी पव१त अथवा अ ाईन पव१त भी कहते ह॰ , ভोंिक


िहमालय की उ ि के समय ही यूरोप म७ आ स पव१त की भी
उ ि ॽई।
● िहमालय की भाँित ही उ री अमेौरका का रा◌ॅ की, दि঴णी अमेौरका
का एं डीज तथा अঌीका का एटलस आिद भी िव के नवीनतम
विलत ह॰ ।
● िहमालय की उ ि टे िथस सागर म७ मलवों के िन঴ेप व
अवसादीकरण की ঋिॿया के साथ ঋारं भ ॽई।

● वृहद् महा ीप प॰िजया के िवखं डन से अंगाराल॰ड व गोंडवाणाल॰ड के


म टे िथस सागर की उ ि ॽई।

● पुनः भूगिभ१क ऊजा१ तरं गों के कारण अंगाराल॰ड व गोंडवाणाल॰ड भी


कई भागों म७ िवभঢ हो गए।
● फल ॺप भारतीय भू खंड के ॺप म७ भारतीय ेट तथा यू रेिशयन
भूखंड के ॺप म७ यूरेिशयन ेट की उ ि ॽई।

● भूगिभ१क ऊजा१ तरं गों के कारण भारतीय ेट उ र की ओर जबिक


यूरेिशयन ेट दि঴ण की ओर गितशील ॽई।

● यह गितशीलता वत१मान म७ भी जारी है।


● भारतीय ेट व यूरेिशयन ेट के अिभसरण की ् थित म७ अिधक
घन की भारतीय ेट कम घन की यू रेिशयन ेट के नीचे ঴ेिपत
हो गई तथा कम घन की यूरेिशयन ेट म७ वलन की िॿया से
िहमालय पव१त की उ ि ॽई।

● इस ঋकार िहमालय की उ ि टे िथस सागर के ঴ेআ म७ मलवों म७


वलन के साथ ही यूरेिशयन े ट म७ वलन से ॽई है।
● चूं◌ँिक भारतीय े ट की गित वत१मान म७ भी उ र की ओर जारी है ,
अतः िहमालय वत१मान म७ भी उ ान की अव था म७ है।

● िहमालय से िनकलने वाली निदयों के माग१ पौरव१तन एवं िहमालय


तथा िनकटवत५ ঴ेআों म७ आने वाले भू कंपों से इस बात की पुि होती
है।
● गौरतलब है िक टे िथस सागर के मलवों पर दबाव के कारण परतदार
शैलों म७ वलन ঋारं भ ॽआ।

● इसकी ाূा ेटों की गितशीलता व े टों के सीमांत ঴ेআ म७ घिटत


होने वाली िववत१िनकी िॿयाओं से होती है।
● िहमालय पव१त कई समानांतर ঒ेिणयों के ॺप म७ लगभग 5 लाख वग१
िकलोमीटर ঴ेআ म७ पूव१ से पि म म७ चापाकार ॺप म७ ् थत है।

● पूव१ की ओर यह 200 िकलोमीटर चौड़ा है जबिक पि मी भाग म७


इसकी चैड़ाई लगभग 500 िकलोमीटर है ।

● िहमालय की चैड़ाई एवं समानांतर ঒ेिणयों म७ िभ ता का कारण


िहमालय म७ ॿिमक उ ान की ঋिॿया व े टों की गितशीलता है ।
(A) उ र का पव१तीय ঴ेআ

● भारत की उ री सीमा पर िव की सबसे ऊँची एवं


पू व१-पि म म७ िव ृत सबसे बड़ी पव१तमाला है।

● यह िव की नवीनतम मोड़दार पव१त-঒ेणी ह॰ ।

● इस पव१त ঒ेणी के पि मी भाग म७ नंगा पव१त के


िनकट एवं पूव५ भाग म७ िमशमी पहाड़ी या नामचा
बरबा के िनकट दो तीखे अ঴सं घीय मोड़ (Syntaxial
bend) 'हेयरिपन टन१' की भांित िमलते ह॰ ।
● िहमालय पि म म७ ूिच ान से आरं भ होकर ांमार के
अराकानयोमा पव१त तक फैला है।

● िहमालय पव१त भारत के उ र म७ लगभग 5 लाख वग१ िकलोमीटर ঴ेআ


म७ िव ृत नवीनतम विलत पव१त है। इसकी उ ि अ ाइन
भूसंचलन के फल ॺप ॽई है ।
2400 km ल ाई

क ीर म७ चौड़ाई 500 km जबिक अॹणाचल म७ 200 km

धनुषाकार आकृित

नामकरण िहम+आलय

पि म से पूव१ की ओर पव१तीय भाग की चौड़ाई घटती है िक ु ऊँचाई


बढ़ती जाती है एवं ढाल भी ती঑ होता जाता है ।
● िहमालय की औसत ऊचाई 6000 मीटर है ले िकन इसकी कई
चोिटयाँ 8000 मीटर से भी अिधक ऊँची ह॰ । मुূ िहमालय तीन
समानांतर ঒ेिणयों म७ िवभঢ है।

● उ र से दि঴ण की ओर ॿमशः ट३ ांस िहमालय, वृहद् िहमालय, म


िहमालय व िशवािलक िहमालय ् थत है।

● इनके अंतग१त ही िविभ पव१तीय ঴ेআ व चोिटयाँ अलग-अलग ऊँचाई


म७ ् थत ह॰ जो इसकी उৡावच िवषमताओं को िनधा१ौरत करती है।
● दि঴ण म७ ् थत िशवािलक ঴ेআ की औसत ऊँचाई 600 से 1500 मीटर है ।

● म िहमालय की औसत ऊँचाई 1500 से 4500 मीटर है।

● वृहद् िहमालय की औसत ऊँचाई 6000 मीटर है ।

● ट३ ांस िहमालय म७ ल ाख िहमालय व कराकोरम िहमालय की औसत ऊँचाई


6000 मीटर से अिधक है , लेिकन कराकोरम अपे঴ाकृत अिधक ऊँची चोिटयों
का ঴ेআ है।

● ल ाख िहमालय व कराकोरम िहमालय के म ल ाख का पठार ् थत है।


● िहमालय की समानांतर ঒े िणयों के म गहरी घािटयाँ िमलती ह॰
िजनम७ जनसं ূा का अिधवास है।

● वृहद् िहमालय व म िहमालय के म ज ू-क ीर की घाटी,


िहमाचल ঋदे श म७ लाॾल- ीित की घाटी, उ राखंड म७ पु -घाटी
तथा नेपाल म७ काठमांडू की घाटी ঋमुख ह॰ ।

● म िहमालय एवं िशवािलक के म कु ू-मनाली की घाटी


(िहमाचल ঋदे श), दून की घाटी (उ राखंड) तथा पूव१ की ओर दुआर
की घाटी (पि म बंगाल व असम) ঋमुख ह॰ ।
उ र के पव१तीय ঴ेআ को चार ঋमुख समानां तर पव१त ঒ेणी ঴ेআों म७ बांटा जा सकता
है :

(1) ट३ ांस िहमालय ঴ेআ :

● इसके अ ग१त काराकोरम, ल ाख, जॉ र कैलाश आिद पव१त ঒ेिणयाँ आती


ह॰ िजनका िनमा१ण िहमालय से भी पहले हो चुका था।

● ये मुূतः पि मी िहमालयी ঴ेআ म७ िमलते ह॰ ।

● इसे ित त िहमालय भी कहा जाता है


● K2 या गॉडिवन ऑ् न (8611
मी.) काराकोरम ঒े णी की सवॳৡ
चोटी है जो िक भारत की सबसे
ऊँची चोटी भी है।

● िव की सबसे ती঑ ढाल वाली


चोटी राकापोशी ल ाख ঒ेणी म७
िमलती है

● इसे एिशया की back bone भी


कहा जाता है
1. कराकोरम िहमालय

● यह िहमालय की उ रवत५ पव१तीय ঒ेणी है।

● इसकी उ ि मुূ िहमालय के साथ ही अ ाईन भूसंचलन से ॽई


है।

● इसकी औसत ऊँचाई 6000 मीटर है ।

● इसकी सवॳৡ चोटी माउं ट के2 है िजसे गा◌ॅ डिवन आ् न भी कहते


ह॰ ।

● यह भारत की सवॳৡ चोटी है लेिकन वत१मान म७ यह पाक अिधकृत


क ीर म७ ् थत है।
● कराकोरम ঴ेআ म७ िसयािचन व
सासायनी िहमनद ् थत है ।

● िसयािचन भारत व पािक ान के


बीच िववादा द िब दु है।

● कराकोरम का अिधकांश भाग वष१भर


िहमाৢािदत रहता है।

● ेन हेडन ने कराकोरम पव१त ঒े णी


को 'उৡ एिशया की रीढ़' कहा है।
2. ल ाख िहमालय

● ल ाख िहमालय ट३ ां स िहमालय म७ ् थत एक पव१तीय ঴ेআ है, िजसकी


् थित वृहद् िहमालय के उ र व कराकोरम िहमालय के दि঴ण म७ है।

● इसकी औसत ऊँचाई 6000 मीटर है ।

● इसकी सवॳৡ चोटी गुरला मांधता है।

● ल ाख िहमालय का अिधकांश भाग लगभग वष१भर िहमाৢािदत


रहता है।
● ल ाख िहमालय कई निदयों का उ म थल है ।

● ल ाख िहमालय के उ र म७ ल ाख का पठार ् थत है, जहाँ से िस ु


नदी ঋवािहत होती है ।

● कराकोरम िहमालय व ल ाख िहमालय को सं युঢ ॺप से ट३ ांस


िहमालय कहते ह॰ । यह भाग अवसादी शै लों से िनिम१त ह॰ ।
3. जा र ঒ेणी

● यह पव१त ঒ेणी वृहद् िहमालय और ल ाख ঒े णी के म ् थत है ।

● इसम७ डास और जा र दो बड़ी निदयाँ बहती ह॰ ।

● जा र ঒ेणी म७ कामेत ঋिस चोटी है जबिक दमा१, िकंगरी-िबंगरी,


शाल-शाल तथा नीित ঋमु ख दर८ ह॰ ।
(II) िहमािঈ अथा१त् सवॳৡ या वृहद िहमालय

यह िहमालय की सबसे ऊँची ঒ेणी है।

इसकी औसत ऊँचाई 6000 मी. है जबिक चौड़ाई 120 से 190 िकमी. तक
है।

िव के ঋायः सभी मह पूण१ िशखर इसी म७ ् थत ह॰ ।

इनम७ एवरे (8850 मी.), कंचनजंगा (8558 मी.), नंगा पव१त, नंदा दे वी,
कामेट व नामचाबरवा आिद इसके कुछ मह पू ण१ िशखर ह॰ ।
● िव की सबसे ऊँची चोटी एवरे
(नेपाल) इसी पव१त ঒े णी म७ ् थत
है ।

● नेपाल म७ इसे सागरमाथा के नाम से


जानते है
● वृहद् िहमालय मुূ िहमालय की उ री ঒ेणी के ॺप म७ पि म से पू व१ की ओर
लगभग 2400 िकलोमीटर की ल ाई म७ धनुषाकार ॺप म७ ् थत है ।

● इसका िव ार पि म म७ नंगा पव१त से पूव१ की ओर नामचा बरवा तक है।

● वृहद् िहमालय की औसत ऊँचाई 6000 मीटर है लेिकन इसकी कई चोिटयाँ 8000
मीटर से भी अिधक ऊँची है ।

