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Rivers of India - Indian Geography
Rivers of India - Indian Geography
- पाँच रा य के मा यम से गज
ु रती है : उ राखंड, उ र दे श, बहार, झारखंड, और पि चम बंगाल।
2. **गंगा का उ प :**
- गोमख
ु उस थान का उ प है, जहां भागीरथी नद (मल
ू प से भगीरथी कह जाती है ) शु होती है ।
- गोमख
ु गंगो ी से 19KM दरू है |
- मख
ु शाखाएं: केदारनाथ गंगा, सर वती, और यमन
ु ो ी।
3. **मह वपण
ू सहायक न दयाँ:**
गंगा नद क या ा:
पन
ु पन
ु नद : गंगा नद का तीसरा मह वपण
ू सहायक नद है।
अ य मह वपण
ू जानकार :
बहार:
झारखंड:
पि चम बंगाल:
मु शदाबाद के तु यांक नामक थान के पास गंगा दो भाग म वभािजत हो जाती है।
एक भाग बां लादे श म वेश करता है और इसे प मा नद कहा जाता है ।
दस
ू रा भाग हुगल नद कहलाता है और यह पि चम बंगाल म बहती है ।
हुगल नद के कनारे मु शदाबाद, हावड़ा, कोलकाता, डायमंड हाबर और हि दया जैसे शहर ि थत ह।
गंगा क दो मख
ु सहायक न दयाँ दामोदर और पनारायण ह।
सहायक न दयाँ:
यमन
ु ा
घाघरा
रामगंगा
कोसी
सोन
दामोदर
मपु नद तं
यह त बत, चीन, भट
ू ान, भारत और बां लादे श से होकर गज
ु रती है ।
ह दू थ
ं म इसे लौ ह य नद कहा गया है |
दे हंग नद , दे हंमख
ु थान पर हमपु म मलती है
हमपु लखीमपरु थान पर बंट जाती है व ् द ु नया के सबसे बड़े वीप Majoli वीप बनती है
गव
ु ाहाट म इसक चौड़ाई Minimun रह जाती है |
यह नद हमालय पवत ंृ ला के मानसरोवर झील से नकलती है।
ख
मपु नद को त बत म यारलग
ुं संगपो, भट
ू ान म मानस और भारत म दहांग भी कहा जाता है ।
लंबाई: संधु नद क कुल लंबाई 2800 कलोमीटर है। यह भारत म 1114 कलोमीटर का सफर तय
करती है और इसका भारत म न
े ेज ए रया 3,21,289 वग कलोमीटर है। कुल न
े ेज ए रया
11,65,500 sq KM है |
माग: संधु नद त बत से नकलकर चीन, भारत और पा क तान से होकर अरब सागर म गरती है।
भारत म यह नद ज मू और क मीर, ल दाख, हमाचल दे श और पंजाब रा य से होकर गज
ु रती है ।
सतलज
ु : ीक म Zarados कहते ह | भारत व ् पा क तान के बीच 120KM का बॉडर बनती है |
अ त र त जानकार :
संधु नद को हंद म " संध"ु और सं कृत म " संध"ु कहा जाता है।
संधु नद को अं ज
े ी म "Indus River" कहा जाता है ।
संधु जल समझौता:
संधु नद का मह व:
संधु नद संधु घाट स यता क जीवन रे खा थी, जो द ु नया क सबसे ाचीन स यताओं म से एक है।
संधु नद का नाम सं कृत श द " संध"ु से आया है, िजसका अथ है "नद "।
न कष:
यमन
ु ा के उ गम थल से इलाहाबाद तक क कुल लंबाई 1,376 कमी है।
इसके तट पर बागपत, द ल , नोएडा, मथुरा, आगरा, फरोजाबाद, इटावा, हमीरपरु और इलाहाबाद शहर
ह।
यमन
ु ा नद क मख
ु सहायक न दयाँ
1. ट स नद
ट स यमन
ु ा नद क सबसे लंबी सहायक नद है और यह हमालयी रा य उ रांचल के पि चमी भाग
गढ़वाल से होकर बहती है।
यह सबसे मख
ु बारहमासी भारतीय हमालयी न दय म से एक है। यह यमन
ु ा क सबसे बड़ी सहायक
नद है।
2. गर नद
ग र नद यमन
ु ा नद क एक मह वपण
ू सहायक नद है। यह द ण-पव
ू हमाचल दे श म पानी का
मु य ोत है।
3. हंडन नद
हंडन नद यमन
ु ा नद क एक मह वपण
ू सहायक नद है। वा तव म, यह नद दो मख
ु न दय के बीच
रे त-है: बा ओर गंगा और दा ओर यमन
ु ा।
4. चंबल नद
गांधी सागर बांध, राणा ताप सागर बांध, जवाहर सागर बांध और कोटा बैराज म जल व यत
ु उ पादन
के लए उपयोग कया जाता है ।
खराब वषा के कारण गंभीर कटाव के कारण नद अपने कनार से बहुत नीचे बहती है और चंबल घाट
म कई गहरे ख ड का नमाण हुआ है, िजससे बैडलड थलाकृ त को ज म मला है। {शु क भ-ू
आकृ तयाँ}
चंबल पर बांध
गांधी सागर बांध राज थान-म य दे श सीमा पर ि थत चंबल नद पर बने चार बांध म से पहला है।
राणा ताप सागर बांध राज थान के च ौड़गढ़ िजले म चंबल नद के पार गांधी सागर बांध के 52
कमी नीचे ि थत एक बांध है ।
