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पाठ-7 साथी हाथ बढाना ( साहहर लुधियानवी )

14.8.2020 प्रश्न-उत्तर

प्रश्न 1.‘सागर ने रस्ता छोडा, परबत ने सीस झुकाया’-साहहर ने ऐसा क्यों कहा है
? धलखो।
उत्तर- साहहर ने ऐसा इसधलए कहा क्योंहक एक साथ धिलकर काि करने से
बड़ी से बड़ी बािाओं िें भी रास्ता धनकल आता है , यानी काि आसान हो जाता
है । साहसी व्यक्ति सभी बािाओं पर आसानी से क्तवजय पा लेता है क्योंहक एकता
और संगठन िें शक्ति होती है जजसके बल पर वह पववत और सागर को भी पार
कर लेता है ।

प्रश्न 2.गीत िें सीने और बााँहों को फ़ौलाद़ी क्यों कहा गया है ?


उत्तर- सीने और बााँहों को फ़ौलाद़ी इसधलए कहा गया है क्योंहक हिारे इरादे
िजबूत हैं । हिाऱी बाजुओं िें आपार शक्ति है । हि ताकतवर हैं । हि बलवान हैं ।
हिाऱी बााँहें फ़ौलाद़ी इसधलए भी हैं क्योंहक इनिें असीि कायव करने की क्षिता
है ।

प्रश्न 3. इस गीत का आशय क्या है ?


उत्तर- इस गीत का आशय यह है हक हिें आपस िें धिल-जुलकर काि करना
चाहहए। अकेला व्यक्ति काि करते-करते थक भी सकता है । संगठन और शक्ति
के सािने बड़ी-बड़ी बािाएाँ दरू हो जाती हैं । धिल-जुलकर िेहनत करने से भाग्य
भी बदल सकते हैं ।

प्रश्न 4.क्या क्तबना सहयोग के आगे बढा जा सकता है ?


उत्तर- नह़ीं ,क्तबना हकसी के सहयोग के अकेले आगे बढना कहठन कायव है ।
जीवन िें हर पल हिें हकसी न हकसी की िदद की आवश्यकता होती है ।
इसका सिािान हिारे जीवन िें कई लोगों के सहयोग एवं िागवदशवन से होता
है । अतः क्तबना सहयोग के आगे बढना असंभव-सा लगता है ।
प्रश्न 5.इस गीत से हिें क्या प्रेरणा धिलती है ?
उत्तर-इस गीत से हिें प्रेरणा धिलती है हक हिें प्रत्येक कायव धिल-जुलकर करना
चाहहए, पररश्रि से कभी घबराना नह़ीं चाहहए। और सभी के सुख-दख
ु िें सहयोग
दे ना चाहहए। यह कक्तवता हिें एकता और संगठन की शक्ति के बारे िें भी
बताती है |
पाठ-7 साथी हाथ बढाना ( साहहर लुधियानवी )

17.8.20

अधि लघुत्तरीय प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1.यह गीि हिसिो संबोधिि है ?


उत्तर- यह गीि दे शवाधसयों िो संबोधिि है ।

प्रश्न 2. ‘साथी हाथ बढाना’ वाक्य हिस ओर संिेि िरिा है ?


उत्तर- साथी हाथ बढाना वाक्य िा संिेि है -धिलिर िायय िरना।

प्रश्न 3. इं सान चाहे िो क्या िर सििा है ?


उत्तर- इं सान चाहे िो चट्टानों िें भी रास्िा बना सििा है ।

प्रश्न 4.“गैरों’ िे धलए हिने क्या हिया है ?


उत्तर- ‘गैरों’ िे धलए हिने अपनी सुख-सुवविाओं िी परवाह न िरिे उनिे
िायों िो पूरा हिया है ।

प्रश्न 5. हिारा लक्ष्य क्या है ?


उत्तर-हिारा लक्ष्य सत्य िी प्राधि है । हिें धिल-जुलिर उन्नधि िे रास्िे पर
चलना चाहहए।

प्रश्न 6 िवविा िे िवव िा नाि धलखखए |

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