सदस्यों को ककस प्रकाि व कैसे जीवन मूल्यों की भिक्षा दे सकते हैं ?
उत्तर 1 घि के बडे सदस्यों को जीवन का
अधधक अनि ु व भमि चक ु ा होता है । वे अपने से छोटे सदस्यों को अपने अनुिव व अपनी गिततयों से भमिी भिक्षा को आधाि बनाकि कुछ अच्छी सीख अवश्य दे सकते हैं। ब्जनमें प्रमख ु है -अच्छा आचिण, तनस्वार्थता, दस ू िों की मदद, प्रेम पव ू क थ व्यवहाि, अच्छी ददनचयाथ व बडों का आदि किना। इस प्रकाि यदद सिी छोटे सदस्यों का उधचत मागथदिथन ककया जाए तो दे ि का िववष्य उज्जवि हो सकता है ।
प्रश्न 2 ब्जस प्रकाि एक नक
ु ीिा पत्र्ि तघसने पि गोि व चमकीिा होता है उसी प्रकाि व्यब्तत में संघर्षों के बाद ही महानता की चमक ददखाई दे ती है इस बात से कौन-कौन से जीवन मल् ू य उिि कि सामने आते हैं ? उत्तर 2 ककसी िी पत्र्ि में चमक तिी आती है जब वह तनिं ति नदी के पेंदे में िढ़ ु कता है । उसी प्रकाि, ककसी िी व्यब्तत को महान बनाने के भिए जीवन के कदिन संघर्षों के समय स्वयं को मजबत ू िखकि उनका डटकि सामना किना होता है । इस बात से संयम, आत्मववश्वास, ििोसा, ईमानदािी, सम्मान आदद जीवन मल् ू य उििकि सामने आते हैं।
प्रश्न 3 िोकगीत िाितीय समाज का
आईना है । इनमें ककन जीवन मल् ू यों की झिक भमिती है ? उत्तर 3 िाितीय समाज की साफ झिक हम िोग गीतों में दे ख सकते हैं इसभिए इन्हें िाितीय समाज का आईना कहा जाता है । िोकगीतों में बसी ताज़गी औि ऊजाथ से हमें िाईचािे , आपसी मेिजोि, एकता, प्रकृतत के प्रतत प्रेम, पिं पिा, सहयोग आदद जीवन मल् ू यों की झिक भमिती है । इन्हीं जीवन मूल्यों से व्यब्तत में मानवीयता का गण ु झिकता है ।