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भारतीय अथर्�वस्था
पर
श्वेत प�
भारत सरकार
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नई �दल्ली
फरवरी, 2024
भारतीय अथर् वस्था
पर
श्वेत पतर्
भारत सरकार
िव मंतर्ालय
नई िदल्ली
फरवरी, 2024
भारतीय अथ यव था पर वेत प
एक संहावलोकन
“ वेत प ” के उ दे य:
1
तृतीय, ऐसा करने म, यह राजनी तक लाभ के बजाय शासन के मामल म रा ीय
हत और राजकोषीय िज मेदार क सव चता पर एक यापक, अ धक सू चत बहस
उ प न करने क उ मीद करता है।
चतु थ, "नई ेरणाओं, नई चेतना, नए संक प के साथ खुद को रा ीय वकास के लए
तब करना, य क दे श अपार संभावनाओं और अवसर को उपल ध कराता है।”2
2
धानमं ी का वतं ता दवस भाषण, 15 अग त, 2023
3
व वष का अथ है अ ल
ै से शु होने वाला व ीय वष।
2
भाग 1: 2014 क अथ यव था - नु कसान क वरासत
वष 2004 म एक दु त अथ यव था से वष 2014 म सु त अथ यव था तक
4
आ थक सव ण 2003-04, व मं ालय, भारत सरकार
3
सरकार क आ थक नी तयां शु म औसत दज क थीं और जैसे-जैसे
दशक बीतता गया, उनक ि थ त और खराब होती गई।”5
5
शंकर आचाय: "यूपीए क आ थक वरासत - अ छ , बुर या बदसू रत?", बजनेस टडड, 25 फरवर
2014(https://www.business-standard.com/article/opinion/shankar-acharya-upa-s-economic-legacy-good-bad-or-ugly-
114022501240_1.html)
बजनेस टडड म पूव मु य आ थक सलाहकार, डॉ शंकर आचाय का लेख, 25 फरवर 2014
6
https://www.business-standard.com/article/opinion/shankar-acharya-upa-s-economic-legacy-good-
bad-or-ugly-114022501240_1.html
4
चाट 1 : यू पीए के वष म मु ाि फ त के झान
ब कं ग णाल म अशो य ऋण
5. यू पीए सरकार क सबसे बड़ी और अपयश वरासत ब कं ग संकट थी। जब वाजपेयी
जी के नेत ृ व वाल एनडीए सरकार ने कायभार संभाला, सावज नक े के बक म
सकल गैर- न पा दत आि तय (जीएनपीए) का अनु पात 16.0 तशत था और जब
उ ह ने पद छोड़ा था, यह 7.8 तशत था। सतंबर 2013 म, पु नःसंर चत ऋण
स हत यह अनु पात बड़े पैमाने पर सावज नक े के बक के वा णि यक ऋण
नणय म यू पीए सरकार ारा राजनी तक ह त ेप के कारण 12.3 तशत तक चढ़
गया था (चाट 2)। इससे भी बदतर बात यह थी, अशो य ऋण क उ च तशतता
का कम आंकलन कया गया था।
चाट 2: यू पीए के कायकाल के दौरान गैर- न पा दत आि तय म वृ ध
ोत: चाट 2.13, व ीय ि थरता रपोट, भारतीय रज़व बक, अंक सं या 8, दसंबर 2013
5
6. वष 2014 म ब कं ग संकट वशाल था और दांव पर लगी पू ण रा श बहु त बड़ी थी।
माच 2004 म सरकार े के बक ारा सकल अ म केवल 6.6 लाख करोड़ पये
था। माच 2012 म यह 39.0 लाख करोड़ पये था। इसके अलावा, सभी सम या
कवरे ज अनु पात वाल शीष 200 कंप नय पर बक का लगभग 8.6 लाख करोड़ पये
अ य धक बा य अर तता
च वृ वा षक वृ दर (सीएजीआर) से बढ़ा, जब क व वष 14 से व वष 23
यह नोट ोफेसर रघु राम जी राजन ारा 6 सतंबर, 2018 को संसद ा कलन स म त के अ य , डॉ मु रल मनोहर
7
6
चाट 3: 2011 और 2013 के बीच भारतीय पये क लगातार गरावट
0.024
0.023
0.022
0.021
0.02
USD/INR
0.019
0.018
0.017
0.016
0.015
0.014
Jul-11
Sep-11
Jul-12
Nov-11
Sep-12
Jul-13
Nov-12
Sep-13
Nov-13
Jan-11
Mar-11
May-11
Jan-12
Mar-12
May-12
Jan-13
Mar-13
May-13
ट पणी: चाट त अमर क डालर भारतीय पये को दशाता है । ोतः एफआरईडी
7
अमर क डालर) से 12 गु ना अ धक थी! इस उ च लागत वाले डॉलर के ऋण का
मोचन व वष 2016 म नवहन के लए पीछे छोड़ दया गया था, एक दे यता
िजसका अब हमार सरकार ारा बना कसी यवधान के भु गतान कया गया है।
जीएफसी- भा वत वष जीएफसी- भा वत वष
8
यू पीए सरकार के व मं ी ने वष 2011 म अपने एक भाषण म इस बात को
वीकार कया था:
भारत, अ धकांश अ य अथ यव थाओं के वपर त, वक सत दु नया म 2008
क व ीय उथल-पु थल से गंभीर प से भा वत नह ं हु आ था.....8
9
13. य द हम जो दे खते थे, वह अ धक चंतादायी था, जो हम नह ं दे ख सके, वह अ धक
सम याकार था। केलकर स म त का यह संकेत दे ना सह था क अंत न हत घाटा
बजट य घाटे से अ धक है। व वष 2013 से पहले भी ऐसा ह था। यू पीए सरकार
ारा तेल वपणन कंप नय , उवरक कंप नय और भारतीय खा नगम को जार
नकद सि सडी के बदले म व ीय वष 2006 से व वष 2010 तक पांच वष म
कुल 1.9 लाख करोड़ से अ धक क वशेष तभू तयां द ग । येक वष के लए
सि सडी बल म उनके समावेश ने राजकोषीय घाटे और राज व घाटे को बढ़ा दया
होगा जैसा क चाट 4 म दखाया गया है।
10
चाट 4: राजकोषीय और राज व घाटे : दे खा और अनदे खा
14. अपने राजकोषीय कु बंधन के प रणाम व प, यू पीए सरकार का राजकोषीय घाटा अंत
म अपे ा से कह ं अ धक हो गया, और बाद म यह 2011-12 म अपने बजट क
तु लना म बाजार से 27 तशत अ धक उधार लेने लगी (चाट 5)। यह वैि क व ीय
संकट के तीन साल बाद हु आ जब सरकार को बजट य अनु मान से अ धक खच करने
के बजाय राजकोषीय प से समे कत होना चा हए था।
11
चाट 5: 2011-12 के राजकोषीय आंकड़ म भार वृ ध
5 4.4
in '000 crores
4 3.4
2.8
3
2 1.6
1
0
Fiscal Deficit Revenue deficit Primary deficit Budget Estimate Revised Estimate
10
ोत: भारतीय रज़व बक क वेबसाइट पर 4 माच, 2013 को जार मु ा और व पर आरबीआई रपोट,
2009-12 (पृ 47) का अ याय 3 ('भारत म राजकोषीय-मौ क सम वय: एक आकलन')।
12
दोषपू ण ाथ मकताएं और अवसंरचना एवं आि त सृजन क प ट उपे ा
16%
13
कहा है क रा ीय राजमाग के लगभग 40000 कलोमीटर म से 24000 कलोमीटर
रा ीय राजमाग को एनडीए शासन के दौरान 1997 से 2002 तक जोड़ा गया था।
उसके बाद, यू पीए के पछले दस वष म केवल लगभग 16,000 कलोमीटर रे ल माग
का व तार कया गया है।11
11
https://sansad.in/getFile/debatestextmk/16/II/2307(f).pdf?source=loksabhadocs
12
https://www.rbi.org.in/Scripts/PublicationsView.aspx?id=11345#ANN1
14 सामािजक और ामीण े के मं ालय म कृ ष और कसान क याण वभाग, कृ ष अनु सध
ं ान और श ा वभाग,
13
कूल श ा और सा रता वभाग, उ चतर श ा वभाग, वा य और प रवार क याण वभाग, वा य अनुसंधान वभाग,
अ पसं यक काय मं ालय, ामीण वकास वभाग, भू म संसाधन वभाग, सामािजक याय और अ धका रता वभाग,
द यांगजन सश करण वभाग, जनजातीय काय मं ालय, म हला और बाल वकास मं ालय, यु वा काय म और खेल मं ालय
शा मल ह।
14
चाट 7: 14 मु ख सामािजक और ामीण मं ालय म अ प यय (बजट य यय-
