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अपूर्व अनुभव

बहुविकल्पी प्रश्नोत्तर
(क) बच्चे किसे अपनी संपत्ति मानते थे?
(i) स्वयं को
(ii) पेड़ को
(iii) अपनी जगह को
(iv) किसी को नहीं

(ख) यासुकी-चान को क्या रोग था?


(i) पोलियो का
(ii) पेड़ पर चढ़ने के लिए
(iii) आपस में मिलने के लिए
(iv) कहीं चलने के लिए

(ग) तोत्तो-चान किस काम को आसान समझ रही थी?


(i) यासुकी-चान के साथ खेलना
(ii) सीढ़ी लाना
(iii) यासुकी-चान के साथ रहना
(iv) यासुकी-चान को पेड़ पर चढ़ाना

(घ) यासुकी-चान का घर इनमें से कहाँ था?


(i) तोमोए में
(ii) डेनेनवोफु में
(iii) कुहोन्बसु में
(iv) हिरोशिमा में

(ङ) तोत्तो-चान ने अपनी योजना का सच सर्वप्रथम किसे बताया?


(i) यासुकी-चान को
(ii) अपनी माँ को
(iii) यासुकी-चान की माँ को
(iv) रॉकी को
(च) तोत्तो-चान यासुकी-चान को पेड़ पर चढ़ाने का कौन-सा तरीका अपना रही थी?
(i) धक्के लगाकर
(ii) हाथ से ऊपर की ओर खींचकर
(iii) सीढ़ी पर धकियाकर
(iv) पेड़ के तने पर सरकाकर

(छ) दोनों के विशाखा पर पहुँचने पर क्या हुआ?


(i) यासक
ु ी-चान ने तोत्तो-चान को धन्यवाद दिया
(ii) तोतो ने यासक
ु ी-चान का स्वागत किया
(iii) दोनों हँसने लगे
(iv) दोनों बतियाने लगे

(ज) “यह उसकी हार्दिक इच्छा थी’ वाक्य में हार्दिक शब्द है
(i) संज्ञा
(ii) सर्वनाम
(iii) विशेषण
(iv) क्रियाविशेषण

उत्तर
(क) (ii)
(ख) (i)
(ग) (iv)
(घ) (ii)
(ङ) (iv)
(च) (iii)
(छ) (ii)
(ज) (iii)

अतिलघु उत्तरीय प्रश्न

(क) तोत्तो-चान ने अपने पेड़ पर चढ़ने का न्योता किसे दिया था?


उत्तर-
तोत्तो-चान ने अपने पेड़ पर चढ़ने का न्योता यासुकी-चान को दिया था।
(ख) किसी पेड़ को यासुकी-चान निजी संपत्ति क्यों नहीं मानता था?
उत्तर-
पेड़ पर चढ़ना और उसके साथ लेखना उसके लिए संभव न था इसलिए वह किसी पेड़ को
निजी संपत्ति नहीं मानता था।

(ग) तोत्तो चान के गले में रे ल पास क्यों लटक रहा था?
उत्तर-
तोत्तो-चान के गले में रे ल पास इसलिए लटक रहा था ताकि उसकी योजना पर किसी को
शक न हो।

(घ) बच्चे दस
ू रे के पेड़ों पर क्यों नहीं चढ़ते थे?
उत्तर-
हर पेड़ किसी न किसी बच्चे की निजी संपत्ति होता था, इसलिए बिना अनम
ु ति के बच्चे
दस
ू रे के पेड़ों पर नहीं चढ़ते थे।

(ङ) यासक
ु ी-चान पेड़ पर क्यों नहीं चढ़ पाता था?
उत्तर-
यासक
ु ी-चान को पोलियो था, इसलिए वह किसी पेड़ पर नहीं चढ़ पाता था।

(च) तोत्तो-चान को यासक


ु ी-चान कहाँ मिला?
उत्तर-
उसे यासक
ु ी-चान मैदान में क्यारियों के पास मिला था।

लघु उत्तरीय प्रश्न

(क) तोत्तो-चान किस उद्देश्य से घर से निकली थी?


उत्तर-
तोत्तो-चान अपने पोलियोग्रस्त मित्र यासक
ु ी-चान से मिलने स्कूल जा रही थी। तोत्तो-चान ने
उससे वादा किया था कि वह उसे अपने पेड़ पर चढ़ाएगी। इसी वायदे को परू ा करने के लिए
वह घर से निकली थी।

(ख) तोत्तो-चान सच बताए बिना क्यों नहीं रह सकी।


उत्तर-
झठ
ू बोलने के अपराध बोध के कारण तोत्तो-चान बेचैन थी। वह सच बोले बिना नहीं रह
सकी। स्टे शन तक उसे छोड़ने आए राकी को अंत में उसने बता दिया कि वह आज यासुकी-
चान को अपने पेड़ पर चढ़ाने वाली है ।

(ग) तोत्तो-चान कौन थी? उसकी हार्दिक इच्छा क्या थी?


