Professional Documents
Culture Documents
River System
River System
https://t.me/unacademy_ sudeepsrivastava
MORE THAN 5000 ASPIRANT GOT RANK IN
https://unacademy.com/@SS001 MY SUPERVISION
Prepare with 100+ Top Educators
SS01 SS01
SS01 SS01
स ध
िं ु ,गिंगा-ब्रह्मपत्र
ु
नदी तिंत्र
स ध
िं ु नदी प्रणाली
1. स ध
िं ु िंस्कृत
2. Sinthos यूनानी
3. indus लैटिन
स ध
िं ु नदी प्रणाली की प्रमुख नटदयााँ स्रोत लिंबाई
I. स ध
िं ु नदी कैला रें ज के स ध
िं ु ग्लेसियर (मान रोवर झील के करीब) कुल 2880 ककमी। भारत मे710 कक.मी.
VI. तलज
ु मान रोवर-रक्षा झीलें कुल 1450 ककमी भारत में 1050 ककमी
स ध
िं ु नदी
भारत को उ का नाम स ध
िं ु े समला।
'स ध
िं ु घािी भ्यता' का जन्म इ ी नदी के आ पा हुआ था।
यह अपने स्रोत (कैला रें ज के ग्लेसियर - कैलाि रें ज में नतब्बत में मान रोवर झील के पा ) े निंगा
परभि रें ज तक उत्तर-पश्चिम टदिा में बहती है ।
इ का कुल जल ननका ी क्षेत्र लगभग 1,165,000 वगग ककमी है [इ में े आधे े अचधक पाककस्तान के
अधग-मैदानी इलाकों में श्स्थत है ]।
जम्मू और कचमीर में प्रवेि करने के बाद यह लद्दाख और ज़स्कर रें ज के बीि बहती है ।
यह निंगा परबत के उत्तर में श्स्थत, अिॉक के पा 5181 मीिर गहरे कण्ठ े टहमालय
(अपनी पहाडी यात्रा माप्त करता है ) को पार करता है ।
यह यहााँ एक तेज लघु मोड लेता है (Syntax twist).
अफगाननस्तान े काबल
ु नदी अिॉक के पा स ध
िं ु में समलती है ।
इ के बाद यह पोिवार पठार े होकर बहती है और ॉटि रें ज (पोिवार पठार के दक्षक्षणी
पूवी ककनारे ) को पार करती है ।
समथनकोि के ठीक ऊपर, स ध िं ु पिंजनाद (पिंिनद) े प्राप्त होती है , पााँि पूवी हायक नटदयों-
झेलम, चिनाब, रावी, ब्या और तलज ु का िंचित जल।
वविाल डेटिा बनने के बाद नदी करािी के दक्षक्षण में अरब ागर में जा चगरी।
स ध
िं ु नदी की प्रमख
ु हायक नटदयााँ
झेलम नदी
वल
ु र झील ,े यह दक्षक्षण की ओर अपना रास्ता बदलता है ।
नदी बारामल
ु ा के नीिे पीर पिंजाल रें ज े होकर एकतरफा िंकीणग मागग बनाती है ।
मज
ु फ्फराबाद में , नदी दक्षक्षण की ओर एक तेज हे यरवपन मोड लेती है ।
नदी 724 ककमी की कुल लिंबाई में े लगभग 160 ककमी के सलए नौगम्य है ।
चिनाब नदी
चिनाब ज़स्कर रें ज के लाहुल-स्पीनत भाग में बारा लािा दरे के पा े ननकलता है ।
पीर पिंजाल श्रेणी के मानािंतर पािंगी घािी के माध्यम े िंयुक्त धारा ििंद्रभागा उत्तर-
पश्चिम टदिा में बहती है ।
पिंजाब के मैदान में प्रवेि करने े पहले, यह नैना दे वी धार में एक घाि कािता है ,
जहािं प्रस द्ध भाखडा बािंध का ननमागण ककया गया है ।
