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गंगा नद तं का अवलोकन

- भारत म सबसे ल बी नद णाल ।

- 2525 कलोमीटर का पंदन, उ राखंड से बां लादे श तक।

- पाँच रा य के मा यम से गज
ु रती है : उ राखंड, उ र दे श, बहार, झारखंड, और पि चम बंगाल।

2. **गंगा का उ प :**

- गंगो ी ले शयर से उ प न होती है।

- गोमख
ु उस थान का उ प है, जहां भागीरथी नद (मल
ू प से भगीरथी कह जाती है ) शु होती है ।

- गोमख
ु गंगो ी से 19KM दरू है |

- मख
ु शाखाएं: केदारनाथ गंगा, सर वती, और यमन
ु ो ी।

3. **मह वपण
ू सहायक न दयाँ:**

- अलकनंदा: सातोपंत ले शयर से उ प न होती है ।


- यमन
ु ो ी और गंगो ी अलकनंदा बनाने म योगदान करती ह।

- दे व याग म भा गरथी के साथ मलती है ।

4. **गंगा का वाहन और सहायक न दयाँ:**

- अलकनंदा और व णु गंगा ब नाथ म मलती ह।

- मंदा कनी नद चोरबार ले शयर से।

- अलकनंदा के साथ याग बनाती है ।

5. **दे व याग म संगम:**

- दे व याग पर भा गरथी और अलकनंदा का संगम होता है ।

- वह थान जहां गंगा आ धका रक प से शु होती है ।

- इन न दय क मलान से गंगा बनती है।

6. ** याग और सहायक न दयाँ:**

- पंच याग: व णु याग, नंद याग, कण याग, याग, और दे व याग।

i. व णु याग : धौल गंगा( न त पास से नकलती है ) और व णु गंगा का संगम |


ii. नंद याग : नंदा कनी और अलकनंदा का संगम |
iii. कण याग : पंडार नद और अलकनंदा का संगम |
iv. याग: अलकनंदा और मंदा कनी का संगम।
v. दे व याग: अलकनंदा और भा गरथी का संगम।

अलकनंदा 195KM क या ा के बाद दे व याग पहुँचती है और भागीरथी 205KM बाद दे व याग


पहुँचती है |

. **सामािजक भाव और सां कृ तक मह व:**

- भारतीय सां कृ तक, अथ यव था, और पयावरण म गंगा नद का मह व।

- कुछ थान पर नद म कूदने जैसे सामािजक थाएं का उ लेख।

 गंगा नद क या ा:

कमनाशा नद : गंगा नद का पहला मह वपण


ू सहायक नद है।

यार नद : फूल-च ट नमक जहग से नकलती है |

चं भागा नद : मायाकंु ड म गंगा म मलती है |

घाघरा नद : त बत के पठार से नकलती है।

पन
ु पन
ु नद : गंगा नद का तीसरा मह वपण
ू सहायक नद है।

सोन नद : अमरकंटक से नकलती है और परना जगह पर मलती है ।

गंडक नद : गंगा नद क पांचवां मह वपण


ू सहायक नद है।

UP के 28 िजल से होकर बहती है |

 गंगा नद का बहार म वेश:

ब सर: गंगा नद बहार म वेश करती है ।

भोजपरु : गंगा नद भोजपरु े से होकर बहती है ।


सारण: गंगा नद सारण िजला म वेश करती है।

पटना: गंगा नद बहार क राजधानी पटना से होकर बहती है ।

क टहार: गंगा नद क टहार से होकर बहती है।

 अ य मह वपण
ू जानकार :

बहार म गंगा नद क अ धकतम पटना िजला म है।

सोन नद : छ ीसगढ़ और म य दे श से नकलती है।

गंडक नद : नेपाल से नकलती है और नारायणी नद भी कहते ह ।

गंगा नद का आगे का सफर: वैशाल , सम तीपरु , क टहार

गंगा नद का सफर: उ राखंड से बंगाल क खाड़ी तक

उ प : गंगा नद भारत के उ राखंड रा य म हमालय पवत ृ ला के गंगो ी ले शयर से नकलती है ।