उत्तर-
तोत्तो-चान एक जापानी लड़की थी। इसकी हार्दिक इच्छा थी कि उसका अपंग मित्र यासक
ु ी-
चान उसके पेड़ पर जाकर उसकी चीज़ों एवं दनि
ु या को दे खें।

(घ) तोत्तो-चान विशाखा पर खड़ी क्या कर रही थी?


उत्तर-
तोत्तो-चान विशाखा पर खड़ी यासक
ु ी-चान की तिपाई-सीढ़ी को ऊपर पेड़ की ओर खींचने का
प्रयास कर रही थी।

(ङ) तोत्तो-चान क्या नहीं समझ पाई ?


उत्तर-
तोत्तो-चान यह नहीं समझ पाई कि यासक
ु ी-चान के लिए घर बैठे किसी चीज़ को दे ख लेना
क्या मायने रखता है , क्योंकि उसे यासक
ु ी-चान की परे शानियों का सही अनम
ु ान नहीं था।

(च) तोत्तो-चान ने यासक


ु ी-चान को ऊपर चढ़ाकर ही दम लिया। इसके लिए उसने क्या-क्या
प्रयास किया?
उत्तर-
सीढी द्वारा यासक
ु ी-चान को ऊपर चढ़ाने की अपनी प्रथम कोशिश नाकाम होने के बाद,
तोत्तो-चान फिर चौकीदार के छप्पर की ओर दौड़कर गई। यहाँ से एक तिपाई-सीढ़ी घसीट
लाई। उसने यासक
ु ी-चान को एक-एक पैर सीढ़ी रखने में सहायता की। जब यासक
ु ी-चान
तिपाई सीढ़ी के ऊपर पहुँच गया तो तोत्तो-चान ने दवि
ु शाखा पर चढ़कर बड़े परिश्रम से उसे
ऊपर खींच लिया जिससे वह विशाखा तक पहुँच गया।

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

(क) पेड़ पर बैठे-बैठे यासक


ु ी-चान और तोत्तो-चान क्या करते रहे ?
उत्तर-
उस दिन यासकु ी-चान डाल के सहारे खड़ा था। कुछ झिझकता हुआ वह मस ु कराया। यासक
ु ी-
चान ने दनि
ु या की एक नई झलक दे खी, जिसे उसने पहले कभी नहीं दे खा था। तो ऐसे होता
है पेड़ पर चढ़ना यासुकी-चान ने खश
ु होते हुए कहा। इसके अलावे वे बड़ी दे र तक पेड़ पर
बैठे-बैठे इधर-उधर की गप्पे लड़ाते रहे । यासुकी-चान ने तोत्तो-चान को टे लीविजन के बारे में
बताया, जिसके बारे में उसे अपनी अमेरिका में रहने वाली बहन से पता चला था। उसने
तोत्तो-चान को बताया था कि जब टे लीविजन जापान में आ जाएगा तो वे घर बैठे सम
ू ो
कुश्ती दे ख सकेंगे। यासक
ु ी-चान यही सारी बातें पेड़ पर बैठा-बैठा तोत्तो-चान को बताए जा
रहा था और तोत्तो-चान सोच रही थी कि इतने बड़े सम
ू ो, पहलवान, एक छोटे से डिब्बे जैसे
टे लीविजन में कैसे अंदर प्रवेश कर गए।

हम पंछी उन्मुक्त गगन के

बहुविकल्पी प्रश्नोत्तर
(क) ‘हम पंछी उन्मुक्त गगन के’ पाठ के रचयिता हैं
(i) भवानी प्रसाद मिश्र
(ii) सर्वेश्वर दयाल सक्सेना
(iii) शिवमंगल सिंह ‘सुमन’
(iv) महादे वी वर्मा

(ख) पक्षी कहाँ का जल पीना पसंद करते हैं?


(i) नल का जल
(ii) वर्षा का जल
(iii) नदी-झरनों का जल
(iv) पिंजरे में रखी कटोरी का जल

(ग) बंधन किसका है ?


(i) स्वर्ण का
(ii) श्रंख
ृ ला का
(iii) स्वर्ण श्रंख
ृ ला का
(iv) मनष्ु य का

(घ) लंबी उड़ान में क्या-क्या संभावनाएँ हो सकती थीं?


