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सेफ्टी अलटट - सर्ट दं श

दर्
ु भाग्यवश तेजी से ववकससत होते दे शों मे र्भरत मे सर्ादंश अब र्ी एक बड़ी आर्दभ है। ववश्व स्वभस््य संगठन के आँकड़ों के अनस
ु भर
ववश्व मे अब र्भरत ही एकमभत्र ऐसभ दे श है जहभँ सर्ादंश से सवभाधिक मौते होती है । यहभँ प्रततवर्ा 2.5 लाख से अधिक सर्टदंश की
घटनाएँ होती हैं। जजनमें लगर्ग 50,000 तक लोग मर जाते हैं। गैरसरकभरी आंकड़ों के अनस
ु भर यह संख्यभ और अधिक र्ी हो सकती
है । ववकससत दे शों की कतभर में शभसमल होने के आकभंक्षी र्भरत जैसे दे श के सलये ऐसे आँकड़े दख
ु द ही कहे जभ सकते हैं।

र्रू े ववश्व मे ही अनेक दं त कथभओं और र्भरं र्ररक मभन्यतभओं के चलते सभँर्ों को कभफी जहरीलभ और प्रभणघभतक जीव मभनभ जभतभ रहभ
है , र्रन्तु सर्ा तो ककसभनो के समत्र र्ी हैं। वो फसल तथभ अनभज को नक
ु सभन र्हुँचभने वभले चह
ू े आदद जीव-जंतओ
ु ं से सरु क्षभ र्ी प्रदभन
करते हैं। सर्ी सर्ा जहरीले व हभतनकभरक नहीं होते। विश्ि मे ससर्ट चार तरह के साँर् ही जहरीले होते हैं :

1. एलावर्ड्स (Elapid Snake): कोबरभ, ककंगकोबरभ, करै त, कभलभ मभंबभ आदद।

2. िैर्ररड्स (Viperidae Snakes): वभइर्र, सभ स्केल्ड वभईर्र, रसेल वभईर्र, वर्ट वभईर्र आदद

3. कोलब्रु िड्स (Colubrid Snakes): ककंग स्नेक, बल


ु स्नेक आदद

4. हाइड्रोफाईडी (Hydrophiidae Snakes): समद्रु ी सभँर्।


ु यतः चभर प्रकभर के जहरीले सभँर् र्भये जभते हैं- करै त, कोबरा, रसेल िाइर्र और सॉ स्केल्ड िाइर्र। यभतन ये है
र्भरत में मख्

जहरीली सभँर्ों की चौकड़ी!

प्राथसमक उर्चार की विधियां

‘Do it R.I.G.H.T.’

R= Reassure the patient यभतन र्ीड़ड़त को आश्वस्त करनभ। (लगर्ग 70 % सर्ादंश की घटनभएँ गैर जहरीले सभँर्ों द्वभरभ
ही होती हैं, और जहरीले सभँर्ों के कभटने से र्ी प्रभणघभतक घटनभएं लगर्ग 50 % ही होती हैं। )

I= Immobilize in the same way as a fractured limb यभतन प्रर्भववत अंग में गततशीलतभ न आने दे नभ। और
उसे वैसभ ही जस्थर बनभए रखने के सलए उर्भय करनभ जैसभ फ्रैक्चर होने र्र र्ट्टी बभँि कर करते हैं -यभतन बभंस की फलटी आदद से कभटे
दहस्से को सर्ोटा कर जस्थर कर दे नभ अक्सर बदहवभसी और र्भगदौड़ की वजह से सभँर् कभ जहर तीव्रतभ से शरीर में फैल प्रभणघभतक बन
जभतभ है, प्रर्भववत अंग की गततशीलतभ को कम कर जहर के प्रसभर की गतत तनयंत्रत्रत कर प्रभणों के सलए बहुमल्
ू य समय बचभयभ जभ
सकतभ है।
GH= Get to Hospital Immediately यभतन तरु ं त अस्र्तभल ले जभनभ सर्ादंश से बचभव की र्रं र्ररक ववधियभँ जैसे ओझभ
सोखभ, खरत्रबरै यभ यभ जड़ी बट
ू ी इस ददशभ में ज्यभदभ प्रर्भवी नहीं र्भईं गई हैं। इससलए इन तनरथाक प्रकियभओं में ववलंब न कर तत्कभल
अस्र्तभल ले जभनभ ही उधचत है।