वा त वक यय)
14
https://doe.gov.in/sites/default/files/6cpchighlights%281%29%281%29.pdf
15
https://rbi.org.in/scripts/BS_ViewBulletin.aspx?Id=17091
15
पेपर ारा ऋण माफ पहल के भाव का आकलन कया गया। अपे ाओं के वपर त,
पेपर को योजना के प रणाम व प बेहतर नवेश, खपत या बढ़ हु ई मजदूर का कोई
सबू त नह ं मलता है। इसके बजाय, अ ययन से पता चलता है क काय म के तहत
ब े खाते म डाले गए ऋण क पू र रा श के लए सरकार ारा तपू त ा कए
जाने के बाद, बक ने उ च डफ़ॉ ट िजल से कम डफ़ॉ ट दर वाले िजल को ऋण
का पु न: आवंटन कया। इसके अलावा, उ च- डफ़ॉ ट वाले िजल (यहां तक क े डट
यो य लोग ) म उधारकताओं ने राहत काय म के बाद बड़ी सं या म डफॉ ट करना
शु कर दया, जो भ व य16 म अ धक उदार े डट वतन या इसी तरह के
राजनी तक प से े रत े डट बाजार ह त ेप क याशा म कायनी तक डफ़ॉ ट
का संकेत दे ता है।
एक अथशा ी ने कहा,
“सरकार आ थक सम याओं से नपटने के लए डरपोक रवैया अपना रह है। इसका
यान भ व य के बारे म सोचने और वकास को बढ़ावा दे ने के लए नवेश को बढ़ावा
दे ने के बजाय वोट जीतने के लए लोकलु भावन नी तय पर अ धक रहा है, “वोट के
बदले सि सडी दे ने पर यान क त करने के बजाय सरकार को बड़ी अवसंरचना
प रयोजनाओं म नवेश बढ़ाने पर यान क त करना चा हए था।”17
23. द घका लक रा य वकास हे तु योजन क ऐसी कमी थी क र ा तैया रय के
मह वपू ण मु दे को भी नी तगत प ाघात से बा धत कया गया था। कमजोर नेत ृ व
तथा इरादे और काय क लगातार कमी के प रणाम व प र ा संबंधी तैयार कम हो
गई। वष 2012 तक, यु के लए तैयार उप कर और गोला-बा द क कमी हमार
सेनाओं के सम एक पु रानी सम या थी। हम लड़ाकू वमान क खर द क लंबी
या को भी याद कर सकते ह जो कभी कसी न कष पर नह ं पहु ंची। यहां तक
क भारतीय सेना के जवान को बुलेट ू फ जैकेट और नाइट वजन गॉग स दे ने का
फैसला भी वष 18 तक लटका रहा।
gdp-growth-rate-economy-178631-2014-01-27
18
अ ल े 2018 म महाबल पुरम म डफे स ए सपो म धानमं ी का भाषण
https://pib.gov.in/ViewVideo.aspx?V_ID=51670&MinID=1325&VPRID=44195&Day=&Month=4&Year=2018
16
सरकार ने व नयम को घु मा- फरा दया िजससे 83 तट य िजल क आ थक वृ
और वकास को अ धकांशत तबंधा मक कृ त को रोक दया। इससे तट य े म
समु दाय और िजल के लए आ थक ग त व धय के व तार के लाभ को ा करना
बेहद मु ि कल हो गया। इस अ धसू चना ने इन िजल म पयटन े को भी कमजोर
बना दया। इसके अलावा, यू पीए सरकार ारा सीआरजेड मानदं ड क शु आत ने
तट य िजल म वकास प रयोजनाओं पर उनके नयं ण को भी कठोर कर दया, इस
कार आ थक वकास को बढ़ावा दे ने के लए उनके उपल ध वक प को रोक दया।
हमार सरकार ने पयावरणीय और वकासा मक ाथ मकताओं का संतु लत वचार
तु त कया है।
25. यू पीए सरकार के शासन का दशक (या इसका अभाव) नी तगत खा मय और घोटाल
जैसे क सावज नक संसाधन (कोयला और दूरसंचार पे म) क अपारदश नीलामी,
पू व यापी कराधान क आशंका, अि थर मांग ो साहन और गैर-ल त सि सडी और
प पात के उप म के साथ ब कं ग े ारा लापरवाह ऋण, आ द दे ना शा मल था।
नयं क एवं महालेखा पर क (सीएजी) के अनु मान के अनु सार, 122 दूरसंचार
लाइसस से जु ड़े 2जी पे म घोटाले ने सरकार खजाने से 1.76 लाख करोड़ पये
क कटौती क थी, सरकार खजाने म 1.86 लाख करोड़ पये का कोयला घोटाला
हु आ था, रा मंडल खेल घोटाला आ द ने राजनी तक अ नि तता के माहौल का संकेत
दया और नवेश के के प म भारत क छ व को खराब तर के से त बं बत
कया।19
26. कोयला घोटाले ने 2014 म दे श क अंतरा मा को झकझोर दया था। 2014 से पहले,
कोयला लॉक का आवंटन लॉक के आवंटन के लए पारदश या का पालन
कए बना मनमाने आधार पर कया गया था। कोयला े को त पधा और
पारद शता से बाहर रखा गया था और इस े म नवेश और मता का अभाव था।
इन कारवाइय क जांच एज सय ारा जांच क गई और 2014 म, भारत के
माननीय उ चतम यायालय ने 1993 से आवं टत 204 कोयला खदान / लॉक के
आवंटन को र कर दया।
19
इसके बारे म अ धक जानकार भाग 2 म तु त है।
17
27. यू पीए सरकार को जु लाई 2012 म हमारे इ तहास म सबसे बड़ी बजल कटौती के
लए हमेशा याद कया जाएगा, िजसम 62 करोड़ लोग अंधकार म चले गए और
रा य सु र ा खतरे म पड़ गई। दे श म अंधेरा छा गया था, जब क कोयला और गैस
जैसे धन क कमी के कारण 24,000 मेगावाट से अ धक क उ पादन मता बेकार
पड़ी थी। पू रा े नि यता और नी तगत प ाघात के दु च म पहु ंच गया, िजसम
एक छोर पर अ धशेष उ पादन मता और बड़े पैमाने पर अ यु नवेश थे, जब क
दूसरे छोर पर उपभो ा के लए बड़ी बजल कटौती हु ई थी। जब हमार सरकार
2014 म स ा म आई, तो कोयला आधा रत बजल संयं के दो- तहाई (क य
व ुत ा धकरण ारा ै क कए गए 100 कोयला संयं म से 66) के पास कोयले
का अ य प भंडार था, िजसका मतलब है क सात दन से भी कम का कोयला भंडार
था। यह अ नि तता सम बजल क कमी को बढ़ा रह थी। गांव म त दन
कर ब 12 घंटे बजल मलती थी। कसान को बहु त कम अव ध के लए मलती थी,
िजससे वे अपनी फसल क संचाई करने म स म नह ं होते थे। अंतर- े ीय
ांस मशन लाइन भी अ य धक अपया थीं।
28. यू पीए सरकार के अंतगत बजल क कमी को अंतररा ीय एज सय ारा भी बार-बार
इं गत कया गया था। अपनी व वकास रपोट 2008 म, बक ने नोट कया
"भारत क 55-60 तशत सं चत भू म भू जल ारा आपू त क जाती है, यू बवेल
पंप के लए बजल एक मह वपू ण इनपु ट है.... अ नय मत और सी मत आपू त और
वो टे ज म उतार-चढ़ाव के कारण सेवा क गु णव ा खराब है, िजसके प रणाम व प
पू वगामी संचाई और त त पं पंग उपकरण से फसल का नु कसान हो सकता है।”
व बक ने लोबल इकोनॉ मक ॉ पे स, जू न, 2012 म पु न नोट कया, "भारत
म वकास वशेष प से मौ क नी त को मजबू त करने , के हु ए सु धार, बजल क
कमी के कारण कमजोर था, िजसने राजकोषीय और मु ा फ त क चंताओं के साथ-
साथ नवेश ग त व ध म कटौती क ।”
29. भारत के दूरसंचार े ने 2जी घोटाले और नी तगत खा मय के कारण एक क मती
दशक गंवा दया। यू पीए के शासनकाल म, पे म के आवंटन क या म
पारद शता का अभाव था और 2008-09 तक के वष म इसका अ सर दु पयोग
कया गया, िजसके प रणाम व प "2 जी घोटाला" हु आ और सम याएं शु हु जो
अंततः इस े म संकट क ि थ त का कारण बनीं। वष 2010 के बाद के वष म
चालक को व तु तः बहु त कम या बहु त कम पे म आवं टत कया जा सका,
