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Atomic Energy Central School-2, Mumbai

Subject- Hindi
Topic- अपठित गद्यां श

Module- 1/1
Madhu Sharma TGT (SS)

अपठित गद्यांश

Note- ठिम्नठिखित गद्यां श को पढ़कर ठिए गए प्रश्ोां के उत्तर ठिखिए-

सांसयर में सबसे मूल्ययवयि वस्तु समय है क्ोांठक िु ठियय की अठिकयां श वस्तुओां को घटययय-बढ़ययय जय
सकतय है , पर समय कय एक क्षण भी बढ़य पयिय व्यखि के बस में िहीां है । समय के बीत जयिे पर
व्यखि के पयस पछतयवे के अियवय कुछ िहीां होतय। ठवद्यर्थी के ठिए तो समय कय और भी अठिक
महत्त्व है । ठवद्यर्थी जीवि कय उद्दे श्य है ठशक्षय प्रयप्त करिय। समय के उपयोग से ही ठशक्षय प्रयप्त की जय
सकती है । जो ठवद्यर्थी अपिय बहुमूल्य समय िेि-कूि, मौज-मस्ती तर्थय आिस्य में िो िे ते हैं वे जीवि
भर पछतयते रहते हैं , क्ोांठक वे अच्छी ठशक्षय प्रयप्त करिे से वांठित रह जयते हैं और जीवि में उन्नठत िहीां
कर पयते। मिुष्य कय कततव्य है ठक जो क्षण बीत गए हैं , उिकी ठिांतय करिे के बजयय जो अब हमयरे
सयमिे हैं , उसकय सिु पयोग करें ।

प्रश्न

(क) समय को सबसे अमूल्य वस्तु क्ोां कहय गयय है ?


(i) इसकय एकक्षण भी घटययय-बढ़ययय िहीां जय सकतय
(ii) सम्य व्यखि के वश में िहीां है ।
(iii) समय ही व्यखि के जीवि को बिि सकतय है
(iv) मिुष्य उस समय की गठत को िहीां रोक सकतय

(ि) ठवद्यर्थी जीवि कय उद्दे श्य है


(i) जीवि को सुिी बियिय
(ii) गुरुओां कय आिे श मयििय
(iii) व्यखि के जीवि में समय कय महत्त्व
(iv) ठशक्षय प्रयप्त करिय

(ग) ठवद्यर्थी जीवि भर क्ोां पछतयते रहते हैं ?


(i) क्ोांठक वे आिसी होते हैं
(ii) जो अपिय कीमती समय मौज मस्ती और आिस्य में िो िे ते हैं ।
(iii) जो ज्ञयि प्रयप्त िहीां करते।
(iv) जो ठवद्यर्थी मयतय-ठपतय और गुरुओां की आज्ञय कय पयिि िहीां करते

(घ) सांमय के सांबांि में व्यखि कय क्य कततव्य बतययय गयय है ?


(i) पररश्रम करें
(ii) मि िगयकर पढ़यई करें
(iii) बीते समय के बयरे में पश्चयतयप ि करके वततमयि समय कय सिु पयोग करें
(iv) असफि होिे पर ठिरयश ि होां, पुिः प्रययस करें

(ङ) उपयुति गद्यां श कय उपयुि शीर्तक सुझयइए


(i) समय कय सिु पयोग
(ii) समय और मिुष्य
(iii) ठवद्यर्थी और समय
(iv) अमूल्य समय उत्तर

उत्तर-
(क) (i)
(ि) (iv)
(ग) (ii)
(घ) (iii)
(ङ) (i)

प्रश्नोत्तर

(क) सांसयर में सबसे मूल्यवयि वस्तु क्य है ?


उत्तर-
सांसयर में सबसे मूल्यवयि समय है ।

(ि) व्यखि के बस में क्य िहीां है ?


उत्तर-
समय के एक भी क्षण को बढ़य पयिय व्यखि के बस में िहीां है ।

(ग) ठकस प्रकयर के ठवद्यर्थी पछतयते हैं ?


उत्तर-
जो ठवद्यर्थी अपिय समय िेि-कूि, मौज-मस्ती एवां आिस में ठबतय िे ते हैं , वे पछतयते हैं ।

(घ) मिुष्य कय क्य कततव्य है ?


उत्तर-
मिुष्य कय कततव्य है ठक बीते हुए समय पर ठवियर ि करके जो समय अपिे पयस है उसकय सिु पयोग
करे ।
Atomic Energy Central School-2, Mumbai
Subject- Hindi
Topic- अपठित पद्यां श

Module- 1/1
Madhu Sharma TGT (SS)

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