ंख

बहार:

 गंगा नेपाल से नकलकर कोसी नद के साथ मलकर बहार म वेश करती है ।

 यह बहार के 12 िजल से होकर गज


ु रती है और 445 कलोमीटर क या ा करती है।

 गंगा बहार से होते हुए झारखंड म वेश करती है ।

झारखंड:

 गंगा झारखंड के केवल एक िजले सोहनगंज से होकर गज


ु रती है ।

 यह झारखंड म बहुत कम दरू तय करती है और पि चम बंगाल म वेश करती है।

पि चम बंगाल:

 गंगा मालदा और मु शदाबाद िजल से होकर गज


ु रती है ।

 मु शदाबाद म गंगा का वाह द ण क ओर मड़


ु जाता है ।

 गंगा पर फर का बांध बना हुआ है ।

 मु शदाबाद के तु यांक नामक थान के पास गंगा दो भाग म वभािजत हो जाती है।
 एक भाग बां लादे श म वेश करता है और इसे प मा नद कहा जाता है ।

 दस
ू रा भाग हुगल नद कहलाता है और यह पि चम बंगाल म बहती है ।

 हुगल नद के कनारे मु शदाबाद, हावड़ा, कोलकाता, डायमंड हाबर और हि दया जैसे शहर ि थत ह।

 गंगा क दो मख
ु सहायक न दयाँ दामोदर और पनारायण ह।

 गंगा अंत म बंगाल क खाड़ी म गरती है ।

सहायक न दयाँ:

 यमन
ु ा

 घाघरा

 रामगंगा

 कोसी

 सोन

 दामोदर
मपु नद तं

 मपु नद द ण ए शया क सबसे बड़ी नद है।

 यह त बत, चीन, भट
ू ान, भारत और बां लादे श से होकर गज
ु रती है ।

 मपु नद का सफर 2,900 कलोमीटर लंबा है।

 Water Drainage Overall : 5,80,000 sq KM


 Water Drainage in India : 1,94,413 sq KM

 Average Depth : 38 meter

 ह दू थ
ं म इसे लौ ह य नद कहा गया है |

 Namcha Barwa थान के पास भारत म मड


ु ती है |

 अ णाचल से भारत म वेश करती है |

 अ नाचल के प सधर से 30KM बहने के बाद असाम पहुँचती है |

 असाम म लो हत व ् दबांग न दयाँ सा दया नमक थान पर मपु म मलती है |

 दे हंग नद , दे हंमख
ु थान पर हमपु म मलती है

 हमपु लखीमपरु थान पर बंट जाती है व ् द ु नया के सबसे बड़े वीप Majoli वीप बनती है

 तेजपरु म िजया भरोल नद मलती है |

 गव
ु ाहाट म इसक चौड़ाई Minimun रह जाती है |

 अंत म यह बंगाल क खाड़ी म गरती है |

 गंगा व ् ब ा पु द ु नया के सबसे बड़े डे टा सद


ुं रबन डे टा का नमाण करती है |


 यह नद हमालय पवत ंृ ला के मानसरोवर झील से नकलती है।

 मपु नद को त बत म यारलग
ुं संगपो, भट
ू ान म मानस और भारत म दहांग भी कहा जाता है ।

 यह नद बां लादे श म जमन


ु ा और मेघना न दय म वभािजत हो जाती है।

 मपु नद बाढ़ के लए कु यात है ।


स धु नद तं

संधु नद का सफर: त बत से अरब सागर तक

उ गम: संधु नद त बत म कैलाश पवत ख


ंृ ला के बख
ु ार जो ले शयर के पास से नकलती है। यह
मानसरोवर झील के पास ह ि थत है, जहाँ से दो अ य मह वपण
ू न दयाँ, सतलज
ु और मपु भी
नकलती ह।

