You are on page 1of 9

श्रीः

श्रीमते रामानुजाय नमः


श्रीमते नगमा महादे शकाय नमः

श्रीशैल श्रीर ाचाय र चतम्

Á Á श्रीश्री नवासग म् Á Á
This document has been prepared by

Sunder Kidāmbi

with the blessings of

श्री र रामानुज महादे शकन्


His Holiness śrīmad āṇḍavan śrīraṅgam
श्रीः

ām om
kid t c i
श्रीमते रामानुजाय नमः

er do mb
श्रीमते नगमा महादे शकाय नमः

Á Á श्रीश्री नवासग म् Á Á
श्रीमद खलमहीम लम नधर णधर


म लाख ल ⋆
न खलसुरासुरव त वराहक्षेत्र वभूषण ⋆

i
शेषाचल गरुडाचल वृषभाचल

b
su att ki
नारायणाचला नाचला द शखिरमालाकुल ⋆
नाथमुख बोध न धवी थगुणसाभरण स न ध
त न ध भ गुणपूणर्, श्रीशैलपूणर्
गुणवशंवद परमपुरुषकृपापूर वभ्रमदतु शृ
ap der

गल गनग ासमा ल त ⋆
सीमा तग गुण रामानुजमु न नामा त बहु भूमाश्रय
i
सुरधामालय वनरामायत वनसीमापिरवृत, वश टतट
नर र वजृ त भ रस नझर्रान ाय हायर्
pr sun

प्रस्रवणधारापूर वभ्रमद, स ललभरभिरत महातटाक


म त ⋆
क लकदर्म मलमदर्न क लतो म वलस म नयमा दम
मु नगण नषे माण, प्र क्षीभव जस लल
nd

समज्जन नमज्जन न खलपापनाशन पापनाशन


तीथ ा सत ⋆
मुरािरसेवक जरा दपी डत नरा तर्जीवन नराश भूसुर
वरा तसु र सुरा नार त करा सौ व
कुमारताकृ त, कुमारतारक समापनोदय दमानपातक
महापदामय, वहापनो दत सकलभुवन व दत
श्रीश्री नवासग म्

कुमारधारा भधान तीथ ध त ⋆

ām om
kid t c i
धर णतल गत सकल हतक लल शुभस लल गतबहुळ

er do mb
व वधमल ह तचतुर, रु चरतर वलोकनमात्र वद ळत
व वधमहापातक ा मपु िरणी समेत ⋆
बहुस ट नरकावट पतदु ट क लक ट कलुषो ट
जनपातक व नपातक, रु चनाटक करहाटक कलशाहृत


कमलारत शुभमज्जनजल सज्जन, भिरत नजदुिरत
ह त नरत जनसतत नरगर्ळपेपीयमान स लल स ृत

i
वश ट कटाहतीथर् वभू षत ⋆

b
su att ki
एवमा दम भूिरम म सवर्पातक गवर्हापक स ुड र
हािरशंबर, व वध वपुल पु तीथर् नवह नवास ⋆
श्रीमतो वे टाचल ⋆
ap der

शखरशेखरमहाक शाखी ⋆
खव भवद त गव कृत गुरुमेव श गिर मुखोव धर
कुलदव कर द यतोव धर शखरोव ⋆
i
सतत सदूव कृ त चरणघन गवर्चवर्ण नपुण
pr sun

तनु करणमसृ णत गिर शखरशेखरतरु नकर त मरः ⋆


वाणीप तशव णी द यते ाणी र मुख
नाणीयोरसवेणी, नभशुभवाणी नुतम हमाणी
य र कोणी भवद खल भुवनभवनोदरः ⋆
वैमा नकगुरु भूमा धक गुण रामानुज कृतधामाकर
nd

करधामािर दरललामा कनक, दामा यत नजरामालय


नव कसलयमय तोरणमाला यत वनमालाधरः ⋆
काला ुद माला नभ नीलालक जालावृत बाला
सल लामल फाला समूलामृत, धारा यावधीरण
धीरल लततर वशदतर घन घनसारमयो र्पु ्र

www.prapatti.com 2 Sunder Kidāmbi


श्रीश्री नवासग म्

रे खा यरु चरः ⋆

ām om
kid t c i
सु वक र दळभा र कमलोदर गतमेदुर नवकेसर

er do mb
त तभासुर, पिर प र कनका र क लतादर ल लतोदर
तदाल ज िरपु म ण , ग ीिरमद
समुज्जृ माण पीवरोरुयुगळ तदाल पृथुल,
कदळ मुकुल मदहरणज ाल ज ायुगळः ⋆


