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सच
ू ना के आदान-प्रदान को संचार कहते हैं | संचार मख्
ु य तीन कारणों से ककया जाता है :-
संचार हमेशा दो ददशाओं में चलने वाली प्रकिया है | आइए अब संचार चि के बारे में कुछ जानते हैं|
प्रतिक्रिया (Feedback): यह ररसीवर द्वारा प्रततकिया है । यह संचार प्रकिया के पूरा होने के तनशान है ।
मीडिया (Media): यह माध्यम, मागग या मागग है क्जसके माध्यम से प्राप्तकताग को प्रेषक द्वारा एन्कोडेड संदेश
ददया जाता है । संचार, पत्र, रे डडयो, टे लीववजन, ई-मेल आदद के ललए मीडडया-फेस के ववलभन्न रूप हो सकते हैं। उदाहरण के
ललए; प्रबंधक प्रेजेंटेशन के माध्यम से एक मीदटंग में एक नए उत्पाद की शुरुआत के बारे में सचू चत करता है ।
एन्कोडििंग (Encoding): यह ववचार, सोच या संदेश के ककसी अन्य घटक को प्रतीकों, शब्दों, कायों, आरे ख आदद में
पररवततगत करने की प्रकिया है । उदाहरण के ललए; संदेश शब्दों और कायों में जड
ु ा हुआ है ।
डिकोडििंग (Decoding): इसका मतलब है ररसीवर द्वारा समझे जाने वाले भाषा में एन्कोडेड संदेश का अनुवाद करना।
मौखखक संचार शब्दों का उपयोग करके जानकारी साझा करना है | यह वह तरीका है जो ज्यादातर लोग
संचार की एक ववचध के रूप में उपयोग करते हैं | मौखखक संचार महत्वपूणग है तयोंकक यदद आप सही शब्दों
का प्रयोग नहीं करते हैं तो आप भ्रम या कन््यूजन पैदा कर सकते हैं|
यह बात करते समय समय बचाता है और यह ककसी से बात करने का अचधक ववश्वसनीय तरीका है ।एक बार भेजे
जाने के बाद प्रततकिया प्राप्त करना आसान है ।
प्रभावपण
ू ग : मौखखक संचार , सन्दे श प्राप्त करने वाले पर शीघ्र प्रभाव डालता है ववलशष्ट अवसरों पर प्रसन्नता , िोध
, आदर और घरना भावो इत्यादद से इसे और भी अचधक प्रभावपण
ू ग बनाया जा सकता है | आमने –सामने वायाग होने के
कारण इससे व्यक्ततगत संबध
ं ो में भी मधुरता आती है |
ववस्तत
ृ सन्दे श के ललए उपयत
ु त – यदद सन्दे श ववस्तत
ृ एंव जदटल है तथा उसे यद् रखना कदिन है तो ऐसी क्स्थतत
में ललखखत सन्दे श उपयत
ु त रहता है
(i) शारीररक भाषा ( Body Language) : यह सांकेततक संचार का महत्वपूणग माध्यम है | इसमें व्यक्तत
अपने शरीर की कियाओ द्वारा अपना सन्दे श अन्य व्यततयो को या समूह को पहुचता है इसमें आँखों को
घम
ु ाना , सर दहलाना , मस्
ु कुराना , ताली बजाना , हाथो को ऊपर तनचे करने , उं गली ददखाना इत्यादद को
शालमल ककया जाता है | किकेट मैच में छ: रन के इशारे के ललए empaire द्वारा दोनों हाथो को सर के ऊपर
उिाना शारीरक भाषा का ही उदाहरण है |
तनकटिा
अब यह तो हम समझ ही चुके हैं कक शब्दों, शारीररक भाव भंचगमाओं इत्यादद के माध्यम से हम लोग संचार
करते हैं। इनके अततररतत स्थान का प्रयोग करके भी हम लोग संचार कर सकते हैं। हम ववलभन्न लोगों और
वस्तुओं के साथ बात करते वतत अलग-अलग भौततक दरू रखते हैं। ररश्तो के आधार पर यह दरू ी तय होती है ।
संचार के दौरान प्रततभाचगयों की दरू ी के अध्ययन को 'प्रॉतसेलमतस' कहा जाता है ।
(ii) सिंकेि भाषा : (sign language): जब संचार प्रकिया में सन्दे श दे ने के ललए संप्रेषक व प्राप्तकताग कुछ
चचन्हों , संकेतो तथा प्रततको का प्रयोग करते है तो इसे संकेत भाषा कहते है इसमें दस
ु रे व्यततयो तक सन्दे श
पहुचने के ललए पोस्टर , चचत्र पें दटंग , रं गों आदद का प्रयोग ककया जाता है | संकेत भाषा में ऐसे तरीके का प्रयोग
ककया जाता है क्जनसे ककसी न ककसी प्रकार की सुचना प्राप्त होती है जैसे खतरे का चचन्ह िोसे लगाकर , आगे
जाने व ् मुडने का चचन्ह तीर बनाकर , गाडी रुकने का सन्दे श लाल बत्ती द्वारा ददया जाता है | संकेत भाषा में
रं गों का प्रयोग ककया जाता है जैसे हरा रं ग स्फूततग तथा वपल्का रं ग प्रसन्नता का प्रतीक है |
(iii) भाषा प्रतिरूप para Language ) : भाषा प्रततरूप के अंतगगत यह संकेत प्राप्त होता है की एक व्यक्तत
अपने शब्दों को ककस स्वर धवनी के साथ व्यतत करता है इसमें हम आवाज के उतर चढाव , व्यक्तत की गतत ,
अन्तराल या ववल्रम आदद का अध्यन करते है जैसे िोध में बोला गया वातय , कम आवाज में खा गया वातय
आदद | भाषा प्रततरूप से सन्दे श दे ने वाले की मानलसक क्स्थतत का पता आसानी से लगाया जा सकता है |
गैर मौखखक संवाद खुशी, िोध, उदासी, रुचच, क्जज्ञासा, चोट, झुंझलाहट, चचंता, शलमिंदगी, खुशी, आशा आदद
जैसे भावनाओं को ददखाने के ललए उपयोग ककया जाता है । लोग इन भावनाओं को ज्यादातर समय अनजाने
में ददखाते हैं। वे अपनी सहानुभूतत व्यतत करते हैं गैर मौखखक संवाद भी है .|
Punctuation (चचन्ह ववचार)
चचन्ह ववचार अंग्रेजी व्याकरण का वह महत्वपण
ू ग भाग है , क्जसके अंतगगत ववराम चचन्हों का
अध्ययन अंग्रेजी वातयों को पूणग या अथगवान बनाने के ककया जाता है , वह चचन्ह ववचार कहलाता
है .
ककसी व्यक्तत, स्थान, जानवर या वस्तु के नाम को संज्ञा या नाउन कहा जाता है .
क्जस शब्द को संज्ञा के बदले में प्रयोग ककया जाता है उसे सवगनाम कहा जाता है . और Substitute
of a noun is called Pronoun.
