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Good Shepherd International School

Holiday Homework (May 2022)


Hindi B -- HL
Class: IB1
निर्दे श: लेखि कार्य करते समर् अपिे हस्त लेखि (Handwriting) का
निशेष ध्याि रखें और सुन्दर तरीके से कार्य पूरा करें |
अ) नर्दए गए प्रश्नों में से नकसी एक प्रश् कन चुिकर उस पर लेखि कार्य पू र्य
करें |
1.अपिी स्थािीर् बनली कन पाठ्यक्रम में शानमल करिे हे तु राज्य के नशक्षा
निभाग कन जािकारी र्दे िे के नलए िीचे र्दी गई लेखि निधाओों में से नकसी
एक का चुिाि कर 450 - 600 शब्नों में लेखि कार्य कीनजए |
ई-मेल लेखि पत्र लेखि भाषर् लेखि

2.‘मनबाइल फनि निद्यानथयर्नों के नलए फार्र्दे मोंर्द र्ा हानिकारक|’ इस


निषर् के पक्ष र्ा निपक्ष में र्दी गई निधाओों में से नकसी एक का चुिाि कर
450 - 600 शब्नों में लेखि कार्य कीनजए |
भाषर् लेख पत्र लेखि
3. आप नकसी धानमयक स्थाि पर भ्रमर् हेतु गए हन | उस धानमयक स्थाि की
निशेषता, महत्व तथा मान्यता के बारे में जािकारी र्दे िे के नलए िीचे र्दी गई
निधाओों में से नकसी एक निधा का चुिाि कर 450 - 600 शब्नों में लेखि
कार्य करें |
डार्री लेखि निबोंध ई-मेल लेखि

आ) नर्दए गए आले ख कन पढ़कर उससे सम्बोंनधत प्रश्नों के उत्तर अपिे शब्नों


में नलखें |
साोंप्रर्दानर्कता एक राजिीनतक हनथर्ार बिी हुई है।
रनजमराय की भाषा में, ‘साोंप्रर्दानर्कता’ शब् धानमयक पहचाि की
रूनढ़िानर्दता कन र्दशायता है। र्े अपिे आप में एक ऐसा रिैर्ा है जन अपिे ही
समूह कन एकमात्र िैध र्ा र्नग्य समूह के रूप में र्दे खता है , अन्य समूहनों कन
निम्न, िाजार्ज और निरनध के रूप में र्दे खता है । इस प्रकार साोंप्रर्दानर्कता
धमय से जुडी एक आक्रामक राजिीनतक निचारधारा है । साोंप्रर्दानर्कता
भारत में निशे ष रूप से एक महत्वपूर्य मुद्दा है क्नोंनक र्ह तिाि और नहोंसा
का एक स्रनत रहा है । साोंप्रर्दानर्कता एक ऐसी राजिीनत कन सोंर्दनभयत
करती है जन एक समुर्दार् कन र्दूसरे समुर्दार् के शत्रुतापूर्य निरनध में एक
धानमयक पहचाि के इर्दय -नगर्दय एकजुट करिे का प्रर्ास करती है। भारत में
स्वतोंत्रता पूिय के समर् से साोंप्रर्दानर्क र्दों गनों का इनतहास रहा है |

