You are on page 1of 1

तज : वफ़ा िजनसे क बेवफा ......

कृपा बन तेर कुछ नहं साँवरे


कृपा गर मले तो सब कुछ मले
-----------
तेर कृपा के ह बस
बस म" नज़ारे
तेर कृपा से ह चाँद सतारे
तेर कृपा से ह &'ृ ( चले
कृपा गर नहं तो कुछ भी नहं
कृपा बन तेर कुछ .......

तेर कृ पा के ह याचक है सारे


-रषी म/ु न योगी दे व पक
ु ारे
तेर कृपा से ह 0वांसे चले
कृपा गर नहं तो कुछ भी नहं
कृपा बन तेर कुछ .......

तेर कृपा से ह भ12 म" भ31


तेर कृपा से ह क(2 से म3ु 1
कृपा के लए हम सगरे खड़े
कृ पा गर नहं तो कु छ भी नहं
कृपा बन तेर कु छ .......

ऐसी कृपा करदे हे नटनागर


“नंद”ू न हो खाल कबहूँ ये गागर
चरण म" =भु यह अरज कर"
कृपा गर नहं तो कुछ भी नहं
कृपा बन तेर कुछ .......

-----------

You might also like