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INTERNATIONAL INDIAN SCHOOL, JEDDAH

पाठ्य सामग्री (वसंत – भाग-3)


कक्षा -8

पाठ -१ ध्वनि (कववता) कवव – सूयक


य ांत त्रिपाठी ‘निराला

शब्द – अर्य
मद
ृ ल
ु – कोमल

पात – पत्ता

गात – शरीर

निद्रित – सोया हुआ

प्रत्यष
ू – प्रातः काल

तंिालस – ि ंद से अलसाया हुआ

लालसा – कुछ पािे की चाह, अभिलाषा,इच्छा

प्रश्ि – उत्तर
प्रश्ि-1 कवि को ऐसा विश्िास क्यों है कक उसका अंत अि िहीं होगा ?

उत्तर-1 कवि को ऐसा विश्िास है कक उसका अंत अि िहीं होगा क्योंकक उसका
माििा है कक उसके ज िि में काफी शक्क्त र उत्साह है | उसके ज िि में अि
तो खभु शयों र उन्िनत का समय है | िह लोगों को आलस्य से उबारिा चाहता है
तथा उन्िनत का द्िार द्रदखािा चाहता है ताकक उिके सख
ु द ज िि र संद
ु र
िविष्य का निमााण हो |
प्रश्ि-2 फूलों को अिंत तक विकभसत करिे के भलए कवि कौि-कौि सा प्रयास
करता है ?

उत्तर -2 फूलों को अिंत तक विकभसत करिे के भलए कवि उन्हें कभलयों से फूल
बिािा चाहता है | कवि का यह माििा है कक उसके ज िि रूप िि में अि
िसंत आया है | िह अपिे िसंत रूप हाथ पष्ु पों पर फेरिा चाहता है , कभलयों की
अलसाई लालसा को ख ंच लेिा चाहता है तथा उन्हें उन्िनत का द्िार द्रदखािा
चाहता है |

प्रश्ि-3 कवि पष्ु पों की तंिा र आलस्य दरू हेािे के भलए क्या करिा चाहता है ?
उत्तर-3 कवि पष्ु पों की तंिा र आलस्य दरू हेािे के भलए अपिे ज िि के श्रम
रूप अमत
ृ से उन्हें स ंचिा चाहता है | िह कभलयों को प्रिात तथा िि ज िि का
का संदेश दे िा चाहता है र उन्हें अंनतम लक्ष्य तक पहुुँचािा चाहता है |

भाषा की बात -
निम्िललखित पि
ु रावत
ृ शब्दों का वाक्यों में प्रयोग कीजिए –
1. बातों-बातों में - बातों-बातों में मैं अपिा काया करिा िल
ू गया |

2. रह-रहकर - रह-रहकर मझ
ु े अपिे बबछड़े दोस्त की याद आ जात है |

3. लाल-लाल - बग चे में लाल-लाल फूल खखले हैं |

4. सब
ु ह-सब
ु ह - मझ
ु े सब
ु ह-सब
ु ह ेहलिा अच्छा लगता है |

5. रातों-रात - रातों-रात मेरा पड़ौस अम र बि गया |

6. घड़ -घड़ - घड़ -घड़ हमें अपिा फैसला िहीं बदलिा चाद्रहए |

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