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संचार

सच
ू ना के आदान-प्रदान को संचार कहते हैं | संचार मख्
ु य तीन कारणों से ककया जाता है :-

संचार हमेशा दो ददशाओं में चलने वाली प्रकिया है | आइए अब संचार चि के बारे में कुछ जानते हैं|

प्रेषक (Sender): वह वह व्यक्तत है जो अपने ववचारों को दस


ू रे व्यक्तत को भेजता है । उदाहरण के ललए; यदद कोई
प्रबंधक अपने अधीनस्थों को नए उत्पाद की शुरुआत के बारे में सूचचत करना चाहता है , तो वह प्रेषक है ।

ग्राही (Receiver): ग्राही वह व्यक्तत है क्जसे संदेश भेजा गया है ।

प्रतिक्रिया (Feedback): यह ररसीवर द्वारा प्रततकिया है । यह संचार प्रकिया के पूरा होने के तनशान है ।

मीडिया (Media): यह माध्यम, मागग या मागग है क्जसके माध्यम से प्राप्तकताग को प्रेषक द्वारा एन्कोडेड संदेश
ददया जाता है । संचार, पत्र, रे डडयो, टे लीववजन, ई-मेल आदद के ललए मीडडया-फेस के ववलभन्न रूप हो सकते हैं। उदाहरण के
ललए; प्रबंधक प्रेजेंटेशन के माध्यम से एक मीदटंग में एक नए उत्पाद की शुरुआत के बारे में सचू चत करता है ।
एन्कोडििंग (Encoding): यह ववचार, सोच या संदेश के ककसी अन्य घटक को प्रतीकों, शब्दों, कायों, आरे ख आदद में
पररवततगत करने की प्रकिया है । उदाहरण के ललए; संदेश शब्दों और कायों में जड
ु ा हुआ है ।

डिकोडििंग (Decoding): इसका मतलब है ररसीवर द्वारा समझे जाने वाले भाषा में एन्कोडेड संदेश का अनुवाद करना।

Verbal Communication( मौखिक सिंचार) :-

मौखखक संचार शब्दों का उपयोग करके जानकारी साझा करना है | यह वह तरीका है जो ज्यादातर लोग
संचार की एक ववचध के रूप में उपयोग करते हैं | मौखखक संचार महत्वपूणग है तयोंकक यदद आप सही शब्दों
का प्रयोग नहीं करते हैं तो आप भ्रम या कन््यूजन पैदा कर सकते हैं|

मौखखक संचार के प्रकार

मौखखक संचार, , दो श्रेखणयों में ववभाक्जत है :


मौखखक संचार ( Oral communication ):- यह भाषण के माध्यम से ववचारों का आदान-प्रदान है । इस प्रकिया
को होने के ललए, एक कोड होना चादहए जो सभी में शालमल हो, जो इस मामले में भाषा या भाषा है । मौखखक
मौखखक संचार के उदाहरण एक फोन कॉल, एक व्यक्तत से एक व्यक्तत की बातचीत, एक आवाज नोट, एक चीख,
एक सीटी।

ललखखत संचार written commnunication :- यह एक ललखखत कोड के माध्यम से ववचारों की अलभव्यक्तत है ,


या तो एक ही भाषा या ककसी भी पारं पररक प्रणाली के शब्द जो संदेश प्राप्त करने वालों द्वारा डडकोड ककए जा
सकते हैं।ललखखत मौखखक संचार के उदाहरण हैंएक डडक्जटल या पेपर बक
ु , एक ईमेल, एक त्वररत संदेश, एक पत्र,
एक दस्तावेज, ववचारधारा, लोगो, चचत्रललवप।

मौखखक संचार के लाभ:

यह बात करते समय समय बचाता है और यह ककसी से बात करने का अचधक ववश्वसनीय तरीका है ।एक बार भेजे
जाने के बाद प्रततकिया प्राप्त करना आसान है ।

प्रभावपण
ू ग : मौखखक संचार , सन्दे श प्राप्त करने वाले पर शीघ्र प्रभाव डालता है ववलशष्ट अवसरों पर प्रसन्नता , िोध
, आदर और घरना भावो इत्यादद से इसे और भी अचधक प्रभावपण
ू ग बनाया जा सकता है | आमने –सामने वायाग होने के
कारण इससे व्यक्ततगत संबध
ं ो में भी मधुरता आती है |

ललखखत प्रमाण उपलब्ध होना –– ललखखत संदेश्वाहन में सच


ु ना ललखखत रूप में भेजी जाती है उसे भववष्य में संदभग
के ललए सरु क्षित रखा जाता है | यदद भववष्य में कोई भी वाद वववाद होता है तो उसे प्रमाण के रूप में प्रस्तत
ु ककया जा
सकता है

ववस्तत
ृ सन्दे श के ललए उपयत
ु त – यदद सन्दे श ववस्तत
ृ एंव जदटल है तथा उसे यद् रखना कदिन है तो ऐसी क्स्थतत
में ललखखत सन्दे श उपयत
ु त रहता है

अनेक व्यक्ततयों को एक साथ सच


ु ना – एक साथ अनेक व्यक्ततयों को सच
ु ना दे ने के ललए भी ललखखत संचार सवोतम
साधन है | अलग अलग स्थानों पर रहने वाले ववलभन्न व्यक्ततयों को एक ही सच
ु ना एक समय पर दे ने के ललए
ललखखत संचार उपयत
ु त रहता है |

मौखखक संचार के प्रमख


ु दोष :-

प्रभावी न होना – ललखखत सन्दे श में , प्रेषक की सम्पण


ू ग भावनाओ को व्यतत करना संभव नही होता क्जससे यह
अचधक प्रभ्वव्शाली नही हो पाता |
अस्पष्टता — जब मख
ु ी सन्दे श अचधक ववस्तत
ृ तथा लम्बा होता है तो सन्दे श प्राप्तकताग को उसे समझने में
कदिनाई होती है | ऐसी क्स्थतत में ललखखत सन्दे श ही उपयत
ु त रहता है |

प्रततकूल प्रभाव – मौखखक संचार में सच


ू नाकताग तथा सच
ु नाग्राफी को सोचने समझने का मौका नही लमल पता
क्जससे कई बार सन्दे श का ववपरीत या गलत प्रभाव हो सकता है तथा संबध
ं ो में कटुता उत्पन्न हो जाती है |

Non Verbal Communication:-

अशब्दिक ( सािंकेतिक ) सम्प्प्रेषण ( Non verbal Communication ) – यह संचार की ऐसी प्रकिया है


क्जसमे दस
ु रे व्यक्तत तक अपनी बात पहुचने के ललए संकेयो इशारो तथा हावभावो का प्रयोग ककया जाता है |
सांकेततक संचार प्रणाली के द्वारा व्यक्तत अपनी भावनाओ को दस
ु रे व्यततयो तक शीघ्रता तथा
लमत्व्यतयतापुवक
ग भेज सकता है इसमें व्यक्तत के हावभाव को दे खकर यघ पता चल जाता है की वः तया
कहना चहा रहा है जैसे ख़श
ु ी व्यतत करने के ललए ताली बजाना , पीि थपथपाना या मस्
ु कुराना आते है जबकक
नाराजगी व्यतत करने के ललए मिे पर सलवटे पडना तथा मुहं बनाना आदद आते है | सांकेततक संचार का
वगीकरण तनम्नललखखत प्रकार से ककया जा सकता है –

(i) शारीररक भाषा ( Body Language) : यह सांकेततक संचार का महत्वपूणग माध्यम है | इसमें व्यक्तत
अपने शरीर की कियाओ द्वारा अपना सन्दे श अन्य व्यततयो को या समूह को पहुचता है इसमें आँखों को
घम
ु ाना , सर दहलाना , मस्
ु कुराना , ताली बजाना , हाथो को ऊपर तनचे करने , उं गली ददखाना इत्यादद को
शालमल ककया जाता है | किकेट मैच में छ: रन के इशारे के ललए empaire द्वारा दोनों हाथो को सर के ऊपर
उिाना शारीरक भाषा का ही उदाहरण है |

बैठने की शैली व चाल


हम ककस तरीके से खडे होते हैं ,बैिने की मुद्रा कैसी है , और चाल कैसी है , यह सभी चीजें हमारी शारीररक व
मानलसक क्स्थतत को दशागती हैं। उत्तेक्जत मनोदशा में व्यक्तत सीधा और अकड कर बैिता या खडा होता है ,
बचाव की मुद्रा में आदमी के कंधे व लसर झुका झुका कर खडा होता है , चचंता की अवस्था में व्यक्तत हाथ पीछे
बांधकर धीरे -धीरे चल रहा होता है ।

तनकटिा

अब यह तो हम समझ ही चुके हैं कक शब्दों, शारीररक भाव भंचगमाओं इत्यादद के माध्यम से हम लोग संचार
करते हैं। इनके अततररतत स्थान का प्रयोग करके भी हम लोग संचार कर सकते हैं। हम ववलभन्न लोगों और
वस्तुओं के साथ बात करते वतत अलग-अलग भौततक दरू रखते हैं। ररश्तो के आधार पर यह दरू ी तय होती है ।
संचार के दौरान प्रततभाचगयों की दरू ी के अध्ययन को 'प्रॉतसेलमतस' कहा जाता है ।

(ii) सिंकेि भाषा : (sign language): जब संचार प्रकिया में सन्दे श दे ने के ललए संप्रेषक व प्राप्तकताग कुछ
चचन्हों , संकेतो तथा प्रततको का प्रयोग करते है तो इसे संकेत भाषा कहते है इसमें दस
ु रे व्यततयो तक सन्दे श
पहुचने के ललए पोस्टर , चचत्र पें दटंग , रं गों आदद का प्रयोग ककया जाता है | संकेत भाषा में ऐसे तरीके का प्रयोग
ककया जाता है क्जनसे ककसी न ककसी प्रकार की सुचना प्राप्त होती है जैसे खतरे का चचन्ह िोसे लगाकर , आगे
जाने व ् मुडने का चचन्ह तीर बनाकर , गाडी रुकने का सन्दे श लाल बत्ती द्वारा ददया जाता है | संकेत भाषा में
रं गों का प्रयोग ककया जाता है जैसे हरा रं ग स्फूततग तथा वपल्का रं ग प्रसन्नता का प्रतीक है |

(iii) भाषा प्रतिरूप para Language ) : भाषा प्रततरूप के अंतगगत यह संकेत प्राप्त होता है की एक व्यक्तत
अपने शब्दों को ककस स्वर धवनी के साथ व्यतत करता है इसमें हम आवाज के उतर चढाव , व्यक्तत की गतत ,
अन्तराल या ववल्रम आदद का अध्यन करते है जैसे िोध में बोला गया वातय , कम आवाज में खा गया वातय
आदद | भाषा प्रततरूप से सन्दे श दे ने वाले की मानलसक क्स्थतत का पता आसानी से लगाया जा सकता है |

गैर मौखखक संचार तयों महत्वपूणग है ?