18
िजससे दूरसंचार उ ोग का वकास धीमा हो गया। व वष 2009 म जार कए गए
दूरसंचार लाइसस क आबंटन या म पारद शता क कमी के कारण माननीय
उ चतम यायालय ारा र कर दया गया था। इस अव ध म, उ चतम यायालय
के फैसले से सरकार के बाहर होने के बाद दूरसंचार े पर अ धकार हो गया। इन
सम याओं के प रणाम व प, कई ऑपरे टर अ यवहाय हो गए, िजससे यह े
सी मत त पधा क ि थ त म आ गया। इस अव ध म नी तगत अ नि तताओं
और कानू नी बाधाओं के कारण वदे शी नवेश का पलायन भी दे खा गया।
31. यू पीए सरकार का कायकाल नणय आंकड़ के उदाहरण से भरा पड़ा था। कै बनेट
स चव ने 2013 म नोट कया था,
“सावज नक े के साथ-साथ नजी े म कई बड़ी प रयोजनाएं, वशेष प
से बु नयाद ढांचा और व नमाण े म, व भ न अनु मोदन/मंजू र ा
करने म दे र के कारण नवेश के लए क हु ई ह।”
इस अहसास के चलते 2013 म कै बनेट स चवालय म ोजे ट मॉ नट रंग ुप
(पीएमजी) का गठन हु आ, जो काफ दे र से हु आ। भारत म रा ीय चु नाव से दो
मह ने पहले, माच 2014 म का शत हु ए व कग पेपर म, दो आईएमएफ अथशाि य
ने दे श म नवेश के लए मंद के तीन कारण का पता लगायाः नी तगत अ नि तता,
19
20
प रयोजना अनु मोदन म दे र और वशेष प से खनन और व ु त े म क हु ई
आपू त और काया वयन। इन दोन े को नीला मय से त कर दया था और
इस लए या यक जांच के अधीन थे। माच, 2015 म ट न लेगाड त काल न बंध
नदे शक, आईएमएफ कह रहे थे। भारत को वैि क अथ यव था म एक उ जवल
थान बनाने के लए भारत सरकार क शंसा करते हु ए ए पछल सरकार से इसक
तु लना क "इनम से बहु त सार प रयोजनाएं अ नि तता और नौकरशाह क कावट
के कारण दे र हु ई"।21
32. यू पीए सरकार ने पछल सरकार वारा लाए गए सु धार का फायदा उठाया, ले कन
उनके वारा वादा कए गए मह वपू ण सु धार को पू रा करने म वफल रह ।
आईएमएफ ने वष 2012 म नोट कया क, “वतमान सरकार के गठबंधन िजनसे
काया वयन म ग त लाने क आशा थी, के सु धार क ग त से कई नवेशक नराश
हु ए ह और हाल ह म यह हाई ोफाइल कै डल और अ य धक स वल स यतावाद
22
के कारण अपे ाकृ त सु त सरकार नणयन मता के त चं तत हो गए ह।”
वशेष प से, यूपीए सरकार ने 1 अ ैल 2010 से माल और सेवा कर (जीएसट ) को
लागू करने का वादा कया था। दे श के कोने कोने म 26 दल का गठबंधन होने के
बावजू द सरकार जीएसट को 1 अ ैल, 2010 से लागू करने म वफल रह य क
यह व भ न रा य 23 क चंताओं पर भावी प से यान नह ं दे सक । इस
ग तरोध ने संरचना मक सु धार पर कसी भी ग त को बा धत कया, िजससे हमार
सरकार के स ा संभालने तक एक एक कृ त "एक रा , एक बाजार" णाल को ा
करने क आकां ा को एक अवा त वक ल य के प म छोड़ दया गया।
33. डिजटल सश करण के तीक भारत म आधार को भी यू पीए के हाथ नु कसान
उठाना पड़ा है। 2006 म यू पीए ारा आधार क शु आत क गई थी, वाजपेयी के
नेत ृ व वाल एनडीए सरकार ारा ता वत 'बहु उ ेशीय रा ीय काड' के वचार का
मू त वकास था, िजसे भारतीय नाग रक के रा ीय रिज टर के आधार पर जार कया
20
राहु ल आनंद और वोलो दमायर टु लन (2014): ‘इं डयास इंवे टमट लोडाउनः द हाई कॉ ट ऑफ इकोनॉ मक
पॉ लसी अनसट नट (https://www.imf.org/en/Blogs/Articles/2014/03/25/indias-investment-slowdown-the-
high-cost-of-economic-policy-uncertainty)
ट न लेगाडः ‘ सिजंग इं डया‘स मूमट’, 16 माच, 2015 (https://www.imf.org/en/Blogs/Articles/2015/03/16/seizing-
21
indias-moment)
22
भारत के अनु छे द IV परामश, 2012 अंतरा ीय मु ा कोष
23
https://www.indiabudget.gov.in/budget_archive/ub2007-08/bs/speecha.htm
20
जाना था। भारत के रिज ार जनरल ने एक रा ीय जनसं या रिज टर (एनपीआर)
काय म शु कया, जब क पू व योजना आयोग ने वश पहचान प रयोजना क
दे खरे ख क । यू पीए सरकार साझा उ े य क कोई भावना था पत नह ं कर सक , और
दायरे , उ े य और काया वयन िज मेदा रय म यापक अंतर-मं ालयी मतभेद थे। यह
केवल एनडीए क आधार क पु न: क पना थी िजसने आधार को स य कया, इसे
उ े यपू ण सश करण के एक उपकरण के प म बनाया जो बचौ लय क
उपयो गता को ख म कर दे ता है , गर ब को सीधे सि सडी क सु वधा दान करता है,
डु ि लकेट लाभा थय को छांटता है, और लेनदे न म ामा णकता लाता है। यू पीए
सरकार के तहत आधार क कहानी अ भावी नणय लेन,े उ े य क भावना और
नी तगत वफलता क कहानी है।24
34. यू पीए सरकार म र ा तैया रय से समझौता करते हु ए ाचार और र ा म घोटाल
के कारण नणय लेने क या ठप हो गई। सरकार ने तोपखाने और वमान-रोधी
तोप , लड़ाकू वमान , पनडु ि बय , नाइट फाइट गयर और कई उपकरण के उ नयन
के अ ध हण म दे र क ।
एक सु र ा व े षक ने 2010 म लखा था:
उ ह ने कहा, 'ह थयार क महंगाई दर सालाना 15 तशत है और पांच साल क दे र
का मतलब है क भारत को जो उसे करना चा हए था उससे दोगु ना भुगतान करना
पड़ा। और जब वह उपकरण सरकार-से-सरकार खर द और अ य एकल- व े ता
सं वदाओं के मा यम से ा कया जाता है, तो त पध बोल म लागत लगभग
25 तशत अ धक होती है। र ा मं ालय के 50,000 करोड़ पये के खर द बजट म
दे र से केवल आधे ह से को ह नु कसान पहु ं चता है, ले कन भारत ने 25,000 करोड़
पये के ह थयार, िजतना उसे भु गतान करना चा हए था, से 125 तशत अ धक
क मत पर खर द ह।”25
35. नयं क और महालेखा पर क क कई न पादन लेखापर ा ारा म का शत क
गई रपोट के अनु सार बड़ी सं या म वकास काय म और प रयोजनाओं को गलत
तर के से कायाि वत कया गया। उदाहरण के लए, (1) व छता अ भयान/ नमल
भारत अ भयान के तहत, घरे लू शौचालय का नमाण व वष 10 से व वष 14
24
यह भी दे ख https://indianexpress.com/article/political-pulse/aadhaar-journey-bjp-digital-india-9095394/
((5जनवर , 2024
25
अजय शु ला, बजनेस टे डड, 23 फरवर , 2010
21
के दौरान ल य का 44 से 52 तशत रहा। न मत शौचालय म से 33 तशत
नमाण क खराब गु णव ा, अधू र संरचना, रखरखाव क कमी आ द जैसे कारण से
खराब हो गये थे; (2) रे लवे क 442 चालू प रयोजनाओं म से केवल 156 (35
तशत) प रयोजनाओं के पू रा होने का ल य नधा रत कया गया था। प रयोजनाओं
के पू रा होने म दे र के प रणाम व प 1.07 लाख करोड़ पये क लागत बढ़ गई;
(3) कौशल वकास के लए 57 से 83 तशत भागीदार व वष 2011 से व वष
2014 के दौरान अपने ल य को पू रा करने म वफल रहे; (4) रे लवे बोड ने सु र ा
क से पु नवास के लए पहचान करने के बाद पु ल काय को वीकृ त करने म