Verb एक शब्द है क्जसका प्रयोग कुछ कायग, भावना या अक्स्तत्व को व्यतत करने के ललए ककया
जाता है . यह हमें एक वातय में ववषय के बारे में कुछ बताता है .he Verb is a word used to
express some action, feeling or existance. It tells us something about the subject
in a sentence.
ववशेषण (Adjective) एक ऐसा शब्द है जो संज्ञा एवं सवगनाम का वणगन करता है |The word
which adds something to the meaning of a noun or a pronoun is called Adjective.
वह शब्द जो Noun, Pronoun या Verb से पहले आकर उसका सम्बन्ध वातय के अन्य शब्दों के
साथ जोडता है , उसे Preposition कहते है . जैसे; in, into, on, at, to, with, without, of,
among, between, under, over, below, near, after, before, for, up, since, from, by,
behind आदद.
वह शब्द जो दो शब्दों या वातयों को जोडता है , उसे Conjunction कहते है .
I have completed my Bachelor of Engineering मैंने कंप्यूटर साइंस ब्ांच से अपनी बैचलर ऑफ
(B.E) in Computer Science.
इंजीतनयररंग (बीई) पूरी की है ।
अपना पररचय िें : अपना इंट्रोडतशन दे ते वतत सबसे पहले शुरुआत आप एक हल्की सी मुस्कान के साथ
हाथ लमला कर अलभवादन करें और अपना पूरा नाम स्पष्ट रूप से बताए। इसके साथ ही अपने संक्षिप्त
पररचय के बारे में छोटा सा वववरण दें । इसके साथ ही जब भी आप ककसी को अपने बारे में संक्षिप्त में
बताएं तो एक सकारात्मक भाव के साथ, लसर उिाकर, शरीर को सीधा रखें , आपके हावभाव एक अनुभवी
व्यक्तत की तरह होना चादहए।
शैक्षिक योग्यिा: अपनी शुरूआती जानकारी बताने के बाद अब अपनी शैक्षिक योग्यता के बारे में बताएं
आपने जो अध्ययन ककया है मतलब अपने 10th, 12th और Graduation के बारे में । इसके साथ ही
अपनी उपलक्ब्धयों के बारे में भी जरुर बताएं, इस बात का ध्यान रखें कक आप अपनी जानकारी दे ते वतत
ईमानदार रहें और आत्मववश्वास के साथ सारी जानकारी दें ।
पेशव
े र अनुभव बिाएिं, यदि हो िो: अगर आप Fresher हैं तो आपकी शैक्षिक योग्यता ही उपयुतत है , पर
अगर आपको कायागनुभव है मतलब आपने पहले ककसी संस्था या कंपनी के साथ काम ककया है , तो ये
जानकारी सािात्कारकताग को जरुर बताएं कक आपको इस ववषय या इस फील्ड का इतने वषों का अनुभव
है । सािात्कारकताग आपकी इन बातो का ववशेष मूल्यांकन करता है ।
समय के अनस
ु ार अभभवािन के वाक् य - Greetings In
English According To Time
अंग्रेजी में प्रातः से 12 बजे तक Good Morning कहा जाता हैं तथा 12 बजे के बाद से सायं
पांच बजे तक Good Afternoon कहते हैं | शाम पांच से लेकर आधी रात तक आपको Good
Evening बोलना चाहहये | Good Day का प्रयोग ददन में दकसी भी समय दकया जा सकता हैं
| यदद आपको ददन के समय में दकसी से हिदा लेनी हो तो Good Bye या Bye-Bye कह
सकते हैं | अलहिदा के हलये Farwell का भी प्रयोग दकया जाता है | रात को हिदा लेते समय
Sweet Dreams/Good Night का भी प्रयोग दकया जाता है |
अंग्रेजी भाषा में दकसी को पुकारना हो या सम्बोहधत
करना हो तो Hello का प्रयोग करते है | उससे पूछने के हलये की आपका क्या हाल है, How do
you do या How are you का प्रयोग करना चाहहये | यदद कोई आपका हाल पूछने के हलये
आपको How do you do कहे तो आप भी उसके जिाब में How are you या How do you
do ही कहेंगे |
कभी कभी एप बारे में बात करने की जगह आपको अपने ववषय में एक फॉमग भरना पडता है |कभी ये
आपको वप्रंट करना पडता है या कभी ये पहले से वप्रंटेड कागज पे होता है क्जसमें के खाने बने होते हैं इसमें
आप अपनी जानकारी ररतत स्थान में ललखकर फॉमग भर सकते हैं हालांकक प्रत्येक फॉमग एक दस
ू रे से लभन्न
होते हैं लेककन कुछ जानकाररयां दहना में सामान्य होती है सभी फॉमग को भरने से पहले आपको उसे िीक से
पढ़ना चादहए आपकी अिर साफ होने चादहए उचचत दरू ी पर शब्दों को ललखना चादहए नीचे आपको कुछ
सामान्य जानकारी जो कक लगभग सभी फॉमग में होती है उनके बारे में बताया जा रहा है |
Online Form Apply करते समय आपको कुछ जरुरी Documents की आवश्यकता होगी. फॉमग भरते समय
तनम्जनललखखत जरुरत पडने वाली documents अपने पास रखें जैसे कक:-
Photo
ID Proof (Aadhar, Pan, Ration card)
Email
Mobile Number
Other important documents
तनवास प्रमाण पत्र
आय प्रमाण पत्र
freedom fighter certificate
ववकलांगता प्रमाण पत्र
वैसे प्रमाण पत्र क्जससे की राज्य या भारत सरकार के द्वारा आरिण का ववशेष लाभ
ददया जाता हो।
SMART का मतलब है :
S –Specific (स्पष्ट)
M -Measurable (क्जसे मापा जा सके)
A-Achievable (पण
ू ग करने योग्य)
R– Realistic ( वास्तववक)
T– Time-bound ( समय में बंधा हुआ)
एक SMART goal में ऊपर बतायी गयी सभी qualities होनी चादहयें .
2) Measurable : आपका goal ऐसा होना चादहए क्जसे ककसी पैमाने पर मापा जा सके . यातन उस goal के
साथ कोई संख्या कोई number जुडा होना चादहए . For example, यदद कोई कहता है की उसका लक्ष्य
weight कम करना है तो सवाल उिता है की ककतना कम करना है . Goal के साथ जब numbers जड
ु जाते हैं
तो आप अपनी progress को measure कर सकते हैं . और ये जान सकते हैं की आपने अपना लक्ष्य सही
तरह से achieve ककया की नहीं . इसललए एक अच्छा goal हमेशा measurable होता है . लक्ष्य को मापने से
आपको ये भी पता लगता है की आप एप लक्ष्य से ककतनी दरू हैं या आपकी मेहनत ककस ददशा में है या ककतनी सफल
हुई है |
3) Achievable: यदद आप कोई ऐसा goal बनाएँगे जो अन्दर से आपको ऐसी feeling दे कक ये तो
impossible है तो ऐसे goal को सेट करने का कोई अथग नहीं है . GOAL लसफग लसंपल और नापने योग्य होने से ही
परू े नहीं ककये जा सकते | आपके लक्ष्य को प्राप्त करने योग्य बनाना बहुत जरुरी है |
4) Realistic: आपका goal आपके ललए realistic होना चादहए . |रीयललक्स्टक मतलब आपका लक्ष्य वास्तववक
होना चादहए यह काल्पतनक नहीं होना चादहए | उदाहरण के ललए आपके द्वारा सेट ककये गए लक्ष्य के ललए उचचत
समय होना चादहए |
5) Time-Bound : Goals के साथ अगर आप समय सीमा नहीं तनधागररत करें गे तो आपको उसे achieve
करने की urgency नहीं महसस
ू होगी और आप उसे परू ा करने के ललए सही प्रयत्न नहीं कर पायेंगे .