गैर मौखखक संवाद खुशी, िोध, उदासी, रुचच, क्जज्ञासा, चोट, झुंझलाहट, चचंता, शलमिंदगी, खुशी, आशा आदद
जैसे भावनाओं को ददखाने के ललए उपयोग ककया जाता है । लोग इन भावनाओं को ज्यादातर समय अनजाने
में ददखाते हैं। वे अपनी सहानुभूतत व्यतत करते हैं गैर मौखखक संवाद भी है .|
Punctuation (चचन्ह ववचार)
चचन्ह ववचार अंग्रेजी व्याकरण का वह महत्वपण
ू ग भाग है , क्जसके अंतगगत ववराम चचन्हों का
अध्ययन अंग्रेजी वातयों को पूणग या अथगवान बनाने के ककया जाता है , वह चचन्ह ववचार कहलाता
है .

वातयों को सरल, सटीक एवं भावपण


ू ग बनाने के ललए चचन्ह ववचार का प्रयोग होता है . तनचे कुछ
चचन्ह ववचार के उदाहरण ददया है क्जसे दे ख आपका संदेह क्तलयर हो जाएगा.

 Full Stop ( पूणग ववराम ) – (.)


 Interrogation (प्रश्नवाचक चचह्न) – (?)
 Comma (अल्प ववराम) – (,)
 Colon (अपूणग ववराम) – (:)
 Semi Colon (अर्द्ग ववराम) – (;)
 Exclamation Mark (ववस्मयाददबोधक चचह्न) – (!)
 Colon Dash (वववरण चचह्न) – (:-)
 Brackets (कोष्िक) – () [] {}

ककसी व्यक्तत, स्थान, जानवर या वस्तु के नाम को संज्ञा या नाउन कहा जाता है .

क्जस शब्द को संज्ञा के बदले में प्रयोग ककया जाता है उसे सवगनाम कहा जाता है . और Substitute
of a noun is called Pronoun.
Verb एक शब्द है क्जसका प्रयोग कुछ कायग, भावना या अक्स्तत्व को व्यतत करने के ललए ककया
जाता है . यह हमें एक वातय में ववषय के बारे में कुछ बताता है .he Verb is a word used to
express some action, feeling or existance. It tells us something about the subject
in a sentence.

ववशेषण (Adjective) एक ऐसा शब्द है जो संज्ञा एवं सवगनाम का वणगन करता है |The word
which adds something to the meaning of a noun or a pronoun is called Adjective.

जो शब्द ककसी Verb, Adjective, दस


ु रे Adverb या परु े वातय की ववशेषता प्रकट करता हो, तो
उसे Adverb कहते है .The word which modifies a verb, an adjective, another adverb
or a full sentence is called Adverb.

वह शब्द जो Noun, Pronoun या Verb से पहले आकर उसका सम्बन्ध वातय के अन्य शब्दों के
साथ जोडता है , उसे Preposition कहते है . जैसे; in, into, on, at, to, with, without, of,
among, between, under, over, below, near, after, before, for, up, since, from, by,
behind आदद.
वह शब्द जो दो शब्दों या वातयों को जोडता है , उसे Conjunction कहते है .

वह शब्द क्जसका प्रयोग आश्चयग, शोक, घण


ृ ा, प्रसन्नता, इत्यादद को व्यतत करने के ललए ककया
जाता है , उसे Interjection कहा जाता है .

My Name is Raj Patel. मेरा नाम राज पटे ल है ।

I am 21 Years old. मैं 21 वषग का हूँ।

I live in Bhopal. मैं भोपाल में रहता हूँ।

I have completed my Bachelor of Engineering मैंने कंप्यूटर साइंस ब्ांच से अपनी बैचलर ऑफ
(B.E) in Computer Science.
इंजीतनयररंग (बीई) पूरी की है ।

I am interested in Computer Programming मझ


ु े कंप्यट
ू र प्रोग्रालमंग में रूचच है ।

I want to be a Software Developer. मैं सॉ्टवेयर डेवलपर बनना चाहता हूँ।

I like to play Cricket. मुझे किकेट खेलना पसंद है ।

Definition of Interjection in Hindi: The word which is used to express surprise,


sorrow, contempt, joy etc. is called Interjection.

How to Introduce Yourself अपना पररचय कैसे िें

अपना पररचय िें : अपना इंट्रोडतशन दे ते वतत सबसे पहले शुरुआत आप एक हल्की सी मुस्कान के साथ
हाथ लमला कर अलभवादन करें और अपना पूरा नाम स्पष्ट रूप से बताए। इसके साथ ही अपने संक्षिप्त
पररचय के बारे में छोटा सा वववरण दें । इसके साथ ही जब भी आप ककसी को अपने बारे में संक्षिप्त में
बताएं तो एक सकारात्मक भाव के साथ, लसर उिाकर, शरीर को सीधा रखें , आपके हावभाव एक अनुभवी
व्यक्तत की तरह होना चादहए।
शैक्षिक योग्यिा: अपनी शुरूआती जानकारी बताने के बाद अब अपनी शैक्षिक योग्यता के बारे में बताएं
आपने जो अध्ययन ककया है मतलब अपने 10th, 12th और Graduation के बारे में । इसके साथ ही
अपनी उपलक्ब्धयों के बारे में भी जरुर बताएं, इस बात का ध्यान रखें कक आप अपनी जानकारी दे ते वतत
ईमानदार रहें और आत्मववश्वास के साथ सारी जानकारी दें ।

पेशव
े र अनुभव बिाएिं, यदि हो िो: अगर आप Fresher हैं तो आपकी शैक्षिक योग्यता ही उपयुतत है , पर
अगर आपको कायागनुभव है मतलब आपने पहले ककसी संस्था या कंपनी के साथ काम ककया है , तो ये
जानकारी सािात्कारकताग को जरुर बताएं कक आपको इस ववषय या इस फील्ड का इतने वषों का अनुभव
है । सािात्कारकताग आपकी इन बातो का ववशेष मूल्यांकन करता है ।

अपनी Hobbies यातन शौक और रुचचयााँ बिाएिं: अपना अनभ


ु व के बारे में बताने के बाद आप अपनी
Hobbies के बारे में भी बताएं, और आपको ककस ववषय में या ककस चीज़ में ववशेष रूचच है ये भी बताएं,
ध्यान रखें कक आप जो भी बताएं उसके बारे में जानकारी जरुर रखें।

समय के अनस
ु ार अभभवािन के वाक् य - Greetings In
English According To Time

सुबह से राि िक का समय

 सूयागदय से 12 बजे तक का समय - सुबह - Subah -मॉतनिंग -Morning


 दोपहर के िीक 12 बजे का समय - दोपहर - Dopahar -नून -Noon
 दोपहर के बाद 5 बजे का समय - दोपहर के बाद - Dopahar Ke Baad -आ्टरनन
ू -AfterNoon
 शाम 5 बजे के रात तक का समय - शाम -Shaam -इवतनंग -Evening
 रात के ककसी भी समय - रात - Raat -नाइट –Night

अंग्रेजी में प्रातः से 12 बजे तक Good Morning कहा जाता हैं तथा 12 बजे के बाद से सायं
पांच बजे तक Good Afternoon कहते हैं | शाम पांच से लेकर आधी रात तक आपको Good
Evening बोलना चाहहये | Good Day का प्रयोग ददन में दकसी भी समय दकया जा सकता हैं
| यदद आपको ददन के समय में दकसी से हिदा लेनी हो तो Good Bye या Bye-Bye कह
सकते हैं | अलहिदा के हलये Farwell का भी प्रयोग दकया जाता है | रात को हिदा लेते समय
Sweet Dreams/Good Night का भी प्रयोग दकया जाता है |
अंग्रेजी भाषा में दकसी को पुकारना हो या सम्बोहधत
करना हो तो Hello का प्रयोग करते है | उससे पूछने के हलये की आपका क्या हाल है, How do
you do या How are you का प्रयोग करना चाहहये | यदद कोई आपका हाल पूछने के हलये
आपको How do you do कहे तो आप भी उसके जिाब में How are you या How do you
do ही कहेंगे |

Refusal Skills how to say no; नहीं बोलने की कला|


ऐसे बहुत बार होता है की आप ककसी को न बोलते हैं और वो व्यक्तत बुरा मन जाता
है | अस्सेदटग व कम्युतनकेशन स्टाइल में नहीं बोलने की कला आना बोहोत जरुरी है |
आइये इसे जानते है :-
नहीं बोलने के 5 चरण AEIOU मॉडल के अनुसार
A ask questions यातन सवाल पूतछए , ये जाने की कोलशश कीक्जये की आपसे जो
काम करने को कहा जा रहा है वो ककतना जरुरी है | उदाहरण के तौर पर तया ये काम
करना अभी जरुरी है ? आप ये काम खद
ु तयों नहीं कर पा रहे है ?
E engage by using polite statements यातन बात चीत के जररये उस व्यक्तत को
अपने साथ संवाद में लगाए | अगर आपको ये स्पस्ट है की आपको उसे नहीं बोलना है
तो उसे प्यार से ववनम्रता पव
ू क
ग नहीं बोल दीक्जये |
I include reason for saying no यातन अपनी बात में नहीं बोलते समय आप कारन
शालमल कीक्जये | काम से काम दो ऐसे कारण रखखये जो क्जनसे आप प्रभाववत है |
उदाहरण के तौर पे अपनी भावनाओ को थोडा स्पष्ट कररये ; इसके साथ अपने
कारण को स्पस्ट कीक्जये |
O offer other options यातन की आप उन्हें दस
ू रे ववकल्प या ऑप्शन का प्रस्ताव
दीक्जये |उदाहरण के तौर पे दस
ू रे समय का ववकल्प दीक्जये ; या दस
ू रे स्थान का
ववकल्प दीक्जये या ककसी ऐसे व्यक्तत का ववकल्प दीक्जये जो आपकी जगह जा के
वह काम कर सकता है |

U:-you thank you अंत में आप उस वयक्तत का धन्यवाद कीक्जये ; उदाहरण के


तौर पे आपका धन्यवाद की आपने मेरी पररक्स्थतत को समझा या आपका धन्यवाद्
की आपने मेरी परे शानी को समझा |
फॉमग भरना