लंबाई: संधु नद क कुल लंबाई 2800 कलोमीटर है। यह भारत म 1114 कलोमीटर का सफर तय
करती है और इसका भारत म न
े ेज ए रया 3,21,289 वग कलोमीटर है। कुल न
े ेज ए रया
11,65,500 sq KM है |

माग: संधु नद त बत से नकलकर चीन, भारत और पा क तान से होकर अरब सागर म गरती है।
भारत म यह नद ज मू और क मीर, ल दाख, हमाचल दे श और पंजाब रा य से होकर गज
ु रती है ।

सहायक न दयाँ: संधु नद क मख


ु सहायक न दयाँ ह:

 झेलम : ीक म Hydespes कहते ह

 चेनाब : स धु क सबसे बड़ी सहायक नद |


 रावी

 यास : पंजाब के ह रके थान म सतलज


ु से मलती है |

 सतलज
ु : ीक म Zarados कहते ह | भारत व ् पा क तान के बीच 120KM का बॉडर बनती है |

 इन पांचो न दय को पंचनद कहा जाता है |

मह व: संधु नद ाचीन काल से ह भारत के लए मह वपण


ू रह है । यह संधु घाट स यता का आधार
थी, जो द ु नया क सबसे परु ानी स यताओं म से एक है। संधु नद आज भी लाख लोग को पीने का
पानी, संचाई के लए पानी और प रवहन के लए माग दान करती है ।

वतमान ि थ त: संधु नद का जल वाह पछले कुछ वष म कम हो गया है । इसका कारण जलवायु


प रवतन, ले शयर का पघलना और बढ़ती आबाद है । संधु नद के जल वाह को बनाए रखने के
लए जल संर ण के उपाय करना आव यक है।

न कष: संधु नद भारत क एक मह वपण


ू नद है । यह नद ाचीन काल से ह भारत के इ तहास और
सं कृ त का ह सा रह है। संधु नद का जल वाह भारत के लए मह वपण
ू है।

अ त र त जानकार :

 संधु नद को हंद म " संध"ु और सं कृत म " संध"ु कहा जाता है।

 संधु नद को अं ज
े ी म "Indus River" कहा जाता है ।

संधु नद : भारत और पा क तान के लए एक मह वपण


ू जलधारा

संधु नद भारत और पा क तान दोन के लए एक मह वपण


ू जलधारा है। यह नद त बत म
मानसरोवर झील के पास से नकलती है और 2880 कलोमीटर क या ा तय करके अरब सागर म मल
जाती है । संधु नद का जल दोन दे श के लए संचाई, पेयजल, और बजल उ पादन के लए मह वपण

है ।

संधु जल समझौता:

संधु नद के जल के उपयोग को लेकर भारत और पा क तान के बीच 19 Sep 1960 म संधु जल


समझौता (Indus Water Treaty) हुआ था। इस समझौते के तहत संधु नद क छह सहायक न दय
को तीन पव
ू न दयाँ (सतलज, यास और रावी) और तीन पि चमी न दयाँ (झेलम, चनाब और संध)ु म
बांटा गया था। पव
ू न दय का पानी भारत को और पि चमी न दय का पानी पा क तान को उपयोग
करने का अ धकार दया गया था। पर तु पि चमी न दय का 20% भारत संचाई व ् व यत
ु ् के लए
योग कर सकता है |
संधु नद का भारत म वाह:

संधु नद भारत म ज मू और क मीर, ल दाख, हमाचल दे श, और पंजाब रा य से होकर बहती है ।


भारत म संधु नद का सबसे मह वपण
ू उपयोग संचाई के लए है। संधु नद के पानी से लाख हे टे यर
भू म सं चत होती है । संधु नद पर कई बांध भी बनाए गए ह, िजनम भाखड़ा नांगल बांध, थर बांध,
और रणजीत सागर बांध मख
ु ह।

संधु नद का पा क तान म वाह:

संधु नद पा क तान म गल गत-बाि ट तान, खैबर प तन


ू वा, पंजाब, और संध ांत से होकर बहती
है । पा क तान म भी संधु नद का सबसे मह वपण
ू उपयोग संचाई के लए है । संधु नद के पानी से
पा क तान के कृ ष े को मह वपण
ू संचाई मलती है। संधु नद पर कई बांध भी बनाए गए ह,
िजनम मंगला बांध, तारबेला बांध, और च मा बांध मख
ु ह।

संधु नद का मह व:

संधु नद भारत और पा क तान दोन के लए एक मह वपण


ू जलधारा है। यह नद दोन दे श के लए
संचाई, पेयजल, और बजल उ पादन के लए मह वपण
ू है । संधु नद दोन दे श के बीच एक मह वपण

सां कृ तक और ऐ तहा सक संबध
ं भी है ।

संधु नद के बारे म कुछ रोचक त य:

 संधु नद द ु नया क सबसे लंबी न दय म से एक है।

 संधु नद का उ गम थल मानसरोवर झील है , जो हंदओ


ु ं और बौ ध के लए एक प व झील है।

 संधु नद संधु घाट स यता क जीवन रे खा थी, जो द ु नया क सबसे ाचीन स यताओं म से एक है।

 संधु नद का नाम सं कृत श द " संध"ु से आया है, िजसका अथ है "नद "।

न कष:

संधु नद भारत और पा क तान दोन के लए एक मह वपण


ू जलधारा है। यह नद दोन दे श के लए
संचाई, पेयजल, और बजल उ पादन के लए मह वपण
ू है । संधु नद दोन दे श के बीच एक मह वपण

सां कृ तक और ऐ तहा सक संबध
ं भी है ।
यमन
ु ा नद
 यह द ण-पि चमी ढलान पर यमन
ु ो ी ले शयर या नचले हमालय क मसरू रज म बंदरपछ
ुं चोट से
नकलती है ।

 उ राखंड, हमाचल दे श, ह रयाणा रा य के साथ बहती है द ल म वेश करती है और वेणी संगम,


इलाहाबाद ( यागराज) के पास गंगा म वल न हो जाती है।

 उ र मैदान म गंगा क सबसे बड़ी सहायक नद ।

 ऊपर पहुंच म इसका मु य सम ृ ध ट स है जो बंदरपंच ले शयर से भी उगता है।

 यह कलसी के नीचे यमन


ु ा म मल जाती है , इससे पहले क बाद म पहा ड़य को छोड़ दे ।

 इस थल पर, ट स वारा ले जाया गया पानी यमन


ु ा वारा ले जाए जाने वाले पानी का दोगन
ु ा है ।

 यमन
ु ा के उ गम थल से इलाहाबाद तक क कुल लंबाई 1,376 कमी है।

 यह भारत-गंगा के मैदान म अपने और गंगा के बीच अ य धक उपजाऊ जलोढ़, यमन


ु ा-गंगा दोआब े
बनाता है ।

 इसके तट पर बागपत, द ल , नोएडा, मथुरा, आगरा, फरोजाबाद, इटावा, हमीरपरु और इलाहाबाद शहर
ह।

यमन
ु ा नद क मख
ु सहायक न दयाँ

1. ट स नद

 ट स यमन
ु ा नद क सबसे लंबी सहायक नद है और यह हमालयी रा य उ रांचल के पि चमी भाग
गढ़वाल से होकर बहती है।

 नद 3900 मीटर क ऊंचाई पर नकलती है और दे हरादन


ू , उ राखंड के पास कालसी के नीचे यमन
ु ा म
मलती है।

 यह सबसे मख
ु बारहमासी भारतीय हमालयी न दय म से एक है। यह यमन
ु ा क सबसे बड़ी सहायक
नद है।

2. गर नद
 ग र नद यमन
ु ा नद क एक मह वपण
ू सहायक नद है। यह द ण-पव
ू हमाचल दे श म पानी का
मु य ोत है।

 ग र जु बल, रोह पहा ड़य म स ध है जो शमला पहा ड़य के दल म बहने के बाद जु बल शहर के


ठ क ऊपर कुपर चोट से नकलती है और फर सरमौर िजले को समान भाग म वभािजत करते हुए
द ण-पव
ू दशा म बहती है िजसे सीस- ग र और ांस- ग र े के प म जाना जाता है और
मो कमपरु के नीचे पांवटा के यमन
ु ा अप म म शा मल हो जाता है।