● यहाँ 40 ৯ात चोिटयाँ 7000 मीटर से भी अिधक ऊँची ह॰ ।


● वृहद् िहमालय का अिधकां श भाग लगभग वष१भर िहमाৢािदत रहता
है , अतः इसे 'िहमािঈ' भी कहते है।
(III) िहमाचल ঒ेणी अथा१त लघु या म िहमालय

● इसकी औसत चौड़ाई 80 से 100 िकमी. एवं सामा ऊँचाई 3500 से


4500 मी. है।

● पीरपंजाल, धौलाधार, मसूरी, नागटीबा एवं महाभारत ঒ेिणयाँ इसी


पव१त ঒ेणी का भाग है।
● म िहमालय म७ कोणधारी वन िमलते ह॰ और ढ़ालों पर छोटे -छोटे
घास के मैदान पाए जाते ह॰, िज ७ क ीर म७ 'मग१' तथा उ राखंड म७
'बु৓ाल' और 'पयार' कहते ह॰ ।

● लघु िहमालय अपने ा व १ क पय१टक थलों के िलए िवূात है।

● उदाहरण के िलए, िशमला, कु ू, मनाली, मसूरी, दािज१िलंग आिद को


िलया जा सकता है।

● लघु िहमालय िशवािलक से 'मेन बाउं ड३ी फॉ ' (Main boundary


fault) के ारा अलग होती है।
(IV) िशवािलक अथा१त िन या वा िहमालय
● इसे उपिहमालयभी कहा जाता है इसे 'बाॼया िहमालय' या 'दि঴णी िहमालय' भी
कहते ह॰ ।

● ये िहमालय के नवीनतम भाग ह॰ ।

● िशवािलक और लघ िहमालय के बीच कई घािटयाँ ह॰ जैसे-काठमांडू घाटी।

● िशवािलक िहमालय म िहमालय से एक गहरी घाटी ारा अलग होता है, िजसे
पि मी भाग म७ 'दून' तथा पूव१ की ओर 'दुआर' घाटी कहते ह॰ । जैसे- दे हरादून,
चु ीदून, िकया१दून, कोटलीदून, और हौर ार।
● िशवािलक के िनचले भाग को 'तराई' कहते ह॰ । यह दलदली और वनाৢािदत
ঋदे श है।

● तराई से सटे दि঴णी भाग म७ वृहद सीमावत५ ঎ंश (Great boundary fault)
िमलता है जो क ीर से असम तक िव ृत है ।

● िशवािलक िहमालय, िहमालय का सबसे नवीन भाग है।


● पंजाब िहमालय को क ीर िहमालय भी कहते ह॰ ।

● वै ो दे वी का मंिदर, अमरनाथ की गुफा तथा िचरार-ए-शरीफ पं जाब


िहमालय के अंतग१त ही ् थत ह॰ ।
िहमालय का ঋादे िशक िवभाजन
सर िसडनी बुराड१ ने िहमालय का ঋादे िशक वग५करण नदी घाटी के ঋ ुत
िकया
1. पंजाब िहमालय

● िसंधु नदी के गा◌ॅ ज१ से सतलज नदी के गा◌ॅ ज१ तक लगभग 560


िकलोमीटर म७ िव ृत है।

● इसके अ ग१त िहमाचल ঋदे श व ज ू-क ीर के पव१तीय ঴ेআ आते


ह॰ ।

● िहमालय की सवा१िधक चौड़ाई इसी भाग म७ पाई जाती है।

● पंजाब िहमालय के उ री भाग िनज१ल, ऊबड़-खाबड़ और शु ह॰


जबिक दि঴णी ढ़ाल अिधक कटे -फटे और सघन वनों से आৢािदत
ह॰ ।
● पंजाब िहमालय को क ीर िहमालय भी कहते ह॰ ।

● वै ो दे वी का मंिदर, अमरनाथ की गुफा तथा िचरार-ए-शरीफ पं जाब


िहमालय के अंतग१त ही ् थत ह॰ ।
2. कुमायूं िहमालय

● सतलज नदी के गा◌ॅ ज१ से काली नदी के गा◌ॅ ज१ तक लगभग 320


िकलोमीटर म७ िव ृत है।

● इसका मु ূ िव ार उ राखंड व िहमाचल ঋदे श म७ है ।

● ऐसा अनुमान है िक ঋाचीनकाल म७ इस ঋदे श म७ कई झील७ थी ं, िजनके


सूख जाने से यहाँ कुछ उपजाऊ भाग बने ह॰ ।

● भागीरथी, अलकनंदा और यमुना का उ म थल यही ं है ।

● माना एवं नीित दरॵ ारा यह भाग ित त से जु ड़ा ॽआ है।


● कुमायूं िहमालय ঋमु ख ॺप से उ राखं ड म७ ् थत ह॰ ।

● नंदादे वी, कामेत, िআशूल, बঈीनाथ, केदारनाथ और बं दरपुंछ कुमायूं


िहमालय की ঋमुख चोिटयाँ ह॰ ।

● फूलों की घाटी, दून और ार घािटयाँ भी इसी के अंतग१त आते ह॰ ।


3. नेपाल िहमालय

● इसका िव ार काली नदी से ित ा नदी लगभग 800 िकलोमीटर की


ल ाई म७ है।

● यही ं िहमालय की सवॳৡ चोिटयाँ ् थत ह॰ ।

● इस ঒ेणी को िस्জम म७ िस्জम िहमालय, पि म बंगाल म७


दािज१िलंग िहमालय तथा भू टान म७ भू टान िहमालय कहते ह॰ ।

● इसका ঴ेআफल लगभग 1,16,800 वग१ िकलोमीटर है।


● उৡ भागों म७ मृदा अपरदन के कारण यहाँ के उৡ भाग का धरातल
वन ितिवहनी है।

● िक ु िनचले भागों, ढ़ालों व घािटयों म७ दे वदार, ूस, फर, चीड़ जैसे


कोणधारी वन िमलते ह॰ ।

● (वृहद) िहमालय की ঋमुख ऊँची चोिटयाँ नेपाल िहमालय के अंतग१त


आती ह॰ िजनका पि म से पूव१ की ओर ॿम इस ঋकार है -

धौलािगरी, अ पूणा१, एवरे , मकालू , कंचनजंगा।


4. असम िहमालय

● ित ा नदी से ঍ पु আ नदी (िदहां ग) तक लगभग 720 िकलोमीटर


঴ेআ म७ िव ृत है।

● इसका मु ূ िव ार िस्জम व अॺणां चल ঋदे श म७ है।

● यह ঒ेणी िस्জम, असम व अॺणाचल ঋदे श सिहत भूटान म७ फैली


है।

Note अॺणाचल ঋदे श म७ ঍ पु আ को िदहांग नदी कहते ह॰ ।


असम िहमालय को असम म७ रहने वाली अनेक जनजाितयों के आधार पर
कई उपभागों म७ बाँटा गया है -

आका पहािड़याँ, धनसीरी, दफला पहािड़याँ, िमशमी पहािड़याँ, कोिहमा


पहािड़याँ, उ री कछार पहािड़याँ, िमजो पहािड़याँ, खासी, जयंितया,
िमिकर इ ािद िजनम७ आका, दफला, मीरी और िमशमी जै सी जनजाितयाँ
िनवास करती ह॰ ।
िहमालय की ঋमुख चोिटयाँ
1. कराकोरम िहमालय

● माउं ट के2 ● सासायनी

● मासेर঍ूम ● सािसर

● ঁासेर঍ूम ● हरमोश

● िसयािचन ● एिलंग कंगरी


2. जा र ঒ेणी

● कामेत (चोटी)

● डास व जा र (निदयाँ)

● दमा१, िकंगरी-िबंगरी, शाल-शाल, नीित (दर८ )


3. वृहद् िहमालय

● माउ਒ एवरे ● गोंसाईनाथ

● कंचनजंगा ● कंचनजंगा

● नंदादे वी ● मकालू

● केदारनाथ ● अ पू णा१

● बঈीनाथ ● मनसालू

● नंगापव१त ● हरामोश
4. म िहमालय

● महाभारत ● िशमला,

● मंसूरी ● नैनीताल,

● नागिट ा ● रानीखेत,

● धौलाधर ● दािज१िलंग,

● पीरपंजाल ● अ ोड़ा,

● मंसूरी, ● डलहौजी,
(i) क ीर या पंजाब िहमालय

● इसे उतरीपि मी िहमालय भी कहते है

● िस ु और सतलज के बीच 560 िकमी. की दूरी म७ फैला ॽआ है।

● काराकोरम ल ाख जा र व पीरपंजाल ঒ेिणयाँ इसी के भाग ह॰ ।

● िहमालय की चौड़ाई यहाँ सवा१िधक है एवं यह 250 से 400 िकमी. चौड़े ঴ेআ म७ िव ृत
है।

● क ीर िहमालय करे वा के िलए ঋिस है करे वा, िहमनद िचकनी िमਂी और दूसरे
पदाथॵ का िहमोढ़ पर मोटी परतके ॺप म७ जमाव है ।
(ii) कुमायूँ िहमालय

● यह सतलज और काली निदयों के बीच 320 िकमी. की दूरी म७ फैला


ॽआ है।

● यह उ राखंड ঴ेআ म७ िव ृ त है।

● नंदा दे वी, कामेट, बঈीनाथ, केदारनाथ, िআशूल आिद इसके ঋमुख


िशखर ह॰ ।
(iii) नेपाल िहमालय

● यह काली और ित ा निदयों के बीच 800 िकमी. की दूरी म७ फैला ॽआ


है।

● यहाँ िहमालय की चौड़ाई अ ंत कम है पर ु िहमालय के सवॳৡ िशखर


यही ं िमलते ह॰ , जैसे-एवरे , कंचनजंगा, मकालू आिद।
(iv) असम िहमालय

● यह ित ा तथा िदहांग (सांगपो-঍ पु আ) निदयों के बीच 720 िकमी.


की दूरी म७ फैला ॽआ है।

● यहाँ िहमालय की ऊँचाई पु नः कम होने लगती है।


(B) ঋाय ीपीय पठार

● यह ঋाचीन गोंडवाना भू िम का भाग है एवं िআभु जाकार आकृित म७ है।

● इसकी औसत ऊँचाई 600 से 900 मी. है ।

● अरावली, राजमहल और िशलांग की पहािड़याँ (मेघालय की


पहािड़याँ ) इस पठार की उ री सीमा पर है।
● 'राजमहल-गारो गैप' व ु तः राजमहल व मेघालय की पहािड़यों के
बीच के भाग के जलोढ़ िन঴ेपों ारा ढक जाने से िनिम१त ॽए ह॰ ।

● ঋाय ीपीय पठार की ढाल उ र और पू व१ की ओर है जो सोन, च ल


और दामोदर निदयों की िदशा से है ।

● दि঴णी भाग म७ इसकी ढाल पि म से पू व१ की ओर है जो िक महानदी,


गोदावरी, कृ ा और कावेरी की िदशा से है।
● भारत म७ दि঴ण का ঋाय ीपीय पठार अनेक भागों म७ िवभঢ है ।

● इसके अंतग१त मालवा, बैतूल व बघे लखंड का पठार (म ঋदे श),


बुंदेलखंड का पठार (म ঋदे श व उ र ঋदे श), दਔकारਘ पठार
(ओिडशा, छ ीसगढ़ व आ ঋदे श), रायलसीमा का पठार (कना१टक
वआ ঋदे श), तेलगां ना का पठार (आ ঋदे श), िशलांग का पठार
(मेघालय), हजारीबाग व छोटानागपुर पठार (झारखंड) शािमल िकए
जा सकते ह॰ ।
● ঋाय ीपीय पठार अ िधक घिष१त ঋाचीन पठारी भाग है।