कभी कभी एप बारे में बात करने की जगह आपको अपने ववषय में एक फॉमग भरना पडता है |कभी ये
आपको वप्रंट करना पडता है या कभी ये पहले से वप्रंटेड कागज पे होता है क्जसमें के खाने बने होते हैं इसमें
आप अपनी जानकारी ररतत स्थान में ललखकर फॉमग भर सकते हैं हालांकक प्रत्येक फॉमग एक दस
ू रे से लभन्न
होते हैं लेककन कुछ जानकाररयां दहना में सामान्य होती है सभी फॉमग को भरने से पहले आपको उसे िीक से
पढ़ना चादहए आपकी अिर साफ होने चादहए उचचत दरू ी पर शब्दों को ललखना चादहए नीचे आपको कुछ
सामान्य जानकारी जो कक लगभग सभी फॉमग में होती है उनके बारे में बताया जा रहा है |

Online Form Apply करते समय आपको कुछ जरुरी Documents की आवश्यकता होगी. फॉमग भरते समय
तनम्जनललखखत जरुरत पडने वाली documents अपने पास रखें जैसे कक:-

 Photo
 ID Proof (Aadhar, Pan, Ration card)
 Email
 Mobile Number
 Other important documents
 तनवास प्रमाण पत्र
 आय प्रमाण पत्र
 freedom fighter certificate
 ववकलांगता प्रमाण पत्र
 वैसे प्रमाण पत्र क्जससे की राज्य या भारत सरकार के द्वारा आरिण का ववशेष लाभ
ददया जाता हो।
SMART का मतलब है :

S –Specific (स्पष्ट)
M -Measurable (क्जसे मापा जा सके)
A-Achievable (पण
ू ग करने योग्य)
R– Realistic ( वास्तववक)
T– Time-bound ( समय में बंधा हुआ)

एक SMART goal में ऊपर बतायी गयी सभी qualities होनी चादहयें .

1) Specific : आपका लक्ष्य बबलकुल clear होना चादहए . उसे सन


ु ने या पढने के बाद उसे लेकर कोई संशय
नहीं होना चादहए . अगर कोई कहता है कक उसे “अच्छे number लाने हैं ” तो ये बात clear नहीं होती कक वो
ककस subject या exam की बात कर रहा है क्जसमे उसे अच्छे number लाने हैं . और अच्छे से तया मतलब
है ? ककसी के ललए 100 में 80 अच्छा हो सकता है ककसी के ललए 100 में 60 भी अच्छा हो सकता है .इसी
तरह कई लोग कहते हैं कक मेरा लक्ष्य है एक सफल आदमी बनना . पर जब आप उनसे पछ
ू ें गे की ककस
िेत्र में तो शायद वो कोई satisfactory answer ना दे पाएं . यातन वो अपने लक्ष्य को लेकर clear नहीं हैं ,
और जब goal clear ना हो तो उसके achieve होने की बात ही नहीं उिती .

2) Measurable : आपका goal ऐसा होना चादहए क्जसे ककसी पैमाने पर मापा जा सके . यातन उस goal के
साथ कोई संख्या कोई number जुडा होना चादहए . For example, यदद कोई कहता है की उसका लक्ष्य
weight कम करना है तो सवाल उिता है की ककतना कम करना है . Goal के साथ जब numbers जड
ु जाते हैं
तो आप अपनी progress को measure कर सकते हैं . और ये जान सकते हैं की आपने अपना लक्ष्य सही
तरह से achieve ककया की नहीं . इसललए एक अच्छा goal हमेशा measurable होता है . लक्ष्य को मापने से
आपको ये भी पता लगता है की आप एप लक्ष्य से ककतनी दरू हैं या आपकी मेहनत ककस ददशा में है या ककतनी सफल
हुई है |

3) Achievable: यदद आप कोई ऐसा goal बनाएँगे जो अन्दर से आपको ऐसी feeling दे कक ये तो
impossible है तो ऐसे goal को सेट करने का कोई अथग नहीं है . GOAL लसफग लसंपल और नापने योग्य होने से ही
परू े नहीं ककये जा सकते | आपके लक्ष्य को प्राप्त करने योग्य बनाना बहुत जरुरी है |

4) Realistic: आपका goal आपके ललए realistic होना चादहए . |रीयललक्स्टक मतलब आपका लक्ष्य वास्तववक
होना चादहए यह काल्पतनक नहीं होना चादहए | उदाहरण के ललए आपके द्वारा सेट ककये गए लक्ष्य के ललए उचचत
समय होना चादहए |
5) Time-Bound : Goals के साथ अगर आप समय सीमा नहीं तनधागररत करें गे तो आपको उसे achieve
करने की urgency नहीं महसस
ू होगी और आप उसे परू ा करने के ललए सही प्रयत्न नहीं कर पायेंगे .
इसीललए goal decide करते वक़्त ये तनश्चय करना कक इसे कब तक achieve करना है बहुत ही आवश्यक है
.|

Goal Setting: S.M.A.R.T होना चादहए आपका लक्ष्य !

Example :-

मझ
ु े अच्छे number लाने हैं .

मझ
ु े Maths में अच्छे number लाने हैं .

मझ
ु े annual exam में Maths में अच्छे number लाने हैं.

मझ
ु े annual exam में Maths में कम से कम 80 number लाने हैं.

मझ
ु े annual exam में Maths में 100 number लाने हैं.

इन goals में से एक ही ऐसा है क्जसे SMART कहा जा सकता है . तया आप बता सकते हैं वो कौन सा है ?

Grooming (िैयार होना)

ग्रलू मंग आपके तैयार होने की प्रकिया का नाम है | ग्रलू मंग के दवारा हम कोलशश करते हैं की की हम खुद को साफ
सथ
ु रा और स्माटग प्रस्तत
ु कर सके | आपके अच्छे से ग्रलू मंग करने से आपके सोशल सककगल में ये सन्दे श जाता है की
ं ट हैं |
आप स्माटग एंड कॉकफडें
TEAM WORK /टीम में काम करना |

Team Work क्रकसे कहिे है

टीम वकग एक तरह से ककसी गोल को पाने का सबसे कामकगर तरीका है इसके अलावा कुशल तरीके से
ककसी कायग को परू ा करने के ललए एक समह
ू का सहयोगी प्रयास है । टीम वकग ककसी भी तरीके में मौजद
ू है
जहां एक समह
ू के लोग एक समान लक्ष्य को प्राप्त करने के ललए लमलकर काम कर रहे हैं उसे ही हम
टीम वकग कहते है ।

टीम वकक के फायिे


टीम वकग एक महत्वपण
ू ग कौशल है क्जसे प्रत्येक व्यक्तत को अपने िेत्र में ववकलसत करने की आवश्यकता
है । टीम वकग महत्वपण
ू ग होने के कुछ कारण यहां ददए गए हैं:

रचनात्मकिा बढािा है
एक समय में समानता आने पर अतसर लोगों को अचधक रचनात्मक और मुखर दे खा जाता है । यदद
ककसी टीम के कमगचारी एक-दस
ू रे से जुडे होते हैं और उनमें आपसी समझ होती है , तो वे अस्वीकृतत के डर
के बबना अपने ववचारों और ववचारों को आत्मववश्वास से साझा करें गे।
टीमवकक बूस्ट कॉब्न्फिेंस
जब आप ऐसे लोगों के समूह के साथ काम कर रहे होते हैं, जो आपकी ताकत के आधार के रूप में खडे
होते हैं और आपका समथगन करते हैं, तो आपकी टीम जल्द ही आपका पररवार बन जाएगी। टीम वकग का
एक सबसे बडा फायदा यह है कक इससे कमगचाररयों में आत्मववश्वास पैदा होता है ।

सीिने को बढावा िे िा है
एक टीम में काम करते हुए, आप ववलभन्न प्रकार के कौशल और प्रततभा वाले लोगों का सामना कर सकते
हैं। अवसर से सवगश्रेष्ि बनाते हुए, आप एक साथ काम करते हुए कुछ नया सीख सकते हैं। टीमवकग हमेशा
संसाधन तनमागण की ओर जाता है तयोंकक लोग आगामी चन
ु ौततयों को बेहतर तरीके से संभालना सीखते
हैं।

समय प्रबंधन /Time Management


स्व-प्रबंधन/Self management

स्व-प्रबंधन, या स्व-प्रबंधन, स्वयं का व्यक्ततगत प्रबंधन है । यह एक ऐसा कौशल है क्जसके द्वारा एक व्यक्तत खद

को प्रबंचधत करता है और दै तनक कायों ; अपने तनजी जीवन और दस
ू रों के बीच सफलतापव
ू क
ग ताल मेल बैिता है
करता है । यदद हम खुद को बेहतर तरीके से प्रबंचधत कर सकते हैं, तो यह हमारे वकग लाइफ में भी बदलाव लाएगा
और हम अपने कायग स्थल पर भी बेहतर काम कर पाएंगे। स्व-प्रबंधन कौशल हमारे दै तनक जीवन में बहुत महत्वपण
ू ग
है । यह आपके जीवन में बहुत बडा बदलाव ला सकता है । स्व-प्रबंधन कौशल के पररणाम या सकारात्मक पररणामों
के बारे में कुछ तथ्य यहां ददए गए हैं:-
SWOT Analysis तया है ?

अपने आत्मववश्वास को पहचानना आपके कैररयर को सही ददशा दे ता है । SWOT,\ टूल की सहायता से आप अपनी
िमता, कमजोरी अवसर तथा चुनौततयों का पता लगा सकते हैं। यह न लसफग एक व्यक्तत ववशेष के ललए बक्ल्क
आपकी बबजनेस या आपके संस्थान के के ललए भी काफी महत्वपण
ू ग होता है ।

स्वॉट 4 शब्दों का संक्षिप्त रूप है । Summarize करने के ललए SWOT का मतलब है ( SWOT
stands for ) –
S – Strength ( ताकत )
W – Weakness ( कमजोरी )
O – Opportunities ( अवसर )
T – Threat. ( खतरा या चुनौततयां )

ताकत (Strengths)

यह उन अडवांटागेस या आवप ताकत के बारे में बताता है जो आपके पास हैं और आपको आपके लक्ष्य तक
पहुँचने में मदतगार होते हैं । ये competitive लाभ हैं जो आपको अन्य लोगो के साथ प्रततस्पधाग में बढ़त
हालसल करने में मदद करते हैं| ये वह कौशल और िेत्र होते हैं क्जनमें आप आगे हैं। आप इस िेत्र में
अच्छे और आत्मववश्वास से भरे होते हैं। आप अपने आप को इस प्रकार के प्रश्न पूतछए ताकक
आपको पता चले-

 आप तया अच्छे से कर सकते हैं?


