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Ivy World School, Jalandhar

Rama Mandi, Hoshiarpur Road, Jalandhar, Punjab


website :www.ivyworldschool.in Phone : +91 (181) 2410803, 0181-2412803

CLASS : X SUBJECT : HINDI COURSE B


Forma ve Assessment 10
Time(Minutes) : 180 Total Marks :80

Ques on: 1) 1.िन िल खत ग ांश को पढ़कर पूछे गए ों के उ र सही िवक छाँटकर िल खए -- 5*1=5 [5]

भारत की िनरं तर बढ़ती जनसं ा रा की एक भयानक सम ा है । बढ़ती ई जनसं ा पर


िनयं ण पाने के िलए ेक दे श अपने-अपने ढं ग से जुटा आ है । बढ़ती ई जनसं ा के कारण दे श
का िवकास नही ं हो रहा है । अतः सरकार ने इसके समाधान के िलए प रवार िनयोजन का आ ान
िकया है ।1951 म जब भारत की जनगणना की गई तो उस समय भारत की जनसं ा 33 करोड़ के
आस-पास हो गई है । जनसं ा का इतनी ती गित से बढ़ना हमारे िलए शुभ संकेत नही ं है । बढ़ती
ई जनसं ा के कारण ित आय घट रही है । अगर जनसं ा इसी तरह बढ़ती रही तो वो
िदन दू र नही ं जब हम तीनों समय खाना तक नसीब नही ं होगा और िदन म केवल एक बार खाना
खाकर ही जीवन तीत करना पड़े गा। ेक दे श के साधन िसिमत होते ह। ेक दे श अपने
साधनों को बढ़ाने की कोिशश करता है । दे श म उपल साधनों के अनु प ही दे श के नाग रकों को
सामािजक सुिवधाएँ िमलती ह। यिद जनसं ा वृ की दर साधनों की वृ दर से अिधक हो तो
लोगों को िमलने वाली सुिवधाएँ बढ़ने की बजाए घट जाएँ गी। जनसं ा को कम करने के िलए
प रवार िनयोजन काय म आर िकया है । ेक वष इस काय म के िलए भारी धन खच िकया
जाता है । दे शभर म ा क खोले गए ह जो लोगों को िनशु सलाह दे ते
ह। सरकार कोिशश कर रही है िक "लोग यं इस बात को समझ िक 'छोटा प रवार ,सुखी
प रवार ।" इस भयंकर सम ा का समाधान करना , ेक नाग रक का कत है । ेक नाग रक
इस सम ा के ित जन-साधारण म जागृित उ करे । अतः प रवार को छोटा रखकर और
जनसं ा वृ पर अंकुश रखकर ,हम अपना ,अपने प रवार का और आनेवाली पीिढ़यों का भला
कर सकते ह और सरकार को भी परे शानी से ऊपर उठा सकते ह। अतः जनसं ा की सम ा का
समाधान प रवार को रखना है । यह आपका ,हम सबका गत ,सामािजक एवं रा ीय कत है ।
1.रा की एक भयानक सम ा िकसे बताया गया है ?
क) कम जनसं ा ख) घटती रोिटयॉँ

ग) बढ़ती जनसं ा घ) िवशाल भूिम

2.1951 म भारत की जनसं ा िकतनी थी ?


क) 33 करोड़ ख) 37 करोड़

ग) 48 करोड़ घ) 52 करोड़
3.कौन-सी चीज़ शुभ संकेत नही ं मानी जा सकती ?
क) जनसं ा की गितशीलता ख) जनसं ा की ती ता
ग) जनसं ा की थरता घ) जनसं ा म कमी

4. ेक दे श के साधन कैसे ह ?
क) िसिमत ख)असीिमत
ग) नयंि त घ) खुशहाल
5. बढ़ती जनस ा की सम ा के िलए सरकार ने िकसका आ ान िकया है ?
क) छोटा प रवार ख) बढ़ती जनसं ा
ग) िसिमत साधन घ) प रवार िनयोजन

