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पाठ योजना 3

छात्रा अध्यापिका का नाम: शिखा कु मारी


क्रमांक :68
विद्यालय का नाम: टाटा वर्क र्स यूनियन उच्च विद्यालय
कक्षा: 8
समय अवधि :40 मिनट
प्रकरण :संविधान
उप-प्रकरण :मौलिक कर्तव्य
सामान्य उद्देश्य

• छात्रों में नागरिक शास्त्र के प्रति रुचि जागृत करना।


• छात्रों में देशभक्ति एवं विश्व बंधुत्व की भावना का विकास करना।
• छात्रों में आदर्श नागरिक के गुणों का विकास करना।
• छात्रों की मानसिक शक्तियों का विकास करना।
विशिष्ट उद्देश्य

इस कक्षा के उपरांत छात्र इस योग्य हो पाएंगे कि वे:-


• संविधान में वर्णित मौलिक कर्तव्यों के विषय में प्रत्यास्मरण करेंगे।
• संविधान द्वारा प्रदत मौलिक कर्तव्यों की व्याख्या करेंगे।
• संविधान में वर्णित विभिन्न मौलिक कर्तव्यों को अपनी उत्तर पुस्तिका में सूचीबद्ध करेंगे।
• संविधान में वर्णित मौलिक कर्तव्यों को सामूहिक परियोजना कार्य द्वारा प्रस्तुत।
शिक्षण सहायक सामग्री:-
पीपीटी,चार्ट पेपर, चौक, डस्टर ,चित्र, फ्लै श कार्ड, चौक पट्ट

शिक्षण विधि:- पूर्व ज्ञान


व्याख्यान विधि छात्र मौलिक कर्तव्यों के बारे में सामान्य जानकारी रखते हैं।
प्रश्न उत्तर विधि
वाद विवाद विधि
प्रस्तावना

छात्रा अध्यापिका क्रियाएं छात्र संभावित क्रियाएं


छात्र अध्यापिका छात्रों से कु छ प्रश्न पूछेंगे।
1. आपके घर मैं घर का सारा काम कौन करता है?
2. अगर मान लो मम्मी कभी बीमार पड़ती है या कु छ दिनों के लिए कहीं बाहर जाती है तो
उस वक्त घर का सारा काम कौन करता है? मम्मी
यानी घर के प्रत्येक सदस्य का कर्तव्य होता है कि वह घर के कामों में एक दूसरे का हाथ बटाएं।
3 , उसी तरह हमारे देश के प्रत्येक नागरिक के भी कु छ कर्तव्य है जिनका उन्हें पालन करना
पड़ता है और यह कर्तव्य भारत के संविधान में वर्णित है उन कर्तव्यों को हम क्या कहते हैं? घर के बाकी सदस्य

पाठ की घोषणा:-
विद्यार्थियोंआज हम मौलिक कर्तव्यों के बारे में विस्तार पूर्वक अध्ययन करेंगे।
मौलिक कर्तव्य
शिक्षण बिंदु

मौलिक कर्तव्य (Fundamental Duties) का उल्लेख भारतीय संविधान के अनुच्छेद 51 (क)


एवं भाग 4 (क) में किया गया हैं। वर्तमान में मौलिक कर्तव्यों की संख्या 11 है, अर्थात 11 मौलिक कर्तव्य है
जिनका पालन करना प्रत्येक भारतीय नागरिक का कर्तव्य हैं। मौलिक कर्तव्यों में उन समस्त बातों को जोड़ा गया है जो
राष्ट्र की भावना एवं संप्रभुता को बढ़ावा देते हैं।
मौलिक कर्तव्यों को 42 वें संवैधानिक संशोधन द्वारा संविधान में अंगीकार किया गया। इसकी संरचना का निर्माण रूस
की संरचना के आधार पर किया गया हैं। सरदार स्वर्ण सिंह समिति की सिफारिशों के आधार पर इसकी संरचना
निर्धारित की गई हैं।
संविधान में वर्णित मौलिक कर्तव्य

प्रारंभ में मौलिक कर्तव्यों की संख्या 10 थी। जिसके बाद 11 वें कर्तव्य को भारतीय संविधान के 86 वें
संवैधानिक संशोधन द्वारा जोड़ा गया। तो आइए जानते है कि हमारे 11 मौलिक कर्तव्य कौन-कौन से हैं-
• 1. प्रथम कर्तव्य यह है कि समस्त भारतीय नागरिकों को संविधान का आदर-सम्मान करना होगा और साथ ही
उसको सर्वमान्य मानकर उसका पालन करना होगा और इसके साथ ही तिरंगा व राष्ट्रगान का आदर-सम्मान करना।
• 2. जिन गौरवपूर्ण व्यक्तियों के कार्यों ने हमें आजादी दिलवाई एवं भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में जिन्होंने अपना
बलिदान दिया उनका आदर व सम्मान करना।
• 3. राष्ट्र की एकता, अखंडता और संप्रभुता की रक्षा करना और उसका आदर एवं गौरवपूर्ण सम्मान करना।
• 4. राष्ट्र की विचारधारा और राष्ट्र के आदर्श मूल्यों की रक्षा करना।
• 5. भारतीय संस्कृ ति का संरक्षण कर उसे बढ़ावा देना।
• 6. प्रत्येक नागरिकों को एकसमान आदर एवं सम्मान देना एवं उसको प्राप्त अधिकारों का सम्मान करना।
• 7. प्राकृ तिक संपदा का संरक्षण करना और उसकी वृद्धि हेतु अनेको प्रयत्न करना।
• 8. वैज्ञानिक मानदंडों को अपनाना और राष्ट्र के विकास हेतु नवीन ज्ञान के क्षेत्र में वृद्धि करना।
• 9. भारतीय सार्वजनिक संपत्ति की प्रत्येक परिस्थिति में रक्षा करना उसे हानि न पहचाना।
• 10. राष्ट्र के विकास हेतु सामाजिक कार्यो में अपना योगदान देना।
• 11. यह प्रत्येक माता-पिता का उत्तरदायित्व होगा कि वह अपने बच्चो को प्राथमिक निःशुल्क शिक्षा (6 से 14
वर्ष) प्रदान करवाए।
पुनरावृति:-
छात्र अध्यापिका कक्षा मैं पढ़ाई गए पाठ को सारांशित करेंग।

मूल्यांकन:-
1. कौन सी समिति की रिपोर्ट के आधार पर संविधान में मूल कर्तव्य शामिल किए गए हैं?
2. संविधान के कौन से भाग में मौलिक कर्तव्यों को जोड़ा गया है?
3. संविधान में वर्णित किन्ही दो मौलिक कर्तव्य को बताइए?
4. संविधान में वर्णित मौलिक कर्तव्य की संख्या वर्तमान में कितनी है?
गृह कार्य

भारतीय संविधान में मौलिक कर्तव्यों को क्यों शामिल किया गया? किन्ही तीन मौलिक कर्तव्यों को लिखिए।

धन्यवाद

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