जवाहर सागर बांध चंबल घाट प रयोजनाओं क ंृ ला म तीसरा बांध है , जो कोटा शहर से 29 कमी
ख
और राणा ताप सागर बांध से 26 कमी नीचे क ओर ि थत है।
कोटा बैराज चंबल घाट प रयोजनाओं क ंृ ला म चौथा है , जो राज थान म कोटा शहर से लगभग
ख
0.8 कमी ऊपर क ओर ि थत है।
गांधी सागर बांध, राणा ताप सागर बांध और जवाहर सागर बांध म बजल उ पादन के बाद छोड़े गए
पानी को नहर के मा यम से राज थान और म य दे श म संचाई के लए कोटा बैराज वारा मोड़
दया जाता है।
5. बनास नद
6. काल संध
7. पाबती
गन
ु ा शहर (म. .) इसी पर ि थत है।
8. संध
यह म य दे श और उ र दे श से होकर बहती है ।
9. बेतवा
म य दे श म होशंगाबाद के उ र म वं य रज म उगता है ।
बेतवा और यमन
ु ा न दय का संगम उ र दे श के हमीरपरु शहर म होता है।
धसान मु य सहायक नद है ।
नद पर ि थत राजघाट बांध।
10. धसान नद
यह उ र दे श और म य दे श से होकर बहती है ।
11. केन नद
यप
ू ी म फतेहपरु के पास यमन
ु ा म वल न हो जाएं।
उ गम: अमरकंटक, म य दे श
न
े ेज ए रया: 98,796 वग कलोमीटर
मख
ु सहायक न दयाँ: शेर, ता ती, महानद , दध
ू ी, गंजाल
रा य: म य दे श, महारा , गज
ु रात
नमदा नद का मह व:
धा मक मह व: नमदा नद को हंदओ
ु ं म बहुत प व माना जाता है । इसे "माँ नमदा" के नाम से भी
जाना जाता है ।
आ थक मह व: नमदा नद संचाई, जल व यत
ु उ पादन, और जल प रवहन के लए मह वपण
ू है।
तापी नद भारत क दस
ू र सबसे बड़ी पि चम क ओर बहने वाल नद है। यह म य दे श के बैतल
ू
िजले से नकलती है और 724 कलोमीटर क या ा तय करते हुए गज
ु रात के सरू त के पास अरब सागर
म गरती है ।
उ गम: मल
ु ताई रजव, बैतल
ू ,म य दे श
न
े ेज ए रया: 65,145 वग कलोमीटर
मख
ु सहायक न दयाँ: पण
ू ा, गरना, बोर , ता ती
रा य: म य दे श, महारा , गज
ु रात
तापी नद का मह व:
जल व यत
ु उ पादन: तापी नद पर कई जल व यत
ु प रयोजनाएँ ह।
1. कृ णा नद :
ाय वीपीय भारत क दस
ू र सबसे ल बी नद |
कृ णा नद क मख
ु सहायक न दयाँ मस
ू ी, तग
ुं भ ा, भीमा और गोदावर ह।
यह नद आं दे श और तेलग
ं ाना रा य के लए मह वपण
ू जल ोत है।
2. ा मणी नद :
यह नद उड़ीसा के सद
ुं रगढ़ िजले से नकलती है और बंगाल क खाड़ी म गरती है ।
ा मणी नद क मख
ु सहायक न दयाँ शंकर, खरसआ
ु ,ं इब, सलंद और गंगाधर ह।
यह नद उड़ीसा रा य के लए मह वपण
ू जल ोत है।
3. महानद नद :
महानद नद क मख
ु सहायक न दयाँ शवनाथ, जोक, हसदे व, मां, आंग और तेल ह।
4. गोदावर नद :
यह नद महारा , तेलग
ं ाना, आं दे श और छ ीसगढ़ रा य के लए मह वपण
ू जल ोत है।
अ य मुख न दयाँ
a. वण रे खा नद :
वण रे खा नद क मख
ु सहायक न दयाँ खरकई, दामोदर, इब, और सोन ह।
यह नद झारखंड रा य के लए मह वपण
ू संचाई और पेयजल का ोत है।
वण रे खा नद बे सन म कई मह वपण
ू ख नज जैसे क लोहा, तांबा और सोना पाए जाते ह।
2) इं ावती नद :
इं ावती नद क मख
ु सहायक न दयाँ महानद , शवनाथ, और हसदे व ह।
यह नद छ ीसगढ़ रा य के लए मह वपण
ू संचाई और पेयजल का ोत है।
इं ावती नद बे सन म कई मह वपण
ू ख नज जैसे क कोयला, बॉ साइट और चन
ू ा प थर पाए जाते ह।
मांडवी नद क मख
ु सहायक न दयाँ जआ
ु र , तेरेखोल, और चापोरा ह।
यह नद गोवा रा य के लए मह वपण
ू संचाई और पेयजल का ोत है।
मांडवी नद बे सन म कई मह वपण
ू ख नज जैसे क लौह अय क, मगनीज और तांबा पाए जाते ह।
**
4) कावेर नद :
कावेर नद क मख
ु सहायक न दयाँ हे मवती, ल मणतीथ, का बनी, भवानी, और नोयल ह।
कावेर नद बे सन म कई मह वपण
ू ख नज जैसे क ल नाइट, बॉ साइट और न
े ाइट पाए जाते ह।
इस नद पर कृ णा राजा सागर बांध, मे टूर बांध, और शवसमु म बांध जैसे कई बहुउ दे शीय बांध
बनाए गए ह।
कावेर डे टा:
यहाँ धान, ग ना, कपास, और सि जयां जैसी कई फसल क खेती क जाती है।
5) पे रयार नद :
6) वैगई नद :
7) पेननार नद :
8) चे नई नद :
चे नई नद शहर के लए मह वपण
ू जल नकासी का ोत है ।
Lakshit Sharma