3. हंडन नद

 हंडन नद यमन
ु ा नद क एक मह वपण
ू सहायक नद है। वा तव म, यह नद दो मख
ु न दय के बीच
रे त-है: बा ओर गंगा और दा ओर यमन
ु ा।

 ह डन का उ गम ऊपर शवा लक ( नचला हमालय) से होता है । यह वशु ध प से वषा आधा रत


नद है िजसका जल हण े लगभग 7,083 वग कमी है।

 इस नद का कुल संचालन लगभग 400 कमी है।

 हंडन नद क चौड़ाई 20 मीटर से 160 मीटर तक है।

4. चंबल नद

 चंबल नद को चारम वती या चारमावती के नाम से भी जाना जाता है

 960 कमी लंबी चंबल नद वं य रज के जानापाओ ह लस से नकलती है।

 म य दे श के इंदौर िजले म महू से 15 कमी पि चम-द ण-पि चम म।

 गांधी सागर बांध, राणा ताप सागर बांध, जवाहर सागर बांध और कोटा बैराज म जल व यत
ु उ पादन
के लए उपयोग कया जाता है ।

 खराब वषा के कारण गंभीर कटाव के कारण नद अपने कनार से बहुत नीचे बहती है और चंबल घाट
म कई गहरे ख ड का नमाण हुआ है, िजससे बैडलड थलाकृ त को ज म मला है। {शु क भ-ू
आकृ तयाँ}

 चंबल पर बांध

 गांधी सागर बांध राज थान-म य दे श सीमा पर ि थत चंबल नद पर बने चार बांध म से पहला है।

 राणा ताप सागर बांध राज थान के च ौड़गढ़ िजले म चंबल नद के पार गांधी सागर बांध के 52
कमी नीचे ि थत एक बांध है ।
 जवाहर सागर बांध चंबल घाट प रयोजनाओं क ंृ ला म तीसरा बांध है , जो कोटा शहर से 29 कमी

और राणा ताप सागर बांध से 26 कमी नीचे क ओर ि थत है।

 कोटा बैराज चंबल घाट प रयोजनाओं क ंृ ला म चौथा है , जो राज थान म कोटा शहर से लगभग

0.8 कमी ऊपर क ओर ि थत है।

 गांधी सागर बांध, राणा ताप सागर बांध और जवाहर सागर बांध म बजल उ पादन के बाद छोड़े गए
पानी को नहर के मा यम से राज थान और म य दे श म संचाई के लए कोटा बैराज वारा मोड़
दया जाता है।

 केवलादे व रा य उ यान को चंबल नद संचाई प रयोजना से पानी क आपू त क जाती है।

5. बनास नद

 'वन क आशा' (वन क आशा) के प म भी जाना जाता है ,

 यह राज थान के राजसमंद िजले म अरावल रज से नकलती है ।

 नाथ वारा, जवानपरु और ट क शहर नद पर ि थत ह।

 इसका परू ा कोस राज थान म ह है।

6. काल संध

 म य दे श के मालवा े म बहती है , जो राज थान म सवाई माधोपरु के पास चंबल नद म मलती है

 काल संध का उ गम म य दे श से होता है ।

7. पाबती

 म य दे श म वं य रज के उ र ढलान से नकलती है , राज थान के कोटा िजले और झालावाड़ िजले


से होकर बहती है।

 लगभग 436 कमी तक चलता है और इसका जल हण े लगभग 3,070 वग मील है।

 चंबल के दा हने कनारे से जुड़ता है

 गन
ु ा शहर (म. .) इसी पर ि थत है।

8. संध

 संध व दशा िजले म मालवा पठार पर उ प न होता है ,


 म य दे श म गन
ु ा, अशोकनगर, शवपरु , द तया, वा लयर और भंड िजल के मा यम से उ र-उ र-पव

