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हष� अंकल ने म�मी को चोदा


admin September 13, 2015 Ghar ki chudai

मेरा नाम स�ी है और मेरी उ� 19 साल है. म� एक �ाइवेट नौकरी कर रहा �ँ और म� अपनी म�मी के
साथ रहता �ँ और उनका जब म� 5 साल का था तब तलाक हो गया था. अब उनक� उ� 44 साल है
उनका नाम दलजीत कौर है और उनक� हाईट 5.8 इंच है. हाईट के कारण और उनक� गांड और बू�स
तो ब�त ही अ�छे है भरे �ए और गोल गोल और सुडोल है.. �यादा लटक नह� रहे है और गोरी तो वो
इतनी है �क उनके सामने �ध भी फ�का पड़ जाए और वो ब�त से�सी है.

दो�त� म� हर रोज़ �कूल से आने के बाद �ूशन जाता था और मेरी �ूशन का टाईम 4 बजे से 6 बजे
का था. तो एक �दन जब म� �कूल से घर आया तो म�मी घर पर मौजूद थी. म� उ�हे दे खकर ब�त खुश
�आ और म�ने म�मी को हग �कया और �फर म�ने म�मी से पूछा �क आज आप घर पर कैसे? तो वो
बोली �क बेटा आज घर पर कोई भी नौकरानी नह� है तो आप खाना कहाँ पर खाते तो इस�लए म�ने
सोचा �क आज लंच आपके साथ �कया जाए और कुछ काम भी था और �फर मुझे हग �कया. �फर
हमने ब�त दे र तक म�ती क� और एक साथ बैठकर लंच भी �कया.

�फर हमने थोड़ी दे र इधर उधर क� बात क� और म�मी ने मुझसे मेरी पढ़ाई के बारे म� पूछा.. मेरी
�ूशन कैसी चल रही है और वो मुझसे बोली �क आज रात को आप मुझे अपनी पढ़ाई का पूरा काम
बताना �क आपका �कतना कोस� बा�क है और आपने �कतना पूरा �कया है और �फर कहा �क चलो
ज�द� करो अब आपके �ूशन का टाईम हो गया है.. बाक� बात� �ूशन से आने के बाद कर�गे. तो म�
ज�द� से तैयार �आ �कूल के कपड़े बदले और �ूशन के �लए �नकल गया. मेरा �ूशन घर से �यादा
�र नह� है और म� हर रोज़ वहाँ पर साईकल से जाता �ँ और जब म� �ूशन प�ँचा तो पता चला �क मेरे
सर के घर पर कुछ मेहमान आए �ए है तो आज सर �लास नह� ल�गे.

�फर म� वापस घर जाने लगा और रा�ते म� म�ने सोचा �क म� अपने एक दो�त के घर होता �आ चलूं..
उससे पूछ लूँ �क वो खेलेगा �या? और जब दो�त के घर गया तो पता चला �क वो �कसी क� ज�म�दन
पाट� म� जाएगा. �फर म� घर चला गया और म� जैसे ही घर पर प�ँचा तो म�ने दे खा �क बाहर एक गाड़ी
खड़ी �ई थी.. मुझे लगा �क हो सकता है �क हमारे यहाँ भी मेहमान आए ह�गे? तो म�ने घंट� नह�
बजाई और मेरे पास रखी चाबी जो �क मेरे पास रोज़ ही रहती है उससे दरवाजा खोला और अंदर चला
गया और उस व�त 4:35 का समय हो रहा था और म�ने अंदर आकर दे खा.. ले�कन हॉल म� तो कोई
नह� था और �फर म�मी के �म से अचानक मुझे ज़ोर से �कसी के हंसने क� आवाज़� आने लगी.

म� उस �म क� तरफ गया और दरवाजे को धीरे से ध�का �दया.. ले�कन वो अंदर से लॉक था और


एकदम से हंसने क� आवाज़� बंद �ई और म�मी के मोन करने क� आवाज़ आने लगी. तो मुझे लगा �क
शायद अंदर कुछ हो रहा होगा.. म� �फर पास वाले �म म� गया और व�ट�लेटस� से झाँकने लगा और मुझे
डर भी ब�त लग रहा था �क कह� वो लोग मुझे दे ख ना ल�.. वैसे �दखने का चा�स ना के बराबर था..
ले�कन �फर भी जैसे ही म�ने अंदर दे खा तो म�मी और हष� अंकल बेड पर नंगे लेटे �ए थे और अंकल
म�मी को चोद रहे थे और �कस भी कर रहे थे.. मुझे दे खकर करंट का झटका भी लगा और ब�त �ख
भी �आ �क मेरा ब�त �यादा सीन छू ट गया.

�फर अंकल म�मी के बू�स दबाने लगे और उ�हे ध�के दे कर चोदे जा रहे थे और म�मी आह� भर रही थी
आह���ह आह हाँ आह��ह. �फर अंकल म�मी के ऊपर से हटे और बेड से उठकर अलमारी क� तरफ
गये और �सरा कंडोम �नकालकर ले आए.. उ�ह�ने पहले पहना �आ कंडोम �नकाला और नया लगा
�लया. तब मेरा �यान उनके लंड पर गया और वो ब�त बड़ा था.. लगभग 7 इंच या 7.5 इंच का होगा.
कंडोम लगाने के बाद अंकल �फर से बेड पर आए और आते ही उ�ह�ने म�मी के ह�ठ चूसने शु� कर
�दए.