औसतन 43 मह ने का समय लया और उसके बाद भी पु ल संबंधी काय को औसतन
41 मह ने क दे र से पू रा कया गया।
26
दा आ ब र टे ट- ट एन ननन- दनांक 19 मई, 2012, बजनेस टे डड
22
यादातर दे श म ऐसा नह ं होता है,"; " ट ल लांट के लए मंजू र पाने के लए
आपको सात या आठ साल का इंतजार नह ं करना पड़ेगा।"27
38. यू पीए सरकार के अंतगत नवेश के माहौल को हतो सा हत करने के कारण घरे लू
नवेशक वदे श चले गए। एक मु ख उ ोगप त ने तो यहां तक कहा क वह
इंडोने शया और ाजील जैसे दे श म नवेश करगे य क लगातार नी तगत बदलाव
उनक नवेश योजनाओं को भा वत कर रहे ह। उनक मायूसी और नराशा नजी
लाभ के लए सावज नक संसाधन पर क जा करने के कारण था।28
खोए हु ए अवसर
39. यू पीए सरकार का दशक एक खोया हु आ दशक था य क यह वाजपेयी सरकार ारा
छोड़ी गई मजबू त आधारभू त अथ यव था और सु धार क ग त को भु नाने म वफल
रह । कंपाउं डंग ोथ क मता का कभी उपयोग नह ं कया गया।
40. यह एक खोया हु आ दशक था य क यू पीए सरकार ौ ो गक के नेत ृ व वाले
नवाचार, द ता और वकास के अवसर का लाभ उठाने म वफल रह । वाजपेयी
सरकार ने दूरसंचार सु धार के लए आधार रे खा नधा रत क थी। ले कन िजस समय
दु नया 3जी के कर ब पहु ं च रह थी, यू पीए 2जी घोटाले म फंस गया था और बाद म
नीलामी को र करना पड़ा था। 2004 म 6 ब लयन डॉलर क पावर हाउस
बीएसएनएल यू पीए के दशक म घाटे म चल रह कंपनी बन गई थी। भारत आया तत
दूरसंचार उपकरण पर लगभग 100% नभर था।
नेत ृ व का अभाव
41. यू पीए सरकार म बार-बार नेत ृ व का संकट खड़ा हो गया था। यह सरकार ारा जार
कए गए अ यादे श को शमनाक ढं ग से सावज नक प से फाड़े जाने के मामले म
पू र तरह से जनता के सामने आया।
27
ी रतन टाटा ने फाइन शयल टाइ स को सा ा कार म, फ टपो ट म उि ल खत
thttps://www.firstpost.com/business/tata-bye-bye-even-ratan-tata-has-given-up-on-this-govt-549194.html
माच 2013 म ी कुमार मंगलम बरला ने लू मबग को दए एक सा ा कार म, " ब लयनेयर हू शु ड इं डया डू
28
23
42. वष 2012-13 के आ थक सव ण म नोट कया गया है क “जब क भारत क
हा लया मंद आं शक प से बाहर कारण म न हत है, इसम घरे लू कारण भी
मह वपू ण है। व ीय-संकट के बाद ो साहन के कारण वष 2009-10 और 2010-11
म मजबू त वृ हु ई। तथा प, आपू त प क बाधाओं से जु ड़ी खपत म वृ के
कारण मु ा फ त म वृ हु ई। मौ क नी त स त कर द गई भले ह वकास के
लए बाहर बाधाएँ बढ़ गई। प रणामी मंद , वशेषकर वष 2012-13 म, सभी जगह
रह है और अथ यव था का कोई भी े इससे अ भा वत नह ं रहा है।” 29
वष
2013 म आ थक पा रि थ तक तं को कमजोर बना दे ने वाले संकट और लगातार
नी तगत वफलताओं से नपटने म अदूरद शता को गंभीरतापू वक वीकार करने से
भारतीय ारा अनु भू त आ म व ास क कमी और नराशा क गहराई संतु लत ढं ग से
न पत होती है।
30
ी नाओयूक श होरा, डीएमडी आईएमएफ (मई 2013) “वैि क आ थक कोढ़ और इसका भारत से
न हताथ
24
44. आ थक कु बंधन ने वकास मता को दबा दया और भारत एक "नाजु क"
अथ यव था बन गया। व वष 2012-13 म सकल मू य व धत (जीवीए) वृ दर
5.4 तशत थी िजसम औ ो गक े क वृ दर 3.3 तशत रह और कृ ष े
म 1.5 तशत क वृ दज क गई, जब क सेवा े ने 8.3 तशत क वृ
हा सल क । वष 2013 तक, मॉगन टे नल ने भारत को ' ै जाइल फाइव' क ल ग म
रखा था - एक समू ह िजसम कमजोर यापक आ थक मू ल स ांत के साथ उभरती
अथ यव थाएं शा मल थीं। इनम अ य बात के साथ-साथ न न वकास, उ च
मु ा फ त, उ च बा घाटा और सरकार व क बगड़ी हु ई ि थ त शा मल ह।
वा त वकता यह है क अथ यव था केवल वष 2004 म 12 वीं सबसे बड़ी से वष
2014 म 10 वीं सबसे बड़ी होने से वष 2005 और वष 2012 के बीच अनु भव क
गई उ च वकास क अ पका लक, गु णा मक प से ह न और अि थर कृ त को
उजागर करती है।
25
भाग-2: यापक टाचार
2जी टे ल कॉम: इससे सरकार को 1.76 लाख करोड़ पये के संभा वत राज व का
नु कसान हु आ। जैसा क सीएजी ारा अनु मान लगाया गया है (3जी पे म के
33
लए भुगतान क गई दर पर) । ाचार के मामले अपील य अदालत म ह।
31
https://cag.gov.in/uploads/download_audit_report/2016/Chapter_1_of_eAuction_of_Coal_Mines_Complian
ce_Audit.pdf
32
https://pib.gov.in/PressReleasePage.aspx?PRID=1989632#:~:text=It%20was%20informed%20that%20before,
CMSP%20Act%20in%20March%202015.
33
https://cag.gov.in/en/audit-report/details/2314 (पीडीएफ का पृ 8)
26
आईएनए स मी डया मामला: यह मामला धन शोधन और एक मी डया कंपनी
म नवेश के लए वदे शी नवेश मंजू र म अ नय मतताओं से जु ड़ा था। यह
मामला वचाराधीन है।
ज मू-क मीर केट एसो सएशन: यह मामला 'फज ' बक खाते खोलकर लगभग
44 करोड़ पये क हे राफेर से जु ड़ा है। जांच के बाद आरोप प दा खल कर दया
गया है।
27
लए 75 पलाटस बे सक े नर वमान क खर द म ाचार से जु ड़ा है।
28
भाग-3: संकट, नराशा और प ाघात क ि थ त से अथ यव था का बचाव
29
50. हमने वां छत वकास प रणाम को ा करने और रा नमाण के लए करदाताओं के
धन का भावी उपयोग करने के लए सरकार खच को तकसंगत और ाथ मकता
दे ने हे तु एक यय सु धार आयोग का गठन कया।
51. हमने काले धन का पता लगाने और इसको हतो सा हत करने के लए उपाय करना
जार रखा है।
34
" ब लयनेर हू श ड इं डया डज़ यू-टन ऑन मोद ओवरहाल ", 12 नवंबर 2014
(https://www.bloomberg.com/news/articles/2014-11-11/billionaire-who-shunned-india-does-u-turn-as-modi-boosts-
economy)
30
54. प के इस खंड म व तार से चचा क गई है क कैसे हमार सरकार ने यू पीए
सरकार ारा नी तगत ठहराव, प ाघात और कु शासन से अथ यव था को बचाया,
उबारा और कायाक प कया और इसे ग तशीलता और वकास और लोग म आशा
और व ास को जगाया।
31
ता लका 1: वष 2012-13 और वष 2021-22 म भारत के यापक आ थक मू ल स धांत
क ि थत
32
ता लका 4: सावज नक े के बक के मु ख अनुपात (आंकड़े तशत म)
वष 2013-14 वष 2022-23
आि तय पर रटन
0.50 0.79
(आरओए)
ोत: आरबीआई
35
https://pib.gov.in/PressReleseDetail.aspx?PRID=1985811
33
म मह वपू ण वृ और प रवतन हु आ है। व वष 2015 से व वष 2023 तक
हवाई अ ड क सं या दोगु नी हो गई है (चाट 8)।
चाट 7: एनडीए के तहत भौ तक बु नयाद ढांचे म सु धार
144634 148
97991
50394 74
720
581.3 25
22224 16
FY15 FY22 FY15 FY22 FY15 FY22 FY15 FY22 FY15 FY22
