You are on page 1of 11

व कपु तका न

अ व

०१आयु कामीय:

अथात आयु कामीयम यायं ा या यामः॥


इ त ह मा रा ेय ादयो महषयः॥
पद छे द ः–
अथ अतः आयु कामीयम्–अ यायं व–आ– या यामः।
इ त ह म आ ः आ ेय –आदयः महषयः।
अ वयः–
अथ अतः आयु कामीयम्–अ यायं व–आ– या यामः।
इ त ह आ ेय –आदयः महषयः आ ः म।

आयुः कामयमानेन धमाथसुखसाधनम्। आयुवदोपदे शेषु वधेय ः परम् आदरः ॥ २ ॥


पद छे द :-
आयुः कामयमानेन धम-अथ-सुख-साधनम्। आयुवद-उपदे शेषु वधेय ः परम-आदरः ॥ २ ॥
अ वयः–
धम-अथ-सुख-साधनम् आयुः कामयमानेन आयुवद-उपदे शेषु परम-आदरः वधेय ः॥

ा मृ वायुषो वेदं जाप तम ज हत् । सोऽ नौ तौ सह ा ं सोऽ पु ा दकान् मुनीन् ॥ ३ ॥


पद छे द :-

ा मृ वा आयुष: वेदं जाप तम् अ ज हत् ।स: अ नौ तौ सह -अ ं स: अ -पु -आ दकान् मुनीन् ॥ ३ ॥

ते ऽ नवेशा दकांस् ते तु पृथक् त ा ण ते नरे ।ते यो ऽ त- व क ण यः ायः सार-तरो चयः ॥ ४ ॥

पद छे द :-

ते अ नवेश-आ दकान् ते तु पृथक् त ा ण ते नरे ।ते य: अ त- व क ण यः ायः सारतर-उ चयः ॥ ४ ॥

यते ऽ ा - दयं ना त-सं ेप- व तरम् ।काय-बाल- हो वा -श य-दं ा-जरा-वृषान् ॥ ५ ॥

पद छे द :-

यते अ -अ - दयं न-अ त-सं ेप- व तरम् ।काय-बाल- ह-ऊ व-अ -श य-दं ा-जरा-वृषान् ॥ ५ ॥

अ ाव् अ ा न त या श् च क सा येषु सं ता ।वायुः प ं कफश् चे त यो दोषाः समासतः ॥ ६ ॥

पद छे द :-

अ ौ अ ा न त य आ : च क सा येषु सं ता ।वायुः प ं कफ: च इ त य: दोषाः समासतः ॥ ६ ॥

वकृता- वकृता दे ह ं न त ते वतय त च ।ते ा पनो ऽ प न्- ना योर् अधो-म यो व-सं याः ॥ ७ ॥

पद छे द :-

वकृत-अ वकृता: दे ह ं न त ते वतय त च ।ते ा पन: अ प त्- ना यो: अध:-म य-ऊ व-सं याः ॥ ७ ॥

वयो-ऽहो-रा -भु ानां ते ऽ त-म या द-गाः मात् ।तैर् भवेद ् वषमस् ती णो म दश् चा नः समैः समः ॥ ८ ॥
पद छे द :-

वय:अहन्- रा -भु ानां ते अ त-म य-आ द-गाः मात् ।तै: भवेद ् वषम: ती ण: म द: च अ नः समैः समः ॥ ८ ॥

को ः ू रो मृ र् म यो म यः यात् तैः समैर् अ प ।शु ातव- थैर् ज मादौ वषेणेव वष- मेः ॥ ९ ॥

पद छे द :-

को ः ू र: मृ : म य: म यः यात् तैः समै: अ प ।शु -आतव- थै: ज म-आदौ वषेण इव वष- मेः ॥ ९ ॥

तैश् च त ः कृतयो हीन-म यो माः पृथक् ।सम-धातुः सम तासु े ा न ा -दोष-जाः ॥ १० ॥

पद छे द :-

तै: च त ः कृतय: हीन-म य-उ माः पृथक् ।सम-धातुः सम तासु े ा न ा: -दोष-जाः ॥ १० ॥

त ो लघुः शीतः खरः सू मश् चलो ऽ नलः । प ं स- नेह -ती णो णं लघु व ं सरं वम् ॥ ११ ॥

पद छे द :-

त : लघुः शीतः खरः सू म: चल: अ नलः । प ं स- नेह -ती ण-उ णं लघु व ं सरं वम् ॥ ११ ॥

न धः शीतो गु र् म दः णो मृ नः थरः कफः ।संसगः सं नपातश् च तद्- - - य-कोपतः ॥ १२ ॥

पद छे द :-

न धः शीत: गु : म दः ण: मृ नः थरः कफः ।संसगः सं नपात: च तद्- - - य-कोपतः ॥ १२ ॥

रसासृङ्-मांस-मेद ो-ऽ थ-म ज-शु ा ण धातवः ।स त या मला मू -शकृत्- वेद ादयो ऽ प च ॥ १३ ॥

