कृपा गर मले तो सब कुछ मले ----------- तेर कृपा के ह बस बस म" नज़ारे तेर कृपा से ह चाँद सतारे तेर कृपा से ह &'ृ ( चले कृपा गर नहं तो कुछ भी नहं कृपा बन तेर कुछ .......
तेर कृ पा के ह याचक है सारे
-रषी म/ु न योगी दे व पक ु ारे तेर कृपा से ह 0वांसे चले कृपा गर नहं तो कुछ भी नहं कृपा बन तेर कुछ .......
तेर कृपा से ह भ12 म" भ31
तेर कृपा से ह क(2 से म3ु 1 कृपा के लए हम सगरे खड़े कृ पा गर नहं तो कु छ भी नहं कृपा बन तेर कु छ .......
ऐसी कृपा करदे हे नटनागर
“नंद”ू न हो खाल कबहूँ ये गागर चरण म" =भु यह अरज कर" कृपा गर नहं तो कुछ भी नहं कृपा बन तेर कुछ .......