रूपनगर (रोपड) में मैदान में प्रवेि करने के बाद, यह पश्चिम की ओर मुडता है और
ब्या े हररके में िासमल हो जाता है ।
क़िरोज़परु के पा े ़िाश्ज़टका तक यह भारत और पाककस्तान के बीि
लगभग 120 ककलोमीिर तक ीमा बनाती है ।
1,450 ककमी की कुल लिंबाई में े, यह भारतीय क्षेत्र में 1,050 ककमी
के सलए बहती है ।
स ध
िं ु जल िंचध
19 सितंबर 1960 को कराची में सिंधु नदी िमझौते पर हस्ताक्षर हु।
अनब
ु िंध में बैठक, ाइि इिंस्पेक्िन आटद का प्रावधान है ।
3. मझौते के अिंतगगत एक स्थायी स ध
िं ु आयोग की स्थापना की गई।
ये कसमचनर हर कुछ वक्त में एक द ू रे े समलें गे और कक ी भी परे िानी पर बात करें गे।
5. इ के अलावा मझौते में वववादों का हल ढूिंढ़ने के सलए तिस्थ वविेिज्ञ की मदद लेने या
कोिग आफ आत्रबगट्रेिन में जाने का भी रास्ता झ
ु ाया गया है ।
इ चिं ध के अनु ार, भारत अपने पानी के कुल ननवगहन का केवल 20 प्रनतित ही उपयोग
कर कता है ।
दनु नया का ब े बडा नदी द्वीप, माजल
ु ी द्वीप अ म राज्य में ब्रह्मपत्र
ु नदी
पर है ।
ब्रह्मपत्र
ु के ाथ महत्वपण
ू ग िहर डडब्रग
ू ढ़, पा ीघाि, नेमािी, तेजपरु और
गव ु ाहािी हैं।
मह
ु ाना िंगम : ब्रह्मपत्र
ु गिंगा के ाथ एक वविाल डेटिा बनाने े पहले बिंगाल
की खाडी में बहती है ।
ब्रह्मपत्र
ु नदी
प्रणाली
ब्रह्मपुत्र नदी प्रणाली दनु नया की ब े बडी नटदयों में े एक है ।
यह बािंग्लादे ि में जम
ु ना नाम े बहती है । अिंत में , यह गिंगा नदी में ववलीन हो जाती है ।
नतब्बत में , यह लगभग 1,200 ककलोमीिर तक टहमालय के मानािंतर िलता
है ।
यह धब
ु री तक पश्चिम टदिा में बहती है और आगे नीिे, यह दक्षक्षण की ओर
िलती है और बािंग्लादे ि में प्रवेि करती है ।
अचधकािंि हायक नटदयााँ बडी धाराएाँ हैं और वे ब्रह्मपुत्र में बडी मात्रा में पानी
डालती हैं।
धनस री नदी
यह ब्रह्मपत्र
ु नदी की बाईं ओर की हायक नदी है ।
लोटहत नदी का जलग्रहण क्षेत्र बडे पैमाने पर घने जिंगलों े नघरा हुआ है ।
ब
ु नस री नदी को स्थानीय लोगों द्वारा स्वणग नदी के रूप में जाना जाता है ।
यह ब्रह्मपत्र
ु नदी की दाईं ओर की िहायक नदी है
यह पव
ू ी कामें ग जिले और अरुणाचल प्रदे श के पजचचम कामें ग जिले के बीच की िीमा
बनाती है
अिम में , यह तेिपुर में ब्रह्मपुत्र में शासमल होने िे पहले िोननतपुर जिले िे होकर बहती
है
कामें ग नदी में दो खंड होते हैं- पजचचम में अक्का पहाड़ियों िे समलकर और अक्का
िनिानत और पव ू व में दफला पहाड़ियों िे समलकर दफला िनिानत के लोग रहते हैं
यह दक्षक्षणी भट
ू ान और भारत के बीच दहमालय की तलहटी में ।क िीमा-पार नदी है