पद छे द :- रस-असृक्-मांस-मेद :-अ थ-म ज-शु ा ण धातवः ।स त या: मला: मू -शकृत्- वेद -आदय: अ प च ॥ १३ ॥
वृ ः समानैः सवषां वपरीतैर् वपययः ।रसाः वा -अ ल-लवण- त ोषण-कषायकाः ॥ १४ ॥

पद छे द :- वृ ः समानैः सवषां वपरीतै: वपययः ।रसाः वा -अ ल-लवण- त -उषण-कषायकाः ॥ १४ ॥

षड् म् आ तास् ते च यथा-पूव बलावहाः ।त ा ा मा तं न त यस् त ादयः कफम् ॥ १५ ॥

पद छे द :- षड् म् आ ता: ते च यथा-पूव बल-आवहाः ।त आ ा: मा तं न त य: त -आदयः कफम् ॥ १५ ॥

कषाय- त -मधुराः प म् अ ये तु कुवते ।शमनं कोपनं व थ- हतं म् इ त -धा ॥ १६ ॥

पद छे द :-

कषाय- त -मधुराः प म् अ ये तु कुवते ।शमनं कोपनं व थ- हतं म् इ त -धा ॥ १६ ॥

उ ण-शीत-गुणो कषात् त वीय -धा मृतम् । -धा वपाको य वा -अ ल-कटु का मकः ॥ १७ ॥

पद छे द :-

उ ण-शीत-गुण-उ कषात् त वीय -धा मृतम् । -धा वपाक: य वा -अ ल-कटु क-आ मकः ॥ १७ ॥

गु -म द- हम- न ध- ण-सा -मृ - थराः ।गुणाः स-सू म- वशदा वश तः स- वपययाः ॥ १८ ॥

पद छे द :-

गु -म द- हम- न ध- ण-सा -मृ - थराः ।गुणाः स-सू म- वशदा: वश तः स- वपययाः ॥ १८ ॥

कालाथ-कमणां योगो हीन- म या त-मा कः ।स यग्- योगश् च व ेय ो रोगारो यैक-कारणम् ॥ १९ ॥

पद छे द :- काल-अथ-कमणां योगो हीन- म या-अ त-मा कः ।स यग्- योग: च व ेय : रोग-आरो य-एक-कारणम् ॥ १९ ॥


रोगस् तु दोष-वैष यं दोष-सा यम् अ-रोग-ता । नजाग तु- वभागेन त रोगा -धा मृताः ॥ २० ॥

पद छे द :-

रोग: तु दोष-वैष यं दोष-सा यम् अ-रोग-ता । नज-आग तु- वभागेन त रोगा: -धा मृताः ॥ २० ॥

तेषां काय-मनो-भेद ाद् अ ध ानम् अ प -धा ।रजस् तमश् च मनसो ौ च दोषाव् उदा तौ ॥ २१ ॥

पद छे द :-

तेषां काय-मनो-भेद ाद् अ ध ानम् अ प -धा ।रज: तम: च मनस: ौ च दोषौ उदा तौ ॥ २१ ॥

दशन- पशन- ैः परी ेत च रो गणम् ।रोगं नदान- ाग्- प-ल णोपशया त भः ॥ २२ ॥

पद छे द :-

दशन- पशन- ैः परी ेत च रो गणम् ।रोगं नदान- ाग्- प-ल ण-उपशय-आ त भः ॥ २२ ॥

१.२२bv संपरी ेत रो गणम् १.२२bv परी ेताथ रो गणम्

भू म-दे ह - भेदे न दे शम् आ र् इह -धा ।जा लं वात-भू य म् आनूपं तु कफो बणम् ॥ २३ ॥

पद छे द :-

भू म-दे ह - भेदे न दे शम् आ : इह -धा ।जा लं वात-भू य म् आनूपं तु कफो बणम् ॥ २३ ॥

साधारणं सम-मलं -धा भू- दे शम् आ दशेत् । णा दर् ा य्- अव था च कालो भेषज-योग-कृत् ॥ २४ ॥

पद छे द :-

साधारणं सम-मलं -धा भू- दे शम् आ दशेत् । ण-आ द: ा ध-अव था च काल: भेषज-योग-कृत् ॥ २४ ॥
शोधनं शमनं चे त समासाद् औषधं -धा ।शरीर-जानां दोषाणां मेण परमौषधम् ॥ २५ ॥