(i) क्षितिज की सीमा मिल जाती
(ii) साँसों की डोरी तन जाती
(iii) ये दोनों बातें हो सकती थीं
(iv) कुछ नहीं होता
(ङ) पक्षी क्यों व्यथित हैं?
(i) क्योंकि वे बंधन में हैं।
(ii) क्योंकि वे आसमान की ऊँचाइयाँ छूने में असमर्थ हैं।
(iii) क्योंकि वे अनार के दानों रूपी तारों को चग
ु ने में असमर्थ हैं।
(iv) उपर्युक्त सभी

उत्तर-
(क) (iii)
(ख) (iii)
(ग) (iii)
(घ) (iii)
(ङ) (iv)

हम पंछी उन्मक्
ु त गगन के

अतिलघु उत्तरीय प्रश्न

(क) इस कविता तथा कवि का नाम लिखिए।


उत्तर-
कविता का नाम- ‘हम पंछी उन्मक्
ु त गगन के
कवि का नाम- शिवमंगल सिंह ‘सम
ु न’

(ख) पक्षी कैसा जीवन जीना चाहते हैं?


उत्तर-
पक्षी एक स्वतंत्र जीवन जीना चाहते हैं।

(ग) पक्षी ऊँची उड़ान के लिए क्या-क्या बलिदान दे ते हैं?


उत्तर-
पक्षी ऊँची उड़ान के लिए अपना घोंसला, डाली का सहारा आदि सब कुछ न्योछावर करने को
तैयार हैं। उनका मानना है । कि ईश्वर ने उन्हें संद
ु र पंख दिए हैं इसलिए उनकी उड़ान में
कोई बाधक न बनें।

(घ) अपनी किन इच्छाओं को परू ा करने के लिए पिंजरे से आजाद होने के लिए व्याकुल हैं।
उत्तर-
पक्षी नदी-झरनों का बहता जल पीने, तेज़ गति से उड़ान भरने नीले आसमान की सीमा तक
उड़ने, पेड़ की फुनगी पर झल
ू ने, कड़वी निबौरियाँ खाने और अनार रूपी दाने चग
ु ने के लिए
पिंजरे के बाहर निकलने के लिए व्याकुल होते हैं।

लघु उत्तरीय प्रश्न

(क) पिंजरे में पक्षियों को क्या-क्या कष्ट है ?


उत्तर-
पिंजरे में पक्षी खुले आसमान में उड़ान नहीं भर सकते, नदी-झरनों का बहता जल नहीं पी
सकते, कड़वी निबौरियाँ नहीं खा सकते, फुदक नहीं सकते, अपने पंख नहीं फैला सकते, अनार
के दानों रूपी तारों को चग
ु नहीं सकते। इसके अतिरिक्त पिंजरे में पक्षियों को वह वातावरण
नहीं मिलता, जिसमें रहने के वे आदी हैं।

(ख) पक्षियों के सपने और अरमान क्या हैं?


उत्तर-
पक्षियों का सपना है कि वह वक्ष
ृ की सबसे ऊँची फुनगी पर बैठकर झल
ू ा झल
ू ें उनका अरमान
है कि वे नीले आसमान में दरू -दरू तक उड़ते हुए आकाश की सीमा तक पहुँच जाएँ। इस
कोशिश में क्षितिज से मक
ु ाबला करते हुए उसका अंतिम छोर ढूंढ़ निकालें या अपने प्राण
त्याग दें ।

(ग) पक्षी मनष्ु यों से क्या चाहते हैं?


उत्तर-
पक्षी मनष्ु यों से चाहते हैं कि उसे स्वतंत्र होकर उड़ान भरने दें । वह इसके बदले अपना
घोंसला और टहनी का अपना आश्रय भी दे ने को तैयार हैं। वे हम लोगों से यह प्रार्थना करते
हैं कि उन्हें ईश्वर ने जब उड़ने के लिए पंख दिए हैं तो मानव उनकी उड़ान में विघ्न न डालें
और उन्हें स्वतंत्र रूप से उड़ने दें ।

(घ) यह कविता हमें किस बात के लिए प्रेरित करती है ?


उत्तर-
यह कविता हमें इस बात के लिए प्रेरित करती है कि बंधन में रखकर हमें कितनी भी
सवि
ु धाएँ क्यों न दी जाएँ, सभी व्यर्थ होती हैं। स्वतंत्र जीवन में ही हम अपनी इच्छा से सभी
काम कर सकते हैं, जबकि पराधीनता में दस
ू रों की इच्छाओं को मानना पड़ता है ।

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न


(क) पक्षी को मैदा से भरी सोने की कटोरी से कड़वी निबौरी क्यों अच्छी लगती है ?
उत्तर-
परतंत्र जीवन सदै व कष्टमय होता है । ऐसे समय में मन की स्वतंत्रता समाप्त हो जाती है ।
स्वतंत्र जीवन में कठिनाइयाँ भी कितनी अधिक क्यों न हों, वह गल
ु ामी के जीवन से अच्छा
होता है । अतः पक्षी भी खल
ु े में रहकर मैदा से भरी सोने की कटोरी की अपेक्षा नीम के कड़वे
फल खाना अधिक पसंद करते हैं।

(ख) कवि ने इस कविता के माध्यम से हमें क्या संदेश दे ना चाहा है ?


