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* कहानी शृ


ंऋ ष और भगवान राम क बहन “शां
ता” क
ीराम केमाता- पता, भाइय के बारेम तो ायः सभी जानतेह ले
कन ब त कम लोग को यह मालूम हैक राम क एक
बहन भी थ जनका नाम शां ता था। वे
आयु म चार भाइय सेकाफ बड़ी थ । उनक माता कौश या थ । उनका ववाह
कालांतर म शृ

ग ऋ ष सेआ था। आज हम आपको शृ ं
ग ऋ ष और दे
वी शां
ता क स पू
ण कहानी बताएँ
गे।

Shringi rishi

राजा दशरथ और कौश या क पुी थी शां


ता

ऐसी मा यता हैक एक बार अंगदे


श केराजा रोमपद और उनक रानी व षणी अयो या आए। उनके कोई सं
तान नह थी।
बातचीत केदौरान राजा दशरथ को जब यह बात मालू
म ई तो उ ह ने
कहा, म मे
र ी बे
ट शां
ता आपको सं
तान के प म ं गा।

रोमपद और व षणी ब त खु
श ए। उ ह शां
ता के प म सं
तान मल गई। उ ह ने
ब त ने
ह से
उसका पालन-पोषण कया
और माता- पता के
सभी कत नभाए।

एक दन राजा रोमपद अपनी पुी से


बात कर रहे
थे
। तब ार पर एक ा ण आया और उसने राजा सेाथना क क वषा
केदन म वेखे त क जुताई म शासन क ओर सेमदद दान कर। राजा को यह सु
नाई नह दया और वे
पुी केसाथ
बातचीत करतेरहे।
ार पर आए नाग रक क याचना न सु
ननेसेा ण को ख आ और वे राजा रोमपद का रा य छोड़कर चलेगए। वे
इंके
भ थे । अपने
भ क ऐसी अनदे खी पर इंदे
व राजा रोमपद पर ु ए और उ ह ने पया त वषा नह क । अं
ग दे
शम
नाम मा क वषा ई। इससे खेत म खड़ी फसल मु झानेलगी।

इस सं
कट क घड़ी म राजा रोमपद शृ

ग ऋ ष के
पास गए और उनसे उपाय पू
छा। ऋ ष नेबताया क वे
इंदेव को स
करनेकेलए य कर। ऋ ष ने य कया और खे त-ख लहान पानी से
भर गए। इसके बाद शृ

ग ऋ ष का ववाह शां
ता से
हो
गया और वे
सु
खपूवक रहने लगे।

क यप ऋ ष के
पौ थे
शृ

गऋष

पौरा णक कथा के अनु


सार ऋ यशृ

ग वभ डक तथा अ सरा उवशी केपुथे। वभ डक ने इतना कठोर तप कया क
दे
वतागण भयभीत हो गये
और उनके तप को भं
ग करनेकेलए उव श को भे
जा। उवशी नेउ ह मो हत कर उनकेसाथ सं
सग
कया जसके फल व प ऋ यशृ ं
गक उप यी। ऋ यशृ

ग के
माथेपर एक स ग (शृ

ग) था अतः उनका यह नाम पड़ा।

Shringi rishi ashram

बाद म ऋ यशृं
ग ने
ही दशरथ क पुकामना केलए पुकामे य करवाया था। जस थान पर उ ह ने
यह य करवायेथे
वह अयो या सेलगभग 39 क.मी. पू
व म था और वहाँ
आज भी उनका आ म है
और उनक तथा उनक प नी क समा धयाँ
ह।
shringi rishi tomb

हमाचल दे
श म है
शृ

ग ऋ ष और दे
वी शां
ता का मं
दर
Shringi rishi temple Banjar, Kullu, Himachal pradesh

हमाचल देश के कुलूजलेम शृ



ग ऋ ष का मं
दर भी है
। कुलू
शहर सेइसक री करीब 50 कमी है
। इस मं
दर म शृ


ऋ ष के
साथ दे
वी शां
ता क तमा वराजमान है
। यहां
दोन क पू
जा होती है
और र- र से ालुआते ह।

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