�फर अंकल ने म�मी से धीरे से कुछ कहा और म�मी पलट कर लेट गयी. तो अंकल ने उनक� कमर के
नीचे एक त�कया लगाया और अपने लंड को उनक� चूत पर रगड़ने लगे.. मुझे ब�त मज़ा आ रहा था
और खुशी भी थी �क पूरा शो नह� �नकला और �फर अंकल ने ज़ोरदार एक दो ध�के लगाए और
उनका लंड आसानी से म�मी क� गीली चूत म� चला गया.

तो वो म�मी के ऊपर लेट गये और �फर मुझे अंकल का लंड म�मी क� चूत म� जाता और बाहर आता
साफ साफ �दख रहा था और उनके आंड म�मी क� गांड पर टकराते �ए �दख रहे थे उस �दन तो ब�त
अंधेरे से कुछ भी नह� �दख रहा था.. ले�कन आज मुझे ब�त अ�छा लग रहा था और म�मी क� चूत
एकदम साफ �दख रही थी और उनक� चूत बाल� से ब�त भरी �ई थी और अंदर से गुलाबी कलर क�
थी. �फर अंकल ज़ोर ज़ोर से ध�के लगाते गये और म�मी आह� भारती जा रही थी.. आहआह
अह���ह और अंकल बीच बीच म� म�मी क� कमर पर, कंध� पर और गद� न के पास काटते और पीठ
को चाटते.

�फर अंकल अपना एक हाथ आगे ले गये और म�मी के बड़े बड़े आम क� तरह झूलते �ए बू�स को
पकड़कर ज़ोर ज़ोर से दबाने लगे. तो म�मी आह अ���ह और ज़ोर से और ज़ोर से अ��ह हाँ और
ज़ोर से दबाओ बोल रही थी. और अपना हाथ पीछे क� तरफ करके अंकल क� गांड को दबा रही थी.
वो ब�त उ�े�जत सी लग रही थी और मुझे कुछ समझ नह� आ रहा था. खैर म� उस व�त से�स के
बारे म� सब कुछ नया नया ही सीखा था और �फर अंकल थोड़ा सा उठे और म�मी के बू�स को
पकड़कर पीछे क� तरफ ख�चा और अब वो दोन� अपने घुटन� पर थे और म�मी ने पीछे हाथ करके
अंकल के गले म� बाह� डाल द�.. जैसा गले लगते व�त डालते है और दोन� �कस करने लगे. दो�त� म�ने
इससे पहले ऐसा �कस नह� दे खा था. मुझे ब�त म�त लगा और शरीर म� करंट लग रहा था और �फर
अंकल ने म�मी के बू�स ज़ोर से दबाए और उ�हे चोदने लगे. तो म�मी क� तो चीख ही �नकल गयी..
अहह आउफ़�फ़ उफ़�फ़ उउउ���मम. तो अंकल ने ऐसे ही म�मी को 5-7 �मनट तक चोदा और म�मी
झड़ गयी और एकदम से बेड पर �गर गयी. अंकल का लंड अब भी म�मी क� चूत म� था और दोन�
अपने घुटन� पर थे.
अब म�मी ने अपने दोन� हाथ आगे �टका �दए और सर त�कये पर छु पा �लया.. यह चुदाई करने के
�लये शानदार पो�ज़शन बन गई थी और अंकल दो �मनट �ककर म�मी को चोदना शु� �कया और हर
ध�के के साथ म�मी का बदन कांप उठता तो म�मी ने अपना हाथ पीछे करके अंकल तो थोड़ा पीछे
ध�का �दया और कहा �क..

म�मी : �लीज बस अब बाहर �नकालो.

अंकल : �या �आ?

म�मी : अब नह� �लया जाएगा.. यह वाला तो ब�त ज़ोरदार ध�का है.

दो�त� यह तो सच है �क म�मी क� चूत से पानी बेड पर टपक रहा था.. ले�कन एक एक बूँद टपक रहा
था.. ऐसा कोई ब�त �यादा नह� था और मेरे �लए तो यह सब नया था �य��क म�ने ऐसा तो पॉन� �फ�म
म� भी नह� दे खा था.

अंकल : ठ�क है नाम�ल हो जाओ.. ले�कन आप तो पूरी तरह कांप रही है.

म�मी : अरे आज तो आपने �या �कया है (और वो हांफते हांफते हंसने लगी) ऐसा से�स और ऐसा
मज़ा तो कभी नह� आया.. ऊफ अ��ह उ��ह.

�फर म�मी साईड म� लेट गयी.. ले�कन अंकल का काम सभी भी नह� �आ था और इतने म� म�मी बोली
�क..

म�मी : �य� आपको �पछली बार �या �आ था? 10 �मनट ही �वकेट पर �टके और आज तो �कने का
नाम ही नह� ले रहे हो.

अंकल : आज आप पर मेरा �यार बरस रहा है.. उस �दन तो बस मौका �मला था तो वो �सफ� से�स था
और उन �दन� म� ब�त ट� शन म� भी था और ट� शन तो हर काम को अटकाती ही है.

म�मी : �या इतनी? ले�कन मुझे ऐसा लग ही नह� रहा �क �पछली बार आप ही थे. आज तो हाँ बस
र�बा रहम करे.. रोकना ब�त मु��कल �आ है.

�फर दोन� हसने लगे और अंकल ने म�मी को ज़ोरदार �कस �कया और �फर जैसे ही अंकल �कस
तोड़ने जा रहे थे तो म�मी ने अंकल के गाल को दोन� हाथ� से पकड़ा और �फर से उनके ह�ठ चूमने
लगी और वो दोन� अपने �कस म� ��त हो गए.. शायद अब दोन� शांत हो चुके थे.

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