अथवा

1. िन िल खत ग ांश को पढ़कर पूछे गए ों के उ र सही िवक छाँटकर िल खए -- 5*1=5


िकसी भी जीव के शरीर और मानस के सबसे ऊपर म है । इस म का भाव कैसे तय
होता है ? बु म होने वाले िवचार से। इसका मतलब यह है िक िकसी कभी भी के वंशानुगत
भाव को उसकी बु , उसका िववेक बदल सकता है । इसका मतलब यह है िक हमारे बताव
,हमारे कम पर हमारा वश है , चाहे दु िनयाभर पर न भी हो। हम अपने भाव को बदल सकते ह,
अपनी बु म बारीक बदलाव लाकर। इसके िलए हम म की प रे खा पर एक नज़र दौड़ानी
होगी। हमारे म के दो िविभ अंश ह : चेतन और अचेतन। दोनों ही अलग-अलग योजनों के
िलए िज़ ेदार ह और दोनों के सीखने के तरीके भी अलग-अलग ह। म का चेतन भाग हम
िविश बनाता है ,वही हमारी िविश ता है । इसकी वजह से एक िकसी दू सरे से अलग
होता है । हमारा कुछ अलग-सा भाव ,हमारी कुछ अनोखी सृजना कता श -ये सब म
के इसी िह े से संचािलत होती ह , तय होती ह। हर की चेतन रचना कता ही उसकी
मनोकामना, उसकी इ ा और मह ाकां ा तय करती है ।
इसके िवपरीत म का अवचेतन िह ा एक ताकतवर ित ुित यं जैसा ही है । यह अब तक के
रकॉड िकय ए अनुभव दोहराता रहता है । इसम रचना कता नही ं होती। यह उन चिलत
ि याओं और उस सहज भाव को िनयंि त करता है , जो दु हरा-दु हरा कर , हमारी आदत का एक
िह ा बन चूका है । यह ज़ री नही ं है िक अवचेतन िदमाग की आदत और िति याएं हमारी
मनोकामनाओं या हमारी पहचान पर आधा रत हों। िदमाग का यह िह ा अपने ज के थोड़े पहले ,
माँ के पेट म ही सीखना शु कर दे ता है जैसे जीवन के "च ूह" म उतरने से पहले ही "अिभम ु"
पाठ सीखने लगा था! यहाँ से लेकर सात साल की उ तक वे सारे कम और आचरण हमारे िदमाग
का यह अवचेतन िह ा सीख लेता है जो भावी जीवन के िलए मूल आधार है ।

1. ुत ग ांश का शीषक दीिजए।


क) बु ख) म
ग) बदलाव घ) भाव
2.हम अपने भाव को कैसे बदल सकते ह ?
क)अपनी बु म बदलाव लाकर ख) कुछ पढ़कर
ग) ान ा करके घ) पैसे कमाकर
3.हमारे म के िकतने अंश ह ?
क) एक ख) दो
ग) तीन घ) चार
4.म के कौन- सा भाग हमे िविश बनाता है ?
क) बु ख) िवचार
ग) अवचेतन घ) चेतन
5.िकसी की मनोकामना उसकी इ ा और मह ाकां ा कौन तय करती है ?
क) चेतनता ख) अवचेतना
ग) चेतन रचना कता घ) इसम से कोई नही ं

Ques on: 2) [5]