पद छे द :-

शोधनं शमनं च इ त समासाद् औषधं -धा ।शरीर-जानां दोषाणां मेण परम-औषधम् ॥ २५ ॥

ब तर् वरेको वमनं तथा तैलं घृतं मधु ।धी-धैय ा मा द- व ानं मनो-दोषौषधं परम् ॥ २६ ॥

पद छे द :-

ब त: वरेक: वमनं तथा तैलं घृतं मधु ।धी-धैय -आ मा-आ द- व ानं मन:-दोष-औषधं परम् ॥ २६ ॥

भषग् ा य् उप थाता रोगी पाद-चतु यम् । च क सत य न द ं य्- एकं तच् चतुर्- गुणम् ॥ २७ ॥

पद छे द :- भषग् ा ण उप थाता रोगी पाद-चतु यम् । च क सत य न द ं येकं तत् चतुर्- गुणम् ॥ २७ ॥

द स् तीथा -शा ाथ -कमा शु चर् भषक् ।ब -क पं ब -गुणं संप ं यो यम् औषधम् ॥ २८ ॥

पद छे द :- द : तीथ-आ -शा -अथ: -कमा शु च: भषक् ।ब -क पं ब -गुणं संप ं यो यम् औषधम् ॥ २८ ॥

अनुर ः शु चर् द ो बु -मान् प रचारकः ।आ ो रोगी भषग्- व यो ापकः सत्- व-वान् अ प ॥ २९ ॥

पद छे द :-

अनुर ः शु च: द : बु -मान् प रचारकः ।आ : रोगी भषग्- व य: ापकः स ववान् अ प ॥ २९ ॥

सा यो ऽ-सा य इ त ा धर् -धा तौ तु पुनर् -धा ।सु- सा यः कृ -सा यश् च या यो यश् चान्- उप मः ॥ २९+(१) ॥

पद छे द :-
सा य: असा य: इ त ा ध: -धा तौ तु पुनर् -धा ।सु- सा यः कृ -सा य: च या य: य: च अनुप मः ॥ २९+(१) ॥

सव षध- मे दे ह े यूनः पुंसो जता मनः ।अ-मम-गो ऽ प-हे व्- अ - प- पो ऽन्- उप वः ॥ ३० ॥

पद छे द :-

सव-औषध- मे दे ह े यूनः पुंस: जत-आ मनः ।अ-मम-ग: अ प-हेतु- अ प- प: अनुप वः ॥ ३० ॥

अ-तु य- य-दे शतु- कृ तः पाद-संप द । हे व् अनु- गुणे व् एक-दोष-माग नवः सुखः ॥ ३१ ॥

पद छे द :- अ-तु य- य-दे श-ऋतु- कृ तः पाद-संप द । हेषु अनुगण


ु ेषु एक-दोष-माग: नवः सुखः ॥ ३१ ॥

श ा द-साधनः कृ ः संकरे च ततो गदः ।शेष- वाद् आयुषो या यः प या यासाद् वपयये ॥ ३२ ॥

पद छे द :-

श -आ द-साधनः कृ ः संकरे च तत: गदः ।शेष वाद् आयुष: या यः प य-अ यासाद् वपयये ॥ ३२ ॥

अन्- उप म एव यात् थतो ऽ य्- अ त- वपयये ।औ सु य-मोहा-र त-कृद् - र ो ऽ -नाशनः ॥ ३३ ॥

पद छे द :-

अन्- उप म एव यात् थत: अ य त- वपयये ।औ सु य-मोह-अर त-कृद् - र : अ -नाशनः ॥ ३३ ॥

यजेद ् आत भषग्- भूपैर् ं तेषां षं षम् ।हीनोपकरणं म् अ- वधेय ं गतायुषम् ॥ ३४ ॥

पद छे द :-

यजेद ् आत भषग् भूपै: ं तेषां षं षम् ।हीन-उपकरणं म् अ- वधेय ं गत-आयुषम् ॥ ३४ ॥


च डं शोकातुरं भी ं कृत- नं वै -मा ननम् ।त या य परं चातो व यते ऽ याय-सं हः ॥ ३५ ॥

पद छे द :-

च डं शोक-आतुरं भी ं कृत- नं वै -मा ननम् ।त य अ य परं च अत: व यते अ याय-सं हः ॥ ३५ ॥

आयुष्- काम- दन व्-ईहा-रोगान्- उ पादन- वाः ।अ - ाना -संर ा-मा ा- -रसा याः ॥ ३६ ॥

पद छे द :-

आयुष्- काम- दन-ऋतु- ईहा-रोग-अनु पादन- वाः ।अ - ान-अ -संर ा-मा ा- -रसा याः ॥ ३६ ॥

दोषा द- ान-तद्- भेद -तच्- च क सा-द् ्- उप माः ।शु -आ द- नेह न- वेद -रेका थापन-नावनम् ॥ ३७ ॥

पद छे द :-

दोष-आ द- ान-तद्- भेद -तत्- च क सा- -उप माः ।शु -आ द- नेह न- वेद -रेक-आ थापन-नावनम् ॥ ३७ ॥

