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Hindi SLC Muhavron Aur Lokoktiyon Ki Duniyan
Hindi SLC Muhavron Aur Lokoktiyon Ki Duniyan
सूत्रधार – िमस्कार मैं ________ अपिे सहपाठियों के साथ ठहिंदी भाषा के ववषय मुहावरे
और लोकोक्तियों का िाटक के माध्यम से मिंचि करिे जा रहा हूाँ / रही हूाँ | आज हमारे
जीवि से मुहावरे और लोकोक्तियााँ ववलुप्ि होिे जा रहे हैं िो बििा ककसी ववलिंि के अपिा
उल्लू सीधा करिे हुए और अपिे मुह ममयािं ममट्िू ि ििािे हुए काययक्रम की शुरुवाि करिे
हैं |
पात्र – मााँ , वपिा भाई / िहि और अन्य दो िच्चे (कुल िीि िच्चे)
मााँ –(काम करिे हुए ) दे ख िहीिं रहे हो मैं यहााँ काम कर रही हूाँ तयों आसमाि मसर पर
िच्चा 1 – घर के काम में हाथ िटाऊ इससे अच्छा मैं िौ दो ग्यारह ि हो जाऊ|
मााँ- मैं ककििा ही काम कर लाँ ू मैं िो घर की मुर्गी दाल िरािर हूाँ |
िहि -(सपिे में )मााँ मैं अपिे ववद्यालय में प्रथम स्थाि लाई हूाँ | सभी मशक्षकर्गणों िे मेरी
पीि थपथपाई है |
(मााँ वपिा जी को पक
ु ारिे हुए )
अजी सुििे हो एक अच्छी खिर सुिािी है , हमारी िेटी/ िेटा ववद्यालय में प्रथम स्थाि
लेकर आया है |
वपिा जी – अरे वाह िि िो घी के ठदए जलािे चाठहए | यही िड़े/िड़ा होकर हमारी अिंधे की
लािी ििेर्गा | िहीिं िो ये दोिों अतल के दश्ु मि है | पूरा ठदि िस मतखी मारिे
रहिे हैं |
िच्चा २- दीदी/भैया उिो आज आपको ठदि में िारे िज़र आिे वाले हैं |
दीदी/भैया – अि िुमिे कौि-सी िाि मााँ को िमक-ममचय लर्गा कर ििा दी है ?
दीदी/भाई – िुम कभी िहीिं सुधारोर्गे तयोंकक लािों के भूि िािों से िहीिं माििे (मारिे के मलए
दौड़िे हुए )
मााँ – (सभी को ) इििा समझािे पर भी इिके कािों में जू िहीिं रें र्गिी इि िीिों िे िाक में
दम करके रखा है |
खािा ििाया है |
क्जि अमभवावकों की कुमसययों के िीचे रिं र्गीि पेपर है वे प्रश्ि का उत्तर दें
धन्यवाद