National highways Cargo traffic at Electrified rail route Aircraft movement Number of Airports
(Km) major ports (Mn (km) (Mn tonnes)
tonnes)
ोत: सड़क, प रवहन और राजमाग मं ालय, भारतीय बंदरगाह संघ, रे ल मं ालय और नागर वमानन मं ालय
एवं फरवर , 2024 का बजट भाषण
36
https://pib.gov.in/PressReleaseIframePage.aspx?PRID=1533669
34
सु सि जत ह, एनडीए सरकार ने यह सु नि त करने के लए खुद को तब कया
है क ये िजले इन िजल म समु दाय के आ थक वकास और सश करण के
मा यम से आव यक संसाधन जु टाने म स म ह। इस कार तट य व नयमन े
(सीआरजेड) 2019 पेश कया गया था। यू पीए सरकार ारा लगाए गए अ त र
नयं ण को तकसंगत बनाया गया, यह सु नि त करते हु ए क तट य िजल को
नणय लेने का अ धकार है जो उनके समुदाय को लाभाि वत करगे। सु धार से इन
तट य िजल म पयटन उ ोग को बढ़ावा मलेगा, िजससे अ थायी और साथ ह
अ धक टकाऊ पयटन सु वधाओं जैसे क होटल और रसॉट के नमाण क अनु म त
मलेगी, जो पहले यू पीए सरकार ारा "नो डेवलपमट जोन (एनडीजेड)" के प म
तबं धत थे। पा रि थ तक य प से संवेदनशील े के संर ण और सु र ा पर
समान प से जोर दया जाता है।
37
https://www.gsam.com/content/dam/gsam/pdfs/international/en/fund-literature/monthly-fund-
update/mfu_indiaeq_ocssek_en.pdf?sa=n&rd=n
35
और महान पु र कार के वाद से नवेशक को चु टक म अपनी ओर आक षत कर रहा
है। म भी इसक वशाल वकास मता से मो हत हू ँ”38 ।
63. क याण के मा यम से सशि तकरण हमार सरकार का येय रहा है। हमने बु नयाद
सु वधाओं तक सावभौ मक पहु ंच को थ
ा मकता दे ते हु ए "सबका साथ, सबका
वकास" क वचारधारा को अपनाया और इस वचारधारा को साकार करने म एक
भागीदार , मशन-मोड ि टकोण अपनाया। पछले दशक म, सामािजक क याण का
यान " मता नमाण के बना हकदार " पर यान क त करने से अ धक
द घका लक-उ मु ख, कुशल और सश प से प रपू ण हो गया है। ' कसी को पीछे न
छोड़ने' क मान सकता के साथ, हमार सरकार ने सामािजक े क योजनाओं क
संत ृ को आगे बढ़ाया है , यह सु नि त करते हु ए क सामािजक े क योजनाओं
को यो य लाभा थय के लए ल त कया जाए और नकल /अयो य व य को हटा
दया जाए। इस तरह का कोण न केवल आने वाले दशक के लए सामािजक
अवसंरचना का नमाण करता है बि क य य को जीवन तर के माग पर आगे
बढ़ने और उ च वकास के साथ अवसर का उपयोग करने म स म बनाता है।
64. हमार सरकार ने ौ यो गक आधा रत ल यीकरण और नगरानी तं लागू करके
यू पीए सरकार से त चु नौ तय का समाधान कया है। सरकार ने तकनीक को
सामािजक सश करण के साधन और जैम नट जैसे क जनधन, आधार और
मोबाइल क संभावना को अनलॉक के प म उपयोग कया था। इस सरकार ने
ल केज के मु को बहु त गंभीरता से लया है, और य लाभ अंतरण (डीबीट ) के
मा यम से एलपीजी सि सडी को अंत रत करने क जैम-पहल योजना क थम ेणी
से ल केज म 24 तशत कमी आई है। ‘’अ तंम छोर तक पहु ंच’’ के आदश से इस
सरकार क यह तब ता है क आधार क उपयो गता ने डीबीट के तहत 1,167
करोड़ लाभा थय को 34 लाख करोड़ पये से अ धक क सु वधा दान क है। मु ख
योजनाओं म उपयोगकता के अनु कूल डैशबोड और बंधन सू चना णाल (एमआईएस)
क सव यापकता ने वा त वक- समय नगरानी के मा यम से पारद शता और
जबावदे ह को बढ़ाया है। उदाहरण के लए, एमजीएनआरईजीएस, पीएम-आवास
38
https://x.com/MarkMobiusReal/status/1742392958467670143?s=20
36
योजना आ द के तहत आि तय क िजयो-टै गंग ने बग- टकट काय म के
काया वयन म वा त वक समय ( रयल टाइम) म नगरानी और पारद शता को स म
कया है। हमार सरकार ने प रव तत और प ट प त से इससे पू वगामी से अ धक
बेहतर काय म सं वतरण के ै क रकोड क पराका ा ा त क है , जैसा क ता लका
5 म दशाया गया है।
शौचालय का 2011- 1.8 करोड़ शौचालय न मत41 2014-2024 11.5 करोड़ घरे लू
नमाण 2014 शौचालय का नमाण42
39
https://164.100.158.235/question/annex/241/Au1406.pdf ,
https://loksabhadocs.nic.in/Refinput/New_Reference_Notes/English/RuralHousingIndiraAwasYojana.pdf
40
https://dashboard.rural.nic.in/dashboardnew/pmayg.aspx
अतारां कत सं. 237, दनांक 2.12.2015 को उ राथ, रा य सभा
41
42
https://sbm.gov.in/sbmgdashboard/statesdashboard.aspx
अतारां कत सं. 2657, दनांक 14.03.2016 को उ राथ, लोक सभा
43
45
https://pib.gov.in/newsite/erelcontent.aspx?relid=84130
46
https://pmjdy.gov.in/account
लोक सभा अतारां कत सं. 4448, दनांक 20.02.2014
47
48
https://pib.gov.in/PressReleaseIframePage.aspx?PRID=1907728n
37
कफायती दवाइयां 2008- 164 जन औष ध भंडार खोले 2014-2023 10,000 भंडार खोले
2014 गए िजनम से 87 काया मक49 गए50
ऑि टकल फाइबर 2011- 6577 कमी ऑि टकल फाइबर 2015-2023 6.8 लाख कमी
नेटवक 2014 लगाया गया51 ऑि टकल फाइबर
52
लगाया गया
गर ब के लए 2010- 53 िजल म 9.9 लाख 2017-2023 पू रे भारत म 3.59
53 54
मातृ व लाभ 2013 लाभाथ करोड़ लाभाथ
50
https://pib.gov.in/PressReleasePage.aspx?PRID=1988675#:~:text=The%20Prime%20Minister%20virtually%20launched,th
e%20people%20of%20the%20country.
अतारां कत सं. 1770, दनांक 03.12.2014 को उ राथ, लोक सभा
51
52
https://usof.gov.in/en/usof-dashboard
53
https://pib.gov.in/newsite/PrintRelease.aspx?relid=101140
54
https://pib.gov.in/PressReleseDetail.aspx?PRID=1998748
55
https://pib.gov.in/PressReleasePage.aspx?PRID=1985466
56
https://pib.gov.in/PressReleaseIframePage.aspx?PRID=1990696
38
वा म व के मा यम से डिजटल भू म रकॉड पर जोर ामीण भू म बंधन और
य गत आ थक सश करण म संरचना मक सु धार है।
67. यू पीए सरकार के काय म वतरण म काफ सु धार करने के अलावा, हमार सरकार ने
भारत क वकास मता को उभारने के लए कई नी तगत नवाचार भी कए। टाट-
अप इं डया, टड-अप इं डया, मु ा योजना के मा यम से सुलभ ऋण के बड़े पैमाने
पर ावधान, एसएचजी क अपि क लंग और पीएम- व न ध के मा यम से सड़क
व े ताओं को ऋण के मा यम से उ मशीलता पर जोर, समाज के सभी वग से
नौकर नमाताओं को सश बनाने पर हमार सरकार के फोकस को दशाता है। दे श
क जनसांि यक और यवसाय ोफाइल को दे खते हु ए एक और वचारशील नी त
असंग ठत े के मक के लए स ती सामािजक सु र ा योजनाओं क पहु ंच है।