इसीललए goal decide करते वक़्त ये तनश्चय करना कक इसे कब तक achieve करना है बहुत ही आवश्यक है
.|
Example :-
मझ
ु े अच्छे number लाने हैं .
मझ
ु े Maths में अच्छे number लाने हैं .
मझ
ु े annual exam में Maths में अच्छे number लाने हैं.
मझ
ु े annual exam में Maths में कम से कम 80 number लाने हैं.
मझ
ु े annual exam में Maths में 100 number लाने हैं.
इन goals में से एक ही ऐसा है क्जसे SMART कहा जा सकता है . तया आप बता सकते हैं वो कौन सा है ?
ग्रलू मंग आपके तैयार होने की प्रकिया का नाम है | ग्रलू मंग के दवारा हम कोलशश करते हैं की की हम खुद को साफ
सथ
ु रा और स्माटग प्रस्तत
ु कर सके | आपके अच्छे से ग्रलू मंग करने से आपके सोशल सककगल में ये सन्दे श जाता है की
ं ट हैं |
आप स्माटग एंड कॉकफडें
TEAM WORK /टीम में काम करना |
टीम वकग एक तरह से ककसी गोल को पाने का सबसे कामकगर तरीका है इसके अलावा कुशल तरीके से
ककसी कायग को परू ा करने के ललए एक समह
ू का सहयोगी प्रयास है । टीम वकग ककसी भी तरीके में मौजद
ू है
जहां एक समह
ू के लोग एक समान लक्ष्य को प्राप्त करने के ललए लमलकर काम कर रहे हैं उसे ही हम
टीम वकग कहते है ।
रचनात्मकिा बढािा है
एक समय में समानता आने पर अतसर लोगों को अचधक रचनात्मक और मुखर दे खा जाता है । यदद
ककसी टीम के कमगचारी एक-दस
ू रे से जुडे होते हैं और उनमें आपसी समझ होती है , तो वे अस्वीकृतत के डर
के बबना अपने ववचारों और ववचारों को आत्मववश्वास से साझा करें गे।
टीमवकक बूस्ट कॉब्न्फिेंस
जब आप ऐसे लोगों के समूह के साथ काम कर रहे होते हैं, जो आपकी ताकत के आधार के रूप में खडे
होते हैं और आपका समथगन करते हैं, तो आपकी टीम जल्द ही आपका पररवार बन जाएगी। टीम वकग का
एक सबसे बडा फायदा यह है कक इससे कमगचाररयों में आत्मववश्वास पैदा होता है ।
सीिने को बढावा िे िा है
एक टीम में काम करते हुए, आप ववलभन्न प्रकार के कौशल और प्रततभा वाले लोगों का सामना कर सकते
हैं। अवसर से सवगश्रेष्ि बनाते हुए, आप एक साथ काम करते हुए कुछ नया सीख सकते हैं। टीमवकग हमेशा
संसाधन तनमागण की ओर जाता है तयोंकक लोग आगामी चन
ु ौततयों को बेहतर तरीके से संभालना सीखते
हैं।
स्व-प्रबंधन, या स्व-प्रबंधन, स्वयं का व्यक्ततगत प्रबंधन है । यह एक ऐसा कौशल है क्जसके द्वारा एक व्यक्तत खद
ु
को प्रबंचधत करता है और दै तनक कायों ; अपने तनजी जीवन और दस
ू रों के बीच सफलतापव
ू क
ग ताल मेल बैिता है
करता है । यदद हम खुद को बेहतर तरीके से प्रबंचधत कर सकते हैं, तो यह हमारे वकग लाइफ में भी बदलाव लाएगा
और हम अपने कायग स्थल पर भी बेहतर काम कर पाएंगे। स्व-प्रबंधन कौशल हमारे दै तनक जीवन में बहुत महत्वपण
ू ग
है । यह आपके जीवन में बहुत बडा बदलाव ला सकता है । स्व-प्रबंधन कौशल के पररणाम या सकारात्मक पररणामों
के बारे में कुछ तथ्य यहां ददए गए हैं:-
SWOT Analysis तया है ?
अपने आत्मववश्वास को पहचानना आपके कैररयर को सही ददशा दे ता है । SWOT,\ टूल की सहायता से आप अपनी
िमता, कमजोरी अवसर तथा चुनौततयों का पता लगा सकते हैं। यह न लसफग एक व्यक्तत ववशेष के ललए बक्ल्क
आपकी बबजनेस या आपके संस्थान के के ललए भी काफी महत्वपण
ू ग होता है ।
स्वॉट 4 शब्दों का संक्षिप्त रूप है । Summarize करने के ललए SWOT का मतलब है ( SWOT
stands for ) –
S – Strength ( ताकत )
W – Weakness ( कमजोरी )
O – Opportunities ( अवसर )
T – Threat. ( खतरा या चुनौततयां )
ताकत (Strengths)
यह उन अडवांटागेस या आवप ताकत के बारे में बताता है जो आपके पास हैं और आपको आपके लक्ष्य तक
पहुँचने में मदतगार होते हैं । ये competitive लाभ हैं जो आपको अन्य लोगो के साथ प्रततस्पधाग में बढ़त
हालसल करने में मदद करते हैं| ये वह कौशल और िेत्र होते हैं क्जनमें आप आगे हैं। आप इस िेत्र में
अच्छे और आत्मववश्वास से भरे होते हैं। आप अपने आप को इस प्रकार के प्रश्न पूतछए ताकक
आपको पता चले-
कमजोररयों (Weakness)
यह आपकी वेबसाइट की ववशेषताओं को संदलभगत करता है जो आपकी प्रगतत को धीमा
कर दे ता है या आपको अपने उद्देश्यों और लक्ष्यों को प्राप्त करने से रोकता है । यह वह
Skill है क्जस पर आप कॉक्न्फडेंट नहीं होते हैं। इसे पूरा करने में आप ज्यादा समय लेते
हैं। अपनी कमजोरी को पहचानने के ललए अपने आप से यह सवाल पूछें-
वह कौन से काम है क्जसे आप Past में सही से पूरा नहीं कर पाए हैं?
