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अमत ृ है पानी, इस जग में पानी है बड़ा अनमोल - 2

पानी से है जीवन सबका, सब ही समझें इसका मोल


संभाल जल की हर दम हो
खशु हाल जल से हर जीवन हो
स्वछ जल हो, स्वछ मन हो

स्वच्छ जल प्रभु निरं कार का, मिला एक वरदान है ।


लाखों करोड़ों जीवों को , दे ता जीवन दान है ।
शीतल निर्मल पानी जैसे सबको ठं डक दे ता है ।
ऐसे ही भक्ती से हर इक इंसां आनंद लेता है ।

दषि
ू त न हो जल बिलकुल भी, इस पर करना मंथन है ।
जल से है ये दनि
ु या सारी, जल से हर इक जीवन है ।
संभाल जल की हर दम हो
खश ु हाल जल से हर जीवन हो
स्वछ जल हो, स्वछ मन हो

Nectar of life, water pristine


Blessing cool relief, keeping everything clean
Must conserve now, or else we'll pay
Without water, humanity can’t stay
Clean precious drops, we must preserve
Saving water, future we serve
Drink and share, conserve today
Water will energise us, all through the way.

प्यासे की ये प्यास बझ ु ाता, खेतों में ये फसल उगाता


नदियों से ये बहते बहते, सागर में है मिल जाता है ।
बहते जल को जैसे , सागर में अंत समाना है ।
वैसे इक दिन रूह को भी , ईश्वर में मिल जाना है ।
पाँच तत्वों में कितना , अहम ् होता है पानी।
आधार ये सष्टिृ का, नहीं इसका कोई सानी।
जिम्मेदार अब हर इक जन हो,
उजला जल से हर कण हो,
स्वछ जल हो स्वछ मन हो।
धरती को बचाना है हमारी ज़िम्मेदारी। ।
इसकी तस्वीर न बदले कर लें हम ये तय्यारी।। ।।
धरती है बस एक ही हम इसको न गवायें।
ये दिन है पर्यावरण का हम सबको ये बताएं।।

इस धरती को गर ऐसे ही दषि ू त करते जाएंगे।


आने वाली पीढ़ी को हम क्या ही दे कर जाएंगे?
धरती को बचाना है तो प्लास्टिक से इंकार करें ।
नई पीढ़ी की खातिर हम मिलकर सोच विचार करें ।।
सदंु र सी धरती इस को हम हरा भरा बनाएं,
ये दिन है पर्यावरण का....

है ईश्वर का तोहफा ये, वरदान है सारी दनि


ु या को।
इसकी हम संभाल करें , आहवान है सारी दनि ु या को।।
प्रदषि
ू त होती धरती को प्रदषू ण से बचाना है ।
वर्तमान को संभाल लें जो भविष्य को सजाना है ।।
खद ु ा के इस तोहफे की संभाल हम कर पाएं
ये दिन है पर्यावरण का......

रोग अहम का बहुत बरु ा आगे न बढ़ने दे ता,


Plastic भी जलवायु का न रूप सवरने दे ता।
जिम्मेदारी को जो इंसां अपनी नहीं निभाएगा,
कुदरत का विकराल रूप सबके सामने आएगा।
प्यार से इस धरती को हम मिलकर गल ु ज़ार बनाएँ।
ये दिन है पर्यावरण का….
प्यार का इक संसार सजाएं सेवा को व्यवहार में लाएं।
सब में दे खें नरू खद
ु ा का सेवा से उपकार कमाएं।

सेवा इक वरदान।
सेवा सख
ु ों की खान।
सेवा हमारी शान।
Service with humility...!!!

let’s all join together


for the acts of compassion,
serve humanity with humility and pious intentions,
a life lived for others
is a life worth living
love, peace, kindness,
with the purpose of giving.

रक्त दान के शिविर लगा कर फर्ज़ अपना निभाया है ,


एक पिता के बच्चे हम सब, सब को यह सिखलाया है ।
वक्ष
ृ ा रोपण से इस धरा को सद ंु र और खश
ु हाल बनाया,
वन-नेस ् वन का तोहफा दे के इस धरती को खब ू सजाया।
बाढ़ भकू ं प में आगे होकर हर सेवा को निभाते गए,
मानवता की खातिर मिलकर राहत शिविर लगाते गए।
तन मन और इस रूह का हुआ सेवा से कल्याण है ,
जिये जो इक दज ू े के लिए जीवन वही महान है ।
विश्व एकता का सपना मिलकर हम साकार बनाएं,
दर्द को समझें हम हर इक के, सबको दिल से अपनाएं।

सेवा इक वरदान।
सेवा सख
ु ों की खान।
सेवा हमारी शान।
Service with humility...!!!

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