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Class-8 रथचक्र notes
Class-8 रथचक्र notes
INDIRANAGAR, BENGALURU
HINDI
Ln -9 रथचक्र NOTES
Class: 8
Date: ________________ No. of pages: 2
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General Instructions:
शब्द – अर्थ
वाक्य प्रयोग
1. स्मति
ृ याँ- बचपन की स्मति
ृ याँ बहुत अच्छी होती हैं |
प्रश्न – उत्तर
ANSWERS
(लिखित - क to घ)
क) इस कहानी में 'रथचक्र' शब्द से लेखक का तात्पर्य जीवन चक्र से है | जिस प्रकार रथ का पहिया निरंतर घूमता रहता है
, उसी प्रकार यह जीवन रूपी चक्र भी सदा चलता रहता है | किसी भय, कष्ट या प्रियजन के बिछड़ने पर भी जीवन
रुकता नहीं है |
ख) बाबा व बड़े भैया ने सेब, नाशपाती व मालटा आदि फलों की पौध लगवाई थी ,जिन्हें अब परिवार के सदस्य बहुत शौक से
खाते हैं |
ग)'जिन पर पौधे अब मुझे रोपने हैं'-इन शब्दों द्वारा लेखक को अपने कर्तव्य का एहसास हो रहा है | लेखक को परिवार के प्रति
ज़िम्मेदारियों का बोध है, जिस प्रकार पिता की अकाल मृत्यु के बाद उसके दादाजी ने उसे और उसके भाई-बहनों को पाला है ,
उसी तरह उसे अब अपने भाई के बच्चों का पालन-पोषण करना है |
घ) कहानी का नाम 'रथचक्र' सर्वथा उपयुक्त है | जीवन, मृत्यु व फिर जीवन यह एक चक्र है जो निरंतर घूमता रहता है |
इस कहानी के लेखक के जीवन में दो दुर्घटनाएँ हुईं, लेकिन ज़िंदगी रुकी नहीं व जीवन रूपी रथ का चक्र चलता रहा |
सभी काम अपनी गति से होते रहे, रुके नहीं |
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