अवसर (Opportunities)
Networking skills
प्रेरणा/ Motivation
‘ककसी कायग को आरम्भ करने, जारी रखने और तनयलमत बनाने की प्रकिया को प्रेरणा कहते है ।‘‘
प्रेरणा वह बल है जो लोगों को ककसी भी तरह की गततववचध करने या प्रस्ताववत सभी पररयोजनाओं को शरू
ु करने और
बनाए रखने के ललए प्रेररत करती है । सेल्फ मोटीवेशन में ऐसी ताकत है जो आपको इच्छाओं को परू ा करने की ऊजाग
दे ती रहती है , ककसी को कहने की जरूरत नहीं पडती है । सेल्फ मोदटवेशन की वजह से इंसान ददलो – जान से अपने
सपनों को परू ा करने में लगा रहता है ।
प्रेरणा के प्रकार
बाहरी प्रेरणा (External Motivation):-बाह्य प्रेरणा एक भावना है जो स्वयं के बाहर से उत्पन्न होती है ।ट्राकफयां,
पदक, धन, प्रोत्साहन, भत्ते और बोनस कुछ परु स्कार हैं जो लोगों के ललए महत्वपण
ू ग प्रेरक हैं। ये चीजें लोगों को उस
काम में बेहतर करने के ललए प्रेररत करती हैं जो उन्हें सौंपा जाता है । बाहरी प्रेरणा को काम पर कहा जाता है जब कोई
व्यक्तत अपनी कडी मेहनत के ललए परु स्कार प्राप्त करने की उम्मीद करता है ।
MS Word क्या है
MS Word का पूरा नाम Microsoft Word है और इसे आमतौर पर दस
ू रे शब्द में लसफग Word भी कहा जाता
है . यह एक वडग प्रोसेलसंग एप्लीकेशन है. इस प्रोग्राम का प्रयोग नया डॉतयूमेंट create करने, पुराना
डॉतयम
ू ें ट को edit, format और print करने के ललए ककया जाता है .
Storage of text
हम वडग प्रोसेसर की हे ल्प से अपने ललखे गए डातयूमेंट्स की बहुत सारी copies बना कर के रख सकते हैं.
और कभी जरुरत पडे की इस में थोडा बदलाव करना है तो इसकी एक कॉपी बना कर उसमे जरुरत के टे तस्ट
को बदल के अलग फाइल बना कर रख सकते हैं.
Quality
माइिोसॉ्ट वडग में हमे error-free documents लमलता है . इसमें inbuilt grammar checker tool होता है
जो हमारे डॉतयूमेंट में ककसी भी spelling और grammar mistake को पकड के सही भी कर दे ता है .
Time Saver
हम लसफग एक डातयूमेंट्स की अनलललमटे ड कॉपी बना सकते हैं बबना retyping ककये हुए. इस तरह ये हमारा
बहुत सारा वक़्त बचता है .
Securities
कभी कभी हम कोई पसगनल डॉतयूमेंट बनाते है या कफर ऐसा डॉतयूमेंट क्जसे हम चाहते हैं की कोई दस
ू रा न
पढ़ सके. तो इसके ललए हम उसे पासवडग से लॉक भी कर सकते हैं.
इस प्रोग्राम की मदद से ककसी भी तरह का डॉतयूमेंट बहुत ही कम समय में ककसी भी भाषा में तैयार कर
सकते हैं.
layout
फाइल एडडदटंग करने के ललए के ललए हमे ये जानना जरुरी है की MS वडग में कौन सा ऑप्शन कहाँ होता है .
इसके ललए layout को समझना होगा.
Title bar
MS Word एप्लीकेशन के सबसे ऊपरी पाटग जो हमे ददखाई दे ता है वही टाइटल बार होता है . यहाँ पर हम
क्जस फाइल में काम कर रहे होते हैं उसका नाम ददखाई दे ता है .
लेककन जब फाइल पर पहली बार काम कर रहे हैं तो ये default नाम के रूप में ‘Document 1’ शो करता है .
जब हम फाइल को store करते हैं तो उस वक़्त अपनी मज़ी से उसका नाम ललखते हैं.अब हम जब कभी उस
फाइल को खोलेंगे तो हमारा रखा हुआ नाम इसी टाइटल बार में ददखायेगा.
Close Button
टाइटल बार के दादहने साइड में 3 छोटे साइज के बटन होते हैं. इसमें जो पहला बटन होता है उसे Minimize
दस
ू रे बटन को maximize और तीसरे बटन को Close बटन बोलते हैं.
Minimize Button
इस बटन से हम प्रोग्राम को बंद ककये बबना उसे टास्क बार में रख कर ककसी और ववंडो में जा सकते हैं. इससे
हमे MS Word में काम करने के साथ साथ दस
ू रे प्रोग्राम को भी चलाने में मदद लमलती है .
Maximize Button
इस बटन की मदद से हम ववंडो साइज को छोटा कर के अपने मन मुताबबक साइज एडजस्ट कर के प्रयोग
कर सकते हैं. कफर जब मन करे उसे ररस्टोर कर के फुल स्िीन साइज भी कर सकते हैं.
Close button
लास्ट बटन िॉस माकग के साथ रे ड कलर में होता है उसे क्तलक करने पर MS Word एप्लीकेशन पूरा बंद हो
जाता है .
Office button
ये इस एप्लीकेशन का एक मुख्य बटन है जो मेनू बार में होता है . इस में फाइल किएट करने के ललए कुछ
useful ऑप्शन ददए जाते हैं.
ये टूल बार टाइटल बार में होता है . इस में ऐसे टूल्स होते हैं क्जसकी हमे सबसे ज्यादा और बार बार जरुरत
पडती है .
यहाँ हम अपनी मज़ी से भी क्जस ऑप्शन को अचधक बार इस्तेमाल करते हैं यहाँ जोड सकते हैं. इस टूलबार
की मदद से हम अपना काफी वक़्त बचा सकते हैं.
Menu bar
मेनू बार टाइटल बार के थोडा तनचे होते है . इसे अभी के टाइम में tab bar भी बोला जाता है . इस के अंदर
बहुत से tabs होते हैं और हर एक तब का अपना एक ribbon होता है .
ये इस प्रोग्राम का ऐसा पाटग है क्जसमे बहुत सारे ऑप्शन ददए जाते हैं. इसके अंदर ढे र सारे उपयोगी फीचसग
होते हैं क्जससे फाइल में काम कर सकते हैं.
Ribbon
Menu bar के तनचे वाले भाग को Ribbon बोलते हैं. इसमें ककसी टास्क के ललए कमांड्स को ब्ाउज करने के
ललए tab ददए हुए होते हैं.
इसके बाद ये tab जो होते हैं वो इसे ग्रुप में डडवाइड कर दे ते हैं. क्जस भी तब पर हम क्तलक करते हैं उसके
सारे ऑप्शन enable हो जाते हैं.
मेनू क्या है ?