उत्तर-
कवि ने इस कविता के माध्यम से संदेश दे ना चाहा है कि पराधीन सपनेहुँ सख ु नाहीं। यानी
स्वतंत्रता सबसे अच्छी है । स्वतंत्र रहकर ही अपने सपने और अरमान परू े किए जा सकते हैं।
पराधीनता में सारी इच्छाएँ खत्म हो जाती हैं। पराधीन रहने से हमें अपनी मल
ू भत

आवश्यकताओं के लिए भी दस
ू ँरों पर निर्भर हो जाना पड़ता है । अतः कवि ने इस कविता के
माध्यम से स्वतंत्रता के महत्त्व को दर्शाया है । अतः हमें पक्षियों को बंदी बनाकर नहीं रखना
चाहिए। उन्हें आजाद कर आसमान में उड़ान भरने दे ना चाहिए।

रहीम के दोहे

बहुविकल्पी प्रश्नोत्तर
(क) रहीम के दोहे ’ का मख्
ु य अभिप्राय है
(i) ईश्वर की भक्ति
(ii) नीति की बातें
(iii) वीरता का वर्णन
(iv) ईमानदारी की बातें

(ख) “संपति सगे’ में किस अलंकार का प्रयोग हुआ है ?


(i) श्लेष
(ii) अनुप्रास
(iii) पुनरुक्ति
(iv) यमक

(ग) साँचा मीत किसे कहा गया है ?


(i) विपत्ति की कसौटी पर खरा उतरनेवाला
(ii) सच बोलनेवाला
(iii) संपत्ति हड़पनेवाला
(iv) मिलनेवाला

(घ) जाल पड़ने पर पानी क्यों बह जाता है ?


(i) आगे जाने के लिए
(ii) मछलियों का साथ निभाने के लिए
(iii) मछलियों से दरू ी बनाने के लिए
(iv) मछलियों से सच्चा प्रेम न करने के लिए

(ङ) क्या जल मछली से प्रेम करता है ?


(i) हाँ
(ii) नहीं
(iii) पता नहीं
(iv) इनमें से कोई नहीं

(च) पेड़ अपना फल स्वयं क्यों नहीं खाते हैं।


(i) क्योंकि उसे फल पसंद नहीं हैं।
(ii) क्योंकि वह खाना नहीं चाहते
(iii) क्योंकि वे परोपकारी होते हैं।
(iv) क्योंकि वे फल नहीं खाते।

(छ) सज्जन संपत्ति क्यों जमा करते हैं?


(i) बढ़
ु ापे के लिए।
(ii) धनवान बनने के लिए
(iii) दस
ू रों की मदद के लिए
(iv) अपने बाल-बच्चों के लिए

उत्तर
(क) (ii)
(ख) (ii)
(ग) (i)
(घ) (iv)
(ङ) (ii)
(च) (iii)
(छ) (iii)

अतिलघु उत्तरीय प्रश्न

(क) जीवन में मित्रों की अधिकता कब होती है ?


उत्तर-
जब जीवन में काफ़ी धन-दौलत, मान-सम्मान बढ़ जाता है तो मित्रों और शुभचिंतकों की
संख्या बढ़ जाती है ।

(ख) ‘जल को मछलियों से कोई प्रेम नहीं होता’ इसका क्या प्रमाण है ?
उत्तर-
जल को मछलियों से कोई प्रेम नहीं होता। इसका यह प्रमाण है कि मछलियों के जाल में
फँसते ही जल उन्हें अकेला छोड़कर आगे बह जाता है ।

(ग) सज्जन और विद्वान के संपत्ति संचय का क्या उद्देश्य होता है ?


उत्तर-
सज्जन और विद्वान संपत्ति का अर्जन दस
ू रों की भलाई के लिए करते हैं। उनका धन हमेशा
दस
ू रों की भलाई में खर्च होता है ।

(घ) रहीम ने क्वार मास के बादलों को कैसा बताया है ?


उत्तर-
रहीम ने क्वार महीने के बादलों को थोथा यानी बेकार गरजने वाला बताया है ।

लघु उत्तरीय प्रश्न

(क) वक्ष
ृ और सरोवर किस प्रकार दस
ू रों की भलाई करते हैं?
उत्तर-
वक्ष
ृ और सरोवर अपने द्वारा संचित वस्तु का स्वयं उपयोग नहीं करते हैं, यानी वक्ष
ृ असंख्य
फल उत्पन्न करता है लेकिन वह स्वयं उसका उपयोग नहीं करता। वह फल दस
ू रों के लिए
दे ते हैं। ठीक इसी प्रकार सरोवर भी अपना जल स्वयं न पीकर उसे समाज की भलाई के लिए
संचित करता है ।
(ख) रहीम मनुष्य को धरती से क्या सीख दे ना चाहता है ?
उत्तर-
रहीम मनष्ु य को धरती से सीख दे ना चाहता है कि जैसे धरती सरदी, गरमी व बरसात सभी
ऋतओ
ु ं को समान रूप से सहती है , वैसे ही मनष्ु य को भी अपने जीवन में सख
ु -दख
ु को सहने
की क्षमता होनी चाहिए।

