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"ॐ नमः श्रीप्रत्यङ्गिरा दे व्यै"

नमस्कार पर्
ू कव दीपक जलाकर

"सर्ावससद्गि योगिनीभ्यो नमः" सर्वससद्गि मातभ्


ृ यो नमः "

ननत्योददतानन्दनन्न्दतायै सकलचक्रनानयकायै भिर्त्यै चण्डकापासलन्यै


षट्पंचाशाक्षरप्रथम स्री डम्बर सदासशर्ौ हस्रौं हस्रः कुण्डलयोननिोलकसर्वक्षय हस्रां
हस्रीं हसूं ॐ क्रां क्ररं क्रंू क्रौं क्र: नमः महा मंरप्रदीपनं दे दह हंससनन ननर्ावणमािवदे
सर्ोत्तमोत्तमवर्षमोप्लर् प्रशमनन अमत
ृ कले दरु रताररष्टसंक्लेशदलानन
सर्वभर्ाम्भोगितररणण सकलशरप्र
ु मथनन दे वर् आिच्छ आिच्छ हस हस र्ल्ि र्ल्ि
नर रुगिरांरर्साभक्षक्षणण मम स्र्सर्वशरन
ू मदवय मदव य खादह खादह त्ररशूलेन सभन्न्ि
सभन्न्ि खड्िेन ताडय ताडय छे दय छे दय तार्द्यार्त मम सकल मनोरथान ् सािय
सािय परमकारुणणके भिर्नत महाभैरर्रुपिाररणण त्ररदशर्रनसमते सकलमंरमारे
तुभ्यं नमः ॐ सकलप्रणेतजन-र्त्सले परमेश्र्रर दे वर् महाकासल कालनासशन
प्रदीपमहाननलब्रह्मपररदवपवते िोलकवपण्डलान्छछते प्रसीद प्रसीद मदनातुरे म्ां द्ां न्ां
रां रादह रादह कुरु कुरु कन्यकाडम्बरं शां श्रीं सर्वमख
ु दातारे महाभोिपरार्हे कालानल
ह्ां शां महाहं स भ्ां भ्ीं भ्ूं भ्ौं भ्ः स्र्ाहा "

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