एमएस वडग में कौन से फंतशन कहाँ लमलेंगे इसे मेनू बार के द्वारा कैटे गराईज ककया गया है ।जैसे अगर
आपको फाइल से सम्बक्न्धत सारे आप्शन दे खने हैं तो आप फाइल मेनू में जायेंगे वैसे ही अगर डॉतयम
ू ें ट
में कुछ नया डालना हो तो इन्सटग मेनू में जाना पडेगा।
फाइल मेनू
इसका उपयोग नये फाइल बनाने, पुराने फाइल खोलने या फाइलों को खोल कर अपडेट करने, सुरक्षित
करने इत्यादद के ललए ककया जाता है ।ककसी नये फाइल को खोलने के ललए New पर तलीक करते हैं वही
पहले से उपक्स्थत फाइल को खोलने के ललए Open पर तलीक ककया जाता है ।फाइल को अपने लसस्टम में
सुरक्षित करने के ललए Save का प्रयोग करते हैं वही फाइल को मनचाहे नाम और लोकेशन पर सुरक्षित
करने के ललए Save as पर तलीक करते हैं।
View Menu
Insert Menu
इस मेन्यु की सहायता से डॉतयूमेंट में ववलभन्न प्रकार के आब्जेतट को जोडा जाता है । इसमें कुल
पंद्रह ऑप्शन होते है ।
Insert Page Number:- इस ऑप्शन से डॉतयूमेंट में पेज नंबर को जोडा जा सकता है ।
Picture:- इससे हम डॉतयूमेंट में Picture, word art, auto shapes, chart आदद को डॉतयूमेंट
में आसानी से Insert करा सकते है । इसी कायग को Drawing Tool bar से भी कर सकते है ।
Format Menu
इस मेन्यु की सहायता से डॉतयूमेंट की formatting की जा सकती है । इसमें सौलह ऑप्शन होते
है । इसकी Shortcut Key की Alt+O है ।
Font :- इस ऑप्शन के डायलॉग बॉतस में तीन टे ब होते है । क्जसकी सहायता से डॉतयूमेंट की
Formatting की जा सकती है ।
Tool Menu
इस मेन्यु में एमएस वडग के टूल होते है । क्जसकी सहायता से एक अच्छे डॉतयूमेंट का तनमाणग
ककया जा सकता है । इसकी Shortcut key Alt+T होती है ।
MS Word को ओपन करने के ललए आपको सबसे पहले Taskbar के ले्ट साइड में ददख रहे Start
बटन को दबाएं।
उसके बाद Start मेनू खल
ु ेगा उसमे तनचे की तरफ एक Search बॉतस होता है बस आपको इसी
सचग बॉतस में word टाइप करना है ।
अब यह आपके start मेनू में सचग होकर सबसे ऊपर ददखाई दगा क्जसे आपको क्तलक करके ओपन
करना है ।
अब आपके कंप्यूटर में MS word ओपन हो चक
ू ा है
MS word में फाइल सेव करने के ललए आपको File मेनू या office बटन पर क्तलक करना है ।
क्तलक करने के बाद आपको कई सारे option ददखाई दें गे क्जनमे से एक होगा 'Save ' आपको
इसपर क्तलक करना होगा।
CTRL + A
CTRL और A को एक साथ दबाने से आप screen पर ललखे हुए सारे text को सेलेतट कर सकते है ।
CTRL + C
Text को सेलेतट करके ctrl और c एक साथ दबाने से लसलेतटे ड text क्तलपबोडग पर कॉपी हो जाता
है क्जसे आप ककसी और document या उसी document में paste कर सकते है ।
CTRL + X
Text को सेलेतट करके ctrl और x दबाने से selected text document से cut होकर क्तलपबोडग पर
चला जाता है । क्जसे ककसी और document पर paste कर सकते है ।
CTRL + V
CTRL + S
ctrl और s को एक साथ दबाने से document को एडडट करते समय ही सेव ककया जा सकता है ।
CTRL + Home
CTRL + End
ctrl और end बटन दबाकर हम कसगर को document में सबसे तनचे ला सकते है ।
टे तस्ट का फॉण्ट तथा आकार बदलना (Changing Font and Size of a Text) :
आप ककसी चन
ु े हुए टे तस्ट का फॉण्ट (रूप) तथा आकार भी बटन सकते है । इसके ललए सबसे पहले उस
टे तस्ट को चन
ु लीक्जए, फॉण्ट बदलने के ललए फॉमेदटंग टूल बार में फॉण्ट की ड्राप-डाउन ललस्ट बॉतस के
तीर के बटन को क्तलक कीक्जए, क्जससे फॉण्ट की ललस्ट खल
ु जाएगी।
इसी तरह ककसी टे तस्ट के अिरों का आकार बल्ने के ललए फॉमेदटंग टूल बार में आकर (Size) की ड्राप-
डाउन ललस्ट बॉतस में या तो आकार बताने वाली संख्या सीधे टाइप कीक्जए या उस ललस्ट को खोलकर
उससे से आकार चन
ु लीक्जए। इस ललस्ट में केवल प्रमुख आकार ही ददखाए जाते है । वैसे आप इससे कोई
भी आकार जो आपके कागज़ पर छापा जा सकता हो, इससे सेट कर सकते है ।
Font – यदद आप Font Style Change करना चाहते हैं तो इस Option का Use कर सकते हैं. जैसे
यदद आप ककसी दस
ू री Language में Text ललखना चाहते हैं तो आप यहाँ से Font Change कर सकते
हैं. इसके ललये बस आपको Font पर Click करना है जो कक Diagram में Point 1 पर Show ककया गया
है . इसका Shortcut Key CTRL + Shift + f को भी Use में ले सकते हैं.
Font Size – Text Size से द्वारा आप अपने Text या Document के Size को छोटा या बडा कर
सकते हो. इसका Shortcut Key CTRL + Shift + P होता है .
Bold – इसके द्वारा आप Select ककये Text या document को Bold (गहरा) कर सकते हैं. इसकी
Shortcut Key CTRL + B है .
Italic – इसके द्वारा आप Select ककये गये Text या Document को Italiac (ततरछा) कर सकते हैं.
इसकी Shortcut Key CTRL + I है .
UNDERLINE – इसके द्वारा आप Select ककये गये Text या Document पर Underline लगा सकते
हैं. इसकी Shortcut Key CTRL + U है .
