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चली जा रही है उमर धीरे धीरे, चली जा रही है उमर धीरे धीरे,

पल पल यूँ आठों पहर धीरे धीरे, पल पल यू आठौँ पहर धीरे धीरे ॥

चली जा रही हैं उमर धीरे धीरे,


बुराई से मन को अपने हटाले,
जो करते रहोगे भजन धीरे धीरे,
सुधर जाए तेरा जीवन धीरे धीरे,
मिल जाएगा वो सजन धीरे धीरे ॥
मिल जाएगा वो सजन धीरे धीरे ॥

बचपन भी जाए जवानी भी जाए, चली जा रही है उमर धीरे धीरे,

बुढ़ापे का होगा असर धीरे धीरे, पल पल यू आठौँ पहर धीरे धीरे ॥

मिल जाएगा वो सजन धीरे धीरे ॥


चली जा रही है उमर धीरे धीरे,
चली जा रही है उमर धीरे धीरे,
पल पल यूँ आठों पहर धीरे धीरे,
पल पल यू आठौँ पहर धीरे धीरे ॥
चली जा रही हैं उमर धीरे धीरे,

तेरे हाथ पावों में बल ना रहेगा, जो करते रहोगे भजन धीरे धीरे,

झुकेगी तुम्हारी कमर धीरे धीरे, मिल जाएगा वो सजन धीरे धीरे ॥

मिल जाएगा वो सजन धीरे धीरे ॥

चली जा रही है उमर धीरे धीरे,

पल पल यू आठौँ पहर धीरे धीरे ॥

थिल अंग होंगे एक दिन तुम्हारे,

फिर मंद होगी नज़र धीरे धीरे, मेरा कोई ना सहारा बिन तेरे,
घन'याम'मया'या
सांवरिया मेरे…..
मिल जाएगा वो सजन धीरे धीरे ॥
तेरे बिना मेरा है कौन यहाँ,
प्रभु तुम्हे छोड़ मैं जाऊं कहाँ,
मैं तो आन पड़ा हूँ दर तेरे,
घनश्याम सांवरिया मेरे…

मेने जन्म लिया जग में आया,


तेरी कृपा से ये नर तन पाया,
तूने किये उपकार घनेरे,
घनश्याम सांवरिया मेरे…

मेरे नैना कब से तरस रहे,


सावन भादों हैं बरस रहे,
अब छाए घनघोर अंधेरे,
घनश्याम सांवरिया मेरे…

प्रभु आ जाओ प्रभु आ जाओ,


अब और ना मुझको तरसाओ,
काटो जन्म मरण के फेरे,
घनश्याम सांवरिया मेरे…

जिस दिन से दुनिया में आया,


मैंने पल भर चैन नहीं पाया,
सहे कष्ट पे कष्ट घनेरे,
घनश्याम सांवरिया मेरे…

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