न दल भ कल पीतमल शो णमल स ृदुल

i
स सलयाश्रुजलकािर बल शोणतल, पदकमल

b
नजाश्रय बलब ीकृत शर द म ु ल,
su att ki
वभ्रमदादभ्र शुभ्र पुनभर्वा ध ताङ्गुळ गाढ
नपी डत प ासनः ⋆
जानुतलाव ध ल वड त वारण शु ाद
ap der

वजृ त नीलम णमय क कशाखा, वभ्रमदा य


मृणाळलतायत समुज् लतर कनकवलय
i
वे तैकतर बाहुद युगळः ⋆
युगपदु दत को ट खरकर हमकर म ल जा मान
pr sun

सुदशर्न पा ज , समु ु त शृ ापर


बाहु युगळः ⋆
अ भनवशाण समु े जत महामहा नीलख
मथख न नपुण नवीन, पिरत कातर् र कव चत
महनीय पृथुल सालग्राम पर रा गु त,
nd

ना भम ल पयर् ल मान प्राल दी


समाल त वशाल वक्षः लः ⋆
ग ाझर तु ाकृ त भ ाव ळ भ ावह
सौधाव ळ बाधावह धारा, नभ हाराव ळ
दूराहत गेहा र मोहावह, म हम मसृ णत

www.prapatti.com 3 Sunder Kidāmbi


श्रीश्री नवासग म्

महा त मरः ⋆

ām om
kid t c i
प ाकृ त भृ ारु नभा ार दळा ामल

er do mb
न ा सत दु ायर्घ, न ाव ळ दीपप्रभ नीप व
तापप्रद कनकमा लका पश त सव ः ⋆
नवद ळत दळव लत मृदुल लत कमलत त मद वह त
चतुरतर, पृथुलतर सरसतर कनकसरमय रु चरक का,
कमनीयक ः ⋆

i
वाताशना धप त शयन कमन पिरचरण र तसमेता खल

b
फणधर, त त म तकरकनकमय नागाभरण
su att ki
पिरवीता खला ावग मत शयनभूता हराज जाता तशयः ⋆
र वकोटी पिरपाटी धरकोटी रवराटी कतवाटी रसधाटी,
धरम णगण करण वसरण सतत वधुत
ap der

त मरमोह गभर्गेहः ⋆
अपिर मत व वधभुवन भिरताख ब्र ा म ल
i
पच लः ⋆
आयर्धुय न ायर् प वत्र ख नत्रपात पात्रीकृत,
pr sun

नजचुबुक गतव्रण कण वभूषणवहनसू चत


श्रतजनव लता तशयः ⋆
म ु ड म ढमरु जझर्र काहळ पटहावळ
मृदुमदर्ला ल मृद दु ु भ, ढ कामुक
हृ वा क मधुरम ळ नादमेदुर, वसृमर
nd

सरस गानरस रु चर स त स मान न ो व


पक्षो व मासो व, स रो वा द
व वधो व कृतान ः ⋆
श्रीमदान नलय वमानवासः ⋆
सतत प ालया पदप रे णु स तवक्षस् ल

www.prapatti.com 4 Sunder Kidāmbi


श्रीश्री नवासग म्

पटवासः ⋆

ām om
kid t c i
श्रीश्री नवासः ⋆

er do mb
सुप्रस ो वजयताम् Á
नाटार भ भूपाळ बलहिर मायामाळव गौळा असावेर
सावेर शु सावेर देवगा ार , ध ासी


बेगड ह ू ानी कापी तोडी नाटकुरु ी श्रीराग,
सहन अठाण सार दब रु प ुवराळ वराळ

i
क ाणी भूिरक ाणी यमुनाक ाणी, हुशेनी

b
ज ोठ कौमार क ड खरहर प्रया, कलहंस
su att ki
नादनाम क्रया, मुखार तोडी पु ागवराळ का ोदी
भैरवी यदुकुलका ोदी आन भैरवी, श राभरण
मोहन रे गु ी सौरा ्र ी नीला र गुण क्रया,
ap der

मेघगजर्नी हंस नी शोकवराळ म मावती


जेञ्जुरुटी सुरुटी जाव ी मलया र , का प
i
परशुधनासर दे शकतोडी आ हिर वस गौळ
स ु केदारगौळा, कनका र ा गानमूत
pr sun