2. िन िल खत ग ांश को पढ़कर पूछे गए ों के उ र सही िवक छाँटकर िल खए---- 5*1=5

मांगिलक अवसरों पर पु -मालाओं का मह कोई नया नही ं है । पु -मालाएँ उ ही पहनाई जाती


थी ं िज सामािजक ि से िविश या अित िविश माना जाता था। दे वताओं पर पु -मालाएँ अिपत
करने के पीछे मनु की ऐसी ही भावनाएँ थी ं। इसम सबसे महव पूण है फूलों की मालाओं को
धारण करना। िजतना स ान फूलों की माला पहनाकर ,िकसी अित िविश को िदया जाता है
और उसकी साथकता तभी है जब वह अपने गले म धारण कर ीकार कर। यिद वह िविश
उसे धारण नही ं करता है तो वह अ प से यं उस स ान का ितर ार करता है ।
इससे न िसफ पु -माला पहनने वालों का ब उन फूलों का भी अपमान होता है जो उसम गुंथे
जाते ह।
िकसी भी शुभ अवसर पर मु अितिथ या िविश को पु -मालाएँ पहनाई तो जाती ह लेिकन
न जाने िकस कंु ठा या कुसं ार के कारण उसे गले से िनकलकर सामने मेज़ पर रख लेते ह या अपने
िप.ए. या सुर ा किमयों को सौ ंप दे ते ह जो जाते समय या तो वही ँ छोड़ जाते ह या रा े म फक जाते
ह। पु ों का पहनाने वालों का और यं खुद का वह इस कार अपमान पर जाते ह िजससे पता
चलता है िक िविश कहे जाने वाले म इतनी पा ता नही ं है िक उस पु -माला को अपने गले म
धारण कर सके। पु -माला का अपमान करने और उसके प रणामों से जुड़ी एक पौरािणक कथा है
िजसके मा म से रिचयता ने पु -मालाओं के मह को थािपत करने की कोिशश की है ।
वैसे "समु -मंथन" की कथा लगभग सभी भारतवािसओं को मालूम है लेिकन ों आ था इसकी
जानकारी कम लोगों को ही होगी। "िव ु पुराण" के थम अंश के नव अ ाय से इस अमृत-मंथन के
कारणों का उ ेख है िक फूलों की माला का अपमान करने के ायि त प दे वताओं को
अमृत-मंथन करना पड़ा। वह कथा इस कार है िक दु वासा ऋिष ने पृ ी पर िवचरण करते ए एक
कुशांगी के,िजसकी बड़ी -बड़ी ऑंख थी ं,हाथ म एक िद माला दे खी। उ ोंने उस िव ाधारी से उस
माला को माँग िलया और उसे िकसी अित िविश की गदन म डालने की बात सोचने लगे।
तभी ऐरावत पर चढ़े दे वताओं के साथ आते ए इं पर उनकी नज़र पड़ी। उ दे खकर दु वासा ने
उस माला को इं के गले म डाल िदया लेिकन इं ने अिन ापूण हण करके उस माला को ऐरावत
के म क पर डाल िदया। ऐरावत उसकी गंध से इतना िवचिलत हो उठा की फ़ौरन सूंड म लेकर उस
माला को पृ ी पर फक िदया। संयोगवश वह माला दु वासा के ही पास जा िगरी। इं को पहनाई गई
माला की इतनी दु दशा दे खकर दु वासा को ोध आना ाभािवक था। वह वापस इं के पास
लौटकर आए और कहने लगे ,"अरे ऐ य के घमंड म चूर अहं कारी इं ! तू बड़ा ढीठ है ,तूने मेरी दी
गई माला का आदर नही ं िकया। न तो तुमने माला पहनते व मेरे ारा िकए गए स ान के ित
आभार िकया और न ही तुमने उस माला का ही स ान िकया इसिलए अब तेरा ये ि लोक
वैभव न हो जाएगा। तेरा अहं कार तेरे िवनाश का कारण है िजसके भाव म तूने मेरी माला का
अपमान िकया। तू अब अनुनय िवनय करने का ढोंग भी मत करना। म इसके िलए मा नही ं कर
सकता।"
1. पु -मालाओं का योग िकन अवसरों पर िकया जाता है ?
क) पार रक ख) शोकातुर
ग) मांगिलक घ) अमांगिलक
2. ऋिष दु वासा ने इं को कैसे स ोिधत िकया ?
क) अहं कारी ख) ढीठ
ग) ऐ य के घमंड म चूर घ) उपयु सभी
3. फूलों की माला का अपमान करने के कारण ऋिष दु वासा ने िकसको ाप िदया था ?
क) इं ख) व ण
ग) अि दे व घ) भरत
4. िकस पुराण के थम अंश के नव अ ाय म अमृत -मंथन के कारण का उ ेख िकया गया है ?
क) ीम ागवद पुराण ख) िव ु पुराण
ग) किवतावली घ) सूरसारावली
5. अवतरण का उिचत शीषक दीिजए।
क) मांगिलक अवसर ख) पु मालाओं का मह
ग) इं की कथा घ) ऋिष दु वासा का ाप