(ग) रहीम ने क्वार के बादलों की तल


ु ना किससे और क्यों की है ?
उत्तर-
रहीम ने क्वार के बादलों की तल
ु ना उन लोगों से की है जो अमीरी से निर्धन हो चक
ु े हैं।
निर्धन लोग जब उन दिनों की बात करते हैं, जब वे धनी तथा सख
ु ी थी, तो उनकी बातें
पर्ण
ू तः क्वार के बादलों की खोखली गरज जैसी होती है । क्वार बादल गरजते भर हैं, कभी
बरसते नहीं, उसी प्रकार धनी लोग निर्धन होकर अपनी अमीरी की बातें करते हैं।

दीर्घ उत्तर प्रश्न

(क) रहीम के दोहों से हमें क्या सीख मिलती है ?


उत्तर-
रहीम के दोहों से हमें सीख मिलती है कि हमें अपने मित्र का सख
ु -दख
ु में बराबर साथ दे ना
चाहिए। हमारे मन में परोपकार की भावना होनी चाहिए। जिस प्रकार प्रकृति हमारे लिए सदै व
परोपकार करती है , उसी प्रकार हमें दस
ू रों की मदद करनी चाहिए। रहीम वक्ष
ृ और सरोवर की
ही तरह संचित धन को जन कल्याण में खर्च करने की सीख दे ते हैं। अंतिम दोहे में रहीम
हमें सीख दे ने का प्रयास करते हैं, कि धरती की तरह जीवन में सुख-दख
ु को समान रूप से
सहन करने की शक्ति रखनी चाहिए।

नीलकंठ

बहुविकल्पी प्रश्नोत्तर
(क) ‘नीलकंठ’ पाठ के लेखक कौन हैं?
(i) सर्वेश्वरदयाल सक्सेना
(ii) जैनेंद्र कुमार
(iii) टी० पद्मनाभन
(iv) महादे वी वर्मा।
(ख) बड़े मियाँ के भाषण की तुलना किससे की गई है ?
(i) ड्राइवर से ।
(ii) चिड़ीमार से
(iii) सामान्य ट्रे न से
(iv) तफ़
ू ान मेल से।

(ग) दोनों शावकों ने आरं भ में कहाँ रहना शरू


ु किया?
(i) मेज़ के नीचे
(ii) रद्दी की टोकरी में
(iii) अलमारी के पीछे
(iv) पिंजरे में ।

(घ) शरु
ु आत में शावकों ने दिन कैसे व्यतीत किया?
(i) मेज़ पर चढ़कर
(ii) कुरसी पर चढ़कर
(iii) कहीं छिपकर
(iv) लेखिका के पास रहकर।

(ङ) मोर के दोनों बच्चों को चिड़ीमार कहाँ से पकड़कर लाया था?


(i) रामगढ़ से
(ii) रायगढ़ से
(iii) पिथौरागढ़ से
(iv) शंकरगढ़ से।।

(च) लेखिका ने मोर के बच्चों को कितने रुपए में खरीदा?


(i) पच्चीस रुपए में
(ii) तीस रुपए में
(iii) पैंतीस रुपए में
(iv) चालीस रुपए में

(छ) लेखिका को क्या ज्ञात नहीं हो पाया?


(i) शावकों की प्रजाति का
(ii) नीलकंठ के बढ़ने का रहस्य
(iii) नीलकंठ कब बाकी जानवरों का संरक्षक
(iv) अन्य जानवर उसके संरक्षक बन गए।

(ज) अन्य जानवर जब व्यस्त होते थे तो नीलकंठ क्या करता था?


(i) नाचता था
(ii) दाना चग
ु ता था
(iii) आराम करता रहता था
(iv) उन सभी का ध्यान रखता था।

उत्तर-
(क) (iv)
(ख) (iv)
(ग) (ii)
(घ) (iii)
(ङ) (iv)
(च) (iii)
(छ) (iii)
(ज) (iv)

अतिलघु उत्तरीय प्रश्न

(क) बड़े मियाँ कहाँ से मोर के बच्चे खरीदकर लाया था।


उत्तर-
बड़े मियाँ शंकरगढ़ के एक चिड़ीमार से मोर के दो बच्चे खरीद लाया था।

(ख) लेखिका मोर-मोरनी को कहाँ से लाई ?


उत्तर-
लेखिका मोर-मोरनी को नखास कोने से लाई। उन्होंने पैंतीस रुपए में पक्षी बेचनेवाले दक
ु ान
से लिया था।

(ग) मोरनी को मोर की सहचारिणी क्यों कहा गया?