इिका नाम दहंद ू पौराणणक कताओं में िपव दे वता मानिा के नाम पर रखा गया है
भूटान का रॉयल मानि नेशनल पाकव और मानि नदी घाटी में मानि वन्यिीव
अभयारण्य जस्तत हैं
यह ब्रह्मपत्र
ु नदी की दाईं ओर की हायक नदी है ।
यह उत्तरी भि
ू ान क्षेत्र में उगता है ।
यह ब्रह्मपत्र
ु नदी की दाईं ओर की िहायक नदी है
तीस्ता ।क बहुत गहरे घाट के िात बहती है िो उत्तर बंगाल या दाजिवसलंग की पहाड़ियों
को पजचचम में दो भागों में ववभाजित करती है -पव
ू व में टाइगर दहल रें ि और पव
ू व में
कसलम्पोंग दहल रें ि
गिंगा को 2007 में दनु नया की पािंिवीिं ब े प्रदवू ित नदी के रूप में स्थान टदया गया था।
प्रदि
ू ण े कई मछली प्रजानतयों और उभयिर प्रजानतयों और लप्ु तप्राय गिंगा नदी डॉश्टफन
(ब्लाइिंड डॉश्टफन) को खतरा है ।
गिंगा एक्िन प्लान, नदी को ाफ करने के सलए एक पयागवरणीय पहल, इ प्रकार एक बडी
ववफलता रही है , भ्रष्िािार के कारण, तकनीकी वविेिज्ञता की कमी, खराब पयागवरण
ननयोजन, और धासमगक अचधकाररयों के मथगन की कमी।
अलकनिंदा की पााँि हायक नटदयााँ हैं जो गढ़वाल क्षेत्र में ५ अलग अलग स्थानों पर
अलकनिंदा े समलकर पिंि प्रयाग बनाती हैं।: ये हैं:
(केिवप्रयाग) यह स्थान रस्वती और अलकनिंदा नदी का िंगम स्थान है । रस्वती नदी दे वताल झील
े ननकलती है ।
(बद्रीनाथ) टहिंदओ
ु िं के प्रमुख िारधाम में े एक है ।
ववष्णप्र
ु याग तक अलकनिंदा को ववष्णग
ु िंगा के नाम े जाना जाता है।
वपिंडर की प्रमख
ु हायक नदी आिागाड है ।
मिंदाकनी नदी एकमात्र ऐ ी नदी है जो अलकनिंदा में दाटहनी तरफ े आकर समलती है ।
दे वप्रयाग टिहरी श्जले में है यहािं पर अलकनिंदा नदी को बहु कहा जाता है ।
अलकनिंदा नदी का प्रवाह उत्तराखिंड के तीन श्जलों िमोली ,रुद्रप्रयाग तथा पौडी में होता है ।
गिंगा [एक ीसमत स्थान े एक ववस्तत
ृ , खल
ु े क्षेत्र में बहती है ] पहाडडयों े मैदान में
ननकलती है
फरक्का में , यह पश्चिम बिंगाल में भागीरथी-हुगली और बािंग्लादे ि में पद्मा-मेघना में ववभाश्जत
है (यह फरागका के बाद गिंगा के रूप में जाना जाता है )।
ब्रह्मपत्र
ु (या जमन ु ा जै ा कक यहािं जाना जाता है ) पद्म-मेघना में िासमल होती है
गिंगा नदी के स्रोत े लेकर उ के माँह ु तक (हुगली के ाथ नापी गई) की कुल लिंबाई 2,525
ककलोमीिर है ।
गिंगा - ब्रह्मपत्र
ु डेटिा
डेटिा का मद्र
ु ति एक अत्यचधक प्रेररत क्षेत्र है ।
यमुना को छो़िकर उनमें िे अधधकांश प्रायद्वीपीय क्षेत्र में उत्पन्न होती हैं
यमुना नदी
ब े बडी और ब े महत्वपण
ू ग हायक नदी।
यह उत्तराखिंड में गढ़वाल क्षेत्र में बिंदरपिंि पीक पर यमनोत्री ग्लेसियर े लगभग 6,000 मीिर की ऊिंिाई पर
श्स्थत है ।
1. ऋविगिंगा