हमार सरकार ने म हलाओं, यु वाओं, द यांगजन , वशेष प से कमजोर जनजातीय
समू ह , द तकार और खला ड़य स हत भारत क व वध आबाद के हर वग क
ज रत को पू रा करने के लए क याणकार योजनाओं को अनु कूल बनाया है।
68. पीएम- कसान स मान न ध ने कसान को सश बनाया और उधारकता-ऋणदाता
संबंध को नु कसान पहु ंचाए बना उनक आय म सु धार कया। यू पीए क एडीड यू डी
ने कसान को अदा कये जाने ऋण म अटकले पैदा क । इसके वपर त हमार
कसान स मान न ध ने कसान के ऋण चु काने क मता को और मजबू त कया
है। कसान क याण के त हमारे और यू पीए के कोण म यह एक मह वपू ण
अंतर है। क याण संबंधी वतरण कुशल, भावी और सश है।
39
हु ई थी, िजससे गत 10 वष म औसत मु ा फ त समान प से और कम रह होती।
फर भी सरकार ने मु ा फ त को व वध आपू त खात और मु य खा व तुओं के
बफर के सु ढ़ करण के मा यम से नयं त कया है।
चाट-9 यू पीए सरकार क तु लना म हमार सरकार के दौरान औसत हे डलाइन मु ा फ त
40
चाट 10 : जीडीपी के तशत के प ि थर चालू खाता घाटा
ोतः आरबीआई
71. हमार सरकार ारा बहाल अथ यव था के मजबू त बु नयाद स ांत के कारण, पये
ने स-यू े न संघष और मु ख क य बक ारा वष 2021-22 के टे पर ट म जैसे
वैि क उतार-चढ़ाव के दौरान लचीलापन द शत कया। आरबीआई57 के वष 2022 के
एक रसच पेपर से पता चलता है क वष 2021 म फेड क टे प रंग के लए भारत
क त या वष 2013 क तु लना म वष 2021 म भारत क मजबू त बाहर ि थ त
के कारण व नमय दर पर कम गंभीर थी. वष 2013 म फेडरल रजव क घोषणा के
चार मह ने के भीतर ह डॉलर के मु काबले पये म 14.9 तशत क गरावट आई
थी। इसके वपर त, टे पर 2 घोषणा के बाद चार मह न के भीतर 2021 म पये म
0.7 तशत क मामू ल गरावट आई। (चाट 11)
57
https://www.rbi.org.in/Scripts/BS_ViewBulletin.aspx?Id=21140
41
चाट 11: टे प रंग के पहले चार मह न म पये का
मू य ास
% आईएनआर/अमर क डालर बदल 14.9%
0.7%
42
चाट 10: सकल एफडीआई म झान
90
80
70
60
USD Billion
50
40
30
20
10
0
FY 2005
FY 2006
FY 2007
FY 2008
FY 2009
FY 2010
FY 2011
FY 2012
FY 2013
FY 2014
FY 2015
FY 2016
FY 2017
FY 2018
FY 2019
FY 2020
FY 2021
FY 2022
FY 2023
ोतः आरबीआई
ट पणीः सकल एफडीआई अंतवाह सकल अंतवाह (पुन नवेश अजन स हत) है
58
https://rbi.org.in/Scripts/PublicationsView.aspx?id=15769
59
https://rbidocs.rbi.org.in/rdocs/Bulletin/PDFs/RBIBULLETINJANUARY2024EC59F69FFEA5447B9A75C33E7CA8
CB26.PDF
43
अनु क पापू ण सहायता दान क और पू ववत ऑफ-बजट दे नदा रय को उ चत बजट
खात म शा मल करके लोक व म पारद शता था पत क ।
75. पछल प रपाट से हटकर, सीमा से नीचे ( बलो-द -लाइन) व पोषण का अब पारदश
प से खु लासा कया जा रहा है। अब तक, इस सरकार ने 2014 से पहले सि सडी
के नकद भु गतान के बदले तेल वपणन कंप नय , उवरक कंप नय और भारतीय खा
नगम को जार क गई वशेष तभू तय के लए मू लधन और याज के पु नभु गतान
क दशा म पछले दस वष म लगभग 1.93 लाख करोड़ पये खच कए ह। 2025-
27 के दौरान यह सरकार शेष बकाया दे यताओं और उस पर याज के लए आगे
1.02 लाख करोड़ पये खच करे गी।
76. क सरकार के बाजार उधार, जो यू पीए के कायकाल के दौरान अभू तपू व दर पर बढ़े
थे, को हमार सरकार वारा नयं त कया गया था। क सरकार का नवल बाजार
उधार (जी-सेक), जो यू पीए शासन के दौरान 4.4 गु ना बढ़ गया था, जब क सद म
एक बार आने वाल वैि क महामार ारा आव यक उ च यय आव यकताओं के
बावजू द हमार सरकार के तहत 2.6 गु ना बढ़ गया।(चाट 11)
ोतः बजट द तावेज़ और के सरकार के व ीय लेखा; व वष 2024 के आंकड़ संशो धत अनु मान ह।
44
मंद तथा ल बे समय से चल आ रह जड़ता को ख म कया जा सके। चाट 14
दशाता है क राज व यय के सीएजीआर म हमार सरकार के कायकाल म यू पीए
सरकार क तु लना म कमी आई है। वैकि पक प से, हमार सरकार के कायकाल म
पू ंजीगत यय म बहु त अ धक औसतन च वृ म बढ़ोतर हु ई है।
चाट 14: पछले दशक के दौरान यय क गु णव ा म सु धार
14.2%
9.9%
5.6%
ोतः आरबीआई
45
चाट 15: वष 2015 से 2024 के दौरान पू ंजीगत यय पर जोर
(क) (ख)
15.8
14.5
More than 5
fold
increase
12.0 9.5
(ग)
2003-04 2013-14 2023-24सं.अ.
12%
23% 21%
79%
77%
88%
46
ो साहन योजना लागू क जो संकट त े और हर य तक पहु ँची है। बजट
का आकार व वष व वष 2019 म जीडीपी के 12.2 तशत से बढ़कर व वष
2021 म जीडीपी के 17.7 तशत हो गया है। व वष 2021 म पया राजकोषीय
ो साहन के बावजू द, राजकोषीय ि थ त नयं ण से बाहर नह ं गई य क ो साहन
नरं तर (ओपन-एंडेड) होने क बजाय दूरदश और अंशां कत था। अ धक मह वपू ण
बात यह है क, जैसे ह ो साहन क आव यकता कम हु ई, हमार सरकार राजकोषीय
अंतराल के पु नःउ ार करने के काय पर लग गई। जैसा क आ थक वकास व वष
2022 से भावशाल प से त ेप हु आ है, सरकार ने सकल राजकोषीय, राज व
और ाथ मक घाटे को लगातार कम कया है। यह कोण राजकोषीय ववेक और
पारद शता ारा च त कया गया है। यह वष 2008-09 म जीएफसी के तीन वष
बाद वष 2012 म लगातार बढ़ती राजकोषीय और राज व घाटे क ि थ त के ब कुल
वपर त था।
चाट 16: यू पीए कायकाल के दौरान ो-साइि लकल राजकोषीय नी त बनाम एनडीए कायकाल
के दौरान काउं टर-साइि लकल राजकोषीय नी त
यू पीए और एनडीए क सरकार के दौरान कुल यय का सीएजीआर
Expansion of budgets during Creating fiscal space
high GDP growth
GDP Growth boom Crisis years
High Budget Growth Budget expansion
Low GDP Growth phase
Low Budget Growth
14.2%
13.4%
12.0% High GDP Growth
Restrained Growth
8.2%
47
पछले दशक म सु धार कृ त कर पा रि थ तक तं के साथ सु ढ़ राज व वृ ध
80. जीएसट यव था क शु आत अ त-आव यक संरचना मक सु धार था। माल एवं सेवा
कर (जीएसट ) क शु आत से पहले , रा य लेवी, 440 से अ धक कर दर , उ पाद
शु क और इन दर को शा सत करने वाल कई एज सय क अनु पालन
आव यकताओं का अथ था क भारत का आंत रक यापार न तो वतं था और न
ह एकजु ट था। सु धार के काया वयन ने 29 रा य और 7 संघ रा य े को
एकजु ट कया, जो अपनी व भ न कर संरचनाओं के कारण, अपने आप म आ थक
े थे।
81. नई कर संरचना क वशेषता राजनी तक सवस म त नमाण और जीएसट प रषद
क सामू हक सं भु ता है, दोन सहकार प रसंघवाद के मुख उदाहरण ह। रा य के
राज व हत क र ा के लए, जीएसट के ारं भक वष के दौरान, हमार सरकार ने