अगर सामान्य अंग्रेजी की बात करें तो फाइंड का सीधा मतलब होता है खोजना या ढूढ़ना। एमएस वडग में
भी इस आप्शन का प्रयोग ककसी शब्द या खास टे तस्ट को ढूढ़ने के ललए ही करते हैं।फाइंड का प्रयोग कर के
आप उस शब्द को ढूढ़ तो लेते हैं लेककन मान लीक्जये अब अगर आपको उस शब्द की जगह ककसी और
शब्द को डालना है |इसके ललए ररप्लेस आप्शन का प्रयोग करते हैं जो आसानी से आपने वडग फाइल में ककसी
भी खोजे गये शब्द की जगह ककसी दस
ू रे शब्द को डालने की सुववधा दे ता है ।
होम टै ब के अंदर जाएँ और Find कमांड पर तलीक करें ।या कफर आप शॉटग कट में Ctrl+F दबाकर भी इस
कमांड में जा सकते हैं।
सबसे पहले आपको अपने द्वारा ललखे गए टे तस्ट को सेलेतट करना है इसके बाद
आपको Review Tab के Spelling And Grammar ववकल्प में क्तलक करना है |जो
गलततया होती है वो लाल कलर से प्रदलशगत होती है नीचे दस
ू रा बॉतस suggestions का
होता है क्जसमे गलत शब्द से सम्बंचधत सही शब्द होता है आपको इनमे से सही शब्द सेलेतट
करना है और change में क्तलक करना है और यदद एक से अचधक बार आपने वही शब्द
ललखा है तो आपको change all में क्तलक करना है|आप जैसे ही क्तलक करते है आपके
द्वारा ललखे गए गलत शब्द के स्थान में सही शब्द ललख जाता है यदद आपको शब्द चें ज नहीं
करना है तो आपको Ignore Once में क्तलक करना है और यदद यदद आपको सभी शब्द को
इग्नोर करना है तो आपको Ignore All में क्तलक करना है
MS Wordकी मेनू बार पर ददए गए Insert मेन्यू पर क्तलक करने पर प्रदलशगत होने वाले पल
ु डाउन मेन्यू में से Bullets
and Numbering ऑप्शन का प्रयोग paragraph के पहले बल
ु ेट अथवा नम्बसग का तनधागरण करने के ललए ककया जाता
है ।
1) bullets-बल
ु ेट्स का प्रयोगdocumentके ककसी टै तस्ट को बबन्दव
ु ार प्रदलशगत करते हुए ववशेष
रूप से हाईलाइट करने के ललए ककया जाता है ।
ककसी डॉतयम
ू ें ट के ककसी भाग में एक टे बल सक्म्मललत की जा सकती है या एक अलग दस्तावेज़ के रूप में बनाई जा
सकती है ।
डॉतयम
ू ें ट में उस िेत्र पर क्तलक कीक्जये जाएं जहां टे बल इन्सटग की जानी है ।
उसके बाद इन्सटग टै ब पर क्तलक करें ।
टे बल समह
ू में , टे बल बटन पर क्तलक करें ।
टे बल बनाने के ललए ववकल्पों की सच
ू ी प्रदलशगत की जाएगी।
चग्रड िेत्र में , रौ और कॉलम की संख्या के चयन तक माउस पॉइंटर को चग्रड पर घम
ु ाएँ।
क्जन रो और कॉलम को हाइलाइट ककया जा रहा है , वे नारं गी रं ग में ददखाई दें गे।
अब क्तलक करने के बाद डॉतयम
ू ें ट में टे बल इन्सटग हो जाएगी।
Table
Table group के अन्दर table के properties से related option लमलते हैं जैसे की table के
ककसी particular cell को select करना, table के grid-line को show और hide करना
इत्यादद|
Select: इस option का इस्तेमाल table के ककसी particular row, column, cell या पूरे table
को select करने के ललए होता है |
इस ग्रप
ु के अन्दर rows और columns से related option available होते हैं जैसे की row को
delete करना, column को डडलीट करना, row & column add करना इत्यादद|
Delete: इस option का इस्तेमाल cell, rows, columns और पर
ू े table को डडलीट करने के
ललए होता है |
Insert above: इस option का इस्तेमाल table में selected row के ऊपर directly row
insert करने के ललए होता है |
Insert Below: इस option का इस्तेमाल table में selected row के तनचे directly row
insert करने के ललए होता है |
Insert Left: इस option का इस्तेमाल table में selected column के left side में column
insert करने के ललए होता है |
Insert Right: इस option का इस्तेमाल table में selected column के right side में
column insert करने के ललए होता है |
Merge
Merge Cells: इस option का इस्तेमाल selected cells को merge करने के ललए ककया जाता
है |
Split Cells: इस option का इस्तेमाल cells को अलग अलग parts में बाँटने के ललए ककया
जाता है |
Split Table: इस option का इस्तेमाल table को दो भागो में ववभाक्जत करने के ललए ककया
जाता है |
2. यहा से हम Header and Footer Text Format को choose करते है की हमे Text Format को Left,
Center अर्वा Right side मे सेट करना है आदद बहुत से Format इसमे ददये है जजसे भी आप
लगाना चाहते है उस Format को Select करे तर्ा अपना Text Insert करे तर्ा Insert करने के
पश्चात Close Header and Footer option पर जललक करे और आपका Text Document के
सभी Pages के Header मे Insert हो जाएगा।
एक बार Document मे Header and Footer Insert होने के बाद इसी Header and Footer option मे
नीचे की ओर ददये गए Remove Header and Footer पर click करते ही Header and
Footer Document के सभी Pages से Remove अर्ाात हट जाता है ।
एक बार Document मे Header and Footer Insert होने के बाद इसी Header and Footer option मे
नीचे की ओर ददये गए Remove Header and Footer पर click करते ही Header and
Footer Document के सभी Pages से Remove अर्ाात हट जाता है ।
Ms Word में पेज नंबर कैसे जोडे Add Page Number In Ms Word
MS word में पेज नंबर जोडने के ललए आपको कुछ आसान से स्टे पो को फॉलो करना होगा
1. सबसे पहले आपको ms word ओपन करना है इसके बाद आपको Insert के ऑप्शन में
क्तलक करना है
3. इसके बाद आपको Header & Footer के ऑप्शन के अंतगगत पेज नंबर वाले ववकल्प में
क्तलक करना है
. आज जैसे ही क्तलक करते है आपके सामने बहुत से ववकल्प प्रदलशगत होते है जैसे –
Top of page
Bottom of page
Page margins
Current position
Format page numbers
Top of page –