उत्तर-
मोरनी को मोर का सहचारिणी कहा गया क्योंकि वह हमेशा मोर के साथ रहती थी।
(घ) घर पहुँचने पर बच्चों को घरवालों ने क्या कहा?
उत्तर-
घर पहुँचने पर सब कहने लगे – तीतर है और मोर कहकर ठग लिया है ।

(ङ) लेखिका को दे खकर नीलकंठ अपनी प्रसन्नता कैसे प्रकट करता?


उत्तर-
लेखिका को दे खकर नीलकंठ उनके सामने मंडलाकार रूप में अपने पंख फैलाकार खड़ा होकर
अपनी प्रसन्नता प्रकट करता था।

लघु उत्तरीय प्रश्न

(क) लेखिका ने ड्राइवर को किस ओर चलने का आदे श दिया और क्यों ?


उत्तर-
महादे वी जी ने स्टे शन से लौटते हुए ड्राइवर को बड़े मियाँ की दक
ु ान की ओर चलने का
आदे श दिया। उन्हें चिड़ियों और खरगोश की दक ु ान का स्मरण आया।

(ख) कुब्जा और नीलकंठ के स्वभाव में अंतर स्पष्ट कीजिए।


उत्तर-
कुब्जा के स्वभाव में रूखापन था। वह किसी को भी नीलकंठ के पास नहीं आने दे ना चाहती
थी। यहाँ तक कि उसने राधा को भी उससे अलग कर दिया। इसके विपरीत नीलकंठ का
स्वभाव सरल था उसका सभी के साथ मेल-जोल था। वह सभी जीव-जंतओ
ु ं में अपनी एक
विशेष पहचान रखता था। राधा के साथ उसका आत्मीय संबंध था, जब कुब्जा ने राधा से दरू
किया तो उसने अपने प्राण ही त्याग दिए।

(ग) विदे शी महिलाएँ नीलकंठ को परफैक्ट अँटिलमैन क्यों कहती थीं?


उत्तर-
विदे शी महिलाएँ नीलकंठ को परफैक्ट ‘जेंटिलमैन’ की उपाधि दी, क्योंकि विदे शी जब मेहमान
के रूप में महादे वी के साथ आते तो उनके प्रति सम्मान प्रकट करने हे तु वह अपने पंख
मंडलाकार रूप में फैलाकर खड़ा हो गया।

(घ) नीलकंठ का सख
ु मय जीवन करुण कथा में कैसे बदल गया?
उत्तर-
कुब्जा के आने के बाद उसने अपने रूखे व्यवहार की शरु
ु आत कर दिया। उसके कलह से
नीलकंठ की प्रसन्नता का अंत हो गया। कई बार वह जालीघर से निकल भागा। एक दिन वह
भूखा-प्यासा आम की शाखाओं में छिपा बैठा रहा, जहाँ से लेखिका ने पुचकार कर उतारा। एक
बार खिड़की की शेड पर छिपा रही। तीन-चार महीने के बाद नीलकंठ ने अपने प्राण त्याग
दिए। उसके सख
ु मय जीवन का अंत हो गया।

(ङ) लेखिका नीलकंठ को प्रवाहित करने के लिए संगम पर क्यों गई?


उत्तर-
नीलकंठ की मत्ृ यु के बाद महादे वी उसे अपनी शाल में लपेटकर गंगा, यमन
ु ा, सरस्वती के
मिलन स्थल संगम पर प्रवाहित करने के लिए ले गई। ऐसा इसलिए किया क्योंकि वे अपने
घर में पलने वाले प्रत्येक जीव को घर का सदस्य समझती थी।

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

(क) नीलकंठ चिड़ियाघर के अन्य जीव-जंतुओं का मित्र भी था और संरक्षक भी। वह कैसे?


लिखिए।
उत्तर-
लेखिका कहती है कि उन्हें पता नहीं चला कि अपने स्वभाव और संस्कारवश मोर ने स्वयं
को अन्य सभी जीवों का रक्षक और सेनापति कब नियक्
ु त कर लिया। वह सबको लेकर उस
स्थान पर पहुँच जाता जहाँ दाना बिखेरा जाता। वह घम
ू -घम
ू कर रखवाली करता और अगर
किसी ने गड़बड़ की तो उसे दं डित भी करता था। वह उन सब का मित्र तो था ही। एक बार
साँप ने खरगोश के बच्चे का आधा हिस्सा अपने मँह
ु में दबा लिया। वह चीख नहीं सकता
था। नीलकंठ ने उसका धीमा स्वर सुन लिया और उसने नीचे उतरकर साँप को फन के पास
पंजों से दबाया और चोंच-चोंच मारकर उसे अधमरा कर दिया। पकड़ ढीली पड़ते ही खरगोश
उसके मँुह से निकल आया। मोर रात भर उसे अपने पंखों के नीचे रखकर गरमी दे ता रहता।

(ख) कुब्जा के जीवन का अंत कैसे हुआ?