अथवा

2. िन िल खत ग ांश को पढ़कर पूछे गए ों के उ र सही िवक छाँटकर िल खए--- 5*1=5

हमारा िहमालय से क ाकुमारी तक फैला आ दे श ,आकार और आ ा दोनों ि यों से महान और


सु र है । उसका बा सौ य िविवधता की समंज तापूण थित है और आ ा का सौ ंदय िविवधता
म िछपी ई एकता की अनुभूित है । चाहे कभी न गलने वाला िहम का ाचीर हो ,चाहे कभी न जमने
वाला अतल समु हो ,चाहे िकरणों की रे खाओं से खिचत हरीितमा हो , चाहे एकरस शू ता ओढ़े ए
म हो,चाहे लपटों म साँस लेता आ बवंडर हो , सब अपनी िभ ता म भी एक ही दे वता के िव ह को
पूणता दे ते ह। जैसे मूित के एक अंग का टू ट जाना स ूण दे व-िव ह को खंिडत कर दे ता है , वैसे ही
हमारे दे श की अखंडता के िलए िविवधता की िथ है ।
यिद इस भौगोिलक िविवधता म ा सां ृ ितक एकता न होती , तो यह िविवध नदी ,पवत,वनों का
सं ह मा रह जाता। पर ु इस महादे श की ितभा ने इसकी अंतरा ा को एक रसमयता म ािवत
करके इसे िविश दान िकया है , िजससे यह आसुम एक नाम की प रिध म बंध जाता है ।
हर दे श अपनी सीमा म िवकास पाने वाले जीवन के साथ एक भौितक इकाई है ,िजससे यह सम
िव की भौितक और भौगोिलक इकाई से जुड़ा आ है । िवकास की ि से उसकी दू सरी थित
आ -र ा क तथा थापरक राजनीित स ा म है । तीसरी सबसे गहरी तथा ापक थित
उसकी सां ृ ितक गितशीतला म है , िजसम वह अपने िवशेष की र ा और िवकास करता
आ िव जीवन के िवकास म योगदान दे ता है । यह सभी बा और थूल तथा आं त रक और सू
थितयाँ एक दू सरे पर भाव डालती ं और एक दू सरी से संयिमत होती चलती ह।
एक िवशेष भूखंड म रहने वाले मानव का थम प रचय ,संपक और संघष अपने वातावरण से ही
होता है और उससे ा जय,पराजय,सम य आिद से उसका कम-जगत ही संचिलत नही ं होता ,
ुत अंतजगत और मानिसक सं ार भी भािवत होते ह।
1. हमारा दे श कहाँ से कहाँ तक फैला आ है ?
क) िहमालय से पूव पहािड़यों तक ख) िहमालय से माऊंट आबू तक
ग) िहमालय से क ाकुमारी तक घ) िहमालय से रोहतांग तक
2. हमारे दे श की भौगोिलक िविवधता म ा ा है ?
क) सां ृ ितक एकता ख) सामािजक एकता
ग) िविवधता म एकता घ) अनेकता म एकता
3. ेक दे श अपनी सीमा म िवकास पाने वाले जीवन के साथ ा है ?
क) रसायन इकाई ख) भौितक इकाई
ग) सामािजक इकाई घ) आिथक इकाई
4. िकसी थान पर रहने वाले मानव का सबसे पहला प रचय िकससे होता है ?
क) वातावरण ख) एकता
ग) िविवधता घ) सामािजक इकाई
5. उपयु अवतरण का उिचत शीषक दीिजए।
क) मेरा भारत महान ख) भारत की स दा
ग) िविवधता म एकता घ) मेरा ारा भारतवष

Ques on: 3) 3. िन िल खत पाँच भागों म से िक ी ं चार के सही िवक चुिनए- (4*1=4) [16]

