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अघोर भै रवी साधना

अगर भा य साथ न छोडे और हर कदम पर बाधा


बनकर उप थत हो,हर तरफ सेजवन मे खू
शीया कौन
न ह चाहते है परं तु पूवज म के येसेभ दोष है हमारेयो
हमेलाते है, यो हमेश य न ह ब क अनु या य बनाते
है.अब तो इन सा र दोषो से लढना है,न ह तो ये दोष हमे
योती यीयो के गु लाम बना दे गे
.गुऔर इ मे अ व ास
का ज म कर दे गे.
भगवान सेभक मां गना येश यो के काय न ह है .ये स
अनु म त हमारे सदगुजी हमे न ह दे
ते
है..................................
’’ हां ड से कह दो हमे भ न ह साधना चा हये ‘’ ये
बात स गुज ने क ह थ.....................
जवन मे खू शया सदगुजी क ु पा आ शवाद सेह
मल सक त है . और उ ह क ु पा सेम ल है  अघोर
भै रवी साधना यो अ यं त भा व है और जवन क सा र
बाधाओको र कर दे त है दोषो स हत.

साधना साम ी :-

का ल हक क माला, म का द पक , काले
व और
आसन ,कपूर.

व ध :-

सव थम नान करके साधना मेवे


श क जये ,द ण
दशा क और मु ख करतेयेसाधना करनी है
. अघोर
भै
रवी साधना से
पू
व ह गुपू
जन एवँगुमंजाप और
न खल र ा कवच क पाठ आव यक है . म क द पक

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