उत्तर-
नीलकंठ की मत्ृ यु के बाद कुब्जा भी कोलाहल के साथ उसे ढूँढ़ना शुरू कर दिया। वह आम,
अशोक कचनार की शाखाओं में ढूंढती रहती। एक दिन आम की शाखा से उतरते ही
अलसेशियन कुतिया उसके सामने पड़ गई । स्वभाववश कुब्जा ने चोंच से उस पर प्रहार
किया तो कजली के दो दाँत उसकी गरदन पर लग गए। परिणामतः उसकी मत्ृ यु हो गई।
इस प्रकार उसके कलह-कोलाहल तथा द्वेष-प्रेम भरे जीवन का अंत हुआ|
कारक

प्रश्न=01. हिंदी में कारक के कितने भेद होते हैं ?


(अ) 6
(ब) 5
(स) 8
(द) 11
प्रश्न=02. राम ने रोटी खाई में कौन सा कारक है ?
(अ) कर्ता कारक
(ब) कर्म कारक
(स) संबध
ं कारक
(द) करण कारक

प्रश्न=03. लोगों ने चोर को मारा कौन सा कारक है ?


(अ) कर्ता कारक
(ब) करण कारक
(स) कर्म कारक
(द) अपादान कारक
प्रश्न=04. संबंध कारक के लिए प्रयक्
ु त होने वाला चिन्ह है ?
(अ) में
(ब) के लिए
(स) रा
(द) पर
प्रश्न=05. वह कुल्हाड़ी से वक्ष
ृ काटता है कारक बताइए ?
(अ) कर्म कारक
(ब) करण कारक
(स) अपादान कारक
(द) कर्ता कारक
प्रश्न=06. पेड़ से फल गिरा कौन सा कारक है ?
(अ) संबध
ं कारक
(ब) कर्म कारक
(स) करण कारक
(द) अपादान कारक
प्रश्न=07. संज्ञा या सर्वनाम के जिस रुप से किसी अन्य शब्द के साथ
संबध
ं या लगाव प्रतीत हो उसे कहते हैं ?
(अ) अपादान कारक
(ब) कर्म कारक
(स) करण कारक
(द) संबंध कारक
प्रश्न=8. हिमालय से गंगा निकलती है इसमें कौन सा कारक है ?
(अ) संबध
ं कारक
(ब) अपादान कारक
(स) करण कारक
(द) कर्ता कारक
प्रश्न=09. कर्म कारक के लिए प्रयुक्त होने वाला चिन्ह है ?
(अ) ने
(ब) का
(स) को
(द) से
प्रश्न=10. हरी ने बैल को मारा| में कौन सा कारक है ?
(अ) कर्म कारक
(ब) करण कारक
(स) संबध
ं कारक
(द) कर्ता कारक

ख) नीचे दिए गए वाक्यों में कारक चिह्न को रेखांकित कीजिए|


क) पिता जी कमरे में हैं|
ख) राम ने रावण को तीर से मारा|
ग) राधा सीता के लिए उपहार लाई|
घ) फोन मेज पर रखा है|
ङ) रवि का कमरा बहुत बड़ा है|
च) अरे बच्चो ! तुम यहाँ क्यों घूम रहे हो?
छ) बच्चा साइकिल से गिर पड़ा|
ज) पिता जी हवाई जहाज से बैंगलोर गए|
झ) पुलिस वालों ने चोर को बहुत पीटा|
ञ) रवि गाने सुन रहा है|

क्रिया
सही विकल्प चनि
ु ए
1. किसी काम को करना या होना’ कहलाता है
(i) क्रिया
(ii) कर्ता
(iii) कर्म
(iv) इनमें से कोई नहीं

2. ‘काम’ करने वाले को कहते हैं


(i) कर्ता
(ii) कर्म
(iii) क्रिया
(iv) कार्य

3. क्रिया का मल
ू रूप कहलाता है
(i) कर्म
(ii) क्रिया
(iii) धातु
(iv) कर्ता
5. कर्म के आधार पर क्रिया के भेद हैं
(i) दो
(ii) चार
(iii) छह
(iv) तीन

प्रश्न 6 – निम्नलिखित वाक्यों में क्रिया को रे खांकित करके क्रिया के भेद बताइए - (कर्म के
आधार पर )

क) चिड़िया चग
ु ती है | सकर्मक क्रिया
ख) कौवा ऊँचा उड़ा| अकर्मक क्रिया
ग) राधिका ने पत्र लिखा| सकर्मक क्रिया
घ) माली ने पचास पौधे लगाए| सकर्मक क्रिया
ङ) छात्रों ने मैदान को साफ़ किया| सकर्मक क्रिया
च) सेठ ने गरीबों को कंबल दिए| सकर्मक क्रिया
छ) पिताजी ने दरू भाष यंत्र उठाया| सकर्मक क्रिया
ज) माताजी दरू दर्शन दे खती हैं| - सकर्मक क्रिया
झ) बच्चा खूब रोया| अकर्मक क्रिया
ञ) हमने ढे र सारे चिप्स खाए| सकर्मक क्रिया