● यहाँ ঋाचीन पव१तमालाओं के अवशेष ह॰ एवं िहमाৢादन के भी


ঋमाण िमलते ह॰ ।

● जहाँ िहमालय म७ ঴ै ितज संचलनों के उदाहरण ह॰ , वही ं ঋाय ीपीय


पठारी भाग म७ 'लंबवत सं चलन' के अनेक उदाहरण ह॰ ।

● 'अरावली ঒ेणी' ঋी-कै् यन काल की चਂानों से िनिम१त अ िधक


ঋाचीन व अविश पव१तमाला ह॰ ।
● यह िव्ৢ पहािड़यों की ঒ृंखला
के ॺप म७ गुजरात से िद ी तक
िव ृत है।

● इसकी चौड़ाई दि঴ण-पि म से


उ र-पूव१ की ओर ॿमश: घटती
चली जाती है।

● अरावली की अिधकतम ऊँचाई


माउं ट आबू के 'गुॹ िशखर'
(1722 मी.) म७ िमलती है।
● 'िवं ाचल' अ िधक पुराना व घिष१त मोड़दार पव१त঒ेणी है।

● यह मालवा पठार के दि঴ण म७ ् थत है एवं उ री भारत को दि঴णी


भारत से अलग करती है ।

● इसकी औसत ऊँचाई 700 से 1200 मीटर है ।

● यह पि म से पूव१ की ओर भारनेर, कैमू र, और पारसनाथ पहािड़यों के


ॺप म७ झारखंड तक लगभग 1050 िकमी. की ल ाई म७ िव ृत है।
● 'सतपुड़ा' ॉक पव१त का उदाहरण है िजसके दोनों ओर नम१दा और
ता ी की ঋिस भू -঎ं श घािटयाँ ह॰ ।

● यह पव१त ঒ेणी िवं ाचल के दि঴ण म७ एवं लगभग उसके समाना र


् थत है एवं पि म म७ राजिप ला पहािड़यों से ঋार होकर महादे व
और मैकाल पहािड़यों के ॺप म७ छोटानागपुर पठार के पि मी सीमा
तक िव ृत है।

● सतपुड़ा की सबसे अिधक ऊँचाई महादे व पहाड़ी के पंचमढ़ी नगर के


िनकट 'धूपगढ़' (1350 मी.) म७ िमलती है।
● मैकाल पहाड़ी का सवॳৡ िशखर 'अमरकंटक' (1036 मी.) है।

● सोन व नम१दा निदयों का उ म यही ं से होता है।

● मैकाल से पूव१ की ओर जाने पर छोटानागपुर व राजमहल की


पहािड़याँ भी िमलती ह॰ ।

● मेघालय की 'गारो-खासी-जयंितया' पहािड़याँ भी व ु तः दि঴णी


ঋाय ीप का ही अंग ह॰ ।
● छोटानागपुर ् थत राँ ची का पठार समঋाय मैदान (Pereplain) का
सु र उदाहरण है।

● छोटानागपुर पठार को भारत का ॺर' भी कहा जाता है, ভोंिक


खिनज भंडार की ि से यह भारत का सबसे स ঋदे श है।

● िशलांग पठार (मधालय पठार) छोटानागपुर पठार का ही अঁभाग


है।
भारत को भौितक ि कोण से िन िल्खत 5 भागों म७ िवभঢ िकया जा सकता
है :

1. उ री पव१तीय ঋदे श

2. म वत५ मैदान ঋदे श

3. ঋाय ीपीय पठारी ঋदे श

4. तटवत५ मैदानी ঋदे श

5. ीपीय ঋदे श
म वत५ मैदान का नदी के आधार पर िवभाजन

ঋादे िशक ि कोण से म वत५ मैदान को िस ु का मैदान, गं गा का मैदान


एवं ঍ पु আ के मैदान म७ िवभािजत िकया जाता है ।
1. िस ु का मैदान

● िस ु एवं सहायक निदयों के ारा ঋाचीन जलोढ़ संरचना वाले बां गर


঴ेআ का िवकास पंजाब व हौरयाण के मैदानी भागों म७ ॽआ है ।

● उ री राज थान को भी िस ु मैदान का ही अंग माना जाता है ,


ভोंिक यहाँ भी अतीत म७ सर ती व घ৆र जैसी निदयाँ ঋवािहत
होती थी।

● िस ु के मैदान की औसत ऊँचाई 250 से 300 मीटर है ।

● यह ঋायः बाढ़मु ঢ ঴ेআ है।

● इसका कारण इसकी अिधक ऊँचाई का होना है ।


2. गंगा का मैदान

● गंगा के मैदान को ॿमशः ऊपरी गंगा का मैदान, म वत५ गंगा का


मैदान तथा िन गंगा के मैदान म७ बाँटा जाता है।

● पि म की ओर यह 200 मीटर ऊँचा है जबिक पूव१ की ओर इसकी


ऊँचाई म७ उतरो र कमी आती जाती है ।

● डे ाई भागों म७ इस मै दान की ऊँचाई 20 मीटर ही रह जाती है।


● ऊपरी गंगा का मैदान ঋाचीन बाढ़ के मैदान के ॺप म७ बां गर संरचना से
बना है , िजसका िव ार पि मी उ रঋदे श म७ है।

● म वत५ व िन वत५ गंगा का मै दान नवीन जलोढकों वाली खादर


संरचना से िनिम१त है।

● यह नवीन बाढ़ के मै दान है , जोिक ঋ ेक वष१ लगभग बाढ़ঁ हो जाते


ह॰ ।

● पूव५ यूपी व िबहार म गं गा के मैदान म७ जबिक पि म बंगाल िन गंगा


के मैदान म७ ् थत है ।

● प. बंगाल म७ ही गंगा-঍हा्रपुআ के डे ा का ঴ेআ ् थत है ।


3. ঍ पु আ का मैदान

● ঍ पुআ का मैदान असम म७ ् थत एक संकरी खादर संरचना का ঴ेআ है।

● यह भारत का सवा१िधक बाढ़ঁ ঴ेআ है ।

● म वत५ मैदान के बांगर व खादर से संल্ उ री भाग म७ तराई एवं भांवर


ঋदे श ह॰ ।

● भांवर ঋदे श िहमालय के दि঴ण भाग म७ समानांतर पेटी के ॺप म७ ् थत


कंकड़-प रयुঢ ঴ेআ है ।

● भांवर के दि঴ण म७ समानांतर पेटी के ॺप म७ दलदलयुঢ तराई ঋदे श


् थत है।
मृ दा ঴ेআ के आधार पर म वत५ मैदान का वग५करण
भावर

● म वत५ मैदान के उ री िहमालय से संल্ ঴ेআ म७ ् थत कंकड़-


प रयुঢ संरचना का ঋदे श भावर कहलाता है।

● इसकी उ ि ी ोसीन काल म७ िहमालय की निदयों ारा लाए


गए कंकड़.प रों के िन঴ेप से ॽई है।

● िहमालय पव१त से िनकलने वाली असंূ धाराओं ने अपने साथ


पव१तीय ঴ेআों से टू टकर िगरे ॽए प रों के छोटे -बड़े टु कड़े काफी
माআा म७ जमा कर िदए ह॰ ।
● इ ी ं कंकड़-प रों से ढका ॽआ भाग 'भाबर' कहलाता है ।

● यहाँ निदयों का जल अ थाई ॺप से िवलु हो जाता है अथा१त् सतह


पर निदयाँ िवशाल ॺप म७ ि गत नही ं होती ह॰ ।

● कुछ बड़ी निदयों का जल ही सतह पर िदखाई दे ता है ।

● इस ঋदे श म७ ल ी जड़ों वाले बड़े -बड़े वृ঴ तो अव ि गोचर होते


ह॰ , िक ु छोटे पौधों, खेतों तथा जनसंূा का ঋायः अभाव पाया
जाता है।

● भावर ঋदे श का िव ार िसं धु नदी से ले कर ित ा नदी तक है ।


तराई

● भांवर ঋदे श के दि঴ण म७ लगभग 10 से 15 िकलोमीटर की संकरी


पਂी म७ दलदलयुঢ सं रचना का ঋदे श है।

● भावर ঋदे श म७ बड़े शै लखंडों के कारण निदयों का जल बाहर


िनकलते ही इधर-उधर फैल जाता है

● अथा१त् नदी एक धारा म७ न बहकर अनेक धाराओं म७ अ


ॺप से बहने लगती ह॰ ।
● यहाँ भांवर ঋदे श म७ लु होने वाली निदयाँ सतह पर पुनः ঋकट हो
जाती है तथा चारों ओर जल फैल जाता है, जोिक जल-जमाव की
् थित म७ दलदल का िवकास करता है।

● तराई की रचना बारीक कंकड़-प र, रे त और िचकनी िमਂी से ॽई


है।

● यह ঋदे श कृिष के िलए अिधक उपयुঢ नही ं है।

● लेिकन वत१मान म७ कई ঴ेআों म७ कुशल जल-ঋबंधन एवं मृदा-ঋबं धन


ारा कृिष काय१ िकया जा रहा है ।

● यहाँ चावल व जूट की खेती की जाती है।


● भांवर की तुलना म७ तराई ঋदे श अिधक समतल है , िजसके कारण निदयों
का जल इधर-उधर फेलकर दलदल का िनमा१ण करता है।

● इन दलदलों मे ऊँची घास (कांस, हाथी घास, भाबर घास), वृ঴ और अनेक
जंगली पशु पाए जाते ह॰ ।

● इन घने वनों म७ मलेौरया के कारण जनसंূा अिधक नही ं िमलती है।


● पि मी भाग म७ वषा१ कम होने के कारण िस ु के मैदान और पि मी
िहमालय के ढ़ालों के बीच भाबर तो बॽत चौड़ा है िक ु तराई का
अभाव है।

● म व पूव५ भाग म७ भाबर की अपे ঴ा तराई ঋदे श अिधक चैड़ा है ।

● तराई ঋदे श र७ गने वाले जीवों व मৢरों का ঴ेআ है जोिक रहने लायक
नही ं है।
बांगर

● म वत५ मैदान के पि मी भागों म७ पुराने जलोढ़ के मैदान को बांगर


ঋदे श कहते ह॰ ।

● इसकी उ ि ी ोसीन काल म७ निदयों ारा लाए गए जलोढ़कों के


िन঴ेप से ॽई है।

● यह ঋदे श सामा तः बाढ़मुঢ ঴ेআ है अथा१त् अपे঴ाकृत अिधक ऊँचाई


के कारण यहाँ नवीन बाढ़ का जल नही ं पॽँच पाता है ।
● बांगर की औसत ऊँचाई 100 से 300 मीटर है ।

● बांगर ঋदे श वत१मान म७ भारत का हौरत-ॿां ित का ঋदे श है ।

● यह भारत का सवा१िधक िसंिचत ঋदे श भी है।

● इसका िव ार पंजाब, हौरयाणा तथा पि मी यूपी म७ ॿमशः िस ु के


मैदान एवं ऊपरी गंगा के मैदान म७ है।
● बांगर ঋदे श म७ कही ं-कही ं अपरदन के कारण मृदा की ऊपरी मुलायम
परत हट गई है एवं कंकड़ीली िमਂी ऊभर आई है , िजसे भूड़ कहते ह॰ ।