T= Tell the doctor of any systemic symptoms यभतन डॉक्टर को वो सभरे िसमक लक्षण बतभनभ जो उस तक
लभने से र्व
ू ा र्ीड़ड़त में दे खे गए हैं। यहभँ उल्लेखनीय है कक यदद कभटने वभलभ सभँर् मभरभ गयभ हो तो उसे र्ी सटीक र्हचभन व तदनक
ु ूल
तनणाय के सलए अस्र्तभल ले जभयभ जभनभ उधचत है । मगर सभँर् को मभरने यभ र्कड़ने में समय गँवभने कभ प्रयभस नहीं ककयभ जभनभ चभदहए,
वरनभ यह समय की बबभादी के अलभवे मरने वभलों की संख्यभ बढ़भ र्ी सकतभ है। इस संबंि में कुछ सभविभनी बरतने की र्ी जरूरत है।

झभडफंू क यभ ववर् के प्रवभह को रोकने की र्भरं र्ररक ववधियों से बचनभ ही उधचत है क्योंकक इनकभ कोई धचककत्सकीय लभर् प्रमभणणत नहीं
हो सकभ है ।

कई बभर लोग ववर् को शरीर में फैलने से रोकने के सलए रस्सी यभ कर्ड़े आदद से दं श स्थल के ऊर्र बभंि दे ते हैं। बंिन ढीलभ होते ही
ववर् के र्रू े शरीर में तीव्र रक्त प्रवभह के कभरण तेजी से फैलने की संर्भवनभ ज्यभदभ रहती है । इसके अलभवे अक्सर लोग इस उर्भय को
अर्नभ अस्र्तभल र्ंहुचभने की तभत्कभसलकतभ से तनजश्चंत हो जभने की प्रभणघभतक र्ल
ू र्ी कर बैठते हैं। जख्म के र्भस कभटने की गलती
र्ी अमम
ू न लोग कर बैठते हैं

साििानी हे तु सझ
ु ाि :
(i) रभत्रत्र में र्भंव ढँ कने वभले फुटववयर को र्हन कर ही तनकलें व र्भस में टौचा जरूर रखें ।
(ii) टहलते वक्त कदमों को ज़ोर से रखें तभकक सभँर् कंर्न महसस
ू कर दरू चले जभएँ।
(iii) घभस कभटते तथभ फल यभ सजजजयभं चुनते वक्त छड़ी र्भस में रखें , जजससे र्हले घभस यभ र्त्ते दहलभ कर सभँर्ों को
वहभँ से तनकलने कभ अवसर समल सके।
(iv) र्हले से कभटकर रखी घभस र्ी उठभने से र्हले उसे छड़ी से थोड़भ कुरे द लेनभ उधचत है ।
(v) लकड़ी आदद चन
ु ते वक्त र्त्तों तथभ डंठलों में ककसी र्ी संर्भववत हलचल के प्रतत सतका रहें ।
(vi) घर के आस-र्भस ऐसे कूड़े आदद जमभ न होने दें जजनके कभरण चूहे, मेढक जैसे जीवों के आने की संर्भवनभ हो,
क्योंकक सभँर् अकसर ऐसे जीवों के प्रतत आकवर्ात हो अर्ने र्ोजन की तलभश में ररहभयशी इलभक़ों की ओर आ जभते हैं।
(vii) जमीन र्र सोने से बचें ।
(ix) णखड़ककयों तथभ दरवभजों से र्ौिों को दरू रखें क्योंकक अक्सर ये र्ौिे सभँर्ों के छुर्ने यभ उनर्र चढ़कर णखड़ककयों
तक र्हुँचने कभ कभरण बन जभते हैं।

विषैले सर्पदश
ं से उभरने िाले सामान्य लक्षण इस प्रकार हैं :
(i) सर्पदश
ं के स्थान र्र त्िचा का रं ग लाल हो जाना, सूजन तथा तीव्र ददप का अनुभि
(ii) सााँस लेने में कठिनाई, दृवि क्षमता में कमी या धुंधलार्न
(iii) उल्टी, मुाँह से लार और शरीर से अत्यवधक र्सीने का वनकलना
(iv) हाथ-र्ैरों में झनझनाहट तथा सुन्न होना
(v) प्यास, कमर ददप, वनम्न रक्तचार्
(vi) लावलमा या गहरे भूरे रं ग का मूत्र त्याग, मूत्र त्याग में कमी या इसके न आने जैसे संकेत भी देखे गए हैं
इन लक्षणों के बढ़ते जाने र्र मांसर्ेवशयों में भी कमजोरी आती जाती है और होंि तथा जीभ भी नीले र्ड़ने लगते हैं

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