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पाठ-6, 'समय' के शब्दार्थ और लघत्त

ु री प्रश्न दिए जा रहे हैं। इन्हें अपनी हिंदी


नोटबकु में लिखिए।

शब्दार्थ

शब्द अर्थ

1.प्रयत्न कोशिश

2.भीषण भयानक, विकट

3. पन
ु : दोबारा, फिर से

4.दरिया नदी, सागर

5.मक्
ु ता मोती

6.शीत सर्दी

7.ऋतु मौसम

8.ऋत-ु चक्र क्रमानस


ु ार ऋतओ
ु ं का
आना-जाना

9.ब्रह्मांड संपर्ण
ू लोक, विश्व
लघत्त
ु री प्रश्न

प्रश्न 1. 'समय' कविता के रचयिता कौन हैं?


उत्तर 1. 'समय' कविता डाॅ. रामगोपाल वर्मा द्वारा रची गई है ।

प्रश्न 2. 'समय' किसके आगे नहीं झक ु ता?


उत्तर 2. 'समय' भीषण आँधी-तफ़
ू ाँ के आगे नहीं झक
ु ता।

प्रश्न 3. समय किसका प्यारा होकर रहता है ?


उत्तर 3. जो व्यक्ति समय के साथ चलता है , वही समय को भाता है ।

प्रश्न 4. जीवन हमको क्या सिखाता है ?


उत्तर4. जीवन हमको समय के अनस ु ार सही दिशा में बढ़ते रहने की सीख दे ता है ।

प्रश्न 5. समय के इशारे पर कौन मड़


ु ता है ?
उत्तर 5. समय के इशारे पर ऋत-ु चक्र मड़
ु ता है ।

प्रश्न 6. समय ने किन्हें मारा?


उत्तर 6. समय ने खदु को अजेय समझने वाले योद्धाओं को मारा।

पाठ-6, 'समय' के प्रश्नोत्तर दिए जा रहे हैं। इन्हें अपनी हिंदी नोटबक
ु में
लिखिए।

प्रश्न 1. कविता में मनष्ु यों को समय के साथ चलने के लिए क्यों कहा गया है ?
उत्तर1. समय एक गतिशील सत्ता है । यह समय किसी के लिए नहीं रुकता और न किसी के
समक्ष झक ु ता है । अतः मनष्ु य का कर्तव्य है कि वह समय के साथ चले। इसी में हमारा
हित है । यही वजह है कि कविता हम मनष्ु यों को समय के साथ चलने की नसीहत दे ती
है ।
प्रश्न 2. प्रकृति समय के अनस ु ार चलती है , स्पष्ट कीजिए।
उत्तर 2. प्रकृति में होने वाले परिवर्तन इसका समय के अनस ु ार चलना ही दर्शाते हैं। समय
जैसे-जैसे बढ़ता जाता है , एक ऋतु दस ू री में बदल जाती है । दिन का रात में और रात का
दिन में बदल जाना भी समय के अनस ु ार प्रकृति की गति का ही सच ू क है ।

प्रश्न3. "जिसका समय से कदम मिला, रहा समय उसी का प्यारा।" - इन पंक्तियों के
माध्यम से क्या कहा गया है ?
उत्तर3. इन पंक्तियों से कवि का आशय यह है कि जिसने भी समय का सदप ु योग कर
उसकी माँग को परू ा किया - ऐसे व्यक्ति का समय ने हमेशा साथ दिया है । जो लोग समय
को व्यर्थ नहीं गँवाते और समय के साथ होने वाले बदलावों में खद
ु को ढाल लेते हैं - समय
स्वयं ही उनकी सफलता का पथ प्रशस्त करता है ।

प्रश्न 4. कविता के माध्यम से कवि क्या संदेश दे ना चाहता है ?


उत्तर4. 'समय' कविता के माध्यम से कवि ने समय के महत्व व स्वभाव पर बल दे ना
चाहा है । कविता के अनस ु ार समय की कद्र करने और समय के साथ कदम से कदम
मिलाकर बढ़ने में ही मनष्ु य का हित है ।

प्रश्न5. जीवन को मोती क्यों कहा गया है ?


उत्तर5. जीवन समय के अधीन है । समय की गतिशीलता ने ही जीवन को नश्वर बनाया है ।
फिर वह चाहे प्राणियों में सर्वश्रेष्ठ कहे जाने वाले मनष्ु य का ही जीवन क्यों न हो! क्या
पता यह जीवन समाप्त होने के पश्चात ् पन ु ः प्राप्त होगा भी या नहीं। इसीलिए जीवन को
किसी दर्ल ु भ मोती के समान अमल् ू य माना गया है । समय के सदप ु योग द्वारा ही इस
अमल् ू य जीवन को व्यर्थ होने से बचाया जा सकता है ।

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