● चूँिक निदयों के बाढ़ का पानी अपे঴ाकृत अिधक ऊँचाई होने के कारण


यहाँ पॽँच नही ं पाता।

● इसिलए ঋितवष१ जलोढ़ मृ दा का नवीनीकरण भी नही ं हो पाता, जैसा िक


खादर ঋदे श म७ होता है ।

● यही कारण है िक बांगर ঋदे श खादर ঋदे श की तुलना म७कम उपजाऊ


঴ेআ है।
खादर

● यह म वत५ मैदान का नवीन बाढ़ वाला ঋदे श है , िजसकी उ ि


ी ोसीन से होलोसीन काल तक निदयों ारा लाए गए नवीन
जलोढ़कों के िन঴ेप से ॽई है।

● इसकी औसत ऊँचाई 35 से 100 मीटर तक है।

● औसत ऊँचाई अपे঴ाकृत कम होने के कारण ঋदे श ঋ ेक वष१ बाढ़


के ঋभाव म७ आ जाता है।

● अतः ঋ ेक वष१ यहाँ नवीन जलोढ़कों का िन঴ेप होता रहता है।


● इसी कारण खादर ঋदे श बॽत ही उपजाऊ ঴ेআ है।

● इस ঋकार वत१मान म७ भी यह ঋदे श िनमा१णाधीन अव था म७ है।

● म एवं िन गंगा के मै दान तथा ঍ पुআ के मैदान के ॺप म७ खादर का


िव ार पूव५ यूपी, िबहार, असम व पि म बंगाल म७ है ।

● बांगर की तुलना म७ खादर अपे঴ाकृत अिधक उव१र मृ दा का ঴ेআ है िक ु


बाढ़ एवं सूखे की सम ा इसके िवकास म७ ঋमुख बाधा है ।

● बांगर के मैदान का िव ार यू पी म७ अिधक है जबिक खादर िबहार और


पि म बंगाल म७ िवशे ष ॺप म७ है ।
डे ाई ঋदे श

● निदयाँ अपने मुहाने के पास जब कई धाराओं म७ िवभঢ होकर समुঈ


म७ िगरती ह॰ , तब जलोढ़कों के िन঴ेप से एक वृहद् थलाकृित का
िवकास होता है, िजसे डे ा कहते ह॰ ।

● डे ा की िविभ आकृितयाँ हो सकती ह॰ ।


● भारत म७ ् थत गंगा-঍ पु আ का डे ा िव का सबसे बड़ा डे ा है ,
िजसकी आकृित चापाकार है ।

● गंगा-঍ पु আ के डे ा का भी एक बड़ा भाग बां ৕ादे श म७ है ।

● इस डे ा के ऊँचे उठे ॽए भाग को चार तथा जलयुঢ गहरे भाग को


बील कहते ह॰ ।

● चार म७ मानव ब् याँ पाई जाती ह॰ जबिक बील म७ मछलीपालन होता


है।

● जूट व चावल की कृिष के िलए भी यह भूिम मह पूण१ है।


पैराडे ा

● निदयों के दुआब व डे ा के म के ঴ेআ को 'पैराडे ा' कहते ह॰ ।

● यह अपघष१ण का ঴ेআ होता है।

● निदयों के संयुঢ होने से नदी के वे ग म७ वृ् के कारण अपरदन म७


भी अंशमाআ म७ वृ् हो जाती है।
दोआब

● निदयों के म वत५ ঴ेআ को 'दुआब' कहते ह॰ ।

● दोआब की उ ि मुূतः मुূ नदी व सहायक निदयों के िमलन


঴ेআ से पहले होती है।

● दोआब उव१र ঴ेআ होते ह॰ , अतः कृिष के िलए मह पूण१ होते ह॰ ।

● िस ु व सहायक निदयों का दोआब ঋिस है।


खोल

● यह बांगर और खादर को अलग करने वाली उৡ भू िम है िजसका


िनधा१रण समान ऊँचाई की रे खा से होता है, िजसे 'समुৡ रे खा या
कंटू र लाईन' कहते ह॰ ।

● पि मी और पूव५ यूपी ॿमशः बांगर व खादर के ঴ेআ ह॰ िज ७ 100


मीटर की कंटू र लाईन अलग करती है ।
चो व चोस

● िशवािलक के दि঴णी ढ़ालों पर उतरती ॽई बरसाती निदयों को 'चो'


कहते ह॰ ।

● ऐसी निदयों ारा िशवािलक की ढ़ाल पर ऊबड़-खाबड़ भू िम बन जाती


है , िजसे 'चोस भूिम' कहते ह॰ ।
भूड़

बांगर मृदा के ঴ेআ म७ अप঴य की िॿया ारा महीन िमਂी के कण िव थािपत हो जाते
ह॰ ।

फलतः मोटे कणों वाली बालू के ढ़े र कही ं-कही ं िदखाई दे ते ह॰ , िज ७ भूड़ कहते ह॰ ।

धांड

यह िस ु के डे ाई ঋदे श म७ पाई जाने वाली झील७ ह॰ , जो निदयों के जल के एकिআत


होने से िवकिसत ॽई ह॰ ।
रे ह या क र

● यह हौरत ॿांित के ঴ेআों म७ िवकिसत लवणीय मृदा के ঴ेআ ह॰ ।

● इनकी उ ि जल-जमाव एवं वा ीकरण के कारण मृदा म७ लवणों की


माআा म७ वृ् होने से होती ॽई है।

● बांगर मृदा के ঴ेআ म७ नमकयुঢ सफेद परत वाले ঴ेআ रे ह या क र


कहलाते ह॰ ।
बेट भूिम/ फ/धाया

● िस ु के मैदान के बाढ़ঁ ঴ेআ 'बेट भूिम' कहलाते ह॰ ।

● पंजाब, हौरयाणा म७ बे ट भू िमयाँ िमलती है।


● म वत५ मैदान भारत की ही नही ं वरन् िव का सबसे अिधक उपजाऊ
और घनी जनसं ূा वाला मै दान है।

● यह मैदान िस ु, गंगा, ঍ पु আ और उनकी अने क सहायक निदयों ारा


लाए गए जलोढ़कों के िन঴ेप से बना है ।

● इसी कारण यह अ ं त उपजाऊ है ।

● यह मैदान पूव१ म७ 145 िकलोमीटर जबिक पि म म७ 480 िकलोमीटर चौड़ा


है।

● इसकी ल ाई 2400 िकलोमीटर है । इसका आकार धनुष के जै सा है ।


● अरावली पव१त ঒ेणी को छोड़कर इस मैदान का कोई भी भाग समुঈ
तल से 180 मीटर से अिधक ऊँचा नही ं है ।

● म वत५ मैदान का िव ार उ री राज थान से ले कर पंजाब,


हौरयाणा होते ॽए असम रा৸ तक है।

● पि म म७ पािक ान (िस ु का मैदान) एवं पूव१ म७ बां৕ादे श (गंगा-


঍हा्रपुআ का डे ा) तक भी म वत५ मैदान का िव ार है ।
● म वत५ मैदान म७ कही ं-कही ं गत१ है , िज ७ पटना के िनकट ‘ज ा’
तथा मोकामा (िबहार) के िनकट टाल कहते ह॰ ।

● म वत५ मैदान म७ धरातल का उतार-चढ़ाव समु ঈी लहरों के समान


मालूम होता है ।

● िस ु के मैदान म७ कही ं-कही ं टीलों के बीच िन भूिम िमलती है , िजसे


‘त ी’ कहते ह॰ ।

● ’त ी’ म७ वषा१ का जल भरने से िनिम१त झील को धां ड कहते ह॰ ।


म वत५ मैदान का मह

● म वत५ मैदान भारत के लगभग एक-चैथाई भाग को घेरे ॽए है ।

● यहाँ संपूण१ दे श की लगभग 47 ঋितशत जनसंূा िनवास करती है ।

● य िप भौगोिलक तथा आिथ१क ि कोण से यह भारत का सवॳ म


भाग है , िक ु भू-वै৯ािनक ि कोण से इसका मह अिधक नही ं है ,

● ভोंिक यह भारत का नवीनतम भाग है और इसकी भौितक सं रचना


सरल है।
● िक ु यहाँ भूिम समतल होने तथा रे लमागॵ, जलमागॵ व निदयों का
जाल िबछा होने के कारण इस भाग म७ दे श के अने क ঋमुख
ापाौरक और औ ोिगक क७ঈ ् थित ह॰ ।

● अतः इस मैदान का रा ३ ीय िवकास एवं आिथ१क ि से िवशे ष मह


है।

● िस ु, सतलज, गंगा और ঍हा्रपुআ निदयों ारा लाई गई िमਂी से


बना होने और इन निदयों से िसंचाई की सुिवधा होने के कारण यह
मैदान 'िहमालय पव१त का उपहार' कहलाता है।
● जलोढ़ िमਂी के कारण यह मै दान अ ंत उपजाऊ है ।

● भारत म७ उ होने वाले खा ा ों का अिधकां श भाग यही ं पैदा होता


है।

● यहाँ की जलवायु भी फसलों की उ ित म७ अपेि঴त योगदान दे ती है ।

● यह भारत का ঋमुख कृिष ঴ेআ है , िजसम७ चावल, जूट, ग ा, गे ॾँ,


तंबाकू, सरसों एवं ितलहन पैदा िकए जाते ह॰ ।

● इस भाग म७ अिधकांशः निदयाँ िहमालय से िनकलने के कारण


सदानीरा होती है , जोिक कृिष हेतु उपयुঢ धरातल िनिम१त करती ह॰ ।
● मैदानी भाग म७ निदयाँ धीमी बहती ह॰ और इनकी चैड़ाई अिधक होती
है , िजससे यहाँ निदयों ारा ঋाचीनकाल से आवागमन होता रहा है।

● आज भी इनके ारा कुछ सीमा तक अ द८ शीय यातायात होता है।

● जहाँ निदयाँ तेज बहती ह॰ और जलঋपात बनाती है , वहाँ इनसे जल-


िवद् युत उ करने की योजनाएँ बनाई गई ह॰ ।

● यह मैदान 'स ता की ज भू िम' रहा है।

● इस िवशाल मैदान का राजनीितक एवं सां ृ ितक इितहास भारतीय


इितहास का पया१यवाची रहा है ।
● इस मैदान के पि मी और दि঴णी-पूव५ भागों म७ जो अवसाद जमे
उनम७ वृ঴ों के दब जाने से कोयले का िनमा१ण ॽआ तथा जहाँ
महासगरीय जीवा जमे, वहाँ उनसे िनःसृत होकर खिनज ते ल
संगृिहत हो गया।

● असम, पि म बंगाल, पि मी राज थान, झारखंड, उ रঋदे श और


पंजाब म७ इसिलए खिनज तेल िमलने की संभावनाएँ ঢ की गई ह॰ ।

● राज थान म७ जैसलमेर मे खिनज तेल एवं ঋाकृितक गैस के िवशाल


भंडार ৯ात ॽए ह॰ ।
● तीन ओर जल से िघरा भूभाग ঋाय ीप कहलाता है ।

● ঋाय ीपीय भारत का पठार गोंडवानाल॰ड का िह ा है ।

● भारत का ঋाय ीपीय पठार बॽत पहले यह भाग अঌीका से सटा ॽआ


था।

● इसके उ र-पूव१ िदशा की ओर ঋवाह से टे िथस सागर म७ िन঴ेिपत


मलबों म७ वलन से िहमालय की उ ि ॽई।

● यह ঋवाह अभी भी जारी है और इसी कारण िहमालय का उ ान भी


जारी है।
● पठार के इसी जारी ঋवाह के कारण िहमालय म७ भूकंप की घटनाएँ
घिटत होती ह॰ ।

● हालाँिक ঋाय ीपीय पठार िववत१िनकी ि से पूरी तरह से ् थर है ।

● यही कारण है िक दि঴ण भारत म७ सामा तः बॽत कम भूकंप आते ह॰ ।

● पठारी भारत के उ र-पि मी िसरे पर अरावली पहािड़याँ ह॰ तथा उ र-


पूव१ िसरे पर राजमहल की पहािड़याँ ह॰ ।

● दि঴ण म७ ঋाय ीपीय पठार का िव ार क ाकुमारी तक है।


● मेघालय का िशलां ग पठार (गारो, खासी, जयंितया) भी ঋाय ीपीय
भारत के पठार का ही उ र-पूव५ िव ार है ।