इस ववकल्प का उपयोग पेज के सबसे ऊपरी भाग में पेज नंबर ललखने के ललए ककया जाता है
Bottom of page –
इस ववकल्प का उपयोग पेज के सबसे तनचले भाग में पेज नंबर ललखने के ललए ककया जाता है
Page margins –
इस ववकल्प का उपयोग पेज के ऊपरी भाग में ले्ट , राइट में पेज नंबर ललखने के ललए और
तनचले भाग में वटीकल रूप में ले्ट , राइट में पेज नंबर ललखने के ककया जाता है ककया
जाता है
Current position –
इस ववकल्प का उपयोग पेज के करं ट भाग जहाँ पर आपका कसगर है वहां पर पेज नंबर ललखने
के ललए ककया जाता है
इस ववकल्प का उपयोग पेज नंबर को फॉमेट करने के ललए ककया जाता है फॉमेट ववकल्प में
क्तलक करना है
Remove page number – इस ववकल्प का उपयोग पेज नंबर को हटाने के ललए ककया
जाता है यदद आप अपने डॉतयम
ू ें ट से पेज नंबर हटाना चाहते है तो आपको इस ववकल्प में
क्तलक करना है
ट्रै क चें ज माइिोसॉ्ट वडग में एक टूल है जो उपयोगकतागओं को स्पष्ट रूप से यह दे खने की अनुमतत दे ता है
कक तया बदलाव ककए गए थे और उन्हें एक दस्तावेज़ में ककसने बनाया था। इसके अलावा, जब आपको
कोई ऐसा दस्तावेज़ लमलता है क्जसे दस
ू रों द्वारा संशोचधत ककया गया था, तो आपके पास दस्तावेज़ में
ककए गए ककसी भी पररवतगन को reject या accept करने की शक्तत है । यह उपकरण हमारे कायागलय
जीवन में बहुत सहायक है तयोंकक यह हमारी कायग िमता में सध
ु ार करता है ।
ध्यान दें
"आपके पास माकगअप और समीिात्मक फलक ददखाने का दस
ू रा ववकल्प है ।
1) माकगअप ददखाएं: review पर जाएं> माककअप दििाएिं । ड्रॉप-डाउन सूची में माकगअप को चालू या बंद
करने के ववकल्प होते हैं।
2) ररव्यू पेन: ररव्यू पर जाएं> ररव्यूब्ंंिंग पेन । आप समीिात्मक फलक ददखाने के ललए एक प्रकार का
ववकल्प चन
ु सकते हैं। ”
2. समीिा के ललए प्रदलशगत करें
अपने दस्तावेज़ में पररवतगनों की समीिा करने के ललए, समीिा > प्रिशकन के भलए समीिा पर जाएाँ ।
1) Simple Markup:: संशोचधत पाि ददखाएं, लेककन जब आप ककसी दस्तावेज़ की सामग्री को हटाते हैं,
सक्म्मललत करते हैं, और प्रारूवपत करते हैं, तो आपको बाईं ओर एक लाल ऊध्वागधर पट्टी लमलेगी। यदद
आप इसे क्तलक करते हैं, तो सरल माकगअप ऑल माकगअप में बदल जाएगा। और जब आप एक दटप्पणी
जोडते हैं, तो दाईं ओर एक दटप्पणी चचह्न ददखाई दे गा।
1) Turn on: समीिा पर जाएं और ट्रै क पररविकन आइकन पर क्तलक करें । या ड्रॉप-डाउन सच
ू ी से ट्रै क
पररविकन का चयन करें । एक बार ट्रै क पररवतगन चालू होने के बाद, आप दस्तावेज़ को संपाददत करना शरू
ु
कर सकते हैं।
2) Turn Off: अपने दस्तावेज़ को संपाददत करने के बाद, कफर से ट्रै क पररविकन पर क्तलक करें । जब इसे
बंद कर ददया जाता है , तो Word पररवतगनों को चचक्ह्नत करना बंद कर दे ता है ।
ट्रै क पररवतगन को चालू करना आपके ललए आपके द्वारा ककए गए पररवतगनों को स्थान दे ना आसान बनाता
है । यदद आप दस्तावेज़ में कोई पररवतगन करते हैं, जैसे कक ववलोपन, प्रववक्ष्ट और स्वरूपण, तो वे ररकॉडग
ककए जाएंगे। सबसे पहले, यह सुतनक्श्चत करें कक आप भसिंपल माककअप को ऑल माककअप में बदल दें ताकक
आपके द्वारा ककए गए सभी बदलावों को दे खा जा सके।
1) DELETIONS : यदद आपको लगता है कक कुछ सामग्री बेकार हैं, तो उन्हें हटा दें । पहले ट्रै क पररवतगन
चालू करें , सामग्री चन
ु ें और कफर उन्हें हटा दें । आप दे खेंगे कक ववलोपन एक स्ट्राइकथ्रू के साथ चचक्ह्नत हैं।
2) INSERTIONS : यदद आपको लगता है कक कुछ सामग्री छूट गई है , तो ट्रै क पररवतगन को चालू करने
के बाद उन्हें दस्तावेज़ में जोडें। आप दे खेंगे कक सक्म्मलन को एक रे खांकन के साथ चचक्ह्नत ककया गया है ।
4) COMMENTS : वह स्थान चन
ु ें जहाँ आप दटप्पणी छोडना चाहते हैं। समीिा पर जाएं
और COMMENTS पर क्तलक करें । आप उस लेखक को दे ख सकते हैं क्जसने दस्तावेज़ के दादहने दहस्से
में एक दटप्पणी, ततचथ और दटप्पणी सामग्री छोड दी है ।
भाग 5 - समीिा करिे समय ट्रै क पररविकन को कैसे अस्वीकार या स्वीकार करें ?
जब आपने अपने दस्तावेज़ का संपादन पूरा कर ललया है और आपको अपने द्वारा ककए गए पररवतगनों की
समीिा करने की आवश्यकता है, या जब आपको एक संपाददत दस्तावेज़ प्राप्त होता है और आपको दस
ू रों
द्वारा ककए गए पररवतगनों की जाँच करने की आवश्यकता होती है , तो आप हर पररवतगन को स्वीकार या
अस्वीकार कर सकते हैं। यदद आप पररवतगनों से सहमत हैं, तो उन्हें स्वीकार करें । यदद आप मूल सामग्री
रखना चाहते हैं, तो उन्हें अस्वीकार कर दें और पररवतगन हटा ददए जाएंगे। अब ट्रै क पररवतगन को स्वीकार
करने या अस्वीकार करने के ललए नीचे ददए गए तरीके दे खते हैं।
1) पररवतगन को तरु ं त स्वीकार या अस्वीकार करने के ललए, आप REVIEW पर जा सकते हैं, संपाददत
सामग्री का चयन कर सकते हैं, और चैनल कॉलम में ACCEPT या REJECT पर क्तलक कर सकते हैं।
या पररवततगत सामग्री खोजें, राइट-क्तलक करने के बाद ड्रॉप-डाउन सूची से पररवतगन को स्वीकार या
अस्वीकार करना चन
ु ें ।
2) एतसेप्ट या ररजेतट आइकन के नीचे, आप एक छोटा डाउन एरो दे ख सकते हैं। इसे क्तलक करें और आप
इस तरह की चीजें कर सकते हैं: स्वीकार करें / अस्वीकार करें और आगे बढें , इस पररविकन को स्वीकार /
अस्वीकार करें , सभी पररविकन को स्वीकार / अस्वीकार करें , और इसी तरह।
3) आप एक बदलाव से दस
ू रे में जाने के ललए वपछले और अगले बटन का भी उपयोग कर सकते हैं।
यदद आप अन्य लेखकों को ट्रै क पररवतगन बंद करने से रोकना चाहते हैं, तो इसे लॉक करें । ट्रै क बदलाव
आइकन के तहत समीिा पर जाएं और छोटे िाउन एरो बटन पर ब्क्लक करें । कफर लॉक ट्रै क्रकिंग पर क्तलक