 लोग आपकी ककस चीज में तारीफ करते हैं?
आपको आपकी Strength पर बहुत फोकस करनी चादहए। ये वो जगह होती है जहां पर आप
अपना कररयर बना सकते हैं।

कमजोररयों (Weakness)
यह आपकी वेबसाइट की ववशेषताओं को संदलभगत करता है जो आपकी प्रगतत को धीमा
कर दे ता है या आपको अपने उद्देश्यों और लक्ष्यों को प्राप्त करने से रोकता है । यह वह
Skill है क्जस पर आप कॉक्न्फडेंट नहीं होते हैं। इसे पूरा करने में आप ज्यादा समय लेते
हैं। अपनी कमजोरी को पहचानने के ललए अपने आप से यह सवाल पूछें-
वह कौन से काम है क्जसे आप Past में सही से पूरा नहीं कर पाए हैं?

वह कौन सा िेत्र है क्जस पर आपको सुधार की जरूरत है ?


आपको अपने कमजोर िेत्र पर प्रततददन थोडा थोडा काम करना चादहए। ऐसा करने से
उस िेत्र पर आप की पकड अच्छी होनी लगेगी।

अवसर (Opportunities)

यह उन बाहरी तत्वों को संदलभगत करता है जो आपके ललए नए अवसर और आपके उन्नतत के


ललए नए रास्तों के बारे में बताता है ताकक आप अपने जीवन को बेहतर बनाने में आपनी
मदद कर सके । ये तत्व आपके तनयंत्रण से परे हैं और इनका बुवर्द्-मानी से इस्तेमाल आपके
उद्देश्यों और लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद कर सकता है । यह वह िेत्र है क्जस पर आप
कमजोर होते हैं। यह वह Skill है क्जस पर आप कॉक्न्फडेंट नहीं होते हैं। इसे पूरा करने में आप
ज्यादा समय लेते हैं। अपनी कमजोरी को पहचानने के ललए अपने आप से यह सवाल पछ
ू ें -
वह कौन से काम है क्जसे आप Past में सही से पूरा नहीं कर पाए हैं?

 वह कौन सा िेत्र है क्जस पर आपको सुधार की जरूरत है ?


आपको अपने कमजोर िेत्र पर प्रततददन थोडा थोडा काम करना चादहए। ऐसा करने से उस िेत्र
पर आप की पकड अच्छी होनी लगेगी।

ििरा (Threats in Hindi)


यह बाहरी कारकों को संदलभगत करता है जो ककसी साइट को उसके उद्देश्यों और लक्ष्यों को
प्राप्त करने से रोक सकते हैं। ये कारक आपके तनयंत्रण से परे हैं और यदद आप इन ख़तरों की
अनदे खी करते हैं तो आप अपनी प्रगतत नहीं कर सकते है । Threats वह एललमेंट है जो
आपके कररयर पर नेगेदटव इंपैतट कर सकते हैं। आपका Threats पर कोई कंट्रोल नहीं होता। हमें
ककसी भी चैलेंज के ललए तैयार रहना चादहए। ककसी भी Threat को पहचानने के ललए आप अपने
आप से यह सवाल पूछें-

 आपके प्रततद्वंदी कौन हैं?


• आपकी कौशल की जरूरत को पूरा करने के ललए कौन सी टे तनोलॉजी यूज हो सकती है ?
जो आपको नहीं आती |

Networking skills
प्रेरणा/ Motivation

‘ककसी कायग को आरम्भ करने, जारी रखने और तनयलमत बनाने की प्रकिया को प्रेरणा कहते है ।‘‘
प्रेरणा वह बल है जो लोगों को ककसी भी तरह की गततववचध करने या प्रस्ताववत सभी पररयोजनाओं को शरू
ु करने और
बनाए रखने के ललए प्रेररत करती है । सेल्फ मोटीवेशन में ऐसी ताकत है जो आपको इच्छाओं को परू ा करने की ऊजाग
दे ती रहती है , ककसी को कहने की जरूरत नहीं पडती है । सेल्फ मोदटवेशन की वजह से इंसान ददलो – जान से अपने
सपनों को परू ा करने में लगा रहता है ।

प्रेरणा के प्रकार

Motivation दो तरह की होती है :


आंतररक प्रेरणा (Internal Motivation)
बाहरी प्रेरणा (External Motivation)

आंतररक प्रेरणा (Internal Motivation):-आंतररक प्रेरणा खश


ु ी, ववश्राम, उपलक्ब्ध या उपलक्ब्ध की भावना
है |आंतररक प्रेरणा, हमें अन्दर से प्रेररत करती है । मानव कई कारणों से कायग करता है : या तो वह प्राप्त करने के ललए
जो उसे चादहए (भोजन, धन, प्रततष्िा ...), या उससे बचने के ललए क्जसे वह डरता है (बाधाएं, बीमारी, दं ड ...)। इन
करने को हम आतंररक प्रेरणा के रूप में पहचान सकते हैं |

बाहरी प्रेरणा (External Motivation):-बाह्य प्रेरणा एक भावना है जो स्वयं के बाहर से उत्पन्न होती है ।ट्राकफयां,
पदक, धन, प्रोत्साहन, भत्ते और बोनस कुछ परु स्कार हैं जो लोगों के ललए महत्वपण
ू ग प्रेरक हैं। ये चीजें लोगों को उस
काम में बेहतर करने के ललए प्रेररत करती हैं जो उन्हें सौंपा जाता है । बाहरी प्रेरणा को काम पर कहा जाता है जब कोई
व्यक्तत अपनी कडी मेहनत के ललए परु स्कार प्राप्त करने की उम्मीद करता है ।
MS Word क्या है
MS Word का पूरा नाम Microsoft Word है और इसे आमतौर पर दस
ू रे शब्द में लसफग Word भी कहा जाता
है . यह एक वडग प्रोसेलसंग एप्लीकेशन है. इस प्रोग्राम का प्रयोग नया डॉतयूमेंट create करने, पुराना
डॉतयम
ू ें ट को edit, format और print करने के ललए ककया जाता है .

एमएस विक की ववशेषिा

Storage of text

हम वडग प्रोसेसर की हे ल्प से अपने ललखे गए डातयूमेंट्स की बहुत सारी copies बना कर के रख सकते हैं.
और कभी जरुरत पडे की इस में थोडा बदलाव करना है तो इसकी एक कॉपी बना कर उसमे जरुरत के टे तस्ट
को बदल के अलग फाइल बना कर रख सकते हैं.

Quality

माइिोसॉ्ट वडग में हमे error-free documents लमलता है . इसमें inbuilt grammar checker tool होता है
जो हमारे डॉतयूमेंट में ककसी भी spelling और grammar mistake को पकड के सही भी कर दे ता है .

इस ललए मैंने पहले ही बताया की MS Word एक error-free documents producer है .

Time Saver

हम लसफग एक डातयूमेंट्स की अनलललमटे ड कॉपी बना सकते हैं बबना retyping ककये हुए. इस तरह ये हमारा
बहुत सारा वक़्त बचता है .

Securities

कभी कभी हम कोई पसगनल डॉतयूमेंट बनाते है या कफर ऐसा डॉतयूमेंट क्जसे हम चाहते हैं की कोई दस
ू रा न
पढ़ सके. तो इसके ललए हम उसे पासवडग से लॉक भी कर सकते हैं.

इस प्रोग्राम की मदद से ककसी भी तरह का डॉतयूमेंट बहुत ही कम समय में ककसी भी भाषा में तैयार कर
सकते हैं.

layout
फाइल एडडदटंग करने के ललए के ललए हमे ये जानना जरुरी है की MS वडग में कौन सा ऑप्शन कहाँ होता है .
इसके ललए layout को समझना होगा.

Title bar

MS Word एप्लीकेशन के सबसे ऊपरी पाटग जो हमे ददखाई दे ता है वही टाइटल बार होता है . यहाँ पर हम
क्जस फाइल में काम कर रहे होते हैं उसका नाम ददखाई दे ता है .

लेककन जब फाइल पर पहली बार काम कर रहे हैं तो ये default नाम के रूप में ‘Document 1’ शो करता है .
जब हम फाइल को store करते हैं तो उस वक़्त अपनी मज़ी से उसका नाम ललखते हैं.अब हम जब कभी उस
फाइल को खोलेंगे तो हमारा रखा हुआ नाम इसी टाइटल बार में ददखायेगा.

Close Button

टाइटल बार के दादहने साइड में 3 छोटे साइज के बटन होते हैं. इसमें जो पहला बटन होता है उसे Minimize
दस
ू रे बटन को maximize और तीसरे बटन को Close बटन बोलते हैं.

Minimize Button

इस बटन से हम प्रोग्राम को बंद ककये बबना उसे टास्क बार में रख कर ककसी और ववंडो में जा सकते हैं. इससे
हमे MS Word में काम करने के साथ साथ दस
ू रे प्रोग्राम को भी चलाने में मदद लमलती है .

Maximize Button

इस बटन की मदद से हम ववंडो साइज को छोटा कर के अपने मन मुताबबक साइज एडजस्ट कर के प्रयोग
कर सकते हैं. कफर जब मन करे उसे ररस्टोर कर के फुल स्िीन साइज भी कर सकते हैं.

Close button

लास्ट बटन िॉस माकग के साथ रे ड कलर में होता है उसे क्तलक करने पर MS Word एप्लीकेशन पूरा बंद हो
जाता है .

Office button

ये इस एप्लीकेशन का एक मुख्य बटन है जो मेनू बार में होता है . इस में फाइल किएट करने के ललए कुछ
useful ऑप्शन ददए जाते हैं.

Quick Access toolbar

ये टूल बार टाइटल बार में होता है . इस में ऐसे टूल्स होते हैं क्जसकी हमे सबसे ज्यादा और बार बार जरुरत
पडती है .
यहाँ हम अपनी मज़ी से भी क्जस ऑप्शन को अचधक बार इस्तेमाल करते हैं यहाँ जोड सकते हैं. इस टूलबार
की मदद से हम अपना काफी वक़्त बचा सकते हैं.

Menu bar

मेनू बार टाइटल बार के थोडा तनचे होते है . इसे अभी के टाइम में tab bar भी बोला जाता है . इस के अंदर
बहुत से tabs होते हैं और हर एक तब का अपना एक ribbon होता है .

ये इस प्रोग्राम का ऐसा पाटग है क्जसमे बहुत सारे ऑप्शन ददए जाते हैं. इसके अंदर ढे र सारे उपयोगी फीचसग
होते हैं क्जससे फाइल में काम कर सकते हैं.

Ribbon

Menu bar के तनचे वाले भाग को Ribbon बोलते हैं. इसमें ककसी टास्क के ललए कमांड्स को ब्ाउज करने के
ललए tab ददए हुए होते हैं.

इसके बाद ये tab जो होते हैं वो इसे ग्रुप में डडवाइड कर दे ते हैं. क्जस भी तब पर हम क्तलक करते हैं उसके
सारे ऑप्शन enable हो जाते हैं.