धूम-ग डू ष- क्-सेक-तृ त-य क-श कम् । सरा- व धः श य- व धः श - ारा न-क मकौ ॥ ३८ ॥

पद छे द :-

धूम-ग डू ष- क्-सेक-तृ त-य क-श कम् । सरा- व धः श य- व धः श - ार-अ न-क मकौ ॥ ३८ ॥

१.३८cv सरा- धः श य- व धः

सू - थानम् इमे ऽ यायास् शच् छारीरम् उ यते ।गभाव ा त-तद्- ापद्- अ -मम- वभा गकम् ॥ ३९ ॥

पद छे द :-

सू - थानम् इमे अ याया: शत् शारीरम् उ यते ।गभ-अव ा त-तद्- ापद्- अ -मम- वभा गकम् ॥ ३९ ॥
वकृ तर् त-जं ष ं नदानं सावरो गकम् । वरासृक्- ास-य मा द-मदा ्- अश -ऽ तसा रणाम् ॥ ४० ॥

पद छे द :-

वकृ त: त-जं ष ं नदानं सावरो गकम् । वर-असृक्- ास-य म-आ द-मद-आ द-अश:-अ तसा रणाम् ॥ ४० ॥

मू ाघात- मेह ाणां व य्- आ ्- उदर य च ।पा डु - कु ा नलातानां वाता य च षोडश ॥ ४१ ॥

पद छे द :-

मू -आघात- मेह ाणां व ध-आ द-उदर य च ।पा डु - कु -अ नल-आतानां वात-अ य च षोडश ॥ ४१ ॥

च क सतं वरे र े कासे ासे च य म ण ।वमौ मदा यये ऽशःसु व ष ौ ौ च मू ते ॥ ४२ ॥

पद छे द :-

च क सतं वरे र े कासे ासे च य म ण ।वमौ मद-अ यये अशःसु व ष ौ ौ च मू ते ॥ ४२ ॥

व धौ गु म-जठर-पा डु - शोफ- वस पषु ।कु - ा नल- ा ध-वाता ेषु च क सतम् ॥ ४३ ॥

पद छे द :-

व धौ गु म-जठर-पा डु - शोफ- वस पषु ।कु - -अ नल- ा ध-वात-अ ेषु च क सतम् ॥ ४३ ॥

ा- वश तर् इमे ऽ यायाः क प- स र् अतः परम् ।क पो वमेर् वरेक य तत्- स र् व त-क पना ॥ ४४ ॥

पद छे द :-

ा- वश त: इमे अ यायाः क प- स : अतः परम् ।क प: वमे: वरेक य तत्- स : व त-क पना ॥ ४४ ॥


स र् व य्- आपदां ष ो -क पो ऽत उ रम् ।बालोपचारे तद्- ाधौ तद्- हे ौ च भूतगे ॥ ४५ ॥

पद छे द :-

स र: ब त-आपदां ष : -क प: अत: उ रम् ।बाल-उपचारे तद्- ाधौ तद्- हे ौ च भूतगे ॥ ४५ ॥

उ मादे ऽथ मृ त- ंशे ौ ौ व मसु सं धषु । क्-तमो- ल -नाशेषु यो ौ ौ च सवगे ॥ ४६ ॥

पद छे द :-

उ मादे अथ मृ त- ंशे ौ ौ व मसु सं धषु । क्-तम:- ल -नाशेषु य: ौ ौ च सवगे ॥ ४६ ॥

कण-नासा-मुख- शरो- णे भ े भग दरे । य्- आदौ ु -रोगेषु गु -रोगे पृथग् यम् ॥ ४७ ॥

पद छे द :-

कण-नासा-मुख- शर:- णे भ े भग दरे । थ-आदौ ु -रोगेषु गु -रोगे पृथग् यम् ॥ ४७ ॥

वषे भुज े क टे षु मूषकेषु रसायने ।च वा रशो ऽन्- अप यानाम् अ यायो बीज-पोषणः ॥ ४८

पद छे द :-

वषे भुज े क टे षु मूषकेषु रसायने ।च वा रश: अनप यानाम् अ यायो बीज-पोषणः ॥ ४८

१.४८dv अ यायो बीज-पोषणे

इ य् अ याय-शतं वशं षड् भः थानैर् उद रतम् ॥ ४८ ̆ ॥

पद छे द :-
इ त अ याय-शतं वशं षड् भः थानै: उद रतम् ॥ ४८ ̆ ॥

वग:अ ा दयम्- पद छे द -अ वयाथस हतम्सू थान-पद छे द ा वयाथस हतम्

"https://sa.wikibooks.org/w/index.php?
title=०१आयु कामीय:&oldid=7051" इ य माद् त ा तम्

Last edited १९ days ago by च न दन

व कपु तका न

You might also like