2. उमा
3. हनम
ु ान गिंगा और
अचधकािंि प्रायद्वीपीय नटदयााँ आगरा और इलाहाबाद के बीि यमुना में बहती हैं।
1. ििंबल
2. स ध
िं
3. बेतवा
4. केन।
यह त्रत्रवेणी िंगम, इलाहाबाद के पा गिंगा के ाथ एकजि
ु होती है ।
इलाहाबाद े यमन
ु ा की उत्पवत्त की कुल लिंबाई 1,376 ककमी है ।
खराब विाग के कारण नदी अपने ककनारे े बहुत नीिे बहती है क्योंकक ििंबल
घािी में खराब विाग स्थलाकृनत को जन्म दे ती है । {िुष्क भूसम ुधार}
राणा प्रताप िागर बांध, रािस्तान में धचत्तौ़िगढ़ जिले में चंबल नदी के पार गांधी िागर बांध के 52 ककमी
नीचे जस्तत बांध है
कोटा बैराि, रािस्तान में कोटा शहर के लगभग 0.8 ककमी ऊपर जस्तत चंबल घाटी पररयोिनाओं की श्ंख
र ला
में चौता है
गांधी िागर बांध, राणा प्रताप िागर बांध और िवाहर िागर बांध में बबिली उत्पादन के बाद छो़िा गया
पानी, रािस्तान में और मध्य प्रदे श में नहरों के माध्यम िे सिंचाई के सल। कोटा बै राि द्वारा भेिा िाता
है
केवलादे व राष्ट्रीय उद्यान को चंबल नदी सिंचाई पररयोिना िे पानी की आपनू तव की िाती है
बना नदी
बना ििंबल की एक हायक नदी है ।
स ध
िं नदी
स ध
िं मध्य प्रदे ि के ववटदिा पठार में उत्पन्न होता है ।
ध ान इ की महत्वपण
ू ग हायक नदी है ।
केन नदी
मध्य प्रदे ि के बारनेर रें ज े उठने वाली केन नदी िीला के पा यमन
ु ा में समलती
है ।
ोन नदी
यह कैमरू रें ज के ाथ गज
ु रता है ।
ोन की महत्वपूणग हायक नटदयााँ जोटहला, गोपाि, ररहिं द, कान्हर और उत्तर कोइल हैं।
दामोदर की ब े महत्वपण
ू ग हायक नदी है बराकर।
पनत्रबजली उत्पादन के सलए घािी में कई बािंधों का ननमागण ककया गया है ।
पहला बािंध बाराकर नदी पर बनाया गया था, जो दामोदर नदी की एक हायक नदी
थी।
2. रामगंगा,
3. गोमती,
4. घाघरा,
5. गंडक,
6. बढ़
ू ी गंडक,
7. बागमती
8. रामगंगा नदी और
9. कोिी हैं
रामगिंगा नदी
इ का स्रोत नतब्बत में मान रोवर के दक्षक्षण में गरु ला मािंधाता सिखर (ट्रािं -टहमालयी मल
ू की
नदी) के पा है ।
इ की महत्वपण
ू ग हायक नटदयााँ रदा हैं, रजू (अयोध्या इ के ति पर श्स्थत है ) और
राप्ती।
घाघरा त्रबहार में छपरा े कुछ ककलोमीिर नीिे गिंगा में समलती है ।
मैदानी क्षेत्र में पहुिंिने के बाद, इ की धारा कई िाखाओिं में ववभाश्जत हो जाती है ,
श्जनमें े कोररयब और गरवा महत्वपण ू ग हैं।
यह नेपाल टहमालय में बडी िंख्या में हायक नटदयााँ प्राप्त करता है ।
इ की महत्वपण
ू ग हायक नटदयााँ काली गिंडक, मायािंगडी, बारी और त्रत्रिल
ू ी हैं।
ये धाराएाँ पव
ू ी नेपाल े होकर बहती हैं श्ज े प्त कौसिक क्षेत्र के रूप में जाना
जाता है ।