● दूसरे श ों म७, िशलांग पठार राजमहल पहाड़ी का ही पूव१ की ओर


िनकला ॽआ भाग है ।

● बीच का भाग अवतिलत हो गया। इस अवतिलत भाग िजसे गंगा और


঍ पुআ निदयों ारा लाए गए जलोढ़कों के िन঴े प से मैदानी भाग का
िवकास ॽआ, जहाँ आज बां ৕ादे श ् थत है ।
● राजमहल पहाड़ी और िशलांग के पठार के बीच के गैप को मालदा गैप
या राजमहल-गारो गैप कहते ह॰ ।

● पठार के दोनों तरफ यानी पि मी घाट और पू व५ घाट के िकनारों पर


समतल मैदान पाए जाते ह॰ िजनका िनमा१ण अरब सागर तथा बंगाल की
खाड़ी म७ िगरने वाली निदयों ारा जलोढ़कों के िन঴ेप से ॽआ है ।
● ঋाय ीपीय पठार का उ री ढ़ाल उ र की तरफ है अथा१त् गं गा घाटी की
तरफ है।

● यही कारण है िक च ल, बेतवा और सोन निदयाँ उ र की ओर


ঋवािहत होते ॽए गंगा और यमु ना निदयों म७ िमल जाती ह॰ ।

● च ल और बेतवा यमुना नदी म७ िमल जाती ह॰ और सोन नदी गंगा म७


िमल जाती है ।

● सतपुड़ा पहाड़ी के दि঴ण म७ यानी ঋाय ीपीय पठार के दि঴णी भाग का


ढ़ाल पूव१ की ओर है ।
● यही कारण है िक महानदी, कृ ा, गोदावरी और कावेरी निदयाँ पूव१ की
तरफ बहते ॽए बंगाल की खाड़ी म७ िगरती ह॰ ।

● सतपुड़ा पहाड़ी के उ र म७ नम१दा की ঎ं श घाटी है तथा सतपुड़ा के दि঴ण


म७ तापी की ঎ंश घाटी है।

● इन दोनों ঎ंश घािटयों का ढ़ाल पि म की तरफ है यानी ख ात की खाड़ी


की तरफ है।

● यही कारण है िक नम१दा और तापी निदयाँ ঋाय ीपीय पठार के सामा


ढ़ाल के िवपरीत पि म िदशा म७ बहती ह॰ और अं त म७ अरब सागर म७ िगर
जाती ह॰ ।
● तापी नदी के मुहाने से ले कर पि म तट के साथ-साथ केरल की
काड८ मम पहाड़ी तक पि मी तट का िव ार है ।

● जबिक पूव५ तट के साथ-साथ पूव५ घाट का िव ार है ।

● चूँिक ঋाय ीपीय पठार की अिधकां श निदयाँ ढ़ाल के अनुसार पूव१ की


ओर बहती ह॰ , अतः पू व५ तट काफी कटा-फटा है ।

● पि मी घाट और पूव५ घाट ঒ेिणयाँ दि঴ण म७ आपस म७ िमल जाती ह॰


िजसे नीलिगरी पव१त कहते ह॰ ।

● पि मी घाट नीलिगरी के दि঴ण म७ भी िव ृ त है ।


● नीलिगरी के दि঴ण म७ पि मी घाट को अनामलाई पहाड़ी और काड८ मम
पहाड़ी के ॺप म७ जाना जाता है । ঋाय ीपीय पठार की सबसे दि঴णी
पहाड़ी काड८ मम पहाड़ी है ।

● नीलिगरी का िव ार तीन रा৸ों म७ है - तिमलनाडु , केरल और कना१टक


ঋाय ीपीय पठार के अंतग१त िन िल्खत संरचनाएँ शािमल ह॰ -

1. अरावली पव१त 7. पूव५ घाट पव१त

2. मालवा पठार 8. नीलिगरी पहािड़याँ

3. िव यन पव१त 9. दজन का पठार

4. सतपुड़ा पव१त 10. अ ामलाई पहाड़ी

5. छोटा नागपुर पठार 11. काड८ मम पहाड़ी

6. पि मी घाट पव१त
अरावली

● ঋाय ीपीय पठार के उ र-पि मी िसरे पर अरावली पव१तमाला का


िव ार है ।

● अरावली पव१त गुजरात के पालमपुर से राज थान होते ॽए िद ी म७


मजनू के टीला तक िव ृत है ।

● अरावली की ल ाई लगभग 800 िकमी है ।

● अरावली पव१त की अिधकतम ल ाई राज थान म७ है ।


● दि঴णी राज थान म७ अरावली को जरघा की पहािड़यों के नाम से जाना
जाता है।

● िद ी म७ अरावली को िद ी ौरज के नाम से जाना जाता है।

● अरावली का सवॳৡ िशखर गुॺिशखर है जोिक राज थान के माउं ट


आबू म७ ् थत है ।

● माउं ट आबू म७ जैिनयों का ঋिस िदलवाड़ा मंिदर भी ् थत है।


● अरावली पव१न िव का सबसे ঋाचीनतम विलत पव१त है जोिक वत१ मान
म७ दीघ१कािलक अपरदन िॿयाओं के कारण अविश पव१त के ॺप म७
िव मान है।

● बनास नदी अरावली को पि म से पूव१ िदशा म७ पार करती है और


च ल नदी म७ िमल जाती है ।
भारत को भौितक ि कोण से िन िल्खत 5 भागों म७ िवभঢ िकया जा सकता
है :

1. उ री पव१तीय ঋदे श

2. म वत५ मैदान ঋदे श

3. ঋाय ीपीय पठारी ঋदे श

4. तटवत५ मैदानी ঋदे श

5. ीपीय ঋदे श
भूड़

बांगर मृदा के ঴ेআ म७ अप঴य की िॿया ारा महीन िमਂी के कण िव थािपत हो जाते
ह॰ ।

फलतः मोटे कणों वाली बालू के ढ़े र कही ं-कही ं िदखाई दे ते ह॰ , िज ७ भूड़ कहते ह॰ ।

धांड

यह िस ु के डे ाई ঋदे श म७ पाई जाने वाली झील७ ह॰ , जो निदयों के जल के एकिআत


होने से िवकिसत ॽई ह॰ ।
रे ह या क र

● यह हौरत ॿांित के ঴ेআों म७ िवकिसत लवणीय मृदा के ঴ेআ ह॰ ।

● इनकी उ ि जल-जमाव एवं वा ीकरण के कारण मृ दा म७ लवणों की माআा


म७ वृ् होने से होती ॽई है।

● बांगर मृदा के ঴ेআ म७ नमकयुঢ सफेद परत वाले ঴ेআ रे ह या क र


कहलाते ह॰ ।
बेट भूिम/ फ/धाया

● िस ु के मैदान के बाढ़ঁ ঴ेআ 'बे ट भूिम' कहलाते ह॰ ।

● पंजाब, हौरयाणा म७ बेट भूिमयाँ िमलती है।


● म वत५ मैदान भारत की ही नही ं वरन् िव का सबसे अिधक उपजाऊ
और घनी जनसंূा वाला मैदान है ।

● यह मैदान िस ु, गंगा, ঍ पु আ और उनकी अनेक सहायक निदयों ारा लाए


गए जलोढ़कों के िन঴ेप से बना है।

● इसी कारण यह अ ं त उपजाऊ है ।


● अरावली पव१त ঒ेणी को छोड़कर इस मैदान का कोई भी भाग समुঈ
तल से 180 मीटर से अिधक ऊँचा नही ं है।

● म वत५ मैदान का िव ार उ री राज थान से लेकर पंजाब,


हौरयाणा होते ॽए असम रा৸ तक है ।

● पि म म७ पािक ान (िस ु का मैदान) एवं पू व१ म७ बां৕ादे श (गंगा-


঍हा्रपुআ का डे ा) तक भी म वत५ मैदान का िव ार है।
● म वत५ मैदान म७ कही ं-कही ं गत१ है, िज ७ पटना के िनकट ‘ज ा’
तथा मोकामा (िबहार) के िनकट टाल कहते ह॰ ।

● म वत५ मैदान म७ धरातल का उतार-चढ़ाव समुঈी लहरों के समान


मालूम होता है।

● िस ु के मैदान म७ कही ं-कही ं टीलों के बीच िन भूिम िमलती है, िजसे


‘त ी’ कहते ह॰ ।

● ’त ी’ म७ वषा१ का जल भरने से िनिम१त झील को धांड कहते ह॰ ।


म वत५ मै दान का मह

● म वत५ मैदान भारत के लगभग एक-चैथाई भाग को घेरे ॽए है ।

● यहाँ संपूण१ दे श की लगभग 47 ঋितशत जनसंূा िनवास करती है।

● य िप भौगोिलक तथा आिथ१क ि कोण से यह भारत का सवॳ म


भाग है , िक ु भू-वै৯ािनक ि कोण से इसका मह अिधक नही ं है ,

● ভोंिक यह भारत का नवीनतम भाग है और इसकी भौितक संरचना


सरल है।
● िक ु यहाँ भूिम समतल होने तथा रे लमागॵ, जलमागॵ व निदयों का
जाल िबछा होने के कारण इस भाग म७ दे श के अनेक ঋमुख
ापाौरक और औ ोिगक क७ঈ ् थित ह॰ ।

● अतः इस मैदान का रा ३ ीय िवकास एवं आिथ१क ि से िवशेष मह


है।

● िस ु, सतलज, गंगा और ঍हा्रपुআ निदयों ारा लाई गई िमਂी से बना


होने और इन निदयों से िसं चाई की सु िवधा होने के कारण यह मैदान
'िहमालय पव१त का उपहार' कहलाता है।
● जलोढ़ िमਂी के कारण यह मैदान अ ं त उपजाऊ है।

● भारत म७ उ होने वाले खा ा ों का अिधकां श भाग यही ं पैदा होता


है।

● यहाँ की जलवायु भी फसलों की उ ित म७ अपेि঴त योगदान दे ती है।

● यह भारत का ঋमु ख कृिष ঴ेআ है , िजसम७ चावल, जूट, ग ा, गेॾँ,


तंबाकू, सरसों एवं ितलहन पै दा िकए जाते ह॰ ।

● इस भाग म७ अिधकां शः निदयाँ िहमालय से िनकलने के कारण


सदानीरा होती है , जोिक कृिष हेतु उपयु ঢ धरातल िनिम१त करती ह॰ ।
● मैदानी भाग म७ निदयाँ धीमी बहती ह॰ और इनकी चैड़ाई अिधक होती
है , िजससे यहाँ निदयों ारा ঋाचीनकाल से आवागमन होता रहा है।

● आज भी इनके ारा कुछ सीमा तक अ द८ शीय यातायात होता है।

● जहाँ निदयाँ तेज बहती ह॰ और जलঋपात बनाती है , वहाँ इनसे जल-


िवद् युत उ करने की योजनाएँ बनाई गई ह॰ ।

● यह मैदान 'स ता की ज भू िम' रहा है ।

● इस िवशाल मैदान का राजनीितक एवं सां ृ ितक इितहास भारतीय


इितहास का पया१यवाची रहा है ।
● इस मैदान के पि मी और दि঴णी-पूव५ भागों म७ जो अवसाद जमे
उनम७ वृ঴ों के दब जाने से कोयले का िनमा१ण ॽआ तथा जहाँ
महासगरीय जीवा जमे, वहाँ उनसे िनःसृत होकर खिनज तेल
संगृिहत हो गया।