वन ती वाच ती दानवती मानरूपी सेनापती,


हनुम ोडी धेनुका नाटक प्रया को कल प्रया रूपवती
गायक प्रया, वकुळाभरण चक्रवाक सूयर्का
हाटका र झ ार नी नटभैरवी गीव णी
हिरका ोदी धीरश राभरण, नागान नी
nd

याग प्रया वसृमर सरस गानरसे ा द स त


स मान न ो व पक्षो व मासो व,
स रो वा द व वधो व कृतान ः ⋆
श्रीमदान नलयवासः ⋆
सतत प ालया पदप रे णु स तवक्षस् ल

www.prapatti.com 5 Sunder Kidāmbi


श्रीश्री नवासग म्

पटवासः ⋆

ām om
kid t c i
श्रीश्री नवासः ⋆

er do mb
सुप्रस ो वजयताम् Á
श्री अलम ासमेत श्रीश्री नवास ामी सुप्रीतः,
सुप्रस ो वरदो भू ा, पनस पाटल पालाश


ब पु ाग चूत कदळ च न च क मञ्जुळ
म ार ह ाला द, तलक मातुलु नािरकेळ

i
क्रौ ाशोक माधूकामलक ह क ु , नागकेतक

b
पूणर्कु पूणर्ग रस क वन वञ्जुळ खजूर्र
su att ki
साल को वदार ह ाल पनस वकट वैकसवरुण
तरुघमरण वचुळ ा यक्ष वसुध वम ध
म णी, त णी बोध ग्रोध घटवटल
ap der

ज ूमत वीरचु वस त वासती जीवनी पोषणी


प्रमुख, न खल स ोह तमाल माला म हत
i
वराजमान, चषक मयूर हंस भार ाज को कल
चक्रवाक कपोत गरुड नारायण नाना वध प क्षजा त
pr sun

समूह, ब्र क्ष त्रय वै शूद्र


नानाजा ु व देवता नम ण, मा ण वज्र
वैढूयर् गोमे धक पु राग प रागे ,
प्रवाळमौ क टक हेम र ख चत,
धग गायमान रथगज तुरग पदा त सेना समूह,
nd

भेर म ळ मुरवक झ र श काहळ नृ गीत


ताळवा कु वा प मुखवा
अहमीमागर् टीवा क टकु लवा
सुरटीचौ ोवा त मलक वताळवा
त राग्रवा घ ाताडन, ब्र ताळ समताळ

www.prapatti.com 6 Sunder Kidāmbi


श्रीश्री नवासग म्

को र ताळ ढ र ताळ ए ाळ धारावा पटह

ām om
kid t c i
कां वा , भरतना ाल ार क र क ुरुष

er do mb
रुद्रवीणा मुखवीणा वायुवीणा तु ुरुवीणा
गा वर्वीणा नारदवीणा रम ल
रावणह वीणा क्रयाल यालङ्कृतानेक वधवा
वापीकूपतटाका द ग ायमुना रे वावरुणा


शोणनदीशोभनदी सुवणर्मुखी वेगवती वेत्रवती

i
क्षीरनदी बाहुनदी गरुडनदी कावेर ताम्रपण प्रमुखाः

b
महापु न ः ⋆
su att ki
सकलतीथः सहोभयकूल त सदाप्रवाह,
ऋ जु ामाथवर्ण वेदशा े तहास पुराण
सकल व ाघोष भानुको टप्रकाश च को ट समान,
ap der

न क ाण पर रो रो रा भवृ भूर्या द त,
भव ो महा ोऽनुगृ ु⋆
i
ब्र ो राजा धा मर्कोऽ ु ⋆
देशोऽयं नरुपद्रवोऽ ु ⋆
pr sun

सव साधुजना ु खनो वलस ु ⋆


सम स ळा न स ु ⋆
उ रो रा भवृ र ु ⋆
सकलक ाण समृ र ु Á
nd

वृषशैला धपतेव दैवतं नः Á


वृषभाद्री र एव दैवतं नः Á
प णशैला धपतेव दैवतं नः Á
भगवान् वे ट एव दैवतं नः Á
श्रीश्री नवास परदैवतं नः Á
श्रीश्री नवास कुलदैवतं नः Á

www.prapatti.com 7 Sunder Kidāmbi


श्रीश्री नवासग म्

श्रीश्री नवास परमं धनं नः Á

ām om
kid t c i
श्रीश्री नवास परमाग तनर्ः Á Á

er do mb
ÁÁ इ त श्रीश्री नवासग ं समा म् ÁÁ

b i
su att ki
ap der
i
pr sun
nd

www.prapatti.com 8 Sunder Kidāmbi

You might also like