मेनू क्या है ?

एमएस वडग में कौन से फंतशन कहाँ लमलेंगे इसे मेनू बार के द्वारा कैटे गराईज ककया गया है ।जैसे अगर
आपको फाइल से सम्बक्न्धत सारे आप्शन दे खने हैं तो आप फाइल मेनू में जायेंगे वैसे ही अगर डॉतयम
ू ें ट
में कुछ नया डालना हो तो इन्सटग मेनू में जाना पडेगा।

फाइल मेनू
इसका उपयोग नये फाइल बनाने, पुराने फाइल खोलने या फाइलों को खोल कर अपडेट करने, सुरक्षित
करने इत्यादद के ललए ककया जाता है ।ककसी नये फाइल को खोलने के ललए New पर तलीक करते हैं वही
पहले से उपक्स्थत फाइल को खोलने के ललए Open पर तलीक ककया जाता है ।फाइल को अपने लसस्टम में
सुरक्षित करने के ललए Save का प्रयोग करते हैं वही फाइल को मनचाहे नाम और लोकेशन पर सुरक्षित
करने के ललए Save as पर तलीक करते हैं।

View Menu

इस मेन्यु का प्रयोग डॉतयम


ू ें ट को ववलभन्न तरीके से दे खने के ललये ककया जाता है । इससे हम ववलभन्न
टूल्स वार को Show एवं Hide कर सकते हैं। इसमें कुल चौदह ऑप्शन होते है । जैसे

Normal :- इसमें डॉतयम


ू ें ट को नामगल व्यू में दे ख सकते है ।

Web layout:- इसमें डॉतयम


ू ें ट को वेव ले आउट में दे खा जाता है ।

Insert Menu

इस मेन्यु की सहायता से डॉतयूमेंट में ववलभन्न प्रकार के आब्जेतट को जोडा जाता है । इसमें कुल
पंद्रह ऑप्शन होते है ।

Insert Page Number:- इस ऑप्शन से डॉतयूमेंट में पेज नंबर को जोडा जा सकता है ।

Picture:- इससे हम डॉतयूमेंट में Picture, word art, auto shapes, chart आदद को डॉतयूमेंट
में आसानी से Insert करा सकते है । इसी कायग को Drawing Tool bar से भी कर सकते है ।

Format Menu
इस मेन्यु की सहायता से डॉतयूमेंट की formatting की जा सकती है । इसमें सौलह ऑप्शन होते
है । इसकी Shortcut Key की Alt+O है ।
Font :- इस ऑप्शन के डायलॉग बॉतस में तीन टे ब होते है । क्जसकी सहायता से डॉतयूमेंट की
Formatting की जा सकती है ।

Paragraph :- इस ऑप्शन से पैराग्राफ की Formatting की जाती है ।

Tool Menu

इस मेन्यु में एमएस वडग के टूल होते है । क्जसकी सहायता से एक अच्छे डॉतयूमेंट का तनमाणग
ककया जा सकता है । इसकी Shortcut key Alt+T होती है ।

 Spelling & Grammar checked


 Research
 Language
 Hyper nation
 Word Count

MS Word को कैसे ओपन करें ?

 MS Word को ओपन करने के ललए आपको सबसे पहले Taskbar के ले्ट साइड में ददख रहे Start
बटन को दबाएं।
 उसके बाद Start मेनू खल
ु ेगा उसमे तनचे की तरफ एक Search बॉतस होता है बस आपको इसी
सचग बॉतस में word टाइप करना है ।
 अब यह आपके start मेनू में सचग होकर सबसे ऊपर ददखाई दगा क्जसे आपको क्तलक करके ओपन
करना है ।
 अब आपके कंप्यूटर में MS word ओपन हो चक
ू ा है

MS word में फाइल को सेव कैसे करें ?

 MS word में फाइल सेव करने के ललए आपको File मेनू या office बटन पर क्तलक करना है ।
 क्तलक करने के बाद आपको कई सारे option ददखाई दें गे क्जनमे से एक होगा 'Save ' आपको
इसपर क्तलक करना होगा।

मस वडग में वप्रंट कैसे ककये जाते हैं ?

मस विक में वप्रिंट कैसे क्रकये जािे हैं ?

 Step: #1 – MS Word Open कीक्जए


 Step: #2 – अब फाईल भी खोल ललक्जए
 Step: #3 – Office Button पर क्तलक कीक्जए
 Step: #4 – Print पर क्तलक कीक्जए
 Step: #5 – Document Settings कीक्जए और OK करें .
 Step: #6 – Document Print हो जाएगा.

MS Word के कुछ shortcuts

CTRL + A

CTRL और A को एक साथ दबाने से आप screen पर ललखे हुए सारे text को सेलेतट कर सकते है ।

CTRL + C

Text को सेलेतट करके ctrl और c एक साथ दबाने से लसलेतटे ड text क्तलपबोडग पर कॉपी हो जाता
है क्जसे आप ककसी और document या उसी document में paste कर सकते है ।
CTRL + X

Text को सेलेतट करके ctrl और x दबाने से selected text document से cut होकर क्तलपबोडग पर
चला जाता है । क्जसे ककसी और document पर paste कर सकते है ।

CTRL + V

ctrl और v को एक साथ दबाने से आप क्तलपबोडग पर कॉपी ककये गए text या इमेज को paste कर


सकते है ।

CTRL + S

ctrl और s को एक साथ दबाने से document को एडडट करते समय ही सेव ककया जा सकता है ।

CTRL + Home

ctrl और home बटन को एक साथ दबाकर हम कसगर को सबसे ऊपर ले जा सकते है ।

CTRL + End

ctrl और end बटन दबाकर हम कसगर को document में सबसे तनचे ला सकते है ।

टे तस्ट का फॉण्ट तथा आकार बदलना (Changing Font and Size of a Text) :

आप ककसी चन
ु े हुए टे तस्ट का फॉण्ट (रूप) तथा आकार भी बटन सकते है । इसके ललए सबसे पहले उस
टे तस्ट को चन
ु लीक्जए, फॉण्ट बदलने के ललए फॉमेदटंग टूल बार में फॉण्ट की ड्राप-डाउन ललस्ट बॉतस के
तीर के बटन को क्तलक कीक्जए, क्जससे फॉण्ट की ललस्ट खल
ु जाएगी।

आप इससे से कोई भी फॉण्ट क्तलक करके चन


ु लीक्जए, इस ललस्ट में हाल ही में चन
ु े गए फॉण्ट सबसे
ऊपर ददखाए जाते है । वैसे आप इस ललस्ट बॉतस में फॉण्ट का नाम सीधे भी टाइप कर सकते है ।

इसी तरह ककसी टे तस्ट के अिरों का आकार बल्ने के ललए फॉमेदटंग टूल बार में आकर (Size) की ड्राप-
डाउन ललस्ट बॉतस में या तो आकार बताने वाली संख्या सीधे टाइप कीक्जए या उस ललस्ट को खोलकर
उससे से आकार चन
ु लीक्जए। इस ललस्ट में केवल प्रमुख आकार ही ददखाए जाते है । वैसे आप इससे कोई
भी आकार जो आपके कागज़ पर छापा जा सकता हो, इससे सेट कर सकते है ।
Font – यदद आप Font Style Change करना चाहते हैं तो इस Option का Use कर सकते हैं. जैसे
यदद आप ककसी दस
ू री Language में Text ललखना चाहते हैं तो आप यहाँ से Font Change कर सकते
हैं. इसके ललये बस आपको Font पर Click करना है जो कक Diagram में Point 1 पर Show ककया गया
है . इसका Shortcut Key CTRL + Shift + f को भी Use में ले सकते हैं.

Font Size – Text Size से द्वारा आप अपने Text या Document के Size को छोटा या बडा कर
सकते हो. इसका Shortcut Key CTRL + Shift + P होता है .
Bold – इसके द्वारा आप Select ककये Text या document को Bold (गहरा) कर सकते हैं. इसकी
Shortcut Key CTRL + B है .
Italic – इसके द्वारा आप Select ककये गये Text या Document को Italiac (ततरछा) कर सकते हैं.
इसकी Shortcut Key CTRL + I है .
UNDERLINE – इसके द्वारा आप Select ककये गये Text या Document पर Underline लगा सकते
हैं. इसकी Shortcut Key CTRL + U है .

िस्िावेज को ववस्िार से ववस्िाररि(CUT) करना सीिें।


पहले एमएस वडग खोलें।
1. एमएस वडग खोलने के बाद, आपको इसमें कुछ टाइप करना है । और इसे सेलेतट करना है ।
2. चयन करने के बाद, आपको इस शब्द / शब्द समूह पर राइट-क्तलक करना होगा
3. राइट-क्तलक करने के बाद आपके पास शॉटग कट मेनू खल
ु जाएगा। अब आपको यहां से कट पर
क्तलक करना होगा और चयतनत शब्द / शब्द समूह कट हो जाएगा।
4. यदद आप कीबोडग द्वारा CTRL + X दबाते हैं, तो चयतनत शब्द / शब्द समूह का भी कट हो
जाएगा। अब आप कट शब्द / शब्द समूह को दस
ू रे स्थान पर पेस्ट कर सकते हैं।

MS Word में Copy करना:

1. MS Word को पहले खोलें ।


2. एमएस वडग खोलने के बाद, आपको इसमें कुछ ललखना होगा। {इसका चयन करने के ललए}
3. सेलेतट करने के बाद, आपको इस शब्द / शब्द समूह पर राइट-क्तलक करना होगा।
4. राइट क्तलक करने के बाद, आपके पास एक छोटा कट मेनू ओपन होगा। अब आपको यहाँ से
Copy पर क्तलक करना है , इससे चयतनत शब्द / शब्द समूह कॉपी हो जायेगा।
5. यदद आप कीबोडग से CTRL + C दबाते हैं, तो चयतनत शब्द / शब्द समूह कॉपी होगा। अब आप
कही भी पेस्ट के ललए कॉपी ककए गए शब्द / शब्द समूह का उपयोग कर सकते हैं।
MS Word में Paste करना:

1. MS Word को पहले खोलें।


2. एमएस वडग खोलने के बाद, आपको इसमें कुछ ललखना होगा। और इसका चयन करना होगा।
चयन करने के बाद, इस शब्द / शब्द समूह को काटें या कॉपी करें ।
3. कट / कॉपी करने के बाद आपको इस शब्द / शब्द समूह पर राइट-क्तलक करना होगा।
4. राइट क्तलक करने के बाद, आपके पास एक छोटा कट मेनू ओपन होगा। अब आपको यहाँ से
Paste पर क्तलक करना है । और Cursor के स्थान पर Cut / Copied शब्द / शब्द समूह पेस्ट
ककया जाएगा।
5. यदद आप कीबोडग से CTRL + V दबाते हैं, तो Cut / Copied शब्द / शब्द समूह भी पेस्ट ककया
जाएगा।

विक में फाइिंि &ररप्लेस क्या है ?

