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हिन्दू उत्तराहिकार अहिहियम

अंतर्गत
वाररस ं की वरीयता का अिुक्रम

8. पुरुष ं हक दशा में उत्तराहिकार के सामान्य हियम –


निर्वसीयत मरिे र्ाले न िंदू पुरुष की सिंपनि इस अध्याय के उपबिंध िं के अिुसार
निम्ननलखित क न्यागत गी :-

(क) प्रथमतः , उि वाररस ं क , ज अिुसूची के वर्ग 1 में हवहिहदग ष्ट सम्बन्धी िैं;

(ि) नितीयतः , यनद र्गव में र्ाररस ि त उि उि र्ाररस िं क , ज अिुसूची के र्गव 2 में
नर्निनदव ष्ट सम्बन्धी ैं ;

(ग) तृतीयतः , यनद द ि िं र्गों में से नकसी का क ई उिरानधकारी ि ीिं ै , त मृतक के


ग त्रज िं क ; तथा

(घ) अिंततः , यनद क ई ग त्र ज िा त मृतक बिंधुओिं क |

अिुसूची
(धारा 8 दे िें)

कक्षा I उत्तराहिकारी

बेटा; बेटी; नर्धर्ा; मााँ ;


पूर्व-मृत पुत्र का पुत्र; प ले से मृत बेटे की बेटी;
पूर्व-मृत बेटी का पुत्र; पूर्व-मृत बेटी की बेटी; पूर्व-मृत बेटे की नर्धर्ा;
पूर्व-मृत पुत्र का पूर्व-मृत पुत्र का पुत्र; पूर्व-मृत पुत्र के पूर्व-मृत पुत्र की पुत्री;
पूर्व-मृत पुत्र का पूर्व-मृत पुत्र की नर्धर्ा
[पूर्व-मृत पुत्री की पूर्व-मृत पुत्री का पुत्र; पूर्व-मृत पुत्री की पूर्व-मृत पुत्री की पुत्री;
पूर्व-मृत पुत्री की पुत्री के पूर्व-मृत पुत्र की पुत्री, पूर्व-मृत पुत्र नक पूर्व-मृत पुत्री की पुत्री;]।

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