को ी की ात धाराओिं के स्रोत बफग े ढके क्षेत्रों में श्स्थत हैं, श्जनमें भारी विाग भी
होती है ।
ात धाराएाँ एक-द ू रे के ाथ समलकर तीन धाराएाँ बनाती हैं, श्जनका नाम है तुमार,
अरुण और य ू ग को ी।
वे महाभारत रें ज के उत्तर में त्रत्रवेणी में एकजुि होकर को ी का ननमागण करते हैं।
महाभारत रें ज में एक िंकीणग कण्ठ कािने के बाद यह नदी नेपाल के तराई में
प्रवेि करती है ।
गिंगा के पा समलती है
िीन यारलिंग
ु ज़िंगबो श्जयानचगन
स्रोत: केमायिंग
ु डुग
िं ग्लेसियर (कैला रें ज) लगभग 5,150 मीिर की ऊिंिाई पर। यह स्रोत
स ध िं ु और तलुज के स्रोतों के बहुत करीब है ।
मररयम ला ब्रह्मपत्र
ु के स्रोत को मान रोवर झील े अलग करती है ।
पहली बडी हायक नदी राग त् ािंगपो में टहात् े द्ज़ोंग के पा त् ािंगपो की समलन है ।
ब्रह्मपुत्र दक्षक्षणी नतब्बत में पूवग टदिा में लगभग 1,800 ककलोमीिर तक बहती है ।
नतब्बत में यह दक्षक्षण में महान टहमालय और उत्तर में कैला रें ज के बीि स ध
िं -ु त् िंग्पो
िंरिना क्षेत्र द्वारा ननसमगत अव ाद े गज
ु रता है ।
अ ाधारण उच्ि ऊिंिाई के बावजूद, त् िंगपो में एक ौम्य ढलान है । नदी ुस्त है और
लगभग 640 ककमी के सलए एक ववस्तत ृ नौगम्य िैनल है ।
Ngangchu नदी दक्षक्षण में Gyantse के व्यापार केंद्र े होकर बहती है और
मख्
ु य नदी में समलती है ।
नतब्बत में अपनी यात्रा के अिंत में , इ का पाठ्यक्रम नामिा बरवा (7,756
मीिर) (स ििं ै श्क् यल बेंड) के आ पा एक दक्षक्षणी वाडग मोड लेता है ।
उत्तर
े ब्रह्मपत्र
ु में ववलय होने वाली मख्
ु य धाराएाँ हैं, ब
ु ानस री, कामें ग,
धनस री (उत्तर), रै डक, नतस्ता आटद।
इ में बहुत अचधक गाद होती है और इ में बहुत अचधक मात्रा में पानी होता है ।
मॉन नू के महीनों के दौरान विाग केंटद्रत होने के ाथ ही नदी को भारी मात्रा में पानी और
गाद ले जाना पडता है श्ज के पररणामस्वरूप ववनािकारी बाढ़ आती है ।
इ प्रकार ब्रह्मपत्र
ु वास्तव में द:ु ख की नदी है ।
नदी अपने मिंह ु े डडब्रग
ू ढ़ तक 1,384 ककलोमीिर की दरू ी के सलए नौगम्य है और एक
उत्कृष्ि अिंतदे िीय पररवहन पररवहन मागग के रूप में कायग करती है ।
यह जमन
ु ा नदी के नाम पर 270 ककमी की दरू ी तक बहती है और गिंगा में समलती है
लगभग 105 ककमी आगे की ओर, पद्मा मेघना द्वारा बाएिं ककनारे पर जुडती है , जो अ म
के पहाडी क्षेत्र में उत्पन्न होती है ।
पद्मा और मेघना के िंगम ,े िं ुक्त नदी को मेघना के रूप में जाना जाता है जो बिंगाल
य
की खाडी में डालने े पहले बहुत व्यापक मुहाना बनाती है ।
Join Our Telegram Group
https://t.me/unacademy_sudeepsrivastava
Get 10% Discount
SS01
Like, Share, and
Subscribe!