1.वा म एक से अिधक पद पर र िमलकर जब एक ाकरिणक इकाई का काम करते ह तो उस


इकाई को कहते ह ---
क) पदबंध ख) पद
ग) वण समूह घ) वा
2.पदबंद िकतने कार के होते ह ?
क) दो ख) तीन
ग) पाँच घ) चार
3.दु कानों म ऊँघते ए चेहरे बाहर झाँके। (रे खांिकत पदबंध के कार बताएँ )
क) ि या पदबंध ख) सं ा पदबंध
ग) िवशेषण पदबंध घ) सवनाम पदबंध
4.छा पढ़ते-पढ़ते सो गया। (रे खांिकत पदबंध के कार बताएँ )
क) सं ा पदबंध ख) सवनाम पदबंध
ग) ि या पदबंध घ) िवशेषण पदबंध
5. दशरथ पु राम वन को गए। (रे खांिकत को कहगे )
क) श ख) पदबंध
ग) वण घ) पद

4. िन िल खत पाँच भागों म से िक ी ं चार के सही िवक चुिनए- (4*1=4)


1. जो प र म करते ह ,वे िव ाथ सदा सफल होते ह। (रचना के आधार पर वा भेद बताएँ )
क) िमि त वा ख) सरल वा
ग) संकेतवाचक वा घ) संयु वा
2. िन िल खत वा ों म से संयु वा छाँटकर िल खए ----
क) पहाड़ का मोहक था ख) जहाँ चाह,वहाँ राह
ग) म पढ़ रहा था इसिलए बाज़ार नही ं गया घ) मीरा प िलख रही है
3. आप चाय िपएँ गे या शरबत ? (वा का कार बताइए )
क) िमि त वा ख) सरल वा
ग) संयु वा घ) वा
4. रचना की ि से वा िकतने कार के होते ह ?
क) दो ख) तीन
ग) चार घ) पाँच

5. िजस वा म एक धान उपवा हो और एक या एक से अिधक आि त उपवा हो उसे .........


वा कहा जाता है । (4*1=4)
क) सरल ख) संयु
ग) िमि त घ) "ख" और "ग " दोनों
5. िन िल खत पाँच भागों म से िक ी ं चार के सही िवक चुिनए ---
1. "मु मं ी" (उिचत िव ह चुिनए )
क) मु है जो मं ी ख) मंि यों का धान
ग) मंि यों म मु घ) मु और मं ी
2. िकस सम पद म कमधारय समास है ?
क) रसोईघर ख) आजीवन
ग) मृगनयन घ) य शाला
3. "गु दि णा" श के सही समास-िव ह का चयन कीिजए --
क) गु का दि णा -- त ु ष समास ख) गु से दि णा --- त ु ष समास
ग) गु की दि णा-- त ु ष समास घ) गु के िलए दि णा -- त ु ष समास
4. "पंजाब" म कौन-सा समास है ?
क) कमधारय ख) ब ीिह
ग) ि गु घ) ं
5. दो या दो से अिधक तं श ों के मेल से जो नया श बनता है ,उसे कहते ह --
क) समास ख) संिध
ग) वा घ) पदबंध

6. िन िल खत ों के सही िवक चुिनए --- (4*1=4)


1. सही मुहवरा छाँिटए ---
क) ाली खीर पकाना ख) ाली चावल पकाना
ग) ाली पुलाव पकाना घ) ाली हलवा पकाना
2. " काम आना " मुहावरे का सही अथ है ---
क) वीरगित पाना ख) काम का ढं ग आना
ग) काम बन जाना घ) काय पूण होना
3. वीना तो अपनी बेटी की शादी के बाद। ........ सोती है ।
क) क ल तानकर ख) चादर तानकर
ग) रजाई तानकर घ) कपड़ा तानकर
4. िकसके योग से भाषा भावशाली बनती है ?
क) मुहावरे के ख) िवशेषण के
ग) दोहे के घ) उपयु सभी से