अगर सामान्य अंग्रेजी की बात करें तो फाइंड का सीधा मतलब होता है खोजना या ढूढ़ना। एमएस वडग में
भी इस आप्शन का प्रयोग ककसी शब्द या खास टे तस्ट को ढूढ़ने के ललए ही करते हैं।फाइंड का प्रयोग कर के
आप उस शब्द को ढूढ़ तो लेते हैं लेककन मान लीक्जये अब अगर आपको उस शब्द की जगह ककसी और
शब्द को डालना है |इसके ललए ररप्लेस आप्शन का प्रयोग करते हैं जो आसानी से आपने वडग फाइल में ककसी
भी खोजे गये शब्द की जगह ककसी दस
ू रे शब्द को डालने की सुववधा दे ता है ।

होम टै ब के अंदर जाएँ और Find कमांड पर तलीक करें ।या कफर आप शॉटग कट में Ctrl+F दबाकर भी इस
कमांड में जा सकते हैं।

1. अब आपके सामने स्िीन के बायीं तरफ एक नेववगेशन पेन खल


ु जाएगा।
2. अब उस नेववगेशन पेन के अंदर सबसे उपर वाले िेत्र में कोई कीवडग या शब्द टाइप करें क्जसे आप
खोजना चाहते हैं।
3. आप यहाँ कोई भी शब्द या टे तस्ट डाल सकते हैं क्जसे भी आपको अपने फाइल में खोजना हो।
4. अबअपने डॉतयूमेंट में जहां-जहां भी आपने उस टे तस्ट या शब्द का प्रयोग ककया है उसका एक
पूवागवलोकन आपके सामने खल
ु जाएगा जो कक एक ललस्ट की तरह ददखेगा। जो शब्द आपने
खोजा वो जहां भी लमले उसे पीले रं ग से हाईलाइट कर ददया जाता है ।

FIND AND REPLACE


उपर होम टै ब के अंदर जाकर Replace कमांड को दबाएँ।

1. आप शॉटग कट में Ctrl+H दबाकर भी ऐसा कर सकते हैं।


2. इसके बाद एक Find and Replace डायलाग बॉतस खल
ु जाएगा।
3. इसके बाद Find What वाले िेत्र में उस शब्द को या उसके कीवडग को डालें क्जसे आप खोज कर
सही करना चाहते हैं।
4. अब Replace With वाले िेत्र में उस खोजे गये शब्द की जगह जो सही शब्द डालना है उसे ललखें।
5. इसके बाद नीचे ददख रहे आप्शन Find Next पर तलीक करें ।
6. अब आपका एमएस वडग वो शब्द जहां भी लमले उसे खोज कर उसे grey रं ग से हाईलाइट कर दे गा।
7. आपके Replace पर तलीक करते ही आपका द्वारा ददया गया नया शब्द पुराने खोजे गये शब्द की
जगह ले लेगा।

Spelling And Grammar Check In Ms Word


Ms Word में इस ऑप्शन का उपयोग स्पेललंग और ग्रामर सम्बन्धी गलततयों को चेक करने
के ललए ककया जाता है |जो इंक्ग्लश ललखने में गलती करते है जब भी कोई यूजर कुछ गलत
स्पेललंग या ग्रामर की गलती करता है तो यह स्पेललंग की गलती होने पर उस शब्द के नीचे रे ड
लाइन प्रदलशगत करता है और यदद ग्रामर की गलती होती है तो यह हरे कलर की लाइन
प्रदलशगत करता है क्जससे यूजर को गलततयों का पता चल जाता है क्जसे वह िीक कर सकता है

स्पेललंग एंड ग्रामर चेक करना

सबसे पहले आपको अपने द्वारा ललखे गए टे तस्ट को सेलेतट करना है इसके बाद
आपको Review Tab के Spelling And Grammar ववकल्प में क्तलक करना है |जो
गलततया होती है वो लाल कलर से प्रदलशगत होती है नीचे दस
ू रा बॉतस suggestions का
होता है क्जसमे गलत शब्द से सम्बंचधत सही शब्द होता है आपको इनमे से सही शब्द सेलेतट
करना है और change में क्तलक करना है और यदद एक से अचधक बार आपने वही शब्द
ललखा है तो आपको change all में क्तलक करना है|आप जैसे ही क्तलक करते है आपके
द्वारा ललखे गए गलत शब्द के स्थान में सही शब्द ललख जाता है यदद आपको शब्द चें ज नहीं
करना है तो आपको Ignore Once में क्तलक करना है और यदद यदद आपको सभी शब्द को
इग्नोर करना है तो आपको Ignore All में क्तलक करना है

Bullets and Numbering

MS Wordकी मेनू बार पर ददए गए Insert मेन्यू पर क्तलक करने पर प्रदलशगत होने वाले पल
ु डाउन मेन्यू में से Bullets
and Numbering ऑप्शन का प्रयोग paragraph के पहले बल
ु ेट अथवा नम्बसग का तनधागरण करने के ललए ककया जाता
है ।
1) bullets-बल
ु ेट्स का प्रयोगdocumentके ककसी टै तस्ट को बबन्दव
ु ार प्रदलशगत करते हुए ववशेष
रूप से हाईलाइट करने के ललए ककया जाता है ।

(2) Numbering(Numbering)-Numbering का प्रयोगdocumentमें टै तस्ट को टाइप करने


के उपरान्त उसे एक तन में व्यवक्स्थत करने के ललए ककया जाता है ।

टे बल चग्रि (Table Grid)

ककसी डॉतयम
ू ें ट के ककसी भाग में एक टे बल सक्म्मललत की जा सकती है या एक अलग दस्तावेज़ के रूप में बनाई जा
सकती है ।

 डॉतयम
ू ें ट में उस िेत्र पर क्तलक कीक्जये जाएं जहां टे बल इन्सटग की जानी है ।
 उसके बाद इन्सटग टै ब पर क्तलक करें ।
 टे बल समह
ू में , टे बल बटन पर क्तलक करें ।
 टे बल बनाने के ललए ववकल्पों की सच
ू ी प्रदलशगत की जाएगी।
 चग्रड िेत्र में , रौ और कॉलम की संख्या के चयन तक माउस पॉइंटर को चग्रड पर घम
ु ाएँ।
 क्जन रो और कॉलम को हाइलाइट ककया जा रहा है , वे नारं गी रं ग में ददखाई दें गे।
 अब क्तलक करने के बाद डॉतयम
ू ें ट में टे बल इन्सटग हो जाएगी।

 कोलशका (Cell) वह िेत्र है जहाँ एक रो और कॉलम एक दस


ु रे को काटते हैं।

 इनफामेशन (Data) को कोभशकाओिं में िालना शरू


ु करें । (Input
Data in Table Cells)
 एक सेल से दस
ु रे सेल में जाने के ललए कीबोडग पर टै ब (Tab) की दबाएं।
 एक समय में एक सेल में वापस जाने के ललए, कीबोडग पर Shift कंु जी और कफर टै ब
कंु जी दबाएं।
 टे बल बन जाने के बाद, अस्थाई टे बल टूल्स टै ब ररबन के ऊपर ददखाई दे गा।
 टे बल के डडज़ाइन बदलने के ललए टे बल पर रहते हुए टे बल टूल्स पर क्तलक करें
क्जससे बबलभन्न टे बल के डडज़ाइन ददखाई दें गे।
 टे बल स्टाइल्स के ऊपर माउस पॉइंटर ले जाएँ।
 दस्तावेज़ में प्रत्येक डडज़ाइन का लाइव प्रीव्यू ददखाई दे गा।
 टे बल स्टाइल्स के ऊपर अततररतत स्टाइल्स को दे खने के ललए मोर बटन पर क्तलक
करें । यह स्टाइल गैलरी के तनचले दाएं कोने में है ।
 स्टाइल को टे बल पर लागू करने के ललए बाईं माउस बटन पर क्तलक (Left Click)
करें ।

Table

Table group के अन्दर table के properties से related option लमलते हैं जैसे की table के
ककसी particular cell को select करना, table के grid-line को show और hide करना
इत्यादद|

Select: इस option का इस्तेमाल table के ककसी particular row, column, cell या पूरे table
को select करने के ललए होता है |

Rows & Columns

इस ग्रप
ु के अन्दर rows और columns से related option available होते हैं जैसे की row को
delete करना, column को डडलीट करना, row & column add करना इत्यादद|
Delete: इस option का इस्तेमाल cell, rows, columns और पर
ू े table को डडलीट करने के
ललए होता है |
Insert above: इस option का इस्तेमाल table में selected row के ऊपर directly row
insert करने के ललए होता है |
Insert Below: इस option का इस्तेमाल table में selected row के तनचे directly row
insert करने के ललए होता है |
Insert Left: इस option का इस्तेमाल table में selected column के left side में column
insert करने के ललए होता है |
Insert Right: इस option का इस्तेमाल table में selected column के right side में
column insert करने के ललए होता है |

Merge

इस ग्रुप के अन्दर merging और splitting से related option available हैं| Merge का


मतलब होता है लमलाना यहाँ पर cell को merge ककया जा सकता है और split का मतलब होता
है ववभाक्जत करना मतलब की बाँटना यहाँ पर आप table और cells को split कर सकते हैं|

Merge Cells: इस option का इस्तेमाल selected cells को merge करने के ललए ककया जाता
है |
Split Cells: इस option का इस्तेमाल cells को अलग अलग parts में बाँटने के ललए ककया
जाता है |
Split Table: इस option का इस्तेमाल table को दो भागो में ववभाक्जत करने के ललए ककया
जाता है |

एम एस विक में शेप इनसटक


् कैसे करें
शेप ्स एक ऐसा बना बनाया टूल है क्जसके अंदर अलग-अलग तरह के गोलाकार सकगल के
साथ-साथ रै तटें गल बार लाइन एरो की ्लोचाटग के साथ-साथ और भी तरह के यदद ककसी भी
तरह का कोई लाइन ड्रॉ करना है या ककसी तरह का कोई शेप्स बनाना है तो उसको बनाने के
ललए शेप्स ऑप्शन का इस्तेमाल ककया जाता है.
Shapes का उपयोग कैसे करें

 माइिोसॉ्ट वडग को ओपन करें गे


 Insert Menu में जाएंगे
 Illustrations ब्लॉक में जाएंगे
 Shapes पर क्तलक करें गे
 उसके बाद अलग अलग तरह का Shapes ददखाई दे गा
 क्जस तरह का डडजाइन करना है उसको लसलेतट करें गे क्तलक करगें
 Shapes बनाएंगे
 इस तरह से अलग अलग से Shapes को एमएस वडग डॉतयम
ू ें ट में ड्रॉ कर सकते हैं.
 जब एमएस वडग में ककसी भी शेप ्स को ड्रॉ कर ललया जाता है उसके बाद फॉमेट का कुछ
ऑप्शन ददखाई दे ता है .