● असम, पि म बंगाल, पि मी राज थान, झारखंड, उ रঋदे श और


पंजाब म७ इसिलए खिनज तेल िमलने की सं भावनाएँ ঢ की गई ह॰ ।

● राज थान म७ जैसलमेर मे खिनज तेल एवं ঋाकृितक गैस के िवशाल


भंडार ৯ात ॽए ह॰ ।
● तीन ओर जल से िघरा भूभाग ঋाय ीप कहलाता है।

● ঋाय ीपीय भारत का पठार गोंडवानाल॰ड का िह ा है।

● भारत का ঋाय ीपीय पठार बॽत पहले यह भाग अঌीका से सटा ॽआ


था।

● इसके उ र-पूव१ िदशा की ओर ঋवाह से टे िथस सागर म७ िन঴ेिपत मलबों


म७ वलन से िहमालय की उ ि ॽई।

● यह ঋवाह अभी भी जारी है और इसी कारण िहमालय का उ ान भी


जारी है।
● पठार के इसी जारी ঋवाह के कारण िहमालय म७ भूकंप की घटनाएँ
घिटत होती ह॰ ।

● हालाँिक ঋाय ीपीय पठार िववत१िनकी ि से पूरी तरह से ् थर है।

● यही कारण है िक दि঴ण भारत म७ सामा तः बॽत कम भूकंप आते ह॰ ।

● पठारी भारत के उ र-पि मी िसरे पर अरावली पहािड़याँ ह॰ तथा उ र-


पूव१ िसरे पर राजमहल की पहािड़याँ ह॰ ।

● दि঴ण म७ ঋाय ीपीय पठार का िव ार क ाकुमारी तक है।


● मेघालय का िशलांग पठार (गारो, खासी, जयंितया) भी ঋाय ीपीय भारत
के पठार का ही उ र-पूव५ िव ार है ।

● दूसरे श ों म७, िशलांग पठार राजमहल पहाड़ी का ही पूव१ की ओर


िनकला ॽआ भाग है।

● बीच का भाग अवतिलत हो गया। इस अवतिलत भाग िजसे गं गा और


঍ पुআ निदयों ारा लाए गए जलोढ़कों के िन঴ेप से मैदानी भाग का
िवकास ॽआ, जहाँ आज बां৕ादे श ् थत है ।
● राजमहल पहाड़ी और िशलां ग के पठार के बीच के गै प को मालदा गैप
या राजमहल-गारो गैप कहते ह॰ ।

● पठार के दोनों तरफ यानी पि मी घाट और पू व५ घाट के िकनारों पर


समतल मैदान पाए जाते ह॰ िजनका िनमा१ण अरब सागर तथा बंगाल की
खाड़ी म७ िगरने वाली निदयों ारा जलोढ़कों के िन঴ेप से ॽआ है ।
● ঋाय ीपीय पठार का उ री ढ़ाल उ र की तरफ है अथा१त् गं गा घाटी की
तरफ है।

● यही कारण है िक च ल, बेतवा और सोन निदयाँ उ र की ओर


ঋवािहत होते ॽए गंगा और यमुना निदयों म७ िमल जाती ह॰ ।

● च ल और बेतवा यमुना नदी म७ िमल जाती ह॰ और सोन नदी गंगा म७


िमल जाती है।

● सतपुड़ा पहाड़ी के दि঴ण म७ यानी ঋाय ीपीय पठार के दि঴णी भाग का


ढ़ाल पूव१ की ओर है।
● यही कारण है िक महानदी, कृ ा, गोदावरी और कावेरी निदयाँ पूव१ की
तरफ बहते ॽए बंगाल की खाड़ी म७ िगरती ह॰ ।

● सतपुड़ा पहाड़ी के उ र म७ नम१दा की ঎ं श घाटी है तथा सतपुड़ा के दि঴ण


म७ तापी की ঎ंश घाटी है ।

● इन दोनों ঎ंश घािटयों का ढ़ाल पि म की तरफ है यानी ख ात की खाड़ी


की तरफ है।

● यही कारण है िक नम१दा और तापी निदयाँ ঋाय ीपीय पठार के सामा


ढ़ाल के िवपरीत पि म िदशा म७ बहती ह॰ और अंत म७ अरब सागर म७ िगर
जाती ह॰ ।
● तापी नदी के मुहाने से लेकर पि म तट के साथ-साथ केरल की
काड८ मम पहाड़ी तक पि मी तट का िव ार है ।

● जबिक पूव५ तट के साथ-साथ पू व५ घाट का िव ार है ।

● चूँिक ঋाय ीपीय पठार की अिधकां श निदयाँ ढ़ाल के अनुसार पूव१ की


ओर बहती ह॰ , अतः पूव५ तट काफी कटा-फटा है।

● पि मी घाट और पूव५ घाट ঒ेिणयाँ दि঴ण म७ आपस म७ िमल जाती ह॰


िजसे नीलिगरी पव१त कहते ह॰ ।

● पि मी घाट नीलिगरी के दि঴ण म७ भी िव ृत है।


● नीलिगरी के दि঴ण म७ पि मी घाट को अनामलाई पहाड़ी और काड८ मम
पहाड़ी के ॺप म७ जाना जाता है। ঋाय ीपीय पठार की सबसे दि঴णी
पहाड़ी काड८ मम पहाड़ी है ।

● नीलिगरी का िव ार तीन रा৸ों म७ है - तिमलनाडु , केरल और कना१टक


ঋाय ीपीय पठार के अंतग१त िन िल्खत सं रचनाएँ शािमल ह॰ -

अरावली पव१त िव यन पव१त मालवा पठार

सतपुड़ा पव१त पि मी घाट पव१त छोटा नागपुर पठार

पूव५ घाट पव१त नीलिगरी पहािड़याँ दজन का पठार

अ ामलाई पहाड़ी मेघालय का पठार


अरावली

● ঋाय ीपीय पठार के उ र-पि मी िसरे पर अरावली पव१तमाला का


िव ार है।

● अरावली पव१त गुजरात के पालमपु र से राज थान होते ॽए िद ी म७


मजनू के टीला तक िव ृत है।

● अरावली की ल ाई लगभग 800 िकमी है।

● अरावली पव१त की अिधकतम ल ाई राज थान म७ है।


● दि঴णी राज थान म७ अरावली को जरघा की पहािड़यों के नाम से जाना
जाता है।

● िद ी म७ अरावली को िद ी ौरज के नाम से जाना जाता है।

● अरावली का सवॳৡ िशखर गु ॺिशखर है जोिक राज थान के माउं ट


आबू म७ ् थत है।

● माउं ट आबू म७ जैिनयों का ঋिस िदलवाड़ा मंिदर भी ् थत है।


● अरावली पव१न िव का सबसे ঋाचीनतम विलत पव१त है जोिक वत१मान
म७ दीघ१कािलक अपरदन िॿयाओं के कारण अविश पव१त के ॺप म७
िव मान है।

● बनास नदी अरावली को पि म से पूव१ िदशा म७ पार करती है और च ल


नदी म७ िमल जाती है।
िव यन पव१त ঒ेणी

● िव यन पव१त ঒ेणी मालवा पठार के दि঴ण म७ है।

● िव यन पव१त का िव ार पू री तरह से म ঋदे श म७ है ।

● िव यन पव१त का पू व१ म७ भांडेर पहाड़ी और कैमूर पहाड़ी के नाम से जाना


जाता है।

● िव यन पव१त के दि঴ण म७ नम१दा ঎ं श घाटी है ।

● नम१दा ঎ंश घाटी के दि঴ण म७ सतपुड़ा पहाड़ी है ।

● सतपुड़ा पहाड़ी के दि঴ण म७ तापी ঎ंश घाटी है ।


सतपुड़ा पव१त ঒े णी

● सतपुड़ा भारत म७ एकमाআ ा◌ॅ क पव१त का उदाहरण है।

● दो ঎ंश घािटयों के बीच ् थत सतपुड़ा पव१त को ा◌ॅ क पव१त कहते ह॰ ।

● सतपुड़ा के उ र म७ नम१दा ঎ंश घाटी है जबिक दि঴ण म७ तापी ঎ंश


घाटी है।

● सतपुड़ा पि म से पू व१ की ओर तीन पहािड़यों के ॺप म७ िव ृत है-


राजपीपला, महादे व, मैकाल।

● सतपुड़ा की सबसे ऊँची चोटी धूपगढ़ चोटी महादे व पर ् थत है।


● पंचमढ़ी िहल े शन या पं चमढ़ी बायो ीयर ौरजव१ धूपगढ़ चोटी के पास ् थत
है।

● मैकाल पहाड़ी म ঋदे श और छ सीगढ़ की सीमा बनाती है।

● मैकाल पहाड़ी की सबसे ऊँची चोटी अमरकंटक है।

● अमरकंटक चोटी के पास से ही नम१दा और सोन निदयाँ िनकलती ह॰ ।

● नम१दा नदी पि म म७ अपनी ঎ंश घाटी म७ बहती ॽई खंभात की खाड़ी म७ िगरती


है तथा सोन नदी गं गा म७ िमल जाती है।

● सतपुड़ा पहाड़ी का िव ार गुजरात, महारा ३ और ৸ादातर भाग म ঋदे श म७


है।
मालवा पठार

● मालवा पठार अरावली के दि঴ण म७ और िव यन पव१त के उ र म७


् थत है।

● यानी अरावली और िव यन पव१तों के बीच ् थत है ।

● मालवा पठार का िनमा१ण ৹ालामुखी लावा से ॽआ है ।

● इस ঋकार मालवा का पठार बैसा चਂानों का ঴ेআ है ।

● यही कारण है िक मालवा पठार पर काली िमਂी पाई जाती है।


● मालवा पठार का ढ़ाल उ र की तरफ है।

● यही कारण है िक मालवा पठार से िनकलने वाली च ल, बेतवा और


कालीिसंध निदयाँ उ र की ओर ঋवािहत होती ह॰ ।

● च ल और उसकी सहायक निदयों ने मालवा पठार को अपरिदत कर


िदया है।

● यह अपरदन अवनिलका या खਊ ঋकार का है ।

● इसी अपरिदत भूिम का उ ात भूिम या बीहड़ (उबड़-खाबड़) कहते ह॰ ।


दজन पठार

● दজन पठार की अव् थित सतपुड़ा पव१त, पि मी घाट पव१त और पू व५ घाट


पव१त के म म७ है।

● दজन का पठार मुূ ॺप से दজन ट३ ै प की चਂानों से बना ॽआ है ।

● दজन पठार के अंतग१त िन िल्खत संरचनाओं को शािमल िकया जा सकता


है - हौर ंঈ पहाड़ी, बालाघाट पहाड़ी अजंता पहाड़ी, गिवलगढ़ पहाड़ी।

● ये चारों पहािड़याँ महारा ३ म७ ् थत ह॰ ।


● दজन पठार के अंतग१त ही डं डकारਘ का पठार ् थत है।

● डं डकारਘ का पठार मुূ ॺप से छ ीसगढ़ और ओिडशा म७ है।

● डं डकारਘ पठार के अंतग१त ही ब र का पठार है।

● भारत म७ िटन का एकमाআ भंडार ब र पठार के अंतग१त पाया जाता है।


महानदी बेिसन

● यह छ ीसगढ़ म७ डं डकारਘ के उ र म७ और छोटा नागपुर पठार के दि঴ण म७


घाटीनुमा ঴ेআ है।

● यह ঴ेআ घाटीनुमा यानी समतल मैदान है ।

● यह वा व म७ छ ीसगढ़ म७ महानदी की घाटी है।

● महानदी बेिसन धान की खे ती के िलए िव ঋिस है।

● इसिलए छ ीसगढ़ को धान का कटोरा भी कहते ह॰ ।


छोटा नागपुर का पठार

● छोटा नागपुर का पठार झारखंड और पि म बंगाल रा৸ों म७ िव ृत है।

● छोटा नागपुर पठार से दो ঋमुख निदयाँ िनकलती ह॰- दामोदर और ण१


रे खा।

● दामोदर नदी पठार के बीचो-बीच अपनी ঎ंश घाटी म७ पूव१ की ओर बहते


ॽए ॽ৕ी नदी म७ िमल जाती है।

● दामोदर नदी छोटा नागपु र पठार को दो भागों म७ बाँटती है- उ र


म७ हजारीबाग पठार और दि঴ण म७ राँची पठार।
● राँची का पठार भारत म७ समঋाय मैदान का उदाहरण है यानी पठार का
एक ऐसा मैदान िजसम७ चਂान७ या िशखर नही ं पाए जाते ह॰ ।