काल

निम्नलिखित वाक्यों के निर्देशानुसार काल परिवर्तित कीजिए –

क) हम कल पुस्तकालय जाएंगे|(वर्तमान काल)


हम कल पुस्तकालय जा रहे हैं|
ख) राधा समोसे तल रही है | (भत
ू काल)
राधा समोसे तल रही थी|
ग) कृष्ण की गाय खो गयी है | (भूतकाल)
कृष्ण की गाय खो गयी है |

घ) मधुर परीक्षा की तैयारी कर रही है |(भविष्यत काल)


मधुर परीक्षा की तैयारी करे गी|
ङ) हम अपने लिए खाना स्वयं बनाएंगे| (भूतकाल)
हम अपने लिए खाना स्वयं बनाया|
च) हमने पोस्टर बनाए|(वर्तमान काल)
हमने पोस्टर बना रहे हैं|
छ) बच्चे चिल्ला रहे थे|(भविष्यत काल)
बच्चे चिल्लाएँगे|
ज) सिया ने मिट्टी के घरोंदे बनाए|(भविष्यत काल)
सिया ने मिट्टी के घरोंदे बनाएगी|
झ) रूहान क्रिकेट खेल रहा है | (भत
ू काल)
रूहान क्रिकेट खेल रहा था|
ञ) मेरे पिताजी गणित सीखने में मेरी मदद करते हैं|(भविष्यत काल)
मेरे पिताजी गणित सीखने में मेरी मदद करें गे|
ट) हम समह
ू में अध्ययन करें गे|(वर्तमान काल)
हम समूह में अध्ययन कर रहे हैं|
ठ) मीरा पक्षियों को दाना दे रही है |(भूतकाल)
मीरा पक्षियों को दाना दे रही थी|

उपसर्ग – प्रत्यय

1. उपसर्ग का प्रयोग होता है


A.शब्द के आरंभ में
B.शब्द के मध्य में
C.शब्द के अंत में

Q2. जो धातु या शब्द के अंत में जोड़ा जाता है उसे कहते है


A.समास
B.अव्यय
C.उपसर्ग
D.प्रत्यय
Q3. प्रख्यात में प्रयुक्त उपसर्ग है
A.प्र
B.त
C.प्रख
D.आत
Q4. प्रत्युत्तर शब्द में कौन सा उपसर्ग है?
A.प्र
B.प्रति
C.प्रत्यू
D.इनमे से कोई नहीं
Q5. गमन शब्द को विपरीतार्थक बनाने के लिए आप किस उपसर्ग का प्रयोग करेंगे?
A.उप
B.आ
C.प्रति
D.अनु

Q6. निर्वासित में प्रत्यय है


A.इक
B.नि
C.सित
D.इत
Q7. लेखक शब्द के अंत में कौन सा प्रत्यय लगा हुआ है
A.क
B.इक
C.आक
D.अक
Q8. अनुज शब्द को स्त्रीलिंग शब्द बनाने के लिए किस प्रत्यय का प्रयोग करेंगे
A.इक
B.ईय
C.आ
D.ई
Q9. सुत् शब्द को स्त्रीलिंग शब्द बनाने के लिए आप किस प्रत्यय का प्रयोग करेंगे
A.ई
B.आ
C.ईय
D.इक
Q10. स्पृश्य शब्द को विलोमर्थक बनाने के लिए किस उपसर्ग का प्रयोग होगा?
A.नि
B.अनु
C.अ
D.कु

Q11. प्रतिकू ल शब्द में कौन सा उपसर्ग प्रयुक्त है?


A.प्र
B.परा
C.परि
D.प्रति
Q12. कौन सा उपसर्ग आचार शब्द से पूर्व लगने पर उसका अर्थ जुल्म हो जाता है?
A.दुर
B.अति
C.निर
D.अन

Q13. व्यवस्था से पूर्व कौन सा उपसर्ग लगायें कि उसका अर्थ विपरीत हो जाए?
A.अ
B.आ
C.अप
D.परि
Q14. निम्न में से किस शब्द में प्रत्यय का प्रयोग हुआ है?
A.विकल
B.अलक
C.पुलक
D.धनिक
Q15. निम्न में से किस शब्द में प्रत्यय लगा हुआ है?
A.सागर
B.नगर
C.अगर-मगर
D.जादूगर
Q16. किस शब्द में उपसर्ग का प्रयोग हुआ है?
A.उपकार
B.लाभदायक
C.पढ़ाई
D.अपनापन
Q17. अनुवाद में प्रयुक्त उपसर्ग है?
A.अ
B.अन
C.अव
D. अनु

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