What is Header and Footer

Header का मतलब Head अर्ाात Page के ऊपर का भाग तर्ा Footer का


मतलब Foot अर्ाात Page के नीचे का भाग और जो भी कुछ हम इस Header and
Footer मे Type कर दे ते है वो हमारी बनाई गई File का सभी Pages मे ऊपर तर्ा नीचे की
ओर Insert हो जाती है

1.Header and Footer को हम कुछ Steps की सहायता से Insert करना जानते है

2. यहा से हम Header and Footer Text Format को choose करते है की हमे Text Format को Left,
Center अर्वा Right side मे सेट करना है आदद बहुत से Format इसमे ददये है जजसे भी आप
लगाना चाहते है उस Format को Select करे तर्ा अपना Text Insert करे तर्ा Insert करने के
पश्चात Close Header and Footer option पर जललक करे और आपका Text Document के
सभी Pages के Header मे Insert हो जाएगा।

3. इसी प्रकार से आप Footer मे भी Text insert कर सकते है ।

इस प्रकार से हम Document के सभी Pages मे Header and Footer Insert कर सकते है ।


How to Remove Header and Footer

एक बार Document मे Header and Footer Insert होने के बाद इसी Header and Footer option मे
नीचे की ओर ददये गए Remove Header and Footer पर click करते ही Header and
Footer Document के सभी Pages से Remove अर्ाात हट जाता है ।

How to Remove Header and Footer

एक बार Document मे Header and Footer Insert होने के बाद इसी Header and Footer option मे
नीचे की ओर ददये गए Remove Header and Footer पर click करते ही Header and
Footer Document के सभी Pages से Remove अर्ाात हट जाता है ।

Ms Word में पेज नंबर कैसे जोडे Add Page Number In Ms Word
MS word में पेज नंबर जोडने के ललए आपको कुछ आसान से स्टे पो को फॉलो करना होगा

1. सबसे पहले आपको ms word ओपन करना है इसके बाद आपको Insert के ऑप्शन में
क्तलक करना है

3. इसके बाद आपको Header & Footer के ऑप्शन के अंतगगत पेज नंबर वाले ववकल्प में
क्तलक करना है

. आज जैसे ही क्तलक करते है आपके सामने बहुत से ववकल्प प्रदलशगत होते है जैसे –
Top of page
Bottom of page
Page margins
Current position
Format page numbers

Top of page –

इस ववकल्प का उपयोग पेज के सबसे ऊपरी भाग में पेज नंबर ललखने के ललए ककया जाता है

Bottom of page –

इस ववकल्प का उपयोग पेज के सबसे तनचले भाग में पेज नंबर ललखने के ललए ककया जाता है
Page margins –

इस ववकल्प का उपयोग पेज के ऊपरी भाग में ले्ट , राइट में पेज नंबर ललखने के ललए और
तनचले भाग में वटीकल रूप में ले्ट , राइट में पेज नंबर ललखने के ककया जाता है ककया
जाता है

Current position –

इस ववकल्प का उपयोग पेज के करं ट भाग जहाँ पर आपका कसगर है वहां पर पेज नंबर ललखने
के ललए ककया जाता है

Format page numbers –

इस ववकल्प का उपयोग पेज नंबर को फॉमेट करने के ललए ककया जाता है फॉमेट ववकल्प में
क्तलक करना है

Remove page number – इस ववकल्प का उपयोग पेज नंबर को हटाने के ललए ककया
जाता है यदद आप अपने डॉतयम
ू ें ट से पेज नंबर हटाना चाहते है तो आपको इस ववकल्प में
क्तलक करना है

भाग 1 - ट्रै क पररविकन का उपयोग क्यों करें ?

ट्रै क चें ज माइिोसॉ्ट वडग में एक टूल है जो उपयोगकतागओं को स्पष्ट रूप से यह दे खने की अनुमतत दे ता है
कक तया बदलाव ककए गए थे और उन्हें एक दस्तावेज़ में ककसने बनाया था। इसके अलावा, जब आपको
कोई ऐसा दस्तावेज़ लमलता है क्जसे दस
ू रों द्वारा संशोचधत ककया गया था, तो आपके पास दस्तावेज़ में
ककए गए ककसी भी पररवतगन को reject या accept करने की शक्तत है । यह उपकरण हमारे कायागलय
जीवन में बहुत सहायक है तयोंकक यह हमारी कायग िमता में सध
ु ार करता है ।
ध्यान दें
"आपके पास माकगअप और समीिात्मक फलक ददखाने का दस
ू रा ववकल्प है ।
1) माकगअप ददखाएं: review पर जाएं> माककअप दििाएिं । ड्रॉप-डाउन सूची में माकगअप को चालू या बंद
करने के ववकल्प होते हैं।
2) ररव्यू पेन: ररव्यू पर जाएं> ररव्यूब्ंंिंग पेन । आप समीिात्मक फलक ददखाने के ललए एक प्रकार का
ववकल्प चन
ु सकते हैं। ”
2. समीिा के ललए प्रदलशगत करें

अपने दस्तावेज़ में पररवतगनों की समीिा करने के ललए, समीिा > प्रिशकन के भलए समीिा पर जाएाँ ।

1) Simple Markup:: संशोचधत पाि ददखाएं, लेककन जब आप ककसी दस्तावेज़ की सामग्री को हटाते हैं,
सक्म्मललत करते हैं, और प्रारूवपत करते हैं, तो आपको बाईं ओर एक लाल ऊध्वागधर पट्टी लमलेगी। यदद
आप इसे क्तलक करते हैं, तो सरल माकगअप ऑल माकगअप में बदल जाएगा। और जब आप एक दटप्पणी
जोडते हैं, तो दाईं ओर एक दटप्पणी चचह्न ददखाई दे गा।

2) all markup: सभी माककअप ददखाएं।

3) no markup: बबना ककसी संकेत के संशोचधत पाि ददखाएं।


4) original: मूल टे तस्ट ददखाएं, क्जसे बदला नहीं गया है ।

भाग 3 - ट्रै क पररविकन चालू / बिंि कैसे करें ?

1) Turn on: समीिा पर जाएं और ट्रै क पररविकन आइकन पर क्तलक करें । या ड्रॉप-डाउन सच
ू ी से ट्रै क
पररविकन का चयन करें । एक बार ट्रै क पररवतगन चालू होने के बाद, आप दस्तावेज़ को संपाददत करना शरू

कर सकते हैं।

2) Turn Off: अपने दस्तावेज़ को संपाददत करने के बाद, कफर से ट्रै क पररविकन पर क्तलक करें । जब इसे
बंद कर ददया जाता है , तो Word पररवतगनों को चचक्ह्नत करना बंद कर दे ता है ।

भाग 4 - ट्रै क पररविकन का उपयोग कैसे करें ?

ट्रै क पररवतगन को चालू करना आपके ललए आपके द्वारा ककए गए पररवतगनों को स्थान दे ना आसान बनाता
है । यदद आप दस्तावेज़ में कोई पररवतगन करते हैं, जैसे कक ववलोपन, प्रववक्ष्ट और स्वरूपण, तो वे ररकॉडग
ककए जाएंगे। सबसे पहले, यह सुतनक्श्चत करें कक आप भसिंपल माककअप को ऑल माककअप में बदल दें ताकक
आपके द्वारा ककए गए सभी बदलावों को दे खा जा सके।

1) DELETIONS : यदद आपको लगता है कक कुछ सामग्री बेकार हैं, तो उन्हें हटा दें । पहले ट्रै क पररवतगन
चालू करें , सामग्री चन
ु ें और कफर उन्हें हटा दें । आप दे खेंगे कक ववलोपन एक स्ट्राइकथ्रू के साथ चचक्ह्नत हैं।
2) INSERTIONS : यदद आपको लगता है कक कुछ सामग्री छूट गई है , तो ट्रै क पररवतगन को चालू करने
के बाद उन्हें दस्तावेज़ में जोडें। आप दे खेंगे कक सक्म्मलन को एक रे खांकन के साथ चचक्ह्नत ककया गया है ।

3) FORMATTING : जब आप पाि को प्रारूवपत करते हैं, तो स्वरूपण प्रकार को दस्तावेज़ के दादहने


दहस्से में नोट ककया जाएगा। और आप उस लेखक को भी दे ख सकते हैं क्जसने पाि को स्वरूवपत ककया है ।

4) COMMENTS : वह स्थान चन
ु ें जहाँ आप दटप्पणी छोडना चाहते हैं। समीिा पर जाएं
और COMMENTS पर क्तलक करें । आप उस लेखक को दे ख सकते हैं क्जसने दस्तावेज़ के दादहने दहस्से
में एक दटप्पणी, ततचथ और दटप्पणी सामग्री छोड दी है ।

भाग 5 - समीिा करिे समय ट्रै क पररविकन को कैसे अस्वीकार या स्वीकार करें ?

जब आपने अपने दस्तावेज़ का संपादन पूरा कर ललया है और आपको अपने द्वारा ककए गए पररवतगनों की
समीिा करने की आवश्यकता है, या जब आपको एक संपाददत दस्तावेज़ प्राप्त होता है और आपको दस
ू रों
द्वारा ककए गए पररवतगनों की जाँच करने की आवश्यकता होती है , तो आप हर पररवतगन को स्वीकार या
अस्वीकार कर सकते हैं। यदद आप पररवतगनों से सहमत हैं, तो उन्हें स्वीकार करें । यदद आप मूल सामग्री
रखना चाहते हैं, तो उन्हें अस्वीकार कर दें और पररवतगन हटा ददए जाएंगे। अब ट्रै क पररवतगन को स्वीकार
करने या अस्वीकार करने के ललए नीचे ददए गए तरीके दे खते हैं।

1) पररवतगन को तरु ं त स्वीकार या अस्वीकार करने के ललए, आप REVIEW पर जा सकते हैं, संपाददत
सामग्री का चयन कर सकते हैं, और चैनल कॉलम में ACCEPT या REJECT पर क्तलक कर सकते हैं।
या पररवततगत सामग्री खोजें, राइट-क्तलक करने के बाद ड्रॉप-डाउन सूची से पररवतगन को स्वीकार या
अस्वीकार करना चन
ु ें ।
2) एतसेप्ट या ररजेतट आइकन के नीचे, आप एक छोटा डाउन एरो दे ख सकते हैं। इसे क्तलक करें और आप
इस तरह की चीजें कर सकते हैं: स्वीकार करें / अस्वीकार करें और आगे बढें , इस पररविकन को स्वीकार /
अस्वीकार करें , सभी पररविकन को स्वीकार / अस्वीकार करें , और इसी तरह।

3) आप एक बदलाव से दस
ू रे में जाने के ललए वपछले और अगले बटन का भी उपयोग कर सकते हैं।

भाग 6 - ट्रै क पररविकन कैसे लॉक करें ?