● भारत म७ तीन निदयाँ- नम१दा, तापी और दामोदर नदी ঎ंश घाटी म७ बहती
ह॰ ।

● ण१ रे खा सीधे बंगाल की खाड़ी म७ िगरती ह॰ ।

● राँची ण१ रे खा नदी के तट पर है।

● छोटा नागपुर का पठार भारत म७ खिनजों की ि से सबसे मह पू ण१


पठार है।

● इसके तहत कोयला, लोहा और यू रेिनयम पाया जाता है।


● इसिलए छोटा नागपुर पठार को भारत का ॺर ঋदे श कहते ह॰ ।

● ॺर और राइन निदयों के बीच का ঴ेআ जम१नी म७ ॺर ঋदे श कहलाता है


जोिक खिनजों की ि से िव म७ अ ंत समृ माना जाता है ।

● छोटा नागपुर पठार के उ र-पूव१ म७ राजमहल की पहाड़ी है ।

● इसकी अव् थित मु ূ ॺप से झारखं ड म७ है ।


िशलां ग पठार

● िशलांग पठार तंআ पठार न होकर ঋाय ीपीय पठार का ही िह ा है ।

● इसे मेघालय का पठार भी कहते ह॰ ।

● य िप िशलांग पठार की अव् थित िहमालय के नजदीक है िक ु


वा व म७, राजमहल पहाड़ी का ही पूव५ िव ार है।

● अवतिलत होने के कारण बीच के भाग म७ गै प आ गया है, िजसे राजमहल


गैप या मालदा गैप कहते ह॰ ।
● इसे गंगा और ঍ पु আ निदयों ने अपने जलोढ़ िन঴े पों से भर िदया है।

● िशलांग पठार के अंतग१त पाँच पहािड़याँ शािमल है- गोरा, खासी,


जयंितया, िमिकर, र७ ৒ा िमिकर और रे ৒ा असम म७ ् थत ह॰ ।

● िशलांग पठार की सबसे ऊँची चोटी नोकरे क है जोिक गारो पहािड़यों के


अंतग१त ् थत है।
सौरा ३

● कৢ की खाड़ी और खंभात की खाड़ी के म ् थत अ १ -चंঈाकार


दि঴ण गुजरात को हम सौरा ३ कहते ह॰ ।

● यहाँ तीन ঋमुख पहािड़याँ ् थत ह॰- माਔव पहाड़ी, बारदा पहाड़ी और


िगर पहाड़ी।

● गुजरात का िगर एकमाআ ऐसी जगह है जहाँ एिशयाई शेर पाए जाते ह॰ ।
● संभवतः यह ঴ेআ अঌीका के सवाना से लगा ॽआ होगा जोिक कालांतर
म७ अঌीकन ेट और भारतीय े ट के टू टने से अलग हो गया।

● यही कारण है िक भारत सिहत पू रे एिशया म७ िसफ१ िगर म७ ही एिशयाई


शेर पाए जाते ह॰ ।
पि मी घाट

● पि मी घाट व ुतः पव१त न होकर एक कगार अथा१त् िकनारा है।

● दूसरे श ों म७, ঋाय ीपीय पठार का पि मी िसरा यानी पि मी घाट


कगारनुमा है , िजसकी उ ि अঌीकी भूखंड से टू टने से ॽई है।

● पि मी घाट पव१त ঋमाण है िक अঌीकन ेट और भारतीय ेट म७


अलगाव ॽआ है।

● पि मी घाट पव१त ॿमब ह॰ , पूव५ घाट की तरह टू टा-फूटा नही ं है।


● पूव५ घाट के अिधक टू टे -फूटे होने का कारण ঋाय ीपीय पठार की ढ़ाल
का पूव१ की ओर होना है, िजस कारण कृ ा, कावेरी, महानदी, गोदावरी
जैसी अिधकांश निदयाँ पूव१ की ओर बहते ॽए बंगाल की खाड़ी म७ िगरती
है।

● इ ी ं निदयों ने पूव५ घाट को जगह-जगह पर काट िदया है।


● पि मी घाट पव१त तापी नदी के मु हाने से शुॺ होकर दि঴ण म७ केप
कैमोौरन (क ाकुमारी) तक िव ृ त है ।

● पि मी घाट का िव ार 1600 िकलोमीटर की लं बाई म७ है ।

● पि मी घाट पव१त िहमालय के बाद भारत म७ दूसरा सबसे ल ा पव१त है।

● यिद हम पूरी तरह से भारत म७ ् थत पव१त की बात कर७ तो पि मी घाट


पूरी तरह से भारत म७ ् थत भारत का सबसे ल ा पव१त है।

● पि मी घाट पव१त को स ािঈ भी कहते ह॰ ।


● पि मी घाट पव१त सही मायनों म७ पव१त न होकर ঋाय ीपीय भारत के
पठार का पि मी ঎ंश कगार है ।

● यह ঎ंश कगार इं िडयन ेट के अঌीकन ेट से अलग होने से बना


है।

● यही कारण है पि मी घाट का पि मी िसरा खड़े एवं ती঑ ढ़ाल वाला है।

● उ री स ािঈ की सबसे ऊँची चोटी का ु बाई चोटी है जोिक महारा ३


म७ ् थत है।

● का ुबाई चोटी के दि঴ण म७ महारा ३ म७ ही महाबले र चोटी है।


● कृ ा नदी महाबले र चोटी से ही िनकलकर पूव१ की ओर ঋवािहत
होती ॽई बंगाल की खाड़ी म७ िगरती है।

● कना१टक म७ पि मी घाट पर दो ঋमु ख चोिटयाँ ह॰- कुঈे मुख चोटी और


঍ पुআ चोटी।

● कना१टक म७ ঍हा्रिगरी चोटी से ही कावेरी नदी िनकलती है और


तिमलनाडु म७ बहते ॽए बंगाल की खाड़ी म७ िगरती है ।
● दि঴ण म७ पि मी घाट पव१त पूव५ घाट पव१त से नीलिगरी पव१त के मा म
से जुड़ जाता है।

● नीलिगरी पव१त का िव ार तिमलनाडु , केरल और कना१टक म७ है।

● नीलिगरी पव१त की सबसे ऊँची चोटी दोदाबे टा है।

● दोदाबेटा दि঴ण भारत की दूसरी सबसे ऊँची चोटी है।

● ঋिस पय१टक थल ऊटी या ऊटकमं डल तिमलनाडु म७ नीलिगरी


पहािड़यों पर ही है।
● केरल का ঋिस सदाबहार वन साइल॰ट वैली भी नीलिगरी पहािड़यों पर है।

● शांत घाटी वन अपनी जैव-िविवधता और घने जं गलों के िलए जाना जाता है।

● नीलिगरी पव१त के दि঴ण म७ एक पव१तीय गैप है िजसे पालघाट दरा१ कहते ह॰ ।

● पालघाट को थानीय ॺप से पलজड गैप कहते ह॰ ।

● पालघाट गैप से होकर ही रे लमाग१ और सड़क माग१ ारा केरल और तिमलनाडु


को आपस म७ जोड़ िदया गया है।

● पालघाट दर८ के दि঴ण म७ एक और पव१तीय गाँठ है िजसका नाम अनायमुढ़ी


पव१तीय गाँठ है।
● अनायमुढ़ी गाँठ म७ तीन पहािड़यों का िमलन- थल है- उ र की ओर
अनामलाई, दि঴ण की ओर काड८ मम तथा उ र-पू व१ की ओर पालनी
पहाड़ी।

● अनामलाई पहाड़ी की सबसे ऊँची चोटी अनायमुढ़ी है ।

● काड८ मम पहाड़ी को दो अ नामों से भी जाना जाता है- इलायची


पहाड़ी या इलामलाय पहाड़ी।

● काड८ मम पहाड़ी भारत की सबसे दि঴णतम पहाड़ी है।


● अनायमुढ़ी चोटी के पूव१ म७ पालनी की पहाड़ी है ।

● पालनी की पहाड़ी पूरी तरह से तिमलनाडु म७ िव ृत है ।

● ঋिस पय१टक थल कोडाइकनाल तिमलनाडु म७ पालनी की पहाड़ी पर


ही ् थत है।

● अनायमलाई और काड८ मम तिमलनाडु और केरल की सीमा पर ् थत


ह॰ ।

● पि मी घाट पव१त पर जगह-जगह पर दर८ पाए जाते ह॰ ।

● इन दरॳ से पि म घाट पव१त को आर-पार करने म७ मदद िमलती है।


1. थाल घाट महारा ३ म७, (मुं बई से नागपुर)

2. भोर घाट महारा ३ म७, (मुंबई से पुणे); (एनएच-4: मुंबई-पुणे-चे ई)

3. पाल घाट केरल म७, नीलिगरी और अनामलाई पहािड़यों के बीच ् थत

4. शेनकोਂा गैप काड८ मम पहाड़ी पर, (ितॺवंतपु रम से तिमलनाडु के


मुदरै )
पू व५ घाट

● पूव५ घाट पव१त पि मी घाट पव१त की तरह ॿमब और िनरं तर नही ं है ब्


ढ़ाल का अनुसरण करते ॽए बंगाल की खाड़ी म७ िगरने वाली निदयों ारा
जगह-जगह से काटा ॽआ है ।

● उदाहरण के िलए गोदावरी और कृ ा निदयों के डे ा के बीच म७ पूव५ घाट


पव१त िब ु ल गायब है।

● यही कारण है पूव५ घाट पव१त को अलग-अलग रा৸ों म७ अलग-अलग नामों से


जाना जाता है।
आं উঋदे श न ामलाई, पालकोंडा, वेिलकोंडा

तेलंगाना शेषाचलम पहाड़ी

तिमलनाडु जावादी, शेवाराय, पंचामलाई, िसॺमलाई (चाकॳनाइट चਂान


से िनिम१त)

नोट : नीलिगरी सिहत तिमलनाडु की पहािड़यों पर चंदन और सागवान के


वृ঴ बॽत अिधक पाए जाते ह॰ ।
भारत को भौितक ि कोण से िन िल्खत 5 भागों म७ िवभঢ िकया जा सकता
है :

1. उ री पव१तीय ঋदे श

2. म वत५ मैदान ঋदे श

3. ঋाय ीपीय पठारी ঋदे श

4. तटवत५ मैदानी ঋदे श

5. ीपीय ঋदे श
िशलां ग पठार

● िशलांग पठार तंআ पठार न होकर ঋाय ीपीय पठार का ही िह ा है ।

● इसे मेघालय का पठार भी कहते ह॰ ।

● य िप िशलांग पठार की अव् थित िहमालय के नजदीक है िक ु


वा व म७, राजमहल पहाड़ी का ही पूव५ िव ार है।

● अवतिलत होने के कारण बीच के भाग म७ गैप आ गया है , िजसे राजमहल


गैप या मालदा गैप कहते ह॰ ।
● इसे गंगा और ঍ पु আ निदयों ने अपने जलोढ़ िन঴ेपों से भर िदया है।

