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DELHI PUBLIC SCHOOL BANGALORE - EAST

HINDI (II LANGUAGE)NOTES(2022-23)

TOPIC: अपूर्व अनुभर्

NAME:_______________ CLASS:VII SEC:_____ DATE: __________

शब्दार्थ
1. अपूर्थ – जो पहले कभी नह ीं हुआ
2. तरबतर – लर्पर्
3. जोखिम – ितरा
4. ननधि – िज़ाना
5. सार्थक – सफल
6. हार्दथक – र्दल से
7. अर्क – बबना र्के
8. द्वर्शािा – दो शािाओीं का ममलन बबींद ु
प्रश्न – उत्तर
प्रश्न 1.यासुकी-चान को अपने पेड़ पर चढाने के लिए तोत्तो-चान ने अथक प्रयास
क्यों ककया?
उत्तर- यासक
ु ी-चान तोत्तो-चान का विय ममत्र र्ा। र्ह पोमलयोग्रस्त र्ा, इसमलए र्ह
पेड़ पर नह ीं चढ़ सकता र्ा, जबकक जापान के शहर तोमोए में हर बच्चे का एक
ननजी पेड़ र्ा, लेककन यासक
ु ी-चान ने शार ररक वर्कलाींगता के कारण ककसी पेड़ को
ननजी नह ीं बनाया र्ा। तोत्तो-चान की अपनी इच्छा र्ी कक र्ह यासक
ु ी-चान को
अपने पेड़ पर आमींबत्रत कर दनु नया की सार चीज़ें र्दिाए। यह कारण र्ा कक
उसने यासुकी-चान को अपने पेड़ पर चढ़ाने के मलए अर्क ियास ककया।

प्रश्न 2. ककसी दस
ू रे के पेड़ पर चढने का क्या ननयम था ?
उत्तर. ककसी दस
ू रे के पेड़ पर यर्द चढ़ना हो तो, उससे पहले परू मशष्टता से,
माफ कीजजए क्या मैं अींदर आ जाऊँ?
प्रश्न 3. यासक
ु ी चान को पेड़ पर चढाने के लिए तोत्तो चान ने क्या तरकीब
ननकािी ?

उत्तर. यासुकी-चान को पेड़ पर चढ़ाने के मलए तोत्तो चान ने पेड़ से उतर कर


उसको पीछे से िक्का र्दया और उसके बाद र्ह सीढ़ लेकर आई| कफर तोत्तो चान
ने उसे पीछे से सहारा र्दया और अींत में यासुकी-चान पेड़ पर चढ़ पाया |

मूल्यपरक प्रश्न –

िश्न-र्दवयाींगो के िनत हमार सोच कैसी होनी चार्हए? स्पष्ट कीजजए।


उत्तर- र्दवयाींग हमारे समाज के आर्श्यक अींग हैं। उन्हें सम्मानपूर्क
थ जीने का परू ा-
पूरा अधिकार है । हमें उन पर सहानुभूनत र्दिाने के बजाय उन्हें आत्मननभथर बनाने
के मलए पण
ू थ कोमशश करनी चार्हए। हमें उनके सार् कुछ समय बबताना चार्हए
ताकक उन्हें अकेलापन का अहसास न हो। उनके िनत हमारा वर्शेष उत्तरदानयत्र् है।
उन्हें सभी िकार की सुवर्िाएँ ममलनी चार्हए।
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