Ques on: 4) 7.िन िल खत ग ांश को पढ़कर पूछे गए ों के उ र सही िवक छाँटकर िल खए -- 4*1=4 [14]
पोथी पिढ़ पिढ़ जग मुवा , पंिडत भया न कोइ।
ऐकै अिषर पीव का , पढ़े े सु पंिडत होइ।।
1. किव का नाम बताएँ ---
क) कबीर ख) तुलसीदास
ग) िबहारी घ) सूरदास
2. पंिडत कौन बन पाता है ?
क) पोिथयाँ पढ़ने वाला ख) ई र के ेम को जानने वाला
ग) िव ा हण करने वाला घ) मंिदर जाने वाला
3. "पोथी" से ा आशय है ?
क) भजनों की िकताब ख) मोटी िकताब
ग) धािमक कथा घ) वेद-शा
4. "पोथी पिढ़ पिढ़ जग मुवा " का आशय है -- ?
क) पु कीय ान ा करके लोग मर गए ख) लोग िकताब रटते-रटते मर गए
ग) पु कीय ान से कोई भी ान नही ं पा सका घ) पु कीय ान जान िनकाल लेता है

8. िन िल खत ग ांश को पढ़कर पूछे गए ों के उ र सही िवक छाँटकर िल खए -- 5*1=5


तताँरा एक नेक और मददगार था। सदै व दू सरों की सहायता के िलए त र रहता। अपने
गावंवालों को ही नही ं, अिपतु समूचे ीपवािसयों की सेवा करना अपना परम कत समझता था।
उसके इस ाग की वजह से वह चिचत था। सभी उसका आदर करते। मुसीबत के व म सब उसे
रण करते और वह भागा-भागा वहाँ प ँ च जाता। दू सरे गाँवों म भी पव- ोहारों के समय उसे
िवशेष प से आमंि त िकया जाता। उसका तो आकषक था ही ,साथ ही अ ीय भाव
की वजह से लोग उसके करीब रहना चाहते थे। परा रक पोशाक के साथ वह अपनी कमर म
सदै व एक लकड़ी की तलवार बाँधे रहता। लोगों का मत था ,बावजूद लकड़ी की होने पर ,उस
तलवार म अद् भुत दै वीय श थी। तताँरा अपनी तलवार को कभी अलग ना होने दे ता। उसका
दू सरों के सामने उपयोग न करता। िक ु उसके साहिसक कारनामों के कारण लोग तलवार म
अद् भुत श का होना मानते थे। तताँरा की तलवार एक िवल ण रह थी।
1. तताँरा-वामीरो कथा पाठ के लेखक कौन ह ?
क) हलाद अ वाल ख) लीलाधर मंडलोई
ग) िनदा फ़ाज़ली घ) ेमचंद
2. लोग तताँरा से बेहद ेम ों करते थे ?
क) वह पहलवान था ख) वह गाँव का सरपंच था
ग) वह एक नेक और मददगार था घ) वह ब त धािमक था
3. तताँरा की तलवार के बारे म लोगों की धारणा थी िक ----
क) इसम दै वीय श है ख) इस पर बाबा का आशीवाद है
ग) ब त तेज धार वाली है घ) वह िवल ण है
4. तताँरा िकसकी सेवा करना अपना परम क समझता था ?
क) अपने गावोंवालों की ख) समूचे ीपसमूहों की
ग) अपने माता-िपता की घ) अपने गु जनों की
5. तताँरा के च र की िवशेषताएँ बताएँ ।
क) सु र व श शाली ख) आकषक
ग) नेक और मददगार घ) उपयु सभी