भारत में साोंप्रर्दानर्कता एक राजिीनतक हनथर्ार बिी हुई है ; राजिेताओों


िे भारत में गोंभीर साोंप्रर्दानर्क स्स्थनत पैर्दा करिे में खलिार्क की भूनमका
निभाई है। 1947 में एक निशेष धानमयक ‘समुर्दार्’ के िाम पर भारत के
र्दर्दय िाक निभाजि की जड में राजिीनत थी। इसके साथ ही िनट बैंक के
नलए समुर्दार्, सोंप्रर्दार् और जानत के आधार पर उम्मीर्दिारनों का चर्ि और
चुिाि के समर् धानमयक भाििाओों कन भडकािे से साोंप्रर्दानर्कता का उर्दर्
हुआ। समुर्दार् कन एकजुट करिे के नलए साोंप्रर्दानर्कता समुर्दार् के भीतर
के भेर्दनों कन र्दबाती है और अन्य समुर्दार्नों के स्खलाफ समुर्दार् की
आिश्यक एकता पर जनर र्दे ती है। आज सबसे बडा प्रश् र्े है नक निकास
की ताकतनों िे भारत में साोंप्रर्दानर्क कारकनों पर काबू क्नों िही ों पार्ा? भले
ही भारत की सामानजक आनथयक स्स्थनत में सुधार हुआ हन लेनकि नफर भी
भारतीर् समाज के सामिे कई चुिौनतर्ााँ हैं , जन इसकी निनिधता के नलए
खतरा बिती जा रही हैं। जिसोंख्या, गरीबी, निरक्षरता और बेरनजगारी
बहुत सारी मजबूररर्ाों पैर्दा करती है , खासकर र्ुिा पीढ़ी के सामिे। र्ुिा
पीढ़ी के कई लनग जन बेरनजगार हैं और गरीबी की स्स्थनत में हैं ,
साोंप्रर्दानर्कता जैसी बुराई में शानमल हन जाते हैं। साम्प्रर्दानर्कता की
समस्या कन और गोंभीर बिािे में बाहरी तत्वनों (गैर-सरकारी तत्वनों सनहत)
की भी भूनमका हनती है। सनशल मीनडर्ा िे ब्रेक-िेक गनत से फजी खबरनों
कन प्रसाररत करिे में महत्वपूर्य भूनमका निभाई क्नोंनक नहोंसा, घृर्ास्पर्द
सोंर्देशनों के प्रचुर ऑनडर्न-निजुअल र्दस्तािेज लगभग तुरोंत जिता तक
पहुोंचाए जाते हैं।

भारत की स्वतोंत्रता के सोंघषय से र्दे खी गई बहुलिार्द और एकता पर बल


नर्दर्ा जा सकता है। साोंप्रर्दानर्क निचारनों और निचारधाराओों िाले िेता
सरकार पर इस तरह से कार्य करिे के नलए र्दबाि डालते हैं जन हमेशा
धमयनिरपे क्षता के नसद्ाोंत के स्खलाफ हनता है । र्ही ों पर बु स्द्जीिी और
स्वर्ोंसेिी सोंगठि सबसे प्रभािी हन सकते हैं।

भारत जैसे निनिधता िाले र्दे श में साोंप्रर्दानर्क सद्भाि बिाए रखिा और
बहुलिार्द का सम्माि करिा एक चुिौती है। हालाोंनक, बों धुत्व और
धमयनिरपे क्षता जैसे सोंिैधानिक मूल्नों कन बिाए रखिे के नलए र्दे श के लनगनों
की सामूनहक अोंतरात्मा कन सोंबननधत करिा महत्वपूर्य है | जहाों एक ओर
र्ह लनगनों की असुरक्षा कन ध्याि में रख सकता है िही ों र्दूसरी ओर र्ह राष्ट्र
निमायर् की प्रनक्रर्ा में महत्वपूर्य र्नगर्दाि र्दे सकता है। एक मजबूत राष्ट्र जन
अपिी समृस्द् के नलए एक साथ काम करिे िाले समुर्दार्नों के र्नगर्दाि से
बिा है िैनिक शाोंनत और सद्भाि के रखरखाि में और र्नगर्दाि र्दे सकता
है।

— सत्यिाि ‘सौरभ’

प्रश् 1 रनजमराय की भाषा में साोंप्रर्दानर्कता शब् नकसकन प्रकट करता है ?

प्रश् 2 र्ह कैसा रिै र्ा है ?


प्रश् 3 साोंप्रर्दानर्कता कैसी निचारधारा है ?
प्रश् 4 भारत में साोंप्रर्दानर्कता एक महत्वपूर्य मुद्दा क्नों है ?
प्रश् 5 साोंप्रर्दानर्कता कैसी राजिीनत कन सोंर्दनभयत करती है ?
प्रश् 6 गोंभीर साोंप्रर्दानर्क स्स्थनत पैर्दा करिे के नलए नकसिे नकसकी भूनमका
निभाई?
प्रश् 7 समुर्दार् कन एकजुट करिे के नलए साोंप्रर्दानर्कता क्ा करती है ?
प्रश् 8 भारतीर् समाज के सामिे क्ा - क्ा चुिौनतर्ााँ हैं ?
प्रश् 9 भारत जैसे निनिधता िाले र्दे श में क्ा चुिौती है ?
प्रश् 10 राष्ट्रनिमाय र् की प्रनक्रर्ा में महत्वपूर्य र्नगर्दाि कौि र्दे सकता है ?

इ) 'चीफ की र्दाित' िामक कहािी कन पुि: पढ़ें और उसका साराोंश तथा


उद्दे श्य नलखें |

Happy Holidays!

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