यदद आप अन्य लेखकों को ट्रै क पररवतगन बंद करने से रोकना चाहते हैं, तो इसे लॉक करें । ट्रै क बदलाव
आइकन के तहत समीिा पर जाएं और छोटे िाउन एरो बटन पर ब्क्लक करें । कफर लॉक ट्रै क्रकिंग पर क्तलक
करें और अपना पासवडग डालें।

Telecommunication

दरू संचार .फ्रेंच शब्द कम्यतू नकेलसयन से ललया गया है |टे ली का अथग है 'दरू ', और संचार का अथग है 'साझा करना'।
।यह बडी दरू ी पर इलेतट्रॉतनक माध्यम से जानकारी का आदान-प्रदान है |। यह सभी प्रकार की आवाज, डेटा और
वीडडयो प्रसारण को प्रस्तत
ु करता है
। इसमें कई प्रकार की टे तनोलॉजी का प्रयोग ककया जाता है जैसे टे लीफोन (वायडग और वायरलेस),माइिोवेव
संचार,फाइबर ऑक्प्टतस संचार, आदद। इसमें दो स्टे शन होते हैं, एक ट्रांसमीटर से लैस है और दस
ू रा एक ररसीवर के
रूप में |माध्यम तार या केबल के माध्यम से ऑक्प्टकल फाइबर या फ्री स्पेस ट्रांसलमशन ( वायरलेस) संचार के रूप
में लसग्नल ट्रांसलमशन कर सकते हैं|

ऑब्प्टकल फाइबर टे क्नोलॉजी क्या है ?

Optical fiber एक ऐसी पतली तार है क्जसमे light के माध्यम से data को एक स्थान से दस
ू रे स्थान पर तेजी से
transfer ककया जाता है |.फाइबर ऑक्प्टक संचार प्रणाली में तीन मख्
ु य घटक होते हैं जैसा कक चचत्र में ददखाया गया
है । ये ऑक्प्टकल ट्रांसमीटर, फाइबर ऑक्प्टक केबल और एक ऑक्प्टकल ररसीवर हैं। ऑक्प्टकल ट्रांसमीटर ववद्यत

संकेत को ऑक्प्टकल लसग्नल में पररवततगत करता है । फाइबर ऑक्प्टक केबल इस ऑक्प्टकल लसग्नल को ऑक्प्टकल
ट्रांसमीटर से ऑक्प्टकल ररसीवर तक वहन करती है ।अंत में ऑक्प्टकल ररसीवर ऑक्प्टकल लसग्नल को पन
ु : ववद्यत

संकेत में पररवततगत करता है | ऑक्प्टकल फाइबर केबल्स का उपयोग दरू संचार और नेटवककिंग में माध्यम

के रूप में ककया जाता है तयोंकक वे हैंलचीला है और साधारण केबल की तरह बंडल ककया जा सकता है ।
यह लंबी दरू ी के संचार के ललए फायदे मद
ं हैं,तयोंकक प्रकाश इस माध्यम से कम मात्रा में फैलता है
और ववद्यत
ु तांबे के केबलों की तल
ु ना में लोस्स बहुत काम होता है ।पहले के ददनों में प्रकाश का
उपयोग सच
ू ना को एक स्थान से दस
ू रे स्थान तक भेजने के ललए ककया जाता था। 800 ईसा पव
ू ग
में ,यन
ू ातनयों ने संचार के ललए आग और धुएं के संकेतों का इस्तेमाल ककयायर्द्
ु में ववजय, शत्रु से
सावधान करने जैसी सच
ू ना,मदद के ललए पक
ु ारना, आदद।दस
ू री शताब्दी ईसा पव
ू ग के दौरान, लसग्नललंग
लैंप का उपयोग करकेऑक्प्टकल लसग्नल भेजा गया ताकक संदेश दरू तक भेजा जाए । 18वीं शताब्दी के
अंत तक
ऑक्प्टकल संचार में कोई ववृ र्द् नहीं हुई थी औरकोहरे और बाररश जैसे वायम
ु ड
ं लीय प्रभाव दाल कर इस
प्रकार के कम्यतु नकेशन को प्रभाववत करते थे |सौ साल से भी पहले, 1880 में अलेतजेंडर ग्राहम बेल ने
प्रकाश की ककरण का उपयोग एक टे लीफोन लसग्नल के रूप में करके लगभग 600 फीट की दरु ी तक
अपनी आवाज प्रेवषत की .। उन्होंने ऑक्प्टकल की फाइबर संचार की मल
ू बातें प्रदलशगत की।चाल्सग कुएन
काओ को उनकी फाइबर की खोज के ललए ऑक्प्टक संचार के वपता के रूप में जाना जाता है चाल्सग कुएन
काओ को फाइबर ऑक्प्टक संचार की खोज के ललए फाइबर ऑक्प्टक संचार के वपता के रूप में जाना
जाता है |1960 के दशक में कांच के कुछ भौततक गण
ु और उसमें पायी जाने वाली कुछ गन्दगी प्रकाश
को लम्बी दरु ी तक जाने से रोक दे ते हैं , । काओ के अग्रणी कायग से पहले, ग्लासफाइबर को व्यापक रूप
से अनप
ु यत
ु त माना जाता था तयोंकक अत्यचधक लसग्नल हातन के कारण सच
ू ना का डाटा का लोस्स हो
जाता था । काओ एहसास हुआ कक, कांच को ध्यान से शर्द्
ु करके,पतले रे शों के बंडलों का तनमागण ककया
जा सकता है जो बडी मात्रा में प्रकाश रुपी लसग्नल ले जाने में सिम होगा |दरू संचार के ललए तांबे के
तारों के मक
ु ाबले फाइबर ऑक्प्टक न्यन
ू तम संकेत िीणन के साथ लंबी दरू ी की जानकारी ले जाने में
सिम थे |बडी सफलता 1970 में लमली, जब एक कंपनी कॉतनिंग इनकॉपोरे टेड वैज्ञातनक रॉबटग
मौरर,डोनाल्ड केक, और पीटर शल्
ु त्स ने एक फाइबर बनाया क्जसमें प्रकाश की हातन कम से कम 20
दे सी बेल्ल प्रतत ककमी . को मापा|. यह अब तक का सबसे शर्द्
ु चगलास था। अप्रैल 1977 में ,
General Telephone and इलेतट्रॉतनतस ने फाइबर ऑक्प्टक प्रणाली के माध्यम से टे लीफोन
यातायात पर दतु नया का पहला लाइव परीिण ककया और उसे ववकलसत ककया।मई 1977 में जल्द ही
बेल ने उनका अनस
ु रण ककया,क्जसने लगभग 1.5 मील की दरू ी तय की|

हमारे जीवन में फाइबर ऑब्प्टक केबल का उपयोग :-

इंटरनेट :- फाइबर ऑक्प्टक केबल बहुत अचधक गतत से बडी मात्रा में डाटा ट्रांसफर करते हैं इसीललए इस
तकनीक को वाइडली इंटरनेट केबल में उपयोग ककया जाता है ,|

सजगरी और दं त चचककत्सा :- सजगरी और दं त चचककत्सा फाइबर ऑक्प्टक केबल वल्डगली मेडडलसन और


ररसचग िेत्र में उपयोग ककया जाता है । आक्प्टकल कम्यतु नकेशन non-intrusive सजगरी के तरीकों का एक
महत्वपण
ू ग दहस्सा है क्जसे एंडोस्कोपी के रूप में जाना जाता है ।

टे लीफोन :- दे श के भीतर या बाहर टे लीफोन से कॉल करना इतना आसान कभी नहीं रहा फाइबर
ऑक्प्टक कम्यतु नकेशन के उपयोग के साथ आप तेजी से जुड सकते हैं और दोनों तरफ ककसी भी इंटरनल
की बबना स्पष्ट बातचीत कर सकते हैं ।
प्रकाश और सजावट :- सजावट की रोशनी के िेत्र में फाइबर ऑक्प्टतस का उपयोग भी वषों में हुआ है ,
फाइबर ऑक्प्टकल केबल लाइटतनंग प्रोजेतट के ललए एक आसान इकोनॉलमकल और आकषगक समाधान
प्रदान करते हैं, वे व्यापक रूप से लाइटतनंग डेकोरे शन और किसमस ट्री, ददवाली में घरों में लाइट
डेकोरे शन में उपयोग ककए जाते हैं ।

लमललट्री और एयरोस्पेस एप्लीकेशन :- लमललट्री और एयरोस्पेस एप्लीकेशन में जहां उच्च स्तर डाटा
लसतयोररटी की आवश्यकता होती है , फाइबर ऑक्प्टक केबल इन िेत्रों में डाटा ट्रांसलमशन के ललए आदशग
समाधान प्रदान करते हैं और बात करते हैं

मोटर वाहन उद्योग :- वतगमान समय के ऑटोमोबाइल के प्रकाश और सरु िा सवु वधाओं में फाइबर
ऑक्प्टक केबल एक महत्वपण
ू ग भलू मका तनभाते हैं, वे वाइडली प्रकाश में उपयोग ककए जाते हैं वाहनों के
इंटीररयर, एतसटीररयर दोनों में यह कुछ उदाहरण है कक फाइबर ऑक्प्टक केबल का उपयोग ककस तरह
से दै तनक जीवन में ककया जा सकता है ।

Duties of optical fibre splicer

 केबल स्थापना, रखरखाव और मरम्मत कायग।


 सभी प्रकार के क्स्प्ललसंग और परीिण उपकरण का संचालन करना |
 क्स्प्ललसंग ररकॉडग, स्कीमैदटतस तैयार करें और डायग्राम बनाए रखें ।
 उद्योग के मानक अनस
ु ार काम करें । पररयोजना और सरु िा प्रकियाओं का पालन करें ।
 ग्राहक पररसर में रै ककं ग, केबललंग आदद के ललए क्जम्मेदारी संभालें |
 OTDR's, प्रकाश स्रोत और के साथ फाइबर परीिण करें ।
 टलमगनेट, क्स्प्लस, बॉन्ड्स/ग्राउं ड्स और टे स्ट फाइबर
 डडवीजन मानकों के अनस
ु ार करे ।

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