9. िन िल खत ग ांश को पढ़कर पूछे गए ों के उ र सही िवक छाँटकर िल खए -- 5*1=5


उसके अफ़साने सुन के रो न ड के कारनामे याद आ जाते ह। अं ेज़ों के खलाफ उसके िदल म
िकस कदर नफरत है । कोई पाँच महीने कुमत की होगी ,मगर इन पाँच महीनों म वो अवध के
दरबार को अं ेज़ी असर से िबलकुल पाक कर दे ने म तक़रीबन कामयाब हो गया था।
1. उपयु पं याँ िकसने कही ह ?
क) रो ंन ड ने ख) कनल कािलंज ने
ग) अवध के राजा ने घ) उपरो म से कोई नही ं
2. िकसके अफ़साने सुनकर रॉिबन ड की याद आती है ?
क) गवनर जनरल के ख) कनल कािलंज के
ग) ले नट के घ) वज़ीर अली के
3. वज़ीर अली िकसे िहं दु ान से बाहर िनकलना चाहता था ?
क) अं ज़ों को ख) अपने दरबा रयों को
ग) फ़ौज को घ) िकसी को भी नही ं
4. वज़ीर अली ने िकतना समय अवध पर शासन िकया ?
क) सात महीने ख) दो वष
ग) पाँच महीने घ) चार महीने
5. ुत ग ांश िकस पाठ से अवत रत है ?
क) बड़े भाई साहब ख) िगरिगट
ग) कारतूस घ) डायरी का एक प ा

Ques on: 5) पा -पु क एवं पूरक पा -पु क [40]


10. िन िल खत ों म से िक ी दो ों के उ र लगभग 25-30 श ों म िल खए --- 2*2=4
क) बड़े भाई साहब छोटे भाई को ा सलाह दे ते थे और ों ?
ख) अरब म ल र को नूह के नाम से ों याद करते ह ?
ग) वज़ीर अली के अफ़साने सुनकर कनल को रॉिबन ड की याद ों आती थी ?
11. िन िल खत का उ र लगभग 60-80 श ों म िल खए --- 1*4=4
क) वामीरो से िमलने के बाद तताँरा के जीवन म ा प रवतन आया ?
12. िन िल खत ों म से िक ी दो ों के उ र लगभग 40-50 श ों म िल खए --- 2*3=6
क) "ह रहर-काका" कहानी का मूल िलख। ?
ख) लेखक गुरदयाल िसंह के बचपन तथा आज के ब ों म ा प रवतन आया ?
ग) "आँ खों की दे खी नही ं कहती। कानो की सुनी कहती ँ । ...... " दादी ऐसा ों कहती थी ?
लेखन
13. िन िल खत म से िकसी एक िवषय पर िदय गए संकेत िबंदुओ ं के आधार पर लगभग 100-120
श ों म एक अनु े द िल खए -- 1*6=6
हमारा ारा भारत वष

रा मनु की संपि
अतीत िणम
िविवधताओं का दे श
सुखी-समृ भारत

अथवा

दादा बड़ा न भैया ,सबसे बड़ा पया

मानव समाज म भावना क संबंधों का मह


जीवन म धन का मह
ाथपूण बु
अिधक धन की लोलुपता
भा और पुरषाथ

अथवा

मनु का प र मी प

आल -जीवन का अिभशाप
प र म के लाभ
कमशीलता का मह

14. अपने िव ालय म पु कालय म िव ान और क ूटर की पु क उपल करवाने के िलए


धानाचाय को प िल खए। 1*5=5
अथवा
अपनी कॉलोनी की समुिचत सफाई- व था के िलए नगर-िनगम के ा अिधकारी को
िशकायत करते ए प िलख।

15. आपके िव ालय म "आँ खों के डा रों " ारा कप लगाया जा रहा है ।आप ताप प क ूल
के सिचव ह। इस िवषय के बारे म एक सूचना लगभग 60-50 श ों म तैयार कर। 1*5=5
अथवा
आपका बैग टै न म गुम हो गया है इसके बारे म एक सूचना लगभग 60-50 श ों म समाचार -प
के मा म से द ।
16. "गो न चाय " नाम से चाय का नया ांड बाज़ार म आया है । िजसके िलए लगभग 35-50 श ों
म एक िव ापन तैयार कीिजए। 1*5=5
अथवा
अपनी दु कान िकराय पर दे ने के िलए लगभग 35-50 श ों म एक िव ापन तैयार कीिजए।

17. "प र म ही सफलता का सोपान है " िवषय पर लगभग 100-120 श ों म एक लघु कथा
िल खए। 1*5=5
अथवा
िकसी नगर म एक वृ िकसान रहता था उस िकसान की दो बेिटयाँ थी ं ....... ......... । (िदए-गए
थान िबंदुओ ं के आधार पर लगभग 100-120 श ों म एक लघु कथा िल खए।

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