करें और अपना पासवडग डालें।
Telecommunication
दरू संचार .फ्रेंच शब्द कम्यतू नकेलसयन से ललया गया है |टे ली का अथग है 'दरू ', और संचार का अथग है 'साझा करना'।
।यह बडी दरू ी पर इलेतट्रॉतनक माध्यम से जानकारी का आदान-प्रदान है |। यह सभी प्रकार की आवाज, डेटा और
वीडडयो प्रसारण को प्रस्तत
ु करता है
। इसमें कई प्रकार की टे तनोलॉजी का प्रयोग ककया जाता है जैसे टे लीफोन (वायडग और वायरलेस),माइिोवेव
संचार,फाइबर ऑक्प्टतस संचार, आदद। इसमें दो स्टे शन होते हैं, एक ट्रांसमीटर से लैस है और दस
ू रा एक ररसीवर के
रूप में |माध्यम तार या केबल के माध्यम से ऑक्प्टकल फाइबर या फ्री स्पेस ट्रांसलमशन ( वायरलेस) संचार के रूप
में लसग्नल ट्रांसलमशन कर सकते हैं|
Optical fiber एक ऐसी पतली तार है क्जसमे light के माध्यम से data को एक स्थान से दस
ू रे स्थान पर तेजी से
transfer ककया जाता है |.फाइबर ऑक्प्टक संचार प्रणाली में तीन मख्
ु य घटक होते हैं जैसा कक चचत्र में ददखाया गया
है । ये ऑक्प्टकल ट्रांसमीटर, फाइबर ऑक्प्टक केबल और एक ऑक्प्टकल ररसीवर हैं। ऑक्प्टकल ट्रांसमीटर ववद्यत
ु
संकेत को ऑक्प्टकल लसग्नल में पररवततगत करता है । फाइबर ऑक्प्टक केबल इस ऑक्प्टकल लसग्नल को ऑक्प्टकल
ट्रांसमीटर से ऑक्प्टकल ररसीवर तक वहन करती है ।अंत में ऑक्प्टकल ररसीवर ऑक्प्टकल लसग्नल को पन
ु : ववद्यत
ु
संकेत में पररवततगत करता है | ऑक्प्टकल फाइबर केबल्स का उपयोग दरू संचार और नेटवककिंग में माध्यम
के रूप में ककया जाता है तयोंकक वे हैंलचीला है और साधारण केबल की तरह बंडल ककया जा सकता है ।
यह लंबी दरू ी के संचार के ललए फायदे मद
ं हैं,तयोंकक प्रकाश इस माध्यम से कम मात्रा में फैलता है
और ववद्यत
ु तांबे के केबलों की तल
ु ना में लोस्स बहुत काम होता है ।पहले के ददनों में प्रकाश का
उपयोग सच
ू ना को एक स्थान से दस
ू रे स्थान तक भेजने के ललए ककया जाता था। 800 ईसा पव
ू ग
में ,यन
ू ातनयों ने संचार के ललए आग और धुएं के संकेतों का इस्तेमाल ककयायर्द्
ु में ववजय, शत्रु से
सावधान करने जैसी सच
ू ना,मदद के ललए पक
ु ारना, आदद।दस
ू री शताब्दी ईसा पव
ू ग के दौरान, लसग्नललंग
लैंप का उपयोग करकेऑक्प्टकल लसग्नल भेजा गया ताकक संदेश दरू तक भेजा जाए । 18वीं शताब्दी के
अंत तक
ऑक्प्टकल संचार में कोई ववृ र्द् नहीं हुई थी औरकोहरे और बाररश जैसे वायम
ु ड
ं लीय प्रभाव दाल कर इस
प्रकार के कम्यतु नकेशन को प्रभाववत करते थे |सौ साल से भी पहले, 1880 में अलेतजेंडर ग्राहम बेल ने
प्रकाश की ककरण का उपयोग एक टे लीफोन लसग्नल के रूप में करके लगभग 600 फीट की दरु ी तक
अपनी आवाज प्रेवषत की .। उन्होंने ऑक्प्टकल की फाइबर संचार की मल
ू बातें प्रदलशगत की।चाल्सग कुएन
काओ को उनकी फाइबर की खोज के ललए ऑक्प्टक संचार के वपता के रूप में जाना जाता है चाल्सग कुएन
काओ को फाइबर ऑक्प्टक संचार की खोज के ललए फाइबर ऑक्प्टक संचार के वपता के रूप में जाना
जाता है |1960 के दशक में कांच के कुछ भौततक गण
ु और उसमें पायी जाने वाली कुछ गन्दगी प्रकाश
को लम्बी दरु ी तक जाने से रोक दे ते हैं , । काओ के अग्रणी कायग से पहले, ग्लासफाइबर को व्यापक रूप
से अनप
ु यत
ु त माना जाता था तयोंकक अत्यचधक लसग्नल हातन के कारण सच
ू ना का डाटा का लोस्स हो
जाता था । काओ एहसास हुआ कक, कांच को ध्यान से शर्द्
ु करके,पतले रे शों के बंडलों का तनमागण ककया
जा सकता है जो बडी मात्रा में प्रकाश रुपी लसग्नल ले जाने में सिम होगा |दरू संचार के ललए तांबे के
तारों के मक
ु ाबले फाइबर ऑक्प्टक न्यन
ू तम संकेत िीणन के साथ लंबी दरू ी की जानकारी ले जाने में
सिम थे |बडी सफलता 1970 में लमली, जब एक कंपनी कॉतनिंग इनकॉपोरे टेड वैज्ञातनक रॉबटग
मौरर,डोनाल्ड केक, और पीटर शल्
ु त्स ने एक फाइबर बनाया क्जसमें प्रकाश की हातन कम से कम 20
दे सी बेल्ल प्रतत ककमी . को मापा|. यह अब तक का सबसे शर्द्
ु चगलास था। अप्रैल 1977 में ,
General Telephone and इलेतट्रॉतनतस ने फाइबर ऑक्प्टक प्रणाली के माध्यम से टे लीफोन
यातायात पर दतु नया का पहला लाइव परीिण ककया और उसे ववकलसत ककया।मई 1977 में जल्द ही
बेल ने उनका अनस
ु रण ककया,क्जसने लगभग 1.5 मील की दरू ी तय की|
इंटरनेट :- फाइबर ऑक्प्टक केबल बहुत अचधक गतत से बडी मात्रा में डाटा ट्रांसफर करते हैं इसीललए इस
तकनीक को वाइडली इंटरनेट केबल में उपयोग ककया जाता है ,|
टे लीफोन :- दे श के भीतर या बाहर टे लीफोन से कॉल करना इतना आसान कभी नहीं रहा फाइबर
ऑक्प्टक कम्यतु नकेशन के उपयोग के साथ आप तेजी से जुड सकते हैं और दोनों तरफ ककसी भी इंटरनल
की बबना स्पष्ट बातचीत कर सकते हैं ।
प्रकाश और सजावट :- सजावट की रोशनी के िेत्र में फाइबर ऑक्प्टतस का उपयोग भी वषों में हुआ है ,
फाइबर ऑक्प्टकल केबल लाइटतनंग प्रोजेतट के ललए एक आसान इकोनॉलमकल और आकषगक समाधान
प्रदान करते हैं, वे व्यापक रूप से लाइटतनंग डेकोरे शन और किसमस ट्री, ददवाली में घरों में लाइट
डेकोरे शन में उपयोग ककए जाते हैं ।
लमललट्री और एयरोस्पेस एप्लीकेशन :- लमललट्री और एयरोस्पेस एप्लीकेशन में जहां उच्च स्तर डाटा
लसतयोररटी की आवश्यकता होती है , फाइबर ऑक्प्टक केबल इन िेत्रों में डाटा ट्रांसलमशन के ललए आदशग
समाधान प्रदान करते हैं और बात करते हैं
मोटर वाहन उद्योग :- वतगमान समय के ऑटोमोबाइल के प्रकाश और सरु िा सवु वधाओं में फाइबर
ऑक्प्टक केबल एक महत्वपण
ू ग भलू मका तनभाते हैं, वे वाइडली प्रकाश में उपयोग ककए जाते हैं वाहनों के
इंटीररयर, एतसटीररयर दोनों में यह कुछ उदाहरण है कक फाइबर ऑक्प्टक केबल का उपयोग ककस तरह
से दै तनक जीवन में ककया जा सकता है ।