जीएसट राज व म 14% क यू नतम वृ से कसी भी राज व म कमी के लए 5
वष (2017 – 2022) के लए रा य के लए मु आवजे क गारं ट द । जीएसट सु धार
से कई मोच पर लाभ हु आ है। भारत के रा य को एक बाजार म एक कृ त करके नई
कर संरचना, यवसाय म पैमाने को ो सा हत कर रह है।
82. पछले दशक के दौरान यापक कर सु धार वारा क गई भावी णा लय ने राज व
सं ह और अनु पालन को बेहतर कया है।
व वष 2015 से व वष 2024 तक संशो धत अनु मान के लए औसतन कर-
जीडीपी अनु पात लगभग 10.9 तशत है, जो 2004-14 के दौरान दस वष के 10.5
तशत के औसत से अ धक है। यह कम कर दर और को वड-19 महामार के दौरान
दान क गई यापक राहत के बावजू द संभव हु आ है।
48
चाट 17: औसतन मा सक सकल जीएसट सं ह
1.8 1.7
1.5
1.5
₹ Lakh Crore
1.2
1.2
1.0 1.0
0.9
0.9
0.9
0.6
FY18 FY19 FY20 FY21 FY22 FY23 FY24
49
चाट 18: दोन यव थाओं के बीच रा य को कए गए अंतरण क तु लना
(क) कर अंतरण और एफसी अनु दान के (ख) कर अंतरण और एफसी अनु दान के
मा यम से रा य को 3.8 गुना अ धक मा यम से रा य को जीडीपी के 1 तशत
संसाधन वाइंट के अ त र त संसाधन
22.1 3.36
50
ई-नीलामी हे तु एकल वंडो आ द शा मल ह। कोयला े म सु धार करने के लए
हमार सरकार के नरं तर यास के प रणाम व प, व वष 2023 म कोयला
उ पादन 893.19 एमट के रकाड तर पर पहु ँ च गया, जो भारत के इ तहास म
सबसे अ धक है। व वष 2023 म कोयले के उ पादन का तर व वष 2014 के
565.77 एमट कोयला उ पादन क तुलना म कर ब 57.8 तशत क वृ दशाता
है। व वष 2009 से व वष 2014 तक कोयले के उ पादन का सीएजीआर 2.8
तशत था, य द यह नरं तर बना रहता तो व वष 2023 म कोयले का उ पादन
725.39 एमट होता।
86. हमार सरकार ने दे श के बजल े म सम या उ प न करने वाले कई मु का
समाधान कया है, इस कार इसे बजल क कमी से बजल क पया ता म
बदल दया है। दे श ऐसी ि थ त जब दो- तहाई कोयला-आधा रत व ु त संयं के
पास अ यलप कोयला भंडार थे(2014), से वष 2015 म उभरकर उस ि थ त म पहु ँच
गया जब दे श म ऐसा एक भी व ु त संयं नह ं िजसके सम अ यलप कोयले भंडार
का तर था। बजल क कमी के मह वपू ण मु े को अ ल
ै 2014 से 196558
मेगावाट उ पादन मता जोड़कर संबो धत कया गया है, और भारत ने "एक-रा ,
एक ड - एक आवृ " का ल य भी ा कया है। प रणाम व प, ऊजा
आव यकता और आपू त क गई ऊजा के बीच का अंतर 2013-14 म 4.2% से
घटकर 2023-24 म 0.3% हो गया है।60 धानमं ी के "सहज बजल हर घर" के
कोण के अनु प, हर गांव और घर को व ु तीकृ त कया गया है। ामीण े म
बजल क उपल धता 2015 म 12 घंटे से बढ़कर 20.6 घंटे हो गई है और शहर
े म यह बढ़कर 23.8 घंटे हो गई है। जहां सभी को नरं तर बजल दान करने
के लए बजल े म सु धार कया गया है, वह ं पीएम कुसु म योजना अ नदाता को
स म बना रह है- हमारे कसान ऊजादाता-ऊजा दाता भी बन गए ह, िजससे 2.46
लाख से अ धक कसान लाभाि वत हो रहे ह।61
60
https://pib.gov.in/PressReleseDetailm.aspx?PRID=2003172
61
https://pib.gov.in/PressReleaseIframePage.aspx?PRID=1944762
51
दूरसंचार े म बेहतर शासन क शु आत
52
न कष
53
• 2014 म जब एनडीए सरकार ने स ा संभाल थी, अथ यव था खराब ि थ त म ह नह ं थी वरन
संकट त थी। हमने एक दशक के लए कु बं धत अथ यव था को ठ क करने और इसके मूल ढांच
को मजबूत ि थ त म बहाल करने क बहु त सी चु नौ तय का सामना कया।
• फर, हमारे पास 12- दवसीय रा मंडल खेल का घोटाला-भरा था; अब, हमने 2023 म एक बहु त बड़े और
साल भर चलने वाले जी20 ेसीडसी क सफलतापूवक मेजबानी क , िजसम वैि क सम याओं का
वीकाय समाधान दान करते हु ए, साम ी, सवस म त और लॉिजि टक के मामले म भारत अपने सव े
प म द शत हु आ।
• फर, 2जी घोटाला सामने आया; अब, हमारे पास सबसे कम दर के साथ 4जी के तहत आबाद का
यापक कवरे ज है और 2023 म दु नया का सबसे तेज़ 5जी रोलआउट है।
• फर हमने कुछ चु नंदा लोग के लए सोने के आयात का लाइसस दान कया; अब, हमने आयात के
लए एक पारदश तं के साथ जीआईएफट आईएफएससी म एक सराफा (बु लयन) ए सचज था पत
कया है।
• तब, हमारे पास अथ यव था ' वन बैलस शीट क सम या' का सामना कर रह थी; अब, हमने
अथ यव था को कंप नय के साथ-साथ ब कं ग े के लए ' वन बैलस शीट लाभ' म बदल दया है,
िजसम नवेश और ऋण बढ़ाने और रोजगार पैदा करने क पया मता है।
• फर, हमारे सामने वदे शी मु ा संकट था; अब हमारे पास 620 अरब डॉलर से अ धक का रकॉड वदे शी
मु ा भंडार है।
• फर, हमारे पास 'नी तगत-खा मयां' (पॉ लसी पैरा ल सस) थी; बु नयाद ढांचा ाथ मकता नह ं थी; अब,
अ धक नवेश और उ पादकता के लए अ णी ' नवेश, वकास, रोजगार और उ मता, और बचत' के सुधार
च के प हय म तेजी लाई गई है।
• फर, हमारे पास वकास काय म का छटपुट कवरे ज था; अब, हमारे पास ज रतमंद के लए
सु नयोिजत, ल त और समावेशी सहायता और उनक आकां ाओं को पूरा करने के लए सभी के
सश करण के साथ सभी के लए बु नयाद आव यकताएं दान करने के लए 'संत ृ कवरे ज '
(सै युरेशन कवरे ज) है।
54
89. हमार सरकार ने राजनी तक और नी तगत ि थरता से सश होकर, अ धक आ थक
बेहतर के लए कठोर नणय लेने क आव यकता को पहचाना। अथ यव था म
ग तशीलता को पु नः बहाल करना, हमारे मन म सकारा मकता लाना और हमार
उपलि धय म गौरव लाना एक ऐसा ल य था िजसे हम ा करने क िज मेदार द
गई थी। हमने इस त य को मानते हु ए इस चु नौती को वीकार कया क लोक
जीवन लोग का दल जीतने एवं उनके मन और मि त क म जगह बनाने, तथा
उनम उनके तथा उनके ब च के भ व य के त व ास भरने के बारे म है। व रत
उपाय के जाल म वशीभू त होने के बजाय, हमने कठोर सु धार कए ता क आ थक
न पादन आने वाले दशक तक संपो षत रहे । हमार सरकार ने, अपनी पू ववत
अदूरदश सरकार से भ न, सु ढ़ महासंरचना के नमाण के साथ अथ यव था क
नींव म नवेश कया। पछले दस वष को यान म रखते हु ए, हम वन ता और
संतु के साथ कह सकते ह क हमने पछल सरकार ारा तु त क गई चु नौ तय
का सामना सफलतापू वक कया है। इसके बावजू द, हम अपनी सफलताओं पर कगे
नह ं। हम कने से पहले अभी और आगे जाना है और कई चु नौ तय का सामना
करना है।
55
अनुलग्नक 1
क्रम
2014 से पव
ू र् 2014 के पश्चात
संख्या
संरचनात्मक सुधार
सश्र
ु ी �क्रस्टा�लना जॉज�वा, एमडी
आईएमएफ (अक्टूबर 2022)
आईएमएफ/�वश्व ब�क क� वा�षर्क बैठक
2022 के दौरान:
2012 भारत का अनुच्छे द IV परामशर्
