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बहुविकल्पी प्रश्न

1. कबीर दास जी की साखियों की भाषा को क्या कहा जाता है ?


(क) नमकीन पापड़ी (ख) मीठी रबड़ी (ग) पंचमेल खखचड़ी (घ) कड़वी ननबौरी
2. कबीर दास जी जगह-जगह भ्रमण करके कैसा ज्ञान प्राप्त करते हैं?
(क) परोक्ष ज्ञान (ख) प्रत्यक्ष ज्ञान (ग) अप्रत्यक्ष ज्ञान (घ) नन:शुल्क ज्ञान
3. ‘सािी’ िस्तुत: कौन-सा छं द है ?
(क) चौपाई (ख) रमैनी (ग) सबद (घ) दोहा
4. सुखिया सब संसार है , िायै अरु सोिै।
दखु िया दास कबीर है , जागै अरु रोिै।।
१. प्रस्तुत दोहे में कबीर ईश्वर को पाने की आशा में हमेशा जागते रहते हैं।
२. यहााँ 'सोना' अज्ञान का और 'जागना' ज्ञान का प्रतीक है।
(क) ववकल्प १ और २ दोनों सही हैं।
(ख) ववकल्प १ और २ दोनों गलत हैं।
(ग) ववकल्प १ सही है और ववकल्प २ गलत है।
(घ) ववकल्प २ सही है और ववकल्प १ गलत है।
5. ‘बबरह भुिंगम तन बसै मन्त्र न लागे कोय’
राम बबयोगी ना जजिै जजिै तो बौरा होई।। इस दोहे का भाि है -
(क) जब शरीर में ककसी से बबछुड़ने का दुःु ख हो तो कोई दवा/ मन्त्र काम नहीं करता
(ख) मन्त्र जपने से सेहत अच्छी होती है
(ग) जब दुःु ख हो तो मन्त्र काम करते हैं
(घ) मंर जपने ने सााँप बौरा जाता है
6. कस्तरू ी कंु डलल बसै, मग
ृ ढूूँढे बन मांहह।
ऐसे घहि घहि राम हैं, दनु नया दे िै नांहह॥
(i) ईश्िर कण-कण में व्याप्त है , पर हम उसे दे ि क्यों नहीं पाते ?
(क) मन में छुपे अहं कार के कारण (ख) आाँखें बंद होने के कारण
(ग) आाँखों पर चश्मा होने के कारण (घ) मन के कारण
(ii) कस्तरू ी क्या है?
(क) सुगंधित द्रव्य जो मग
ृ की नाभि में पाया जाता है ।
(ख) सुगंधित तेल जो दक
ु ानों पर भमलता है ।
(ग) कस्तूरी एक वक्ष
ृ का नाम है ।
(घ) इनमें से कोई नहीं

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7. कबीर के अनुसार मनुष्य अपने आचरण और स्िभाि को कैसे ननममल बना सकता है?
(क) ननरं तर अभ्यास से (ख) ननंदक व्यक्तत की आलोचना से
(ग ) ईश्वर िक्तत से (घ) भमरों के प्रयास से
8. ननंदक हमारी ननंदा करके हमें कौन-सा अिसर प्रदान करता है ?
(क) दस
ू रों की ननंदा करने का (ख) इर्षयाा - द्वेष करने का
(ग) आत्मसि
ु ार करने का (घ) आत्मग्लानन करने का
9. ‘भि
ु ंगम’ शब्द का तत्सम शब्द कौन-सा है ?
(क) िुवन (ख) िवन (ग) िुजंग (घ) िुजा
10. घर जलाने से कवि का क्या आशय है ?
(क) घर को नर्षट कर दे ना
(ख) सांसाररक मोह-माया का त्याग करके वैराग्य िारण कर लेना
(ग) आतंक फैलाना
(घ) समाज से कूड़ा-करकट समाप्त कर दे ना
11. कबीर कैसे कवि थे?
(क) राजाधित कवव (ख) क्ांनतदशी कवव
(ग) शास्रीय ज्ञान से पररपूणा (घ) सगुण ितत कवव
12. कबीर शास्र ज्ञान की अपेक्षा ककसे महत्त्ि दे ते थे?
(क) राजनननतक ज्ञान को (ख) िाभमाक ज्ञान को
(ग) ननगण
ुा िक्तत को (घ) अनुिव को
13. ‘कस्तूरी कंु डली....दे िै नाहहं’ दोहे में कवि ने ककसके बारे में बताना चाहा है ?
(क) ईश्वर के (ख) कस्तूरी के (ग) हहरण के (घ) ज्ञानी लोगों के
14. अहंकार समाप्त हो जाने पर कवि का जीिन कैसा हो गया?
(क) उनका जीवन िन-दौलत से िरपूर हो गया|
(ख) उन्त्हें ईश्वर की सवाव्यापकता का ज्ञान हो गया और हरर की प्राक्प्त हो गई|
(ग) उनका जीवन एक सािु की तरह हो गया|
(घ) उनका जीवन ननर्षकलंक हो गया|
15. कबीर क्यों जागते और रोते हैं?
(क) िन की चाह के कारण कबीर को नींद नहीं आती
(ख) कबीर को समाज की धचंता है | वे समाज को दे खकर रोते हैं|
(ग) कबीर सबको सुखी दे खकर रोते हैं|
(घ) कबीर को उनका िववर्षय ज्ञात है इसभलए वे रोते हैं|

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