म बहती है

 उ र दे श के इटावा िजले म यमन


ु ा नद से जुड़

 यह म य दे श और उ र दे श से होकर बहती है ।

9. बेतवा

 इसे वे ावती भी कहा जाता है

 म य दे श म होशंगाबाद के उ र म वं य रज म उगता है ।

 बेतवा और यमन
ु ा न दय का संगम उ र दे श के हमीरपरु शहर म होता है।

 धसान मु य सहायक नद है ।

 नद पर ि थत राजघाट बांध।

10. धसान नद

 यह बेतवा नद क दा हनी सहायक नद है ।

 यह म य दे श के रायसेन िजले से नकलती है।

 यह उ र दे श और म य दे श से होकर बहती है ।

11. केन नद

 केन नद म य दे श के जबलपरु िजले म कैमरू रज क ढलान से नकलती है

 यप
ू ी म फतेहपरु के पास यमन
ु ा म वल न हो जाएं।

 केन घाट र वा पठार को सतना पठार से अलग करती है।

 केन नद पे ना नेशनल पाक से होकर गज


ु रती है |
नमदा नद

नमदा नद भारत क एक मह वपण


ू नद है जो म य दे श के अमरकंटक से नकलती है और 1312
कलोमीटर क या ा तय करते हुए गज
ु रात के भ च के पास अरब सागर म गरती है। यह नद म य
दे श, महारा और गज
ु रात रा य से होकर बहती है ।

नमदा नद के बारे म कुछ मह वपण


ू जानकार :

 उ गम: अमरकंटक, म य दे श

 संगम: अरब सागर, भ च, गज


ु रात

 कुल लंबाई: 1312 कलोमीटर

 न
े ेज ए रया: 98,796 वग कलोमीटर

 मख
ु सहायक न दयाँ: शेर, ता ती, महानद , दध
ू ी, गंजाल

 रा य: म य दे श, महारा , गज
ु रात

 म य दे श क जीवन रे खा कहा जाता है |

नमदा नद का मह व:

 धा मक मह व: नमदा नद को हंदओ
ु ं म बहुत प व माना जाता है । इसे "माँ नमदा" के नाम से भी
जाना जाता है ।

 आ थक मह व: नमदा नद संचाई, जल व यत
ु उ पादन, और जल प रवहन के लए मह वपण
ू है।

 पयावरणीय मह व: नमदा नद जैव व वधता का एक मह वपण


ू क है।

 नमदा नद का उ लेख कई हंद ू धा मक थ


ं म मलता है ।

 नमदा नद के कनारे कई मह वपण


ू तीथ थल ि थत ह।

 Dams : इ ासागर , महे वर


तापी नद

तापी नद भारत क दस
ू र सबसे बड़ी पि चम क ओर बहने वाल नद है। यह म य दे श के बैतल

िजले से नकलती है और 724 कलोमीटर क या ा तय करते हुए गज
ु रात के सरू त के पास अरब सागर
म गरती है ।

तापी नद के बारे म कुछ मह वपण


ू जानकार :

 उ गम: मल
ु ताई रजव, बैतल
ू ,म य दे श

 संगम: अरब सागर, सरू त, गज


ु रात

 कुल लंबाई: 724 कलोमीटर

 न
े ेज ए रया: 65,145 वग कलोमीटर

 मख
ु सहायक न दयाँ: पण
ू ा, गरना, बोर , ता ती

 रा य: म य दे श, महारा , गज
ु रात

तापी नद का मह व:

 संचाई: तापी नद संचाई के लए मह वपण


ू है।

 जल व यत
ु उ पादन: तापी नद पर कई जल व यत
ु प रयोजनाएँ ह।

 जल प रवहन: तापी नद जल प रवहन के लए भी मह वपण


ू है।

तापी नद के बारे म कुछ रोचक त य:

 तापी नद का उ लेख कई हंद ू धा मक थ


ं म मलता है ।

 तापी नद के कनारे कई मह वपण


ू तीथ थल ि थत ह
भारत क मख
ु न दयाँ:

1. कृ णा नद :

 यह नद महारा के महाबले वर पठार से नकलती है और आं दे श म बंगाल क खाड़ी म गरती है ।

 ाय वीपीय भारत क दस
ू र सबसे ल बी नद |

 यह नद 1400 कलोमीटर लंबी है और इसका जल हण े 203,600 वग कलोमीटर है।

 कृ णा नद क मख
ु सहायक न दयाँ मस
ू ी, तग
ुं भ ा, भीमा और गोदावर ह।

 यह नद आं दे श और तेलग
ं ाना रा य के लए मह वपण
ू जल ोत है।

2. ा मणी नद :

 यह नद उड़ीसा के सद
ुं रगढ़ िजले से नकलती है और बंगाल क खाड़ी म गरती है ।

 यह नद 799 कलोमीटर लंबी है और इसका जल हण े 39,330 वग कलोमीटर है ।

 ा मणी नद क मख
ु सहायक न दयाँ शंकर, खरसआ
ु ,ं इब, सलंद और गंगाधर ह।

 यह नद उड़ीसा रा य के लए मह वपण
ू जल ोत है।

3. महानद नद :

 यह नद छ ीसगढ़ क सहावा पहा ड़य से नकलती है और बंगाल क खाड़ी म गरती है ।

 यह नद 851 कलोमीटर लंबी है और इसका जल हण े 141,600 वग कलोमीटर है।

 महानद नद क मख
ु सहायक न दयाँ शवनाथ, जोक, हसदे व, मां, आंग और तेल ह।

 यह नद छ ीसगढ़ और उड़ीसा रा य के लए मह वपण


ू जल ोत है।

4. गोदावर नद :

 यह नद महारा के ना सक िजले से नकलती है और बंगाल क खाड़ी म गरती है।

 यद व पया भारत क सबसे ल बी नद |

 यह नद 1465 कलोमीटर लंबी है और इसका जल हण े 312,813 वग कलोमीटर है।


 गोदावर नद क मख
ु सहायक न दयाँ पण
ू ा, मंजीरा, वरा, पैनगंगा, वैनगंगा, वधा, इं ावती, साबर और
सर वती ह।

 यह नद महारा , तेलग
ं ाना, आं दे श और छ ीसगढ़ रा य के लए मह वपण
ू जल ोत है।

अ य मुख न दयाँ

a. वण रे खा नद :

 यह नद झारखंड रा य म ि थत रांची िजले के प स नगर से नकलती है और बंगाल क खाड़ी म


गरती है ।

 यह नद लगभग 395 कलोमीटर लंबी है और इसका जल हण े 15,374 वग कलोमीटर है ।

 वण रे खा नद क मख
ु सहायक न दयाँ खरकई, दामोदर, इब, और सोन ह।

 यह नद झारखंड रा य के लए मह वपण
ू संचाई और पेयजल का ोत है।

 वण रे खा नद बे सन म कई मह वपण
ू ख नज जैसे क लोहा, तांबा और सोना पाए जाते ह।

 इस नद पर चंदनी बांध और भैरवा बांध जैसे कई बहुउ दे शीय बांध बनाए गए ह।

2) इं ावती नद :

 यह नद उड़ीसा रा य के कालाहांडी िजले म ि थत तव


ु ा मल
ू रामपरु से नकलती है और छ ीसगढ़,
महारा और तेलग
ं ाना रा य से होकर बहती है और अंत म गोदावर नद म मल जाती है ।

 यह नद लगभग 535 कलोमीटर लंबी है और इसका जल हण े 28,132 वग कलोमीटर है ।

 इं ावती नद क मख
ु सहायक न दयाँ महानद , शवनाथ, और हसदे व ह।

 यह नद छ ीसगढ़ रा य के लए मह वपण
ू संचाई और पेयजल का ोत है।

 इं ावती नद बे सन म कई मह वपण
ू ख नज जैसे क कोयला, बॉ साइट और चन
ू ा प थर पाए जाते ह।