भारत इस अन्यथा अंधेरे ���तज पर एक
कई �नवेशक� को वतर्मान सरकार के
उज्ज्वल स्थान कहलाने का हकदार है
गठबंधन, िजससे कायार्न्वयन म� ग�त
क्य��क यह इन क�ठन िस्थ�तय� के
लाने क� आशा क� गई थी, के सुधार क�
दौरान भी ग�तशील व�ृ द्ध वाल�
1. ग�त से �नराशा हुई है और वे हाल ह� म� ,
अथर्व्यवस्था रह� है । ले�कन सबसे
हाई-प्रोफाइल शासन घोटाल� और
महत्वपण
ू र् बात यह है �क, यह �वकास
नाग�रक स�क्रयता म� वद्
ृ �ध के बाद
संरचनात्मक सुधार� द्वारा रे खां�कत
धीमी सरकार� �नणर्य लेने के बारे म�
�कया गया है , उनम� से �डिजटल आईडी
�चं�तत हो गए ह�।
से भारत म� �डिजटल�करण म�
उल्लेखनीय सफलता से �डिजटल पहुंच के
आधार पर सभी सेवाएं और सहायता
उपलब्ध कराना शा�मल है ।
चालू खाता घाटा और मद्र
ु ास्फ��त
"भारत: चय�नत मुद्दे , 2014" पर
आईएमएफ का लेख:
“2021 भारत का अनुच्छे द IV परामशर्”:
... �ेत्रीय बचत-�नवेश शेष के संदभर् म�
भारत के चालू खाता घाटे म� अभूतपूवर्
2. वद्
ृ �ध। �नरं तर उच्च मुद्रास्फ��त
से �नवल अंतवार्ह और चालू खाते म� सुधार
वास्त�वक �रटनर् म� कमी आई है, िजससे
ने �वदे शी मुद्रा भंडार म� वद्
ृ �ध करने म�
सोने के आयात म� वद् ृ �ध हुई है और
सहायता क�।
घरे लू �व�ीय बचत म� उल्लेखनीय
�गरावट आई है ।
56
ग्लोबल इकोनो�मक प्रोस्पैक्ट, जन
ू 2012: ग्लोबल इकोनो�मक प्रोस्पैक्ट, जन
ू 2015:
मैनेिजंग ग्रोथ इन ए वोलाटाइल वल्डर्: है �वंग �फसकल स्पेस एंड यूिजंग इट:
घरे लू दबाव दे श� म� �वशेष रूप से तीव्र चालू खाता घाटा और बढ़� हुई
प्रतीत होता है ... भारत जहां मद्र
ु ास्फ��त मद्र
ु ास्फ��त- दोन� लगातार अर��तताओं-
3. अ�धक है और राजकोषीय और चालू म� काफ� कमी आई है। मध्यम अव�ध
खाता घाटा बढ़ा हुआ है । म� , �वकास दर के लगातार 7 प्र�तशत तक
बढ़ने क� संभावना है क्य��क सुधार� से
उत्पादकता लाभ प्रा� होना शरू
ु हो गया
है ।
व्यापार संबंधी �वश्वास
�व�ीय सुदृढ़ता के चार सामान्य रूप से आया है। �व�ीय �ेत्र क� नी�तय� ने
उपयोग �कए जाने वाले सूचक� के आधार महामार� के दौरान कॉप�रे ट �ेत्र को
57
अवसंरचना और कॉरपोरे ट �नवेश म� माल और सेवा कर (जीएसट�), �दवाला
�गरावट भारत क� मौजूदा �वकास मंद� म� और शोधन अ�मता सं�हता (आईबीसी)
5. सबसे बड़ा योगदानकतार् रह� है । �पछले क� शुरूआत और �वदे शी �नवेश प्रवाह के
दशक के दौरान भारत क� �नवेश क� उदार�करण ने अथर्व्यवस्था को बेहतर
58
अथर्व्यवस्थाओं के ब�क� के ऋण� म� कमी भंडार को पुनः पू�तर् करने म� मदद क�।
(�डल�वरे िजंग) ने �वदे शी �व� क� लागत ... पूंजीगत अंतवार्ह ने �नवल अंतरार्�ीय
बढ़ा द� है । �नवेश क� िस्थ�त म� सुधार करने म�
मदद क�।
�वदे शी �ेत्र
इं�डया डेवलपम�ट अपडेट, अप्रैल, 2013:
ग्लोबल इकोनो�मक प्रोस्पैक्ट, जून 2012:
डाईवज��सस एंड �रस्कस:
अपे�ाकृत कमजोर भुगतान शेष
(बीओपी) िस्थ�त के साथ, रुपये ने �व� ... अक्टूबर 2014 से फरवर� 2016 म� 'मेक
वषर् 2013 के दौरान मूल्य म� �गरावट इन इं�डया' अ�भयान क� शुरुआत से
7.
जार� रह� और जन
ू म� एक सवर्का�लक भारत म� एफडीआई 37 प्र�तशत बढ़ गया
�नचले स्तर पर पहुंच गया, जो अगस्त है , िजसम� कंप्यूटर सॉफ्टवेयर और
तक उसी स्तर पर बना रहा ऑटोमो�टव �ेत्र� ने इस �नवेश का बड़ा
�हस्सा आकृ� �कया है ।
59
अनुलग्नक-2
वह
ृ द अथर्व्यवस्था
1 मद्र
ु ािस्फ�त आईएमएफ 8.2 5.0 मुद्रास्फ��त का सीएजीआर
पीपीपी डॉलर, तब- �व� वषर् 2005 से �व� वषर् 2014 के बीच
2 प्र�त व्य�� सकल घरे लू उत्पाद मुद्रास्फ��त �व� ब�क 3,889 6,016 औसत प्र�त व्य�� जीडीपी
(पीपीपी) समायोिजत अब- �व� वषर् 2015 से �व� वषर् 2023 के बीच
औसत प्र�त व्य�� जीडीपी
60
3 पंज
ू ीगत व्यय जीडीपी का �व� मंत्रालय 1.7 3.2 के रूप म� कैपेक्स,
5 �वदे शी प्रत्य� �नवेश डॉलर, आरबीआई 305 596.5 सकल एफडीआई का योग
�ब�लयन अबः �व� वषर् 2015 और नवंबर, 2023 के बीच
सकल एफडीआई का योग
6 बहुआयामी गर�बी जनसंख्या यूएनडीपी, नी�त 29.2 11.3 तब- 2013-14 के अंत म�
का प्र�तशत आयोग अब- 2023 के अंत तक (अनुमा�नत)
तब- 2014 तक
8 स्टाटर् अप- क� संख्या कंप�नय� क� डीपीआईआईट� 350 1,17,257 अब- 31 �दसंबर 2023 तक
संख्या
है ।)
भौ�तक और �डिजटल
अवसंरचना
शहर� क� आवासन और
10 मेट्रो रे ल वाले शहर 5 20 तब- 2014 के अंत म� ,
संख्या शहर� कायर्
अब- 2023 के अंत म�
मंत्रालय
तब �व� वषर् -2005 और �व� वषर् 2014 के बीच
11 रा�ीय राजमागर् क� लंबाई का �नमार्ण हजार �कमी सड़क प�रवहन और 25.7 54.9 �न�मर्त राजमागर्;
राजमागर् मंत्रालय अब- �व� वषर् 2015 से �व� वषर् 2024 (नवंबर) के
बीच �न�मर्त राजमागर्
�कमी/ �दन
12 राजमागर् �नमार्ण क� ग�त सड़क प�रवहन और 12 28.3 तब - 2013-14 म� ग�त;
राजमागर् मंत्रालय अब -2022-23 म� ग�त
14 �वद्युतीकृत रे ल नेटवकर् हजार �कमी रे ल मंत्रालय 21.8 60.8 अब- नवंबर2023 , तक �वद्युतीकृत बड़ी लाइन नेटवकर्
16 औसत टोल प्लाजा प्रती�ा समय समय पी.आई.बी. 12.2 �मनट 47 सेकंड तब - 2014 म� ;
अब - 2023 म�
क�द्र�य �वद्युत
17 कुल स्था�पत ऊजार् �मता गीगा वाट 249 429 तब - माचर् 2014 तक;
प्रा�धकरण
अब – �दसंबर 2023 तक
स्था�पत अ�य ऊजार् �मता क�द्र�य �वद्युत
18 गीगा वाट 76 181 तब – माचर्, 2014 तक;
प्रा�धकरण
अब – �दसंबर, 2023 तक
लोग� क�
संख्या, तब- 2013-14 के अंत तक,
20 मोबाइल ब्रॉडब�ड सब्सक्राइबर ट�आरएआई 6 90
करोड़ अब- नवंबर 2023 के अंत तक
63
कॉलेज� स्वास्थ्य और
23 मे�डकल कॉलेज 387 706 तब - 2014 तक;
क� संख्या प�रवार कल्याण
अब- 2 फरवर�, 2024 तक
मंत्रालय
तब - 2014 तक;
सीट� क� स्वास्थ्य और
24 �च�कत्सा �श�ा म� सीट� 51,348 1,08,940
अब- 2 फरवर�, 2024 तक
संख्या प�रवार कल्याण
मंत्रालय
27 पंजीकृत ट्रे डमाकर् संख्या (लाख) सीजीपीडीट�एम का 8.8 17.9 पंजीकृत ट्रे डमाकर्;
कायार्लय
अब– �व� वषर् 2015 और �व� वषर् 2022 के बीच
पंजीकृत ट्रे डमाकर्
पेट्रो�लयम एवं
तब - अप्रैल 2014 तक;
28 एलपीजी कनेक्शन क� संख्या प्राकृ�तक गैस मंत्रालय 14.5 31.4
करोड़ अब– अगस्त 2023 तक
पेट्रो�लयम एवं
तब - अप्रैल 2014 तक;
29 पीएनजी कनेक्शन क� संख्या प्राकृ�तक गैस मंत्रालय 22.3 119
लाख अब– अक्टूबर 2023 तक
तब - 2014 तक;
30 �वद्युतीकरण क� िस्थ�त �व� ब�क 85.1 100
प्र�तशत अब– 2023 तक