● िशलांग पठार के अंतग१त पाँच पहािड़याँ शािमल है - गोरा, खासी,


जयंितया, िमिकर, र७ ৒ा िमिकर और रे ৒ा असम म७ ् थत ह॰ ।

● िशलांग पठार की सबसे ऊँची चोटी नोकरे क है जोिक गारो पहािड़यों के


अंतग१त ् थत है।
सौरा ३

● कৢ की खाड़ी और खंभात की खाड़ी के म ् थत अ १ -चंঈाकार


दि঴ण गुजरात को हम सौरा ३ कहते ह॰ ।

● यहाँ तीन ঋमुख पहािड़याँ ् थत ह॰ - माਔव पहाड़ी, बारदा पहाड़ी और


िगर पहाड़ी।

● गुजरात का िगर एकमाআ ऐसी जगह है जहाँ एिशयाई शेर पाए जाते ह॰ ।
● संभवतः यह ঴ेআ अঌीका के सवाना से लगा ॽआ होगा जोिक कालांतर
म७ अঌीकन ेट और भारतीय े ट के टू टने से अलग हो गया।

● यही कारण है िक भारत सिहत पू रे एिशया म७ िसफ१ िगर म७ ही एिशयाई


शेर पाए जाते ह॰ ।
● तटवत५ मैदान भारत के तटीय ঴ेআों म७ सं करी पेटी म७ ् थत जलोढ़
िनिम१त संरचना है , िजसकी उ ि ी ोसीन से होलोसीन काल तक
निदयों ारा लाए गए जलोढ़कों के िन঴े प से ॽई है ।

● साथ ही समुঈी तरं गों ारा अपरदन की ঋिॿया एवं िन঴े पण का भी


इनके िवकास म७ योगदान है।
पि मी तटीय मैदान

● पि मी तटीय मैदान का िव ार गु जरात से लेकर क ाकुमारी तक है।

● पि मी तटीय मैदान की सबसे अिधक चौड़ाई नम१दा तथा तापी नदी के मुहाने पर
है।

● गुजरात से लेकर गोवा तक के भाग को कोकण तट, गोवा से लेकर कना१टक के


मंगलौर तक क ड़ तट तथा मंगलौर से लेकर क ाकुमारी तक के िह े को
मालाबार तट कहते ह॰ ।

● मालाबार तट का अिधकांश िह ा केरल के अंतग१त आता है , अतः मालाबार तट


को केरल तट भी कहते ह॰ ।
● मालाबार तट पर अने क लै गून झीले पाई जाती ह॰ ।

● उदाहरण के िलए केरल म७ बे ानाड झील, अ ामुदी झील आिद।

● केरल म७ लैगून झीलों को थानीय ॺप से कयाल कहते ह॰ ।

● को्ৡ का बंदरगाह ऐसे ही अनूप पर ् थत है।


● ঋाय ीपीय पठार के पि मी भाग िजसे हम पि मी घाट कहते ह॰ ।

● पि मी घाट का पि मी भाग कगारनुमा अथा१त् ती঑ ढ़ाल वाला है।

● इसिलए पि मी तट पर बहने वाली निदयाँ अपने ती঑ वेग के कारण अरब


सागर म७ िगरते समय डे ा का िनमा१ण नही ं करती ब् ए चुयरी का
िनमा१ण करती ह॰ ।

● जैसे िक गुजरात म७ नम१दा और तापी नदी, गोवा म७ माਔवी, जुआरी, कना१टक


शरावती नदी, केरला म७ भरतपूझा व पेौरयार डे ा का िनमा१ण न करके
৹ारनदमुख का िनमा१ण करती ह॰ ।
● पि मी तटीय मैदान की चैड़ाई के कम होने का ঋमुख कारण यहाँ छोटी
निदयों का िगरना है ।

● पि मी घाट के पि म से िनकलने वाली निदयाँ अपे঴ाकृत छोटी एवं


ती঑ वेग वाली ह॰ जो ए चुयरी का िनमा१ण करती ह॰ ।

● फल ॺप यहाँ अिधक मलवों का िन঴े प नही ं हो पाता है ।

● पि मी घाट पव१तीय ঴ेআ तट के िकनारे ती঑ ढ़ाल वाला ঴ेআ है।

● इस कारण भी पि मी तटवत५ मैदानों की चौड़ाई कम है।


पूव५ तटीय मैदान

● ॽ৕ी नदी के मुहाने से लेकर क ाकुमारी तक पूव५ तटीय मैदान का


िव ार है।

● पूव५ तटीय मैदान की सवा१िधक चैड़ाई तिमलनाडु म७ है।

● ओिडशा म७ पूव५ तटीय मैदान को उਚल तट कहते ह॰ ।

● आं উঋदे श म७ गोदावरी और कृ ा निदयों के बीच के मैदान को उ री


सरकार तट कहते ह॰ ।
● तिमलनाडु के तटीय मैदान को कोरोमंडल तट कहते ह॰ ।

● पूव५ तटीय मैदान पर भी कुछ लैगून झीले ह॰; ओिडशा म७ िच ा झील


और आं উঋदे श म७ पुलीकट झील।

● पुलीकट झील तिमलनाडु और आं উঋदे श की सीमा पर ् थत है।

● इसी झील के बीचोबीच आं উঋदे श म७ ঒ीहौरकोटा ीप ् थत है।


● जहाँ पि मी तटीय मैदान की निदयाँ ए ০ुरी का िनमा१ण करती ह॰ , वही ं
पूव५ तटीय मैदान की निदयाँ डे ा का िनमा१ण करती ह॰ । जैसे- महानदी,
गोदावरी, कृ ा और कावेरी।

● ভोंिक पूव५ तटीय मै दान की ढ़ाल बॽत ही कम है ।

● पूव१ की ओर बहकर बंगाल की खाड़ी म७ िगरने वाली निदयों ने पूव५ घाट


को जगह-जगह से काट िदया है और अपनी घाटी म७ कम वेग से बहती
ह॰ ।

● मंद ढ़ाल के कारण ही पूव१ की निदयों का वेग तट पर पॽँचते-पॽँचते


अनेक धाराओं म७ बँट जाती ह॰ ।
● अतः निदयाँ अपने जलोढ़कों को समु ঈ म७ पॽँचाने से पहले ही तट पर
िन঴ेिपत कर दे ती ह॰ िजससे डे ा का िनमा१ण होता है।

● डे ा की एक िवशे षता होती है िक डे ा धीरे -धीरे समुঈ की ओर बढ़ता


रहता है।

● इस ঋकार पूव५ तट का िनमा१ण स॰कड़ों निदयों के डे ा ঴ेআों से िमलकर ॽआ


है।

● इसिलए यह जलोढ़ िन঴ेप का ঴ेআ है ।

● इस जलोढ़ िन঴ेप म७ निदयाँ ঋितवष१ उपजाऊ िमिਂयाँ बहाकर लाती ह॰ ।

● यही कारण है िक पू व५ तटीय मैदान बॽत ही उपजाऊ है ।


● पूव५ तटीय मैदान का िव ार अिधक होने एवं कृिष हे तु उपयुঢ होने के
कारण यहाँ पि मी तट की तुलना म७ अिधक जनसंূा िमलती है ।

● तिमलनाडु के कोरोमंडल तट को 'दि঴ण भारत का अ का भंडार'


कहते ह॰ ।
● पूव५ तटीय मैदान की औसत चौड़ाई 80 से 100 िकलोमीटर है ।

● पूव५ तटीय मैदान की अिधक चैड़ाई का कारण ঋाय ीपीय पठार की


बड़ी निदयों का ঋवािहत होना तथा डे ा बनाना है ।

● महानदी, गोदावरी, कृ ा, कावेरी जैसी बड़ी निदयाँ अपने साथ बड़ी


माআा म७ मलवा लाती ह॰ िजनके िन঴ेप से पूव५ तटीय मैदान के ॺप म७
चैड़े िव ृत मैदान की उ ि ॽई है ।

● इसके अलावा ঋाय ीपीय पठार का ढ़ाल दि঴ण-पू व१ की ओर है ।


● इस कारण पि मी घाट के पि मी भाग तथा सतपुड़ा के महादे व व मैकाल
पहािड़यों से िनकलने वाली निदयों का ঋवाह भी पूव१ की ओर है।

● इसके अलावा पूव५ घाट की ओर ढ़ाल अपे঴ाकृत मंद है , िजस कारण निदयाँ
ापक पैमाने पर मलवों का िन঴ेप करती ह॰ ।

● फल ॺप पूव५ तटीय मैदान अपे঴ाकृत अिधक चैड़ा है ।

● इसके अलावा पूव५ घाट तट से थोड़ी दूरी पर एक अपरिदत पव१त है अथा१त् पूव५
घाट का ती঑ अपरदन ॽआ है , जो इसकी चैड़ाई म७ वृ् का ঋमुख कारण है।

● इस ঋकार पूव५ तटीय मैदान की चैड़ाई कई कारकों से िनधा१ौरत होती है ।


तटीय मैदान का आिथ१क मह

● पूव५ तथा पि मी तट पर उपजाऊ व चौड़े मैदानों म७ चावल, ग ा व नाौरयल


की खेती ापक ॺप से की जाती है ।

● तटों पर नाौरयल, काजू , सु पारी, रबर, गरम मसाले, अि্ व लेमन घास, उ
किटबंधीय फल तथा ताड़ के कंु ज पाए जाते ह॰ ।

● नाौरयल की जटाओं से िविभ ঋकार की व ु एँ बनाना इन तटों पर मुূ


उ ोग है।
● तट से घाट की ओर ढ़ाल पर कहवा, चाय व गरम मसालों की खेती की
जाती है ।

● मालाबार तट तथा पू व५ निदयों के डे ाई ঴ेআों म७ म नन िकया जाता


है।

● मछिलयों के िलवर से ते ल ঋा करना, मछिलयों को नमक म७ सुखाकर


िड ों म७ बंद करना, मोती िनकालना और नमक तैयार करना तटों के
अ ঋमुख उ म है ।

● इ ी ं तटों पर भारत के 13 ঋमुख बं दरगाह ् थत ह॰ ।


● पि मी तट पर केरल म७ मोनोजाइट नामक बॽमू खिनज िमलता है
तथा दोनों तट के िकनारों पर पे ट३ोिलयम ঋा होने की संभावनाएँ भी
ह॰ ।

● गोदावरी एवं कावेरी के डे ाई ঴ेআों म७ खिनज तेल के पया१ भਔार


पाए गए ह॰ ।

● इनका तेजी से िवदोहन ঋारं भ कर िदया गया है।

● पूव५ और पि मी तटों पर नमक बनाया जाता है।


● दोनों तटों के सहारे िपछली शता् यों म७ आने वाले अरब, पूत१गाली,
डच, ापाौरयों ने अपनी अपनी कोिठयाँ थािपत की।

● पूव५ तट पर तो मंिदरों और उ ोनों का जमघट सा हो गया।

● मदुरै, थंजावुर, कांचीपुरम, रामे रम्, धनुषकोिट इ ािद के अितौरঢ


ঋाचीन भारतीय सं ृ ित के िच भवनों के ॺप म७ िमलते ह॰ ।

● ा की ि से एवं पय१टन की ि से पं िजम, वा ों, मझगांव, जुॽ,


चे ई, गोपालपुर व पुरी के समुঈी ं तटों अ ं त ঋिस ह॰ ।

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