 इस नद पर इं ावती बांध और भाखड़ा बांध जैसे कई बहुउ दे शीय बांध बनाए गए ह।


3) मांडवी नद :

 यह नद कनाटक रा य के बेलागावी िजले म ि थत भीमगढ़ व यजीव अभयार य से नकलती है और


गोवा रा य म अरब सागर म गरती है ।

 यह नद लगभग 115 कलोमीटर लंबी है और इसका जल हण े 2,032 वग कलोमीटर है ।

 मांडवी नद क मख
ु सहायक न दयाँ जआ
ु र , तेरेखोल, और चापोरा ह।

 यह नद गोवा रा य के लए मह वपण
ू संचाई और पेयजल का ोत है।

 मांडवी नद बे सन म कई मह वपण
ू ख नज जैसे क लौह अय क, मगनीज और तांबा पाए जाते ह।

 इस नद पर मांडवी बांध और सा गाव बांध जैसे कई बहुउ दे शीय बांध बनाए गए ह।

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4) कावेर नद :

 यह नद कनाटक रा य के कोडगु िजले म ि थत म ग र पवत ंृ ला से नकलती है और बंगाल क



खाड़ी म गरती है ।

 द ण भारत क गंगा कहते ह |

 यह नद लगभग 800 कलोमीटर लंबी है और इसका जल हण े 81,155 वग कलोमीटर है ।

 कावेर नद क मख
ु सहायक न दयाँ हे मवती, ल मणतीथ, का बनी, भवानी, और नोयल ह।

 यह नद कनाटक, त मलनाडु और केरल रा य के लए मह वपण


ू संचाई और पेयजल का ोत है।

 कावेर नद बे सन म कई मह वपण
ू ख नज जैसे क ल नाइट, बॉ साइट और न
े ाइट पाए जाते ह।

 इस नद पर कृ णा राजा सागर बांध, मे टूर बांध, और शवसमु म बांध जैसे कई बहुउ दे शीय बांध
बनाए गए ह।

कावेर नद और अ य न दय के बारे म जानकार :

कावेर डे टा:

 कावेर डे टा बंगाल क खाड़ी म ि थत एक वशाल डे टा है जो कावेर नद वारा न मत है।

 यह डे टा लगभग 100 कलोमीटर लंबा और 50 कलोमीटर चौड़ा है ।

 डे टा े म कई नहर और distributaries ह जो संचाई और जल प रवहन के लए उपयोग कए


जाते ह।
 कावेर डे टा भारत के सबसे मह वपण
ू कृ ष े म से एक है।

 यहाँ धान, ग ना, कपास, और सि जयां जैसी कई फसल क खेती क जाती है।

5) पे रयार नद :

 पे रयार नद केरल क सबसे लंबी नद (244 KM) है ।

 यह नद पि चमी घाट से नकलती है और अरब सागर म गरती है ।

 पे रयार नद केरल के लए मह वपण


ू संचाई और जल व यत
ु का ोत है।

 पे रयार रा य उ यान इस नद के कनारे ि थत है ।

6) वैगई नद :

 वैगई नद त मलनाडु रा य म ि थत एक मह वपण


ू नद है।

 यह नद पि चमी घाट से नकलती है और बंगाल क खाड़ी म गरती है ।

 वैगई नद त मलनाडु के लए मह वपण


ू संचाई और पेयजल का ोत है।

7) पेननार नद :

 पेननार नद कनाटक और आं दे श रा य म ि थत एक मह वपण


ू नद है।

 यह नद पि चमी घाट से नकलती है और बंगाल क खाड़ी म गरती है ।

 पेननार नद कनाटक और आं दे श के लए मह वपण


ू संचाई और जल व यत
ु का ोत है।

8) चे नई नद :

 चे नई नद चे नई शहर से होकर बहने वाल एक छोट नद है।

 यह नद बंगाल क खाड़ी म गरती है ।

 चे नई नद शहर के लए मह वपण
ू जल नकासी का ोत है ।

Lakshit Sharma

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